14 नवम्बर डायबिटीज डे : IMA लगाएगा शिविर, होगी निःशुल्क जांच : डॉ. राजेन्द्र चउदा


14 नवम्बर डायबिटीज डे :  IMA लगाएगा शिविर, होगी निःशुल्क जांच : डॉ. राजेन्द्र चउदा
★ शिविर में डायबिटीज, ब्लड शुगर, डायबिटीज के कारण डैमेज होने वाले हार्ट, गुर्दे, आंखों के विशेषज्ञ करेंगे मरीजों की जांच

सागर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सागर 14 नवम्बर दिन रविवार को वर्ल्ड डॉयबिटीज-डे के अवसर पर नि:शुल्क "विशाल डॉयबिटीज शिविर" का आयोजन करने जा रहा है। यह सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक, रवींद्र भवन में आयोजित होगा। खास बात यह है कि सागर के पहली दफा शिविर लगाकर डायबिटीज के कारण होने वाली गंभीर बीमारियां जिनमें आंखे, हार्ट, गुर्दे, लकवे सहित अन्य बीमारियों की ऑन स्पॉट जांच की जाएगी।
आईएमए सागर के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र चउदा ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में केवल  डॉयबिटीज से पीड़ित मरीज़ों को ही देखा जाएगा।

मरीज़ों का रजिस्ट्रेशन रविवार को  सुबह 9 बजे से 12 बजे तक ही होगा। 

डॉ चउदा के अनुसार इस आयोजन में बीमारी से होने वाले ख़तरों की जाँचें होंगी। उन्होंने आगे बताया कि डॉयबिटीज से होने वाले ख़तरे, जिनमें अगर डॉयबिटीज कंन्ट्रोल में नहीं है तो उससे निम्न ख़तरे हो सकते हैं।
1. डॉयबिटीज से शरीर की धमनियाँ प्रभावित होती हैं जिससे ब्लड प्रेशर, हार्ट अटेक, लकवा, गुर्दे की ख़राबी, गेंग्रीन एवं आँखों में अंधापन आदि की सम्भावना बढ़ जाती है ।

2. डॉयबिटीज के मरीज़ों में हार्ट अटैक होने की सम्भावना 5 गुना एवं लकवा होने की सम्भावना दोगुना ज़्यादा होती है।

3. डॉयबिटीज वाले मरीज़ों में हार्ट अटैक होने पर कई बार उसे दर्द कम होता है , एवं अटैक से होने वाले ख़तरे जैसे हार्ट फ़ेल्यर आदि ज़्यादा होते हैं।  सामान्य की तुलना में डॉयबिटीज के मरीज़ों में मृत्यु होने की सम्भावना भी ज़्यादा होती है।

4. डॉयबिटीज अंधा होने के मुख्य कारणों में से एक है जिसे बचाया जा सकता है।  डॉयबिटीज में मोतियाबिंद एवं कांचियाबिंद ज़्यादा होता है एवं आँख का पर्दा भी ख़राब हो जाता है।
5. अगर डॉयबिटीज कंट्रोल में नहीं है तो गुर्दे में ख़राबी हो जाती है, इसे बचाया जा सकता है।
* शिविर में Blood sugar , Glycosylated Hb., आँखों की जाँच, गुर्दे की जाँच, हार्ट की जाँच एवं चिकित्सक द्वारा दवा एवं दिनचर्या सम्बन्धी परामर्श सब कुछ निशुल्क रहेगा।

*ग्लायकोसायलेटेड हीमोग्लोबिन ( HbA1c) : जाँच से पिछले 4 से 6 महिने का डॉयबिटीज का औसत कंन्ट्रोल पता चलता है। बीमारी से जुड़ी सभी भ्रांतियों, मरीज़ की शंकाओं का समाधान करने की कोशिश की जाएगी.। 
डॉ. राजेन्द्र चउदा अध्यक्ष IMA एवं डॉक्टर सर्वेश जैन सचिव IMA  ने निवेदन किया है कि बीमारी से परेशान मरीज़ अपने सभी पुराने पर्चे एवं दवा लेकर उपस्थित हों।
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गो सेवा संघ ने मनाई गोपाष्टमी

