युवा होने के लिए चित्त की दशा महत्वपूर्ण - डॉ आशीष द्विवेदी ★ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

युवा होने के लिए चित्त की दशा महत्वपूर्ण - डॉ आशीष द्विवेदी

★ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन

सागर। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र द्वारा स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस पर ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में आयेजित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि इंकमीडिया स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के डायरेक्टर सागर मूल के डॉ आशीष द्विवेदी ने कहा कि युवा होने का निर्धारण उम्र से नही चित्त की दशा से होता हैं। आपने कहा कि गुरु के बिना कोई भी शिष्य सम्पूर्ण नही होता और युवा का व्यक्तित्व ज़िमेदारी निभाने से होता हैं भागने से नही और विवेकानंद ने उठो, जागो और लक्ष्य को हासिल करो।लगातार सीखने की इक्षा युवा मे होना चाहिये।
समारोह की अध्यक्षता केंद्र के समन्वयक  प्रो आशा राम त्रिपाठी ने की तथा कहा कि कर्म सर्वोपरि है, कर्म है तो संजीदगी है।  शरीर माध्यम है इसके लिए स्वस्थ रहना जरूरी है। हमारे धर्म शास्त्रों के गुणों को अपनाकर युवा चिर युवा बना रह सकता है इसके लिए व्यसन को त्यागने का संकल्प जरूरी है और विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य से नही भटकना चाहिए। मुख्य वक्ता मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के भाषा विज्ञान विभाग के अध्य्क्ष और जन सम्पर्क अधिकारी डॉ अर्पित कुमार दुबे ने कहा कि समग्र विश्व से जुड़ने के लिए अखिल ब्रमांड को अपना स्वाभाविक कार्य मानने की विवेकानन्द जी की अबधारणा को हमे अपनाना होगा तभी विश्व समृद्ध होगा और मानवता का भला होगा।  इस अवसर पर आयोजन. समिति के सदस्य डॉ उषा त्रिपाठी, डॉ संजीव सराफ, डॉ अभिषेक त्रिपाठी, डॉ प्रीती वर्मा, डॉ रमेश निर्मेष, डॉ रामकुमार दांगी, डॉ राजीव वर्मा, डॉ धर्मजंग ने भी अपने विचार रखे।
मंगलाचरण डॉ रमेश निर्मेष ने किया। स्वागत भाषण डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने दिया।मंच संचालन डॉ संजीव सराफ ने किया। धन्यवाद डॉ उषा त्रिपाठी ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर नवल मिश्र, डॉ श्रुति लाल, डॉ नेहा वर्मा, डॉ रमेश लाल,अरविंद, छोटेलाल,मन्नत, करन, का विशेष योगदान रहा।
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बीना : अस्थाई कोविड-19 अस्पताल का कलेक्टर किया निरीक्षण

 
बीना : अस्थाई कोविड-19 अस्पताल का कलेक्टर किया निरीक्षण


सागर .। बीना आगासोद में बनी अस्थाई कोविड-19 अस्पताल का कलेक्टर   दीपक आर्य ने  निरीक्षण  किया।  निरीक्षण के दौरान , अनुविभागीय अधिकारी बीना श्री प्रकाश नायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बौद्ध नगर पालिका की मुख्य कार्यपालन अधिकारी भारत ओमान बीना रिफाइनरी की श्री के के मिश्रा, विकासखंड मेडिकल अधिकारी ,डॉक्टर संजीव अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी एवं डॉक्टर से मौजूद थे।
 कलेक्टर श्री आर्य ने निरीक्षण के दौरान  संपूर्ण अस्पताल का निरीक्षण किया एवं आवश्यक जानकारी प्राप्त की ।
 निरीक्षण के दौरान ही कलेक्टर श्री आर्य ने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया एवं उनका इलाज भी प्रारंभ वहां उपस्थित डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ के माध्यम से प्रारंभ कराया ।

कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि इस अस्थाई अस्पताल में आप बीना एवं
 आप बीना एवं बीना के आसपास की कोरोना संगत व्यक्तियों को इलाज के लिए रखा जाएगा एवं स्वस्थ होने पर उनको वापस भेजा जाएगा उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में एक्सरे मशीन एवं पैथोलॉजी की व्यवस्था भी उपलब्ध है उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में 24 घंटे डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा साथ में एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि अस्थाई अस्पताल में 200 बिस्तरों पर सीधे ऑक्सीजन के माध्यम से आपूर्ति उपलब्ध कराई जा रही है।

