NCC संगठित युवाओं का दुनिया का सबसे बड़ा संगठन : कर्नल रामसिंह★ आर्ट्स एन्ड कॉमर्स कालेज में एनसीसी के पूर्व कैडेट्स का सम्मेलन आयोजित

NCC संगठित युवाओं का दुनिया का सबसे बड़ा संगठन :  कर्नल रामसिंह
★ आर्ट्स एन्ड कॉमर्स कालेज में एनसीसी के पूर्व कैडेट्स का सम्मेलन आयोजित 

सागर ।शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के सभागार में एनसीसी के पूर्व कैडेट्स का सम्मेलन आयोजित किया गया। पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल रामसिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस सम्मेलन में उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक कार्यालय में पदस्थ ओएसडी डॉ भावना यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ संजीव दुबे ने की। कार्यक्रम का संचालन डॉ संदीप सबलोक तथा आभार प्रदर्शन एनसीसी अधिकारी डॉ जयनारायण यादव ने किया।
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत आयोजित सम्मेलन में आमंत्रित अतिथियों कर्नल रामसिंह डॉ भावना यादव डॉ संजीव दुबे सूबेदार बलविंदर सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। आमंत्रित अतिथियों का स्वागत प्रभारी प्राचार्य डॉ संजीव दुबे तथा एनसीसी अधिकारी डॉ जयनारायण यादव ने किया। इस दौरान डॉ शैलेंद्र राजपूत डॉ स्वदीप श्रीवास्तव डॉ डीके नामदेव की विशेष रूप से उपस्थिति रही।
 सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल रामसिंह ने कहा की भारत का राष्ट्रीय कैडेट कोर संगठित युवाओं का दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है। देश के प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप रक्षा मंत्रालय ने इन युवाओं को देश की तरक्की में भागीदार बनाने की मंशा से इन्हे एक मंच पर लाने का अभियान शुरू किया है। इसके बाद इनके विचारों से ना केवल एनसीसी बल्कि राष्ट्र को आधुनिक रूप देने का प्रयास किया जाएगा। इस मंच से जुड़े सभी पूर्व कैडेट्स को पूर्व सैनिकों की तरह सम्मान और रोजगार के अवसर देने का भी प्रयास किया जाएगा।
 कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रभारी प्राचार्य डॉ संजीव दुबे ने कहा की एकता की भावना के साथ अनुशासित ढंग से काम करने वाले एनसीसी कैडेट्स इस देश की सुरक्षा की रीढ़ बनकर काम कर सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग की ओएसडी डॉ भावना यादव ने कहा समाज में फैले अंधकार को मिटाकर रोशनी की मशाल थामने का काम एनसीसी करता है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन देते हुए एनसीसी अधिकारी डॉ जयनारायण यादव ने पूर्व कैडेट्स की संगठन की सदस्यता संबंधी प्रक्रिया पर की जानकारी दी तथा सूबेदार बलविंदर सिंह ने भविष्य में मिलने वाले फायदों के बारे में चर्चा की। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित पूर्व कैडेट्स की पंजीयन संबंधी कार्यवाही को पूरा कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पूर्व तथा वर्तमान कैडेट्स उपस्थित रहे।
                  
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’कुंडलपुर अदभुत एवं भव्य तीर्थ स्थल है : राज्यपाल★ राज्यपाल ने भगवान आदिनाथ के दर्शन एवं पूजन अर्चन की

’कुंडलपुर अदभुत एवं भव्य तीर्थ स्थल है : राज्यपाल
★ राज्यपाल ने भगवान आदिनाथ के दर्शन एवं पूजन अर्चन की

सागर 15 मार्च 2022.
प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने मंगलवार को दमोह जिले के प्रवास के दौरान प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल कुंडलपुर पहुंचकर भगवान आदिनाथ (बड़े बाबा)के दर्शन किए। उन्होंने पूजन अर्चन कर प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए कामना की तथा यहां पहुंचे श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। राज्यपाल श्री पटेल का मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा प्रतिमा और पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया।
 इस अवसर पर पूर्व वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया, डॉ सुधा मलैया, विधायक श्री पीएल तंतुवाय कलेक्टर एस कृष्ण चेतन्य, पुलिस अधीक्षक डी आर तेनीवार सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण, पदाधिकारीगण भी साथ थे।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
राज्यपाल श्री पटेल ने कुंडलपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया और प्रत्येक कक्ष की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने पीएचसी में पदस्थ चिकित्सक और कर्मचारियों को मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और जिम्मेदारी के साथ दायित्व निर्वहन के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ संगीता त्रिवेदी ने बताया  गांव और आसपास की बस्ती के लोगों को ओपीडी सेवा का लाभ मिलता है।

