विश्वविद्यालय द्वारा योग महोत्सव के सैद्धांतिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन★चंचल चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम योग - श्री हनुमंत राव


विश्वविद्यालय द्वारा योग महोत्सव के सैद्धांतिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

★चंचल चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम योग - श्री हनुमंत राव

★ प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय-कुलपति

सागर।काम क्रोध मद मत्सर ये सभी मन के मैल हैं, मलिन मन का परिणाम चित्त की चंचलता और वृत्तियाँ हैं। चंचल और वृत्ति युक्त चित्त को साधने की प्रक्रिया का नाम ही योग है। पातंजल योेग शास्त्र में इसकी बडी सुंदर विधि अष्टांग साधना के रूप में बताई गई हैं। चित्त सधने पर आनंद की अवस्था विकसित होती है जो मन शरीर और आत्मा का समन्वय करने का कार्य करती है। उक्त उद्गार श्री हनुमंत राव राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी ने योग शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित योग महोत्सव के सैद्धांतिक सत्र में व्यक्त किए। 



योग मानवता के धर्म का आधार- ईश्वर आचार्य
सत्र् के आरंभ में मोराजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रभारी निदेशक डाॅं. ईश्वर आचार्य ने कहा कि भारत तथा विश्व के एक सौ शहरों में योग महोत्सव के माध्यम से हम आम जनमानस को योग से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं ताकि योग के शारीरिक और मानसिक अभ्यास से व्यक्ति स्वस्थ एवं सुखी जीवन के लाभ प्राप्त कर सके। दो वर्ष कोरोना काल में सार्वजनिक आयोजन नही हो पाने के कारण इस वर्ष व्यापक स्वरूप में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मानने हेतु कृत संकल्पित हैं। योग सभी धर्मों एवं संप्रदायों से जुड़ा है। यह किसी विशेष धर्म के प्रचार का साधन नही, यह मानवता के धर्म का आधार है।

संयम, समाधि और योग का समन्वय ही सुखी जीवन की आधार - अर्पित दुबे
मोराजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के डाॅं. अर्पित दुबे ने जीवन में तीन आयामों की चर्चा करते हुए कहा कि संयम, समाधि और योग का समन्वय सुखी जीवन की आधार शिला है। आहार निद्रा और व्यायाम के संयम से येाग की समग्रावस्था प्राप्त की जा सकती है।

शांत एवं एकाग्र मन से जीवन के समस्त कार्य आसान- श्री विष्णु आर्य

सागर के योगनिकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान के संचालक योगाचार्य श्री विष्णु आर्य ने कहा कि मन के शांत एवं एकाग्र होने से जीवन के समस्त कार्यों को सरलतम रूप से किया जा सकता है। शरीर शुद्धि हेतु आसन एवं मन शुद्धि हेतु प्राणायाम के अभ्यास से व्यक्ति अध्यात्म की ओर अग्रसर होता है।



प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय-कुलपति

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि प्रसन्नता प्राप्ति हर व्यक्ति का ध्येय है। इस प्रसन्नता के लिये जीवन में स्वस्थ रहना पहली आवश्यकता है। विश्व के 149 देशों मंे हैजीनेस इंडेक्स में 2021 में भारत 139 नंबर पर था अर्थात हमारे देश के आम आदमी को खुश रहने के निर्धारित पेरामीटर के हिसाब से बहुत कमीयाँ हैं। हम सभी को मिलकर इस दिशा में सोचना पडे़गा हम कैसे आम आदमी के जीवन को खुशहाल बना पायें? इसी दिशा में योग विद्या की भूमिका बढ़ जाती है। योग हमारी प्राचीन संस्कृति एवं परंपरा की परिचायक है। इसलिये अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मनाया जाना समय की मांग बन गया है।



कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रो.गणेश शंकर गिरी योग विभागाध्यक्ष ने दिया। संचालन डाॅं. नितिन कोरपाल ने एवं आभार ज्ञापन डाॅ. अरूण साव ने माना। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें भजन, लोकगीत, योग कविता, कालबेलिया नृत्य, छत्तीसगढ़ी नृत्य, गणेश स्तृति, शिव स्तृति, के नाटक आदि प्रस्तुत किए गये। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक डाॅं. राकेश मलिक, डाॅं. सुमन पटेल, अनवर खान, डाॅं. ब्रजेश ठाकुर, डाॅं. भगत सिंह, डाॅं. रविकांत खरे, डाॅं. योगेश भार्गव, प्रज्ञा साव, वंदना कटारे आदि  बडी संख्या में उपस्थित थे।

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सागर स्मार्ट सिटी को मिला एक और अवार्ड★ओपन डेटा में सागर को टॉप परफॉर्मर अवार्ड

सागर स्मार्ट सिटी को मिला एक और अवार्ड
★ओपन डेटा में सागर को टॉप परफॉर्मर अवार्ड
★  स्मार्ट सिटीज: स्मार्ट अर्बनाइजेशन कान्फ्रेंस सूरत, गुजरात में किया गया सम्मानित 

सागर। 19 अप्रैल 2022
सागर स्मार्ट सिटी ने एक और उपलब्धि हासिल की है। सागर को ओपन डेटा में टॉप परफॉर्मर अवार्ड दिया गया है। यह अवार्ड मंगलवार को सूरत, गुजरात में स्मार्ट सिटी मिशन डायरेक्टर श्री कुणाल कुमार ने सागर स्मार्ट सिटी के ई-गवर्नेंस मैनेजर एवं सिटी डेटा आफिसर श्री अनिल शर्मा को प्रदान किया। इस दौरान स्मार्ट सिटी सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत विशेषरूप से मौजूद थे।



इसी साल जनवरी में केन्द्रीय शहरी विकास एवं आवासन मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए गए ओपन डेटा वीक में सागर स्मार्ट सिटी को बेस्ट परफॉर्मिंग सिटी चुना गया था। देश की टॉप-10 सिटी में चुने जाने के बाद अब टॉप परफॉर्मर अवार्ड दिया गया है। ओपन डेटा वीक में देशभर के 62 शहर स्पर्धा में शामिल हुए थे। उन्होंने इसके लिए कार्यक्रम आयोजित किए और डेटा अपलोड किया। सागर स्मार्ट सिटी ने इसमें बाजी मारी।



 उल्लेखनीय है कि आज की डिजिटल दुनिया में डेटा का सबसे ज्यादा महत्व है। ओपन डेटा की उपलब्धता से विकास का दायरा बढता है। कोविड के दौरान दुनियाभर का ओपन डेटा उपलब्ध होने के कारण ही इस पर तेजी से रिसर्च की जा सकी और जल्दी ही निदान खोज लिए गए।


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SAGAR : पुलिस ने पकड़ी एक कार से 87 किलो चांदी , 60 लाख रुपये कीमत की

SAGAR : पुलिस ने पकड़ी एक कार से 87 किलो चांदी , 60 लाख रुपये कीमत की
सागर। सागर के थाना गोपालगंज अंतर्गत मुखबिर की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक सागर श्री तरुण नायक के निर्देशन में सरकारी बस स्टैंड गेट के पास एक सफेद रंग की स्विफ्ट गाड़ी क्रमांक UP 86 AE 1512 सफेद रंग की गाड़ी की तलाशी ली। इस दौरान गाड़ी चालक व कंडक्टर वाली सीट की डिग्गी में बड़ी मात्रा में सफेद थैली में चांदी जैसी धातु रखे हुए पाए जाने पर गाड़ी में उपस्थित व्यक्तियों से  पूछताछ की। इस कार में कुंमर पाल गडरिया पिता नत्थी लाल उम्र 78 साल , चालक रिंकू पिता रमेश चंद्र जैन उम्र 35 साल , नारायण सिंह सेन पिता सरनाम सिंह उम्र 38 साल सभी निवासी गढ़ीअंता थाना सादाबार पोस्ट तसीगा  जिला हाथरस उत्तर प्रदेश से  आये थे। 


