MP : राज्य में बड़े मेले आयोजित न हों, विवाह समारोह 250 , उठावना, अंतिम संस्कार आदि में 50 व्यक्ति तक शामिल होंगे ★ सभी जिलों में संक्रमित नागरिकों को मिले बेहतर उपचार और देखभाल ★ मुख्यमंत्री शिवराज सिंहने की कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा

MP :  राज्य में बड़े मेले आयोजित न हों, विवाह समारोह  250 , उठावना, अंतिम संस्कार आदि में 50 व्यक्ति तक शामिल होंगे
★ सभी जिलों में संक्रमित नागरिकों को मिले बेहतर उपचार और देखभाल ★ मुख्यमंत्री शिवराज सिंहने की कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा

भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विश्व में कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन का संक्रमण देखने को मिल रहा है। भारतीय राज्यों में भी संक्रमण बढ़ रहा है। लेकिन इससे घबराने की आवश्यकता नहीं बल्कि अधिक से अधिक सावधानियाँ बरतने की जरूरत है। हम पहले की तरह इस बार भी सबके साथ मिलकर इस संक्रमण का मुकाबला करेंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे। सार्वजनिक स्थानों पर अनिवार्य रूप से मॉस्क का उपयोग किया जाए। मॉस्क का उपयोग न करने पर जुर्माना लगाया जाये। अभी अनेक राज्यों में नाइट कर्फ्यू के अलावा अन्य प्रतिबंध नहीं है। मध्यप्रदेश में भी कोई नए सख्त प्रतिबंध नहीं होंगे, लेकिन विभिन्न अवसरों पर उपस्थिति की संख्या सीमित करने का निर्णय हुआ है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा विभिन्न मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों और प्रदेश के कलेक्टर्स से कोविड-19 की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल सहित जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर के कलेक्टरों से किए गए प्रबंध की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोविड केयर सेंटर में संक्रमित रोगियों के आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था हो। प्रभारी अधिकारी जिलों के संपर्क में रहें। सभी सावधानियों का पालन करवाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रतिदिन कम से कम 60 हजार कोरोना टेस्ट राज्य में हों। अस्पतालों में आवश्यकतानुसार बेड की व्यवस्था हो। कोविड केयर सेंटर्स में भी आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएँ। अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में एक से सवा लाख बिस्तरों की क्षमता निर्मित रहे। भारत सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के अनुरूप उपचार और अन्य व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँ। संक्रमण से घबराए नहीं पूरी सावधानियाँ रखते हुये आमजन को जागरूक किया जाये।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराष्ट्र में सर्वाधिक संक्रमण है। पड़ोसी राज्य होने के नाते मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक एहतियात बरते। मुख्यमंत्री ने स्वैच्छिक संगठनों, आमजन, जन-प्रतिनिधियों और क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों के सदस्यों से मिलजुल कर संक्रमण का मुकाबला करने का आह्वान किया। स्वास्थ्य मंत्री Dr Prabhuram Choudhary और चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री Vishvas Kailash Sarang, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस भी उपस्थित थे। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव और जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने वर्चुअल चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व की कोरोना लहरों के समय भोपाल में लाल परेड ग्राउण्ड के पास मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आइसोलेशन के लिए जो व्यवस्था की गई थीं। उसकी तैयारी अभी भी रखी जाए। संक्रमण का प्रभाव कम होने के बावजूद यह व्यवस्था एहतियातन कर ली जाए। इसी तरह इंदौर में भी स्टेडियम में रोगियों को आइसोलेट रखने के प्रबंध सुनिश्चित हों। ठंड के मौसम को देखते हुए स्वैच्छिक संगठनों के सहयोग से आवश्यक रजाइयों की व्यवस्था भी की जाए। प्रदेश के बड़े नगरों में पुख्ता व्यवस्थाएँ हो जाने से निकटवर्ती जिलों से आने वाले संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल में आसानी होगी।