गो सेवा संघ ने मनाई गोपाष्टमी 

सागर। विधायक शैलेंद्र जैन गोपाष्टमी के पावन पुनीत अवसर पर  गौ सेवा संघ द्वारा आयोजित गोपाष्टमी के कार्यक्रम में कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ वल्लभभाई कथीरीया के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और गौ पूजन किया कार्यक्रम को मुख्य अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज गोपाष्टमी पर्व पर हम सभी एकत्रित हुए हैं,हमारा सागर गौ सेवकों से भरा हुआ है जो निरंतर अपने खर्च पर गोवंश की सेवा एवं उनका इलाज करते आ रहे हैं और मै भी ऐसे गो सेवकों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहता हू उन्होंने कहा कि गौ सेवकों के आग्रह पर मेरे द्वारा गोवंश के इलाज के लिए दो एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं जो शहर में विभिन्न स्थानों पर घायल अवस्था में पडे गोवंश के इलाज के लिए उपलब्ध रहती है एवं गो वंश के इलाज के लिए गो सेवकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
    उन्होंने कहा कि हमें इस अवसर पर संकल्प लेना होगा कि हम वास्तव में गाय को अपनी माता माने और सिर्फ उसके दूध से बने हुए उत्पादों का उपयोग करें ताकि लोगों में जनजागृति का भाव पैदा हो, इसके अलावा गौ माता के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय हो इसका प्रयास किया जाना चाहिए आगामी विधानसभा सत्र में मैच के संबंध में मांग रखूंगा इससे पशुपालकों आर्थिक स्तर भी मजबूत होगा और उनमें गोवंश के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।
 गौ माता का दूध और अन्य पदार्थ हमारे लिए अमृततुल्य औषधि है इनका गोबर और गोमूत्र से अनेकों पदार्थ बनाए जाते हैं जो अनेकों प्रकार की व्याधियों मिटाने में सहायक सिद्ध होते हैं आज हम रासायनिक खाद का उपयोग करके कैंसर के रोग को बड़ी मात्रा में अपना चुके हैं इसका मुख्य कारण गाय के गोबर से बनी खाद का उपयोग ना करना है उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा को मैंने अपने जीवन में उतारा है वह मेरे दिन की शुरुआत गौ सेवा से शुरू होती है मैंने अपने घर में एक छोटी सी गौशाला बनाई है सबसे पहले गो माता को रोटी खिला कर ही दिन की शुरुआत करता हूं
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कामधेनु आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर बल्लभ भाई कथीरिया ने संबोधित करते हुए कहा कि आज गोपाष्टमी पर तो हम सभी एकत्रित हैं गौ माता के गुणगान कर रहे हैं परंतु क्या वास्तव में हम गौ माता की सेवा के रूप में कार्य करते हैं आज जब हमारे हिंदू भाई गौ माता के दूध का उपयोग कर उन्हे सड़क पर छोड़ देता है और फिर कसाई उनका कत्ल कर देता है तब हम उस कसाई को कोसते हैं क्या हमारा नैतिक दायित्व नहीं है कि हम गौ माता को सड़क पर ना छोड़ें जिस प्रकार उनकी सेवा जब वह दूध देती हैं करते हैं, हमेशा करते रहे उन्होंने कहा कि देश के 18 राज्यों में गौ हत्या प्रतिबंध कानून बनाया गया है इसे देशभर में लागू करने के लिए 1961 में दो करोड़ लोगों के द्वारा हस्ताक्षर करके राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया था और उसके बाद 1969 में एक आंदोलन हुआ लोगों ने गोली खाकर के विरुद्ध आवाज उठाई थी उन्होंने कहा कि हमें जन जागरण के लिए अभियान चलाना होगा और गाय के धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व को लोगों को बताना होगा ताकि लोग गौमाता को सिर्फ दूध दुहने का माध्यम ना समझें उनकी उपयोगिता और धार्मिक महत्व को भी समझे, उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बनने के बाद उन्होंने इसकी चिंता करते हुए अलग से गोवंश एवं अन्य जीवों की रक्षा के लिए मंत्रालय बनाया है यह मंत्रालय के गठन के बाद हम सभी जीवो की रक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत हैं उसमें गौमाता हमारी प्राथमिकता है उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि एक भी गौ माता सड़क पर घूमती ना मिले इसके लिए प्रयास करें।
कार्यक्रम का संचालन गौ सेवा संघ के संगठन मंत्री सोनू श्याम उपाध्याय ने किया आभार राहुल पटेल लंबरदार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रतिभा रामेश्वर चौबे,अखिलेश घोसी,विनय पांडे, फूलचंद पटेल, उभय मिश्रा, बिट्टू पहलवान, राहुल वैद्य, नमन सोनी, भगवानदास लंबरदार,नारायण प्रसाद लंबरदार, संदीप रावत उपस्थित थे ।*गो सेवा संघ द्वारा आयोजित गोपाष्टमी कार्यक्रम में विधायक शैलेंद्र जैन एवं कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर बल्लभ भाई कथीरिया  हुए सम्मिलित*

*गौ माता के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय हो- शैलेंद्र जैन*

