भांजे का विवाह कर लौट रहे मामा-मामी, ममेरा भाई सहित 6 की मौत
★कार एक्सीडेंट में पति-पत्नी, बेटे की हुई मौत से खत्म हो गया पूरा परिवार
बैतूल। चंद घंटे पहले जो परिवार दुल्हे को सेहरा सजा हुआ घोड़ी पर बैठा हुआ देखकर बारात के सामने नृत्य करते हुए लोगों को देखकर खुशियां मना रहा था और नाचने वाले लोगों की न्यौछावर कर बलाएं ले रहा था उसी परिवार के पांच लोगों की एक साथ कार एक्सीडेंट में हुई मौत से समूचे परिवार के लोग दहल उठे। देखते ही देखते समूची खुशियाँ मातम में तब्दील हो गई। जोगली के पास कार एक्सीडेंट में हुई 6 लोगों की मौत में दुल्हन के मामा-मामी, ममेरा भाई सहित चढ़ोकार दम्पत्ति भी शामिल हैं। इनमें से चढ़ोकार दम्पत्ति का जहां गुरूवार को भैंसदेही में अंतिम संस्कार किया गया वहीं तीन लोगों का अंतिम संस्कार बैतूल के कोठीबाजार मोक्षधाम में किया गया। इस घटना को जिस किसी ने भी सुना वह दहल उठा।
जोगली के पास रात्रि 2 बजे हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे-59 ए पर जोगली 132 केवी बिजली स्टेशन के सामने बुधवार की रात्रि लगभग 2 बजे एक कार क्रमांक mp 09/सीजे 7018 सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार में राजकुमार चढोकार (38) उनकी पत्नी शोभा (35), अनिल श्रीराम घोड़की (45), 23 साल का बेटा निशांत घोड़की और बहू हेमलता पति अनिल घोड़की की मौत हो गई। हेमलता घोड़की ने भोपाल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। दीपा पति बलवंत कुंभारे की नागपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई। राजकुमार और शोभा चढ़ोकार गोरेगांव झल्लार के निवासी हैं। चिचोली टीआई अजय सोनी के मुताबिक कार निशांत चला रहा था।
टेमागांव में भांजे की शादी से लौट रहा था परिवार
अनिल उर्फ गोलू घोड़की पेशे से बस मैकेनिक था। दो साल पहले गांव आमला (बैतूल) से आकर इंदौर में बस गया था। भांजा कमलेश लोखंडे मर्चेंट नेवी में है। उसकी बारात भैंसदेही सिरजगांव (बैतूल) से हरदा के टेमागांव गई थी। इसी शादी से लौटते वक्त परिवार हादसे का शिकार हो गया। अनिल के परिवार में उनके अलावा पत्नी और बेटा ही बचे थे। 2008 में बैतूल के करबला घाट पर होली वाले दिन बाइकों की भिड़ंत में अनिल के छोटे बेटे निक्की की मौत हो गई थी। बड़ा बेटा निशांत गुजरात की एक कंपनी में जॉब करता था।
सीएम ने हादसे पर जताया शोक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल-इंदौर नेशनल हाइवे पर हुए भीषण सडक़ हादसे में 6 लोगों के असमय निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजन को यह दुख सहन करने का सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायलों के बेहतर उपचार और पीडि़त परिवार को उचित सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।
क्यों घटी यह भीषण दुर्घटना?
