देशज ज्ञान का वैश्विक शोध केंद्र बनेगा विश्वविद्यालय: कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता

 
देशज ज्ञान का वैश्विक शोध केंद्र बनेगा विश्वविद्यालय: कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता 

★ स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र का हुआ शुभारम्भ, पारम्परिक चिकित्सा शिविर का आयोजन 
 
सागर. 24 दिसंबर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र का औपचारिक शुभारम्भ हुआ. इस अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि भारतीय देशज ज्ञान का गौरवशाली और समृद्धिशाली इतिहास है. पहले के जमाने में जब नवीन चिकित्सा पद्धतियाँ नहीं थीं तब देशी-जड़ी बूटियों से इलाज किया जाता था जो कि बहुत कारगर होता था. आधुनिक चिकित्सा पद्धति के ज़माने में हम अपने गौरवशाली और संपन्न देशज ज्ञान परम्परा को भूलते जा रहे हैं. ऐसे समय में अपनी समृद्ध देशज ज्ञान परम्परा को सहेजने और उसे आगे बढ़ाने के लिए हमें सरकार द्वारा एक केंद्र स्थापित करने की मंजूरी मिली है. यह गौरवान्वित करने वाली बात है. उन्होंने कहा कि यह एक अनूठा केंद्र है जो देश के विरले ही संस्थानों में है. आज इसका बीजारोपण हो रहा है और अब यह भारतीय देशज ज्ञान परम्परा के संरक्षण, शोध और प्रसार का वैश्विक केंद्र बनेगा. 
 
उन्होंने कहा कि हम वानस्पतिक औषधि संपन्न राष्ट्र हैं. जैव विविधता के क्षेत्र में भारत दुनिया के कई देशों से मजबूत स्थिति में हैं. यह केंद्र पारंपरिक चिकित्सकों और औषधीय वनस्पतियों पर रिसर्च के माध्यम से एक अनूठे केंद्र के रूप में विकसित होगा. पारंपरिक चिकित्सकों के सहयोग से औषधीय जड़ी-बूटियों वाले पौधों को विश्वविद्यालय में विकसित कर फार्मेसी विभाग एवं अन्य शोध एजेंसियों की मदद से शोध करके कई प्रोडक्ट तैयार किये जाएंगे. आज आयुर्वेद कंपनियों को कच्चे माल की भी जरूरत पड़ती है. हम औषधीय वनस्पतियों के आपूर्तिकर्ता के रूप में भी अपनी पहचान बना सकते हैं. इसके साथ ही देशज ज्ञान पद्धति के विशेषज्ञों के सहयोग से देशी दवाइयों के किफायती प्रोडक्ट तैयार कर सकते हैं. इससे देशज ज्ञान और इसके जानकारों, दोनों के संरक्षण का मार्ग प्रशस्त होगा. शीघ्र ही केंद्र में शिक्षकों के पद भरे जाएंगे. यह केंद्र उत्कृष्ट शोध केद्रों से साझेदारी करके औपचारिक तौर पर शोध कार्य शुरू करेगा. प्रोजेक्ट के माध्यम से भी शोध कार्य प्रारंभ होंगे. 
 
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने फीता काटकर केंद्र का शुभारम्भ किया तथा चिकित्सा शिविर का भी उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि पारंपरिक ज्ञान पर आधारित चिकित्सा पद्धति भी काफी कारगर है. इस पद्धति से गंभीरतम बीमारियों के ठीक होने के कई प्रमाण हैं. आज पूरा विश्व योग और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की तरफ देख रहा है. प्राकृतिक उत्पादों ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे भी एक बार जीवनदान दिया है. इस चिकित्सा पद्धति पर विश्वास की आवश्यकता है. इस तरह के चिकित्सा शिविर लगातार आयोजित किये जाएंगे और विभिन्न रोगों के लिए विशेष शिविर भी लगाए जाएंगे. इससे केंद्र की गतिशीलता तो बढ़ेगी ही साथ ही केंद्र सामाजिक उत्तरदायित्व का भी निर्वहन कर सकेगा. उन्होंने शिविर में आये वैद्यों से परिचय प्राप्त कर उनके उत्पादों की भी जानकारी ली.
 
स्वागत वक्तव्य में केंद्र प्रभारी प्रो. के.के.एन. शर्मा ने केंद्र का परिचय दिया और इसके व्यापक उद्देश्यों को विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि केंद्र में 25 सितंबर को भी सुबह 9.30 बजे से नाड़ी वैद्यों का शिविर शुरू होगा. सागर शहर और आस-पास के नागरिक अपना इलाज कराने के लिए आ सकते हैं. कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजबहादुर अनुरागी ने किया. आभार वक्तव्य प्रो. आर. पी. मिश्रा ने दिया. इस अवसर पर डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. राकेश सैनी, डॉ. पवन शर्मा, डॉ. परविन्दर, डॉ. हेमन्त पाटीदार सहित कई शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. 
 
केंद्र परिसर में कुलपति ने किया पौधारोपण

इस अवसर पर कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने पौधारोपण भी किया और केंद्र परिसर के हरा-भरा रहने की मंगलकामना की. शिविर में आये नाड़ी चिकित्सकों और शिक्षकों ने भी पौधारोपण किया.
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SAGAR : बिजली बिल की राशि गबन करने वाले दो कर्मचारियों को दो साल की सजा