चांदी के संबंध में धारा 91 द. प्र. स.का नोटिस दिया जा कर उक्त बरामद चांदी के संबंध में वैध दस्तावेज अथवा बिल मांगा गया । मौके पर उक्त व्यक्तियों के द्वारा कोई भी वैध दस्तावेज अथवा बिल  पेश नही किये जाने पर  व्यक्तियों के कब्जे से चांदी जैसी धातु कुल 87 किलोग्राम कीमती करीबन 60 लाख 90 हजार  को विधिवत  जप्त  किया गया । उक्त आरोपियों के विरुद्ध  आवश्यक कार्यवाही की गई है ।
उक्त कार्यवाही में थाना गोपालगंज जिला सागर के सहायक उपनिरीक्षक शैलेंद्र सिंह प्रधान आरक्षक मुकेश अमित चौबे आरक्षक अनुराग सत्येंद्र प्रदीप आशीष गौतम रमेश गुरु का सराहनीय योगदान रहा।



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SAGAR : मनरेगा योजना से गरीब किसान प्रशांत पटेल की बदली किस्मत ★ सरकारी योजना से लगाये थे नींबू, महंगे हुए नीबू तो चमकी किश्मत★ 2 एकड़ खेत में 200 से 300 नींबू के पेड़ों में लबालब लगे हजारों नींबू

SAGAR : मनरेगा योजना से गरीब किसान प्रशांत पटेल की बदली किस्मत 
★ सरकारी योजना से  लगाये थे नींबू, महंगे हुए नीबू तो चमकी किश्मत

★ 2 एकड़ खेत में 200 से 300 नींबू के पेड़ों में लबालब लगे हजारों नींबू

सागर। पूरे देश मे नीबू की महंगे दामो ने गर्मी के मौसम में परेशान कर दिया । लेकिन नीबू की खेती करने वालो की किस्मत चमक गई। ऐसी ही एक तस्वीर एमपी के सागर जिले के देवरी जनपद क्षेत्र की सामने आई। जहाँ कुछ किसानों ने सरकारी योजनाओं का लाभ लिया और मनरेगा योजना से नीबू की खेती की। यह फसल भी बढ़िया और अब दाम भी अच्छे मिल रहे है। 

              ★ किसान : प्रशांत पटेल




जहां पूरे मध्यप्रदेश में इस वर्ष नींबू की भारी मात्रा में कमी बताई जा रही है एवं नींबू की कमी से पूरा मध्यप्रदेश में जूझ रहा तथा नींबू की कमीहोने  से  मध्य प्रदेश भर में नींबू के इतने काफी ज्यादा रेट हो गए हैं की प्रत्येक नींबू 10 से ₹20 तक का बेचा जा रहा वही सागर जिले के देवरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत डोभी सिमरिया मैं एक गरीब कृषक ने मनरेगा योजना से जुड़ कर करीब 200 से 300 नींबू के पेड़ लगाकर हजारों की संख्या में नींबू  बेच रहा है । 


जिसके बारे में किसान प्रशांत ने बताया की विगत वर्ष पूर्व मनरेगा योजना अंतर्गत जनपद पंचायत देवरी द्वारामैने  निंबू का वृक्षारोपण का कार्य 2 एकड़ जमीन में किया,जिसमें  ग्राफ्टेड निंबू के पौधे लगाए सही समय पर सिंचाई की और खाद आदि का समुचित ध्यान रखा,जिसका परिणाम यह रहा कि आज मेरे खेत में करीब 200 से 300 नींबू के पेड़ स्वस्थ हैं,जिसमें प्रत्येक में लगभग 70-90 नींबू लगे हुए हैं, पहले में  मजदूरी करके जीवन यापन कर रहा था।


परशांत कहते है कि आज मेरा एक बागान बन कर तैयार हो गया है,एक ग्राफ्टेड नींबू 10 से ₹20 का बिक रहा है।  यह सब कार्य देवरी सीईओ एवं सहायक सचिव के प्रयास से हो पाया जिन के सहयोग से मैं शासन की मनरेगा योजना से जुड़ कर आज लाभ कमा पा रहा हूं।



  ★  देवेंद्र जैन,सीईओ ,देवरी जनपद पंचायत

सीईओ जनपद पंचायत देवरी देवेंद्र जैन बताते है कि कुछ किसानों को मनरेगा के तहत क्राफ्टेड नीबू की खेती कराई थी। अब उनकी फसल अच्छी आ गयी है। वर्तमान में अच्छी कमाई किसान को हो रही है। 