उन्होंने निर्देश दिए की कोरोना संक्रमण की  तीसरी लहर को देखते हुए अस्पताल का प्रबंधन एवं अन्य व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चालू रखी जावे। एवं समस्त प्रकार की आवश्यकताओं को पूरा रखें।
 उन्होंने अस्पताल के पास ही बन रहे ऑक्सीजन बॉटलिंग प्लांट का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री आर्य ने बताया कि ऑक्सीजन  प्लांट भी लगभग पूर्ण है और शीघ्र ही इसका लोकार्पण किया जाएगा ।
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युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने मध्य प्रदेश सरकार कृत संकल्पित : मंत्री गोपाल भार्गव ★ रोजगार मुहैया कराने प्रत्येक स्तर पर उठाए जा रहे कारगर कदम : मंत्री गोविंद राजपूत ★ विवेकानंद जी का जीवन हर युवा के लिए है आदर्श : विधायक शेलेन्द्र जैन



युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने मध्य प्रदेश सरकार कृत संकल्पित : 
मंत्री गोपाल भार्गव

★ रोजगार मुहैया कराने प्रत्येक स्तर पर उठाए जा रहे कारगर कदम :  मंत्री गोविंद राजपूत

★ विवेकानंद जी का जीवन हर युवा के लिए है आदर्श :  विधायक शेलेन्द्र जैन

सागर। युवा स्वावलंबी हों, स्वरोजगार सृजन करने में सक्षम हों और उनकी शिक्षा उन्हें न केवल रोजगार दिलाने में सक्षम हो बल्कि उनके कौशल विकास में भी सहायक हो। इस उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश राज्य में रोजगार/ स्वरोजगार मेले का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि, स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

सागर जिले में मोतीनगर स्थित महाकवि पद्माकर सभागार में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव , परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, सागर विधायक श्री शैलेंद्र जैन, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार, जिला उद्योग केंद्र से श्रीमती मंदाकिनी पांडे, अग्रणी जिला प्रबंधक श्री दीपेंद्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि, युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए मध्यप्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। और इस दिशा में लगातार कार्य करते हुए प्रदेश के सभी जिलों में निरंतर रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि, रोजगार केवल शासकीय अथवा अन्य किसी नौकरी के द्वारा नहीं बल्कि, स्वरोजगार के माध्यम से भी जनित होता है। इस दिशा में केंद्र एवं राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत युवा उद्यमियों को ऋण भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिसके द्वारा युवा न केवल सूक्ष्म, मध्यम उद्यम स्थापित कर पा रहे हैं बल्कि अपने साथ-साथ अन्य व्यक्तियों को भी रोजगार मुहैया कराने में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार के क्षेत्र में लगातार प्रयासरत मध्य प्रदेश देश में अग्रणी एवं अनुकरणीय राज्य बन रहा है। प्रदेश में करीब 3 महीने में साढ़े 5 लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
यह वर्ष भी रोजगार का वर्ष रहेगा जहां शासकीय नौकरियों के साथ-साथ प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार हेतु कौशल उन्नयन भी किया जाएगा।

इस अवसर पर राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, राज्य शासन द्वारा हर स्तर पर रोजगार मुहैया कराने कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, आज मध्यप्रदेश के युवाओं से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान यह अपेक्षा करते हैं कि हमारा युवा रोजगार लेने वाला नहीं रोजगार देने वाला बने। इस प्रकार से हमारे युवा समाज और देश के विकास में भी साधक बनेंगे। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए युवाओं को नवाचार, स्टार्टअप और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने यह शुरुआत युवा दिवस से हो रही है। शासन विभिन्न उद्यमों के लिए करोड़ों रुपए की राशि बैंकों के माध्यम से दे रही है। यह आत्मनिर्भर युवा और आत्मनिर्भर भारत की ओर प्रभावी कदम है।