*गौमाता के संरक्षण के लिए जनजागृति लाना होगा- डॉ बल्लभ भाई कथिरिया*
सागर। विधायक शैलेंद्र जैन गोपाष्टमी के पावन पुनीत अवसर पर  गौ सेवा संघ द्वारा आयोजित गोपाष्टमी के कार्यक्रम में कामधेनु आयोग के अध्यक्ष डॉ वल्लभभाई कथीरीया के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और गौ पूजन किया कार्यक्रम को मुख्य अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज गोपाष्टमी पर्व पर हम सभी एकत्रित हुए हैं,हमारा सागर गौ सेवकों से भरा हुआ है जो निरंतर अपने खर्च पर गोवंश की सेवा एवं उनका इलाज करते आ रहे हैं और मै भी ऐसे गो सेवकों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहता हू उन्होंने कहा कि गौ सेवकों के आग्रह पर मेरे द्वारा गोवंश के इलाज के लिए दो एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं जो शहर में विभिन्न स्थानों पर घायल अवस्था में पडे गोवंश के इलाज के लिए उपलब्ध रहती है एवं गो वंश के इलाज के लिए गो सेवकों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
    उन्होंने कहा कि हमें इस अवसर पर संकल्प लेना होगा कि हम वास्तव में गाय को अपनी माता माने और सिर्फ उसके दूध से बने हुए उत्पादों का उपयोग करें ताकि लोगों में जनजागृति का भाव पैदा हो, इसके अलावा गौ माता के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय हो इसका प्रयास किया जाना चाहिए आगामी विधानसभा सत्र में मैच के संबंध में मांग रखूंगा इससे पशुपालकों आर्थिक स्तर भी मजबूत होगा और उनमें गोवंश के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।
 गौ माता का दूध और अन्य पदार्थ हमारे लिए अमृततुल्य औषधि है इनका गोबर और गोमूत्र से अनेकों पदार्थ बनाए जाते हैं जो अनेकों प्रकार की व्याधियों मिटाने में सहायक सिद्ध होते हैं आज हम रासायनिक खाद का उपयोग करके कैंसर के रोग को बड़ी मात्रा में अपना चुके हैं इसका मुख्य कारण गाय के गोबर से बनी खाद का उपयोग ना करना है उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा को मैंने अपने जीवन में उतारा है वह मेरे दिन की शुरुआत गौ सेवा से शुरू होती है मैंने अपने घर में एक छोटी सी गौशाला बनाई है सबसे पहले गो माता को रोटी खिला कर ही दिन की शुरुआत करता हूं
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कामधेनु आयोग के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर बल्लभ भाई कथीरिया ने संबोधित करते हुए कहा कि आज गोपाष्टमी पर तो हम सभी एकत्रित हैं गौ माता के गुणगान कर रहे हैं परंतु क्या वास्तव में हम गौ माता की सेवा के रूप में कार्य करते हैं आज जब हमारे हिंदू भाई गौ माता के दूध का उपयोग कर उन्हे सड़क पर छोड़ देता है और फिर कसाई उनका कत्ल कर देता है तब हम उस कसाई को कोसते हैं क्या हमारा नैतिक दायित्व नहीं है कि हम गौ माता को सड़क पर ना छोड़ें जिस प्रकार उनकी सेवा जब वह दूध देती हैं करते हैं, हमेशा करते रहे उन्होंने कहा कि देश के 18 राज्यों में गौ हत्या प्रतिबंध कानून बनाया गया है इसे देशभर में लागू करने के लिए 1961 में दो करोड़ लोगों के द्वारा हस्ताक्षर करके राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया था और उसके बाद 1969 में एक आंदोलन हुआ लोगों ने गोली खाकर के विरुद्ध आवाज उठाई थी उन्होंने कहा कि हमें जन जागरण के लिए अभियान चलाना होगा और गाय के धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों महत्व को लोगों को बताना होगा ताकि लोग गौमाता को सिर्फ दूध दुहने का माध्यम ना समझें उनकी उपयोगिता और धार्मिक महत्व को भी समझे, उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बनने के बाद उन्होंने इसकी चिंता करते हुए अलग से गोवंश एवं अन्य जीवों की रक्षा के लिए मंत्रालय बनाया है यह मंत्रालय के गठन के बाद हम सभी जीवो की रक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत हैं उसमें गौमाता हमारी प्राथमिकता है उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि एक भी गौ माता सड़क पर घूमती ना मिले इसके लिए प्रयास करें।
कार्यक्रम का संचालन गौ सेवा संघ के संगठन मंत्री सोनू श्याम उपाध्याय ने किया आभार राहुल पटेल लंबरदार ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रतिभा रामेश्वर चौबे,अखिलेश घोसी,विनय पांडे, फूलचंद पटेल, उभय मिश्रा, बिट्टू पहलवान, राहुल वैद्य, नमन सोनी, भगवानदास लंबरदार,नारायण प्रसाद लंबरदार, संदीप रावत उपस्थित थे ।
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राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण : 178 शालाओं में सम्पन्न

राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण  : 178 शालाओं में सम्पन्न

सागर : राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण  2021 सागर जिला अन्तर्गत चिन्हित 178 विद्यालयों में कक्षा 3,5,8 एवं 10 के छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया जिसमें कक्षा 3 से 997 कक्षा 5 से 1064 कक्षा 8 से 1624 एवं कक्षा 10 से 2081 विद्यार्थियों ने सहभागिता की।
ज्ञातव्य हो कि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण भारत शासन द्वारा प्रत्येक तीन वर्ष में कराया जाता है। जिसमें कक्षा 3,5,8 एवं 10 के छात्र-छात्रा सम्मिलित होते है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर सभी विद्यार्थियों के उपलिब्ध स्तर का आंकलन किया जाता है। जिसमें शासकीय/अशासकीय/अनुदान प्राप्त चयनित विद्यालयों में  चयनित विद्यार्थियों का सर्वे किया जाता है।

    वर्ष 2021 में जिला सागर से 178 चयनित विद्यालयों परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा केन्द्रों पर 238 आॅब्जर्बर 287 क्षेत्र अन्वेशकों ने परीक्षा केन्द्रों पर उपस्थित रहकर परीक्षा सुचारू रूप से सम्पन्न कराई। जिला शिक्षा अधिकारी अजब सिंह ठाकुर द्वारा विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया परीक्षा विधिवत् सम्पन्न होना पाई गई।  


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कर्ज लेने से ज्यादा उसे समय पर चुकाना महत्वपूर्ण : मंत्री गोपाल भार्गव

कर्ज लेने से ज्यादा उसे समय पर चुकाना महत्वपूर्ण : मंत्री  गोपाल भार्गव

★ राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा 6 करोड़ से अधिक के ऋण का हुआ वितरण

