नगर निगम सागर को पी.एम. स्वनिधि में प्रदेश में द्वितीय स्थान मिला

    
नगर निगम सागर को पी.एम. स्वनिधि में प्रदेश में द्वितीय स्थान मिला


सागर । पं.दीनदयाल अन्तोदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन एवं प्रधानमंत्री स्वनिधि प्रथम एवं द्वितीय चरण जो भारत सरकार की अति महत्वकांक्षी योजना है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन में नगर निगम सागर ने पूरे प्रदेश की 16 नगर पालिक निगम में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
डे.एन.यू.एल.एम. एवं पी.एम.स्वनिधि प्रथम एवं द्वितीय चरण भारत सरकार की अति महत्वाकाक्षी योजना है, जिसमें शहरी पथ विक्रेताओं को ऋण उपलब्ध करवाकर शहरी गरीबों को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने एवं उनकी आजीविका संवर्धन हेतु स्व सहायता समूह गठन, शहरी गरीब युवाओं को कौशल उन्नयन एवं शहरी पथ विक्रेताओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये कम ब्याज दर पर बैंक द्वारा वित्तीय समावेशन इस योजना के प्रमुख घटक है।


SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल
नगर निगम सागर द्वारा पीएम स्वनिधि प्रथम एवं द्वितीय चरण के क्रियावन्यन में पूरे प्रदेश की नगर निगमों में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त, संभाग आयुक्त एवं नगर निगम प्रशासक श्री मुकेश शुक्ला, कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी है।
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किसी प्यासे पशु पक्षी को पानी पिलाना दुनिया का सबसे पवित्र कर्म है : प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता

किसी प्यासे पशु पक्षी को पानी पिलाना दुनिया का सबसे पवित्र कर्म है : प्रोफेसर  नीलिमा गुप्ता
सागर।  डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई  से जुड़े विद्यार्थियों ने प्रोफेसर ए डी शर्मा के संयोजन में  विश्वविद्यालय में गर्मी की तपिश से तड़प रहे पशु -पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए आवश्यक उपाय सम्बन्धी जनजागरूकता अभियान चलाया। पूरे अभियान का नेतृत्व  विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने किया। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा उनके स्वयं के हुनर से बनाये गए विभिन्न पात्रों को पेड़ पर लटकाते हुए यह संदेश दिया कि पूरे विश्वविद्यालय में स्थानों को चिन्हित कर इस तरह के कार्य होने चाहिए, जिससे कि पशु पक्षियों को प्यासा न रहना पड़े। 


किसी प्यासे को पानी पिलाना दुनिया का सबसे पवित्र कर्म है।हम लोगों की यह जिम्मेदारी है कि हम इन बेजुबानों का दर्द भी समझें। क्योंकि पशु पक्षी तमाम परेशानियों को स्वयं तो झेल लेते हैं, पर कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिसके लिए इंसान की इंसानियत की जरूरत पड़ती है। आज के मनुष्य और समाज को इस इंसानियत की बहुत जरूरत है। एक दूसरे की सहायता से ही हम जीवन की कठिनाईयों से पार पा सकते हैं। 
    अपने सम्बोधन में प्रोफेसर ए डी शर्मा ने कहा कि हमारे ग्रंथों में यह दर्ज है कि प्यासे पशु पक्षियों को पानी पिलाना जीवन में पितृ ऋण की तरह ही एक कर्ज है, जिसे हर मनुष्य को उतारना पड़ता है।अपने इन्हीं  कर्मों से हम अपनी सांस्कृतिक जड़ों की तलाश भी कर पाते हैं।इसलिए हर मनुष्य का यह कर्तव्य है कि वह पशु पक्षियों के इस दर्द को महसूस करे और अपनी जड़ों को कभी न भूले।
 कार्यक्रम में माननीय कुलपति ने विद्यार्थियों को पशु पक्षियों से सम्बंधित फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की प्रतियोगिता में अपनी प्रविष्टि भेजने के लिए कहा और यह बताया कि सबसे अच्छे फोटो और वीडियो को पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। 

इस पूरे जनजागरूकता अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विद्यार्थियों ने  बहुत उत्साह से भाग लिया। विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी डॉ. हिमांशु यादव, कुलपति कार्यालय के प्रवीण कुमार राठौर और राष्ट्रीय सेवा योजना के सक्रिय कर्मी शेख बाबू भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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डॉ गौर विवि : छात्र समिति की पहली बैठक में कई हुए निर्णय