जबलपुर कलेक्टर ने बताया कि प्रतिदिन करीब पाँच हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। अभी 73 प्रकरण सामने आए हैं। फीवर क्लीनिक प्रारंभ कर दिए गए हैं। कुल 32 शासकीय और निजी अस्पतालों से सम्पर्क कर व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर में बिस्तर क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ग्वालियर ने बताया कि कल 58 प्रकरण सामने आए हैं। छह हजार बेड उपलब्ध हैं। कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी की जा रही है। रोगियों के घर जाकर चिकित्सकीय परामर्श देने की व्यवस्था की गई है। एक मॉडल तैयार किया गया है, जिसमें रोगी को एक पैकेज में उपचार और देखभाल का लाभ मिलेगा। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक भी की जा चुकी है। कलेक्टर इंदौर ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए चिकित्सकों से उपचार में औषधियों के निर्धारण के संबंध में भी चर्चा हुई है। कलेक्टर भोपाल ने बताया कि पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक महाविद्यालय में कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया गया है। नेहरू स्टेडियम में भी करीब एक हजार बिस्तर क्षमता का केन्द्र शुरू करने की तैयारी है। भोपाल में कल 24 प्रकरण सामने आए हैं। फीवर क्लीनिक भी कार्य कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग का प्रजेंटेशन

मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष अपर मुख्य सचिव श्री मोहम्मद सुलेमान ने प्रेजेंटेशन दिया। बताया गया कि मध्यप्रदेश में 594 कोरोना केसेस हैं। देश में 42 हजार और विश्व में 18 लाख केस आए हैं। प्रदेश के कुल प्रकरणों में लगभग आधे प्रकरण इंदौर में है। कुल रोगियों में से अस्पताल में लगभग 8 प्रतिशत रोगी आइसोलेटेड किए गए हैं। शेष संक्रमित घर पर ही आइसोलेट हैं। बिस्तरों की उपयोग क्षमता के संबंध में बताया गया कि बिना ऑक्सीजन वाले बेड मात्र 0.67 प्रतिशत, ऑक्सीजन बेड 0.19 प्रतिशत और आईसीयू एवं एचडीयू बेड 0.34 प्रतिशत उपयोग में आ रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में करीब 50 हजार बिस्तर क्षमता उपलब्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संक्रमण के ग्लोबल ट्रेंड की जानकारी भी प्राप्त की। प्रदेश में वैक्सीनेशन कार्य की अच्छी प्रगति है। 03 जनवरी से प्रारंभ 15 से 18 आयु समूह के किशोरों के वैक्सीनेशन में कुल लक्ष्य के मुकाबले प्रदेश में औसत 30 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त हो चुकी है। सर्वाधिक प्रगति छतरपुर में 57 प्रतिशत, इंदौर में 56 प्रतिशत, सीहोर में 48 प्रतिशत, सागर एवं हरदा में 44 प्रतिशत अर्जित की गई है। मध्यप्रदेश में लक्षित किशोर वर्ग में 48 लाख लक्ष्य मुकाबले 14 लाख 37 हजार 274 डोज़ लगाए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रमुख निर्देश

★ कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर कार्यशील स्थिति में रहें।

★ राज्य में बड़े मेले आयोजित न हों।

★ विवाह समारोह आदि में उपस्थिति संख्या सीमित रहे। इनकी सीमा 250 रहेगी।

★ उठावना, अंतिम संस्कार आदि में 50 व्यक्ति तक शामिल हों।

★ स्कूलों में यथावत 50 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति की व्यवस्था बनी रहे।

★प्रदेश में नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा।

★होम आइसोलेशन का प्रभावी पर्यवेक्षण हो।

★कोविड केयर सेंटर्स में स्वयंसेवी संस्थाएँ स्वेटर, रजाई आदि उपलब्ध करवाएँ।

★ आरटीपीसीआर टेस्ट की माकूल व्यवस्था बनी रहे।

★अन्य व्याधियों से ग्रस्त लोगों को प्राथमिकता से अस्पताल में दाखिल कर उपचार का लाभ दें।