सागर ।राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति  के तत्वाधान में क्रेडिट आउटरीच अभियान के तहत ऋण स्वीकृति एवं वितरण कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को रहली के रघुनाथ गार्डन से किया गया। कार्यक्रम में सेन्ट्रल बैंक,एसडीएफसी बैंक,ग्रामीण मध्यांचल बैक, युनियन बैंक,सहित सभी बैंको के द्वारा प्रकरणो को स्वीकृत किया गया। साथ ही पहले से स्वीकृत प्रकरणो के लाभ का वितरण किया गया।  
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकनिर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने उदबोधन में कहा कि भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा हितग्रहियों की सहुलियत के लिए विभिन्न योजनाओ को शुरू किया गया है। उपक्रम की शुरूवात के लिए बैंको के साथ मिलकर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। बैंक से ऋण लेना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही महत्तपूर्ण उसे चुकाना होता है तभी आपको आगे और लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि आज करीब 6 करोड़ रुपये से अधिक के लाभ का वितरण हुआ है ।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि रहली विधानसभा में मेने द्वारा कई प्रकार के प्रकल्पो के माध्यम से लोगो को रोजगार उपलब्ध कराया गया। आज हमारे महिला स्वा सहायता समूहो में महिलाऐं बकरी पालन,मुर्गी पालन, सेनेट्री पेड निर्माण, अगरबत्ती,मोमबत्ती,साबुन,डिस्पोजन निर्माण सहित कई प्रकार के कार्य कर के अपनी आय में बढोत्तरी कर रही है।प्रधानमंत्री श्री मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने के लिए अब बैंको के माध्यम से लोन वितरण किया जा रहा है।
कार्यक्रम को पूर्व जिला सहकारी बैक के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र जारोलिया, मुख्य प्रबंधक एसबीआई सुनील सक्सेना,एसडीएफसी बैंक से मनीष खुसरो, लीड शाखा प्रबंधक दीपेन्द्र यादव,सुरेंद्र पटैल,एसडीएम जितेन्द्र पटेल, जनपद सीईओ राजेश पटेरिया, सीएमओ ज्योति शिवहरे, लक्ष्मी प्रसाद पटेल,पी सी मिश्रा,पूर्व मंडी सदस्य कमलेश दीक्षित,ईश्वर नायक,एस के चौबे,सहित रहली गढ़ाकोटा,शाहपुर से बड़ी संख्या में हितग्राही बैंक कर्मी उपस्थित थे।  
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सुरखी के प्रत्येक गांव में पेयजल उपलब्ध कराना हमारा पहला संकल्प : राजस्व मंत्री श्री राजपूत

सुरखी के प्रत्येक गांव में पेयजल उपलब्ध कराना हमारा पहला संकल्प : राजस्व मंत्री श्री राजपूत

★ 16 करोड़ से अधिक की राशि की भूमि पूजन एवं 70 लाख से अधिक के कार्यों का किया लोकार्पण


सागर । राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम में पेयजल उपलब्ध कराना मेरा पहला संकल्प है और आने वाले दिनों में संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक घरों में पाइप लाइन एवं टोटी के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही ग्राम वासियों की समस्याओं को देखते हुए राजस्व के लंबित प्रकरणों का निराकरण प्रति ग्राम पंचायतों में राजस्व शिविर लगाकर किया जाएगा। श्री गोविंद सिंह राजपूत जेसीनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पड़रई,वासा,ताजपुर, टकरई  में 16 करोड़ से अधिक की राशि के विकास कार्यों का भूमि पूजन कर रहे थे।
राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र उनका परिवार है। उनका परिवार पर यदि कोई परेशानी आती है तो उसके लिए वे सदा लोगों के साथ खड़े हैं ।

उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक ग्राम में प्रत्येक घर में नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा उन्होंने कहा कि पेयजल उपलब्ध होने से हमारी माताओं एवं बहनों को तालाब एवं कुआं पर नहीं जाना पड़ेगा।
 उन्होंने कहा कि जब सब लोग एक होते हैं तो उस परिवार का विकास दुगनी गति से होता है। इसी प्रकार आप सभी एक हो तो संपूर्ण क्षेत्र का विकास भी दोगुनी गति से होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल तैयार कराया जा रहा है, जिससे आवागमन सुगम हो सकेगा । श्री राजपूत ने कहा कि संपूर्ण कार्य ग्राम वासियों एवं अधिकारियों की देखरेख में किए जाएं जिससे संपूर्ण निर्माण कार्य में गुणवत्ता रहे।
श्री राजपूत ने बताया कि स्वामित्व योजना के माध्यम से समस्त ग्राम वासियों को मालिकाना हक के  प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे। इसके लिए शीघ्र ही संपूर्ण सुरखी क्षेत्र का डोन के माध्यम से सर्वे किया जाएगा ।  
उन्होंने कहा कि देखा जाता है कि राजस्व के लंबित प्रकरणों के लिए जिले केएवं तहसीलों के चक्कर लगाना पड़ रहे हैं जिसको देखते हुए आप प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तर पर षिविर आयोजित किए जाएंगे और निशुल्क उनका निराकरण किया जाएगा।
  मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र में पक्के आवास उपलब्ध भी कराए जाएंगे। जिसके लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा देने के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा सीएम राइस स्कूल प्रारंभ किए जा रहे हैं। जैसीनगर में एवं राहतगढ़ में सीएम राइस स्कूल प्रारंभ होंगे।  जिससे संपूर्ण विधानसभा क्षेत्र की छात्राएं गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
मंत्री श्री गोविन्द राजपूत ने ग्राम वासियों से अपील की कि सभी लोग वैक्सीन के दोनों डोज अवश्य लगवाएं जिससे कोरोना संक्रमण से बचने का कवच प्राप्त किया जा सके । उन्होंने कहा कि तब तक व्यक्ति के दोनों डोज नहीं लगेंगे जब तक हमारा जीवन सुरक्षित नहीं है। जीवन को सुरक्षित रखने के लिए हमें दोनों डोज वैक्सीन के लगवाना ही होंगे । मंत्री श्री राजपूत ने इस अवसर पर ग्राम वासियों को सरसों के बीज की किट  एवं पंप भी प्रदान किए साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत चेक भी प्रदान की गई। इस अवसर पर एडवोकेट श्री अनिल सिंह, श्री बुंदेल सिंह,  श्री धीरज सिंह, साहब सिंह ,श्री बलराम गौतम सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी एवं अधिकारी मौजूद थे।
क्रमांक 118/4449/2021 फोटो क्रमांक सी-01 से 06 तक संलग्न है।
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बांदरी में खुलेगा सीएम राईजिंग स्कूल, अस्पताल को 30 बिस्तरीय किया जायेगा : मंत्री भूपेंद्र सिंह