SAGAR : बिजली बिल की राशि गबन करने वाले दो कर्मचारियों को  दो साल की सजा

सागर। न्यायालय  राकेश कुमार ठाकुर अपर एवं जिला सत्र न्यायाधीश देवरी, जिला सागर के न्यायालय ने आरोपीगण के. के. विश्वकर्मा एवं नन्हेभाई दांगी, जिला सागर को धारा 409 भादवि में 02-02 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 1000-1000 रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित करने का आदेश दिया गया। राज्य शासन की ओर से विशेष लोक अभियोजक/वरिष्ठ सहा. जिला अभियोजन अधिकारी लक्ष्मी प्रसाद कुर्मी ने शासन का पक्ष रखा।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि फरियादी द्वारा म.प्र. पूर्व क्षेत्र वि.वि.कं.लि. देवरी शहर विद्युत केन्द्र मंे पदस्थ कार्यालय सहायको द्वारा विद्युत बिलो की राशि में हेरफेर करने के संबंध मंे पुलिस थाना देवरी मंे इस आशय कि रिपोर्ट लेख करायी गयी कि देवरी शहर विद्युत केन्द्र में पदस्थ के. के. विश्वकर्मा (सहा.गेड-03) ने 32 उपभोगताओं से वसूली गयी कुल राशि रूपए 45382/-एवं नन्हेभाई दांगी (सहा.गेड-02/आॅडीटर) द्वारा उपभोगताओं द्वारा वूसली गयी कुल राशि रूपए 3650/- धोकाधड़ी कर बेईमानी पूर्वक उक्त राशि का स्वहित उपयोग करते हुए गबन कर लिया है। आरोपीगण द्वारा उपभोगताओं से बसूली गयी उक्त राशि को कंपनी के किसी भी अभिलेख मंे नहीं दर्शाया गया है। उक्त घटना के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना उपरांत अभियुक्त के विरूद्ध अभियोग पत्र न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां अभियोजन ने महत्वपूर्ण तथ्य प्रस्तुत किये। माननीय न्यायालय द्वारा उभय पक्ष को सुना गया। न्यायालय द्वारा प्रकरण के तथ्य परिस्थितियों एवं अपराध की गंभीरता को देखते हुए व अभियोजन के तर्कों से सहमत होकर आरोपीगण के. के. विश्वकर्मा एवं नन्हेभाई दांगी को धारा 409 भादवि में 02-02 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 1000-1000 रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित करने का आदेश दिया गया।

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MP : नगर पंचायत का CMO एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ाया


MP : नगर पंचायत का CMO एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ाया


सतना: 
सतना जिले की चित्रकूट नगर पंचायत के सीएमओ को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया गया है। सीएमओ कृष्णपाल सिंह को एक लाख रुपए की घूस ले रहा था। रिश्वत की रकम अनुकंपा नियुक्ति के लिए ली गई थी। अनिल तिवारी का अनुकंपा नियुक्ति का मामला लंबित था जिसके लिए रिश्वत की मांग की गई थी। अनिल ने इसकी शिकायत लोकायुक्त रीवा से की थी। शुक्रवार को रकम लेने के लिए सीएमओ ने अपने सरकारी आवास पर बुलाया था। जैसे ही अनिल के हाथों रिश्वत की रकम ली गई डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार के नेतृत्व में गई लोकायुक्त टीम ने सीएमओ कृष्णपाल सिंह को दबोच लिया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग अधिकार संगठन संयोजक रमाकांत यादव ने दाखिल की सुप्रीम कोर्ट में रिव्यु एवम रिकॉल याचिकाएं

 राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग अधिकार संगठन संयोजक रमाकांत यादव ने दाखिल की सुप्रीम कोर्ट में रिव्यु एवम रिकॉल याचिकाएं

सागर। राष्ट्रीय पिछडा वर्ग अधिकार संगठन के संयोजक एवं मप्र कांग्रेस कमेटी के महासचिव रमाकांत यादव  ने बताया कि अपाक्स, पिछडा वर्ग विकास मोर्चा एवं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग अधिकार संगठन ने संयुक्त रूप से
पंचायतों के त्रिस्तरीय चुनाव में ओबीसी की सीटो को सामान्य में परिवर्तित करने के फैसले को रिकॉल एवम मोडीफाइड करने हेतु सुप्रीम कोर्ट में आधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर के माध्यम से याचिकाएं दाखिल की जा चुकी है । 
रमाकांत यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन की ओर से भी रिकॉल आफ आर्डर की याचिका दाखिल की गई है तथा याचिका कर्ताओ की ओर से भी मोडिफिकेशन आफ आर्डर की याचिकाएं दाखिल हुई है ।  जो संघठन मूल याचिका में पक्षकार नही थे उन्होंने भी उक्त मूल प्रकरण में पक्षकार बनाए जाने हेतू अतिरिक्त आवेदन दाखिल किये है । सर्वप्रथम पक्षकार बनाए जाने के आवेदनों पर चेम्बर जज के समक्ष सुनवाई होगी तत्पश्चात दाखिल की गई समस्तस रिकॉल एंड रिव्यु आफ आर्डर दिनाँक 17/12/2021 की सुनवाई दिनाँक 3 जनवरी 2022 को सुप्रीम कोर्ट के ओपन होने पर मेंशन करने के बाद तारीख निर्धारित की जाएगी । 
 रिव्यु एवम रिकॉल आफ आर्डर दिनाँक 17/12/2021 का प्रमुख आधार यह है की संविधान के अनुच्छेद 243 (D) (6) में ओबीसी को अमूचित प्रतिनिधिव वास्ते राज्य सीटो को आरक्षित कर सकेगा तदनुसार पंचायत अधिनियम में ओबीसी वर्ग को आरक्षण के प्रावधान विधायका द्वारा किए गए है । 
  1994 से त्रिस्तरीय निर्वाचनों में 1994-95 से आरक्षण लागू है तथा देश के अन्य कई राज्यो में भी ओबीसी को पंचायतों के त्रिस्तरीय आरक्षण प्रवर्तन में है । केवल मध्यप्रदेश राज्य के त्रिस्तरीय पंचायतों में माननीय उच्चतम न्यायालय का  दिनाँक 17/12/2021 का आदेश रिकॉल करने योग्य है । 2011 के आकड़ो के अनुसार  मध्य प्रदेश में ओबीसी की आवादी 51% है  जिसे समुचित प्रतिनिधित्व देने का प्रावधान पंचायत अधिनियम में मौजूद है ।याचिका कर्ताओ द्वारा चाही गई राहत से परे माननीय न्यायालय द्वारा पारित आदेश संवैधानिक प्रावधानों से असंगत है जिसे न्यायहित में रिकॉल किये जाने का निवेदन किया गया है तथा मौजूदा निर्वाचन पूर्व प्रतिस्थापित प्रावधानों के तहत ही राज्य निर्वाचन आयोग को निर्दिष्ट किया जाए ।
*आधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर* का कहना है कि यदि सुप्रीम कोर्ट उक्त रिव्यु पीटीशनो में अपना आदेश परिवर्तित नही करती है तो फिर क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करेंगे जिसकी सुनवाई संविधान पीठ द्वारा की जावेगी
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MP : नाईट कर्फ्यू आज से लागू , स्कूलों में रहेगी बच्चों की 50 प्रतिशत उपस्थिति ★ हर नागरिक संक्रमण से बचाव के लिए बरते सावधानी – मुख्यमंत्री श्री चौहान


