SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

SAGAR : प्रेम प्रसंग में दो बच्चों के पिता ने  कथित नाबालिग प्रेमिका और उसके भाई को किया अगवा
★ पहले मारी लड़की को गोली, फिर स्वयं को गोली मारी , युवक की मौत, लड़की घायल

सागर। सागर जिले में प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक ने नाबालिग लड़की को अगवा कर  लड़की को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार ली। इसमें युवक की मौत हो गई। जबकि लड़की घायल हो गई । उसे हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घटना खिमलासा थाना क्षेत्र की है। 
जानकारी के अनुसार  खिमलासा निवासी और दो बच्चों का पिता रामजी यादव ने  देशी कट्टा की नोक पर 14 साल की नाबालिग लड़की और उसके भाई को उसके घर से अगवा कर अपने खेत ले आया। खेत पर दोनो में झगड़ा हुआ और  लड़की भागने लगी तो उसने लड़की को गोली मार दी।



 गोली लड़की को पीठ पर लगी। उसकी हालत देख रामजी यादव ने खुद की कनपटी पर गोली मार ली। जिसकी मोके पर ही मौत हो गई।  घटना की खबर लगते ही पुलिस और परिजन घटनास्थल पर पहुच गए।  घायल लड़की को इलाज के लिए खुरई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। बताया जाता है कि आरोपी राम जी यादव कथित प्रेमिका के गांव में किसी शादी के कार्यक्रम में रिशेतेदार के साथ फोटो खिंचवाने को लेकर नाराज था। जिसके चलते रामजी लड़की को अगवा करके ले आया। 
लड़की के भाई और प्रत्यक्षदर्शी देव  के अनुसार रामजी ने पहले दीदी को मारा और फिर खुद की कनपटी पर गोली मार ली। 
लड़की की दादी के अनुसार पहले से  रामजी यादव परेशान  कर रहा था। आज घर के बाहर नातिन थी तो उसे और नाती को खींचकर गाड़ी पर ले गया। पहले भी परेशान किया था। 



इस मामले में ASP विक्रम सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया रामजी ने लड़की को गोली मारी फिर खुद को। लड़की के किसी शादी समारोह में दूसरे के साथ फोटो खिंचवाने पर विवाद था। लड़की की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया है। वही लड़के की मौत पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। 



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छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर


छत्तीसगढ़: मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीं हड़ताल, कामकाज हुआ प्रभावित
★ दो सूत्री मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 4 अप्रैल से है हड़ताल पर

रायपुर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मचारियों के द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल में चले जाने से पूरे प्रदेश के मनरेगा मजदूरों को रोजगार के लाले पड़ गए हैं। आलम यह है कि आज की तारीख में पूरे प्रदेश में मनरेगा अंतर्गत एक भी मजदूरों को काम नहीं मिला है। जबकि पूरे प्रदेश में मनरेगा के तहत 4299897 परिवार पंजीकृत हैं एवं 10049404 मजदूर पंजीकृत हैं। मनरेगा महासंघ के बैनर तले हो रहे हड़ताल पर जानकारी देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में चल रहा है जिसके कारण प्रदेश में यहा स्थिति निर्मित हुई है। 

एक अनुमान के मुताबिक कबीरधाम जिले में ही हड़ताल पर कर्मचारियों के चले जाने  से अब तक मनरेगा मजदूरों को लगभग 25 करोड़ रुपए का मजदुरी मूलक कार्य का नुकसान हुआ है जिससे पूरे राज्य की स्थिति समझी जा सकती है। ज्ञात की पूरे साल भर में महा अप्रैल-मई एवं जून महीने में सबसे ज्यादा मनरेगा मजदूरों को काम में नियोजित किया जाता है क्योंकि इस दौरान ग्रामीण खेती किसानी के काम से दूर होते हुए रोजगार गारण्टी के कार्य में रोजगार प्राप्त करते हैं। कर्मचारियों के हड़ताल से ग्रामीण मजदूरों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत प्रदेशभर के कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं क्योंकि भूपेश सरकार ने अपने जन घोषणापत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का भरोसा दिया था तथा वह अनियमित कर्मचारियों के मंच से सभी कर्मचारियों को सरकार बनते ही एक साल में नियमित करने का वादा किया गया था। 