★ प्रत्येक स्तर पर कोविड एप्रोपिएट व्यवहार का पालन हो।

★ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल GOI के अनुसार हो (भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार चिकित्सा उपचार करें)।

★ यह संभव है प्रदेश में संक्रमित रोगी संख्या बढ़ेगी, आवश्यकतानुसार बिस्तर क्षमता बढ़ाएँ।

★ कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ब्लॉक स्तर तक बना लें।

★ प्रतिदिन 60 हजार से कम न हो कोरोना जाँच, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग होती रहे।

★ 15 से 18 वर्ष के बच्चों के आयु समूह के टीकाकरण का कार्य चलता रहे ।

★ संक्रमण के लक्षण साधारण हैं ,फिर भी आवश्यकता अनुसार जो जरूरी कदम होंगे, वे उठाए जाएंगे।

★ सभी नगरों और ग्रामों में उपचार और पॉजिटिव रोगियों की देखभाल की व्यवस्थाएँ चाक-चौबंद रहे।

★ संभागीय मुख्यालयों और मेडिकल कॉलेज स्तर पर सभी प्रबंध सुनिश्चित करें।
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सागर में आध्यात्मिक वक्ता जया किशोरी का कार्यक्रम 11 को

सागर में आध्यात्मिक वक्ता जया किशोरी का कार्यक्रम 11 को

सागर. आध्यात्मिक वक्ता सुश्री जया किशोरी 11 जनवरी को दोपहर में 3 बजे से क्राउन पैलेस होटल परिसर में श्रीकृष्ण से जीवन की सीख विषय पर आधारित अपना उद्बोधन व संर्कीतन कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी. कार्यक्रम के आयोजक राहुल साहू ने बताया कि कार्यक्रम के संरक्षक एवं मुख्य अतिथि नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह हैं. श्री साहू ने बताया कि कार्यक्रम पूर्णत: निशुल्क है, कार्यक्रम स्थल पर बगैर मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा और सेनेटाइजर रखा जायेगा. कार्यक्रम के पश्चात प्रसादी वितरण भी होगा.
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डॉ गौर विवि के कुलपति से मिले सांसद राजबहादुर सिंह, विश्वविद्यालय से जुड़ी समस्याओं एवं अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा

डॉ गौर विवि के कुलपति से मिले  सांसद राजबहादुर सिंह, विश्वविद्यालय से जुड़ी  समस्याओं एवं अन्य मुद्दों पर हुई चर्चा

सागर । डॉ. हरि सिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर की कुलपति प्रो.नीलम गुप्ता से सांसद राजबहादुर सिंह ने सौजन्य भेंट की और वि.वि. के कर्मचारियों की लंबित समस्याओं एवं वि.वि.के विकास पर चर्चा की।
सांसद सिंह ने विश्वविद्यालय के निलंबित कर्मचारियों की बहाली, कर्मचारियों की लंबित समस्याओं जैसे अनुकंपा नियुक्ति,कर्मचारियों
की पदोन्नति, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सुविधाओं के संबंध में एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की नियुक्ति के संबंध में चर्चा की.
सांसद सिंह ने वि.वि. में शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा मिले, स्थानीय छात्र-छात्राओं को प्रवेश में प्राथमिकता मिले, कॉमर्स और विधि और एम टेक सहित कुछ विषयों में  सीटों की संख्या बढ़ाने आदि के सम्बन्ध में चर्चा हुई । विवि से जुड़े मसलों पर कुलपति ने सकारात्मक रुख व्यक्त किया ।  
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वरिष्ठ पत्रकार डॉ सुरेश मल्होत्रा / एक अनोखी मिसाल ★ मानो या ना मानो मगर अब तक पचास लाख.... ब्रजेश राजपूत / एबीपी न्यूज़

वरिष्ठ पत्रकार डॉ सुरेश मल्होत्रा / एक अनोखी मिसाल

★ मानो या ना मानो मगर अब तक पचास लाख....

