बच्चियों के लैंगिक शोषण का मामला, पत्रकार प्यारे मियां एवम मो आवेश को मरते दम तक जेल ★ स्वीटी विश्वकर्मा को 20 वर्ष की दिया गया कठोर कारावास★ डॉ हेमन्त मित्तल को हुआ गर्भपात कराने के लिए 5 वर्ष का कठोर कारावास

बच्चियों के लैंगिक शोषण का मामला, पत्रकार प्यारे मियां एवम मो आवेश को मरते दम तक जेल 
★ स्वीटी विश्वकर्मा को 20 वर्ष की दिया  गया कठोर कारावास
★ डॉ हेमन्त मित्तल को  हुआ गर्भपात कराने के लिए 5 वर्ष का कठोर कारावास
                                                            भोपाल।  भोपाल जिले के की विशेष पॉक्सो  न्यायाधीश श्रीमती  कविता वर्मा के न्यायालय ने आज बहुचर्चित कांड में पत्रकार  प्यारे मियां एवम सजे मैनेजर आवेश को नाबालिग का यौन शोषण करने के लिए प्राकृतिक जीवन तक का कारावास एवम जुर्माना स्वीटी विश्वकर्मा को यौन शोषण में सहयोग एवम गर्भपात कराने 20 वर्ष का कारावास एवम जुर्माना एवम  डॉ हेमंत को गर्भपात करने के लिए 5 वर्ष का कारावास एवम जुर्माना  के दंड से दंडित किया गया ,मामले में पैरवी विशेष लोक अभियोजक श्री पी एन सिंह राजपूत द्वारा किया गया । इस बहुचर्चित मामले की सीएम शिवराज सिंह कगातार अपडेट लेते रहे है। 
जनसंपर्क अधिकारी भोपाल संभाग श्री मनोज त्रिपाठी ने बताया कि थाना कोहेफिजा द्वारा अपने थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 444/20 अन्‍तर्गत धारा 376, 376(2)(एन) , 376(2-आई), 376(2-च), धारा 342, 506 भादवि तथा लैगिंक अपराधो से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 5(एल), 5(एन) तथा 6 के प्रकरण में मुख्‍य आरोपी प्‍यारे मिया को दिनांक 01 अगस्‍त 2020 (कुल 05) दिवस की पुलिस अभिरक्षा की मांग की गयी, जिसमें माननीय न्‍यायालय द्वारा आरोपी प्‍यारे मियां की पुलिस अभिरक्षा  दिनांक  30 जुलाई 2020 की दोपहर तक थाना कोहेुफिजा को दी गयी। 



उल्‍लेखनीय है थाना को‍हेफिजा द्वारा अपने यहां दर्ज प्रकरण के संबंध में यह बताया गया कि आरोपीगण द्वारा विगत तीन वर्षो से प्रकरण की पीडिता का यौन शोषण किया जा रहा था पीडिता द्वारा विरोध करने पर पीडिता सहित परिवारजनो को जान से मारने की धमकी आरोपीगण द्वारा दी जाती थी। आरोपी के फ्लैट पर शराब और कई आपत्तिजनक सामग्री मिली थी। छह नाबालिग बच्चियों के शोषण का मामला दर्ज हुए थे। इनमे एक कि मौत भी हो चुकी है।  कोहेफिजा द्वारा  अपराध क्रमांक 444/20 अन्‍तर्गत धारा 376, 376(2)(एन) , 376(2-आई), 376(2-च), धारा 342, 506 भादवि तथा लैगिंक अपराधो से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा  5(एल), 5(एन) तथा 6 के प्रकरण दर्ज किया गया था, पीड़ित का गर्भपात भी कराया गया था, जिस पर चिकित्सीय गर्भ समापन अधिनियम की धारा 4 एवम 5 बढ़ायी गयी थी।


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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : सशक्त हैं बुंदेलखंड की स्त्रियां★ डॉ.(सुश्री) शरद सिंह

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : सशक्त हैं बुंदेलखंड की स्त्रियां

★ डॉ.(सुश्री) शरद सिंह


सागर । झांसी की झलकारीबाई, बंदा की राबिया बेगम के शौर्य के किस्से हम सभी बचपन से ही सुनते आए हैं। यह सच है कि जब समूचा देश परतंत्रता और अशिक्षा के भंवरजाल में फंसा हुआ था तब बुंदेलखंड की स्त्रियों के लिए यह समय और अधिक कठोर था। लेकिन देश की स्वतंत्रताप्राप्ति के बाद जिस प्रकार समूचे देश का परिदृश्य बदला, उसी तरह बुंदेलखंड की स्त्रियों की स्थिति में भी बदलाव आया ।‘‘आपका जीवन धन्य है, मैं आपका अभिनंदन करता हूं।’’ यह उद्गार थे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के जब उन्होंने सागर की श्रीबाई को उनके अदम्य साहस के लिए सम्मानित किया था। आज के असंवेदनशील हो चले वातावरण में जब पुरुष भी बलात्कारियों को ललकारने से पीछे हट जाते हैं, श्रीबाई ने यह साहस दिखाया था। 50 वर्षीय श्रीबाई ने 26 सितंबर 2020 को साहस दिखाते हुए पीड़िता को हैवानों के चंगुल से छुड़ाया था। उस समय श्रीबाई अपने खेत में काम कर रही थीं कि उन्हें एक स्त्री की मदद की पुकार सुनाई दी। उन्होंने देखा कि कुछ लोग एक स्त्री के पीछे पड़े हैं और वह स्त्री उनसे बचने के लिए मदद की पुकार कर रही है। श्रीबाई ने एक पल भी गंवाए बिना एक डंडा उठाया और उस ओरत को बचाने दौड़ पड़ीं। साथ ही उन्होंने अपने बेटे को भी आवाज़ दी जो वहीं कुछ दूरी पर काम कर रहा था। श्रीबाई ने बदमाशों को ललकारा। बदमाशों ने श्रीबाई को भी डराना चाहा लेकिन जल्दी ही वे समझ गए कि श्रीबाई डरने वाली महिला नहीं है। बदमाश घबरा कर वहां से भाग खड़े हुए। श्रीबाई ने तुरंत अपने घर से अपनी एक साड़ी मंगवाकर पीड़िता को दी। 