सहायक सचिव डोभी सिमरिया  -चंद्रभान कुर्मी कहते है कि मनरेगा के तहत नीबू की खेती किसानों ने की चार सौ पेड़ उग आए। उनको अच्छा मुनाफा भी मिल रहा है। 


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सागर को लगातार दूसरी दफा मिला इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड★ इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) राउंड-3 सिटीज में देश में दूसरा स्थान हासिल किया

सागर को लगातार  दूसरी दफा मिला इंडिया स्मार्ट सिटी अवार्ड
★  इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) राउंड-3 सिटीज में देश में दूसरा स्थान हासिल किया

★ इससे पहले आईसेक-2019 अवार्ड भी मिल चुका है सागर को
सागर। 18 अप्रैल 2022। सागर स्मार्ट सिटी ने लगातार दूसरे वर्ष इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट (आईसेक-2020) अवार्ड जीतकर एक और उपलब्धि हासिल की है। देशभर की राउंड-3 स्मार्ट सिटीज में सागर को दूसरा स्थान हासिल हुआ है। सोमवार को सूरत, गुजरात में सागर स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत को इस अवार्ड से सम्मानित किया गया। इससे पहले सागर को आईसेक-2019 अवार्ड भी मिला था।
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा सूरत, गुजरात में आयोजित स्मार्ट सिटीज: स्मार्ट अर्बनाइजेशन कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सोमवार को यह अवार्ड स्मार्ट सिटी के मिशन डायरेक्टर श्री कुणाल कुमार और सूरत की महापौर द्वारा प्रदान किया गया।

उल्लेखनीय है कि 25 जून 2021 को, स्मार्ट सिटी मिशन एवं अन्य मिशनों- अमृत और पीएमएवाय योजनाओं के साथ लॉन्च के सफल 6 साल पूरे करने पर केन्द्रीय मंत्री- आवास एवं शहरी विकास विभाग श्री हरदीप सिंह पुरी की उपस्थिति में इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कॉन्टेस्ट 2020, डेटा मैच्योरिटी असेसमेंट फ्रेमवर्क और क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क के तहत बहुप्रतीक्षित परिणामों की घोषणा की गई थी। 



इसमें सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने भारत सरकार द्वारा आयोजित इंडिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड काॅन्टेस्ट 2020 (आईसेक) में राउंड थ्री की स्मार्ट सिटीज में देश में दूसरे स्थान पर विजेता बनकर लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय मंच पर बाजी मारी। यह अवार्ड सोमवार को गरिमामयी कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया।



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आंगनबाडी कार्यकर्ताओं 20 अप्रैल से करेंगी सामूहिक भूख हड़ताल★ हडताल पर मृत राजकुमारी अहिरवार की पुत्री के लिए 51 हजार रुपये इकठ्ठा करेगी आंगनबाडी कार्यकर्ता

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं 20 अप्रैल से करेंगी सामूहिक भूख हड़ताल

★ हडताल पर मृत राजकुमारी अहिरवार की पुत्री के लिए 51 हजार रुपये इकठ्ठा करेगी आंगनबाडी कार्यकर्ता


सागर। निरंतर 43 दिनों से चल रही आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं की हडताल पर प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक ध्यान न दिये जाने से आक्रोशित आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने 20 अप्रैल से भूख हडताल करने का निर्णय लिया है। उक्त जानकारी देते हुए संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने बताया कि सागर में दंो सहित प्रदेश के अन्य जिलों से आई खबरों के अनुसार हडताल करते करते 7 आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है। लेकिन सरकार को आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका बहिनों के हितों की कोई परवाह नहीं है। उन्होनें कहा कि शिवाजी वार्ड की आंगनबाडी सहायिका जो हडताल पर मृत हो गई थी