राज्यपाल श्री पटेल के दमोह जिले में पहुँचने पर आत्मीय स्वागत


राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल के आज  दमोह जिले के बिलगुवा हेलीपैड पहुंचने पर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने  आत्मीय स्वागत किया । हेलीपैड पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कलेक्टर श्री एस. कृष्ण चैतन्य और पुलिस अधीक्षक श्री डी. आर. तेनीवार ने राज्यपाल  की बिलगुवा हेलीपैड पर अगवानी की।
पूर्व मंत्री श्री जयंत  मलैया, हटा विधायक श्री पी .एल. तंतुवाय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शिवचरण पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने राज्यपाल  का  स्वागत किया।

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श्री गुजराती नमकीन फैक्ट्री की जांच की गई ,एक क्विंटल गंदा तेल कराया गया नष्ट ,नमकीन के लिए सैंपल

श्री गुजराती नमकीन फैक्ट्री की जांच की गई ,एक क्विंटल गंदा तेल कराया गया नष्ट ,नमकीन के लिए सैंपल

सागर 14 मार्च 2022 । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की महत्वकांक्षी योजना मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर सागर को मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री अमरीश दुबे द्वारा और परकोटा वार्ड स्थित श्री गुजराती नमकीन फैक्ट्री पर जांच की कार्रवाई की गई। 
जहां पर भारी गंदगी पाई गई एवं लगभग एक क्विंटल काला गंदा तेल को नष्ट कराया गया एवं श्री गुजराती नमकीन का सैंपल लिया गया।श्री दुबे ने बताया कि कलेक्टर श्री आर्य के निर्देश पर यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।




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प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सागर श्रीमती रेणु परस्ते से प्रभार छिना, कार्यो में लापरवाही के चलते

प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सागर श्रीमती रेणु परस्ते से प्रभार छिना, कार्यो में लापरवाही के चलते

सागर। कलेक्टर दीपक आर्य ने काम मे लापरवाही के चलते प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सागर श्रीमती रेणु परस्ते से प्रभार पद से हटा दिया है। उनकी प्रभार आर के वैध को दिया है। इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए है। 
जारी आदेश के अनुसार श्रीमती रेणु परस्ते प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी सागर द्वाराकार्यालयीन कार्यों के निराकरण में उदासीनता, कार्यरत् एवं सेवा निवृत्त कर्मचारियों के स्वत्वों का समय-सीमा में निराकरण नहीं किया जाना, सी.एम. हेल्पलाईन शिकायतों के निराकरण में
तत्परता से कार्य नहीं करना, विधान सभा प्रश्नों के उत्तर समयावधि मे प्रस्तुत नहीं किये गये, कार्यालयीन कर्मचारियों पर नियंत्रण का अभाव पाये जाने तथा अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही के कारण एतद् द्वारा श्री आर.के.वैद्य प्राचार्य शास.उत्कृष्ट उ.मा.वि.सागर को अपने कार्य के साथ विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी/आहरण संवितरण अधिकारी सागर का प्रभार तत्काल प्रभाव से सौंपा जाता है। आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

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मिर्गी एवम पुराने सिरदर्द का है सौ फीसदी इलाज

मिर्गी एवम पुराने सिरदर्द का है सौ फीसदी इलाज
सागर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की सागर ब्रांच ने सिविल लाइंस स्थित एक होटल में सीएमई आयोजित की। जिसमे मेदांता हॉस्पिटल इंदौर से आए न्यूरोलॉजिस्ट डा वरुण कटारिया ने बताया की आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में हो रही उत्तरोत्तर प्रगति की वजह से लगभग सभी किस्म के मिर्गी के झटके का, बिना साइड इफेक्ट के ,इलाज संभव है,इस अवसर पर सागर के न्यूरोलॉजिस्ट डा दीपांशु दुबे ने सिरदर्द के विभिन्न प्रकारों के लक्षण एवम इलाज पर रोशनी डाली तथा नए चिकित्सा शोधों से अवगत कराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डा राजेंद्र चउदा ने की,एवम चेयरपर्सन की तौर पर डा अमिताभ जैन और डा मनीष झा उपस्थित थे। इस अवसर पर समस्त सदस्यों ने क्लिनिक एवम अस्पताल में हो रही हिंसा का घोर विरोध किया एवम इस मामले में अब जीरो टॉलरेंस की वकालत की ,और ऐसे झगड़ालू परिवारों को आईएमए सागर द्वारा प्रतिबंधित करने की मांग पर जोर दिया।