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जिससे उसने शरीर ढंका। पीड़िता के दो बच्चे जिनमें से एक 2 साल और दूसरा 6 महीने का था, दो दिन से भूखे थे। उन्होंने अपने बेटे से दूध मंगवाकर दोनों को पिलाया। इसके बाद उन्होंने डरी-सहमी पीड़िता को रिपोर्ट लिखाने के लिए हिम्मत दी और अगले दिन खुद उसके साथ जाकर पुलिस में बयान दर्ज कराया। यह एक ऐसा उदाहरण है जो देश की हर स्त्री को न केवल ग्रामीण बुंदेली स्त्री के साहस के वर्तमान रूप से परिचित कराता है अपितु साहस का संदेश भी देता है।

छतरपुर जिले के एक छोटे से गांव गढ़ा की बेटी सविता आदिवासी ने भारतीय सेना में जाने का निश्चय किया। उसने कड़ी मेहनत की और जब वह अपनी ट्रेनिंग पूरी करके पहली बार गांव आई तो गांव वालों ने उसे सिर-आंखों पर बैठा लिया। सविता के परिवार की आर्थिक समस्या थी। परिवार का शैक्षिक सतर भी संतोषजनक नहीं था। लेकिन दृढ़-इच्छासक्ति थी सविता के मन में। उसके पिता दशरथ आदिवासी टैक्सी चलाते हैं। उनका सपना रहा था कि बेटी पढ़ लिखकर सरकारी नौकरी में जाए। जबकि सविता की इच्छा सेना में जाकर देश की सेवा करने की थी। सविता ने अपने तथा अपने पिता दोनों के सपने को पूरा किया। यह बुंदेली स्त्री का दृढ़-निश्चय था जो उसे तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपने लक्ष्य से डिगा नहीं सका।





अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘‘जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’’ यानी एक स्थायी कल के लिए लैंगिक समानता। साथ ही इस बार महिला
दिवस का रंग पर्पल-ग्रीन और सफेद भी तय किया गया है। जिसमें पर्पल न्याय और गरिमा का प्रतीक है, जबकि हरा रंग आशा और सफेद रंग शुद्धता से जुड़ा है। लैंगिक समानता की सीढ़ी का पहला पायदान है स्त्रियों में साहस, अभिव्यक्ति क्षमता तथा कार्यक्षमता के नवीन दृष्टिकोण का विकास। पढ़ाई-लिखाई हो या व्यवसाय, खेती किसानी हो या फल-सब्ज़ी उगाना हर क्षेत्र में बुंदेलखंड की स्त्रियों अपनी श्रेष्ठ क्षमताओं का परिचय दे रही हैं। 


निःसंदेह उन्हें आगे बढ़ने में प्रदेश सरकार उनकी हर संभव सहायता करती है जिससे उन्हें पर्याप्त प्रोत्साहन मिलता है। आज सागर जिले की स्त्रियां शेयर मार्केट में भी दखल रखने लगी हैं और बखूबी संचालन करती हैं। नृत्य, संगीत, लेखन, चित्रकारी कोई भी क्षेत्र बुंदेली स्त्रियों के कौशल से अछूता नहीं है। चाहे शहर की हों या गांव की, उच्चशिक्षा प्राप्त हों या अल्पशिक्षा प्राप्त, निरंतर आगे बढ़कर वे अपनी क्षमताओं को साबित करने के लिए कटिबद्ध हैं। यह गर्व से कहा जा सकता है कि सशक्त हैं बुंदेलखंड की स्त्रियां।
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इनरव्हील क्लब की डिस्ट्रिक्ट 304 की चेयरमैन प्रज्ञा पारीक ने किया सागर का दौरा