ब्रजेश राजपूत / एबीपी न्यूज़

 




हर साल की तरह साल का पहला हफ्ता और वो डा सुरेश मेहरोत्रा का स्नेह आमंत्रण। भोपाल के पैतालीस बंगले का वो E - 19 नंबर का मकान जिसके लान में डा मेहरोत्रा बैठे हैं हम कुछ आठ पत्रकार दोस्तों के साथ। डा साब भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार हैं और कुछ हिंदी अंग्रेजी अखबारों की संपादकी के बाद पिछले कुछ सालों से भोपाल से" व्हिस्पर इन द कॉरिडोर" नाम से साइट चलाते हैं जिसकी चर्चा दिल्ली के प्रशासनिक गलियारों में होती है। सतत्तर साल की उम्र में भी उनकी सक्रियता कमाल की है। वो जल्दी सुबह उठकर देर शाम तक काम करते हैं। अपनी सेहत और साइट की बातें करते करते डा साब ने अपने एकाउंटेंट को इशारा किया और वो "सोसायटी फार जर्नलिस्ट हेल्थ केयर मध्यप्रदेश" के नाम नौ लाख रुपये का चेक लेकर आ गया। हम सब भौंचक्के। डा साब हमारी इस संस्था को पिछले नौ सालों से हर साल बिना नागा, बिना मांगे राशि देते हैं मगर वो अनुदान पांच लाख रुपये तक का होता है। मगर हमारे डाक साब तो अलग ही कुछ सोचकर बैठे थे वो इन नौ सालों में अपनी इस अनुदान राशि को पचास लाख रूप्ये तक करना चाहते थे ये कहकर कि हो सकता है कि आने वाले दिन ना जाने कैसे हों वो देने के काबिल हो या ना हों और हम सब के विरोध के बाद भी डाक साब ने उस चैक पर दस्तखत किये और हमारी संस्था के सदस्यों को सौंप कर प्रेम से फोटो खिचवाई। 

डा सुरेश मेहरोत्रा से ये नौ लाख रूप्ये का चेक लेकर हम सब हैरान थे ये जानकर कि डाक साब ने पिछले नौ साल में हमारी संस्था को थोडा बहुत नहीं अब तक कुल पचास लाख रुपये का अनुदान दिया है। वो भी बाकायदा चेक से सबके सामने। 
कोई भरोसा करे या नहीं मगर ये सच है कि डाक साब के लगातार मिलने वाले अनुदान से भोपाल के पत्रकारों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में आर्थिक मदद करने वाली इस संस्था की शुरूआत डाक साब के अनमोल सानिध्य से ही शुरू हुयी। नौ साल पहले भोपाल के पत्रकार राजेश दुबे को मदद करने के लिये जब हम कुछ साथी पत्रकारों ने मदद इकटठा करनी शुरू की तो डाक साब आगे आये और शुरुआती अनुदान के बाद हमें कुछ ऐसा प्रारंभ करने की सलाह दी जिससे कभी आगे ऐसी स्थिति में किसी के आगे हाथ ना फैलाना पडे। बस फिर क्या था एक अनौपचारिक सी संस्था बन गयी और वाटस ग्रुप से शुरू हुआ ये प्रयास अब बाकायदा रजिस्टर्ड सोसायटी है जिसने पिछले सालों में 120 पत्रकार साथी और उनके परिवार के सदस्यों के लिये कुल पचास लाख रुपये से ज्यादा की आर्थिक मदद की है। 