क्योंकि भूपेश सरकार ने अभी तक अपना वादा नहीं निभाया है इस कारण सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठे हुए हैं । गौरतलब है कि योजना 2005 से प्रारंभ हुई है तब से कर्मचारी संविदा के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं । गत 3 वर्षों से कर्मचारियों की वेतन वृद्धि भी नहीं की गई है जिसके कारण इस महंगाई में कर्मचारियों को जीवन निर्वाह में बहुत दिक्कत आ रही है। कर्मचारी संघ ने आगे बताया कि देश में छत्तीसगढ़ राज्य ही सर्वाधिक रोजगार देने वाला राज्य गत कई वर्षों से बना हुआ है। यह पहला अवसर है कि जब पूरे प्रदेश में मजदूरी मूलक कार्य पूर्णता बंद है एवं प्रदेश में एक भी ग्रामीणों को काम नहीं मिला है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के द्वारा हड़ताली कर्मचारियों के साथ अभी तक किसी भी प्रकार की संवाद स्थापित नहीं की गई है ना ही हड़ताल खत्म करने को लेकर कोई ठोस पहल की गई है इस कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।



नरेगा संघ के द्वारा निकाला जा रहा है दांडी मार्च

महात्मा गांधी नरेगा अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के द्वारा दांडी यात्रा निकालकर सरकार को जगाने का प्रयास किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले के दंतेश्वरी मंदिर से राजधानी रायपुर तक 390 किलोमीटर की दूरी मनरेगा कर्मचारियों द्वारा पैदल चलकर की जा रही है। दांडी यात्रा में कबीरधाम जिले से भी कर्मचारी सम्मिलित हुए हैं तथा वे पैदल चलकर राजधानी पहुंचेंगे। यदि हड़ताल कुछ दिन और आगे जारी रहा तो ग्रामीणों के लिए अत्यंत विकट परिस्थितियां निर्मित होगी क्योंकि शादी विवाह के सीजन में ग्रामीणों को कोई काम नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण उनके जेब में जाने वाला मजदूरी की राशि से वंचित होंगे।



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SAGAR : स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पूर्व विद्यार्थी मिलन समारोह★ विधायक प्रदीप लारिया, अशोक मनवानी सहित कई पूर्व छात्र मिले जुले★ विधायक शेलेन्द्र जैन ने किया सम्मान

SAGAR : स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में पूर्व  विद्यार्थी मिलन समारोह
★ विधायक प्रदीप लारिया, अशोक मनवानी सहित कई पूर्व छात्र मिले जुले
★ विधायक शेलेन्द्र जैन ने किया सम्मान

सागर।शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय गवर्नमेंट स्कूल के गुरुजनों का सम्मान समारोह एवं पूर्व छात्रों का मिलन समारोह विद्यालय के प्राचार्य आर के वैद्य एवं पूर्व छात्रों ने सामूहिक रूप से आयोजित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विधायक शैलेंद्र जैन उपस्थित रहे कार्यक्रम में सभी गुरुजनों का पूर्व विद्यार्थियों ने चरण छू कर आशीर्वाद लिया और उनका सम्मान किया, विधायक शैलेंद्र जैन ने भी पहुंचकर सर्वप्रथम मंचासीन सभी गुरुजनों को चरण स्पर्श करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। विद्यालय में प्रथम बार इस तरह का अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें गुरुजन इतने उत्साहित और प्रसन्न रहें इसकी कोई सीमा नहीं थी ।उन्होंने सभी को खुले हृदय से आशीर्वाद प्रदान किया।



 कार्यक्रम में कार्यक्रम में वर्ष 1973 से 1980 तक बेच के विद्यार्थी विशेष रुप से उपस्थित थे इनके अतिरिक्त अन्य बैचों के विद्यार्थी भी उपस्थित हो गए थे। पूर्व छात्र जो सभी अपने अपने स्थान पर व्यवस्थित हैं उन्होंने अपनी अलग अलग पहचान अपने क्षेत्र में बनाई है ।जैसे नरयावली विधायक माननीय प्रदीप लारिया, डॉ आर के चौदा, आलोक अग्रवाल, सुदेश तिवारी, दिलीप श्रीवास्तव, अखलेश पाठक, दीपक दुबे, आशुतोष गोस्वामी, उपस्थित रहे पूर्व छात्रों में अनेकों छात्र इंजीनियर डॉक्टर आईईएस जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं।




कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि आज हम कुछ भी बन जाए परंतु हम जो कुछ भी हैं हमारे इन भारत भाग्य विधाता गुरुजनों की बदौलत है उनके ही आशीर्वाद से आज मैं विधायक हूं आप इंजीनियर हैं आप डॉक्टर हैं और शिक्षक हैं, हमारे विद्यालय सागर का गौरव है आज यहां आप सभी को एक साथ देख कर बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं आप अलग-अलग विधाओं में अलग-अलग विद्यमान हैं और अपनी प्रतिभा से पूरे देश को महका रहे हैं, विद्यालय के पुराने भवन के निर्माण के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि जब मेरे प्रयासों से कुछ राशि पुराने भवन के जीर्णोद्धार के लिए लाई गई तब हमारे प्राचार्य आर के वैद्य जी ने मुझसे आकर मुलाकात की और एक नया ब्लॉक निर्माण करने की मांग रखी इस पर मैंने पहले पुनर्विचार करने की बात कही फिर समझ में आया कि यह अच्छा सुझाव है और आज जो नया भवन आप देख रहे हैं। यह वेद साहब की कल्पना का मूर्त रूप है उन्होंने हमारा संकल्प पूरा नहीं हुआ है बाकी के परिसर को भी हम बहुत जल्द एक भव्य नवीन भवन में तब्दील करेंगे।
कार्यक्रम में पूर्व शिक्षकों में मुख्य रूप से एच एस नेमा जी, एसआर श्रीवास्तव, एस के श्रीवास्तव, एके सिघई ,एनआर शर्मा ,आरके रजक, बी के भट्ट, वाय एल गोविलकर आदि मौजूद रहे। 

खूब मिले पुराने छात्र, हुई यादे ताजा

सागर के प्रतिष्ठित गवर्नमेंट मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल जो अब स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है, के पूर्व वर्षों के विद्यार्थियों का मिलन समारोह  आज रविवार, 17 अप्रैल को सागर में विद्यालय परिसर में संपन्न हुआ  ।विधायक श्री शैलेंद्र जैन और श्री प्रदीप लारिया की उपस्थिति में वरिष्ठ अध्यापकों का सम्मान भी किया गया। स्व आर सी श्रीवास्तव की स्मृति में उनके परिवार ने उत्कृष्ट अध्यापकों और विद्यार्थियों का सम्मान किया। इसके साथ ही बीते वर्षो की यादों को ताजा करने के लिए विद्यार्थी  परस्पर चर्चा और संवाद करते दिखाई दिए । श्री मनोज श्रीवास्तव ने पिता स्व एसके श्रीवास्तव की स्मृति में मानवता पुरस्कार श्री अंकित तिवारी को प्रदान किया जिन्होंने कोरोना काल में लोगों की बहुत सहायता की।

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अनेक विद्यार्थियों ने स्मृतियों को सहेज रखा है। अनेक विद्यार्थी पुरानी कक्षा देखने गए तो कई लोग खेल का मैदान और पुस्तकालय कक्ष ढूंढते नजर आए। स्कूल परिसर में चहल-पहल थी। अब यह स्कूल सह शिक्षा का केंद्र है। पुराने दौर के विद्यार्थियों में वर्ष 1973 बैच के चंद्रभान चंदवानी ने इस आयोजन के सूत्रधार दिलीप श्रीवास्तव को स्मृति चिह्न दिया।वर्ष 1981 के केपी सक्सेना, गंगा प्रसाद सक्सेना और संजय चतुर्वेदी ने पुरानी यादें ताजा की । पीआरओ अशोक मनवानी ने कहा कि वे आज स्कूल यूनिफार्म में बैग लेकर यहां आए हैं।इस स्कूल ने शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए हैं। यहां फैकल्टी का अंतर हम भूल जाते थे। कला संकाय के विद्यार्थी विज्ञान प्रदर्शनी में हिस्सा लेते थे। वाणिज्य के विद्यार्थी विज्ञान की प्रयोगशाला में दिखाई देते थे और विज्ञान के विद्यार्थी खेल के मैदान में पदक जीतकर लाते थे।

 खेल शिक्षक श्री दुबे विज्ञान शिक्षक श्री केसी सिंघई  एनसीसी के पारंगत प्रशिक्षक श्री जीआर श्रीवास्तव, श्री कनौजिया श्री एसके श्रीवास्तव ,श्री आर सी रजक सहित अनेक वरिष्ठ शिक्षक कार्यक्रम में उपस्थित थे। अनेक विद्यार्थियों ने गीत भी सुनाए । आंचलिक लोक नृत्य बधाई,कालबेलिया और बुंदेली संस्कृति का परिचय देने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। दोपहर के भोजन में बुंदेली व्यंजन परोसे गए ।शिक्षकों और विद्यार्थियों को  स्मृति चिन्ह  भी प्रदान किए गए।

हंसी ठिठोली कुछ ऐसी चली विद्यार्थियों की कि  देर तक हंसते रहे सब

संजय चतुर्वेदी 1981 बेच ने पंचर ठीक कराने के लिए 50 पैसे अशोक मनवानी से 1981 में लिए थे जो उन्होंने इतने बरस की मुलाकात के बाद आज लौटाए और कहा आपकी उधारी ₹2 के रूप में वापस कर रहा हूं ।सुनते ही ठहाके गूंज उठे।