इनरव्हील क्लब की डिस्ट्रिक्ट 304 की चेयरमैन प्रज्ञा पारीक ने किया सागर का दौरा

सागर।  इनर व्हील क्लब सागर सेंट्रल द्वारा आयोजित आधिकारिक यात्रा व सम्मान समारोह कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब की डिस्ट्रिक्ट 304 की चेयरमैन प्रज्ञा पारीक जी ने सागर का दौरा किया।  उनके दो दिवसीय कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब ऑफ सागर सेंट्रल ने क्लब द्वारा  अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, रतोना स्थित दयोदय गौशाला का संपूर्ण क्लब के सदस्यों ने उनके साथ मिलकर भ्रमण किया वहां की व्यवस्थाएं देखी|गर्मियाँ आने वालीं है तो ठंडे पानी के लिए घड़े, गिलास, जग, साथ ही  डंके आदि दिए गए | साथ ही टब फावड़ा आदि भी दिया गया |इसके पश्चात इनरव्हील क्लब के सभी सदस्य कुढ़ारी स्थित अनाथ आश्रम गए जिसमें बच्चों को आटा, पोहा बेसन सूजी आदि दिया गया, बच्चों को सजने संवारने के लिए भी सामग्री दी गई मंडला अध्यक्ष ने बच्चों को खूब पढ़ने और अपने पैरों पर खड़े होने की सलाह दी |इनरव्हील क्लब ने पेट्रॉल पम्प पर होर्डिंग्स भी लगवाये और लोगों को ट्रैफिक नियमों से अवगत करवाय ।






 अध्यक्ष हिना गुप्ता ने अपने उद्बोधन मे सभी का स्वागत किया व मंडला अध्यक्ष को यकीन दिलाया कि हम इसी जोश और उत्साह से कार्य करते रहेंगे तत्पश्चात सचिव सविता महेश्वरी ने क्लब की अभी तक कि रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें उन्होंने क्लब द्वारा किए गए कर जैसे वृद्ध आश्रम visit, तंबाकू पर सैमिनार, पौधारोपण स्वच्छता आदि पर किए गए प्रकल्पों से सब को अवगत कराया |
नए सदस्यों को पिन लगा कर क्लब मे स्वागत किया गया , क्लब पत्रिका का विमोचन प्रज्ञा जी पारीक के कर कमलों से हुआ उन्हें क्लब द्वारा वार्षिक गतिविधियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया साथ ही चार  महिला शक्तियों का भी सम्मान किया गया । इनमे हर्षि चौधरी, Sharanya अग्रवाल, पत्रकार रेशु जैन और दिशा कोरी है। |प्रज्ञा पारीक जी ने अपने उद्बोधन मे इनरव्हील क्लब ऑफ सागर सेंट्रल द्वारा किए कार्यो की मुक्त कंठ से प्रशंसा की, क्लब द्वारा अनाथ बच्चों को मैजिक शो दिखाने की विशेष रूप से प्रशंसा की |

         पत्रकार रेशु जैन हुई सम्मानित

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उन्होंने कहा कि महिलाओं को परिवार के साथ-साथ खुद का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यदि वे स्वास्थ होगी तो ही वे अपने परिवार को स्वस्थ बना पाएँगी |उन्होंने यह भी कहा कि क्लब को सोलर एनर्जी, अनाथ बच्चों वृद्ध जनों के लिए और ज्यादा कार्य करना चाहिए |कार्यक्रम का संचालन नेहा जैन ने किया |

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कार्यक्रम में इनर व्हील अध्यक्ष हिना गुप्ता, सचिव सविता महेश्वरी, दीप्ति चंदेरिया, सरोज जैन, प्रमिला जैन, आराधना जैन ,आँचल  जैन, छाया अग्रवाल, रुचि खण्डेलवाल, शशि सोनी ,राखी माहेश्वरी , kalpana सोनी , लवली श्रीवास्तव , रेणु जैन , ममता वर्मा , ज्योति साहू इत्यादि सदस्य उपस्थित रहे रोटरी क्लब के अध्यक्ष अमित गुप्ता, सचिव आजाद जैन ,राजीव चौधरी ,अनिल चंदेरिया,अभिनय जैन,दिनेश जैन शिल्पी ,राजेश सोनी , प्रदीप माहेश्वरी, विवेक श्रीवास्तव , दिलीप जैन  एवं कई सदस्यों ने भीअपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

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मध्य क्षेत्रीय गुजराती बाज खेडावाल समाज की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय हुए

मध्य क्षेत्रीय गुजराती बाज खेडावाल समाज की बैठक में  अनेक महत्वपूर्ण निर्णय हुए


हटा । मध्य क्षेत्रीय गुजराती बाज खेड़ावाल समाज की कार्यकारिणी सदस्य की बैठक हटा में  बाज खेड़ावाल मंडल हटा के द्वारा आयोजित की गई ।बैठक में सागर, दमोह, जबलपुर, होशंगाबाद के सदस्य  उपस्थित हुए । हटा मंडल समाज भवन में हटा के वरिष्ठ सदस्य श्री विनय दवे, श्री अनिल धगट, अविनाश दवे, श्री अदित्य त्रिवेदी, ने  दीप प्रज्वलित किया। कार्यकारिणी बैठक में विषयवार समितियों ने कार्यों की जानकारी दी, शिक्षा समिति अध्यक्ष श्री गोपाल कृष्ण मेहता ने इस वर्ष दी गई छात्रवृति, आर्थिक सहायता की विस्तृत जानकारी दी, वेब साईट पर कार्य किया जा रहा है, इसके लिए प्राइवेट भुगतान कर सेवाएं ली जाकर दो माह में इसे पूरा किया जाएगा। पत्रिका मुख्य सम्पादक श्री सुधीर पंड्या ने पत्रिका प्रकाशन, वितरण की जानकारी दी। श्री आदित्य त्रिवेदी ने बैंक खातों की जानकारी , एफडी की वर्तमान स्थिति को कार्यकारिणी के समक्ष रखा।




