खुरई के गुरूकुल पर हमें गर्व है : मंत्री भूपेन्द्र सिंह
सागर : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षा हमेशा संस्कार और संस्कृति से चलती है, बड़े भवन बनाने से नहीं। खुरई का गुरूकुल इसी लक्ष्य को लेकर चल रहा है। यह गुरूकुल सेवा भाव से चल रहा है, व्यवसाय करना इसका उद्देश्य नहीं है। इसलिए यह खुरई और हमारे लिए गौरव की बात है। इस अवसर पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने 14 जनवरी से आयोजित तीन दिवसीय डोहेला महोत्सव को स्थगित किए जाने की घोषणा की।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, श्री पाश्र्वनाथ ब्रहाचर्याश्रम जैन गुरूकुल जैसे संस्थान प्रदेश में बहुत कम स्थान पर होंगे जैसा हमारे खुरई में है। श्री सिंह ने कहा कि धर्मेन्द्र भैया और गुरूकुल ट्रस्ट के सदस्य ने जिस समर्पण और निस्वार्थ भाव से गुरूकुल को चला रहे हैं यह प्रसंसनीय है। मंत्री श्री सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, खुरई क्षेत्र के अलावा जिले के और जिले के बाहर के छात्र भी गुरूकुल में शिक्षा लेने आते हैं। छात्रों का भविष्य उज्जवल बनें इस पुण्य कार्य का अवसर आप सबको मिला है।
गुरूकुल शब्द का महत्व बताते हुए कहा कि, पहले हमारे देश में गुरूकुल की परम्परा के माध्यम से ही शिक्षा दी जाती थी। चाहे वह राजा महाराजा हों या आम नागरिक हों, वह गुरूकुल में ही शिक्षा ग्रहण करते थे। उस समय ऋषि-मुनि, तपस्वी लोगों के द्वारा गुरूकुल में शिक्षा दी जाती थी। अब तो जगह-जगह स्कूल खुल गए हैं परंतु जिस सेवा-भाव से खुरई में गुरूकुल चल रहा है, इसके पीछे कोई आर्थिक भाव या व्यवसाय करना उद्देश्य नहीं है।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, आज स्कूलों में शिक्षक, संस्कृति, संस्कार और व्यवस्थाओं को देखकर ही लोग अपने बच्चों को वहां पर भेजते हैं। उन्होंने कहा कि, गुरूकुल में जो शिक्षक हैं और शिक्षकों की व्यवस्था है, वह इस तरह की है कि उस कारण से लोग गुरूकुल में बच्चों को पढ़ने भेजते हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, आज खुरई एक आर्थिक, धार्मिक, शैक्षणिक और सामाजिक इन चारों स्तरों पर अगर हम देखें तो हमारा खुरई इन चारों स्तर पर खुरई सर्वोच्च है। हम किसी मामले में पीछे नहीं हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मेरा यह संकल्प है कि खुरई आगे बढ़े, जिस विश्वास के साथ आपने चुना है, उस विश्वास में कहीं कमी न आए। मेरा एक संकल्प था कि, खुरई में बीना नदी परियोजना का पानी आए। मुझे आज बेहद प्रसंन्नता है कि, जो मेरा संकल्प था आज वह संकल्प पूरा होने का समय बहुत नजदीक है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, पिछले दिनों हम बीना नहीं परियोजना का काम देखने गए थे। आप सबको भी यह जानकर प्रसन्नता होगी कि, लगभग 60 प्रतिशत बांध का कार्य कम्पलीट हो गया है। बीच में सवा साल काम प्रभावित हुआ है, नही ंतो आप मान के चलें कि इस साल हमारे खुरई में बीना नदी परियोजना का पानी पहुंच जाता। पर मैने अधिकारियों से कहा कि अप्रैल से पाईपलाईन बिछाने का काम शुरू करें। और मेरी कोशिश ये होगी की अगली साल बीना नदी परियोजना का पानी खुरई के किसानों के खेतों में पहुंच जाए।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, बीना नदी परियोजना का बहुत विशाल बांध बन रहा है। वहां पर हम एक दिन कार्यक्रम रखेंगे और खुरई के प्रमुख लोगों को उस बांध को देखने के लिए आमंत्रित करूंगा। यह बड़ी ही प्रसंन्नता का विषय है कि, हमारे क्षेत्र को एक बहुत बड़ी उपलब्धि मिलने वाली है। पानी मिलने के बाद हमारा खुरई किसी मामले में पीछे नहीं रह जाएगा। इससे न हम जिले में बल्कि प्रदेश में एक अच्छे स्थान पर हमारा खुरई पहुंचेगा। प्रदेश में अगर सौ प्रतिशत सिंचित विधानसभा कोई होगी तो वही खुरई विधानसभा होगी।