आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल 16वें दिन भी जारी, BJP विधायक शेलेन्द्र जैन पहुचे धरनास्थल पर, हड़ताल का किया समर्थन
★जनप्रतिनिधि बनकर नहीं बल्कि आपका भाई बनकर आया हूॅ : शैलेन्द्र जैन
सागर। आंगनबाडी कार्यकर्ताओ/सहायिकाओं की निरंतर 16 दिनों से जारी हडताल में भाजपा विधायक शैलेन्द्र जैन ने पहुंचकर हडताल का समर्थन करते हुए कहा कि मैं विधायक या जनप्रतिनिधि बनकर नहीं बल्कि आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका बहिनों का भाई बनकर आपके बीच आया हूॅ। डॉक्टर के बाद अगर किसी ने भी कोरोना पीडितों की सच्ची सेवा की है तो वो आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका है। विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि मेरी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के पी.एस. मनीष रस्तोगी व ओ.एस.डी. डॉ. आनंद शर्मा से चर्चा हो चुकी है। यथाशीघ्र मुख्यमंत्री जी से मिलकर आपकी मांगों को हल कराने की कोशिश करूगा। इस तप्ती धूप में हड़़ताल कर रही आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं की पीढ़ा व मांग अत्यंत चिंताजनक है। जिसको शासन स्तर पर हल करवाना आवश्यक होगा इसके अलावा उन्होंने हड़तालरत बहनो के लिए अपनी ओर से भोजन की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए ।
हडताल का समर्थन करने पहुंचे न्यूनतम वेतन सलाहकार समिति सदस्य कामरेड अजीत जैन ने कहा कि सरकार ने मुझे न्यूनतम वेतन सलाहकार समिति का सदस्य तो बना दिया है लेकिन मेरे द्वारा दिए गए सुझाव आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की हडताल को जायज व न्यायोचित बताते हुए कहा कि हडताल में देरी से आने पर अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा सहित सभी कार्यकर्ता/सहायिकाओं से मैं माफी मांगता हूॅ । जब प्रधानमंत्री एक देश एक विधान की बात पर काम कर रहे है तो एक देश एक मजदूरी क्यों नहीं। संघ की अध्यक्ष श्रीमती लीला शर्मा ने कहा कि होली के त्यौहार पर जहा लोग गमी में बैठने जाते है व घर बैठते है ऐसे में आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिकाओं ने अपने दुख तकलीफ गम की पर्वाह न करते हुए निरंतर भारी संख्या में हडताल पर पहुंच रही है। हडताल क्रमिक रूप से अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगी।
शिवसेना उपराज्य प्रमुख पप्पू तिवारी ने कहा कि जो जनप्रतिनिधि हडताल से दूरी बना रहे है उनके क्षेत्र के सैकडों आंगनबाडी कार्यकर्ता/सहायिका हडताल पर पहुंचकर अपनी मांगों को बुलंद कर रही है। आंदोलन को शिवसेना संगठन प्रमुख हेमराज आलू ने कहा कि तप्ती धूप में बैठी आंगनबाडी बहिनों की सरकार कितने दिनों तक और परीक्षा लेगा। हडताल में कामरेड चन्द्रकुमार जैन, डॉ. रामचंद शर्मा, हीरालाल गोवर्धन, स्वदेश, राजश्री दुबे, नीलमणि, ममता तिवारी, प्रतिमा चौहान, मधु कोरी, गीता ठाकुर, किरण तिवारी, शिल्पी कोरी, राजबाई, मीना, सीमा, कवीता, दुर्गा, सुमन, संतोष, आरती, कमला, विमला, सियावाई, जंयती, निशा, गीता, नेहा, नीतू, शांति, शांति चौबे, नीतू, सुरभि, सकुन, प्रतिमा, शिवानी, माया पाठक, विनीता राजपूत, लीला पाठक, मीना, किरण सहित सैकडों की संख्या में कार्यकर्ता/सहायिका उपस्थित थी।