 सचिव श्री अविनाश दवे ने संगठन के कार्यों की जानकारी देते हुए सदस्यों को जानकारी दी कि एक रजिस्टर के अनुसार प्राप्त दान का विवरण पत्रिका में प्रकाशित हुआ है ।  श्री नवनीत धगट ने पत्रिका प्रकाशन , वेब पेज अपडेशन के लिए एक्सपर्ट से सर्विस लेने सुझाव दिया। पत्रिका में रोजगार सम्बंधित समाचार को स्थान दिए जाने सुझाव दिया। रोजगार समाचार जैसे पत्र सभी को कम दाम में उपलब्ध हैं , समाज के व्यवसाई, या अन्य अपने क्षेत्र में यदि किसी पद के लिए जानकारी देते हैं तो उसे प्रमुखता से प्रकाशित / प्रचारित किया जायेगा।  शिक्षा समिति के पास ब्याज से सुनिश्चित आय एवं श्री पंड्या परिवार मुंबई ट्रस्ट के वार्षिक दान से उपलब्ध राशि के विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए अध्यक्ष श्री ने आवेदन करते समय अधिकतम आय का नियम बनाए जिसे सदस्यों द्वारा अनुमोदित किया गया।  इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चर 8 लाख अधिकतम आयवाले परिवार के छात्र आवेदन करने का आग्रह किया गया ।  पत्रिका में इन अनुमोदित  नियमों को प्रकाशित करने पर भी सर्व सहमति हुई ।      
                                                     खुला सत्र _ हटा समाज के परिवारों के साथ दोपहर 3.30 बजे से बैठक का आयोजन किया गया।मंचासीन श्री विनय दवे अध्यक्ष पंचमुखी महादेव मंदिर, माता चंडी मंदिर, एवं समाजसेवी श्रीमती भुवनेश्वरी त्रिवेदी , डा संजय त्रिवेदी, अध्यक्ष श्री अनिल धगट, सचिव श्री अविनाश दवे, हटा अध्यक्ष श्री कंदर्प त्रिवेदी एवं कार्यकारिणी सदस्यों के बीच समाज और संगठन के विषय पर डा श्री संजय त्रिवेदी ने विशेषज्ञों की सलाह लेकर एवं कोर्पास फंड राशि शेयर के रूप मे एकत्र कर रोजगार उन्मुख कार्य करने आदि  के  विचार रखे।श्री संजय व्यास, श्री श्रीकांत मेहता, ने अपने सुझाव व्यक्त किए , सचिव श्री अविनाश दवे ने हटा के परिवारों को स्वागत करते हुए लघु काशी हटा से समाज के परिवारों का जुड़ाव और उनके समाज के प्रति किए गए कार्यों का उल्लेख किया। श्री विनय दवे, श्रीमती भुवनेश्वरी त्रिवेदी का सम्मान संगठन की ओर से किया गया। अध्यक्ष श्री अनिल धगट ने अपने उद्बोधन में संगठन के कार्यों की चर्चा की हटा मंडल द्वारा  किए गए सत्कार और बैठक व्यवस्था के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री विनय शंकर दवे ने  संगठन और समाज को परिभाषित करते हुए दोनों को मिलकर कार्य करने के महत्व को अपने सम्बोधन में रखा । उन्होंने अपने  सम्बोधन में  कहा  कि हमें केवल संगठन से सहायता की उम्मीद नहीं रखना चाहिए, समाज के सक्षम सदस्य को भी स्वयं जरूरतमंद को मदद करना चाहिए। 




आभार व्यक्त करते हुए श्री कंदर्प त्रिवेदी ने कार्यकारिणी बैठक हटा में करने हेतु धन्यवाद करते हुए कहा कि इस तरह की बैठक होने से स्थानीय सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका मिलता है।    दिवंगत सदस्यों को 2 मिनिट रहकर श्रद्धांजलि दी गई। हटा मंडल के द्वारा श्री कंदर्प त्रिवेदी ने आयोजन की  व्यवस्था की गई जहां सभी ने हटा के प्रसिद्ध कलाकंद के साथ सुस्वाद भोजन किया। तत्पश्चात संगठन द्वारा श्रीमति मुक्ता बेन डॉ.रमा शंकर त्रिवेदी के निवास पर जाकर उनका सम्मान किया,।  डा संजय त्रिवेदी के निवास पर  कार्यकारिणी सदस्यों का सम्मान स्वल्पाहार आयोजित हुआ ।  


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बैठक में दमोह से श्री अनिल धगट, श्री प्रवीण पंड्या, श्रीमति अंजना धगट सागर से श्री नवनीत धगट, श्री सुदीप मेहता, सतना से श्री राजेश मेहता, होशंगाबाद से श्री राजकुमार तिवारी, जबलपुर से श्री गोपाल मेहता, श्री अविनाश दवे, श्री अदित्य त्रिवेदी, श्रीमती सोनल भट्ट, हटा से श्री कंदर्प त्रिवेदी, श्री विनीत दवे कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित थे। मुख्य संपादक श्री सुधीर पंड्या, संपादक श्री शैलेन्द्र धगत बैठक में उपस्थित रहे। श्री सौरभ तिवारी होशंगाबाद से शामिल हुए।                                                           
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महिला दिवस: SAGAR जिले में तीन दर्जन से अधिक महिला प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी एवं पत्रकार लिये है जनता की आवाज को उठाने का संकल्प