श्री  श्रीवास्तव जी का हुआ सम्मान
वरिष्ठ प्राध्यापक श्री जी आर श्रीवास्तव जी ने जो अनुशासन सिखाया वो विद्यार्थियों के जीवन में आज भी दिखाई देता है ।विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने जीआर सर का सम्मान किया।
स्कूल ने दी है अनोखी प्रतिभाएं
सागर के शा उच्चतर मा विद्यालय का पूर्व विद्यार्थी मिलन आज हुआ जिसमें वरिष्ठ गुरुजन का सम्मान किया गया।विद्यालय से शिक्षा प्राप्त करने के बाद जीवन  में अनेक सफलताएं प्राप्त करने वाले लोगों की लंबी सूची है।
 इस स्कूल से पढ़कर निकले विद्यार्थियों में कई  अभियंता हो गए। कुछ प्रथम श्रेणी अधिकारी हैं। कोई मंत्री के ओएसडी तो कोई मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी हैं। कुछ पत्रकार भी हैं।
इसके अलावा अनेक प्रतिष्ठित व्यवसायी , वकील और मैनेजमेंट गुरु भी बन चुके हैं। कुछ शिक्षा जगत को प्राचार्य और अध्यापक के रूप में  महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।


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SAGAR : आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत के जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने में देरी क्यों : पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा

SAGAR : आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत के जिम्मेदार अधिकारियों को बर्खास्त करने में देरी क्यों : पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा


सागर । 42 दिनों से तप्ती धूप में हडताल कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं की हड़ताल को समर्थन करने आज मध्यप्रदेश शासन के पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. पी.सी. शर्मा, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता,  महिला काँग्रेस की अध्यक्ष भोपाल की पूर्व महापौर विभा पटैल, सहित स्थानीय कांग्रेसी नेताओं ने पहुंचकर आंदोलन का समर्थन किया और अंागनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत पर दुख जताया। जिस पर आंदोलनकारी आंगनबाडी कार्यकर्ता संघ अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन पूर्व मंत्री डॉ. पी.सी. शर्मा को सौपा। वहीं समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव डॉ. आशिक अली, जिलाध्यक्ष सुदंरलाल यादव, एड. कृष्णकांत रॉय, रिजवान खान आदि ने भी पहुंचकर हडताल का समर्थन करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर भडास निकाली। आम आदमी पार्टी से एड.. के.के. प्रजापति सहित कई कार्यकर्ताओं ने हडताल का समर्थन करते हुए  मानसिक प्रताडना के चलते हुई आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मौत पर आक्रोश जताया। 



पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. पी.सी. शर्मा ने महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की प्रताडना से आंगनबाडी कार्यकर्ता शहनाज बानों, सहायिका राजकुमारी अहिरवार की मौत पर चिंता जताते हुए प्रदेश सरकार से प्रताडना देने वाले महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की। उन्होनें कहा कि शहनाज बानों की मौत को आज तीसरा दिन है फिर भी सरकार ने उन्हें बर्खास्त नहीं किया। उन्होनें आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को शासकीय वेतन भोगी घोषित किए जाने अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ दिये जाने आयु सीमा का बंधन समाप्त करने सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा रिटायरमेंट के बाद की गई कार्यकर्ता को 1 लाख सहायिका को 75 हजार रूपये दिये जाने की घोषणा पर अमल करने का कहा। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री महिलाओं के जनकल्याण की झूठ घोषणा करते रहते है। 



प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि महिलाओं के हित का डिण्डोरा पीठने वाली शिवराज सरकार 42 दिनों से तप्ती धूप में कर रही हडताल पर मूक दर्शक क्यों बने है। क्यों अपनी की गई घोषणा पर अमल करने में पीछे भाग रहे है। भोपाल की पूर्व महापौर श्रीमती विभा पटैल ने कहा कि यदि आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों को सरकार पूरा नहीं करती तो पूरे प्रदेश में महिला कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। 



