कांग्रेस सेवादल के दल दिवस सप्ताह का हुआ समापन


कांग्रेस सेवादल के दल दिवस सप्ताह का हुआ समापन

सागर ।वर्ष के अंतिम सप्ताह को कांग्रेस सेवादल परिवार दल दिवस के रूप में मनाता है। इसी श्रृंखला में शहर कांग्रेस सेवादल परिवार ने 25 दिंसबर से 31 दिंसबर तक शहर के विभिन्न क्षेत्रों मनाया। इस दौरान सेवादल ने गरीब बच्चों को स्वेटर वितरण,प्रभात फेरी,झंडा वादन,कांग्रेस स्थापना दिवस आदि कार्यक्रम किये।
आज इस अभियान के अंतिम दिन पहलवान बब्बा मंदिर प्रागंण और पीली कोठी प्रागंण पर गरीब-निसहायों को कंबल बांटकर इस अभियान का समापन किया।
इस अवसर पर सेवादल के जिला शहर अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा कि दल दिवस अभियान राजनीति से परे अभियान है जिसमें गरीब निसहायों की सेवा का दायित्व सेवादल परिवार उठाता है और यह सेवा करके आत्म संतुष्ठि प्राप्त होती है।

आज सिंटू कटारे के साथ प्रदेश सहसचिव द्बारका चौधरी,ब्लाकाध्यक्ष प्रीतम यादव,आनंद हैला,कल्लू पटैल,नितिन पचौरी,रामगोपाल यादव,अंकुर यादव, अमर श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।


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Govind Sirvya

 
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पुत्र पर हमेशा नजर ,और पुत्री को हमेशा संग रखें : कमल किशोर नागर जी ★ श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह का आयोजन, कथा सुनने ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंच रहे श्रद्धालु


पुत्र पर हमेशा नजर ,और पुत्री को हमेशा संग रखें : कमल किशोर नागर जी
★ श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह का आयोजन,
 कथा सुनने ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंच रहे श्रद्धालु

सागर| ग्राम पटकुई बारारू स्थित वृंदावन धाम परिसर में आयोजित श्रीमद् ज्ञान गंगा भागवत कथा सप्ताह के पांचवे दिवस कथा वाचक संत श्री कमल किशोर नागर जी ने कहा कि जीवन में हमेशा ध्यान रहे कि अपने पुत्र या लड़के को हमेशा नजर में रखना और लड़की, पुत्री को हमेशा संग में रखना। बेटी संभाल कर रखने के लिए है।चाहे जहां बैठने ,भेजने, देखने  की वस्तु नहीं है। बेटी, बेटे से कई गुना ठीक होती है ।
संत श्री नागर जी ने श्रद्धालु श्रोताओं से कहा कि आजकल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद हो रहा है ।बेटी को हम पढ़ा तो सकते हैं लेकिन सुरक्षित कैसे रखें ।बिगड़ने के लिए शासन ने ही मोबाइल दे रखा है। बेटियां बहुत अच्छी होती हैं, उन्हें सुरक्षित रखने की जरूरत होती है। शासन-प्रशासन तो सुरक्षा में लगा है ,लेकिन हमें ऐसे दादाओ की जरूरत है जो कि बहनों की इज्जत बचा सके, ऐसे नहीं जो बहनों की इज्जत लुटे। उन्होंने आह्वान किया है कि दादा तैयार करना है तो कृष्ण जैसे करो, जिन्होंने द्रौपदी की लाज बचाई, गोपियों को ज्ञान दिया ।कृष्ण ने गाय और कन्याओं की रक्षा की ।वर्तमान में ऐसे ही दादाओ की जरूरत है। यदि आपके पास धन है, बल है , तो धन वहां लगाओ जहां कोई निर्धन दिखें और बल वहां लगाओ जहां कोई निर्बल दिखे। धन और बल का हमेशा सदुपयोग करो।

 तुलसी और गीता हमेशा साथ रखें:-
संत श्री नागर जी ने कहा कि ऐसी  औलाद पैदा करने का क्या मतलब जब वह तुम्हारे काम ना आए। इसलिए हमेशा भजन में ध्यान लगाओ।गीता साथ में रखो। संत श्री ने कहा कि यह परंपरा हमारे पुरखों से चली आ रही है कि शर्ट या कुर्ते में जेब बाईं तरफ होती है, इसका कारण

है कि शर्ट या कुर्ते में जेब बाईं तरफ होती है, इसका कारण है कि लोग  पहले इसमें गीता रखते थे, यानी भगवान का वास ह्रदय के पास होता था ।अब ह्रदय के पास बने जेब से गीता गायब है और मोबाइल, चश्मा आदि डाल रखा है।  गीता पास रहेगी और तुलसी हमेशा मुंह में रहेगी फिर कभी भी गाड़ी आ जाए , हम जाने के लिए तैयार है। लेकिन तुम्हें लेने कोई और नहीं गोविंद आएगा।
 
वर्ष में एक बार कथा अवश्य सुनाएं:-
 संत कमल किशोर नागर जी ने कहा कि भगवान ने जिन्हें सक्षम, सबल बनाया है ।वह अपने गांव में ,शहर में, वर्ष में एक बार लोगों को कथा आयोजन कराने का मौका ना  चुके। कथा श्रवण कराने से पुण्य ही मिलेगा। पैसा मिला है ,तो बुद्धि भी सत्कर्म में लगाओ  क्योंकि पैसा सबसे पहले बुद्धि भ्रष्ट करता है, सब उलट-पुलट कर रख देता है ।वर्तमान युग में भागवत कथा ही आपको बचा सकती है ,उद्धार कर सकती है ।भजन में समय लगाओगे भगवान अवश्य मिलेगा।