महिला दिवस: SAGAR जिले में तीन दर्जन से अधिक महिला प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी एवं पत्रकार लिये है जनता की आवाज को उठाने का संकल्प 

सागर। यह माना जाता है कि महिलाएं अधिक संवेदनशील होती हैं क्योंकि वह घर- परिवार की संरचना से बहुत गहराई से जुड़ी होती हैं। रिश्तों और पारस्परिक संबंधों को वे भावनात्मक रूप से देखती हैं तथा स्वीकार करती हैं। इसीलिए जब कोई समस्या किसी व्यक्ति पर आती है तो उनका दृष्टिकोण अपनत्व भरा और संवेदनशील होता है। इसीलिए जिले की सभी महिला अधिकारी अपनी क्षमता से बढ़कर आम जनता की सेवा में तत्पर रहती हैं। उनके दृढ़ निश्चय को  कोरोना आपदा का भयानक दौर भी प्रभावित नहीं कर सका।  आज भी जिले की सभी महिला अधिकारी पूरे सेवा भाव से अपने कर्तव्य को निभा रही हैं।तीन दर्जन से अधिक प्रशासनिक, पुलिस  महिला अधिकारी  एवं महिला पत्रकार जिले की 23 लाख से अधिक आबादी को शासन की हितकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का लिए संकल्पित हैं।



सागर जिले की 2011 की जनसंख्या में 11 लाख से अधिक मातृशक्ति हैं । जबकि 2020 की अनुमानित जनसंख्या में 13 लाख से अधिक मातृशक्ति होगी
 बात करें 2011 में महिला साक्षरता की तो जिले में 635112 महिलाएं साक्षर हैं इस प्रकार 67 दशमलव 27 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं।
यह आज की बात नहीं स्वतंत्रता संग्राम में भी महिलाओं का योगदान रहा है स्वयं की कामयाबी के साथ ही जैसा कि कहा जाता है हर सफल पुरुष के पीछे कोई महिला का हाथ होता है तो महिला स्वयं के विकास के साथ परिवार एवं समाज के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं ऐसी ही कुछ महिला अधिकारी हैं जिनमें उपायुक्त राजस्व श्रीमती शीतला पटले आईएएस संभाग आयुक्त कार्यालय में पदस्थ होकर संपूर्ण संभाग के राजस्व प्रकरणों का निराकरण बखूबी निभा रही हैं ।
अनुविभागीय अधिकारी एवं नगर दंडाधिकारी का दायित्व संभाल रहीं श्रीमती सपना त्रिपाठी प्रतिदिन 24 घंटे दायित्व निर्वहन कर रही है। श्रीमती सपना त्रिपाठी अपने कार्यों के साथ-साथ प्रोटोकॉल को भी लगातार संभाल रही हैं ।
साथ में सुश्री शशि मिश्रा डिप्टी कलेक्टर कलेक्टर कार्यालय के विभिन्न विभागों के कार्यों को संभाल रही है।
 इसी प्रकार जिले की वरिष्ठ महिला अधिकारी एवं उद्योग विभाग के महाप्रबंधक श्रीमती मंदाकिनी पांडे के द्वारा जहां जिले में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं वहीं एक जिला एक उत्पाद के तहत खाई में चयनित कृषि यंत्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार कलेक्टर श्री दीपक आर्य के साथ लगातार प्रयास कर रही हैं।
वही जिला परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती रचना बुधौलिया एवं सहायक परियोजना अधिकारी श्रीमती सोनम नामदेव जिले की आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन एवं कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं।अब बात करें नगरीय निकायों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की जो कि लगातार अपने अपने क्षेत्रों में स्वच्छता एवं अन्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए 24 घंटे कार्यरत हैं उनमें श्रीमती ज्योति शिवहरे ,सुश्री सुरेखा जाटव लगातार प्रातः काल से ही कार्य पर निकल पड़ती है।
 इसी प्रकार जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जो कि अपने-अपने जनपद पंचायतों के अंतर्गत आने वाली पंचायतों में निवासरत व्यक्तियों के लिए विभिन्न शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कटिबद्ध हैं उनमें सागर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुश्री मनीषा चतुर्वेदी, जनपद पंचायत बंडा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रतिष्ठा जैन ,जनपद पंचायत केसली की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री पूजा जैन लगातार कार्य करते हुए शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचा रही है ।




राजस्व अधिकारियों में सुश्री सोनम पांडे ,श्रीमती रितु सिंघई ,सुश्री प्रिंसी जैन नायब तहसीलदार के पद पर कार् करते हुए राजस्व के प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में कर रही हैं। इसी प्रकार सहायक खाद्य अधिकारी श्रीमती चारू जैन , नियुक्ति उमरिया, सुश्री पलक खरे द्वारा अपने अपने क्षेत्र में उचित मूल्य की राशन दुकानों की जांच कर समय पर राशन उपलब्ध कराने में निरंतर कार्यरत हैं ।

