वक्ता से सुधर जाओगे तो बुरा वक्त नहीं आएगा: नागर जी ★ श्रीमद् ज्ञानगंगा भागवत कथा का आयोजन ★ जय कन्हैयालाल की, के उद्घोष से गूंजा कथा पंडाल, भजन संकीर्तन पर जमकर नाचे श्रद्धालु

वक्ता से सुधर जाओगे तो बुरा वक्त नहीं आएगा: नागर जी

★ श्रीमद् ज्ञानगंगा भागवत कथा का आयोजन
 ★ जय कन्हैयालाल की, के उद्घोष से गूंजा कथा पंडाल, भजन संकीर्तन पर जमकर नाचे श्रद्धालु








सागर । कोई भी अच्छी बात कहे चाहे वह छोटा हो या बड़ा हो तो उसकी बात मानना चाहिए| वक्त और वक्ता में से वक्ता  से सुधर जाओगे तो कभी बुरा वक्त नहीं आएगा| मन को गुरु बनाया तो मन की सुनोगे और मनमानी करोगे इसलिए मन मुखी नहीं हमेशा गुरुमुखी बनो| वह तुम्हें हमेशा सही रास्ता दिखाएगा| उक्त अमृतमय  उद्गार संत श्री कमल किशोर नागर जी ने ग्राम पटकुई बरारू स्थित वृंदावन धाम में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान श्रद्धालुओं के समक्ष व्यक्त किए |
संत श्री नागर जी ने कहा कि जब हम गाड़ी चलाते हैं और रास्ते में कोई मोड़ आ जाए, तो रुकना या धीमा होना पड़ता है लेकिन फिर गति पकड़ लेते हैं| उसी तरह जीवन में कभी कोई मोड़ आ जाए, जीवन की गाड़ी में थोड़ा ब्रेक लग गया, तो समझना कि कुछ बिगड़ा है, इसलिए गाड़ी रुकी है| ईश्वर ने आपको रोककर शायद सही दिशा दिखाने का कार्य किया है| मोड़ पर जीवन खत्म नहीं होता, बल्कि हमें दिशा मिलती है, इसलिए जीवन में आए ब्रेक को भगवान का प्रसाद समझना, उसका साथ नहीं छोड़ना और कभी  नास्तिक मत बनना| प्रभु में सदा आस्था रखना| तुलसीदास जी यदि अपनी पत्नी के वियोग में ससुराल नहीं जाते तो उन्हें भगवान राम कभी नहीं मिलते| यह उनके जीवन का मोड था| संत श्री ने कहा कि कोई भी आपसे कुछ भी बोले उसे दुश्मन नहीं मानना, उसके बोले पर विचार अवश्य करें कि उसकी क्या इच्छा है, बोलने वाले को पूरा मौका दो |


संत नागर जी ने हजारों उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने अमृत वचनों से भाव विभोर करते हुए कहा कि गुरु तो शब्द है, शरीर शब्द नहीं हैं| जिसकी सोच अच्छी है वह पंडित है, जिसका स्वभाव अच्छा है वह संत है जिसका शब्द अच्छा है वह गुरु है |सिर्फ पीले या भगवा वस्त्र पहनने से संत नहीं बन सकते |संत बनने के लिए सरल स्वभाव जरूरी है |कपड़ा बदलने से नहीं कर्म बदलने से ही संत बना जा सकता है|कपड़ा बदलना आसान है पर कर्म बदलना मुश्किल है | नागर जी ने कहा कि सदा एक से रहो, ज्यादा चमक दमक में पढ़ोगे तो पाप अवश्य करोगे |चमक तो सूर्य ,चंद्र और अग्नि की भी स्थाई नहीं है, वह भी आते हैं और डूब जाते हैं| इसलिए चमक में नहीं ,भगवान के भजन में विश्वास करोगे तो तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा |संत श्री ने कहा कि भगवान से यही प्रार्थना करो कि मुझे तुलसी ,वाल्मीकि, ध्रुव, प्रहलाद जैसा बनाना |श्री कृष्ण की 16 हजार 108 पट रानियां थी |उन्होंने कृष्ण से शादी नहीं की ,सिर्फ कृष्ण का पल्ला पकड़ा क्योंकि कृष्ण पतित पावन है| पल्ले से पत्नी ही नहीं पुण्य भी बनता है |एक पल्ले पर यदि परिवार को बांध रखा है, तो दूसरे पल्ले  पर  पुण्य बांध लोगे तो संतुलन बना रहेगा |जो मिला उसमें ही संतोष करो ,जो भगवान ने दिया अच्छा दिया| बस भगवान का पल्ला पकड़े रहो|

तेरहवा काम नहीं तेरहवीं में विश्वास: -

संत कमल किशोर नागर जी ने कहा मनुष्य के जीवन में 13 कार्य स्वयं करना पड़ते हैं |मनुष्य को भोजन, प्यास, खांसी ,नींद, छींक, जम्हाई ,दुख ,सुख, रोना  हंसना, नित्य क्रिया ,पीड़ा सहना एवं भोजन का कार्य स्वयं करना पड़ता है| मनुष्य 12 कार्य तो कर रहा है लेकिन तेरहवा कार्य (भजन) की बजाए तेरहवीं करने में लगा है| जीवन में जिस तरह तुम्हारे 12 कार्य कोई नहीं कर सकता ,उसी तरह तुम्हारे हक़ का भजन भी कोई नहीं कर सकता |भगवान को पाने के लिए भजन स्वयं को करना पड़ेगा इसलिए तेरहवी में नहीं तेरहवें कार्य में विश्वास करो|
 भगवान को देखने में नहीं सुनने में विश्वास करो :-
संत नागर जी ने कहा कि सुखदेव जी की कथा में विशेषता यह है कि गोविंद आते हैं| जिस कथा में गोविंद आए उसे छोड़ना मत| 16 वर्ष के सुखदेव की कथा उनके 87 वर्षीय पिता भी सुनते हैं| उसका कारण यह था कि पिता ने कथा का वर्णन तो कर दिया परंतु आत्मज्ञान प्राप्त नहीं कर सके| भगवान को पाने के लिए आत्मज्ञान जरूरी है| लोग कहते हैं कि हमें भगवान दिखता नहीं है, वह हमें इसलिए नहीं दिखता कि हमारी आंख, हमारा दृष्टिकोण ठीक नहीं| हमारे कर्म, दृष्टि ,शरीर सब खराब फिर भी हम प्रभु को देखने की इच्छा रखते हैं| जिस नजर से ठाकुर जी हमें देख रहे हैं यह नजर हममे नहीं है| कर्म अच्छे करोगे तो वह तुम्हें देख रहा है, उसे देखने की लालसा की वजह , भजन की लालसा रखो| जितना ईश्वर को भजने में आनंद है ,उतना उसे देखने में नहीं। राम| ने रावण को 85 दिन तक देखा ,लेकिन वह दृष्टि ठीक नहीं थी|

वक्त का इंतजार मत करो :--

संत ने कहा कि वक्त का कभी इंतजार मत करो |वक्त  उलट पलट कर देता है| वक्त खतरनाक होता है| ठोकर खाकर सुधरोगे तो मजा नहीं आएगा| उसके पहले ही सुधर जाए ,तो जीवन का आनंद अलग होगा और यह भजन से ही संभव है| भगवान से शिकायत रहती है कि वह देर करता है |भगवान देर तो करता है लेकिन अंधेर नहीं करता |वह यह चाहता है तुम्हारी टेर बंद ना हो जाए| दिशा एक रखना चाहे दशा भले ही बदल जाए |जिस का भजन अखंड है, उसका भगवान अखंड है| जहां कथा पंडाल हो वहां समझो छोटा भारत है| और जहां भारत है वहां भगवान है|