बांदरी में खुलेगा सीएम राईजिंग स्कूल, अस्पताल को 30 बिस्तरीय किया जायेगा : मंत्री भूपेंद्र सिंह 


सागर ।  नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बांदरी को 4 करोड़ 60 लाख रूपए के विकास कार्यों लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें एक पार्क निर्माण लागत एक करोड़ रू., खेल मैदान 50 लाख रू. तथा मुक्तिधाम लागत 50 लाख रू. का भूमिपूजन और दो करोड़ 60 लाख रू. की विभिन्न सीमेन्ट कंक्रीट सड़कों के लोकार्पण के कार्य शामिल हैं। इस अवसर पर अन्य जनप्रतिनिधि तथा एसडीएम, नगर पालिका अधिकारी जनपद सीईओ तथा बड़ी नागरिकगण मौजूद थे। बांदरी में नगरीय विकास मंत्री का नागरिकों द्वारा जोरदार अभिनंदन किया गया।
   लोकार्पण एवं भूमिपूजन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मंत्री श्री सिंह ने कहा कि बांदरी के विकास के लिये कोई कसर नही छोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि बांदरी में बच्चों के गुणवत्तायुक्त षिक्षा के लिये सीएम राईजिंग स्कूल खोला जायेगा। इससे 15 से 20 किलोमीटर क्षेत्र के बच्चों को गुणवत्तायुक्त षिक्षा मिलेगी। बांदरी अस्पताल को 10 बिस्तर से 30 बिस्तरीय किया जायेगा। यहां पोस्ट माटम की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि बांदरी कई वर्षों से पिछड़ा रहा है। अब इसके विकास में कोई कमी नही रहने दी जायेगी। बांदरी को तहसील का दर्जा भी दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि दो सौ से ढाई सौ करोड़ के कार्य बांदरी में स्वीकृत कराये गए हैं। उन्होंने बताया कि बांदरी में तीन हजार से अधिक प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये गए हैं।  इन पर 75 करोड़ से अधिक की राषि खर्च होगी। इससे यहां के स्थानीय व्यापारियों ईट भट्टो, मकान में लगने वाली विभिन्न सामग्री विक्रय करने वालों को लाभ और  मकान बनाने से जुड़े लोगों को रोजगार मिलेगा।
  उन्होंने कहा कि बांदरी में विकास कार्यों के लिए कहीं सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं थी। फारेस्ट की जमीन हैं। फारेस्ट की जमीन को ट्रांसफर कराना कठिन होता है। फिर भी लगातार कोशिश की और पहले 5 एकड़ फारेस्ट की जमीन को ट्रांसफर कराकर वहां बस स्टेण्ड और आडीटोरियम का निर्माण कराया। फिर महाविद्यालय खुलवाया और उसका भवन बनवाने के लिए पुलिस थाने की 5 एकड़ जमीन ट्रांसफर कराई। दूसरी बार मंत्री बनने के बाद महाविद्यालय भवन निर्माण के लिए साढ़े छह करोड़ रूपए स्वीकृत कराये। उन्होंने बताया कि आगामी गर्मी तक भवन बनकर तैयार हो जायेगा और उसमें सभी विषयों की षिक्षा उपलब्ध होगी।
 उन्होंने बांदरी के नगर पंचायत बन जाने से यहां मिलने वाली पात्रताओं का विस्तृत ब्यौरा देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा मकान बनाने में खुरई पहले नंबर पर और देश में पांचवे नंबर पर है।
     मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बांदरी में सीएम राइजिंग स्कूल खुलवाने की घोषणा करते हुए कहा कि यहां गौशाला का निर्माण भी कराया जाएगा। जीर्णशीर्ण मंदिरों का पुर्नरूद्धार किया जाएगा और सभी समाजों के सामुदायिक भवन बनेंगे। बांदरी के अस्पताल को 30 बेड का बनाया जाएगा। हाट बाजार योजना के तहत चार-पांच सौ पक्की दुकानें बनेंगी। किसी को हटाया नहीं जाएगा।  

कोरोना वैक्सीन दोनां डोज लगवायें
नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कार्यक्रम में लोगों से अपील की कि वे कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवायें। दोनों डोज लगवाकर कोरोना से सुरक्षित हो जाये। उन्होंने कहा कि दोनों डोज लगने पर एक तो कोरोना की संभावना ही नही होगी दूसरी अगर हुआ भी तो नुकसान नही होगा। उन्होंने कार्यक्रम में दोनां डोज लगवाने वालों की हाथ उठवाकर जानकारी ली। उन्होंने यह भी कहा कि जिन्होंने अभी तक कोरोना की वैक्सीन की एक भी डोज नही लगवाई है वे पहली डोज लगवायें और जिन्होंने पहली डोज लगवाली है। वे कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज जरूर लगवायें।
                               