डॉ गौर विवि :  छात्र समिति की पहली बैठक में कई हुए निर्णय

सागर। डॉ हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्विविद्यालय में 2021-22 की छात्र समिति की पहली बैठक संपन्न हुई। इसमें समस्त विभाग के छात्र प्रतिनिधि शामिल थे। छात्र समिति की पहली बैठक में आगामी 23 तारीख को विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजन करने का निर्णय हुआ। इस आयोजन में विश्वविद्यालय के समस्त विद्यार्थी गौर समाधि प्रांगण में उपस्थित होकर कुछ समय साथ में पुस्तक पढ़ेंगे। पुस्तक पढ़ने की संस्कृति को बढ़ाने के उद्देश्य से यह आयोजन रखा गया है जो तकनीकी विकास और कोरोना काल के चलते कम हो गया है। 

कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने छात्रों को उद्बोधित करते हुए कहा कि विश्विद्यालय का पूरा काम छात्रहित को ध्यान में रखकर किया जाता है। छात्र किसी भी विश्वविद्यालय के सबसे मज़बूत स्तंभ होते हैं।   छात्र प्रतिनिधियों की विश्वविद्यालय को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है क्योंकि छात्र हित को बताने में प्रतिनिधि सूत्र की तरह काम करते हैं। उन्होंने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आप अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन सकारात्मक सोच के साथ करें और अपने पद का उपयोग विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए करें।
 उन्होंने विश्वविद्यालय की  अकादिमिक परिषद के निर्णय को बताते हुए जानकारी दी की विश्वविद्यालय में  फिजिकल एजुकेशन में स्नातक और स्नातोकोत्तर पढाई के लिए कोर्स शुरू हो रहें हैं साथ ही, योग, हैप्पीनेस और वेलनेस केंद्र की भी शूरुआत की जा रही है। 


 उन्होंने पुस्तक दिवस के आयोजन के संबंध में कहा कि छात्र पुस्तक के बिना अधूरा है। पुस्तकों की अहमियत के बारे में छात्रों को विचार करना चाहिए। पुस्तक पढ़ने की संस्कृति समय के साथ विलुप्त हो रही है और इस आयोजन से सभी के पास पुस्तक की महत्ता का संदेश जाएगा।
इस बैठक के समन्वयक डॉ राकेश सोनी एवं छात्र अधिष्ठाता अध्यक्ष प्रो ए डी शर्मा रहे। कुलपति का स्वागत अखंड गौरव एवम् शीतल प्रजापति ने किया । आभार व्यक छात्र प्रतिनिधि की तरफ से सोनाली ने माना।


प्रो ए डी शर्मा ने विद्यार्थियों को उद्बोधित करते हुए उनका विश्वविद्यालय में महत्त्व बताया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जिस तरह अपने आप से जुड़ते है उसी तरह विश्वविधालय से जुड़े। विश्वविद्यालय प्रजातांत्रिक संस्था है। यह संस्था विधार्थीयों के लिए प्रयोगशाला के समान है। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों से अपेक्षा करता है कि वह यहां सतत सीखने और पढ़ने का वातावरण विकसित करें। उन्होंने आगामी पुस्तक दिवस पर आयोजन के माध्यम से पुस्तक पढ़ने की संस्कृति का महत्त्व बताया। उन्होंने कहा कि मोबाइल एवं अन्य तकनीक को अपना सहयोगी बनाए पर अपना मास्टर नहीं बनने दे।
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टीकमगढ : बहू को जलाकर मारने वाले सात्ज-ससुर सहित तीन को आजीवन कारावास की सजा

टीकमगढ : बहू को जलाकर मारने वाले सात्ज-ससुर सहित तीन को  आजीवन कारावास की सजा


जतारा/टीकमगढ़। टीकमगढ जिले के जतारा की एक अदालत में सम्पत्ति विवाद  के चलते बहू को जिंदा जलाकर मारने वाले सास ससुर और एक अन्य को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। 