कोरोना काल की ही बात करें तो उस बुरे दौर में भी संस्था पत्रकार और उनके परिवारों की मदद के लिये सक्रिय रही और 35 लोगों को नौ लाख तीस हजार रुपये की सहायता की। पूरी तरह से अनौपचारिक तरीके से पत्रकार साथियों की मदद करने वाली इस संस्था में 175 ही सदस्य हैं और मदद पाने वाले अधिकतर साथी गैर सदस्य हैं। ये इस बात को दर्शाता है कि आडे वक्त पर मदद देने के लिये किसी प्रकार के सदस्य और गैर सदस्य का पैमाना नहीं लागू किया जाता। बस मदद करनी है जल्दी करनी है बिना किसी अडंगे के। बीच में जब किसी को मदद की जाये या नहीं इस पर तर्क वितर्क होते हैं तो फिर डाक साब आगे आते हैं और अपनी सहदयता से इस मामले को सुलझाते हैं। 




शुरुआती दिनों में डाक साब ने जब मदद का सिलसिला शुरू किया तो फिर राज्य सरकार और कुछ मंत्रियों ने भी व्यक्तिगत मदद की जिससे संस्था के पास बचत हो गई जिसके ब्याज के दम पर पत्रकार साथियों की बीमारी में तुरंत सहायता की जाने लगी। दुखद ये है की पत्रकारों की इस संस्था को भोपाल के किसी मीडिया संस्थान से मदद नहीं मिली। 

सच तो ये है कि आने वाले दिनों में हम और आप शायद ही भरोसा कर पायें कि किसी पत्रकार ने अपनी पचास लाख रुपये की पूंजी अपने जीवन के उत्तरार्ध में अपने ही शहर के पत्रकारों की बेहतर सेहत और स्वास्थ्य के लिये दे दी। जब किसी बात पर भरोसा ना हो तो उसे ही चमत्कार कहते है और हमारे डा मेहरोत्रा हर साल ये चमत्कार बिना नागा बिना मांगे करते हैं। ईश्वर उनको लम्बी उम्र दे वो यूँ ही सक्रिय रहें और हमें संबल देते रहें..साधुवाद 


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जिला स्तर क्रिकेट (पुरुष) प्रतियोगिता शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बीना ने जीती


जिला स्तर क्रिकेट (पुरुष) प्रतियोगिता शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बीना ने जीती 

सागर।शासकीय कला वाणिज्य महाविद्यालय सागर के तत्वाधान में आयोजित जिला स्तर क्रिकेट  पुरुष प्रतियोगिता का आज फायनल मैच शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बीना एवं शासकीय कला वाणिज्य महाविद्यालय सागर के बीच खेला जिसमे कला वाणिज्य सागर की टीम ने टॉस जीतकर पहलेगेंदबाजी करने का निर्णय लिया ।
बीना महाविद्यालय की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 169 रन बनाए ।
सर्वाधिक 57 रनों की पारी अजहर कुर्रेशी ने खेली । अमन यादव ने 32 एवं अभिषेक ने 28 रनों का योगदान दिया ।
कला वाणिज्य सागर की ओर से गेंदबाजी करते हुए रामकृपाल दांगी एवं जगत ने 2-2 विकेट लिए ।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी कला वाणिज्य टीम निर्धारित 20 में 85 रन पर सिमट गई । सर्वाधिक 24-24 रन आयुष सोनी एवं विकास राजपूत ने बनाये ।
बीना की ओर से गेंदबाजी करते हुए अजहर ने एवं विशाल ठाकुर ने 3-3 विकेट एवं रवि ने 2 विकेट लिए ।
इस प्रकार 82 रन से शासकीय महाविद्यालय बिना की टीम ने जीत अर्जित की ।
निर्णायक पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, नीरज तिवारी एवं स्कोरर अनवर खान रहे ।
मैच उपरांत डॉ रत्नेश दास संचालक शारीरिक शिक्षा विभाग डॉ हरीसिंह गौर वि वि के मुख्य आतिथ्य में विजेता उपविजेता टीम को ट्राफी प्रदान की ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा सागर सम्भाग सागर डॉ जी एस रोहित ने की । विशिष्ट अतिथि डॉ एस के कासव, डॉ सुमन पटेल ।
मैन ऑफ द टूर्नामेंट, सर्वश्रेठ बल्लेबाज, मैन ऑफ द मैच का खिताब अजहर कुर्रेशी को मिला ।सर्वश्रेठ गेंदबाज अंकित शर्मा रहे ।
संचालन महेंद्र कुमार एवं आभारसंगठन सचिव डॉ एस हार्डिकर व अपर संगठन सचिव डॉ उमाकांत स्वर्णकार ने माना ।
इस अवसर पर विनय शुक्ला,अनवर खान, डॉ अंकुर गौतम, डॉ जय नारायण यादव, डॉ सी पी सिंह, डॉ गजेंद्र पाठक, राजीव दुबे, डॉ शैलेन्द्र सिंह राजपूत, डॉ अनिल महरोलिया, डॉ चन्दन सिंह उपस्थित हुए ।