कार्यक्रम का संचालन डा तल्हा साद ने किया ,इस अवसर पर डा मधु जैन, डा संजीव मुखारया,डा केके शाक्य ,डा राजेश पटेल गैस्ट्रो एंटीरोलॉजिस्ट  ,डॉ अरुण दवे , एस. एस. खन्ना , डॉक्टर अनिल तिवारी , , डॉ प्रॉमिस जैन , डॉक्टर अमित वर्मा , डॉ पुष्कर रानाडे  , डॉ संज्योत महेश्वरी  डॉ ईशान दुबे , डॉक्टर मनोज साहू इत्यादि मौजूद थे। अंत में आईएमए की संगोष्ठी का आभार पैथोलॉजिस्ट डा ईशान दुबे ने माना ।


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SAGAR : सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होने पर पटवारी और दरोगा होंगे जिम्मेदार : कलेक्टर ★ सिविल लाईन व तिली क्षेत्र में जमीन चिन्हित कर फेंसिंग करे

SAGAR : सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होने पर पटवारी और दरोगा होंगे जिम्मेदार : कलेक्टर 
★ सिविल लाईन व तिली क्षेत्र में जमीन चिन्हित कर फेंसिंग करे

सागर 14 मार्च 2022
  शासकीय भूमि पर यदि किसी भी प्रकार का अतिक्रमण पाया जाता है, तो इसके लिए संबंधित क्षेत्र का पटवारी, दरोगा, टैक्स कलेक्टर एवं कोटवार की जिम्मेदारी तय कर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित होगी । उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने नगर निगम कमिश्नर सहित समस्त अनुविभागीय अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को दिए ।





कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निर्देश दिए कि सागर जिले में समस्त ग्रामीण एवं नगर निगम क्षेत्र सहित समस्त नगरीय निकायों में यदि कहीं भी शासकीय भूमि पर अतिक्रमण पाया जाता है तो इसके लिए 
क्षेत्र के पटवारी टैक्स कलेक्टर एवं दरोगा, कोटवार पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी ।

उन्होंने बताया कि विगत दिवस देखने में आया कि विभिन्न अनुविभागीय कार्य क्षेत्रों में बेशकीमती जमीनों पर अतिक्रमण कर उपयोग किया जा रहा था ।उन्होंने कहा कि इसी प्रकार नगर निगम में नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न स्मार्ट सड़कों एवं अन्य सड़कों का निर्माण किया जा रहा है और आजू-बाजू विभिन्न बेशकीमती जमीन हैं और अब इन बेशकीमती जमीनों पर किसी भी प्रकार का  अतिक्रमण पाया जाता है तो सीधी कार्रवाई संबंधित टैक्स कलेक्टर दरोगा एवं पटवारियों पर की जाएगी ।

शहर के बेशकीमती जमीन चिनिहत कर फेंसिंग करे

उन्होंने निर्देश दिए कि सिविल लाइन चौराहे से कालीचरण चौराहे तक एवं आईजी ऑफिस से तिली चौराहे तक एवं तिली चौराहे से दीनदयाल चौराहे तक बेशकीमती जमीन चिन्हित करें एवं उस पर फेंसिंग भी करें। अब यदि इन जमीनों पर अतिक्रमण पाया जाता है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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वेदों के उपदेश सार्वकालिक हैं- प्रो राधावल्लभ त्रिपाठी

वेदों के उपदेश सार्वकालिक हैं- प्रो राधावल्लभ त्रिपाठी

 

सागर. 13 मार्च। डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के संस्कृत विभाग के तत्त्वावधान में महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान उज्जैन के सहयोग से आयोजित ‘वैदिक वांग्मय के विविध आयाम एवं प्रासंगिकता’ पर दो दिवसीय अखिल भारतीय वैदिक संगोष्ठी का उदघाटन हुआ. वैदिक मंगलाचरण के साथ संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ.