अभीयोजन मीडिया सेल प्रभारी एडीपीओ एन.पी. पटेल ने बताया कि घटना दिनांक 07.05.2019 की सुबह 8:30 बजे से 10:00 बजे के मध्य ग्राम ताललिधौरा निवासी आहत नंदनी प्रजापति के साथ संपत्ति के विवाद पर से उसकी सास जशोदा प्रजापति, ससुर संतोष प्रजापति, अजिया ससुर ऊदल प्रजापति के द्वारा विवाद किया गया और उसी विवाद के दौरान अभियुक्तगण संतोष प्रजापति, जशोदा प्रजापति, ऊदल प्रजापति के द्वारा नंदनी प्रजापति के ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी, जिससे नंदनी जल गई। तत्पश्चात् आहत नंदनी को प्राथमिक इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जतारा ले जाया गया, जहां पर चिकित्सक के द्वारा आहत नंदनी का प्राथमिक उपचार करते हुए मेडीकल रिपोर्ट तैयार की गई। आहत की हालत गंभीर होने से नायब तहसीलदार जतारा के द्वारा सी.एच.सी. जतारा पहुंचकर नंदनी के मरणासन्न कथन लेख किए गए तथा आहत को जिला अस्पताल टीकमगढ़ के लिए रैफर किया गया, जहां से उसे गजराराजा मेडीकल कॉलेज ग्वालियर के लिए भेजा गया और गजराराजा मेडीकल कॉलेज ग्वालियर में इलाज के दौरान दिनांक 16.05.2019 को नंदनी प्रजापति की मृत्यु हो गई, जिसकी सूचना अस्पताल ग्वालियर के द्वारा थाना झांसी रोड ग्वालियर को भेजे जाने पर थाना झांसी रोड ग्वालियर में मृतका की अकाल मृत्यु की सूचना मर्ग क्रमांक 037/2019 अंतर्गत् धारा 174 जा.फौ. के तहत् पंजीबद्ध करते हुए मर्ग जांच प्रारंभ की गई। मर्ग जांच के दौरान पुलिस के द्वारा मृतका के शव का पीएम कराया गया। दिनांक 13.06.2019 को अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना जतारा में अपराध क्रमांक 185/2019 अंतर्गत धारा 302/34 भा.द.वि. के तहत् प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीबद्ध की गई। आरोपी संतोष, ऊदल एवं जशोदा बाई को गिरफ्तार किया गया। मामले में संपूर्ण अन्‍वेषण उपरांत अभियोग पत्र माननीय न्‍यायालय के समक्ष पेश किया गया। आज दिनांक 20.04.2022 को माननीय प्रथम अपर सत्र न्‍यायाधीश श्री एम.डी. रजक जतारा द्वारा प्रकरण में संपूर्ण विचारण पश्‍चात् प्रकरण में आयी अभियोजन साक्ष्‍य के आधार पर हत्‍या के तीनों *आरोपीगण संतोष प्रजापति, ऊदल प्रजापति एवं जशोदा प्रजापति को धारा 302/34 भादवि में दोषसिद्ध पाते हुए आजीवन कारावास एवं 5000-5000/-(पांच-पांच हजार) रूपये के अर्थदण्‍ड* से दण्डित किया है। उक्‍त प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी श्री प्रकाश चंद्र जैन, अपर लोक अभियोजक द्वारा की गई।
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श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर श्री बागेश्वर धाम सरकार श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा चील पहाड़ी गांव का नाम अब संतनगर होना चाहिए★ अनेक श्रद्धालुओ ने ली गुरुदीक्षा

श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर श्री बागेश्वर धाम सरकार श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा चील पहाड़ी गांव का नाम अब संतनगर होना चाहिए
★ अनेक श्रद्धालुओ ने ली गुरुदीक्षा

सागर।  श्री बागेश्वर धाम के संत श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मुखारविंद से श्रीमद्भागवत कथा के विराम दिन भगवान कृष्ण और रुकमणी विवाह के साथ साथ भगवान कृष्ण और सुदामा के बीच मित्रता के चरित्र का विस्तार से उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं को श्रवण कराया, शास्त्री जी ने पंडाल में उपस्थित पढने वाले विद्याथियों को सफलता के लिए कई मंत्र दिए ग्राम चील पहाड़ी में चल रही श्री मद भागवत कथा के विराम दिन युवा भाजपा नेता अभिषेक भार्गव एवं युवा क्रागेस नेता अभिषेक गौर सहित यजमान अजीत सिंह एवं सूरज सिंह पडवार ने श्रीमद्भागवत कथा की आरती एवं गुरुदेव भगवान को पुष्प हार पहनाकर कथा की शुरुआत की।