 हर्षोल्लास से बनाया कृष्ण  प्रकटोत्सव :
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा सप्ताह के चतुर्थ दिवस श्री कृष्ण प्रकटोत्सव  धूमधाम से मनाया गया| नंद बाबा, बालस्वरूप कृष्ण को जब टोकरी में रखकर मंच पर पहुंचे तो पूरा पंडाल जय कन्हैयालाल की, हाथी घोड़ा पालकी के उद्घोष से गूंज उठा | श्रद्धालुओं ने नाच गाकर एवं भजन के उद्घोष के बीच हर्षोल्लास से प्रकट उत्सव मनाया| इस अवसर पर कथा पंडाल को वंदन वारो ,कलश ,पुष्पमालओ से आकर्षक रूप से सजाया गया था|
 इस अवसर पर मुख्य यजमान श्रीमति राम श्री, श्याम केशरवानी ,खनिज विकास निगम उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह मोकलपुर ,पंडित सुशील तिवारी ,राकेश राय ,मदन सिंह राजपूत ,जगदीश गुरु ,श्रीमती शीला देवी गुरु,प्रज्ञा गुरु, विनोद गुरु ,श्रीमती मधु गुरु ,विक्रम ,विट्ठल, आदित्य, प्रद्युम्न गुरु आदि उपस्थित थे।




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वार्षिक राशिफल 2022 : कैसा रहेगा नया साल 2022 : धनु , मकर , कुम्भ और मीन राशि के जातकों का राशिफल ★ पण्डित अनिल पांडेय

वार्षिक राशिफल 2022 : कैसा रहेगा नया साल 2022 : धनु , मकर , कुम्भ और मीन  राशि के जातकों का  राशिफल

★ पण्डित अनिल पांडेय


नया साल शुरू हो रहा है। जातक के लिए कैसा रहेगा साल 2022 । जाने पहले धनु , मकर , कुम्भ और मीन  राशि के जातकों का सालाना राशिफल।


धनु राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशि फल



धनु राशि राशि चक्र की नवीं राशि है। मूल नक्षत्र के चारों चरण , पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के चारों चरण तथा उत्तराषाढ़ा  नक्षत्र का  प्रथम चरण मिलकर धनु राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी गुरु है । इस राशि की आकृति ऊपरी भाग धनुष लिए मनुष्य एवं निचला हिस्सा घोड़े के समान होता है । । इसका स्वभाव स्थिर  है । धनु राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व अग्नि है ,गुण सात्विक  है जाति क्षत्रिय है । यह रात्रि में बली होता है  । यह पूर्व दिशा की स्वामी है ।  यह राशि पित्त प्रकृति की है।शरीर में जांघ और कमर पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के जातक दयालु, परोपकारी, ईश्वर भक्त ,अधिकार प्रिय एवं मर्यादित होते हैं । ये शूरवीर ,सत्य बुद्धि से युक्त , सात्विक , आनंद प्रदान करने वाले , शिल्प विज्ञान से संपन्न , धन से युक्त , सुंदर स्त्री वाले , चरित्रवान , सुंदर शब्दों को बोलने वाले तेजस्वी तथा मोटे शरीर वाले होते हैं।  इस राशि वालों के लिए शनि बाधक ग्रह होता है । कुंभ  राशि बाधक राशि होती है और सूर्य इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।

धनु राशि के जातकों के लिए  यह वर्ष मिश्रित फलदाई है । कुछ क्षेत्रों में बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे , कुछ में सामान्य और कुछ में खराब ।

धन उपार्जन-जनवरी से अप्रैल तक आपको बहुत सामान्य धन लाभ होगा । मई और जून के महीने में धन लाभ थोड़ा ज्यादा होने की संभावना है ।अक्टूबर और नवंबर के महीने में आपको  अच्छा धन लाभ होगा । पूरे अक्टूबर एवं नवंबर माह में अच्छा धन लाभ नहीं होगा ।  अक्टूबर और नवंबर दोनों महीनों के कुछ दिनों में अच्छा धन लाभ होगा। 
उपाय- आपको चाहिए कि आप शुक्रवार को किसी मंदिर में जाकर गरीबों को चावल का दान दें।

कैरियर-जनवरी फरवरी मार्चऔर अप्रैल के महीने आपके कैरियर की दृष्टि से सामान्य है। मई और जून के महीने में आपके कैरियर में एक उछाल या गिरावट आ सकती है । यह भी संभव है कि उस समय आपका स्थान हो या सीट बदली  जाए ।आपके खर्च में बढ़ोतरी होगी । जुलाई अगस्त ,सितंबर और अक्टूबरके महीने में फिर आपका कैरियर स्थिर हो जाएगा । नवंबर और दिसंबर के महीने में फिर आपके कैरियर में उछाल या गिरावट आ सकती है। अच्छी या बुरी पोस्टिंग आपके दशा और अंतर्दशा पर निर्भर करती है।
उपाय-आपको विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करना चाहिए।

भाग्य- वर्ष के प्रारंभ में आपका भाग्य आपका साथ देगा । और उसके बाद आपका भाग्य सामान्य हो जाएगा । अप्रैल के महीने से आपको भाग्य की मदद  बहुत कम मिलेगी ।अतः आपको अपने परिश्रम पर विश्वास करना चाहिए । आपको अपने  किए गए परिश्रम के अनुपात में ही फल की प्राप्ति होगी ।
उपाय- आपको शनिवार के दिन शनि मंदिर में जा कर पूजा अर्चना करनी चाहिए।

परिवार- अप्रैल के महीने के बाद आपको अपने माता जी से बहुत ज्यादा सहयोग प्राप्त होगा । जनता में भी आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी । पिताजी के साथ आपके संबंध सामान्य ही रहेंगे । भाई बहनों के साथ आपके संबंध कोई बहुत अच्छे नहीं रहेंगे । इस वर्ष  आपको अपनी संतान से बहुत सहयोग प्राप्त नहीं होगा ।
उपाय-आपके प्रति गुरुवार राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए।

स्वास्थ्य-आपके स्वास्थ्य में इस वर्ष कुछ व्यवधान आ सकते हैं । यह संभव है की छोटे-मोटे ऑपरेशन भी हो । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । आपके जीवन साथी को चमड़ी संबंधी कोई परेशानी हो सकती है।
उपाय-हर बुधवार आपको काले कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए।

व्यापार-इस वर्ष मार्च-अप्रैल तथा सितंबर अक्टूबर मैं आपका व्यापार तेजी से आगे बढ़ेगा । जिसके कारण आपको धन की भी प्राप्ति होगी । जून और जुलाई महीने में भी आपके व्यापार में तेजी आएगी । इस प्रकार पूरा वर्ष आपके लिए व्यापार के संबंध में ठीक है । परंतु व्यापार में तरक्की तभी होगी जब आप पूरी तरह से उसमें ध्यान दें और कार्य करें।
उपाय-बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।

विवाह-अविवाहित जातकों के लिए जनवरी से अप्रैल के बीच में विवाह के अच्छे प्रस्ताव आएंगे । आपको इन प्रस्तावों  पर अच्छे से कार्यवाही करनी है अन्यथा ये प्रस्ताव , प्रस्ताव भर ही रह जाएंगे। जनवरी फरवरी-मार्च तथा जुलाई और अगस्त में अगर आपकी दशा अंतर्दशा ठीक है तो विवाह तय हो कर होने की भी उम्मीद है।
उपाय-गुरुवार को राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें तथा रामचंद्र जी के मंदिर में जाकर भिखारियों को चावल का दान दें ।

मकान कार जमीन आदि खरीदना -मई और जून के महीने में इस बात की बहुत संभावना है कि आप मकान जमीन आदि खरीदें । इसके उपरांत नवंबर और दिसंबर के महीने में भी इस प्रकार के संयोग बनेंगे । उसके अलावा  पूरे वर्ष में इस बात के संयोग बन सकते हैं कि आप कुछ बड़ी खरीदारी करें या कुछ बड़ा खर्चा करें।
उपाय-अपने घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलाएं।

वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको  अपने घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलानी है ।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष की सभी एकादशी को व्रत रखें और सुंदरकांड का पाठ करें । 


वार्षिक राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : मेष , वृष ,मिथुन और कर्क राशि के जातकों का राशिफल

★ पण्डित अनिल पांडेय -

पढ़े : राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : सिंह , कन्या, तुला और  वृश्चिक राशि के जातकों का  राशि फल 

★ पण्डित अनिल पांडेय -




मकर राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशि फल।



मकर राशि राशि चक्र की दसवीं राशि है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के अंतिम तीन चरण  चरण ,  श्रवण नक्षत्र के चारों चरण तथा धनिष्ठा  नक्षत्र का  प्रथम दो चरण मिलकर मकर राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी शनि है । इस राशि की आकृति मगर समान होती है । । इसका स्वभाव चर  है । धनु राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व पृथ्वी है ,गुण तमोगुणी  है जाति वैश्य है । यह रात्रि में बली होता है  । यह दक्षिण दिशा की स्वामी है ।  यह राशि वात प्रकृति की है।शरीर में जोड़ और घुटने पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक विद्वान संगीतज्ञ सुंदर स्त्रियों का प्रिय पात्र पुत्रों से युक्त माता का पेड़ धनी त्यागी अच्छी नौकरी वाला दयालु बहुत भाइयों वाला और सुख लिए अधिक चिंतन करने वाला होता है ।   इस राशि वालों के लिए मंगल बाधक ग्रह होता है । वृश्चिक  राशि बाधक राशि होती है और बुध इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।

वर्ष 2022 मकर राशि के जातकों के लिए मिश्रित फलदाई है । वर्ष के प्रारंभ में स्थितियां कम अच्छी है । वर्ष के मध्य में स्थितियां बेहतर हो रही हैं तथा अंत में भी बेहतर रहेगी।

धन उपार्जन:-माह जनवरी ,मई और जून ,अगस्त और सितंबर ,नवंबर और दिसंबर में धन आने के अच्छे योग हैं । इन सभी महीनों में धन लाभ होना है कभी कम और कभी ज्यादा। आप को अधिकतर धन अच्छे रास्ते से ही आएगा । बुरे रास्ते से बहुत कम धन नाौऐ आने की संभावना है।
उपाय-हर महीने के लिए अलग-अलग उपाय हैं । परंतु आपको सूर्य भगवान को जल पूरे 12 महीने देना चाहिए ।


कैरियर:-कार्यालय के क्षेत्र में आपकी प्रगति अप्रैल माह तक कम रहेगी ।अप्रैल माह के उपरांत मई और जून में आपको उछाल मिल सकता है यह संभव है इस दौरान आपकी सीट बदल दी जाए या आपका आप कार्य अधिकारियों को अत्यंत पसंद आने लगे । कैरियर की दृष्टि से मई और जून बहुत अच्छे हैं । जुलाई-अगस्त जुलाई से लेकर के अक्टूबर तक का समय थोड़ा कम अनुकूल है । परंतु नवंबर और दिसंबर दोनों बहुत अच्छे हैं।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर गरीबों के बीच चावल का दान दें।

भाग्य-अप्रैल तक आपको भाग्य से कोई मदद बड़ी मुश्किल से ही मिलेगी । अप्रैल के बाद आपका भाग्य आपका साथ देने लगेगा । इस समयावधि में आपके कई कार्य थोड़े परिश्रम से ही हो जाएंगे ।  मई और जून में आपका भाग्य आप की थोड़ी ज्यादा मदद करेगा । जुलाई अगस्त और सितंबर में इस मदद में थोड़ी कमी आएगी ।  नवंबर और दिसंबर के महीने में पुनः भाग्य आपका अच्छे से साथ देगा।
उपाय-हर बुधवार गाय को हरा चारा खिलाएं।

परिवार-आपको अपने भाई बहनों का सहयोग इस वर्ष कि कुछ विशेष महीनों में ही मिलेगा जैसे मई और जून के महीने में आपको अपने भाई बहनों का अच्छा सहयोग प्राप्त होगा जुलाई अगस्त  सितंबर और अक्टूबर के महीने में इस सहयोग में थोड़ी कमी आएगी नवंबर और दिसंबर के महीने में आपको अपने भाई बहनों से अच्छा सहयोग प्राप्त होगा। आपके माता पिता जी निरंतर आपसे प्रसन्न रहेंगे । जनवरी-फरवरी और मार्च के महीने में आपके पिता जी थोड़ा आप से रुष्ट हो सकते हैं। माता जी के स्वास्थ्य में अप्रैल महीने के बाद थोड़ी खराबी आ सकती है । वर्ष 2022 में अप्रैल तक  आपकी संतान आपकी कम मदद करेगी । यह भी संभव है कि आपको अपनी संतान से कष्ट भी हो।
उपाय-हर बुधवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

स्वास्थ्य-अप्रैल तक आपका या आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य खराब रह सकता है ।आप लोगों के गर्दन में या कमर में दर्द अक्टूबर नवंबर और दिसंबर के महीने में पुनः यह रोग बढ़ सकता है । छोटे-मोटे एक्सीडेंट होने का भी योग है। आपको चाहिए कि आप वसायुक्त भोजन से परहेज करें और स्वास्थ्य के संबंध में अपनी दिनचर्या में योगासन को महत्व दें।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिदेव ,राहु और केतु की शांति हेतु किसी विद्वान ब्राह्मण से जाप करवाएं।।

व्यापार-व्यापार के मामले में वर्ष 2022 मिश्रित फल देने वाला है । अधिकांश महीनों में आपको व्यापार से लाभ होगा और कुछ महीने जैसे फरवरी मार्च अप्रैल जुलाई और अक्टूबर में लाभ की मात्रा में काफी कमी आएगी। दिसंबर के महीने में व्यापार के बढ़ाने का  अवसर भी मिलेगा । इस बात की पूरी संभावना है कि आपको अपने व्यापार में लाभ प्राप्त करने के लिए अत्यधिक मेहनत करना पड़े। जनवरी फरवरी और मार्च में तथा अक्टूबर नवंबर और दिसंबर में आपको अपने साझेदार के साथ कुछ तनाव युक्त समय भी बिताना पड़ सकता है।
उपाय-शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर 7 बार हनुमान चालीसा का जाप करें ।

विवाह-अविवाहित जातकों की विवाह हेतु वर्ष 2022 में काफी उम्मीद है। जनवरी फरवरी-मार्च तथा अप्रैल एवं अगस्त के महीने में विवाह तय होने की अच्छी उम्मीद है । जून और अक्टूबर के महीने में विवाह के रिश्ते अच्छे आएंगे परंतु उसमें कुछ लोग बाधा खड़ी करेंगे । मई और जून के महीने में विवाह के बहुत अच्छे प्रस्ताव आएंगे । और अगर आप थोड़ा भी प्रयास करेंगे तो अप्रैल या मई और नवंबर दिसंबर के महीने में शादी तय होने की शत प्रतिशत उम्मीद है। वैवाहिक संबंध , अप्रैल के बाद उत्तम रहेंगे।

मकान कार आदि-मकान और जमीन या कार खरीदने के इस वर्ष कई अवसर आएंगे । किस बात की पूरी संभावना है कि आप 27 जून से लेकर 10 अगस्त के बीच में कोई सुख की वस्तु खरीद लें । नवंबर और दिसंबर के महीने में भी इस तरह के खरीदारी के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। इन सभी अवधि में आपको आसानी से ऋण मिल सकता है । पैतृक संपत्ति के विवाद का हल भी इसी अवधि में हो सकता है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप चिड़ियों को दाना दें।


वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको चिड़ियों को दाना चुगाना है  । 
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष की सभी एकादशी को व्रत रखें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें । 

कुंभ राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल




कुंभ राशि राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि है।। धनिष्ठा नक्षत्र के अंतिम दो चरण  चरण ,  शतभिषा नक्षत्र के चारों चरण तथा पूर्वाभाद्रपद  नक्षत्र का  प्रथम तीन चरण मिलकर कुंभ राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी शनि है । इस राशि की आकृति कंधे पर घड़ा लिए पुरुष की है । । इसका स्वभाव स्थिर  है । कुंभ राशि की प्रकृति क्रूर है । इस राशि का तत्व वायु है ,गुण तमोगुणी  है जाति शूद्र है । यह दिन में बली होता है  । यह पश्चिम दिशा की स्वामी है ।  यह राशि त्रिधातु प्रकृति की है।शरीर में पिंडली एवं आंतों पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातकों में शिल्पचातुर्य  ,वैज्ञानिकता , अन्वेषणशीलता  आदि गुण होते हैं। यदि कुंभ राशि में जन्म हो तो मनुष्य दानी ,कृतज्ञ ,हाथी घोड़ा और धन का स्वामी ,शुभ दृष्टि एवं सदैव कोमल स्वभाव वाला, धन और विद्या हेतु प्रयत्नशील , पुत्र से युक्त , स्नेह युक्त ,यशस्वी अपनी शक्ति से धन का उपभोग करने वाला और निर्भीक होता है  ।   इस राशि वालों के लिए सूर्य बाधक ग्रह होता है । सिंह  राशि बाधक राशि होती है और शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहें ।

कुंभ राशि के जातकों का अप्रैल तक वार्षिक भविष्यफल सामान्य कहा जा सकता है अप्रैल महीने के बाद यह काफी अच्छा हो जाएगा।

धन उपार्जन:- जनवरी और दिसंबर के महीने में आपके पास  धन की आवक हो सकती है । इसके उपरांत मार्च और अप्रैल में आपके पास आने वाला धन सामान्य धन कहा जा सकता है । परंतु मई और जून के महीने में आपके पास धन की आवक काफी अच्छी हो जाएगी । जुलाई , अगस्त , सितंबर और अक्टूबर के महीने में यह सामान्य रहेगी । पुनः नवंबर और दिसंबर के महीने में आपके पास धन की आवक बहुत तेजी के साथ बढ़ेगी । वर्ष भर आपके खर्चों में कमी रहेगी । परंतु नवंबर और दिसंबर में आप के खर्चे विशेष रूप से कम हो जाएंगे । इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि धन धान्य के मामले में वर्ष 2022 आपके लिए अच्छा है।
उपाय-घर से निकलने के पहले अपने माता पिता का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें।

कैरियर-बर्ष 2022 में अप्रैल महीने से आपके कैरियर में एक बड़ा उछाल आएगा । इस प्रकार अप्रैल मई-जून महीने में आपका कैरियर ठीक चलेगा जुलाई अगस्त और सितंबर के महीने में कार्यालय में आपकी स्थिति सामान्य रहेगी इसके उपरांत अक्टूबर , नवंबर और दिसंबर आपके कैरियर का ग्राफ ऊंचाई की तरफ जाएगा।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि देव की आराधना करें ।

भाग्य -वर्ष 2022 में कुंभ राशि के जातकों का भाग्य सामान्य ।  अक्टूबर और नवंबर माह में आपको अपने भाग्य से मदद मिलेगी। सेक्सी 12 साल के बाकी दिनों में आपको अपने परिश्रम पर विश्वास करना पड़ेगा अर्थात आप जितना परिश्रम करेंगे उतना ही आपको फल प्राप्त होगा । ज्यादा रिस्क वाले कार्य आपको  एवाइड करना चाहिए ।
उपाय -हीरे या अमेरिकन डायमंड की अंगूठी पहने।

परिवार-इस वर्ष 9 अप्रैल तक आपके माताजी का स्वास्थ्य थोड़ा खराब रहेगा । पिताजी का स्वास्थ्य भी नरम गरम रह सकता है। अप्रैल के बाद आपका अपने भाई बहनों से संबंध खराब हो सकता है । उनका सहयोग आपको प्राप्त नहीं होगा । जून और जुलाई के महीने में आप के संतान की उन्नति हो सकती है । पारिवारिक रूप से यह वर्ष आपके लिए कोई बहुत अच्छा नहीं है ।
उपाय-काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

स्वास्थ्य:- अप्रैल माह से आपका स्वास्थ्य पूरे वर्ष भर अच्छा रहेगा बीच-बीच में थोड़ा स्वास्थ्य खराब हो सकता है । आपको चाहिए कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति जून और जुलाई महीने में सतर्क रहें। अप्रैल माह के पहले आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य अप्रैल-मई महीने में थोड़ा खराब हो सकता है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार के दिन दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।

व्यापार:- जनवरी और दिसंबर के महीने में आपका व्यापार बहुत अच्छा रहेगा ।  इसके अलावा जुलाई का महीना भी आपके व्यापार के लिए अच्छा है । मई और जून का महीना भी व्यापार की दृष्टि से ठीक प्रतीत होता है । इसके अलावा बाकी सभी महीने व्यापार की दृष्टि से सामान्य है । आप को बहुत सतर्क होकर के वर्ष 2022 में व्यापारिक कार्य करना चाहिए।
उपाय-आपको चाहिए क्या आप बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाएं।

विवाह:- इस वर्ष आपकी कुंडली के गोचर में विवाह के अच्छे योग नहीं है परंतु अप्रैल और सितंबर के महीने में अगर आपकी विंशोत्तरी दशा में विवाह के योग हैं तो विवाह तय हो सकता है । अप्रैल माह मे आपको विवाह मैं कोई व्यक्ति बाघा उत्पन्न कर सकता है।
उपाय-किसी विद्वान ब्राह्मण से शनि की शांति का उपाय करवाएं।

मकान कार जमीन आदि:- जून और जुलाई के महीने में तथा नवंबर के महीने में मकान का आदि खरीदने का योग है। इस वर्ष आपकी कुंडली में सुख की वस्तुएं खरीदने का बहुत अच्छा योग नहीं है। आपको इन वस्तुओं को खरीदने के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
उपाय- आपको चाहिए कि आप गरीब लोगों को चावल का दान दें।

वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको गरीबों के बीच में चावल का दान देना  है। 
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष  भगवान शिव का जल और दूध से महीने के प्रथम सोमवार को अभिषेक करें ।

वार्षिक राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : मेष , वृष ,मिथुन और कर्क राशि के जातकों का राशिफल

★ पण्डित अनिल पांडेय -

पढ़े : राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : सिंह , कन्या, तुला और  वृश्चिक राशि के जातकों का  राशि फल 

★ पण्डित अनिल पांडेय -



मीन राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशि फल



मीन राशि राशि चक्र की 12वीं राशि है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का अंतिम एक  चरण , उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के चारों चरण तथा  रेवती नक्षत्र के  चारों चरण मिलकर  मीन राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी गुरु है । इस राशि की आकृति मुंह एवं पूंछ से जुड़ी दो मछलियों जैसी होती है । इसका स्वभाव द्विस्वभाव है । मीन राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व जल है ,गुण सात्विक  है जाति ब्राम्हण है । यह दिन और रात्रि में बलि होती है । यह उत्तर दिशा की स्वामी है ।  यह राशि कफ प्रकृति की है।शरीर में पैर और एड़ी पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के जातक परोपकारी दयालु एवं दानी  होते हैं ।  । मीन राशि में उत्पन्न व्यक्ति गंभीर चेष्टा करने वाला , शक्तिशाली , बोलने में चतुर , मनुष्य में श्रेष्ठ , क्रोधी , कृपण , ज्ञान संपन्न , श्रेष्ठ गुणों से युक्त , कुल में प्रिय , नित्य सेवा भाव रखने वाला , शीघ्र गामी , नृत्य गीत आदि में कुशल , शिव दर्शन वाला तथा भाई बंधुओं का प्रेमी होता है ।    इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है । वृष राशि बाधक राशि होती है और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।