गधों के लिए नहीं, गाय के लिए कमाओ:-
 संत श्री ने कहा कि आपके पास सब कुछ है लेकिन संतान मूर्ख है तो फिर आप किस आपाधापी में लगे हो। जिनके यहां गधा पैदा हुए हैं  उन्हें मालूम तो पड़ गया होगा ।लोग गाय ,हाथी, घोड़ा यहां तक की मुर्गी के लिए घर बनाते हैं, लेकिन कभी आपने सुना कि किसी ने गधे के लिए घर बनाया हो ।अगर संतान गधा है  तो फिर उसके लिए जोड़ने , घर बनाने, कमाने का क्या मतलब। रात्रि 12:00 बजे के बाद यदि संतान घर में आए तो, दरवाजा मत खोलना वरना आप भी गधे  से कम नहीं हो। अगर संतान गधा के समान है तो उसके लिए नहीं बल्कि गाय के लिए कमाओ जो तुम्हें पूछ पकड़ कर वैतरणी पार करा दे।

कथा केवल तुलसी पत्र से होती है:-
संत श्री जी ने कहा कि लोगों को भ्रांति होती है  कथा में लाखों रुपए खर्च होते हैं। लेकिन यह व्यवस्था की बात है। कथा तो केवल तुलसी पत्र से होती है ।कथा सत्संग जहां भी हो वहां जाने से मत चूकना ।कथा में किसी को परिजन नहीं आने दे रहे , तो किसी

को  उसका पाप नहीं आने दे रहा ।पाप कभी बूढ़ा नहीं होता ।यदि जिंदा बच गया तो फिर साथ आएगा ।इसको कम करने का प्रयास ही सत्संग है। कोई सद् वचन, प्रसाद रूपी प्रभु की दृष्टि कही बटे तो हर कमी दूर हो जाती है ।कथा में तो बैकुंठ वाला धरती पर आ जाता है, तो फिर हम इसे सुनने से क्यों चूकें।

राम से बड़ी राम की कथा:
 भगवान राम की गुरु माता ने दीक्षा में मदयंती के कुंडल मांगे थे क्योंकि मदयंती  ने जिस आस्था ,संयम, साधना के साथ कथाएं सुनी वह कान में तो गई, लेकिन कुंडल में इकट्ठे हो गई। गुरु माता  को राम तो मिल गए थे लेकिन उनकी कथा नहीं मिली थी ।राम से बड़ी राम की कथा है। राम तो सहज नहीं मिल सकते उनकी कथा ही मिल जाए तो ही पर्याप्त है। कथा सुनने से कुंडल बन जाती है। कथा गोल चलती घड़ी की तरह है, इसलिए उसमें पावर रहता है ।लंबी करोगे तो पावर चल पाएगा। इसलिए कथा को कुंडल बनाओ ।कथा में आनंद की तलाश करो , सुख की नहीं। जीवन में सुख कहीं नहीं है। हम दुख को सुख समझकर उसके  पीछे भाग रहे हैं ,जो हमें दुखदाई है।कथा श्रवण मे ही सच्चा सुख,आनंद है।

कृष्ण लीलाओं का वृतांत सुनाया:
संत श्री नागर जी ने श्रीमद्भागवत कथा में कहा कि भगवान ने पूतना को मारा नहीं, तारा है ।भगवान मारते नहीं तारते हैं। उन्होंने भगवान द्वारा किए गए महारास एवं गोपियों को दिए गए ज्ञान की कथा तथा भगवान कृष्ण की बाल लीला का विस्तार से वर्णन किया।

गुरु परिवार का सम्मान :-
कथा में समर्पण भाव से जुटे जगदीश गुरु ,विनोद गुरु का संत श्री ने हाट केश्वर धाम का प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर यजमान श्रीमती राम श्री, श्याम केशरवानी ,डॉक्टर सुशील तिवारी, विधायक प्रदीप लारिया ,राकेश राय, मदन सिंह राजपूत ,खनिज विकास निगम उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मोकलपुर ,भगवान सिंह रघुवंशी, राजेश केशरवानी आदि उपस्थित थे।
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भांजे का विवाह कर लौट रहे मामा-मामी, ममेरा भाई सहित 6 की मौत ★कार एक्सीडेंट में पति-पत्नी, बेटे की हुई मौत से खत्म हो गया पूरा परिवार

 भांजे का विवाह कर लौट रहे मामा-मामी, ममेरा भाई सहित 6 की मौत
★कार एक्सीडेंट में पति-पत्नी, बेटे की हुई मौत से खत्म हो गया पूरा परिवार