कार्यक्रम में नगर विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का जीवन हर युवा के लिए आदर्श है। उनकी दी हुई सीख न केवल जीवन में नित नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है बल्कि, अपने साथ-साथ अपने समाज और देश के निर्माण के लिए प्रत्येक व्यक्ति के योगदान को अहम बनाती है। राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे स्वरोजगार एवं रोजगार दिवस को सागर जिले के उद्यमियों, नवाचार के साथ कार्य करने वाले विभिन्न साथियों की ऊर्जा को सलाम करते हुए उन्होंने कहा कि, ऐसे जागरूक नागरिक ही एक सशक्त समाज का निर्माण करते हैं। जागरूक नागरिक दूसरों के लिए भी प्रेरणा बनकर जनकल्याण में सहभागी बनते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न हितग्राहियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, सागर जिले में स्वरोजगार हेतु हजारों व्यक्तियों के ऋण स्वीकृत किए गए हैं जिसके सहायता से वे अपनी आजीविका के लिए बेहतर कार्य कर सकेंगे।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को ऋण स्वीकृति पत्र भी वितरित किए गए। कोरोना गाइडलाइन के मद्देनजर जिला स्तरीय कार्यक्रम में 100 हितग्राहियों को आमंत्रित किया गया था। शेष हितग्राहियों को बैंकों के माध्यम से पृथक रूप से स्वीकृति पत्र प्रदान किए जाएंगे 
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SAGAR : युवा कांग्रेस ने भाजपा युवा मोर्चा का पुतला जलाया

SAGAR :  युवा कांग्रेस ने भाजपा युवा मोर्चा का पुतला जलाया 

सागर। शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष जितेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में सेक्स रैकेट में युवा मोर्चा के पदाधिकारियाें के लिप्त हाेनें के कारण सुभाष नगर खुरई बस स्टेंड के पास भाजपा युवा मोर्चा का पुतला जलाया।  जितेन्द्र चाैधरी ने कहा कि चाल चरित्र की बात करने वाली भाजपा का असली मुखौटा सामनें आ गया है ।इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के जन जागरण अभियान के संभागीय प्रभारी सुरेंद्र चौबे ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करने का समय आ गया है।  ,कार्यक्रम में प्रमुख रूप से कांग्रेस के जन जागरण अभियान के संभागीय प्रभारी सुरेन्द्र चौबे, गंगाराम अहिरवार,राहुल चौबे, शहजाद निहारिया, रोहित मांडले, जैद खान, पवन जाटव, अभिषेक तिवारी, लखन पटेल, दिनेश घोषी, रूपेश ठेकेदार, सचिंद्र वाल्मिकि, सचिन जैन, धीरज वाल्मिकी, प्रशांत मिश्रा, नीलेश अहिरवार, मनोज सोनवार, संदीप चौहान, संजय सोनवार, आनंद अहिरवार, नरेश वाल्मिकी, दिलीप जाटव, सोनू जाटव, रीतेश, गणेश अहिरवार, विशाल मासी,आदि माैजूद थे ।
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मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष बने रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर महेंद्र सिंह

मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष बने रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर महेंद्र सिंह

भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने  रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर  महेंद्र सिंह को मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग का कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
महेंद्र सिंह  स्वर्गीय रामानंद सिंह पूर्व मंत्री के छोटे भाई है तथा 2013 से मध्यप्रदेश में पिछड़ा वर्ग के हक एवम अधिकारों को लेकर जन जागरण कर रहे है । लंबे समय से सागर में सक्रिय है।

उन्होंने बुंदेलखंड, ग्वालियर,चंबल संभाग सहित कई ओबीसी जनजागरण हेतु 2017 एवम 2018 में  रथ यात्रा का आगाज भी किया था तथा 2020 से ओबीसी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़कर भोपाल संभाग में कार्य कर रहे है तथा इन्हें सर्व सम्मति से मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग महापंचायत का पिछड़ा वर्ग के 22 संगठनों द्वारा उन्हें  अगस्त 2021 में संयोजक भी चुना गया है । 
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68वी सीनियर महिला राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में सागर उपविजेता