उन्होनें आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मांगों पर कहा कि शासकीय विभागों से कई गुना काम करने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के केन्द्र सरकार द्वारा दिये गये 1500 रूपये भी शिवराज सरकार ने 4 साल वीत जाने के बाद भी नहीं दिए। हडताल में शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी, संगठन प्रमुख हेमराज आलू, सचिन जैन, कमलेश तिवारी, नीलमणि यादव, विशाखा, रानी रजक, सुषमा चढार, ऋषभ परमार, किरण तिवारी, पार्वती शर्मा, कमला पटैल, ज्योति जैन, रजनी रॉय, वंदना गौर, सरोज कुशवाहा, विजय पटैल, सीमा पटैल, रश्मि ठाकुर, मुन्नी सेन, मीना पाण्डेय, लक्ष्मी सेन, प्रेमरानी प्रजापति, विमला पाण्डेय, कृष्णा सेन, लीला सरोज, प्रभा चौरसिया, रूकमणी अर्चना खरे, कीर्ति पटैल, उमाबाई, गायत्री चौरसिया, वंदना सूर्यवंशी, यशोदा, इन्द्रा, हेमलता, अनीता चौबे, लीला गौर, पूजा यादव, विनीता राजपूत, शांति चौबे, माया रैकवार, रश्मि पाण्डेय, देशा दुबे, समीम वानों, मंजू अहिरवार, अरूणा जैन, सहित कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. संदीप सबलोक, जिलाध्यक्ष शहर रेखा चौधरी, युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल चौबे, सेवादल अध्यक्ष सिन्टॅू कटारे, रक्षा राजपूत, पूर्व पार्षद महेश जाटव, कमलेश तिवारी, पप्पू गुप्ता, प्रर्मिला राजपूत, शरद पुरोहित, भावना रोहण, जितेन्द्र रोहण, सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थी। 



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संसदीय प्रणाली में लोहिया जी के सिद्धांत की जरूरत, संघीय ढांचों से राष्ट्रों का अस्तित्व सुरक्षित रहेगा : रघु ठाकुर★ पत्रकार ब्रह्मदत्त दुबे सहित समाजसेवियों का हुआ सम्मान

संसदीय प्रणाली में लोहिया जी के सिद्धांत की जरूरत, संघीय ढांचों से राष्ट्रों का अस्तित्व सुरक्षित रहेगा : रघु ठाकुर
★ पत्रकार ब्रह्मदत्त दुबे सहित समाजसेवियों का हुआ सम्मान

सागर । वर्तमान परिवेष में विश्व संसदीय प्रणाली में लोहिया जी के सिद्धांत की आवश्यकता है संघीय ढांचों से राष्ट्रों का अस्तित्व सुरक्षित रहेगा , उस यूक्रेन के संदर्भ में यह बात समाजवादी चिंतक  रघु ठाकुर ने जय जनतंत्र के रंगपंचमी सम्मान कार्यक्रम में कही । आपने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का पत्रकारिता में योगदान रहा , जय जनतंत्र अपने संस्थापक पं . श्री हरिवल्लभ सिलाकारी के आदर्श के मूल्यों का निर्वाहन कर रहा है।


 कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजबहादुरसिंह ने हास्य व्यंग्य पूर्ण उपाधियों के पत्रिका में प्रकाशन की सराहना करते हुए निरंतरता की बात कही आपने कहा कि किसी व्यक्ति के कैरेक्टर को दो लाइन में व्यक्त करना कठिन है जिसे संपादक ने वरखूबी निभाया है । अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री अंकलेश्वर दुबे ने आपसी सदभाव बढ़ाने एवं महत्व पर प्रकाश डाला ।

 पं . शुकदेव तिवारी ने भी स्वाधीनता आंदोलन में पत्रकारिता के योगदान का महत्व बताया । पं . हरिवल्लभ सिलाकारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की स्मृति में एवं जय जनतंत्र विशेषांक विमोचन कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती का माल्यार्पण , दीप प्रज्वलन एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं . हरिवल्लभ सिलाकरी को मार्ल्यापण किया । सरस्वती वंदना श्री शिखरचंद जैन ने प्रस्तुत की । इस अवसर पर सामाजिक विभूतियों को सम्मानित किया गया । 


पत्रकारिता के लिए श्री ब्रह्मदत्त दुबे , समाज सेवा के लिए श्रीराम सेवा समिति , चिकित्सा के लिए डॉ . संतोष शुक्ला , साहित्य के लिए लक्ष्मीनारायण चौरसिया , चिकित्सा साहित्य के लिए डॉ . अरविंद गोस्वामी का जीवन लाल जैन स्मृति सम्मान एवं लोकगीत गायक शिवरतन यादव को शाल , श्रीफल , स्मृति चिन्ह प्रदान प्रदान कर सम्मानित किया । सम्पादक डॉ . आर एन .सिलाकारी ने पिछले चार दशक की पत्रकारिता पर अपने अनुभव बतायें । कार्यक्रम का संचालन श्री हरिसिंह ठाकुर ने किया सभी का आभार डॉ . आर . एन . सिलाकारी ने व्यक्त किया । अंत में कोविड -19 में असमायिक मृत्यु में बिछड़ी प्रतिमाओं को दो मिनट मौन रह कर श्रद्धाजलि दी । निवेदक डॉ . आर . एन . सिलाकारी

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SAGAR : सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही , मालथौन विकासखंड के चार पटवारियों को शो-काज नोटिस

 