उसके परिवार को 51 हजार रूपया आंगनबाडी कार्यकर्ताओं से एकत्रित कर उसके पुत्री के नाम एफ.डी. बनाने का निर्णय लिया गया जो 10 दिन की अवधि में उसको सौप दी जाएगी। आज हडताल पर मृत आंगनबाडी सहायिका राजकुमारी अहिरवार के पिता व पुत्री के समक्ष सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए मृतक राजकुमारी अहिरवार की पुत्री भूमिका अहिरवार को गोद लेने का निर्णय लिया।


 आंदोलन का समर्थन करने आई कांग्रेस नेत्री श्रीमती माधवी चौधरी ने कहा कि महिलाओं के हितों पर सरकार बनाने वाली भाजपा को महिलाओं की मौत पर भी राजनीति दिख रही है यही कारण है कि 43 दिनों से हडताल पर बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं की हो रही मौत पर भी सरकार इनकी मांगों पर शांत बैठी है। शिवसेना राज्य उपप्रमुख पप्पू तिवारी ने बताया कि हडताल पर आए लोक निर्माण विभाग मंत्री पं. गोपाल भार्गव जी ने कहा था कि मंगलवार को केबिनेट की भोपाल में आयोजित बैठक में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों को हल करने का निर्णय लिया जाएगा। 


लेकिन ज्ञात हुआ है कि मुख्यमंत्री जी ने मंगलवार को होने वाली केबिनेट की मीटिंग को रद्द कर 43 दिनों से हडताल पर बैठी आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका बहिनों के साथ आंख मिचोली की शुरूआत कर दी है। जिसका डटकर मुकाबला किया जाएगा। शिवसेना जिला संगठन प्रमुख हेमराज आलू ने कहा कि जब तक आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों को हल नहीं किया जाता तब तक मॉ दुर्गा के रूप को धारण करते हुए आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका बहिनें हडताल पर डटी रहेगी। 


हडताल में विजय कुशवाहा, सीमा पटैल, खुशबू केशरवानी, कमलेश तिवारी, नीलमणि यादव, मंजूलता शर्मा, शिल्पी कोरी, दुर्गा लोधी, सबीता गौतम, सरोज राजपूत, अंचला रैकवार, विमला सोनी, रानी लोधी, भूरी ठाकुर, तारा ठाकुर, मीना पाण्डेय, निधि, खुशबू, यशोदा, सबीना बानो, समीर, सुषमा जैन, रानू खटीक, अकसाना, जुबेदा, संगीता, गीता, शीला, समीना, मंजू रचना, धनबाई, रजनी सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थी।
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SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने  कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा
★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

सागर। सागर जिले में प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक ने नाबालिग लड़की को अगवा कर  लड़की को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार ली। इसमें युवक की मौत हो गई। जबकि लड़की घायल हो गई । उसे हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घटना खिमलासा थाना क्षेत्र की है। 
जानकारी के अनुसार  खिमलासा निवासी और दो बच्चों का पिता रामजी यादव ने  देशी कट्टा की नोक पर 14 साल की नाबालिग लड़की और उसके भाई को उसके घर से अगवा कर अपने खेत ले आया। खेत पर दोनो में झगड़ा हुआ और  लड़की भागने लगी तो उसने लड़की को गोली मार दी।



 गोली लड़की को पीठ पर लगी। उसकी हालत देख रामजी यादव ने खुद की कनपटी पर गोली मार ली। जिसकी मोके पर ही मौत हो गई।  घटना की खबर लगते ही पुलिस और परिजन घटनास्थल पर पहुच गए।  घायल लड़की को इलाज के लिए खुरई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि आरोपी राम जी यादव कथित प्रेमिका के गांव में किसी शादी के कार्यक्रम में रिशेतेदार के साथ फोटो खिंचवाने को लेकर नाराज था। जिसके चलते रामजी लड़की को अगवा करके ले आया। 
लड़की के भाई और प्रत्यक्षदर्शी देव  के अनुसार रामजी ने पहले दीदी को मारा और फिर खुद की कनपटी पर गोली मार ली। 
लड़की की दादी के अनुसार पहले से  रामजी यादव परेशान  कर रहा था। आज घर के बाहर नातिन थी तो उसे और नाती को खींचकर गाड़ी पर ले गया। पहले भी परेशान किया था। 