कार के पेड़ से टकराए जाने की दुर्घटना आखिरकार क्यों घटित हुई? पुलिस और स्थानीय निवासियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार-गुरूवार की रात्रि के दरम्यिान जहां कोहरा था वहीं घुमावदार मोड़ भी है जहां हमेशा दुर्घटनाएं होते रहती हैं। इसके अलावा नींद भी एक कारण हो सकती है जिसकी वजह से इतना भीषण हादसा घटित हुआ। जोगली के पास 132 केवी स्टेशन के समीप मोड़ पर जहां यह दुर्घटना घटित हुई है इस स्थान पर अधिकांशत: दुर्घटनाएं होते रहती है इसलिए इसे डेंजर स्पॉट के रूप में जाना -पहचाना जाता है। इस रोड पर एक सैकड़ा से भी ऊपर जाने जा चुकी है। एनएच की लापरवाही का आलम यह है कि यहां मोड़ एवं दुर्घटना संभावित स्थल का चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा है, इसलिए यहां अक्सर भीषण दुर्घटनाएं होती रहती है।
पुलिस को ऐसे मिली दुर्घटना की जानकारी
पुलिस ने बताया कि एनएच से गुजर रहे किसी वाहन चालक ने दुर्घटना देखी तथा डायल 100 को कॉल किया, तब चिचोली पुलिस, डायल हंड्रेड एवं संजीवनी एंबुलेंस घटनास्थल पहुंची। संजीवनी एंबुलेंस के इएमटी योगेश पंवार एवं पायलट ने घायलों एवं मृतकों को चिचोली अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल हेमलता की बैतूल तथा बैतूल से भोपाल ले जाते समय रास्ते में ही मृत हो गई। दूसरी गंभीर रूप से घायल महिला दीपा पति कुंभारे निवासी भडूस की नागपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई।
कुशल मोटर मैकेनिक था अनिल उर्फ गोलू
अनिल उर्फ गोलू कुशल मोटर मैकेनिक था जिसकी कुछ वर्ष पूर्व लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम के पास गैरेज भी था। वर्तमान में वह इंदौर में उसका मोटर गैरेज संचालित कर रहा था। वही उनका इंजीनियर पुत्र लक्की उर्फ निशान जॉब करता था। इसके अलावा गोरेगांव आमला निवासी उसका ममेरा भाई राजू चढोकार गांव का एक संपन्न किसान था। कार भडूस निवासी बलवंत कुंभारे की है। इस तरह शादी समारोह से लौट रहे दो परिवार हादसे का शिकार होकर काल कवलित हो गए।
पुत्र-पुत्री के सिर से उठा माता-पिता का साया
एक साथ उठी चढ़ोकार दम्पत्ति की अर्थी, नम आंखों से अंतिम विदाई
कार दुर्घटना में गोरेगांव निवासी राजकुमार चढोकार एवं उनकी पत्नी शोभा चढ़ोकार की मौत हो जाने से उनके उनका बेटा भावेश (16) और बेटी रियांशी (13) के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। मम्मी पापा की मौत की खबर सुनते ही दोनों का रो-रोककर बुरा हाल हो गया था। दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो समूचे गोरगांव सहित आसपास के क्षेत्रों में मातम व्याप्त हो गया। सभी ने नम आंखों से चढ़ोकार दम्पत्ति को अंतिम विदाई दी।
तीन लोगों का कोठीबाजार मोक्षधाम में हुआ अंतिम संस्कार
कार दुर्घटना में काल कवलित हुए अनिल उर्फ गोलू घोड़की, श्रीमती हेमलता घोड़की एवं निशांत घोड़की का गुरूवार देर शाम कोठीबाजार स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्वजातीय बंधुओं, शहर के नागरिकों, परिजनों, ईष्टमित्रों सहित अन्य लोगों ने शामिल होकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी।
लोनारी कुंबी संगठन ने दी श्रद्धांजलि
कुंबी समाज के एक साथ 6 लोगों की मौत हो जाने से लोनारी कुंबी समाज संगठन ने दिवंगत लोगों को अश्रुपूरित श्रद्धासुमन अर्पित की। इस दौरान अंतिम यात्रा में राजनैतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधियों, विधायक, पत्रकार बंधु, सामाजिक वर्ग, स्वजातीय बंधु और भैंसदेही ब्लाक के क्षत्रिय लोणारी कुनबी संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सहित संगठन के समस्त पदाधिकारियों ने नम आंखों से श्रृद्धांजलि अर्पित की परिवार को शोक संवेदना दी।