बैतूल। चंद घंटे पहले जो परिवार दुल्हे को सेहरा सजा हुआ घोड़ी पर बैठा हुआ देखकर बारात के सामने नृत्य करते हुए लोगों को देखकर खुशियां मना रहा था और नाचने वाले लोगों की न्यौछावर कर बलाएं ले रहा था उसी परिवार के पांच लोगों की एक साथ कार एक्सीडेंट में हुई मौत से समूचे परिवार के लोग दहल उठे। देखते ही देखते समूची खुशियाँ मातम में तब्दील हो गई। जोगली के पास कार एक्सीडेंट में हुई 6 लोगों की मौत में दुल्हन के मामा-मामी, ममेरा भाई सहित चढ़ोकार दम्पत्ति भी शामिल हैं। इनमें से चढ़ोकार दम्पत्ति का जहां गुरूवार को भैंसदेही में अंतिम संस्कार किया गया वहीं तीन लोगों का अंतिम संस्कार बैतूल के कोठीबाजार मोक्षधाम में किया गया। इस घटना को जिस किसी ने भी सुना वह दहल उठा।
जोगली के पास रात्रि 2 बजे हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे-59 ए पर जोगली 132 केवी बिजली स्टेशन के सामने बुधवार की रात्रि लगभग 2 बजे एक कार क्रमांक mp 09/सीजे 7018 सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार में राजकुमार चढोकार (38) उनकी पत्नी शोभा (35), अनिल श्रीराम घोड़की (45), 23 साल का बेटा निशांत घोड़की और बहू हेमलता पति अनिल घोड़की की मौत हो गई। हेमलता घोड़की ने भोपाल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। दीपा पति बलवंत कुंभारे की नागपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई। राजकुमार और शोभा चढ़ोकार गोरेगांव झल्लार के निवासी हैं।  चिचोली टीआई अजय सोनी के मुताबिक कार निशांत चला रहा था।
टेमागांव में भांजे की शादी से लौट रहा था परिवार
अनिल उर्फ गोलू घोड़की पेशे से बस मैकेनिक था। दो साल पहले गांव आमला (बैतूल) से आकर इंदौर में बस गया था। भांजा कमलेश लोखंडे मर्चेंट नेवी में है। उसकी बारात भैंसदेही सिरजगांव (बैतूल) से हरदा के टेमागांव गई थी। इसी शादी से लौटते वक्त परिवार हादसे का शिकार हो गया। अनिल के परिवार में उनके अलावा पत्नी और बेटा ही बचे थे। 2008 में बैतूल के करबला घाट पर होली वाले दिन बाइकों की भिड़ंत में अनिल के छोटे बेटे निक्की की मौत हो गई थी। बड़ा बेटा निशांत गुजरात की एक कंपनी में जॉब करता था।
सीएम ने हादसे पर जताया शोक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल-इंदौर नेशनल हाइवे पर हुए भीषण सडक़ हादसे में 6 लोगों के असमय निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजन को यह दुख सहन करने का सम्बल प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घायलों के बेहतर उपचार और पीडि़त परिवार को उचित सहायता प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।
क्यों घटी यह भीषण दुर्घटना?
कार के पेड़ से टकराए जाने की दुर्घटना आखिरकार क्यों घटित हुई? पुलिस और स्थानीय निवासियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार-गुरूवार की रात्रि के दरम्यिान जहां कोहरा था वहीं घुमावदार मोड़ भी है जहां हमेशा दुर्घटनाएं होते रहती हैं। इसके अलावा नींद भी एक कारण हो सकती है जिसकी वजह से इतना भीषण हादसा घटित हुआ। जोगली के पास 132 केवी स्टेशन के समीप मोड़ पर जहां यह दुर्घटना घटित हुई है इस स्थान पर अधिकांशत: दुर्घटनाएं होते रहती है इसलिए इसे डेंजर स्पॉट के रूप में जाना -पहचाना जाता है। इस रोड पर एक सैकड़ा से भी ऊपर जाने जा चुकी है। एनएच की लापरवाही का आलम यह है कि यहां मोड़ एवं दुर्घटना संभावित स्थल का चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा है, इसलिए यहां अक्सर भीषण दुर्घटनाएं होती रहती है।
पुलिस को ऐसे मिली दुर्घटना की जानकारी
पुलिस ने बताया कि एनएच से गुजर रहे किसी वाहन चालक ने दुर्घटना देखी तथा डायल 100 को कॉल किया, तब चिचोली पुलिस, डायल हंड्रेड एवं संजीवनी एंबुलेंस घटनास्थल पहुंची। संजीवनी एंबुलेंस के इएमटी योगेश पंवार एवं पायलट ने घायलों एवं मृतकों को चिचोली अस्पताल पहुंचाया। गंभीर रूप से घायल हेमलता की बैतूल तथा बैतूल से भोपाल ले जाते समय रास्ते में ही मृत हो गई। दूसरी गंभीर रूप से घायल महिला दीपा पति कुंभारे निवासी भडूस की नागपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई।
कुशल मोटर मैकेनिक था अनिल उर्फ गोलू
अनिल उर्फ गोलू कुशल मोटर मैकेनिक था जिसकी कुछ वर्ष पूर्व लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम के पास गैरेज भी था। वर्तमान में वह इंदौर में उसका मोटर गैरेज संचालित कर रहा था। वही उनका इंजीनियर पुत्र लक्की उर्फ निशान जॉब करता था। इसके अलावा गोरेगांव आमला निवासी उसका ममेरा भाई राजू चढोकार गांव का एक संपन्न किसान था। कार भडूस निवासी बलवंत कुंभारे की है। इस तरह शादी समारोह से लौट रहे दो परिवार हादसे का शिकार होकर काल कवलित हो गए।

पुत्र-पुत्री के सिर से उठा माता-पिता का साया

एक साथ उठी चढ़ोकार दम्पत्ति की अर्थी, नम आंखों से अंतिम विदाई
कार दुर्घटना में गोरेगांव निवासी राजकुमार चढोकार एवं उनकी पत्नी शोभा चढ़ोकार की मौत हो जाने से उनके उनका बेटा भावेश (16) और बेटी रियांशी (13) के सिर से माता-पिता का साया उठ गया। मम्मी पापा की मौत की खबर सुनते ही दोनों का रो-रोककर बुरा हाल हो गया था। दोनों की अर्थी एक साथ  उठी तो समूचे गोरगांव सहित आसपास के क्षेत्रों में मातम व्याप्त हो गया। सभी ने नम आंखों से चढ़ोकार दम्पत्ति को अंतिम विदाई दी।  
तीन लोगों का कोठीबाजार मोक्षधाम में हुआ अंतिम संस्कार
कार दुर्घटना में काल कवलित हुए अनिल उर्फ  गोलू घोड़की, श्रीमती हेमलता घोड़की एवं निशांत घोड़की का गुरूवार देर शाम कोठीबाजार स्थित मोक्षधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्वजातीय बंधुओं, शहर के नागरिकों, परिजनों, ईष्टमित्रों सहित अन्य लोगों ने शामिल होकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी।
लोनारी कुंबी संगठन ने दी श्रद्धांजलि
कुंबी समाज के एक साथ 6 लोगों की मौत हो जाने से लोनारी कुंबी समाज संगठन ने दिवंगत लोगों को अश्रुपूरित श्रद्धासुमन अर्पित की। इस दौरान अंतिम यात्रा में राजनैतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधियों, विधायक, पत्रकार बंधु, सामाजिक वर्ग, स्वजातीय बंधु और भैंसदेही ब्लाक के क्षत्रिय लोणारी कुनबी संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सहित संगठन के समस्त पदाधिकारियों ने नम आंखों से श्रृद्धांजलि अर्पित की परिवार को शोक संवेदना दी।
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बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 फीसदी आरक्षण दिलाने प्रयास जारी : मंत्री भूपेन्द्र सिंह ★ 14 करोड़ की राशि से बने ऑडिटोरियम को लोकार्पण


बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 फीसदी आरक्षण दिलाने  प्रयास जारी  : मंत्री भूपेन्द्र सिंह