MP : नाईट कर्फ्यू आज से लागू  , स्कूलों में रहेगी बच्चों की 50 प्रतिशत उपस्थिति


★ हर नागरिक संक्रमण से बचाव के लिए बरते सावधानी – मुख्यमंत्री श्री चौहान


★ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिया प्रदेश की जनता को संदेश

भोपाल : 23 दिसम्बर, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओमिक्रोन वायरस की तीव्र प्रसार और वैश्विक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए हम सभी के लिए सचेत होने का यह उपयुक्त समय है। भारत सरकार ने भी संक्रमणसे बचाव के लिए गाइड लाइन जारी की है। हमें फेस मॉस्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाने और जमावड़ों और भीड़-भाड से बचने के लिए सजग रहना है। वैक्सीन के दोनों डोज़ सभी को लगवाना है। डोज़ से शेष रह गए सभी लोग इसे प्राथमिकता से लगवाकर स्वयं, परिवार, समाज के लिए सुरक्षा चक्र सुनिश्चित करने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज शाम प्रदेश की जनता के नाम संदेश में कहा कि कुछ राज्यों में गत एक सप्ताह से बढ़ रहे पॉजिटिव प्रकरण को देखते हुए मध्यप्रदेशवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा बहुत आवश्यक है। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहरों में भुगते कष्ट स्मरण करते हुए हमें परी तरह सावधान रहना है। तीसरी लहर को आने से हमें रोकना है।

महीनों बाद मध्यप्रदेश में आज 30 प्रकरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज कई महीनों बाद कोविड के 30 नए प्रकरण मिले हैं। कल पूरे देश में भी 7 हजार 495 पॉजिटिव प्रकरण आए हैं। एक बात जो मन में चिंता पैदा करती है वो यह है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली, तीनों राज्यों में पिछले एक सप्ताह से पॉजिटिव केसों में लगातार वृद्धि हो रही है। कल ही महाराष्ट्र में 1201, गुजरात में 91 और दिल्ली में 125 प्रकरण आए हैं। हम सब जानते हैं इन राज्यों से मध्यप्रदेश में आना-जाना लगातार बना रहता है और पूर्व के अनुभव भी हमें यह बताते हैं कि पिछली बार भी महाराष्ट्र में पॉजिटिव केस बढ़ना शुरू हुए। गुजरात में बढ़े और उसके बाद मध्यप्रदेश में केस बढ़े। पहली लहर हो या दूसरी लहर। दूसरी लहर में जो कष्ट हमने भुगते हैं वह हम कभी भूल नहीं सकते। अगर पुरानी दोनों लहरों को भी देखा जाए, पहली हो या दूसरी हो, प्रारंभ इंदौर-भोपाल से ही हुई और अभी इंदौर तथा भोपाल में प्रकरण बढ़कर लगभग  साप्ताहिक प्रकरण नवंबर महीने की तुलना में दिसंबर में 3 गुना हो गए हैं।

बदला है कोरोना ने अपना स्वरूप

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना ने अपना स्वरूप बदला है और नया स्वरूप ओमिक्रोन के रूप में देश के 16 राज्यों में आ चुका है। इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि मध्य प्रदेश में भी ओमिक्रोन वायरस के केस जल्दी आ जाए। यदि हम पूरी दुनिया का भी अध्ययन करें और पूरी दुनिया का अनुभव देखें तो ओमिक्रोन बहुत तेजी से फैलता है। इंग्लैंड में एक लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। अमेरिका में भी लगभग ढाई लाख केस प्रतिदिन आ रहे हैं। यूरोप में भी ओमिक्रोन बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है और उपरोक्त सभी कारणों को देखते हुए मुझे अंतरआत्मा से यह लगता है कि यह सही समय है जब हम सचेत हो जाएं। कोविड की तीसरी लहर को आने से रोकें, तेजी से संक्रमण ना फैले, इसके लिए हर आवश्यक उपाय करें।

अवश्य लगाएं मॉस्क

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से कहा है कि भारत सरकार ने भी कुछ गाइडलाइन जारी की है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि अब देर ना करें, मॉस्क जरूर लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं, अनावश्यक भीड़ में ना जाएं, अनावश्यक जमावड़ा ना हो और अब तक अगर किसी ने वैक्सीन का डोज नहीं लिया, तो टीका जरूर लगवाएं। पहला लगा लिया हो तो दूसरे में देर ना करें, अगर समय की अवधि पूरी हो गई हो तो तुरंत दूसरा टीका भी लगवाएं।

स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इसके साथ ही हमने पहले ही तय कर दिया था कि स्कूल में जो हमारे बच्चे हैं वे 50% की संख्या में ही जाएंगे ताकि वहां सोशल डिस्टेंसिंग बनी रह सके। यह बच्चों के हित में आवश्यक है।

रात्रिकालीन कर्फ्यू

 हम आज एक फैसला और कर रहे हैं कि रात्रि कालीन कर्फ्यू रात 11:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक लगा रहेगा। अगर आवश्यकता पड़ी कुछ और उपाय हम जरूर करेंगे। अगर कोविड का कोई पॉजिटिव केस आता है तो घर में अगर पर्याप्त स्थान है तो घर में उसको आइसोलेट करके इलाज करेंगे और नहीं तो हर हालत में उनको अस्पताल में ही भर्ती कराना चाहिए ताकि परिजन वायरस के संक्रमण से बच सकें। हमें सावधान रहना है। याद रखना, सावधानी में ही सुरक्षा है, मेरी प्रार्थना है आप सब सहयोग करें ताकि तीसरी लहर के संकट से हम अपने प्रदेश को बचा पाएं और अपनी जनता की जिंदगी की सुरक्षा कर पाएं, यह आप सबके सहयोग से ही होगा।