साप्ताहिक राशिफल : 14 मार्च से 20 मार्च 2022 तक★ पण्डित अनिल पांडेय


SAGAR : सरकारी जमीन पर अतिक्रमण होने पर पटवारी और दरोगा होंगे जिम्मेदार : कलेक्टर ★ सिविल लाईन व तिली क्षेत्र में जमीन चिन्हित कर फेंसिंग करे

मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के पूर्व कुलपति प्रो. राधावल्लभ त्रिपाठी ने कहा कि वेदों के उपदेश सर्वयुगीन, सार्वजनीन एवं सार्वकालिक हैं. इनकी सभी शाखाओं, सभी संहिताओं, ब्राह्मणों, अरण्यकों, एवं उपनिषदों का अध्ययन निरपेक्ष भाव से करना चाहिए. भारतीय मनीषा का सम्पूर्ण विश्व में जो आदरपूर्ण स्थान है वह वेदों के कारण ही है. मैक्समूलर का वेदों के प्रचार में महत्त्वपूर्ण अवदान है.

 


भारतीय जनजीवन में वेदों का अप्रतिम योगदान- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता

अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने भारतीय संस्कृति, संस्कृत और वेदों के अवदान पर अपना वक्तव्य दिया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनजीवन में वेदों का अप्रतिम योगदान है. मानव जीवन के आचार और विचार वेदों एवं उपनिषदों से ही लिए गये हैं. प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में वेदों का स्वाधय्याय अवश्य करना चाहिए.


मुख्य वक्ता भारतीय दार्शनिक अनुसंधान नई दिल्ली के सदस्य सचिव प्रो. सच्चिदानंद मिश्र ने कहा कि सभी दर्शनों एवं उसकी विभिन्न शाखाओं का मूल उत्स वेड हैं. उन्होंने सांख्य, न्याय आदि दर्शनों का विवेचन करते हुए इसके विकास में वेदों के अवदान को रेखांकित किया. प्रो. अमलधारी सिंह ने ऋग्वेद की शाकल शाखा के मन्त्रों, सूक्तों एवं अन्य विषय वस्तुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला. शाकल संहिता के सूक्तों पर सूक्ष्मता से अपने विचार प्रस्तुत किये और इसकी महत्ता को भी रेखांकित किया. विशिष्ट अतिथि कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने कहा कि वेद विद्याओं के स्रोत हैं. ऋषियों ने अपने अंतःकरण में जिस तत्त्व का साक्षात्कार किया वह वेदवाणी है. केवल भारतीय ही नहीं बल्कि पाश्चात्य विद्वानों ने भी वेदों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है.

 नही रहे डॉ रमेश श्रीवास्तव ,पिछले महीने मनाया था 100 वाँ जन्मदिन , पीएम नरेंद्र मोदी ने भेजा था शुभकामना सन्देश


उपवनमण्डल अधिकारी 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस सागर की कार्यवाई★ वनपाल से ले रहा था रिश्वत

शोध पत्रिका ‘सागरिका’ एवं पुस्तकों का विमोचन

इस अवसर पर अतिथियों ने विभाग की शोध पत्रिका ‘सागरिका’ तथा विभाग के साहयक प्राध्यापक डॉ संजय कुमार द्वारा डॉ रामजी उपाध्याय पर लिखित पुस्तक एवं डॉ बालकृष्ण शर्मा की पुस्तक ‘ध्वनि प्रकाशे मुक्तक विमर्शः’ का विमोचन किया. डॉ. राधावालभ त्रिपाठी को सम्मान-पत्र और सभी अतिथियों स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. विचार संस्था द्वारा गौ-उत्पाद से निर्मित वस्तुएं भी अतिथियों को भेंट की गईं.  

 

कार्यक्रम में स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी ने दिया और संचालन डॉ नौनिहाल गौतम ने किया. इस अवसर पर भाषा अध्ययनशाला के अधिष्ठाता प्रो. बी आई गुरु, डॉ अनूप कुमार मिश्र, प्रो जे के जैन, प्रो नागेश दुबे, प्रो ए डी शर्मा, प्रो चंदा बेन, डॉ आशुतोष, डॉ आर पी सिंह, डॉ सुरेन्द्र यादव, डॉ वंदना, डॉ लक्ष्मी पाण्डेय, डॉ हिमांशु सहित विवि के कई शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी, शहर से पधारे गणमान्य नागरिक एवं देश भार से आये प्रतिभागी अतिथि उपस्थित थे.