 
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गौ संवर्धन का विशिष्ट वैश्विक केंद्र बने डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय : केंद्रीय मंत्री परषोतम रुपाला ★ गाय को पालने बनाये हॉस्टल, जैसे विधार्थियो के लिए बनते है,दिया सुझाव



गौ संवर्धन का विशिष्ट वैश्विक केंद्र बने डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय :  केंद्रीय मंत्री परषोतम रुपाला  

★ गाय को पालने बनाये हॉस्टल, जैसे विधार्थियो के लिए बनते है,दिया सुझाव 




सागर. 12 नवंबर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की स्थापना कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस अवसर पर पारम्परिक बुंदेली बाद्ययन्त्रों और लोकाचार से किया अतिथियों का स्वागत किया गया.  मुख्य अतिथि केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार श्री परषोत्तम रूपाला ने कहा कि यह गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय  में कामधेनु अध्ययन और अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए विश्वविद्यालय ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के साथ समझौता पत्रक पर हस्ताक्षर किया है. भारतीय गायों की क्षमता अपार है, जरुरत इसे समझने और समझाने की है. दुग्ध उत्पादन, खाद उत्पादन और विभिन्न औषधीय उपयोगों सहित गायों के महत्व को कई पहलुओं को हम बचपन से जानते हैं. दुर्भाग्य से, समय के साथ हम देशी गोवंश का महत्व भूल गए हैं. 
भारतीय परम्परा में समृद्धि की गणना गोधन से ही की जाती थी. यह एक पारंपरिक धन है जो हमें स्वाभाविक ढंग से चतुर्दिक समृद्धि की ओर ले जा सकती है. विश्वविद्यालय को चाहिए कि छात्रों के हॉस्टल की ही तर्ज़ पर गायों के आश्रय के लिए भी एक बड़े केंद्र की स्थापना करे. हमारा मंत्रालय और मैं व्यक्तिगत तौर पर भी इसमें सहयोग करने को तैयार हूँ. 
उन्होंने कहा कि गाय ब्रह्माण्ड का मूल आधार है. जिससे संबंधित सभी उत्पाद मनुष्य के मन, तन और धन को प्रखर कर देते हैं. इसलिए हमारा यह सौभाग्य है कि हमारे जीवन और समाज की सभी अनुष्ठानों में गाय की भूमिका और आशीर्वाद स्वाभाविक रूप से उपलब्ध है. यहाँ से यह संदेश जाना चाहिए कि हम अपने जीवन और कर्म में गौ-स्नेह को नये  रूप में पुनर्स्थापित कर सकें.  
उन्होंने कहा कि गौवंश, गौमूत्र आदि से होने वाली आय पर गौशाला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती है. आज का समय ऐसे मॉडल को विकसित और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. कोरोना संकट की तमाम मुश्किलों के साथ इसने हमें यह सिखाया है कि स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए हमें गौमाता की ही शरण में जाना होगा. विश्वविद्यालय इस शरण को एक व्यापक क्रान्ति में बदल सके, ऐसा प्रयत्न इसे करना चाहिए. इसके लिए विश्वविद्यालय कई आयामों और उद्देश्यों के प्रोजेक्ट और वित्त संबंधी प्रस्तावों को मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत करे. मंत्रालय निश्चित रूप से इस योजना में विश्वविद्यालय की मदद करेगा.  



गाय को पालने हॉस्टल का सुझाव

केंद्रीय मंत्री रूपला ने कहा कि जिस तरह विधार्थियो के लिए हॉस्टल बने है। उसी तरह गायों को पालने भी हॉस्टल बनाये। यह नवाचार है। कई लोग गाय पालना चाहते है लेकिन नही पाल पाते। ऐसे लोगो को मौका मिलेगा। उनके लिए हॉस्टल बनाये और आधुनिक सुविधाओं से मुहैया कराए। गो पालक अपनी गाय यहां रखे । उन्होंने कहा कि गुजरात मे इस तरह के कुछ प्रयोगों की शुरुआत हो चुकी है। 



कामधेनु पीठ 'वोकल फॉर लोकल' का मूर्तिमान स्वरुप है : प्रो. नीलिमा गुप्ता
 
कुलपति प्रो, नीलिमा गुप्ता ने स्वागत वक्तव्य देते अतिथि अतिथियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और पीठ स्थापित करने में मंत्रालय के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने कहा कि यह एक गौरवशाली एवं ऐतिहासिक क्षण है जहाँ विश्वविद्यालय अपने अकादमिक सरोकारों के अतिरिक्त सामुदायिक सेवा की अपनी प्रतिबद्धता को संस्थानीकरण करते हुए मूर्त रूप देने जा रहा है. मुझे हर्ष है कि हमारी इस पहल को माननीय केन्द्रीय मंत्री जी के नेतृत्व में उनके सम्पूर्ण विभाग ने तत्परता और प्राथमिकता के साथ स्वीकार किया . 