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पं. संत श्री कमल किशोर नागर जीकी पटकुई बरारू में श्रीमद ज्ञान गंगा भागवत कथा 27 दिसम्बर से


पं. संत श्री कमल किशोर नागर जीकी
पटकुई बरारू में श्रीमद ज्ञान गंगा भागवत कथा 27 दिसम्बर से

सागर 23 दिसंबर. पटकुई बरारू वृदंावन धाम में 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक श्रीमद ज्ञान गंगा भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. कथा का वाचन पं. संत श्री कमल किशोर नागर द्वारा किया जायेगा. 
   कथा की तैयारियों को लेकर आज मुख्य यजमान श्रीमती रामश्री श्याम बाबू केशरवानी के परिजनों द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में डॉ वीरेंद्र पाठक ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक रखी गई है. कथा स्थल पर विशाल पंडाल तैयार कराया गया है. कथा स्थल पर व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न समितियों का गठन भी किया जा रहा है. राजेश केशरवानी ने बताया कि संत श्री नागर का आगमन 26 दिसंबर को सागर में होने जा रहा है. कथा स्थल के समीप ही संत श्री की कुटिया तैयार कराई गई है. वार्ता में डॉ सुशील तिवारी, जगदीश गुरू, आनंद चौहान, योगेश जैन, मोहन केशरवानी मौजूद रहे.
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भूविज्ञान के विद्यार्थियों का अनूठा फील्ड-कैम्प विभाग की गौरवशाली परम्परा का द्योतक है: कुलपति

भूविज्ञान के विद्यार्थियों का अनूठा फील्ड-कैम्प विभाग की गौरवशाली परम्परा का द्योतक है: कुलपति
 
सागर. 23 दिसंबर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने व्यावहारिक भूविज्ञान विभाग द्वारा हीरापुर के समीप मड़देवरा ग्राम की हाई स्कूल के प्रांगण में  एम. टेक. द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों के 'फील्ड ट्रेनिंग कैम्प' का विस्तरित अवलोकन किया. उन्होंने छात्र-छात्राओं से उनकी ट्रेनिंग की सम्पूर्ण जानकारी ली और उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि नैसर्गिक वातावरण मे ऐसी अनूठी ट्रेनिंग, जिसमें दस छात्राएं भी भाग ले रही हों, विद्यार्थियों को एक बेहतरीन भूवैज्ञानिक बनाने हेतु बहुमूल्य हैं. इस अवसर पर विभाग के प्रो. पी के कठल व प्रो. आर के रावत भी उपस्थित थे. 
 
गौरतलब है कि सागर विश्वविद्यालय का व्यावहारिक भूविज्ञान विभाग हर वर्ष एक 30 दिवसीय 'फील्ड ट्रेनिंग कैम्प' का आयोजन करता है जोकि देश में अपनी तरह का अनूठा है. इससे विद्यार्थियों को गहन प्रशिक्षण दिया जाता है. इसी प्रशिक्षण के चलते विभिन्न भूवैज्ञानिक विभागों/संस्थानों, जैसे भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, परमाणु खनिज विभाग, ओ एन जी सी, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड आदि में सर्वाधिक संख्या में चयन हो पाता है.
 
कैम्प इंचार्ज प्रो. आर के त्रिवेदी व डॉ. जी के सिंह ने बताया कि कैम्प एक माह तक चलेगा. कैम्प में ही विद्यार्थियों को रिपोर्ट बनानी होती है जिसकी परीक्षा भी कैम्प में ही हो जाती है. इस भ्रमण के दौरान कुलपति महोदया ने हाई स्कूल के विद्यार्थियों को भी संबोधित करते हुए उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया.
 
विश्वविद्यालय: पचीस से अधिक नाड़ी वैद्य करेंगे देशी पद्धति से इलाज 
स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र में 24 एवं 25 दिसंबर को पारम्परिक चिकित्सा शिविर का आयोजन 
 
 डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया जा रहा है. इस अवसर पर दो दिवसीय पारम्परिक चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया है. बालक छात्रावास के आख़िरी छोर पर स्थित बी-वन भवन में स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केंद्र का विधिवत शुभारंभ दिनांक 24 दिसम्बर 2021 को प्रातः 11 बजे विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के कर-कमलों द्वारा होगा. इसी के साथ ही दिनांक 24 एवं 25 दिसम्बर 2021 को पारम्परिक चिकित्सा शिविर भी आयोजित किया जा रहा है. जिसमें पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञ आमंत्रित किये गये हैं. यह आयोजन भाभा छात्रावास परिसर के समीप स्थित बी-वन भवन में किया जा रहा है. सागर और आस-पास के लोग भी इस पारंपरिक चिकित्सा शिविर में सहभागिता कर लाभ ले सकते हैं. 
 
केंद्र के प्रभारी प्रो. के.के.एन. शर्मा ने बताया कि शिविर में मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ राज्य से पचीस परम्परागत चिकित्सक शामिल हो रहे हैं जो कमर दर्द, पैर दर्द, पेट दर्द, पेचिस, स्पोंडलाइटिस, ल्यूकोरिया, कमजोरी, पथरी, आँखों के जालों की सफाई, त्वचा रोग, माइग्रेन, ब्लड प्रेशर, बवासीर आदि सहित कई रोगों का नाड़ी परीक्षण से पहचान कर जड़ी-बूटियों से उपचार करेंगे. इसके अलावा एक्यूप्रेशर के विशेषज्ञ भी शिविर में शामिल हो रहे हैं. पूर्व में केंद्र द्वारा शहर के चकराघाट, भाग्योदय अस्पताल, विश्वविद्यालय परिसर में गौर समाधि स्थल एवं मानव विज्ञान विभाग परिसर में इस तरह के शिविर आयोजित किये जा चुके हैं जिसमें शहर और आस-पास के काफी संख्या में लोग लाभान्वित हुए थे. 
 