 

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नही रहे डॉ रमेश श्रीवास्तव ,पिछले महीने मनाया था 100 वाँ जन्मदिन , पीएम नरेंद्र मोदी ने भेजा था शुभकामना सन्देश, सीएम शिवराज सिंह ने जताया शोक

नही रहे डॉ रमेश श्रीवास्तव ,पिछले महीने मनाया था 100 वाँ जन्मदिन , पीएम नरेंद्र मोदी ने भेजा था शुभकामना सन्देश


सागर। शतायु पाने वाले डॉ रमेश श्रीवास्तव का आजनिधन हो गया। चिकित्सा जिनके लिए व्यवसाय नहीं सेवा थी। उनकी सेवाओं को सदा याद किया जायेगा। कभी 2 रुपये फीस लेते थे और मौजूदा दौर में 50 रुपये लेकर व्हीलचेयर पर बैठे बैठे मरीजो का इलाज किया करते थे। पिछले महीने की 27 फरवरी को उनका 100 वाँ जन्मदिन पूरे उत्साब के साथ शहरवासियों और शुभचिंतकों ने मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको शुभकामना सन्देश भेजा था। अब डॉ श्रीवास्तव इस दुनिया मे नही रहे । लेकिन अपने चिकित्सीय पेशा में जो पैमाना सेवा भाव का बनाया । वह हमेशा याद रखा जाएगा। 



ऐसी थी जिंदगी डॉ श्रीवास्तव की
दो मेजर सर्जरी और पैर में फ्रेक्चर होने के बाद से अब वे पूरी तरह व्हील चेयर पर रहकर अपना काम करते थे।लेकिन मरीजों के इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ते। आधुनिक मशीनों से ज्यादा खुद के क्लीनिक डायग्नोज पर भरोसा रखते हैं। चिकित्सा सेवा में हो रहे आधुनिकीकरण को समझने के लिए रोजाना आधा घंटा किताबों और इंटरनेट को देते हैं। 


डॉ. रमेश श्रीवास्तव शहर के उन चुनिंदा डॉक्टर्स में से थे, जिन्होंने सागर में चिकित्सा सेवा देने की शुरुआत की थी। इन्होंने 1945 में नागपुर मेडिकल विश्वविद्यालय से एलएमपी की डिग्री पूरी की। इसके बाद नेत्र रोग विशेषज्ञ बनने के लिए चेन्नई जाने का फैसला लिया, लेकिन इसी बीच उनके पिता
लकवा ग्रस्त हो गए। घर में 2 छोटे भाई और 2 बहनों की जिम्मेदारी इनके कंधों पर आ गई। जिसके बाद वे पीजी का दाखिला छोड़कर सागर आ गए। 1946 में कटरा में अपनी क्लीनिक खोली और महज दो रुपए फीस लेकर मरीजों का इलाज शुरू किया शहर में सेवाएं देते हुए 75 साल गुजारे। कोविड के दौरान भी डॉ. श्रीवास्तव ने मरीजों को इलाज से मना नहीं किया और कई लोगों की जान बचाई। 62 साल की उम्र में किरोटिड ब्लॉक और 84 साल की उम्र में स्पाइनल सर्जरी से भी गुजरे, लेकिन इसके बाद भी काम नहीं छोड़ा। डॉ. श्रीवास्तव के बेटे दीपक और चार बेटियां देश के बड़े शहरों में हैं। लेकिन डॉ. श्रीवास्तव आज भी सागर कैंट स्थित अपने मकान में रहना पसंद
करते हैं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भेजा सन्देश
डॉ रमेश श्रीवास्तव जब 100 साल के हुए तो शुभचिंतकों ने खुशियां मनाई। कई बड़े लोगो के सन्देश थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डॉ श्रीवास्तव को शुभकामनाएं भेजी और  बेहतर जीवन की  कामना की। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. रमेश श्रीवास्तव के निधन पर दुख व्यक्त किया

मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने सागर नगर के लोकप्रिय चिकित्सक डॉ. रमेश श्रीवास्तव के निधन पर दुख व्यक्त किया है। डॉ. श्रीवास्तव की आयु 100 वर्ष थी। उन्होंने पूरा जीवन सेवा भाव से चिकित्सा धर्म का पालन किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत डॉ. श्रीवास्तव की आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजन को यह दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
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