धन उपार्जन:-जनवरी और फरवरी के महीने में आने का उत्तम योग है इसके उपरांत अप्रैल के बाद गलत रास्ते से धन आएगा । जुलाई और अगस्त में भी थोड़े धन आने की संभावना है।   सितंबर के महीने में धन आने में काफी कमी रहेगी । इस वर्ष आपको धन की कमी सदा ही महसूस होगी । जबकि अप्रैल के महीने तक आपके  द्वारा काफी रकम खर्च होगी।
उपाय-आपको प्रातः काल स्नान करने के उपरांत तांबे के पात्र में जल लेकर भगवान सूर्य को जल अर्पण करना चाहिए।

कैरियर:- अप्रैल के महीने से आपके कैरियर में बहुत तेजी से उछाल आएगा यह भी संभव है कि आपका प्रमोशन हो या आपको अतिरिक्त प्रभार मिल जाए इस दौरान आपके अधिकारी आप पर अपनी विशेष कृपा दृष्टि रखेंगे आपको इस समय का अपने कैरियर को आगे बढ़ाने में पूरी तरह से इस्तेमाल करना चाहिए इसमें थोड़ा सा आपको जुलाई-अगस्त सितंबर और अक्टूबर के महीने में परेशानी महसूस हो सकती है परंतु यह परेशानी अस्थाई होगी। इसी दौरान आपके पास धन की अच्छी आवक हो सकती है जो कि खराब रास्ते से प्राप्त होगी।
उपाय-आपको गुरुवार को व्रत रखना चाहिए और उसी दिन सुंदरकांड का पाठ भी करना चाहिए।

भाग्य:-जनवरी माह में आपका भाग्य आपका बहुत साथ देगा । इसके उपरांत सितंबर और अक्टूबर के महीने में भी आपको भाग्य से काफी मदद मिलेगी अप्रैल मई-जून के महीने में भी आपको भाग्य से फायदा मिल सकता है । वर्ष के अंत में भी आपका भाग्य आपका काफी साथ देगा। अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी है तो मई जून-जुलाई में आपका भाग्य बहुत ही अच्छा रहेगा। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि आपको भाग्य से जनवरी अप्रैल मई-जून जुलाई अगस्त सितंबर अक्टूबर के महीनों में मदद मिलेगी।
उपाय-मंगलवार का व्रत रखें और मंगलवार को ही हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की पूजा करें।

परिवार-परिवार का आशय व्यक्ति का अपना परिवार तथा उसके भाई बहन और माता-पिता होते हैं । आपका इस वर्ष के प्रारंभ में अपने भाई बहनों से संबंध ठीक नहीं रहेगा । वर्ष के मध्य में एवं अंत में इसमें थोड़ा सुधार होगा । आपका अपने संतान से अप्रैल के महीने के उपरांत अच्छा सहयोग मिलेगा । आपकी संतान को इस अवधि में प्रमोशन इत्यादि भी मिल सकता है । अगर  संतान अभी पढ़ रही है तो उसको परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त होंगे । आपके माता-पिता के लिए यह समय सामान्य है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप चीटियों को शक्कर दे।

स्वास्थ्य-वर्ष के प्रारंभ में आपके पैर  या पेट में कोई रोग हो सकता है । वर्ष के मध्य और अंत में आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। यह भी संभव है कि किसी कारण बस आपके शरीर से खून बाहर आए जैसे कि आपका कोई ऑपरेशन हो या कोई एक्सीडेंट हो आदि। आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी पूरे वर्ष भर ठीक-ठाक रहेगा। इस प्रकार कह सकते हैं कि स्वास्थ्य के मामले में यह वर्ष आपके लिए सामान्य है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप विद्वान ब्राह्मणों से गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करवाएं।

व्यापार-इस वर्ष व्यापार में आपको अच्छा लाभ होगा । कोई नया व्यापार भी प्रारंभ हो सकता है । व्यापार की दृष्टि से अप्रैल मई सितंबर अक्टूबर के महीने काफी अच्छे हैं इस वर्ष आपको सरकार से भी काफी मदद मिलेगी ।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शुक्रवार को गरीब लोगों को कपड़ा या चावल का दान दें।

विवाह-वर्ष 2022 के अप्रैल माह से अविवाहित जातकों के विवाह के बहुत अच्छे अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होंगे । आपको चाहिए कि आप इन प्रस्तावों पर उचित कार्रवाई तत्काल करें । विशेषकर अप्रैल-मई तथा सितंबर अक्टूबर नवंबर और दिसंबर के महीने में इस तरह के प्रस्ताव भारी मात्रा में आएंगे । अगर आपकी विंशोत्तरी  दशा ठीक है तो विवाह तय भी हो जाएगा।
उपाय -आपको चाहिए कि घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलाएं।

मकान-जुलाई और दिसंबर के महीने में आपके पास मकान जमीन कार आज खरीदने का अच्छा शुभ अवसर प्राप्त होगा । परंतु इस वर्ष इस तरह के बड़े खर्चे होने की उम्मीद कम है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गाय को हरा चारा खिलाएं।

वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको घर की बनी पहली रोटी गौ माता को खिलानी है। 
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप इस वर्ष गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ प्रतिदिन करें । 
मां शारदा से मेरी प्रार्थना है आप सभी स्वास्थ्य सुखी और संपन्न रहें ।
जय मां शारदा।

निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
एस्ट्रो साइंटिस्ट और वास्तु शास्त्री
स्टेट बैंक कॉलोनी मकरोनिया
 सागर। 470004
 मो 7566503333

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MP : कलेक्टर के निर्देश पर मिला 11.35 लाख रूपये का मुआवजा ★ जनसुनवाई में दिया आवेदन,उसी दिन हुआ भुगतान,ठेकेदार से वसूल कर श्रमिक को दिलाई मुआवजा राशि

MP : कलेक्टर के निर्देश पर मिला 11.35 लाख रूपये का मुआवजा

★ जनसुनवाई में दिया  आवेदन,उसी दिन हुआ भुगतान,ठेकेदार से वसूल कर श्रमिक को दिलाई मुआवजा राशि

नरसिंहपुर । निर्माण कार्य करने के दौरान स्थाई अपंगता हो जाने के मामले में एक श्रमिक को कलेक्टर श्री रोहित सिंह के निर्देश पर 11 लाख 35 हजार 744 रूपये की मुआवजा राशि का भुगतान कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया गया है। यह राशि संबंधित ठेकेदार की लोक निर्माण विभाग में जमा राशि से वसूल कर श्रमिक श्री शिवकुमार उईके आत्मज श्री सुखदास उईके को भुगतान की गई है।