उन्होंने बताया कि केंद्र द्वारा इस तरह की चिकित्सा शिविरों का आयोजन लगातार किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में पूरी दुनिया का आकर्षण परंपरागत चिकित्सा की तरफ है. उन्होंने बताया कि मास्क के प्रयोग की अनिवार्यता के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए जनसमुदाय शिविर में सहभागी हो सकते हैं. कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता और केंद्र प्रभारी प्रो. के.के. एन शर्मा ने इस शिविर में ज्यादा से ज्यादा सहभागिता करने और लाभ लेने की अपील की है.
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वार्षिक राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : मेष , वृष ,मिथुन और कर्क राशि के जातकों का राशिफल ★ पण्डित अनिल पांडेय

वार्षिक राशिफल 2022 : जाने कैसा रहेगा नया साल : मेष , वृष ,मिथुन और कर्क राशि के जातकों का राशिफल

★ पण्डित अनिल पांडेय



नया साल शुरू हो रहा है। जातक के लिए कैसा रहेगा साल 2022 । जाने पहले मेष ,वृष ,मिथुन और कर्क राशि के जातकों का सालाना राशिफल।


मेष राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल 



वर्ष के प्रारंभ में गुरु आपकी एकादश भाव में रहेंगे तथा बाद में आपके द्वादश भाव में पहुंचेंगे । राहु प्रारंभ में दिव्तीय भाव में रहेंगे तथा बाद में लग्न भाव में स्थापित होंगे । शनि प्रारंभ में दशम भाव में रहेंगे तथा बाद में एकादश भाव में विचरण करेंगे। अन्य ग्रह  महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
इस प्रकार वर्ष 2022 का प्रारंभ मेष राशि के जातकों के लिए धन के मामले में सामान्य रहेगा । जो कि बाद में काफी बड़े खर्चे में बदलेगा । खर्चे की यह बढ़ोतरी आपके सुख और अच्छे कार्यों जैसे कि विवाह घर खरीदना आदि के लिए होगी । इसमें अगर आपके परिवार में किसी की का विवाह तय होना है तो वह विवाह भी हो सकता है। अप्रैल के बाद गलत रास्ते से धन आने का योग भी बनेगा 
मेष राशि के जातक जो कि नौकरी में हैं उनका इस वर्ष फरवरी के बाद स्थानांतरण के साथ-साथ प्रमोशन का भी योग है । उस समय यह लोग दो जगह के इस्टैब्लिशमेंट में होने के कारण आर्थिक रूप से थोड़ा परेशान रहेंगे ।
आपका भाग्य वर्ष के प्रारंभ में साथ देगा परंतु बाद में आपको अपने परिश्रम पर ज्यादा भरोसा करना पड़ेगा ।  आप फरवरी के बाद अपने परिश्रम पर ही भरोसा करें । यह सोच कर कि भाग्य साथ दे जाएगा कोई रिस्क का कार्य ना करें । जैसे अगर आपको उम्मीद है की जनता आप का बहुत सपोर्ट करती है ।  आप इलेक्शन में जीत जाएंगे तो इस बात को किसी अन्य से भी जांच करवा लें । फिर इलेक्शन लड़े।
फरवरी के बाद आपके संतान को कष्ट हो सकता है । यह भी संभव है कि आप को अपने संतान से कष्ट हो। जो जातक अभी छात्र हैं उनकी पढ़ाई लिखाई में बाधा पड़ेगी ।
आपका स्वास्थ्य 2022 में नरम गरम चलता रहेगा । आपको चाहिए कि आप 2022 में अपना और अपने जीवन साथी का बराबर विभिन्न टेस्ट करवाते रहें । जिससे कि किसी बड़ी बीमारी की जानकारी आप को पहले से ही मिल सके।
साझेदारी व्यापार में आपको सतर्क रहना चाहिए । इस वर्ष साझेदार आपको धोखा दे सकता है । व्यापार में आपके इस वर्ष उन्नति होगी और यह भी संभव है कि आपको अपना व्यापार बढ़ाने के लिए काफी पैसा लगाना पड़े।
आपको चाहिए कि आप हर शनिवार हनुमान जी को चोला चढ़ावे।
आपको चाहिए कि आप महीने के पहले सोमवार को भगवान शिव का अभिषेक करें।
आपको चाहिए कि आप काले कुत्ते को हर बुधवार को रोटी खिलाएं।