SAGAR : सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही , मालथौन विकासखंड के चार पटवारियों को शो-काज नोटिस

★ अच्छा कार्य करने वाले  अधिकारी-कर्मचारी होंगे पुरस्कृत
अपर कलेक्टर श्री जैन
सागर 17 अपै्रल 2022
सीएम हेल्पलाइन में लापरवाही करने पर मालथौन विकासखंड के चार पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं एवं अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।  उक्त निर्देश अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन ने कलेक्टर श्री दीपक आर्य  के निर्देश पर बंडा, मालथौन, देवरी की सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक में दिए। इस अवसर पर समस्त अनुविभागीय अधिकारी एवं अन्य राजस्व अधिकारी मौजूद थे ।



अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन ने बंडा, देवरी एवं मालथौन की सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा करते

हुए निर्देश दिए कि जो अधिकारी कर्मचारी निर्देश अनुसार कार्य नहीं करेंगे एवं सीएम हेल्पलाइन का संतुष्टि पूर्णांक नहीं कर पाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी एवं अच्छा कार्य करने पर एवं संतुष्टि पूर्ण निराकरण करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
अपर कलेक्टर श्री जैन ने माल्थोन विकासखंड में सीएम हेल्पलाइन की संतुष्टि पूर्ण निराकरण ना होने पर नाराजगी व्यक्त की एवं चार पटवारियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए उन्होंने देवरी एवं बंडा के संतोषप्रद कार्य करने पर देवरी एवं बंडा की राजस्व अधिकारियों की प्रशंसा भी की ।


अपर कलेक्टर श्री जैन ने निर्देश दिए कि सीएम हेल्पलाइन के निराकरण हेतु समस्त विकास खंडों में अलग से कंट्रोल रूम स्थापित किया जाए एवं प्रतिदिन आने वाली सीएम हेल्पलाइन हेतु समस्त अनुविभागीय अधिकारी प्रतिदिन समीक्षा कर निराकरण कराएं ।
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खरगोन में क्यों भड़की आग, खरगोन जैसा देखा ★ ग्राउंड रिपोर्ट / ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज़

खरगोन में क्यों भड़की आग, खरगोन जैसा देखा 

★ ग्राउंड रिपोर्ट / ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज़

दृश्य एक  - खरगोन के काजीपुरा में पैंसठ साल की बुजुर्ग कांता का मकान। पूरी उमर इस दो कमरे के मकान में रहते गुजर गयी मगर ये नहीं सोचा था कि इस घर से कभी उनको जान बचाकर भागना पडेगा। पूरा घर अंदर बाहर जला हुआ है। दरवाजे खिडकियों की चौखटें कोयला बन गयीं है। कांता अम्मा के पास शरीर के कपडों के अलावा कुछ नहीं बचा। वो भतीजी के घर पांच दिनों से रह रही हैं। 
दृश्य दो  - खरगोन के संजय नगर में कुछ मकान एक लाइन से जले हैं। ऐसे ही एक मकान के सामने अपने जले हुये आटो के सामने खडे मिले अमित बंडोले। उनका आशियाना और आबोदाना दोनों जल गये। लोन लेकर आटो चलाते थे जिससे घर चलता था मगर अब जला घर और फुंका आटो देखकर रोते हैं। अंदर उनकी मां कांता बाई हैं जो आंखों में आंसू भरकर सफेद दीवालों पर जलने से लगी कालिख को मिटाने की असफल कोशिश में जुटी हैं। 


दृश्य तीन  - संजय नगर के कुछ दीवारों पर ये मकान बेचना है कि इबारत कोयले से लिखी है। दरवाजे पर आंखों में आंसू भरकर खडी हैं संतोषी चौहान। थोडी देर पहले ही कलेक्टर अनुग्रहा पी घर आकर कंधे पर हाथ रखकर भरोसा दिलाकर गयीं हैंं। मगर घबराहट और बैचेनी कम नहीं हो रही। घर के पीछे की दीवाल तोड़कर उपद्रवी सब कुछ ले गये। बच रह गया है तो गहरा दुख दर्द। 
दृश्य चार  - खरगोन के जिला अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड के बेड नंबर दस पर महरू बी लेटी हैं जिनके चेहरे पर उपद्रवियों ने तलवार मारकर घाव किया है गाल से लेकर जबडा तक कट गया है बोलना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टर कहते हैं इंदौर जाओ इलाज कराने मगर पैसा नहीं है तो उनके बाजू वाले बेड नंबर ग्यारह पर गौशाला के सुरेंद्र ठाकुर जिनके सर पर चार टांके लगे हैं। गर्दन पर पत्थरों के घाव हैं। चार दिन बाद घर से निकल कर अस्पताल आये हैं। दोनों कहते हैं जाने कौन लोग आये थे हमला करने। 