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की यह नवाचारी पहल 'वोकल फॉर लोकल' से अनुप्राणित है. यह एक ऐसा रास्ता है जिससे न केवल विश्वविद्यालय बल्कि समाज और राष्ट्र भी आत्मनिर्भर बनने की आयोजना को वास्तविक अर्थों में की साकार कर सकेगें. 21 वीं सदी की पहली राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसके लिए हमें न सिर्फ मार्ग सुझाती है बल्कि संरचना और अवसर भी उपलब्ध कराती है, जहाँ हम इस समुदाय आधारित ज्ञान एवं विज्ञान की ऐतिहासिक समृद्धि को पुनः समझें. यह भी एक सुखद संयोग है कि डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है और मध्यप्रदेश के पहले 'कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ' की स्थापना भी इसी विश्वविद्यालय में हो रहा है. यह एक ऐसा मणिकांचन योग है जिसकी अनुगूँज बहुत दूर तक जायेगी. उन्होंने कहा कि गो-संवर्धन के क्षेत्र में मंत्रालय की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं को इस पीठ के माध्यम से हमारा विश्वविद्यालय अपने स्तर पर क्रियान्वित कर एक व्यापक सामुदायिक क्रांति में बदलने के लिए संकल्पित है. इसके लिए हमारे पास आधुनिक तकनीकि और सुविधाओं से युक्त प्रयोगशालाएँ हैं तो वहीं स्थानीय स्तर पर दयोदय गौशाला जैसा श्रेष्ठ उदाहरण मौजूद हैं. उनके अनुभवों से हमें इस दिशा में कुछ ठोस और श्रेष्ठ करने में सहायता मिलेगी. 




विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. वल्लभभाई कथीरिया ने कहा कि यह एक सुअवसर है कि गौआधारित अर्थव्यवस्था की शुरुआत हो रही है. एक समय में माननीय मालवीय जी ने विश्वविद्यालय में गौशाला स्थापित करने की शुरुआत की थी. आज भी यह काम विश्वविद्यालय के माध्यम से किया जा रहा है. यह एक महान काम है. आज पूरे विश्व में पैराडाइम शिफ्ट हो रहा है. विश्व के फलक पर भारतीय संस्कृति अपना विस्तार कर रही है. यह पर्यावरण फ्रेंडली की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम भी है. गौ संवर्धन की दिशा में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है.

कामधेनु पीठ बनेगा देश के लिए प्रतिमान : महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरी

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड, मध्य प्रदेश शासन के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरी ने कहा कि मध्य प्रदेश सर्वाधिक गौ प्रेमी और गौ सेवकों का प्रदेश है. मध्य प्रदेश गौ संवर्धन आयोग के साथ मिलकर डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में विश्व की सबसे बड़ी गौशाला स्थापित की जा सकती है. कामधेनु पीठ इस अर्थ में एक शुभ कदम है. मैं विश्वास करता हूँ कि यह पीठ देश के एक प्रतिमान बने जहां गौधन संवर्धन के लिए वैज्ञानिक ढंग से अध्ययन-अध्यापन हो सकेगा. आने वाला समय पञ्च गव्य की आर्थिकी का है जिसके द्वारा हमारा समाज आत्मनिर्भर बन सकेगा. मध्य प्रदेश गो संवर्धन आयोग इस हेतु विशाविद्यालय का हर संभव मदद देने का आश्वासन देता है.

कामधेनु शोध पीठ स्थापित होना एक सांस्कृतिक घटना: कुलाधिपति

विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो.बलवंतराय शांतीलाल जानी ने कहा कि यह शोध पीठ स्थापित होना एक सांस्कृतिक परिघटना है. यह नए भारत का निदर्शन है कि एक मंत्रालय का पूरा अमला अपने मुखिया के साथ एक विश्वविद्यालय में उपस्थित है. यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सुफल है कि संस्थाओं के साथ-साथ लोगों के बीच भी इस तरह के नवाचारी विचार पनप रहे हैं जो भारतीयता एवं राष्ट्रप्रेम से ओत-प्रोत है. परम वैभवशाली राष्ट्र निर्माण की राह गौ-माता के प्रति हमारी आस्था से होकर जाती है. हमें ख़ुशी है कि विश्यविद्यालय इस राह का अन्वेषक बन रहा है. 



सागर लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि पीठ स्थापना के लिए आज हुए समझौता हस्ताक्षर के लिए विश्वविद्यालय को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूँ. उन्होंने भारत सरकार को इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि गाय का महत्त्व बढ़ाने के लिए बहुत ही सुयोग्य विश्वविद्यालय का चयन किया गया है. जिस गाय को हम भगवान् का दर्जा देते हैं मुझे विश्वास है उसके लिए यह पीठ बेहतर कार्य कर सकेगी.

सागर विधानसभा क्षेत्र के विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि विश्वविद्यालय में कामधेनु पीठ की स्थापना गोवंश के संरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी अकादमिक पहल है. इससे बुंदेलखंड में पारंपरिक रूप से गोवंश के रूप में विद्यमान ज्ञान को प्रयोगात्मक और सैद्धांतिक स्तर पर सब तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी.

इस अवसर पर कार्यक्रम की नोडल अधिकारी प्रो. अर्चना पाण्डेय ने कामधेनु पीठ के उद्देश्यों एवं भविष्य की योजनाओं की प्रस्तुति देते हुए बताया कि यह पीठ सागर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों और समग्रता में बुंदेलखंड के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जिसमें वैज्ञानिक तरीके से पशुपालन और पशुधन संरक्षण के तौर-तरीकों, गौ पालन के प्रति उच्च शिक्षा से जुड़े हुए युवाओं को आकर्षित करने और शिक्षित करने, प्रकृति और प्राकृतिक चीजों के प्रति लोगों को संजीदा बनाने जैसे व्यापक उद्देश्य के साथ कार्य करते हुए पंचगव्य, गोबर, गौमूत्र आदि पर अनुसंधान किया जाएगा.  