वृष राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल 




वृष राशि राशि चक्र की दूसरी राशि है। कृतिका नक्षत्र की अंतिम तीन चरण , रोहिणी नक्षत्र के चारों चरण तथा मृगशिरा नक्षत्र के पहले दो चरण मिलकर वृष राशि का निर्माण करते हैं इस राशि का स्वामी शुक्र है उसका स्वभाव स्थिर है । इसे सोम्य , राशि मानी जाती है। इस राशि का तत्व पृथ्वी है ,गुण राजसी  है जाति वैश्य है । यह रात्रि में बलि होती है । दक्षिण दिशा की स्वामी है । बात संबंधी रोग इसी राशि की वजह से होते हैं ।शरीर में गला और मुख पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। इस राशि के लोग अपने में डूबे रहने वाले विद्या की आकांक्षा रखने वाले तथा अपने कार्य समय से निपटाने वाले होते हैं। सांसारिक कार्यों में दक्ष होते हैं और उनको बुद्धिमत्ता पूर्वक निपटाते हैं। इस राशि वालों के लिए मंगल बाजार ग्रह होता है वृश्चिक बाधक राशि होती है और शनि तथा शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
प्रारंभ में आपकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी परंतु गुरु के अप्रैल में हो रहे राशि परिवर्तन की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति तथा अन्य सभी प्रकार के मामलों में सफलता मिलने की मात्रा बढ़ेगी।।
धन उपार्जन - वर्ष के प्रारंभ में आपकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी 14 मार्च 2022 के बाद आपके पास धन आने की मात्रा बढ़ती जाएगी। 29 जुलाई के बाद आपके पास आने वाले धन में कमी आएगी । 18 अक्टूबर 2022 के बाद आपके पास पुनः धन आने लगेगा । इस प्रकार हम कह सकते हैं की वर्ष के प्रारंभ में आपके पास ठीक-ठाक धन रहेगा परंतु मार्च के बाद धन की मात्रा में वृद्धि होगी बीच में थोड़ी सी धन की आवक कमी होगी परंतु वर्ष के अंत में पर्याप्त धन आपके पास आने लगेगा।
भाग्य-वर्ष के प्रारंभ में आपको भाग्य से काफी मदद मिलेगी आपके बहुत सारे कार्य कम परिश्रम से ही संपन्न हो जाएंगे । मार्च के महीने में विशेष रुप से 27 फरवरी के बाद और 31 मार्च के पहले भाग्य का आपको बहुत ज्यादा साथ मिलेगा। अगस्त के महीने में भी भाग्य आपका साथ देगा। इस प्रकार भाग्य के सहारे स्थान पर आपको परिश्रम का सहारा ज्यादा लेना चाहिए।
उपाय - आपको चाहिए कि आप पूरे वर्ष गुरुवार का व्रत रखें राम रक्षा स्त्रोत का प्रतिदिन जाप करें।
कैरियर-वर्ष के प्रारंभ में कार्यस्थल पर आप  पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाएगा परंतु मई महीने से आप अपने कार्यालय के एक चमकते हुए सितारे  कहलाए जाओगे । आपको आपके संस्थान से हटाने का भी कुछ लोग प्रयास कर सकते हैं । ऐसे लोगों से आपको पहले से ही सावधान रहना पड़ेगा। मई महीने से अधिकारीगण आप को विशेष तवज्जो देंगे।
उपाय - आपके शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करनी चाहिए।
परिवार-वर्ष के प्रारंभ दिनों में आपको अपने माता-पिता से प्रचुर स्नेह मिलेगा मई महीने परंतु बाद में पिताजी के स्वास्थ्य में थोड़ी खराबी आने के कारण आप सभी परिवार के लोग परेशान हो सकते हैं वर्ष के प्रारंभ में यह संभव है कि आपके भाई बहन आपके साथ थोड़ा कम सहयोग करें परंतु कुछ समय बीतने के बाद मई के महीने से आपको अपने भाई बहनों का साथ भरपूर मिलेगा ।आपकी संतान भी आपको सहयोग करेगी बाद में संतान को थोड़ी परेशानी हो सकती है। परिवार जनों के बीच आपस में थोड़ा बहुत कन्फ्यूजन भी वर्ष के प्रारंभ के दिनों में हो सकता है।
उपाय - शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर पूजा करनी चाहिए।
स्वास्थ्य- वर्ष के प्रारंभ के दिनों में आपका और आपकी जीवन साथी का स्वास्थ्य थोड़ा नरम गरम रहेगा । मांह मई से आपके और आपके जीवन साथी के स्वास्थ्य में पर्याप्त सुधार होगा । अगर आपको गर्दन और कमर में अभी दर्द है तो यह दर्द मई माह से ठीक होने लगेगा परंतु 13 अक्टूबर 2022 के बाद पुनः यह बीमारी प्रारंभ हो सकती है।
उपाय - काले कुत्ते को बुधवार के दिन रोटी खिलाएं।
व्यापार-आपका व्यापार वर्ष के प्रारंभ के दिनों में थोड़ा धीमा हो सकता है परंतु वर्ष के मध्य से आपके व्यापार में तेजी आएगी। यह भी संभावना है कि आप कोई बड़ा व्यापार प्रारंभ करें या अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए और पूंजी निवेश करें।
उपाय -राम रक्षा स्त्रोत का प्रतिदिन दिन जाप करें । 
मकान कार जमीन आदि-इस बात की पूरी संभावना है कि अगस्त या सितंबर के महीने में वृष राशि के जातक अपनी सुख सुविधा वाली कोई वस्तु कैसे मकान कार एयर कंडीशनर आदि खरीदें।
सभी प्रकार के कष्टों को दूर करने का उपाय -
हर माह के प्रथम सोमवार को भगवान शिव का दूध से अभिषेक करें।


मिथुन  राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल 



मिथुन राशि राशि चक्र की तीसरी राशि है। मृगशिरा नक्षत्र की अंतिम दो चरण , आद्रा नक्षत्र के चारों चरण तथा पुनर्वसु नक्षत्र के पहले तीन चरण मिलकर मिथुन राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी बुध है । इसका स्वभाव द्विस्वभाव है । मिथुन राशि की प्रवृत्ति क्रूर है । इस राशि का तत्व वायु है ,गुण सात्विक  है जाति शूद्र है । यह रात्रि में बलि होती है । पश्चिम दिशा की स्वामी है ।  यह राशि  त्रिधातु  प्रकृति की है।शरीर में कंधा  छाती और फेफड़े पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक शुष्क राशि है । इस राशि के लोग विद्या की आकांक्षा रखने वाले तथा शिल्प कला में प्रवीण होते हैं ।।  इस राशि वालों के लिए सूर्य बाधक ग्रह होता है । सिंह राशि बाधक राशि होती है और बुध तथा शुक्र इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।
वर्ष के प्रारंभ में आपके स्वास्थ्य में थोड़ी परेशानी रहेगी परंतु यह परेशानी कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगी।
धन उपार्जन - वर्ष के प्रारंभ में आपके पास धन की आवक में कमी रहेगी। अप्रैल महीने से गलत रास्ते से धन आने का योग बनने लगेगा। जून के महीने के उपरांत आने की गति थोड़ी धीमी पड़ेगी। अप्रैल और मई के महीने में आपके पास काफी धन आएगा।
भाग्य-वर्ष के प्रारंभ में आपको भाग्य से कम मदद मिलेगी । आपके बहुत सारे कार्य परिश्रम से ही संपन्न हो पाएंगे । वर्ष के बीच में अर्थात अप्रैल के बाद और जून के पहले आपका भाग्य आपका साथ देगा । वर्ष के अंतिम कालखंड में भाग्य आपका कम साथ देगा । इस प्रकार भाग्य के सहारे केस्थान पर आपको परिश्रम का सहारा ज्यादा लेना चाहिए।
उपाय-मोती की माला धारण करें