         उल्लेखनीय है कि बरमान- तेंदूखेड़ा मार्ग पर बरमान से डोभी के बीच निर्माणाधीन पुलिया के निर्माण कार्य के दौरान बिजली के तार के लोहे की छड़ के सम्पर्क में आने के कारण करंट लगने से गंभीर दुर्घटना हो जाने पर श्रमिक श्री शिवकुमार उईके को स्थाई अपंगता हो गई थी। इस पर श्री उईके ने मंगलवार 28 दिसम्बर को जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया था। इस आवेदन पर कलेक्टर श्री सिंह ने कर्मकार क्षतिपूर्ति अधिनियम 1923 के प्रावधानों के अनुसार 11 लाख 35 हजार 744 रूपये की मुआवजा राशि ठेकेदार से वसूल कर श्रमिक श्री शिवकुमार उईके को भुगतान करने का आदेश दिया था। इस आदेश के परिपालन में ईई पीडब्ल्यूडी ने ठेकेदार से वसूली कर मुआवजा राशि का भुगतान श्रमिक को किया है।
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स्मार्ट सिटी के समस्त कार्यों की प्रत्येक सप्ताह व्यक्तिगत होगी समीक्षा, प्रगति के फोटो और वीडियो प्रतिदिन प्रस्तुत करें : मंत्री भूपेंद्र सिंह ★ निर्माण कार्य में देरी पर एई को तत्काल हटाने के निर्देश ★स्मार्ट सिटी सागर के कार्यों की समीक्षा

स्मार्ट सिटी के समस्त कार्यों की प्रत्येक सप्ताह व्यक्तिगत होगी समीक्षा, प्रगति के फोटो और वीडियो प्रतिदिन प्रस्तुत करें : मंत्री भूपेंद्र सिंह


★ निर्माण कार्य में देरी पर एई को तत्काल हटाने के निर्देश
★स्मार्ट सिटी सागर के कार्यों की समीक्षा 



सागर ।स्मार्ट सिटी के समस्त प्रोजेक्ट कार्यों की समीक्षा मैं व्यक्तिगत रूप से करूंगा एवं समस्त कार्यों की प्रगति के फोटो एवं वीडियो प्रतिदिन मेरे व्हाट्सएप नंबर पर प्रस्तुत करें। साथ ही काम के अनुसार भुगतान सुनिश्चित किए जाएं। समस्त कार्यों की प्रगति न मिलने पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उक्त निर्देश नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए। इस अवसर पर विधायक श्री शैलेंद्र जैन, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, नगर निगम कमिश्नर श्री आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीओ श्री राहुल सिंह राजपूत सहित अन्य अधिकारी और इंजीनियर तथा स्मार्ट सिटी निर्माण कार्य में लगे निर्माण एजेंसियों की पदाधिकारी मौजूद थे। 

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की समीक्षा में स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि अब किसी भी स्थिति में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और प्रत्येक दिन की प्रगति के वीडियो एवं फोटो मेरे व्हाट्सएप नंबर पर प्रस्तुत करें। जिससे मैं व्यक्तिगत उनकी समीक्षा कर जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा सके।

  उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक सप्ताह समस्त निर्माण कार्यों स्थल पर जाकर कार्यों की प्रगति भी देखूंगा। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सभी निर्माण कार्य समय-सीमा में एवं गुणवत्तापूर्ण हो यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि समस्त कार्यों के लिए आवश्यक स्वीकृतियां भी उपलब्ध कराई जा रही हैं और 24 घंटे कार्य किए जाएं।

  स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री राहुल सिंह राजपूत ने बताया कि सागर में स्मार्ट सिटी के माध्यम से 940 करोड रुपए की परियोजनाएं के तहत निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें 100 करोड़ रुपए की 15 कार्य पूर्णता की स्थिति में है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 450 करोड रुपए के कार्य चल रहै हैं एवं 200 करोड रुपए के कार्य निविदा स्तर पर हैं, साथ ही सौ करोड रुपए के कार्य डीपीआर स्तर पर लंबित हैं। विष्वविद्यालय रोड और कामकाजी महिला छात्रावास का काम लगभग पूरा होने वाला है। एलिवेटेड कॉरिडोर का काम तेज गति से चल रहा है।

लाखा बंजारा झील कायाकल्प परियोजना के कार्यों की समीक्षा की

इसके बाद मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने लाखा बंजारा झील कायाकल्प परियोजना के एक-एक काम की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसी भी काम में कोई दिक्कत आ रही हो तो मुझे बताएं, मैं समस्या दूर करूंगा, लेकिन काम में देरी नहीं होना चाहिए। उन्होंने निर्देष दिए कि अधिकारी इन कार्यों की रोज प्रगति देखें। उन्होंने कहा कि मेरा ऑफिस भी इस कार्य की डेली मॉनिटरिंग करेगा।

मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि झील में नाला टेपिंग का काम इसी माह पूरा करें। इसके बाद 15 जनवरी तक वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी शुरू कर दें। स्मार्ट रोड परियोजना की समीक्षा के दौरान मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सिविल लाइन में पाइप लाइन बदले जाने के कारण देरी हो रही है इसके लिए मैं स्वयं एमपीयूडीसी से बात करूंगा। उन्होंने कहा कि पीलीकोठी की घाटी का स्लोप कम करने का प्रयास भी किया जाए।

मंत्री श्री सिंह ने संजय ड्राइव सडक निर्माण में देरी पर नाराजगी जाहिर की और संविदा पर तैनात एई को हटाने के निर्देष कलेक्टर श्री दीपक आर्य को दिए। उन्होंने सिटी स्टेडियम का काम अगस्त और खेल परिसर का काम मई माह तक पूरा करने के निर्देष दिए।

ट्रांसपोर्ट नगर परियोजना की समीक्षा के दौरान मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि रेमकी ने तीन माह के अंदर यहां पडा कचरा हटाने का आष्वासन दिया था, लेकिन डेढ साल बाद भी कचरा नहीं हटाया गया। उन्होंने रेमकी के अन्य कार्यों पर भी नाराजगी जताई और भोपाल स्तर से जांच कराने के निर्देष दिए।
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SAGAR : हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी खरीददारी के साथ मनोरंजन सैर सपाटे का बना केंद्र

SAGAR :  हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी खरीददारी के साथ मनोरंजन सैर सपाटे का बना केंद्र                
सागर । सागर में खेलपरिसर के समीप दैनिक अतुल्य भास्कर हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी लोगो के लिए घूमने मनोरंजन एवं खरीददारी करने का सबसे लोकप्रिय केंद्र बना हुआ है 25 नवम्बर से प्रारंभ हुई इस प्रदर्शनी  मे घर गृहस्थी के सामान से लेकर गरम कपड़े क्रॉकरी , चूड़ी कंगन , किताबें ,खेल खिलौना , कालीन , सहित अनेक प्रकार के स्टालों पर बच्चों महिलाओं से लेकर हर वर्ग के लोग खरीददारी कर रहे है वही सागर शहर में झूलों का क्रेज सभी उम्र के लोगो विशेष कर युवाओं के सबसे अधिक देखा जा रहा है अतुल्यभास्कर सागर प्रदर्शनी में नाव झूला , ब्रेकडान्स ,क्रॉस झूला , हवाई झूला , ट्रैन गाड़ी , में सबसे ज्यादा भीड़ हो रही है झूलों का आनंद लेने लंबी लंबी लाइन लग रही है तो बच्चों के मिक्की माउस , कार चक्र , बौंसीय ,पानी वोटिंग ,सहित मनोरंजन के अनेक साधन दोपहर से ही बुक कराये जा रहे है इसके अलावा इस प्रदर्शनी में खाने पीने के अनेक स्टाल लगे हुए है जिनमे चाइनीस आइटम से लेकर सागर की चाट व अमेरिकन भुट्टे , भेलपुड़ी  ,बुंदेली पुलाव , पॉपकॉर्न , रेसिपी जूस सहित कई स्टाल लगे है  इस तरह सागर के लोगो के लिए घूमने ,मनोरंजन करने , खरीददारी करने का एक बड़ा अवसर दैनिक अतुल्य भास्कर समूह ने उपलब्ध कराया है । प्रबधंन कमेटी के चेयरमेन अतुल मिश्रा बताते है कि कोरोना संक्रमण काल के बाद सागर के लोगो को पहली बार एक ऐसा स्थान मिला है जंहा वह अपने परिवार के साथ ,  दोस्तों के साथ मनोरंजन कर सकते है , और घूमने फिरने का आनंद भी ले सकते है ,  मेला प्रबंधक जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि अतुल्य भास्कर समूह अपने सामाजिक सरोकार अभियान के तहत इस तरह की प्रदर्शनी पूरे प्रदेश में लगाकर हस्तशिल्प कला से जुडे लोगो को एक मंच प्रदान कर स्थानीय कला को बढ़ावा देने प्रयास कर रहा है । इस अभियान में प्रदेश के हस्तशिल्प कुटीर ग्रामोद्योग मंत्री गोपाल भार्गव का सबसे बड़ा योगदान है उनके मार्गदर्शन में ही सागर मेला महोत्सव का यह लगातार तीसरा आयोजन खेल परिसर के बाजू बाले मैदान में किया गया है जो मकर संक्रांति तक चलेगा । प्रबंधक जितेंद्र चौहान कहते है कि बुंदेली संस्कृति को कला को सहेजने में यह महोत्सय प्रदेश के हर जिले में शुरू किया जा रहा है सागर बुंदेलखंड के केंद्र विंदु है जंहा आयोजन को अपार लोकप्रियता मिली है अंकित मिश्रा रानू चौहान इस आयोजन के मुख्य सूत्रधार है ।
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SAGAR : लहसुन की बोरियों के बीच ला रहे थे देशी अवैध शराब, 5 लाख की शराब जप्त