★ 14 करोड़ की राशि से बने ऑडिटोरियम को लोकार्पण

सागर 30 दिसम्बर 2021 ।  मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास  अंतर्गत नगर निगम द्वारा मोतीनगर चैराहा के पास 14 करोड से अधिक की लागत से बनाये गए महाकवि पद्माकर सभागार का नगरीय विकास एवं आवास मंत्री .श्री भूपेन्द्र सिंह ने लोकार्पण किया। इस मौके पर नगर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री गौरव सिरोठिया, , श्री राजेंद्र सिंह मोकलपुर, श्री सुशील तिवारी ,संभाग आयुक्त एवं प्रशासक श्री मुकेश शुक्ला, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ.श्री राहुलसिंह के साथ जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिकगण उपस्थित है। इस मौके पर मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों ने पूरे सभागार का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मंत्री श्री भपूेन्द्र ंिसह ने सभागार निर्माण को शहर को मिली बड़ी उपलब्धि बताते हुये कहा कि सागर का कर्ज चुकाने का मेरा संकल्प है और मैं सागर को महानगरों की तर्ज पर विकसित करके अपने कर्ज चुकाने रहा हूं मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि आने वाले 2 वर्षों में सागर का नक्शा बदल जाएगा और सागर महानगरों की श्रेणी में शामिल होगा ।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर विधायक एवं जिला प्रशासन द्वारा जो लगातार विकास के लिए प्रयास एवं इच्छा शक्ति से जो कार्य किए जा रहे हैं इसी के कारण आज सागर विकास की राह पकड़ चुका है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की बात हो चाहे सागर में मेडिकल कॉलेज खोलने की बात हो मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा नगर के विकास के लिए तत्परता से कार्य करते हुए सागर को सौगात दी है ।

उन्होंने कहा कि सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय में रोजगार मुखी विषय प्रारंभ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही डॉ हरिसिंह गौर की उस सपने को भी पूर्ण करने के लिए समस्त प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें सागर सहित संपूर्ण बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 प्रतिषत आरक्षण मिल सके । 


मंत्री श्री सिंह ने कहा कि बड़ा सौभाग्य बड़ी सौभाग्य की बात है कि सागर का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में हुआ और मैं इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि सागर स्मार्ट सिटी बनने से 1000 करोड़ रूपीस से अधिक के कार्य निरंतर चल रही हैं और आने वाले समय में और भी राशि के विकास कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।
 
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर की लंबे समय से जो मांग थी वह आज ऑडिटोरियम के रूप में पूरी हुई है और यह ऑडिटोरियम बनने से सागर में सांस्कृतिक एवं अन्य कार्य किए जा सकेंगे  । उन्होंने कहा कि मेरा बड़ा सौभाग्य है कि जिस चीज का मैंने भूमि पूजन गृह मंत्री के तौर पर किया था आज उसी चीज का लोकार्पण नगरीय विकास मंत्री के रूप में कर रहा हूं । उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्य करने के लिए भगवान का आशीर्वाद एवं आप सब का सहयोग आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि अभी 2 वर्ष मैं सागर के लिए बहुत कुछ करना है जिससे सागर नई ऊंचाइयों के नाम से पहचाने स्थापित कर सके।

विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि  सागर धीरे-धीरे महानगर की ओर बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि यह ऑडिटोरियम बनने से समस्त वर्गों कि व्यक्तियों को लाभ होगा। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं कि मंत्री श्री सिंह के प्रयास से सागर महानगरों की तर्ज पर विकास कर रहा है और आने वाले समय में अगर महानगरों की सूची में अपना नाम स्थापित करेगा ।

उन्होंने कहा कि मोतीनगर क्षेत्र में स्थापित आजाद गार्डन के सामने बन रहे मंगल भवन का कार्य भी शीघ्र गति से हो इसके भी प्रयास शीघ्र ही प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंनेे कहा कि यह आपकी अपनी संपत्ति है जिसे सहेज कर एवं संभाल कर

रखना होगा जिससे लंबे समय तक इसका लाभ हम सबको मिल सके। उन्होंने मंत्री श्री सिंह के सामने मांग रखी कि ऑडिटोरियम के संचालन एवं संधारण के लिए कोई एजेंसी नियुक्त हो जिससे इस ऑडिटोरियम का संचालन सुचारु रुप से किया जा सके।
श्री गौरव सिरोठिया ने कहा कि ऑडिटोरियम बनने से सागर मैं विकास की राय पकड़ ली है और आने वाले समय में सागर का संपूर्ण विकास होगा।

नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि कि नगर का प्रथम ऑडिटोरियम में आधुनिक सुविधायें सुसज्जित है जिसमें सभागाररू- लगभग 14 करोड़ 35 लाख की लागत से बनाये इस 700 सीटर महाकवि पद्माकर सभागर को महानगरों की तर्ज पर आधुनिक सविधाओं से सुसज्जित किया गया है ताकि इसका उपयोग संभाषण, सम्म्ेलन, सेमीनार एवं अन्य कार्यक्रमों में उपयोग किया जा सकेे। इसमें सुविधाओं के तौर पर 700 सीटें है जिसमें 600 भूतल पर और 100 सीट बालकनी पर है। सभागार में सेंटर ए.सी.सिस्टम, फायर फाईटिंग सिस्टम , हाॅल हेतु कम्प्यूटराईज लाईटिंग सिस्टम, कलाकारों हेतु दोनों तलों पर चेंजिंग रूम, दो अतिथि कक्ष, महिला-पुरूष के साथ दिव्यागोें को भी प्रशाधन सुविधायें बेसमेंट पार्किंग, पार्क, फाऊटेंन और परिसर के चारों ओर कांक्रीट सड़क और सुरक्षा दीवार पर सुंदर चित्रकारी भी बनायी गई है। सभागार के चारों और एल.ई.डी.लाईट स्ट्रीट लाईटंे लगायी गई है।