कैरियर-कैरियर के क्षेत्र में वर्ष के प्रारंभिक काल खंड सामान्य रहेगा। वर्ष के बाकी समय अवधि में आपके कैरियर में तेजी आएगी अगर आपके पास कोई नौकरी नहीं है तो नौकरी मिल सकती है कार्यालय में भी आप के मान सम्मान में वृद्धि होगी आपको अतिरिक्त प्रभार मिल सकता है। कार्यालय में कुछ लोगों से आपकी शत्रुता भी हो प्रारंभ हो सकती है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गुरुवार का व्रत करें और गुरुवार को या  प्रतिदिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें।

भाग्य-अप्रैल माह तक आपका भाग्य आपके कार्यों में कोई विशेष मदद नहीं करेगा । अप्रैल के बाद भाग्य एकाएक आपके कार्यों में मदद कर उनको संपन्न करा देगा । जून के महीने से आपके भाग्य में थोड़ी कमी आएगी परंतु फिर भी समय-समय पर आवश्यकता अनुसार भाग्य की मदद आपको मिलती रहेगी।
उपाय-आपको शनिवार के दिन दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का कम से कम 3 बार जाप करना चाहिए।

परिवार-पूरे वर्ष भर माता और पिता जी का आशीर्वाद आप को मिलता रहेगा। भाई और बहनों से आपको मार्च के बाद कम सहयोग मिलेगा । यह भी संभव है कि किसी भाई या बहन से आपकी लड़ाई भी हो जाए । अतः इस संबंध में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है।
उपाय-हर बुधवार को काले कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए।

स्वास्थ्य-सामान्यतया आपका और आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य पूरे वर्ष उत्तम रहेगा। आपका आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य अप्रैल माह से थोड़ा खराब हो सकता है । अगर आप अस्थमा के रोगी हैं तो आपका स्वास्थ्य भी अप्रैल माह से थोड़ा खराब होना प्रारंभ हो जाएगा।
उपाय-कुएं के कछुए को लाइ खिलाएं।

व्यापार-जनवरी फरवरी और मार्च  के महीने में आपके व्यापार में तेजी आएगी । परंतु उसके बाद अप्रैल के महीने में व्यापार में कमी आएगी । मई के महीने में आप व्यापार में पुनः आगे निकलने का प्रयास करेंगे। इस प्रयास में आप सफल रहेंगे। अगस्त के महीने में आपके व्यापार में सतर्क रहना चाहिए।
उपाय-समय-समय पर आपके द्वारा स्वयं या किसी विद्वान ब्राह्मण से मदद लेकर गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ कराना चाहिए ।

विवाह-मिथुन राशि के अविवाहित जातकों  के विवाह संबंध आने के लिए जुलाई-अगस्त और दिसंबर 2022 का समय अच्छा है इस समय इन जातकों के लिए बहुत सारे वैवाहिक संबंध आएंगे उन पर विचार होगा और अगर दशा अंतर्दशा अनुकूल है तो हो ही जाएंगे। 
उपाय -शुक्रवार को गरीबों के बीच जाकर चावल या सफेद वस्त्र का दान दें।

मकान कार और सुख-सुविधा के यंत्र-मकान कार और सुख सुविधा  की सामग्री जैसे एयर कंडीशनर आदि अगस्त से अक्टूबर के बीच में खरीदने का संयोग बन रहा है अगर आप इसकी प्लानिंग कर रहे हैं तो इस समय यह योजना आवश्यक रूप से पूर्ण हो जाएगी इसके अलावा मार्च अप्रैल एवं मई 2022 में भी संयोग बन रहे हैं ।
उपाय-हर बुधवार को आपको गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए।

उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो आपको गाय को बुधवार को हरा चारा खिलाना चाहिए।
आपकी सभी तरफ से रक्षा के लिए सभी संकटों से मुक्ति करने के लिए आपको हर् सोमवती अमावस्या तथा हर महीने की पहली अमावस्या को भगवान शिव का रुद्राभिषेक और गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ किसी विद्वान और योग्य ब्राह्मण से करवाना चाहिए। 
मां शारदा से मेरी प्रार्थना है आप सभी स्वास्थ्य सुखी और संपन्न रहें ।

 कर्क राशि के जातकों का वर्ष 2022 का वार्षिक राशिफल 



कर्क राशि राशि चक्र की चौथी राशि है। पुनर्वसु नक्षत्र का अंतिम चरण , पुष्य नक्षत्र के चारों चरण तथा अश्लेषा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर कर्क राशि का निर्माण करते हैं । इस राशि का स्वामी चंद्रमा है । इसका स्वभाव चर स्वभाव है । कर्क राशि की प्रकृति सोम्य है । इस राशि का तत्व जल है ,गुण सात्विक  है जाति ब्राम्हण है । यह रात्रि में बलि होती है । यह उत्तर दिशा की स्वामी है ।  यह राशि  कफ  प्रकृति की है।शरीर में हृदय के अलावा,उदर ,सीना और गुर्दे पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है । इस राशि के लोग लोगों का स्वभाव भौतिक सुखों में लगे रहना लज्जालु स्थिर गति और समयानुसार निर्णय लेना होता है ।  इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है । वृष राशि बाधक राशि होती है और मंगल और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।
वर्ष के प्रारंभ में गुरु मकर राशि में रहेंगे । 13 अप्रैल से मीन राशि गोचर करेंगे । 29 जुलाई से गुरु मीन राशि में वक्री होंगे तथा 24 नवंबर से मार्गी हो जाएंगे । इसी प्रकार शनि 28 अप्रैल को कुंभ राशि  में प्रवेश करेंगे । 5 जून से शनि वक्री होंगे तथा 12 जुलाई को  मकर में प्रवेश करेंगे । 13 अक्टूबर से शनि मकर राशि में मार्गी हो जाएंगे । राहु 11 अप्रैल को अपनी उच्च राशि वृष से वक्री चाल चलते हुए मेष राशि में प्रवेश करेंगे तथा पूरे वर्ष भर मेष राशि में ही रहेंगे।
अन्य ग्रह जैसे सूर्य मंगल शुक्र आदि महीने के अनुसार बदलते रहेंगे।