68वी सीनियर महिला राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में सागर उपविजेता
सागर। म0प्र0 अमेच्यूर कबड्डी संघ के तत्वाधान में 68वी सीनियर महिला राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता 6 से 9 जनवरी तक बालाघाट में आयोजित की गई। उक्त प्रतियोगिता मे जिला सागर की कबड्डी टीम द्वारा उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुऐ उपविजेता रहीं।
सीनियर महिला राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में जिला सागर से भाग लेने वाली सभी महिला खिलाड़ी खेल विभाग सागर में पदस्थ कबड्डी प्रशिक्षक एवं सचिव सागर जिला कबड्डी संघ श्रीमती संगीता सिंह के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।
इस उपलव्धि पर सागर सांसद श्री राज बहादुर सिंह, नगर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री तरूण नायक, नगर पालिक निगम आयुक्त श्री आर.पी. अहिरवार, जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी श्री प्रदीप अविद्रा, एडवोकेट तथा समाजसेवी श्री वीनू  राणा,अघ्यक्ष जिला कबड्डी संघ सागर श्री अनिल तिवारी, उपाध्यक्ष जिला कबड्डी संघ सुश्री रेषू चैधरी एवं उपाध्यक्ष श्री मोहित भल्ला, संरक्षक कार्पेरेशन कबड्डी ऐरिया, श्री शैलेष केशरवानी एवं खेल विभाग के समस्त कर्मचारियों द्वारा शुभकामनाऐ प्रेषित कीं।
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मप्र कांग्रेस सूचना अधिकार प्रकोष्ठ में 5 प्रदेश ,पदाधिकारी एवं 10 जिलाअध्यक्ष मनोनीत ★ पंकज सिंघई बने सागर जिला अध्यक्ष

मप्र कांग्रेस सूचना अधिकार प्रकोष्ठ में 5 प्रदेश ,पदाधिकारी एवं 10 जिलाअध्यक्ष मनोनीत
★ पंकज सिंघई बने सागर जिला अध्यक्ष

भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी की सहमति पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता एवं विभागों और प्रकोष्ठांे के प्रभारी जे.पी. धनोपिया के अनुमोदन पश्चात मप्र कांग्रेस सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत टंडन ने प्रकोष्ठ में 5 प्रदेश पदाधिकारियों एवं 10 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री टंडन ने बताया कि प्रशांत चौरसिया-जबलपुर को प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष तथा जगदीश व्यास-विदिशा, यशवर्धनसिंह चौहान-अशोकनगर, ललित श्रीवास्तव-डिंडौरी और धर्मेन्द्र बगेला-उज्जैन को प्रदेश सचिव बनाया गया है।
श्री टंडन ने बताया कि प्रकोष्ठ में 10 जिला अध्यक्ष बनाये गये हैं, जिसमंे श्री गौरव चतुर्वेदी को मुरैना, सुनील कुमार समाधिया-विदिशा, अरशद सिद्वीकी-डिण्डौरी, राकेश गोयल-उज्जैन, पंकज सिंघई-सागर, देवधर सक्सेना-सिवनी, मोहन बैरागी-होशंगाबाद, वाहिद खान-खरगोन और श्रीमती दीप्ति पाण्डे को छतरपुर जिले में कांग्रेस सूचना अधिकार प्रकोष्ठ का जिला अध्यक्ष बनाया गया है।
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मकर संक्रांति : क्यो मनाई जाती है और जाने क्या बदलाव आएगा राशियों पर ★ पण्डित अनिल पांडेय