मंच पर प्रदर्शन के दौरान सतरंगी आधुनिक कम्प्यूटाईज लाईटिंग लगायी गई है,जिसमें 8 सारपी लाईटें जो मंच पर फोकस देंगी, तो लगभग 76 एम.एस.एल.ई.डी.लाईटें भी मंच को सतरंगी रोशनी से प्रकाशमय करेंगी तो सभागार में अंदर प्रकाश व्यवस्था में एल.ई.डी.लाईटें लगायी गई है वहीं दीवारों पर भी बालवेसर रंग बिरंगी लाईटें लगायी गई है। जिससे दीवारों का रंग परिवर्तित होता रहेगा अंधेरे भी कुर्सियों के बीच आने जाने के रास्ते में सीढ़ियों स्ट्रिप लाईटें लगी है ताकि सीढ़ियास्पष्ट दिखाई दें साथ ही मंच पर लगे बड़े परदों को खोलने के लिये रिमोर्ट का इस्तेमाल किया जायेगा।

इस प्रकार नगर निगम द्वारा इस सभागर के रूप में नगरवासियों को एक सौगात दी गई है ताकि बडे-बडे कार्यक्रम और लोककलाओं की प्रस्तुति हेतु एक सुसज्जित स्थान प्राप्त होगा। कार्यक्रम के पूर्व में मंत्री श्री सिंह सहित समस्त अतिथि द्वारा कन्या पूजन किया एवं सरस्वती पूजन भी किया कार्यक्रम के अंत में रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अरविंद जैन द्वारा किया गया। 



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मेडिकल एजुकेशन में राजस्व अधिकारी की नियुक्ति, दूसरे दिन भी विरोध जारी, बीएमसी परिसर में हुआ सुंदरकांड भंडारा

मेडिकल एजुकेशन में राजस्व अधिकारी की नियुक्ति, दूसरे दिन भी विरोध जारी, बीएमसी परिसर में हुआ सुंदरकांड भंडारा

सागर। मध्य प्रदेश शासन के राजस्व अधिकारियों की जो दिन दूनी रात चौगनी वृद्धि हो रही है ,उसकी उत्तरोत्तर वृद्धि की मंगल कामना के साथ ,सागर के समस्त चिकित्सा समुदाय ने बीएमसी शिव मंदिर प्रांगण में सुंदर काण्ड का पाठ एवं भंडारे का आयोजन किया ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय आईएमए के सदस्य डॉ सिरोठिया ने शासन के मेडिकल एजुकेशन में डिप्टी कलेक्टर को बैठाने के आदेश का पुरजोर विरोध किया,नर्सिंग होम एसोसिएशन के dr संजीव मुखराया एवम dr मनीष झा ने दैनिक प्राइवेट प्रैक्टिस के महंगे होने की वजह शासन द्वारा थोपे गए विभिन्न करो को बताया  फिजिशियन एसोसिएशन के डॉ प्रदीप चौहान ने बताया चिकित्सा शिक्षा एक वैज्ञानिक विषय  है।
चेस्ट विशेषज्ञ डा ताल्हा के अनुसार विदेशो की गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाओं की मूल वजह उच्च पदों पर टेक्निकल आदमी का आसीन होना होता है,
Dr मोनिका जैन के अनुसार अस्पताल या क्लिनिक खोलने में २० से २२ परमिशन लगती है। Dr पिंकेश गहलोत तथा उमेश पटेल ने आंदोलन कर आगे जोरदार विरोध करने की जरूरत बताई। अंत में प्रोफेसर dr सर्वेश जैन ने पिछले बीस बरस में स्वास्थ्य सेवाओं एवम मेडिकल एजुकेशन के पतन के लिए नीतिगत निर्णय लेने वाली पोस्ट पर राजस्व अधिकारियों की नियुक्ति बताई,उनके अनुसार अखिल भारतीय सेवा नियमो की वजह से यह अधिकारी निरंकुश होते है,
वर्तमान कोरोना की त्रासदी की अव्यवस्था के मूल में भी पढ़े लिखे अंगूठा छाप लोगो का कुर्सी पर बैठना बताया,
फिलहाल प्रदेश में मेडिकल यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर एवम मेडिकल काउंसिल का चेयरमैन राजस्व अधिकारी है।  इस अवसर पर सागर जिले के सारे सरकारी एवम प्राइवेट  एमबीबीएस डॉक्टर उपस्थित थे। सुंदरकांड के बाद सबने भंडारा किया। 
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SAGAR : कंटेनर से 4 करोड के मोबाईल फोन चुराने वाला कंटेनर का चालक चढा पुलिस के हत्थे

SAGAR : कंटेनर से 4 करोड के मोबाईल फोन चुराने वाला कंटेनर का चालक चढा पुलिस के हत्थे


सागर।  पुलिस अधीक्षक महोदय सागर श्री तरूण नायक के मार्गदशन एवं  अति0 पुलिस अधीक्षक  विकम सिंह कुशवाहा, एसडीओपी  अनुराग पांडेय के निर्देशन मे थाना प्रभारी सरखी के नेतत्व मे थाना सुरखी अपराध कमांक 286/2021 धारा 406.407 ताहि के आरोपी इरशाद पिता खान मोहम्मद निवासी अलीमेव थाना वहीन जिला पलवल हरियाणा के द्वारा कंटेनर से करीब 04 करोड 07 लाख रूपये के
इलेक्ट्रानिक सामग्री अमेजॉन कंपनी का माल चेन्नई से गुडगाँव जाते समय सुरखी थाना अंतर्गत फोर लाईन मेवाती ढाबा के पास कटिंग करने पर करीब छ: माह पहले थाना सुरखी पुलिस द्वारा आरोपी इरशाद पिता खान मोहम्मद निवासीअलीमेव थाना वहीन जिला पलवल हरियाणा के विरूद्ध पंजीबद्ध किया।  आरोपी पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक सागर के द्वारा 2000 रू0 का ईनाम उद्घोषित किया गया।  प्रकरण में लगातार सक्रीयता दिखाते हुये आरोपी एवं गये माल मशरूका की पतारसी हेत् सकिय मुखबिर सक्रीय किये गये।
उक्त प्रकरण मे सागर पुलिस टीम के द्वारा मुखबिर की सूचना पर मशक्कत
एवं सक्रियता से आरोपी इरशाद पिता खान मोहम्मद निवासी अलीमेव थाना वहीन जिला पलवल हरियाणा को उसके रहवासी स्थान से गिरफ्तार किया एवं तत्परता पूर्वक आरोपी से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछतांछ की गई जिसने अपने अन्य छ: साथीयो के साथ मिलकर
घटना को अंजाम देना बताया। उक्त प्रकरण मे आरोपी की गिरफ्तारी मे सागर पुलिस टीम उपनिरी0 सुनील शर्मा थाना केंट, उपनिरी0 सत्यव्रत धाकड चौकी प्रभारी ढाना थाना सुरखी, कार्य. प्रआर. राजबब्बर, आर0 लखन, थाना सुरखी आर0 1 प्रवीण जाट की सराहनीय भूमिका रही।