कर्क राशि के जातकों के लिए इस वर्ष बहुत अच्छा समय आने वाला है । अप्रैल महीने के बाद 2022 में आप अधिकांश कार्यों  में सफल रहेंगे ।

धन उपार्जन- चुनरी से जनवरी से अप्रैल 2022 तक गलत रास्तों से धन आने का योग है उसके उपरांत पुनः जून, जुलाई अगस्त और सितंबर के महीने में भी अच्छी धनराशि आपको प्राप्त होगी । अप्रैल तक आपके खर्चे भी बहुत रहेंगे। इस समय आपको संभल कर अपना धन व्यय करना चाहिए।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गुरुवार का व्रत करें और गुरुवार को रामचंद्र जी के मंदिर में जाकर राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें।

कैरियर-अप्रैल तक आपके स्थानांतरण का योग है यह संभव है कि आपका कार्य इसमें बदल जाए। अप्रैल के बाद आप के विवाद बढ़ेंगे । कार्यालय में आपका रुतबा बढेगा । इस वर्ष आपको बाद विभाग से बचना चाहिए। आप बगैर किसी काम के भी इस वर्ष अपने अधिकारियों से संग्राम कर सकते हैं।
उपाय-आपको चाहिए कि आप काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

भाग्य-इस पूरे वर्ष आपका भाग्य आपकी लगातार मदद करेगा । मई महीने के बाद आप जो कुछ भी प्रयास करेंगे सभी  प्रयास सफल होंगे ।आपको सभी पेंडिंग कार्य को संपन्न करने का प्रयास करना चाहिए। जुलाई माह से भाग्य से थोड़ी दिक्कत महसूस होगी और यह नवंबर तक चलेगी। इस प्रकार से कर्क राशि वालों को किसी भी काम को करने के लिए जुलाई से नवंबर तक विशेष परिश्रम करने होंगे।
उपाय-शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें।

परिवार-इस वर्ष आपके पिताजी या माताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है । यह भी संभव है कि आपकी अपने माता पिता जी से कुछ वाद विवाद हो जाए। भाई बहनों से आपके संबंध सामान्य रहेंगे अर्थात कैसे चल रहे हैं वैसे ही रहेंगे। अगर आपके पिताजी या माताजी 70 साल से ऊपर के हैं इस अवधि में आपको उन पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा ।आपको अपने संतान से काफी सहयोग मिलेगा और संतान की उन्नति भी होगी।
उपाय-किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु और केतु के शांति का उपाय करवाएं।

स्वास्थ्य-अप्रैल 2022 तक आपके स्वास्थ्य में थोड़ी कमजोरी रहेगी । मई 2022  से जुलाई 2022 तक आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा । अगस्त 2022 से नवंबर 2022 तक स्वास्थ्य में थोड़ी कमजोरी आएगी । आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी अप्रैल 2022 तक थोड़ा नरम गरम चलता रहेगा । अप्रैल 2022 के बाद जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
उपाय-आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें।

व्यापार-सितंबर और अक्टूबर 2022 में आपका व्यापार अपनी बुलंदियों पर होगा ।इसके अलावा आपका व्यापार मई महीने से धीरे धीरे प्रगति करेगा। यह वर्ष आपके व्यापार के लिए अत्यंत उत्तम वर्ष है । इस वर्ष में आपको चाहिए कि आप अपना व्यापार लगातार आगे बढ़ायें।
उपाय-आपको चाहिए कि आप शनिवार का व्रत करें और शनिवार को दक्षिण मुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।

विवाह-अविवाहित जातकों के लिए फरवरी-मार्च तथा अगस्त सितम्बर के महीने अत्यंत उत्तम है। इस  अवधि में विवाह के नए प्रस्ताव आएंगे तथा अगर प्रत्यंतर दशा उत्तम है तो शादी भी हो जाएगी । आपको चाहिए कि आप इस समय अपनी कुंडली को किसी विद्वान ब्राह्मणों को दिखाएं और उसके द्वारा बताए गए उपाय करें।
उपाय-कुंडली की विवेचना के उपरांत विद्वान ब्राह्मणों द्वारा बताए गए उपायों के अलावा फरवरी-मार्च तथा अगस्त और सितंबर के महीने में शुक्रवार के दिन आपको मंदिर पर जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान देना चाहिए।

मकान-मकान कार और सुख-सुविधा की अन्य चीजें को प्राप्त करने की आपको बहुत इच्छा रहेगी । परंतु अप्रैल के महीने तक यह इच्छा सफल नहीं हो सकेगी ।अप्रैल के बाद अर्थात मई महीने से संयोग बनने प्रारंभ होंगे । मई , जून अक्टूबर और नवंबर 2022 में आपकी इच्छा पूर्ण हो सकती है।
उपाय-आपको चाहिए कि आप गरीबों को सफेद वस्त्र का दान दें ।

वार्षिक उपाय-ऊपर हर विषय पर अलग-अलग उपाय दिए गए हैं । ये उपाय केवल उस विषय विशेष के लिए ही हैं । जैसे कि अगर आप मकान खरीदना चाहते हैं और मकान खरीदने का कार्य नहीं कर पा रहे हैं तो गरीबों के बीच आपको वस्त्र का दान देना चाहिए।
अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से हर एकादशी और पूर्णमासी को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ साल भर में कम से कम 3 बार करवाएं। 
मां शारदा से मेरी प्रार्थना है आप सभी स्वास्थ्य सुखी और संपन्न रहें ।

जय मां शारदा।
निवेदक:-
पण्डित अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
एस्ट्रो साइंटिस्ट और वास्तु शास्त्री
स्टेट बैंक कॉलोनी मकरोनिया
 सागर। 470004
 मो 7566503333
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