 संत श्री ने कहा हमारे ठाकुर जी की सौलह हजार एक सौ आठ रानियां थी,,,,ये वही रानियां थी जिन्होंने भगवान के राम अवतार के समय कठोर तपस्या करके वरदान प्राप्त किये थे  भगवान ने इन तपस्वी भक्तों की इच्छा पूर्ण करने ही इन्हें अपनी रानियों का दर्जा दिया था ठाकुर जी सदैव अपने भक्तों का ख्याल रखते हैं अगर नाता जोडना है तो ठाकुर जी से जोडो महराज श्री ने अपनी जन्मभूमि को सबसे बड़ा तीर्थ बताते हुए कहा कि भगवान ने हमें हमारे ऊपर कई उपकार किए हैं हमें  मानव रूप में जन्म दिया हमें भारत भूमि पर जन्म दिया भारत देश से सबसे प्राचीन और विश्व कल्याण की कामना करने वाले सनातन धर्म का उदय हुआ है हमें और आपको गर्व होना चाहिए कि हम भारत भूमि पर जन्में ,, संत श्री ने चील पहाडी पर हुए इतने बड़े और विशाल कार्यक्रम एवं संतों के आगमन पर गाँव के लोगों के सेवाभाव को देखकर भाव विभोर होकर ग्राम चील पहाडी के लोगों को खूब खूब आशीर्वाद देते हूए कहा कि इस गाँव का नाम चील पहाडी से बदलकर, संतनगर, होना चाहिए गुरुदेव के इस बात को गुरू आदेश माना और चील पहाडी का नाम संत नगर करने पर अपनी सहमति जताई एवं शीघ्र ही शासन से नाम बदलने की बात की हजारो भक्तो ने कथा का रस पान किया  ।



मैं राजनीतिक नही हूँ..कुछ नही हूँ सब बागेश्वर धाम वाले हनुमान जी की कृपा है: सन्त  श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

हाल ही में कथा के दौरान बुलडोजर को लेकर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि में राजनीतिक व्यक्ति नही हूँ। बेटी .बहू का कही अपमान हो उनपरअत्याचार हो तो न्याय के लिए खुद आगे आकर लड़ना चाहिए। में भारतीय संस्क्रति के सम्मान की बात करता हूँ। उन्होंने कहा कि में कुछ नही हूँ । सब कुछ बागेश्वर धाम वाले  हनुमान जी की कृपा है। उन्ही के आश्रीवाद से  सभी का भला हो रहा है। 
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बम भोले की गूंज के साथ काशी विश्वनाथ रवाना हुए तीर्थयात्री★ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत सागर रेलवे स्टेशन से 200 तीर्थयात्री हुए रवाना

बम भोले की गूंज के साथ काशी विश्वनाथ रवाना हुए तीर्थयात्री

★ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत सागर रेलवे स्टेशन से  200 तीर्थयात्री हुए रवाना


सागर 19 अप्रैल 2022।
 बम भोले की गूंज के साथ मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत सागर रेलवे स्टेशन से 200 तीर्थयात्री पूरे धार्मिक वातावरण एवं उत्साह  के साथ रवाना हुए। इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री  सुश्री उषा  ठाकुर विधायक श्री शैलेंद्र जैन विधायक श्री प्रदीप लारिया कलेक्टर श्री दीपक आर्य नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती सपना त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी गणमान्य नागरिक मौजूद थे


मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा का आज भोपाल से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 1000 यात्रियों का सम्मान करते हुए हरी झंडी दिखाकर रेलगाड़ी को काशी विश्वनाथ बनारस के लिए रवाना किया गया । रेलगाड़ी सागर रेलवे स्टेशन पर शाम 6ः00 बजे पहुंची जहां पर सागर जिले के सौ दमोह के 50 एवं टीकमगढ़ के 50 कुल 200 यात्री पूरे धार्मिक उत्साह के साथ रवाना हुए।