मकर संक्रांति : क्यो मनाई जाती है और जाने क्या बदलाव आएगा राशियों पर

★ पण्डित अनिल पांडेय

आज के इस लेख में हम मकर संक्रांति क्यों मनाई जाती है ? इसका वैज्ञानिक और अध्यात्मिक कारण क्या है ? इसको मनाने से समाज को क्या फायदा होगा तथा 2022 में इसका सही मुहूर्त क्या है ? इन बिंदुओं पर हम चर्चा करेंगे।
वर्ष 2001, 2002 ,2005 ,2006 ,2009, 2010 ,2013 ,2004 और 2021 में 14 जनवरी को पुण्य काल होने के कारण मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई गई । वर्ष 2003 ,2004 2007 ,2008, 2011, 2012 ,2014 ,2015 ,2018 , 2019 और 2020 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया गया। परंतु इस वर्ष कुछ पंचांग  14 जनवरी को और कुछ पंचांग 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार मानते हैं। इस वर्ष  भुवन विजय पंचांग के अनुसार 14 जनवरी को सूर्य रात के 8:40 पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे और इसका पुण्य काल 15 जनवरी को दिन के 12:40 पर होगा। चिंताहरण जंत्री के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को 14:28 दोपहर से हो रहा है तथा इसका पूण्यकाल 14:28 बजे से सूर्यास्त तक रहेगा । पुष्पांजलि पंचांग के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को 2:41 दोपहर से हो रहा है । तथा इसका पुण्य काल सूर्यास्त तक रहेगा । लाला रामस्वरूप पंचांग के अनुसार 14 जनवरी को 8:18 रात से सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तथा 15 को दोपहर तक इसका पुण्य काल रहेगा। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश से लेकर पुण्य काल समाप्त होने तक के बीच में स्नान पूजा और दान का महत्व है।
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि लाला रामस्वरूप पंचांग और भुवन विजय पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति 15 तारीख को मनाई जाएगी तथा चिंताहरण जंत्री और पुष्पांजलि पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी।
मकर संक्रांति पूरे भारतवर्ष में विभिन्न नामों से मनाई जाती है । उत्तरी भारत में इसे मकर संक्रांति या संक्रांति कहते हैं । तमिलनाडु में इसे पोंगल तिरुनल कहते हैं । गुजरात में से उत्तरायण कहते हैं । जम्मू में इसे उत्तरण कहते हैं । कश्मीर घाटी में से शिशुरू संक्रांत कहते हैं । हिमाचल प्रदेश और पंजाब में से माघी  कहते हैं । असम में इसे बिहु कहा जाता है  पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसे खिचड़ी का त्यौहार कहते हैं । बांग्लादेश में से पोष संक्रांति नेपाल में खिचड़ी संक्रांति थाईलैंड में सोंगकरन , लाओस में पिमालाओ और श्रीलंका में पोंगल कहते हैं ।

मकर संक्रांति के दिन कई घटनाएं होती हैं:-

1-सूर्य धनु राशि में से मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
2-सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं।
3- दिन के बढ़ने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है।
4- देवताओं के दिन और राक्षसों की रात प्रारंभ हो जाती है।
5-खरमास समाप्त हो जाता है और सभी शुभ कार्य जैसे शादी ब्याह मुंडन जनेऊ नामकरण प्रारंभ हो जाते हैं।

अधिकांश स्थानों पर मकर संक्रांति पर खाने की विशेष परंपराएं हैं । जैसे कि कुछ स्थानों पर तिल और गुड़ के पकवान बनाए जाते हैं । कहीं पर तिल और गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं । कुछ स्थानों पर खिचड़ी बनाकर खाया जाता है।
जाड़े के दिनों में शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है । गुड़ और तिल में गर्मी की मात्रा ज्यादा होती है । अतः मकर संक्रांति को गुड़ और तिल का खाना आवश्यक बताया गया है ।
मकर संक्रांति के दिन अधिकांश स्थानों पर पतंग उड़ाने की  प्रथा होती है ।  इसके अलावा कुश्ती की प्रतियोगिताएं भी विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती हैं।
पंजाब में मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाता है । मकर संक्रांति के 1 दिन पहले जब सूरज ढल जाता है तब बड़े-बड़े अलाव जलाए जाते हैं । लोग सज धज कर अलाव के पास पहुंचते हैं । भांगड़ा नृत्य करते हैं और अग्नि में मेवा तेल गजक आज की आदि का हवन करते हैं तथा प्रसाद वितरण होता है।
मकर संक्रांति पर नदियों के किनारे बड़े बड़े मेले लगते हैं जैसे कि इलाहाबाद प्रयाग में लगने वाला माघ मेला बंगाल में लगने वाला गंगासागर का मेला । मध्यप्रदेश में मकर संक्रांति के दिन नर्मदा जी के तट पर भी कई स्थानों पर मेले लगते हैं जैसे जबलपुर बरमान आदि ।
इन नदियों में स्नान के उपरांत लोग तिल गुण खिचड़ी फल एवं राशि अपने शक्ति के अनुसार दान करते हैं।