 मंत्रालय और विश्वविद्यालय के बीच हुआ एमओयू
इस अवसर पर मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार एवं विश्वविद्यालय के बीच एमओयू भी हुआ. कामधेनु पीठ द्वारा संचालित की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में मंत्रालय और विश्वविद्यालय की भूमिका को लेकर समझौता पत्रक पर हस्ताक्षर हुए. विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने और मंत्रालय प्रतिनिधि संयुक्त सचिव ओ. पी. चौधरी ने समझौता पत्रक पर हस्ताक्षर किये.   

कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशुतोष ने किया. कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने मंचासीन अतिथियों सहित कार्यक्रम में पधारे लोगों का आभार व्यक्त किया. डॉ राकेश सोनी के नेतृत्व में विद्यार्थियों द्वारा बरेदी नृत्य की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यक्रम में सागर के सम्माननीय जनप्रतिनिधि, नागरिक गण, मीडियाकर्मी बंधु और विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त और सेवारत शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.         i


महर्षि पतंजलि भवन का हुआ लोकार्पण

विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार के पीछे स्थित महर्षि पतंजलि भवन का लोकार्पण भी हुआ. इस अवसर पर कामधेनु पीठ स्थापना कार्यक्रम में पधारे गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में भवन का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस अवसर पर योग विभाग के विद्यार्थियों ने योग मुद्राओं का प्रदर्शन किया. वर्तमान में इस भवन में प्रबंधन अध्ययन विभाग, योग विभाग और संगीत विभाग संचालित हैं.
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आचार्य 108 श्री विमदसागर जी महाराज को दी विनयांजलि। ★ आचार्य श्री विमदसागर जी महाराज के साथ घटित घटना की सी. बी. आई. जांच की मांग

आचार्य 108  श्री विमदसागर जी महाराज को दी विनयांजलि। 

★ आचार्य श्री विमदसागर जी महाराज के साथ घटित घटना की  सी. बी. आई. जांच की मांग

सागर ।  मकरोनिया जैन मिलन द्वारा आचार्य 108 श्री विमदसागर जी महाराज को विनयांजलि सभा का आयोजन अंकुर कालोनी स्थित स्नेह भवन में किया गया।विनयांजलि सभा की शुरुआत म.प्र. शासन के पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी, जैन मिलन मकरोनिया के अध्यक्ष श्री सुरेश चन्द्र जैन, अंकुर कॉलोनी अध्यक्ष श्री अशोक जैन पटवारी, दीनदयाल नगर कमेटी के अध्यक्ष सुभाष जैन,गुलजारी लाल जैन सुरेन्द्र सुहाने,कमल जैन, संजय जैन आदि के द्वारा विधिवत दीप प्रज्वलित कर आचार्य श्री को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। विनयांजलि सभा मे पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी ने आचार्य 108 श्री विमदसागर जी महाराज की के सरल, प्रभावी, समाज उद्धारक, प्रेरणादायक जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि ऐसे कुशल व्यक्तित्व का असमयक चले जाना समाज और क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। विनयांजलि सभा मे श्री दामोदर सेठ, श्रेयांश जैन, अशोक जैन, गुलजारी लाल जैन, संतोष जैन, सुनील जैन, सुभाष जैन, सुरेंद्र सुहाने आदि ने आचार्य श्री को विनयांजलि देते हुये कहा कि आचार्य 108 श्री विमदसागर जी महाराज जिनकी समाधि आकस्मिक समय मे इंदौर में हुई या घटित हुई इस सम्बन्ध में इंदौर जैन समाज मौन है। जो कि जांच का विषय हैं। आचार्य श्री की श्रेष्ठ चर्या थी। एक दिन आहार एक दिन उपवास करते हुई कुल 1100 उपवास हो चुके थे। तो फिर एक  साधु कैसे फांसी लगा सकता हैं। जबकि साईकिल से गिर जाने के बाद आचार्य श्री का एक हांथ ऊपर तक नही उठता था। आचार्य श्री के साथ घटित घटना की जैन समाज मकरोनिया एवं समस्त जैन भाई-बहिन, संस्थाओ आदि ने सी. बी. आई. जांच की मांग की है।विनयांजलि सभा का संचालन जैन मिलन मकरोनिया के अध्यक्ष श्री सुरेश चन्द्र जैन ने किया तथा अंत मे आभार जैन मिलन मकरोनिया के मंत्री श्री सुमत सिंघई ने व्यक्त किया। विनयांजलि सभा में राजेश दुबे, देवेन्द्र कुर्मी, अभिषेक गौर, कमलेश चौधरी, राकेश जैन एम.पी.ई.बी, रविंद बरायठा,के. सी. जैन, राकेश जैन, राकेश जैन छुल्ला,अरुण चंदेरिया, डी. सी. जैन, राजेश कुमार जैन प्राचार्य, मुन्ना विश्वकर्मा, अशरफ खान, राजू डिस्क, राजा बुन्देला, संजय रोहिदास, कमल रैकवार, रोहित वर्मा, गोविन्द राय, निशान्त आठया, निहाल पाण्डेय,दीपक कुर्मी सहित बड़ी संख्या में माताएं,बहने आदि समाजजन शामिल हुए। 
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