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मालथौन क्षेत्र का कुछ हिस्सा बच रहा था, उसको भी हमने बण्डा नदी परियोजना से जुड़वा दिया है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, बण्डा नदी परियोजना से मालथौन के 15 हजार हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई होना है, जिसमे से 8 हजार हेक्टयर क्षेत्र में पाईपलाईन भी बिछ चुकी है। बण्डा नदी परियोजना के बांध निर्माण का कार्य भी चल रहा है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मध्यप्रदेश में 5 साल में एक ही कृषि महाविद्यालय खुला है जो खुरई में है। उससे उन्नत खेती करने हमें सीखने का अवसर मिलेगा।
मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, आने वाली मकर संक्रांति 14 जनवरी के दिन कई भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। स्पोर्ट काम्पलेक्स, पार्किंग, शांतिधाम, वेटनरी अस्पताल, तहसील एवं एसडीएम कार्यालय, हाउसिंग स्टाफ क्वाटर, रेस्टहाउस एवं पी.डब्ल्यू.डी. आफिस, गौशाला, बस स्टेण्ड एवं आटो स्टेण्ड, क्रिकेट ग्राउण्ड का भूमिपूजन एवं किला परिसर में लाईटिंग एवं सौंदर्यीकरण कार्य, तालाब घाट विकास एवं सौंदर्यीकरण और प्रधानमंत्री आवास योजना एएचपी घटक अंतर्गत 30 आवासों का गृह प्रवेश शामिल है। कुल मिलाकर लगभग 47 करोड़ के काम अपने खुरई के अंदर 14 जनवरी को भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम के अंत में मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने गुरूकुल के विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।
सागर : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि शिक्षा हमेशा संस्कार और संस्कृति से चलती है, बड़े भवन बनाने से नहीं। खुरई का गुरूकुल इसी लक्ष्य को लेकर चल रहा है। यह गुरूकुल सेवा भाव से चल रहा है, व्यवसाय करना इसका उद्देश्य नहीं है। इसलिए यह खुरई और हमारे लिए गौरव की बात है। इस अवसर पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने 14 जनवरी से आयोजित तीन दिवसीय डोहेला महोत्सव को स्थगित किए जाने की घोषणा की।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, श्री पाश्र्वनाथ ब्रहाचर्याश्रम जैन गुरूकुल जैसे संस्थान प्रदेश में बहुत कम स्थान पर होंगे जैसा हमारे खुरई में है। श्री सिंह ने कहा कि धर्मेन्द्र भैया और गुरूकुल ट्रस्ट के सदस्य ने जिस समर्पण और निस्वार्थ भाव से गुरूकुल को चला रहे हैं यह प्रसंसनीय है। मंत्री श्री सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, खुरई क्षेत्र के अलावा जिले के और जिले के बाहर के छात्र भी गुरूकुल में शिक्षा लेने आते हैं। छात्रों का भविष्य उज्जवल बनें इस पुण्य कार्य का अवसर आप सबको मिला है।
गुरूकुल शब्द का महत्व बताते हुए कहा कि, पहले हमारे देश में गुरूकुल की परम्परा के माध्यम से ही शिक्षा दी जाती थी। चाहे वह राजा महाराजा हों या आम नागरिक हों, वह गुरूकुल में ही शिक्षा ग्रहण करते थे। उस समय ऋषि-मुनि, तपस्वी लोगों के द्वारा गुरूकुल में शिक्षा दी जाती थी। अब तो जगह-जगह स्कूल खुल गए हैं परंतु जिस सेवा-भाव से खुरई में गुरूकुल चल रहा है, इसके पीछे कोई आर्थिक भाव या व्यवसाय करना उद्देश्य नहीं है।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, आज स्कूलों में शिक्षक, संस्कृति, संस्कार और व्यवस्थाओं को देखकर ही लोग अपने बच्चों को वहां पर भेजते हैं। उन्होंने कहा कि, गुरूकुल में जो शिक्षक हैं और शिक्षकों की व्यवस्था है, वह इस तरह की है कि उस कारण से लोग गुरूकुल में बच्चों को पढ़ने भेजते हैं। यह हमारे लिए गौरव की बात है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, आज खुरई एक आर्थिक, धार्मिक, शैक्षणिक और सामाजिक इन चारों स्तरों पर अगर हम देखें तो हमारा खुरई इन चारों स्तर पर खुरई सर्वोच्च है। हम किसी मामले में पीछे नहीं हैं।