सूर्य का मकर राशि में गोचर

सूर्य देव 14 जनवरी 2022 को धनु राशि से मकर राशि में गोचर करेंगे । इसी दिन मकर संक्रांति का त्यौहार भी मनाया जाएगा। सूर्य देव उत्तरायण होंगे और दिन का बढ़ना प्रारंभ हो जाएगा।
मकर राशि में वर्तमान में शनि और बुध पहले से विराजमान है । सूर्य का 14 जनवरी  को मकर राशि में प्रवेश हो रहा है । जिसके कारण 16 जनवरी से 31 जनवरी तक बुध अस्त रहेगा । इसके अलावा 24 जनवरी से 27 फरवरी तक शनिदेव भी  अस्त रहेंगे । इस प्रकार से 16 जनवरी से 30 जून तक बुध का प्रभाव कम रहेगा और 24 जनवरी से 27 फरवरी तक शनिदेव के प्रभाव में कमी आएगी।

आइए अब हम सूर्य के इस गोचर का विभिन्न राशियों के प्रभाव के बारे में चर्चा करते हैं।

मेष राशि के जातकों का प्रभाव:

मेष राशि की कुंडली में सूर्य पांचवे भाव का स्वामी होता है। पंचम भाव से जातक के पुत्र और शिक्षा की विवेचना की जाती । वर्तमान में सूर्य के मकर राशि में पहुंचने पर वह मेष राशि के दशम भाव में होगा जहां का वह कारक भी है।  यहां पर यह अपने शत्रु राशि में है अतः कमजोर रहेगा परंतु कारक भाव में रहने के कारण अच्छे फल देगा । इस प्रकार मेष राशि के जातकों को राज्य की तरफ से हर प्रकार के लाभ मिल सकते हैं । शिक्षा के संबंध में अच्छे फल प्राप्त होने की उम्मीद कम है।
उपाय :-किसी मंदिर में रविवार के दिन तिल का दान दे।

वृष राशि के जातकों पर प्रभाव:-

वृष राशि के जातकों की कुंडली के गोचर में सूर्य नवम भाव में रहेंगे तथा चतुर्थ भाव के स्वामी होंगे । नवम भाव में होने के कारण लंबी यात्रा का योग बन सकता है । चतुर्थ भाव में होने के कारण जातक के सुख में कमी आएगी । इस प्रकार हम कह सकते हैं इस अवधि में वृष राशि के जातकों को लंबी यात्रा करनी पड़ेगी । और यात्रा के दौरान हमको परेशानियां भी हो सकती हैं।
उपाय:- भगवान सूर्य को प्रातः काल मंत्रों के साथ विधिवत जल अर्पण करें।

मिथुन राशि के जातकों पर प्रभाव

यहां पर सूर्य अष्टम भाव में रहेंगे जो कि मृत्यु का भाव है तथा तृतीय भाव के स्वामी होंगे । अष्टम भाव में क्रूर ग्रह अच्छे माने जाते हैं । इस प्रकार इस अवधि में मिथुन राशि के जातकों को सतर्क रहना चाहिए । जिससे कि किसी भी प्रकार के दुर्घटना से वह बच सकें । मिथुन राशि वालों को व्यर्थ के बाद विवाद से भी बचना चाहिए ।अन्यथा उनको बाद विवाद से  नुकसान हो सकता है।
उपाय:-आपको चाहिए कि आप सूर्याष्टकम का पाठ करें ।

कर्क राशि जातकों पर प्रभाव

कर्क राशि के जातकों के कुंडली के गोचर में इस अवधि में सूर्य सप्तम भाव में रहेंगे और द्वितीय भाव के स्वामी रहेंगे । शनि के अस्त होने की अवधि में अगर आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य खराब है तो वह ठीक होने लगेगा । इसके अलावा व्यापार में आपको परेशानी आ सकती है ।तथा धन की आवक में कमी आएगी।
उपाय:-सफेद रंग के अकौआ के पेड़ पर रविवार को प्रातः काल जल अर्पण करें।

सिंह राशि के जातकों पर प्रभाव

सिंह राशि के स्वामी सूर्य स्वयं होते हैं। इस अवधि में सूर्य आप के छठे भाव में रहेंगे था लग्न के स्वामी होंगे। आपके शत्रु को इस समय नुकसान होगा परंतु नए शत्रु बनेंगे । आपका स्वास्थ्य इस अवधि में ठीक रहेगा। 
उपाय:-आपको चाहिए कि आप रविवार को गुड़ की मिठाई गरीबों को बांटे।