बात करें स्वास्थ्य विभाग की तो स्वास्थ्य विभाग में भी संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ नीना गीड़ियन एवं सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय श्रीमती डॉक्टर ज्योति चौहान अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए ना केवल प्रशासनिक कसावट ला रही हैं बल्कि समय पर अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं ।
सुश्री साधना सिंह लोक निर्माण विभाग सेतु मैं इंजीनियर के पद पर पदस्थ रहते हुए लगातार अपने कर्तव्यों पर कार्य कर रही हैं बात करें शिक्षा विभाग की तो यहां पदस्थ श्रीमती रेणु परस्ती विकास खंड शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्य करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता एवं अन्य शैक्षणिक के साथ अकादमीक कार्य कर रही हैं ।एवं श्रीमती मनीषा एलेग्जेंडर जिला शिक्षा अधिकारी में कार्यालय में पदस्थ होकर अपने कार्य कर रही हैं ।



अब बात करें लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की तो संभागीय जनसंपर्क कार्यालय में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ श्रीमती सौम्या समैया लगातार जिले एवं संभाग की शासकीय समाचारों का संकलन कर बखूबी उनका प्रचार प्रसार अखबार एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कर रही हैं ।
इसी प्रकार सागर जिले में सुश्री वंदना तोमर जोकि वरिष्ठ पत्रकार एवं अधिवक्ता भी हैं इनकी लेखनी से संपूर्ण जिला इनको कलम का धनी मानता है .।



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श्रीमती रीशू जैन जो कि एक अखबार में रिपोर्टर के रूप में कार्यरत हैं अपने दिए गए दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही है। इसी प्रकार सुश्री निधि जैन जिला रजिस्ट्रार पंजीयन कार्यालय में लगातार शासन के राजस्व बढ़ाने के लिए अवकाश के दिनों में भी कार्यालय में कार्य कर रही हैं।
अब बात करें पुलिस विभाग की जो कि 24 घंटे 365 दिन अपने कर्तव्यों पर कार्य करते हुए परिवार के साथ साथ जन सुरक्षा का कार्य कर रही हैं उनमें सुश्री पूजा शर्मा अनुविभागीय अधिकारी देवरी, श्रीमती प्रिया सिंह नगर पुलिस अधीक्षक मकरोनिया, श्रीमती उपमा सिंह, श्रीमती अनुपमा शर्मा, श्रीमती संगीता सिंह, श्रीमती रीता सिंह, श्रीमती उमा आर्य, सुश्री नेहा धाकड़ विभिन्न थानों में थाना प्रभारी के रूप में अपने अपने क्षेत्र की नागरिकों को सुरक्षा प्रदान कर रही हैं।

(संकलन : मनोज नेमा )

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राज्यपाल के अभिभाषण में है समृद्ध मध्यप्रदेश की समग्र तस्वीरः मंत्री भूपेंद्र सिंह

राज्यपाल के अभिभाषण में है समृद्ध मध्यप्रदेश की समग्र तस्वीरः मंत्री भूपेंद्र सिंह
सागर।नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल महोदय द्वारा विधानसभा में दिए गए अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि उनके अभिभाषण में समावेशी, सर्वस्पर्शी भावना के साथ सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर तेजी आगे बढ़ रहे प्रदेश की समग्र तस्वीर प्रस्तुत की गई है। यह एक ऐसे स्वच्छ और विकास की ओर अग्रगामी प्रदेश की तस्वीर है जिसमें पर्यावरण के प्रति संवेदनशील रह कर गरीब, किसान, मध्यमवर्ग, वंचितों और पिछड़ों के कल्याण का ध्यान रखते हुए प्रत्येक ग्राम व नगर के सांस्कृतिक गौरव को स्थान दिया गया है।_
 मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्ष में प्रदेश के किसानों के खातों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और सम्मान निधि योजनाओं के द्वारा 15 हजार करोड़ रूपए की राशि अंतरित की गई है। इससे कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में किसानों की आर्थिक स्थिति संभली और राज्य की अर्थव्यवस्था का प्रवाह बना रहा। प्रदेश के 4 करोड़ 94 लाख लोगों को खाद्यान्न सुरक्षा का लाभ मिल रहा है साथ ही लगभग 50 लाख नये हितग्राहियों को इससे जोड़ कर पर्चियों के द्वारा एक रूपए किलो की दर से राशन का वितरण किया जा रहा है। 



*


     मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना ऐसे गरीब मजदूर वर्ग के लिए वरदान साबित हुई है जो विकास की दौड़ में पीछे रह गये हैं। इस योजना में अब तक 3 लाख 29 हजार हितग्राहियों को 2 हजार 742 करोड़ रूपए से अधिक का हितलाभ पहुँचाया गया है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में देश में मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है। 


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     अभिभाषण में पिछड़ा वर्ग के लिए राज्य सरकार के योगदान को रेखांकित करते हुए श्री सिंह ने बताया कि ओबीसी वर्ग के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक उत्थान के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन और ओबीसी आरक्षण के हित में लंबित न्यायालयीन प्रकरणों में सरकार द्वारा पूरी मजबूती से पक्ष रखे जाने से यह प्रतिबद्धता स्पष्ट हो जाती है। उन्होंने कहा कि जिन विषयों में प्रकरण लंबित नहीं हैं उन सभी विषयों में ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की कार्यवाही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने ही की है। पंचायत निर्वाचन की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित कराने के लिए मध्यप्रदेश की विधानसभा में सर्वसम्मति से संकल्प पारित कराया गया है। 



     नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक गांव, कस्बे और शहर का गौरवदिवस मनाने की जो परंपरा आरंभ की गई है उसमें हम सभी पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल जी की भावनाओं की झलक मिलती है जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारे लिए भारतवर्ष भूमि का टुकड़ा नहीं है बल्कि जीता जागता राष्ट्र पुरुष है। यही भाव सभी को अपने ग्रामों और नगरों के विषय में रखने चाहिए। 



     गौरव दिवस मना कर हम इनकी जीवंतता का उत्सव मनाएंगे और इनकी सेवा, स्वच्छता और प्रगति का संकल्प सिद्ध कर पाएंगे। श्री सिंह ने कहा कि स्चच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश का लगातार दो बार देश में तीसरे स्थान पर आना और इंदौर निरंतर पाँचवी बार पहले स्थान पर आना गौरव के ही संकेत हैं। प्रदेश के छह शहरों को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता सम्मान मिला है और 27 शहरों स्टार रेटिंग मिली है। यह निस्संदेह प्रदेश की जनता और सरकार के सार्थक समन्वय और श्रम का परिणाम है। 

     मंत्री श्री सिंह ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में प्रदेश के लिए 4 हजार 914 करोड़ रुपए से अधिक की तथा अमृत योजना 2.0 में अगले पांच वर्ष के लिए 11 हजार 680 करोड़ रुपए से अधिक की योजना की स्वीकृति मिल गई है। उज्जैन में महाकाल महाराज मंदिर परिसर विस्तार परियोजना के तहत 714 करोड़ रुपए से अधिक लागत से महाकाल मंदिर परिसर को भव्य स्वरुप प्रदान किये जाने के कार्य एतिहासिक हैं। 




     सागर में 1500 मेगावाट के सोलर प्लांट के लिए जमीन चिंहित की जा चुकी है। बुदेलखंड सहित अन्य क्षेत्रों के 248 किसानों के यहां नवीन पान बरेजों की स्थापना के कार्य बताते हैं कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह की सरकार सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार पूज्य संत शिरोमणी श्री रविदास जी महाराज जी की इस भावना से प्रेरित है- 
_ऐसा चाहूँ राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न,_
_छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : एडुकासियो वर्ल्ड की फाउंडर एवं सीईओ मिस फरहीन खान को मिला भारतीय वीर नारी रक्षा पुरस्कार 2022

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : एडुकासियो वर्ल्ड की फाउंडर एवं सीईओ मिस फरहीन खान को मिला भारतीय वीर नारी रक्षा पुरस्कार 2022
सागर । अपने दम पर कुछ करने का हुनर हो तो दुनिया भी आपको पुरुषिष्कृत करती ही है। ऐसे ही शहर का एक एक जानी मानी हस्ती और सागर, मध्य प्रदेश से एडुकासियो वर्ल्ड की फाउंडर एवं सीईओ मिस फरीन खान को। विमेंस डे के अवसर पर रक्षा दी सेवियर फाउंडेशन! एवं ग्लोबल न्यूज़ एंड गवर्नेंस की ओर से डिप्टी स्पीकर हॉल, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, रफी मार्ग, नई दिल्ली में भारतीय वीर नारी रक्षा पुरस्कार 2022 से पुरस्कृत किया गया।




जैसा कि आप मध्य प्रदेश, भारत से पुरस्कृत हैं। समारोह के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने जा रहे हैं। कार्यक्रम में श्री एफएस कुलस्ते, केंद्रीय राज्य मंत्री, भारत सरकार और न्यायमूर्ति श्रीमती ज्ञान सुधा जी मिश्रा, भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश और मुख्य न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय इस विशेष अवसर के लिए मुख्य अतिथियों की उपस्थिति रही।
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डॉ गौर विवि में वेस्ट जोन अंतर विवि पुरुष खो-खो प्रतियोगिता 10 मार्च से, 65 विश्वविद्यालय लेंगे हिस्सा ★ खेल से संबंध आत्मीय एवं प्रगाढ़ होते हैं- कुलपति

डॉ गौर विवि में वेस्ट जोन अंतर विवि पुरुष खो-खो प्रतियोगिता 10 मार्च  से, 65 विश्वविद्यालय लेंगे हिस्सा

 ★ खेल से संबंध आत्मीय एवं प्रगाढ़ होते हैं- कुलपति

 

सागर. 07 मार्च. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में वेस्ट जोन अंतर-विश्वविद्यालय पुरुष खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 10 से 13 मार्च 2022 तक किया जा रहा है. इस प्रतियोगिता में पश्चिम क्षेत्र की 65 विश्वविद्यालय प्रतिभागिता करेंगे. इस अवसर पर आयोजित प्रेस-वार्ता में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि यह हर्ष का विषय है कि कोरोना की लम्बी अवधि के बाद विश्वविद्यालय परिसर में खेल गतिविधि एक बड़े आयोजन के साथ शुरू हो रही है. भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा चार दिवसीय खो-खो (पुरुष) प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. खेल से संबंध आत्मीय और प्रगाढ़ होते हैं और हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है, इसलिए खेल से जुड़े रहना चाहिए और प्रत्येक व्यक्ति में खेल की भावना होनी चाहिए. 