इस मामले में ASP विक्रम सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया रामजी ने लड़की को गोली मारी फिर खुद को। लड़की के किसी शादी समारोह में दूसरे के साथ फोटो खिंचवाने पर विवाद था। लड़की की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। वही लड़के की मौत पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। 



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छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर


छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित
★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर

रायपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मचारियों के द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल में चले जाने से पूरे प्रदेश के मनरेगा मजदूरों को रोजगार के लाले पड़ गए हैं। आलम यह है कि आज की तारीख में पूरे प्रदेश में मनरेगा अंतर्गत एक भी मजदूरों को काम नहीं मिला है। जबकि पूरे प्रदेश में मनरेगा के तहत 4299897 परिवार पंजीकृत हैं एवं 10049404 मजदूर पंजीकृत हैं। मनरेगा महासंघ के बैनर तले हो रहे हड़ताल पर जानकारी देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में चल रहा है जिसके कारण प्रदेश में यहा स्थिति निर्मित हुई है। 

एक अनुमान के मुताबिक कबीरधाम जिले में ही हड़ताल पर कर्मचारियों के चले जाने  से अब तक मनरेगा मजदूरों को लगभग 25 करोड़ रुपए का मजदुरी मूलक कार्य का नुकसान हुआ है जिससे पूरे राज्य की स्थिति समझी जा सकती है। ज्ञात की पूरे साल भर में महा अप्रैल-मई एवं जून महीने में सबसे ज्यादा मनरेगा मजदूरों को काम में नियोजित किया जाता है क्योंकि इस दौरान ग्रामीण खेती किसानी के काम से दूर होते हुए रोजगार गारण्टी के कार्य में रोजगार प्राप्त करते हैं। कर्मचारियों के हड़ताल से ग्रामीण मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत प्रदेशभर के कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं क्योंकि भूपेश सरकार ने अपने जन घोषणापत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का भरोसा दिया था तथा वह अनियमित कर्मचारियों के मंच से सभी कर्मचारियों को सरकार बनते ही एक साल में नियमित करने का वादा किया गया था। 



क्योंकि भूपेश सरकार ने अभी तक अपना वादा नहीं निभाया है इस कारण सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे हुए हैं । गौरतलब है कि योजना 2005 से प्रारंभ हुई है तब से कर्मचारी संविदा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं । गत 3 वर्षों से कर्मचारियों की वेतन वृद्धि भी नहीं की गई है जिसके कारण इस महंगाई में कर्मचारियों को जीवन निर्वाह में बहुत दिक्कत आ रही है। कर्मचारी संघ ने आगे बताया कि देश में छत्तीसगढ़ राज्य ही सर्वाधिक रोजगार देने वाला राज्य गत कई वर्षों से बना हुआ है। यह पहला अवसर है कि जब पूरे प्रदेश में मजदूरी मूलक कार्य पूर्णता बंद है एवं प्रदेश में एक भी ग्रामीणों को काम नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के द्वारा हड़ताली कर्मचारियों के साथ अभी तक किसी भी प्रकार की संवाद स्थापित नहीं की गई है ना ही हड़ताल खत्म करने को लेकर कोई ठोस पहल की गई है इस कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।



नरेगा संघ के द्वारा निकाला जा रहा है दांडी मार्च

महात्मा गांधी नरेगा अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के द्वारा दांडी यात्रा निकालकर सरकार को जगाने का प्रयास किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले के दंतेश्वरी मंदिर से राजधानी रायपुर तक 390 किलोमीटर की दूरी मनरेगा कर्मचारियों द्वारा पैदल चलकर की जा रही है। दांडी यात्रा में कबीरधाम जिले से भी कर्मचारी सम्मिलित हुए हैं तथा वे पैदल चलकर राजधानी पहुंचेंगे। यदि हड़ताल कुछ दिन और आगे जारी रहा तो ग्रामीणों के लिए अत्यंत विकट परिस्थितियां निर्मित होगी क्योंकि शादी विवाह के सीजन में ग्रामीणों को कोई काम नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण उनके जेब में जाने वाला मजदूरी की राशि से वंचित होंगे।



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