कन्या राशि के जातकों पर प्रभाव

कन्या राशि के जातकों की कुंडली के गोचर में सूर्य इस समय पंचम भाव में रहेंगे तथा द्वादश भाव के स्वामी होंगे सूर्य पंचम भाव में होने पर इनकी दृष्टि एकादश भाव पर होगी और यह धन-धान्य में वृद्धि करेंगे । इस प्रकार कन्या राशि वालों के लिए सूर्य का प्रभाव उत्तम रहेगा।
उपाय:-अपने माता पिता के प्रतिदिन चरण स्पर्श करें।

तुला राशि के जातकों पर प्रभाव

तुला राशि के जातकों के कुंडली के गोचर में इस अवधि में सूर्य चतुर्थ भाव में रहेगा । यहां पर यह माताजी को कष्ट देगा । जातक को अपने कार्यालय में प्रमोशन भी दे सकता है । तुला राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य एकादश भाव का स्वामी होता है । इस कारण यह धन दिलाने में कम मदद कर पायेगा ।
उपाय:-आप माणिक्य पहनना चाहिए।

वृश्चिक राशि के जातकों पर प्रभाव
वृश्चिक राशि के जातकों के कुंडली के गोचर में इस अवधि में सूर्य तृतीय भाव में रहेगा । जिसके कारण आपके भाई बहनों को कष्ट होगा । भाग्य से आपको अच्छी मदद मिलेगी । यहां पर यह राज्य भाव का स्वामी होता है अतः राज्य में भी आपको उन्नति दिलाएगा ।
उपाय:-आपको विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करना चाहिए।

धनु राशि के जातकों पर प्रभाव
इस अवधि में सूर्य आपके द्वितीय भाव में रहेगा । जहां पर यह आपको धन दिलाने का कार्य करेगा। शत्रु की राशि में होने के कारण यह आपको अधिक धन नहीं दिला पाएगा। द्वितीय भाव के  सूर्य की सीधी दृष्टि अष्टम भाव पर होगी । जिसके कारण आप एक्सीडेंट से बचोगे। भाग्य भाव का स्वामी होने के कारण आपको भाग्य से मदद मिलेगी।
उपाय:-आपको आदित्य हृदय स्त्रोत का जाप करना चाहिए।

मकर राशि के जातकों पर प्रभाव
लग्न में शत्रु राशि का सूर्य आपके स्वास्थ्य को खराब करेगा । आपको इस अवधि में मानसिक कष्ट हो सकता है । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य इस अवधि में ठीक रहेगा ।आपकी कुंडली में  सूर्य अष्टम भाव का स्वामी है अतः इसके  कारण आप दुर्घटनाओं से बचेंगे।
उपाय:- आप को गरीब लोगों के बीच तिल और लड्डू का दान करना चाहिए।

कुंभ राशि के जातकों पर प्रभाव
द्वादश भाव में शत्रु भाव का सूर्य आप के लिए लाभदायक होगा । कचहरी के कार्यों में आपको सफलता मिल सकती है । शत्रु आपको थोड़ा परेशान करेंगे । मगर अगर आप प्रयास करेंगे तो आपके शत्रु आप से हार जाएंगे । आपकी कुंडली में सूर्य सप्तम भाव के स्वामी हैं । आपके जीवन साथी को सूर्य के कारण विभिन्न सफलताएं प्राप्त होंगी ।
उपाय:-आपको विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करना चाहिए।

मीन राशि के जातकों पर प्रभाव

मीन राशि के जातकों की कुंडली के गोचर में सूर्य इस अवधि में एकादश भाव में रहेंगे । इसके कारण मीन राशि के जातकों को धन प्राप्ति होगी । शिक्षा के क्षेत्र में भी आपकी उन्नति होगी । आपके पुत्र पुत्री आपसे विशेष सहयोग करेंगे । आपकी कुंडली में सूर्य छठे भाव के स्वामी होते हैं । सूर्य को औषधियों का संरक्षक भी माना जाता है अतः रोग में भी आपको सूर्य के कारण लाभ प्राप्त होगा।
उपाय:-आप को हनुमान जी को या देवी जी को गुड़ का प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
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