  
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SAGAR : गाइड लाइन के अनुसार प्रायवेट अस्पताल कोविड का इलाज करे, शुल्क सूची करें चस्पा ★ बीड़ी अस्पताल को बनाया कोविड केयर सेंटर

SAGAR : गाइड लाइन के अनुसार प्रायवेट अस्पताल कोविड का इलाज करे, शुल्क सूची करें चस्पा

★ बीड़ी अस्पताल को बनाया कोविड केयर सेंटर

सागर 4 जनवरी 2022
सागर जिले के समस्त निजी चिकित्सालय शासन की गाइडलाइन के अनुसार कोविड का इलाज करना सुनिश्चित करें । साथ ही समस्त निजी चिकित्सालय में ली जाने वाली समस्त प्रकार की शुल्क की सूची मुख्य द्वार पर चस्पा करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निजी चिकित्सालय संचालकों की बैठक में दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल सहित समस्त निजी चिकित्सालय के संचालक डॉक्टर मौजूद थे।

कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए समस्त निजी चिकित्सालय अनिवार्य रूप से इलाज में शासन की गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित करें। पूर्व की भांति मुख्यमंत्री कोविड कल्याण योजना के अंतर्गत किए जाने वाले इलाज एवं आयुष्मान योजना के तहत जो चिकित्सालय अपना पंजीयन कराना चाहता है, वह शीघ्र अपना पंजीयन कराएं तथा इस योजना के माध्यम से इलाज करें ।

कलेक्टर श्री आर्य ने कहा कि संभावित तीसरी लहर को देखते हुए समस्त निजी चिकित्सालय ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित रखें। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सभी चिकित्सालयां में कोविड के पलंग की भी संख्या मुख्य द्वार पर चस्पा करें । उन्होंने निर्देश दिये कि सार्थक के पर प्रतिदिन कोरोना से पीड़ित व्यक्तियों के किए जा रहे इलाज के बारे में जानकारी अध्ययन करें ।

कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि निजी चिकित्सालय में सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की तत्काल आरटीपीसीआर जांच की जाए । उन्होंने निर्देश दिए कि आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत किए जाने वाले इलाज की समय-सीमा 31 मार्च 2022 शासन द्वारा की गई है। जिसके तहत अस्पताल में आने वाले व्यक्तियों को आयुष्मान कार्ड भी आयुष्मान मित्र के माध्यम से बनाना सुनिश्चित करें एवं इलाज करें ।

कलेक्टर श्री आर्य ने समस्त निजी चिकित्सालय के संचालकों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन चिकित्सालय में उपलब्ध बिस्तर एवं डिस्चार्ज होने की संख्या सार्थक एप के साथ-साथ मुख्य द्वार पर अंकित करें