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बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 फीसदी आरक्षण दिलाने प्रयास जारी : मंत्री भूपेन्द्र सिंह ★ 14 करोड़ की राशि से बने ऑडिटोरियम को लोकार्पण




 
बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 फीसदी आरक्षण दिलाने  प्रयास जारी  : मंत्री भूपेन्द्र सिंह

★ 14 करोड़ की राशि से बने ऑडिटोरियम को लोकार्पण

सागर 30 दिसम्बर 2021 । 
मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना विकास अंतर्गत नगर निगम द्वारा मोतीनगर चैराहा के पास 14 करोड से अधिक की लागत से बनाये गए महाकवि पद्माकर सभागार का नगरीय विकास एवं आवास मंत्री .श्री भूपेन्द्र सिंह ने लोकार्पण किया। इस मौके पर नगर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन, श्री गौरव सिरोठिया, , श्री राजेंद्र सिंह मोकलपुर, श्री सुशील तिवारी ,संभाग आयुक्त एवं प्रशासक श्री मुकेश शुक्ला, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ.श्री राहुलसिंह के साथ जनप्रतिनिधिगण एवं नागरिकगण उपस्थित है। इस मौके पर मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों ने पूरे सभागार का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मंत्री श्री भपूेन्द्र ंिसह ने सभागार निर्माण को शहर को मिली बड़ी उपलब्धि बताते हुये कहा कि सागर का कर्ज चुकाने का मेरा संकल्प है और मैं सागर को महानगरों की तर्ज पर विकसित करके अपने कर्ज चुकाने रहा हूं मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि आने वाले 2 वर्षों में सागर का नक्शा बदल जाएगा और सागर महानगरों की श्रेणी में शामिल होगा ।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर विधायक एवं जिला प्रशासन द्वारा जो लगातार विकास के लिए प्रयास एवं इच्छा शक्ति से जो कार्य किए जा रहे हैं इसी के कारण आज सागर विकास की राह पकड़ चुका है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की बात हो चाहे सागर में मेडिकल कॉलेज खोलने की बात हो मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा नगर के विकास के लिए तत्परता से कार्य करते हुए सागर को सौगात दी है ।

उन्होंने कहा कि सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय में रोजगार मुखी विषय प्रारंभ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही डॉ हरिसिंह गौर की उस सपने को भी पूर्ण करने के लिए समस्त प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें सागर सहित संपूर्ण बुंदेलखंड के छात्र-छात्राओं को सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय में 50 प्रतिषत आरक्षण मिल सके ।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि बड़ा सौभाग्य बड़ी सौभाग्य की बात है कि सागर का चयन स्मार्ट सिटी के रूप में हुआ और मैं इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि सागर स्मार्ट सिटी बनने से 1000 करोड़ रूपीस से अधिक के कार्य निरंतर चल रही हैं और आने वाले समय में और भी राशि के विकास कार्य प्रारंभ किए जाएंगे।
 
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सागर की लंबे समय से जो मांग थी वह आज ऑडिटोरियम के रूप में पूरी हुई है और यह ऑडिटोरियम बनने से सागर में सांस्कृतिक एवं अन्य कार्य किए जा सकेंगे  । उन्होंने कहा कि मेरा बड़ा सौभाग्य है कि जिस चीज का मैंने भूमि पूजन गृह मंत्री के तौर पर किया था आज उसी चीज का लोकार्पण नगरीय विकास मंत्री के रूप में कर रहा हूं । उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्य करने के लिए भगवान का आशीर्वाद एवं आप सब का सहयोग आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि अभी 2 वर्ष मैं सागर के लिए बहुत कुछ करना है जिससे सागर नई ऊंचाइयों के नाम से पहचाने स्थापित कर सके।

विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि  सागर धीरे-धीरे महानगर की ओर बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि यह ऑडिटोरियम बनने से समस्त वर्गों कि व्यक्तियों को लाभ होगा। मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं कि मंत्री श्री सिंह के प्रयास से सागर महानगरों की तर्ज पर विकास कर रहा है और आने वाले समय में अगर महानगरों की सूची में अपना नाम स्थापित करेगा ।

उन्होंने कहा कि मोतीनगर क्षेत्र में स्थापित आजाद गार्डन के सामने बन रहे मंगल भवन का कार्य भी शीघ्र गति से हो इसके भी प्रयास शीघ्र ही प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंनेे कहा कि यह आपकी अपनी संपत्ति है जिसे सहेज कर एवं संभाल कर रखना होगा जिससे लंबे समय तक इसका लाभ हम सबको मिल सके। उन्होंने मंत्री श्री सिंह के सामने मांग रखी कि ऑडिटोरियम के संचालन एवं संधारण के लिए कोई एजेंसी नियुक्त हो जिससे इस ऑडिटोरियम का संचालन सुचारु रुप से किया जा सके।
श्री गौरव सिरोठिया ने कहा कि ऑडिटोरियम बनने से सागर मैं विकास की राय पकड़ ली है और आने वाले समय में सागर का संपूर्ण विकास होगा।

नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि कि नगर का प्रथम ऑडिटोरियम में आधुनिक सुविधायें सुसज्जित है जिसमें सभागाररू- लगभग 14 करोड़ 35 लाख की लागत से बनाये इस 700 सीटर महाकवि पद्माकर सभागर को महानगरों की तर्ज पर आधुनिक सविधाओं से सुसज्जित किया गया है ताकि इसका उपयोग संभाषण, सम्म्ेलन, सेमीनार एवं अन्य कार्यक्रमों में उपयोग किया जा सकेे। इसमें सुविधाओं के तौर पर 700 सीटें है जिसमें 600 भूतल पर और 100 सीट बालकनी पर है। सभागार में सेंटर ए.सी.सिस्टम, फायर फाईटिंग सिस्टम , हाॅल हेतु कम्प्यूटराईज लाईटिंग सिस्टम, कलाकारों हेतु दोनों तलों पर चेंजिंग रूम, दो अतिथि कक्ष, महिला-पुरूष के साथ दिव्यागोें को भी प्रशाधन सुविधायें बेसमेंट पार्किंग, पार्क, फाऊटेंन और परिसर के चारों ओर कांक्रीट सड़क और सुरक्षा दीवार पर सुंदर चित्रकारी भी बनायी गई है। सभागार के चारों और एल.ई.डी.लाईट स्ट्रीट लाईटंे लगायी गई है।


मंच पर प्रदर्शन के दौरान सतरंगी आधुनिक कम्प्यूटाईज लाईटिंग लगायी गई है,जिसमें 8 सारपी लाईटें जो मंच पर फोकस देंगी, तो लगभग 76 एम.एस.एल.ई.डी.लाईटें भी मंच को सतरंगी रोशनी से प्रकाशमय करेंगी तो सभागार में अंदर प्रकाश व्यवस्था में एल.ई.डी.लाईटें लगायी गई है वहीं दीवारों पर भी बालवेसर रंग बिरंगी लाईटें लगायी गई है। जिससे दीवारों का रंग परिवर्तित होता रहेगा अंधेरे भी कुर्सियों के बीच आने जाने के रास्ते में सीढ़ियों स्ट्रिप लाईटें लगी है ताकि सीढ़िया स्पष्ट दिखाई दें साथ ही मंच पर लगे बड़े परदों को खोलने के लिये रिमोर्ट का इस्तेमाल किया जायेगा।

इस प्रकार नगर निगम द्वारा इस सभागर के रूप में नगरवासियों को एक सौगात दी गई है ताकि बडे-बडे कार्यक्रम और लोककलाओं की प्रस्तुति हेतु एक सुसज्जित स्थान प्राप्त होगा। कार्यक्रम के पूर्व में मंत्री श्री सिंह सहित समस्त अतिथि द्वारा कन्या पूजन किया एवं सरस्वती पूजन भी किया कार्यक्रम के अंत में रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अरविंद जैन द्वारा किया गया। 

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कौशल विकास के बिना आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना अधूरी- प्रो. बरतूनिया ★ डॉ. गौर कौशल विकास मेला का आयोजन


 कौशल विकास के बिना आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना अधूरी- प्रो. बरतूनिया


★ डॉ. गौर कौशल विकास मेला  का आयोजन 
 
सागर. 30 दिसंबर. डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के कम्युनिटी कॉलेज के तत्त्वावधान में डॉ. गौर कौशल विकास मेला आयोजित हुआ. आचार्य शंकर भवन में आयोजित मेले का उदघाटन मुख्य अतिथि बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ (उ.प्र) के कुलाधिपति डॉ. प्रकाश बरतूनिया और कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने फीता काटकर किया. प्रो. बरतूनिया ने कहा कि डॉ. गौर की धरती पर उद्यमी विद्यार्थियों का यह मेला अद्भुत है. इस विश्वविद्यालय से काफी महान हस्तियाँ देश-विदेश में परचम लहरा रही हैं. यहाँ आना मेरे लिए गौरव की बात है. एक विद्यार्थी सिद्धांत रूप में जो कुछ पढ़ता-समझता है, यह मेला उसका व्यावहारिक स्वरुप है. 

 कौशल विकास के बिना आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना अधूरी- प्रो. बरतूनिया

आत्मनिर्भर भारत और कौशल विकास में उच्च शिक्षण संस्थाओं की भूमिका विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार कर रहा है. कौशल विकास के बिना आत्मनिर्भरता की संकल्पना अधूरी है. कोरोना महामारी के समय में मास्क और सैनेटाइजर जैसे आवश्यक वस्तुओं का घरेलू उत्पादन करके देश ने पूरी दुनिया के सामने एक मिशाल पेश किया है. स्किल डेवलेपमेंट का उद्देश्य ही यही है कि पढ़े-लिखे लोगों के अतिरिक्त कम पढ़े-लिखे लोग भी उद्यम कर सकते हैं. विश्वविद्यालय ऐसे उद्यमियों और ऐसे पाठ्यक्रम संचालित करने और उन्हें प्लेटफार्म उपलब्ध करने की यथोचित संस्था है. ऐसे प्रयास सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि गाँवों के पारंपरिक हुनर और कौशल जैसे लोहे के उपकरण बनाना, काष्ठ कला आदि के पाठ्यक्रम भी संचालित किये जाने चाहिए.
 
आत्मनिर्भर सागर से बनेगा आत्मनिर्भर भारत- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 

अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2021 की समाप्ति पर यह मेला नए साल के लिए एक सौगात के रूप में है. अल्प समय में आयोजित यह मेला एक बानगी भर है. आने वाले दिनों में वृहद् स्तर परइस तरह के आयोजन किये जाएंगे. आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना के तहत हम आत्मनिर्भर सागर के लिए तैयार हो रहे हैं. विश्वविद्यालय का प्रयास है कि यहाँ संचालित प्रत्येक विभाग एक कौशल विकास के पाठ्यक्रम संचालित करे. इस प्रयास से प्रत्येक विद्यार्थी के हाथों में डिग्री के साथ-साथ कौशल भी होगा. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के कौशल और प्रतिभा को निखारने के लिए जो भी संसाधन जरूरी होंगे वे उन्हें प्रदान किये जाएंगे. विद्यार्थी की प्रतिभा का सदुपयोग हो सके और उनकी प्रतिभा को बाजार तक पहुंचाने में विश्वविद्यालय एक प्लेटफ़ॉर्म की तरह है. एक कुशल एवं उद्यमी विद्यार्थी से प्रेरित होकर युवा पीढ़ी भी उद्यमिता की तरफ आगे बढ़ेंगे. यही हमें आत्मनिर्भरता की तरफ ले जाएगा. उन्होंने सभी विद्यार्थियों और पाठ्यक्रम समन्वयकों को इस आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित कीं.
 