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मेरा यह संकल्प है कि खुरई आगे बढ़े, जिस विश्वास के साथ आपने चुना है, उस विश्वास में कहीं कमी न आए। मेरा एक संकल्प था कि, खुरई में बीना नदी परियोजना का पानी आए। मुझे आज बेहद प्रसंन्नता है कि, जो मेरा संकल्प था आज वह संकल्प पूरा होने का समय बहुत नजदीक है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, पिछले दिनों हम बीना नहीं परियोजना का काम देखने गए थे। आप सबको भी यह जानकर प्रसन्नता होगी कि, लगभग 60 प्रतिशत बांध का कार्य कम्पलीट हो गया है। बीच में सवा साल काम प्रभावित हुआ है, नही ंतो आप मान के चलें कि इस साल हमारे खुरई में बीना नदी परियोजना का पानी पहुंच जाता। पर मैने अधिकारियों से कहा कि अप्रैल से पाईपलाईन बिछाने का काम शुरू करें। और मेरी कोशिश ये होगी की अगली साल बीना नदी परियोजना का पानी खुरई के किसानों के खेतों में पहुंच जाए।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, बीना नदी परियोजना का बहुत विशाल बांध बन रहा है। वहां पर हम एक दिन कार्यक्रम रखेंगे और खुरई के प्रमुख लोगों को उस बांध को देखने के लिए आमंत्रित करूंगा। यह बड़ी ही प्रसंन्नता का विषय है कि, हमारे क्षेत्र को एक बहुत बड़ी उपलब्धि मिलने वाली है। पानी मिलने के बाद हमारा खुरई किसी मामले में पीछे नहीं रह जाएगा। इससे न हम जिले में बल्कि प्रदेश में एक अच्छे स्थान पर हमारा खुरई पहुंचेगा। प्रदेश में अगर सौ प्रतिशत सिंचित विधानसभा कोई होगी तो वही खुरई विधानसभा होगी।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मालथौन क्षेत्र का कुछ हिस्सा बच रहा था, उसको भी हमने बण्डा नदी परियोजना से जुड़वा दिया है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, बण्डा नदी परियोजना से मालथौन के 15 हजार हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई होना है, जिसमे से 8 हजार हेक्टयर क्षेत्र में पाईपलाईन भी बिछ चुकी है। बण्डा नदी परियोजना के बांध निर्माण का कार्य भी चल रहा है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि, मध्यप्रदेश में 5 साल में एक ही कृषि महाविद्यालय खुला है जो खुरई में है। उससे उन्नत खेती करने हमें सीखने का अवसर मिलेगा।
मंत्री श्री सिंह ने बताया कि, आने वाली मकर संक्रांति 14 जनवरी के दिन कई भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। स्पोर्ट काम्पलेक्स, पार्किंग, शांतिधाम, वेटनरी अस्पताल, तहसील एवं एसडीएम कार्यालय, हाउसिंग स्टाफ क्वाटर, रेस्टहाउस एवं पी.डब्ल्यू.डी. आफिस, गौशाला, बस स्टेण्ड एवं आटो स्टेण्ड, क्रिकेट ग्राउण्ड का भूमिपूजन एवं किला परिसर में लाईटिंग एवं सौंदर्यीकरण कार्य, तालाब घाट विकास एवं सौंदर्यीकरण और प्रधानमंत्री आवास योजना एएचपी घटक अंतर्गत 30 आवासों का गृह प्रवेश शामिल है। कुल मिलाकर लगभग 47 करोड़ के काम अपने खुरई के अंदर 14 जनवरी को भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम के अंत में मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने गुरूकुल के विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में मंत्र पर गुरूकुल प्रमुख धर्मेन्द्र सेठ, प्रकाशचंद सराफ, हेमचंद बजाज, अरूण कुमार चौधरी, विजय कुमार जैन, कैलाश लोधी, विकास समैया, सुनील गढ़ौला, अजीत चौधरी, सतीष सराफ, सुनील जैन, नीरज सराफ सहित गुरूकुल संस्था के प्राचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं सहित अनेक कार्यकर्ता एवं आमजन उपस्थित थे।