  यात्रियों को रवाना करने के पूर्व रेलवे स्टेशन पर विधायक श्री शैलेंद्र जैन विधायक श्री प्रदीप लारिया कलेक्टर श्री दीपक आर्य द्वारा यात्रियों का स्वागत किया गया तीर्थ यात्रियों को तिलक वंधन एवं माला पहनाकर सम्मान गाड़ी में रवाना किया गया आईआरटीसी की ओर से  तीर्थयात्रियों को तुलसी की माला अंगवस्त्रम एवं स्वल्पाहार पेयजल भेंट किया गया ।
इसके पूर्व जिला प्रशासन की ओर से भी समस्त तीर्थ यात्रियों को स्वल्पाहार के साथ शुद्ध पेयजल प्रदान किया गया सभी तीर्थयात्री रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पूरे उल्लास के साथ नाचते गाते एवं भजन गाते हुए रेलगाड़ी में रवाना हुए।
रेलगाड़ी में रवाना होते समय स्टेशन का प्लेटफार्म शिव के गगनभेदी नारों से गूंज गया। सागर जिले से 100 तीर्थ यात्रियों के साथ जिला प्रशासन। के अधिकारी कर्मचारी भी रवाना हुय जो कि पूरे समय तीर्थ यात्रियों का ध्यान रखेंगे एवं मार्गदर्शन प्रदान करें उक्त अधिकारी कर्मचारी  तीर्थ यात्रियों की सुख सुविधा का पूरा ध्यान रखेंगे ।




कलेक्टर श्री दीपक आर्य  ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार शिवराज सिंह चौहान की महत्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा के लिए लॉटरी सिस्टम से 100 तीर्थ यात्रियों का चयन किया गया था एवं आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी उन्होंने बताया कि सागर रेलवे स्टेशन पर तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए डॉक्टर एंबुलेंस एवं दवाओं के साथ उपस्थित थे उन्होंने बताया कि यह मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन रेलगाड़ी 20 अप्रैल को प्रातः 6ः00 बजे काशी विश्वनाथ बनारस पहुंचेगी जहां तीर्थ यात्रियों को भगवान काशी विश्वनाथ के दर्शन शिवम गंगा स्नान मां गंगा आरती कराने के पश्चात 22 अप्रैल को प्रातः 6 बजे सागर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंचेगी।



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विश्वविद्यालय द्वारा योग महोत्सव के सैद्धांतिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन★चंचल चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम योग - श्री हनुमंत राव


विश्वविद्यालय द्वारा योग महोत्सव के सैद्धांतिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

★चंचल चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम योग - श्री हनुमंत राव

★ प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय-कुलपति

सागर।काम क्रोध मद मत्सर ये सभी मन के मैल हैं, मलिन मन का परिणाम चित्त की चंचलता और वृत्तियाँ हैं। चंचल और वृत्ति युक्त चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम ही योग है। पातंजल योेग शास्त्र में इसकी बडी सुंदर विधि अष्टांग साधना के रूप में बताई गई हैं। चित्त सधने पर आनंद की अवस्था विकसित होती है जो मन शरीर और आत्मा का समन्वय करने का कार्य करती है। उक्त उद्गार श्री हनुमंत राव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी ने योग शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित योग महोत्सव के सैद्धांतिक सत्र में व्यक्त किए। 



योग मानवता के धर्म का आधार- ईश्वर आचार्य
सत्र् के आरंभ में मोराजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रभारी निदेशक डाॅं. ईश्वर आचार्य ने कहा कि भारत तथा विश्व के एक सौ शहरों में योग महोत्सव के माध्यम से हम आम जनमानस को योग से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं ताकि योग के शारीरिक और मानसिक अभ्यास से व्यक्ति स्वस्थ एवं सुखी जीवन के लाभ प्राप्त कर सके। दो वर्ष कोरोना काल में सार्वजनिक आयोजन नही हो पाने के कारण इस वर्ष व्यापक स्वरूप में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मानने हेतु कृत संकल्पित हैं। योग सभी धर्मों एवं संप्रदायों से जुड़ा है। यह किसी विशेष धर्म के प्रचार का साधन नही, यह मानवता के धर्म का आधार है।

संयम, समाधि और योग का समन्वय ही सुखी जीवन की आधार - अर्पित दुबे
मोराजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के डाॅं. अर्पित दुबे ने जीवन में तीन आयामों की चर्चा करते हुए कहा कि संयम, समाधि और योग का समन्वय सुखी जीवन की आधार शिला है। आहार निद्रा और व्यायाम के संयम से येाग की समग्रावस्था प्राप्त की जा सकती है।