सागर का बढा गौरव...अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस : एडुकासियो वर्ल्ड की फाउंडर एवं सीईओ मिस फरहीन खान को मिला भारतीय वीर नारी रक्षा पुरस्कार 2022


महिला दिवस: SAGAR जिले में तीन दर्जन से अधिक महिला प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी एवं पत्रकार लिये है जनता की आवाज को उठाने का संकल्प


शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक प्रो. रत्नेश दास ने 10 से 13 मार्च तक चलने वाली प्रतियोगिता के बारे में विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की और आयोजित की जाने वाली गतिविधियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मानदंड के अनुसार निर्णायक मंडल को भी आमंत्रित किया गया है सभी प्रतियोगी टीम के आवास-भोजन इत्यादि की व्यवस्था विश्वविद्यालय परिसर में की गई है. कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने सभी पत्रकार गणों का आभार प्रकट किया.

 राज्यपाल के अभिभाषण में है समृद्ध मध्यप्रदेश की समग्र तस्वीरः मंत्री भूपेंद्र सिंह


अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 : क्या हम पूर्वाग्रह को तोड़ रहे हैं ?★ प्रो. नीलिमा गुप्ता ,कुलपति ,डॉ. गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर


पूर्व में भी विश्वविद्यालय में हुई हैं अंतर-विश्वविद्यालय खेल प्रतियोगिताएं 

प्रो. दास ने बताया कि विश्वविद्यालय खेल परिसर में वर्ष 2002 में बैडमिन्टन, 2010-11 में टेबल-टेनिस, 2011-12 में हॉकी एवं बालीवाल अंतर-विश्वविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन सफलतापूर्वक किया जा चुका है. इसके साथ ही 2015-16 में अंतर-विश्वविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा चुका है. यह प्रतियोगिता 19 दिनों तक चली. इसी क्रम में खो-खो (पुरुष) का यह आयोजन कई मायने में महत्त्वपूर्ण है.   

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ये विश्वविद्यालय कर रहे हैं प्रतिभागिता

डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा औरंगाबाद, कवियत्री भीनाबाई सी.एन.एम.विवि.जलगांव, जेआर.एन.  विश्वविद्यालय, उदयपुर. महाराजा गंगा सिंह विवि बीकानेर, राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर, राजीव गांधी प्रौदयोगिकी विवि, भोपाल, देवी अहिल्याबाई विवि इंदौर, वीरनर्मद दक्षिण गुजरात  विश्वविद्यालय, आईआईएस जयपुर, स्वर्णिम गुजरात  विश्वविद्यालय , एम.एस यूनिवर्सिटी बड़ौदा, एस.जी.बी. विश्वविद्यालय अमरावती, आर.टी.एम.  विश्वविद्यालय  नागपुर, सरदार कृषिनगर डी.ए. विवि. गुजरात, भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय पुणे,  गोविंद गुरु आदिवासी विश्वविद्यालय बांसवाड़ा, एलएनआईपीई ग्वालियर.


भोपाल: बच्चियों के लैंगिक शोषण का मामला, पत्रकार प्यारे मियां एवम मो आवेश को मरते दम तक जेल ★ स्वीटी विश्वकर्मा को 20 वर्ष की दिया गया कठोर कारावास★ डॉ हेमन्त मित्तल को हुआ गर्भपात कराने के लिए 5 वर्ष का कठोर कारावास


श्री गोविंद गुरु यूनिवर्सिटी गुजरात, हेमचंद्रचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय,  भगवान महावीर विवि सूरत गुजरात, भक्तकवि नरसिंह विवि, गुजरात, पैसिफिक एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, सेज यूनिवर्सिटी इंदौर, राजऋषि भर्तृहरि विश्वविद्यालय अलवर, नवसारी कृषि विश्वविद्यालय, नवसारी, जूनागढ़ कृषि यूनिवर्सिटी जूनागढ़ गुजरात, गोकुल ग्लोबल यूनिवर्सिटी  सिद्धपुर, गुजरात, निम्स विवि राजस्थान, जयपुर, सिंघानिया विवि झुंझुनू, राजस्थान, माधव यूनिवर्सिटी राजस्थान, श्री कौशलदास विवि, शिवाजी विवि कोल्हापुर

सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे, कच्छ विश्वविद्यालय, छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय, एम.के. भावनगर विश्वविद्यालय, सरदार पटेल विश्वविद्यालय वल्लभनगर, आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय उदयपुर, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर, जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर, पंडित डीयूएस यूनिवर्सिटी सीकर, गुजरात टेक्नोलॉजिकल गुजरात, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, पुण्यश्लोक सोलापुर विश्वविद्यालय, एम.पी.के.वी. विश्वविद्यालय राहुरी अहमदनगर, पारुल यूनिवर्सिटी, गुजरात 

एस.आर.टी.एम.विश्वविद्यालय, नांदेड़, कोटा विश्वविद्यालय, कादी सर्व विवि गांधीनगर, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल,  जगन्नाथ विवि, जयपुर, निरमा विवि अहमदाबाद, मौलाना आजाद विवि जोधपुर, एम.डी.एस. विश्वविद्यालय अजमेर, कवि कुलगुरु कालिदास संस्कृत विवि, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट, महाराजा छत्रसाल विवि छतरपुर, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय गुजरात, आईआईटीई स्टेट यूनिवर्सिटी गुजरात, गुजरात विवि अहमदाबाद, रानी दुर्गावती विवि जबलपुर, मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई 

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