बीड़ी अस्पताल को बनाया गया कोविड केयर सेंटर

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के तत्काल पश्चात कलेक्टर श्री दीपक आर्य द्वारा बीड़ी अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। कलेक्टर श्री आर्य ने बीड़ी अस्पताल कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि कोविड केयर सेंटर में शासन की गाइड लाइन के अनुसार समस्त आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।ं उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड केअर सेंटर में 24 घंटे डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही ऑक्सीजन ,दवाईयों के साथ-साथ अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को करने के निर्देश भी उन्होंने दिए ।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शासन की निर्देशानुसार कोरोना संक्रमित व्यक्ति यदि घर में पर्याप्त गाइड लाइन के अनुसार कमरे उपलब्ध नहीं है तो उन्हें तत्काल कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराएं । उन्होंने कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ की भी पर्याप्त मात्रा 

पैरामेडिकल स्टाफ की सुनिश्चित करें। साथ ही ऑक्सीजन ,दवाईयों के साथ-साथ अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को करने के निर्देश भी उन्होंने दिए ।

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शासन की निर्देशानुसार कोरोना संक्रमित व्यक्ति यदि घर में पर्याप्त गाइड लाइन के अनुसार कमरे उपलब्ध नहीं है तो उन्हें तत्काल कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराएं । उन्होंने कहा कि पैरा मेडिकल स्टाफ की भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करें ।उन्होंने संक्रमित व्यक्ति की हर संभव व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्म पानी, रजाई के साथ-साथ पेयजल, चाय, नाश्ता की व्यवस्था करने के निर्देश दिए । उन्होंने कोविड केयर सेंटर में एंबुलेंस की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बौद्ध,सिविल सर्जन डॉक्टर ज्योति चौहान, डॉक्टर देवेंद्र गोस्वामी सहित अन्य डॉक्टर एवं अधिकारी मौजूद थे।
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SAGAR : गैस एजेंसी में अनियमितताएं, 41 गैस सिलेंडर जब्त

SAGAR : गैस एजेंसी में अनियमितताएं, 41 गैस सिलेंडर जब्त

सागर ।कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर सहायक खाद्य अधिकारी श्रीमती चारू जैन ने शाहगढ़ विकासखंड के द्वारा रवारा इंडियन ग्रामीण वितरक गैस एजेंसी की, जांच की जिसमें भारी अनियमितताएं पाई गई ।कज
सहायक खाद्य अधिकारी श्रीमती जैन ने बताया कि तहसील शाहगढ़ की रवारा इंडियन ग्रामीण वितरक गैस एजेंसी की जांच गोदाम में उनके द्वारा दिए गए स्टॉक से अलग गैस सिलेंडर पाए गए। घरेलू गैस सिलेंडर 176 कम पाए गए एवं खाली गैस सिलेंडर 41 अधिक पाए गए। अतः 41 खाली गैस सिलेंडर जिनकी कीमत 59 हजार 450 है को जप्त किया गया। साथ ही उपस्थित हितग्राहियों ने बताया कि उन्हें आवेदन करने के छह माह उपरांत भी उज्जवला गैस कनेक्शन प्रदान नहीं किए गए हैं। गैस एजेंसी की जांच में अन्य अनेक अनियमितताएं भी पाई गई।

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अदालत में साफ हो गया कि कांग्रेस ओबीसी के साथ धोखाधड़ी कर रही है -भूपेंद्र सिंह ★ कांग्रेस के पिटीशन वापस लेने से उसकी ओबीसी विरोधी राजनीति की कलई खुल गई है