शांत एवं एकाग्र मन से जीवन के समस्त कार्य आसान- श्री विष्णु आर्य

सागर के योगनिकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान के संचालक योगाचार्य श्री विष्णु आर्य ने कहा कि मन के शांत एवं एकाग्र होने से जीवन के समस्त कार्यों को सरलतम रूप से किया जा सकता है। शरीर शुद्धि हेतु आसन एवं मन शुद्धि हेतु प्राणायाम के अभ्यास से व्यक्ति अध्यात्म की ओर अग्रसर होता है।



प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय-कुलपति

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय है। इस प्रसन्नता के लिये जीवन में स्वस्थ रहना पहली आवश्यकता है। विश्व के 149 देशों मंे हैजीनेस इंडेक्स में 2021 में भारत 139 नंबर पर था अर्थात हमारे देश के आम आदमी को खुश रहने के निर्धारित पेरामीटर के हिसाब से बहुत कमीयाँ हैं। हम सभी को मिलकर इस दिशा में सोचना पडे़गा हम कैसे आम आदमी के जीवन को खुशहाल बना पायें? इसी दिशा में योग विद्या की भूमिका बढ़ जाती है। योग हमारी प्राचीन संस्कृति एवं परंपरा की परिचायक है। इसलिये अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मनाया जाना समय की मांग बन गया है।



कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रो.गणेश शंकर गिरी योग विभागाध्यक्ष ने दिया। संचालन डाॅं. नितिन कोरपाल ने एवं आभार ज्ञापन डाॅ. अरूण साव ने माना। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें भजन, लोकगीत, योग कविता, कालबेलिया नृत्य, छत्तीसगढ़ी नृत्य, गणेश स्तृति, शिव स्तृति, के नाटक आदि प्रस्तुत किए गये। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक डाॅं. राकेश मलिक, डाॅं. सुमन पटेल, अनवर खान, डाॅं. ब्रजेश ठाकुर, डाॅं. भगत सिंह, डाॅं. रविकांत खरे, डाॅं. योगेश भार्गव, प्रज्ञा साव, वंदना कटारे आदि  बडी संख्या में उपस्थित थे।

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सागर स्मार्ट सिटी को मिला एक और अवार्ड★ओपन डेटा में सागर को टॉप परफॉर्मर अवार्ड

सागर स्मार्ट सिटी को मिला एक और अवार्ड
★ओपन डेटा में सागर को टॉप परफॉर्मर अवार्ड
★  स्मार्ट सिटीज: स्मार्ट अर्बनाइजेशन कान्फ्रेंस सूरत, गुजरात में किया गया सम्मानित 

सागर। 19 अप्रैल 2022
सागर स्मार्ट सिटी ने एक और उपलब्धि हासिल की है। सागर को ओपन डेटा में टॉप परफॉर्मर अवार्ड दिया गया है। यह अवार्ड मंगलवार को सूरत, गुजरात में स्मार्ट सिटी मिशन डायरेक्टर श्री कुणाल कुमार ने सागर स्मार्ट सिटी के ई-गवर्नेंस मैनेजर एवं सिटी डेटा आफिसर श्री अनिल शर्मा को प्रदान किया। इस दौरान स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत विशेषरूप से मौजूद थे।



इसी साल जनवरी में केन्द्रीय शहरी विकास एवं आवासन मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए गए ओपन डेटा वीक में सागर स्मार्ट सिटी को बेस्ट परफॉर्मिंग सिटी चुना गया था। देश की टॉप-10 सिटी में चुने जाने के बाद अब टॉप परफॉर्मर अवार्ड दिया गया है। ओपन डेटा वीक में देशभर के 62 शहर स्पर्धा में शामिल हुए थे। उन्होंने इसके लिए कार्यक्रम आयोजित किए और डेटा अपलोड किया। सागर स्मार्ट सिटी ने इसमें बाजी मारी।



 उल्लेखनीय है कि आज की डिजिटल दुनिया में डेटा का सबसे ज्यादा महत्व है। ओपन डेटा की उपलब्धता से विकास का दायरा बढता है। कोविड के दौरान दुनियाभर का ओपन डेटा उपलब्ध होने के कारण ही इस पर तेजी से रिसर्च की जा सकी और जल्दी ही निदान खोज लिए गए।


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