SAGAR : लहसुन की बोरियों के बीच ला रहे थे देशी अवैध शराब, 5 लाख की शराब जप्त


सागर । सागर जिले के   बहेरिया थाना पुलिस ने एक पिकप वाहन से कार में अवैध शराब की पलटी करते हुए भारी मात्रा में शराब पकड़ी। पुलिस ने 5 लाख की शराब और दो वाहनों को जब्त किया। आरोपी लहसुन की बोरियो के बीच शारब छिपाए थे। 
पुलिस के अनुसार  पुलिस अधीक्षक तरूण नायक द्वारा जिले के समस्‍त थाना प्रभारियों को अवैध जुआ, सट़टा, हथियार एवं मादक पदार्थों के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया था । इसी तारतम्‍य मे थाना  बहेरिया पुलिस को मुखबिर द्धारा सूचना प्राप्त हुई कि द्वारा सूचना मिली की सत्यम ढाबा फोर लाईन चौराहा से बडकुआ रोड पर एक सफेद रंग की पिकप से अल्टो कार में अवैध शराब पलटी की जा रही है। तत्‍काल पुलिस द्वारा रवाना होकर सत्यम चौराहा फोर लाईन से बडकुआ रोड मुखविर के बताये स्थान पर पहुचे देखे कि पिकप गाडी फोर लाईन तरफ मुह किये हुये एवं उसके पीछे अल्टो कार की डिगी खुली खड़ी हुई थी पिकप से अल्टो कार में अवैध शराब कुछ लोग पलटी कर रहे थे घेराबदी कर रेड किया जो पलटी करने वाले व्यक्ति पुलिस को देखकर अंधेरा का फायदा उठा कर भाग निकले जिन्हे पकड़ने का प्रयास किया परंतु पकडे नही जा सके अंधेरे का फायदा उठा कर खेतों की ओर दौड लगाकर भाग निकले, वाहनो के पास पहचकर देखा तो अल्टो गाडी क्र एमपी 15 सीसी 6172 की डिग्गी मे 22 पेटी खाकी कार्टम मे जो प्रत्येक पेटी में 50-50 पाव लाल मसाला देशी शील बंद शराब कीमती करीब 110000 रु की पाई गयी एवं अल्टो पुरानी इस्तमाली 200000 रु की एवं 1 पिकप क्र एम 30 जी 1220 की तलासी लेने पर 80 पेटी खाकी कार्टन मे जो प्रत्येक पेटी में 50-50 पाव लाल मसाला देशी शील बंद शराब कीमती करीबन 400000 रु की मिली एवं 25 वोरी लहसुन कीमती करीव 35000 रु का जो पिकप पुरानी इस्तमाली कीमत करीब 150000 रु., अवैध शराब का परिवहन लहशुन की बोरियो से ढक कर करना पाये जाने पर अल्टो कार क MP15 CC 6172 एवं पिकप क्र MP 30 G 1220 के चालक एवं अन्‍य साथियो के द्वारा अपराध धारा 34(2) आबकारी एक्‍ट एक्ट के तहत दण्दनीय पाये जाने से अवैध शराब कुल 102 पेटी एवं दोनो वाहन कुल कीमती 895000 रू का जप्‍त कर कब्‍जा पुलिस लिया गया प्रकरण पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
उक्‍त रेड कार्यवाही में उनि0 दिव्‍य प्रकाश त्रिपाठी, सउनि बी पी अहिरवार, प्रआर रविन्‍द्र, प्रआर0 राजेश तिवारी, आर0 दिनेश राजपूत, दिनेश कुर्मी, का सराहनीय योगदान रहा।
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काम की गुणवत्ता से नहीं किया जाएगा कोई समझौताः मंत्री गोविंद राजपूत ★ राहतगढ़ क्षेत्र के विकास कार्यों का किया निरीक्षण



काम की गुणवत्ता से नहीं किया जाएगा कोई समझौताः मंत्री गोविंद  राजपूत

★ राहतगढ़ क्षेत्र के विकास कार्यों का किया निरीक्षण


सागर । राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जी द्वारा राहतगढ़ ब्लॉक में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया जिसमें अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यकर्ता भी शामिल रहे।  गौरतलब है कि राहतगढ़ क्षेत्र में जनहित के लिए करोड़ों के विकास कार्य चल रहे हैं जो राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जी द्वारा स्वीकृत कराये गए थे। नवीन स्वीकृत कार्यों की स्थिति का जायजा लेने के लिए बुधवार को श्री गोविंद सिंह राजपूत जी पहुंचे जहां उन्होंने विभागों के इंजीनियरों ठेकेदारों तथा क्षेत्र की जनता से बात की तथा उन्होंने क्षेत्रवासियों सहित भाजपा के कार्यकर्ताओं का आव्हान करते हुए कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य जनता के लिए है, इसकी निगरानी का दायित्व भी आप सभी का है। राहतगढ़ क्षेत्र का विकास मेरा संकल्प है, विकास कार्यो में पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी, काम की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेगा क्योंकि ऐसे बड़े काम बार-बार नही होते इसलिए अच्छे से अच्छा काम हमें करवाना है। 
अस्पताल के लिए 10 करोड़ स्वीकृत
राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जी द्वारा राहतगढ़ में सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अच्छे से अच्छी स्वास्थ्य सुविधा महुैया कराने के लिए 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। अस्पताल के निर्माण हो जाने से क्षेत्रवासियों के लिए अच्छे इलाज की सुविधा राहतगढ़ में ही उपलब्ध हो सकेगी यहां के लोगों को अब इलाज के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा, अधिक से अधिक स्वास्थ्य सुविधा अस्पताल में मुहैया कराई जाएगी। साथ ही उन्होंने मंगल भवन बनाने के लिए 1 करोड़ की राशि स्वीकृत की जिससे क्षेत्रवासियों को अपने सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों के लिए सर्वसुविधायुक्त भवन मिल सके। 
न्यायालय शुरू करने करेंगें बात
जल्द ही राहतगढ़ में न्यायालय की शुरुआत की जाएगी श्री राजपूत ने कहा कि न्यायालय शुरू करने के लिए व कलेक्टर तथा विभाग संबंधित अधिकारियों से जल्द ही बात करेंगे ताकि राहतगढ़ में भी न्यायालय खुल सके।
जल्द कराएं काम ताकि जनता ना हो परेशान
राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा राहतगढ़ ब्लॉक में विदिशा तिराहे पर प्रस्तावित गेट, मार्गों, नवीन स्वीकृत सिविल अस्पताल भवन, एस.डी.एम. कार्यालय भवन के निर्माण स्थल, बस स्टैंड पर हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्रस्तावित कार्यों, स्टेडियम की बाउंड्री वॉल, कुक्कुट भवन, बायपास मार्ग, बड़े पुल एवं कॉलेज के स्वीकृत निर्माण कार्य एवं न्यायलय हेतु प्रस्तावित भवन का निरीक्षण किया। इसके पश्चात् उन्होंने बनेनीघाट पहुंचकर मंदिर में दर्शन उपरांत छोटे पुल, डैम तथा नगर में वाटर सप्लाई (24 घंटे जल प्रदाय योजना) के कार्यों एवं ओपन जिम स्थल का अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ निरीक्षण किया। 
कार्यक्रम के दौरान समस्त विभाग के अधिकारी, नगर परिषद् के अधिकारी तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष अमित राय, पूर्व नपा अध्यक्ष नीरज शर्मा, पप्पू तिवारी, विनोद कपूर, डेनी जैन कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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भजन करोगे तो अब लहर नहीं, मेहर आएगी: कमल किशोर नागर जी ★श्रीमद् ज्ञानगंगा भागवत कथा उत्सव श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