अदालत में साफ हो गया कि कांग्रेस ओबीसी के साथ धोखाधड़ी कर रही है -भूपेंद्र सिंह

★ कांग्रेस के पिटीशन वापस लेने से उसकी ओबीसी विरोधी राजनीति की कलई खुल गई है





सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस द्वारा ओबीसी आरक्षण और रोटेशन को लेकर दायर याचिका वापस लेने के कदम से यह बात सामने आ गई है कि कांग्रेस और कमलनाथ ने ओबीसी वर्ग को धोखा दिया था। पिछड़ा वर्ग कांग्रेस को उसके धोखे के लिए कभी भी माफ नहीं करेगा। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार दोनों ने सर्वोच्च न्यायालय में पिछड़ा वर्ग आरक्षण को लेकर अपना पक्ष दमदार तरीके से रखा है। अब 17 जनवरी को होने वाली सुनवाई में भी मध्यप्रदेश सरकार पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण को लेकर पूरा जोर लगाएगी।

उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय 17 जनवरी को सभी मामलों में मध्यप्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के आवेदन पर एक साथ सुनवाई करेगी। नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अदालत की आज की सुनवाई में यह बात साफ हो गई है कि ओबीसी आरक्षण में अड़ंगा लगाने का सारा किया धरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा का है। श्री तन्खा ने कोर्ट से अपनी पिटीशन वापस लेने के लिए कहा है। श्री सिंह ने कहा कि ओबीस वर्ग के आक्रोश ने कांग्रेस को मजबूतर किया है कि वो कोर्ट से अपनी पीटिशन वापस लें। माननीय न्यायालय की इस मामले में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा से की गई टिप्पणी कि सब किया धरा आपका ही है, से भी यह बात साबित होती है कि कांग्रेस की सारी राजनीति छल और कपट से भरी हुई है।

मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्यप्रदेश सरकार पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्री सिंह ने कहा कि ओबीसी आरक्षण पर अपने पापों को छिपाने के लिए कांग्रेस भोले भाले पिछड़ा वर्ग को झूठ बोलकर सरकार के खिलाफ उकसाने की साजिश कर रही थी जिसकी पोल आज सर्वोच्च न्यायालय में खुल गई है।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस तो 27 प्रतिशत आरक्षण को रोकने के लिए पांच बार हाईकोर्ट और दो बार सुप्रीम कोर्ट चली गई।

सुप्रीम कोर्ट चली गई। दूसरी तरफ माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछड़ा वर्ग के कल्याण की अनेक योजनाएं और कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किए हैं। यह शिवराज जी ही हैं जिन्होंने कोर्ट से रोक लगी तीन परीक्षाओं के अलावा बाकी सभी परीक्षाओं और नियुक्तियों में 27 फीसदी आरक्षण का लाभ दिया है। मुख्यमंत्री ने तो पिछड़ा वर्ग को आरक्षण नहीं मिलने के कारण पंचायत चुनाव तक स्थगित करवा दिए हैं।


श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री प्रदेश में समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चल रहे हैं। शिवराज सरकार के पिछड़ा वर्ग के हित में लगातार काम करने से कांग्रेस की कलई जनता में खुल गई हैं। ओबीसी वर्ग यह अच्छी तरह समझता है कि कांग्रेस ने ओबीसी वर्ग को वोट बैंक समझ कर छलने का ही काम हमेशा किया है। पंचायत चुनाव में ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए 17 जनवरी तारीख निश्चित की है।
 


ओबीसी समाज कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा
सुप्रीम कोर्ट ने आज मध्य प्रदेश सरकार की भी याचिका स्वीकार की है। केंद्र सरकार ने भी जो ओबीसी आरक्षण के समर्थन में याचिका लगाई थी उसको भी स्वीकार किया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील विवेक तन्खा पर यह टिप्पणी भी की है कि ये जो कुछ भी स्थिति हुई है आपकी याचिका की वजह से हुई है। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जो बात हम लोग पहले से कह रहे थे कि कांग्रेस की याचिका के कारण ओबीसी आरक्षण पर रोक लगी थी। इसीलिए हम मांग करते हैं कि कांग्रेस प्रदेश की जनता से और ओबीसी वर्ग से माफी मांगे । कांग्रेस ने जो छल ओबीसी वर्ग के साथ किया है ओबीसी समाज उसे कभी माफ नहीं करेगा।
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