निमाड के सबसे संपन्न इलाके खरगोन में रामनवमी की शाम जो उपद्रव पथराव और आगजनी हुयी उसके निशान शहर की छह से आठ बस्तियों में बिखरे पडे हैं। ये बस्तियां वहीं हैं जहां पर हिन्दु मुस्लिम आबादी मिल जुलकर सालों से रह रहीं थीं। मगर जाने क्यों और कबसे ऐसी नफरत पल रही थी जो इस तरह सामने आयी कि एक दूसरे की आबादी से घिरे लोग और कही बसने की सोचने लगे हैं। ये तात्कालिक दौर भी हो सकता है बाद में लोग वहीं भले रह जाये मगर ऐसा हुआ क्यों। 

क्यों प्रशासन ये नहीं समझ पाया कि खरगोन बारूद के ढेर पर बैठा है। घटना की शुरुआत तालाब चौक से होती है जहां पर मसजिद के सामने के मैदान पर कई डीजे इकट्ठे होकर रामनवमी के जुलूस का माहौल बनाते है। तीन बजे निकलने वाला जुलूस दो तीन घंटे देरी से शुरू होता है और तीस सौ मीटर दूर जाने के बाद ही पथराव के बाद तो शहर कही गलियों में पथराव और आगजनी शुरू हो जाती हैं। उपद्रवियों को काबू करने की कोशिश में एसपी और थानेदार घायल होते हैं और इसके बाद शहर की संवेदनशील गलियां दो से तीन घंटे तक पत्थरबाजों ओर उपद्रवियों के कब्जे में आ जाती है। 


किसी भी मोहल्ले में निकलिये लोगों के मोबाइल उस दिन की हिंसा के वीडियो से भरे पडे हैं और उन वीडियो पर उनकी अपनी कहानी। कोई कहता है पडोसी थे तो कोई बताता है बाहर से लोग आये शहर में बवाल करने। मगर किसी बडे जिले के मुख्यालय में ही इतना बडा बवाल बताता है कि प्रशासन बडी चूक कर गया। 
सांप्रदायिक हिंसा में शहर के जलने के बाद अतिक्रमण के नाम पर आप चाहे पत्थरबाजों के मकान गिरा लो या दुकान मगर विश्वास भरोसे की वो दीवार तो गिर ही गयी जो सालों में दो संप्रदाय के लोगों के बीच बन पायी थी। 


जिला प्रशासन की गंभीर चूक को भोपाल में बैठे नेता मंत्री अब कितनी भी ताल ठोंक कर बताये कि हम पत्थरबाजों को मिटा देंगे नेस्तनाबूद कर देंगे तबाह कर देंगे मगर इन फिल्मी डायलाग से बहुत कुछ हासिल नहीं होगा। बडे पैमाने पर की गयी गिरफ्तारियां में भी पुलिस प्रशासन की ज्यादतियों की कहानियां सुनने को मिल रहीं है।
सरकार के सामने उपद्रवियों पर सख्ती से ज्यादा खतरनाक चुनौती मोबाइल के सहारे सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा जहर है इससे वक्त चलते नहीं निपटा गया तो हर शहर में भारत पाकिस्तान बनाने की तैयारी दोनों तरफ से हो रही है ये खरगोन की गलियों में घूमने से समझ में आ गया है। 

★ ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज़, भोपाल
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मंत्री गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर लिखा सूदखोरों / गुंडों से नही डरे, पुलिस को बताए , होगी कार्यवाई,जमीन जायजाद वापिस मिलेगी★ मंत्री गोपाल भार्गव की सूचना बनी सुर्खियों में

मंत्री गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर  लिखा सूदखोरों / गुंडों से नही डरे, पुलिस को बताए , होगी कार्यवाई,जमीन जायजाद वापिस मिलेगी

★  मंत्री गोपाल भार्गव की  सूचना बनी सुर्खियों में 


 "अपने क्षेत्रवासियों को सूचित किया है कि अगर वह किसी गुंडे, दादा या सूदखोर के लिए कर्ज के चंगुल में फंस गए हैं और ऐसे लोग उनके मकान और जमीन जबरन अपने नाम लिखवा रहे हैं, तो वह पुलिस में सूचित करें. उन्हें उनकी जमीन जायदाद वापस दिलाई जाएगी. मै गोपाल भार्गव इस वतन का रखवाला है और इसे जीते जी नहीं उजड़ने देगा" 