भजन करोगे तो अब लहर नहीं, मेहर आएगी: कमल किशोर नागर जी 
★श्रीमद् ज्ञानगंगा भागवत कथा उत्सव श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब






सागर । जिस परिवार को संभालने के लिए हम सारा जीवन लगा देते हैं| जिनका साथ सहयोग पाने के लिए हम समर्पण का सबसे बड़ा सट्टा खेलते हैं वह साथ निभाएंगे,नहीं निभाएंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है| विगत डेढ़ वर्ष ने तो हमें यह बता भी दिया है कि कईयों को कंधे भी नहीं मिले| कौन सी गाड़ी कहां ले गई,कहां जलाया, कहां बहाया कुछ पता ही नहीं चला और हम सपना देख रहे थे यह हाथ लगाएगा, वह पानी  देगा तो हम तर जाएंगे| हालात यह रहे कि बेटा बाप के पास, भाई बहन के पास, पति पत्नी के पास नहीं जा सके| हम संक्रमित हुए, संक्रमित होने से डरे और अपनों का साथ छोड़ा, लेकिन ईश्वर संक्रमित नहीं हुआ| उसने हमारा दामन थाम कर रखा| उसकी ही कृपा रही तो हम आज यहां है| भजन करोगे तो ईश्वर कभी साथ नहीं छोड़ेगा और लहर नहीं उसकी मेहर आएगी| उक्त आशीर्वचन संत श्री कमल किशोर नागर जी ने पटकुई बरारू वृंदावन धाम में तृतीय दिवस श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराते हुए व्यक्त किए|
 कथा पंडाल में हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा का अमृत पान कराते हुए संत कमल किशोर नागर जी ने कहा कि चार बांस, चार कंधे और  40 कंडे के लिए हमने जिंदगी गिरवी रख दी है| जिंदगी में यही रोना चल रहा है यह संभालेंगे, वह संभालेंगे| जिन से कंधे की आस कर रहे हो उनका भरोसा नहीं है| इस जिंदगी को भगवान की भक्ति में लगाओगे तो वह सब संभालेगा| अपने आप को उसके भरोसे छोड़ दो| नागर जी ने कहा कि दुनिया धन दौलत के पीछे भाग रही है और भगवान से दूर हो रही है| सीता जी ने भगवान राम के पास होते हुए भी सोने का हिरण मांग लिया, जबकि राम ने स्वयं समझाया कि मैं हूं तुम्हारे पास| हिरण को पाने के चक्कर में सीता ने राम को गवाया जो बहुत महंगा पड़ा| इसलिए जीवन में ध्यान रखना कि धन गवा दो तो कोई बात नहीं, लेकिन ठाकुर जी को मत गवा देना, क्योंकि यही तुम्हारा जीवन भवसागर से पार लगाने वाले हैं |नागर जी ने कहा कि पेट की चिंता बाद में, पहले परमात्मा की चिंता करो| एक बार भोजन करना रह जाएगा तो कोई बात नहीं, लेकिन भजन जरूर कर लेना| भारत पुण्य भूमि है यहां पेट की चिंता कम है इसलिए इतने व्रत-त्योहार बने | सब कुछ होते हुए भी लोग व्रत करते हैं, तो प्रभु की कृपा अवश्य होती है| दुनिया में अच्छे लोगों की कदर नहीं होती| अच्छों की कदर होती तो आज देश में करोड़ों मीरा, प्रहलाद, ध्रुव होते,लेकिन फिर भी अच्छे बनो और अच्छों की कद्र करो|संत नागर जी ने कहा कि जहां भी अपना जीवन लगाओ या कमाया हुआ एक कण  लगाओ तो वही लगाना जहां उपयोगिता हो| जहां महत्ता हो वहां कुछ मत लगाना| बच्चा जब बड़ा होता है तो मां-बाप सोचते हैं कि बेटा पालेगा| वह पाले या ना पाले पर, आपके द्वारा फैली हुई माला यानी ब्रह्म आपको कभी धोखा नहीं देगा| जिस प्रकार एक बच्चा मां से इच्छा रखता है वैसा भगवान भक्तों से इच्छा रखता है| जिस समय हम ठाकुर जी की पूजा करते हैं ,श्रंगार करते तो उन्हें गोदी में रख लेते हैं, जिसकी गोदी में गोविंद आ जाए तो उसको और किसी के सहारे की जरूरत नहीं है| नागर जी ने कहा कि 3:30 करोड़ जाप करने से ब्रह्म खड़ा हो जाता है |और 13 करोड़ जाप कर ले तो प्रभु के साक्षात दर्शन पा सकते है| कलयुग में कीर्तन करने और सुनने से पुण्य मिलता है| जिसने हमें सब कुछ दे रखा है, हम उसे एक घंटा भी देने को तैयार नहीं है| उन्होंने कहा कि अच्छे घर में बैठे हो तो अच्छे बनो|  सड़क पर मत चले जाना, नहीं तो दो कौड़ी के हो जाओगे| मुख्य रोड पर बने मकान की कीमत करोड़ों की हो जाती है, लेकिन आदमी सड़क पर आ जाए तो कीमत का अंदाजा आप लगा सकते| इसलिए ऐसे सत्कर्म करो कि घर में ही बनी रहो| 
संत श्री ने कहा कि जब भी भोजन करने बैठो तो जल आंखों से गिरना चाहिए| वह इसलिए कि प्रभु मैंने कितना भी गलत किया, फिर भी तूने भोजन दिया |जब हम पूजा करते हैं तो आंखों से आंसू टपकना चाहिए, लेकिन होता उल्टा है| जिसने हमें सब कुछ दीया उसको चढ़ाने में हम संकोच करते हैं| जिनको जरूरत है उनको देते नहीं हो, जिनको जरूरत नहीं है उनके आगे पीछे लगे हैं |यह प्रकृति त्यागना होगी| हमें राधा वाली भक्ति करना चाहिए, ताकि कृष्ण मिल सके|





मंत्री भूपेंद्र सिंह पहुचे कथा सुनने

कथा अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह मुख्य यजमान श्रीमती राम श्री, श्याम केशरवानी, सुशील तिवारी ,राकेश राय बेगमगंज, खनिज विकास निगम अध्यक्ष राजेंद्र सिंह मोकलपुर, मदन सिंह राजपूत,राजेश केशरवानी, सुमन केशरवानी, मोहन केशरवानी, पूर्व पार्षद नरेश यादव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे|
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