उद्यमी विद्यार्थियों ने साझा किये अपने अनुभव                                                                                                      
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत एवं पूर्व विद्यार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किये. पायल रिटोरिया, अनिल, लक्ष्मी, रुबीना सहित कई विद्यार्थियों ने बताया कि कम्युनिटी कालेज के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के माध्यम से कैसे उन्होंने स्वरोजगार स्थापित किया और आज समाज में उनकी एक अलग पहचान है.
 
कार्यक्रम में कम्युनिटी कॉलेज की नोडल अधिकारी प्रो. श्वेता यादव ने स्वागत भाषण दिया और संचालित पाठ्यक्रमों और गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी. अतिथियों का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान भी किया गया.  कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने अतिथियों और मेले में आये दर्शकों के प्रति आभार व्यक्त किया. संचालन डॉ. आशुतोष ने किया. इस अवसर पर प्रो अम्बिकादत्त शर्मा, प्रो. आर पी मिश्रा, प्रो. केके एन शर्मा, प्रो. पीपी सिंह, प्रो. यू.एस.गुप्ता सहित कई शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी, और सागर शहर के गणमान्य नागरिक, पत्रकार बंधु मौजूद रहे.   
 
हाथों से बने डिजाइनर परिधान रहे आकर्षण का केंद्र 
छात्रा रुबीना ने बताया कि कई उन्होंने और सहयोगियों ने टेक्सटाइल में डिप्लोमा की पढ़ाई करके अनेक डिजाइनर कपड़े, लहंगे, रुमाल, स्वेटर, मोज़े, अनेक तरह के उपयोगी बैग्स तैयार किये हैं जो लोगों को पसंद आ रहे हैं. इनकी कीमत भी बाजार से काफी कम है. 
 
मेले में दिखी सुई-धागे की अद्भुत कारीगरी और अनुपयोगी कागज़ से बनी सजावट की सामग्री  
छात्रा ऋतंभरा और पारुल ने बताया कि सुई और धागे से काफी महीन कारीगरी करके कान के आभूषण तैयार किये हैं. हाथों के कंगन भी रेशमी धागों से तैयार किये हैं जो काफी आकर्षक और टिकाऊ हैं. वेस्ट मैटेरियल मैनेजमेंट की छात्रा अदिति जैन एवं अंजलि ने बताया कि पुराने रद्दी, प्लास्टिक और अन्य अनुपयोगी सामग्री ने उन्होंने डेकोरेशन की काफी वस्तुएं तैयार की हैं. बंदनवार, पेंटिंग्स, कागज़ के झूमर, बास्केट, पेन स्टैंड आदि काफी आकर्षक और किफायती हैं.
 
मिट्टी और प्लास्टर ऑफ़ पेरिस की बनी कलाकृतियों और पेंटिंग्स से हुआ भारत दर्शन   

पर्यटन में डिप्लोमा के विद्यार्थियों ने मिट्टी और प्लास्टर ऑफ़ पेरिस से बनी अनेक कलाकृतियाँ जैसे तंजौर का मंदिर, कोणार्क का सूर्य मंदिर, डॉ गौर की मूर्ति, अप्सरा, गौतम बुद्ध आदि सहित कई मूर्तियाँ प्रदर्शन और बिक्री के लिए रखीं. इसके अलावा देश भर के अनेक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों की पेंटिंग्स भी आकर्षित करने वाली रही.  
 
जैविक खाद, कीटनाशक के निर्माण और मशरूम कल्टीवेशन का हुआ सजीव प्रदर्शन  
मशरूम कल्टीवेशन के विद्यार्थियों ने जैविक खाद,मिट्टी के जैविक पोषकों, कीटनाशकों और मशरूम कल्टीवेशन के निर्माण की विधियां भी बताईं. साथ ही उन्होंने तैयार किये गये उत्पादों को भी बिक्री के लिए रखा. मशरूम पाउडर और अचार के प्रति भी दर्शकों का काफी रुझान रहा.   
 
मेले में खाद्य सामग्री की भी हुई बिक्री, विभिन्न पाठ्यक्रमों के परिचय के स्टाल भी लगे 

हाथ से बनी खाने वाली वस्तुयें भी मेला के दर्शकों का आकर्षण रहीं. मुरब्बा, अचार, कैंडीज, मुल्तानी मिट्टी, नीम और ग्लिसरीन से बने साबुन की भी काफी बिक्री हुई. बांस से बनी हुई कई सामग्री भी मेले में उपलब्ध रही. वाटर प्यूरीफिकेशन की तकनीक को दर्शाने वाले स्टाल पर भी काफी भीड़ रही. इसके अलावा विभिन्न रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के प्रति युवाओं के रुझान के लिए जानकारी प्रदान करने वाले स्टाल भी लगाये गये.इन स्टाल पर तनिष्का सोनी और आदित्य सोनी ने बताया कि मेला से हमे नए अनुभव मिले।  गौरतलब है कि वर्तमान में कौशल विकास के 19 रोजगारपरक पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं.
 
फन-गेम कार्नर में सबने भाग्य आजमाया 
विज्ञान के साथ-साथ मनोरंजन पर केंद्रित एक फन-गेम कॉर्नर भी उपलब्ध रहा. पानी से भरी बाल्टी में सिक्का डालने पर नीचे रखी एक कटोरी में सिक्के को गिराना था. शर्त यह थी कि जिसका सिक्का कटोरी में गिरेगा उसको दुगना पैसा वापस मिलेगा. इस खेल में बच्चों और बड़ों सबने भाग्य आजमाया. यह काफी आकर्षक और मनोरंजक रहा.
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