★ विनोद आर्य 
9424437885
सागर। एमपी के सबसे वरिष्ठ विधायक और लोकनिर्माण मंत्री गोपाल भार्गव अपनी कार्यशैली से हमेशा चर्चा में रहते है। लगातार आठ दफा से विधानसभा चुनाव जीत रहे मंत्री गोपाल भार्गव कभी हजारों कन्याओं के एक साथ सामूहिक विवाह कराने को लेकर तो कभी मंच से अफसरों को चेतावनी देना। या फिर ठेठ ग्रामीण जीवन शैली में रहना और काम करना। या फिर मंत्री भार्गव के विधानसभा क्षेत्र सागर जिले के रहली - गढाकोटा में सामाजिक कार्य और  विकास कार्य हो । 


        ★सुने मंत्री गोपाल भार्गव की अपील

इस दफा मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक सूचना जारी की है। यह सूचना सूदखोरों ,गुंडा बदमाशो को चेतावनी देती है।  उन्होंने फेसबुक पर कि पोस्ट करते हुए लिखा है कि वह वतन के रखवाले है किसी को उजड़ने नही देंगे, रहली विधानसभा क्षेत्र में यदि कोई बदमाश, गुण्डा, माफिया साहूकार सूदखोर के दिए कर्ज, पठानी ब्याज में कोई परिवार फंसे हुए है उनकी जमीन जायजाद, मकान आदि बदमाशों सूदखोरों ने डरा धमका कर अपने नाम लिखवा ली है तो ऐसे परिवार परेशान न हो, उसकी शिकायत पुलिस थाना में दर्ज करायें, शिवराज सरकार ने इसके लिए अलग से कानून बनाया है। कोई भी पीड़ित कर्ज में, पठानी ब्याज से तंग आकर आत्महत्या जैसे कदम न उठाएं, बल्कि अपनी समस्या पुलिस को बताएँ, उनकी जमीन मकान साहूकारों से वापिस दिलाई जाएगी।

मंत्री गोपाल भार्गव ने यह भी अपील की है कि गुण्डों बदमाशो से डरने भय खाने की जरूरत नही है उनका हितेषी भाजपा सरकार और गोपाल भार्गव रखवाले है । आगे उन्होंने कहा है कि ऐसे परेशानियों से जो लोग रहली गढ़ाकोटा से अपने घरबार खेती छोड़कर चले भी गए है तो वे वापिस अपने घर आकर रहें, उनकी जमीनों मकानों पर जिन माफियाओ, सूदखोरों ने जबरन कब्जा किया है उन्हें मुक्त करा कर मूल स्वामी को सौंपा जाएगा। 


दरअसल मंत्री भार्गव की यह अपील गढ़ाकोटा थाना में एक सूदखोर पीड़ित की शिकायत के बाद आई है जिसमे पीड़ित भागीरथ कुर्मी ने कहा है कि 12 साल पहले उसने महेश और दिग्पाल ठाकुर साहूकार से एक लाख रुपये लिए थे, 12 साल में साहूकार उससे 60 लाख रुपये वसूल चुके है। उनके क्षेत्र में सूदखोरों को लेकर आत्महत्या जैसी घटनाएं हो चुकी है। कुछ में मामले भी दर्ज है।




गोपाल भार्गव ने यह लिखा : 
मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक महत्वपूर्ण सूचना जारी करते हुए लिखा है कि

श्रीगणेशाय नमः
महत्वपूर्ण सूचना
मेरे रहली विधानसभा क्षेत्र के गढ़ाकोटा नगर सहित सभी क्षेत्रवासियों को सूचित किया जाता है कि आप याआपकी औलाद यदि किसी गुन्डे/दादा/ सूदखोर द्वारा आपको दिये गए कर्ज पर पानी ब्याज या सूदखोरी के चंगुल में फंस गये हैं और आपका मकान,जमीन जायदाद आदि इन तत्वों ने धमका कर अपने नाम लिखवा ली हो तो आप तुरंत संबंधित पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायें आपकी जमीन जायदाद आपको वापिस दिलाई जायेगी। मेरी सरकार ने इसके लिए अलग से कानून भी बनाया है। कोई भी व्यक्ति ऐसे गुन्डों / दादा/बदमाशो/सूदखोरो से डरकर या व्यथित होकर आत्महत्या न करें और न ही अपना नगर या क्षेत्र छोड़ें। जो भी व्यक्ति गुन्डों के डर-भय से क्षेत्र छोडकर अन्यत्र चले गये हैं वह अपने घर लौट आयें मैं गोपाल भार्गव इस वतन का रखवाला हूँ इस लिए इस वतन को मैं अपने जीते जी उजड़ने नहीं
दूंगा। अत: क्षेत्र में रह रहे या क्षेत्र से दूर भाग गये सभी लोगो को यह मेसेज जरूर पहुंचाएं। ताकि वह वापिस घर लोट आयें|

आपका भैया
गोपालभार्गव



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