जबलपुर : कांग्रेस विधायक संजय यादव के बेटे ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या की

जबलपुर :  कांग्रेस विधायक संजय यादव के बेटे ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या की

Jabalpur MLA Son Suicide : जबलपुर ।  जबलपुर जिये की बरगी विधानसभा से कांग्रेस विधायक संजय यादव के छोटे बेटे ने हाथीताल स्थित अपने घर पर शाम 4 बजे के करीब खुद को गोली मार ली है, आनन-फानन में घायल विभोर यादव 16 वर्ष को इलाज के लिए निजी अस्पताल लाया गया जहां उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि विभोर ने अपने कमरे में खुद को गोली मार ली है। विभोर ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है।

घटना की सूचना मिलते ही कांग्रेस विधायक संजय यादव सहित पूर्व मंत्री तरुण भनोत और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता अस्पताल के बाहर पहुंच गए। इधर अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है। घटना की वजह क्या है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि विभोर यादव कांग्रेस विधायक संजय यादव का छोटा बेटा था।
जानकारी के मुताबिक विभोर यादव के सिर पर गोली लगी है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विभोर ने यह कदम क्‍यों उठाया। बताया यह भी जा रहा है कि विभोर यादव के कमरे से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें लिखा है कि मेरी मां बहुत अच्छी है मेरे पिता बहुत अच्छे हैं। पुलिस ने विभोर यादव के कमरे को लॉक कर जांच शुरू कर दी है।

पूर्व सीएम कमलनाथ ने जताया शोक किया ट्वीट

मेरे करीबी साथी, विधायक श्री संजय यादव के पुत्र विभु यादव के निधन की बेहद दुखद ख़बर प्राप्त हुई है।

परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ।

ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।




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भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े की समय सीमा बढ़ाने के निर्देश ★ड्रोन सर्वेक्षण एवं योजनाओं की मैदानी हकीकत जानने संभाग स्तर पर समीक्षा करेंगे मंत्री गोविंद राजपूत

भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े की समय सीमा बढ़ाने के निर्देश                                                                    ★ड्रोन सर्वेक्षण एवं योजनाओं की मैदानी हकीकत जानने संभाग स्तर पर समीक्षा करेंगे मंत्री गोविंद राजपूत

भोपाल। प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की पहल एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर राजस्व विभाग द्व्रारा एक नवंबर से प्रारंभ किए गए भू-अभिलेख   शुद्धिकरण पखवाड़े को आगामी 15 दिन तक बढ़ाने के निर्देश  राजस्व मंत्री द्वारा समीक्षा बैठक में दिए गए। दरअसल, प्रदेश की जनता की सुविधा के लिए प्रारंभ किए गए राजस्व विभाग के नवाचार भू-अभिलेख शुद्धिकरण  पखवाड़े में राजस्व से जुड़ी विभिन्न त्रुटियों के सुधार को लेकर जनता में बढ़ती रूचि को ध्यान में रखते हुए राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने मंत्रालय में विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान पखवाड़े की अवधि 16 नवंबर से 30 नवंबर तक बढ़ाने के निर्देश अफसरों को दिए। बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, प्रमुख राजस्व आयुक्त संजय गोयल, आयुक्त भू अभिलेख ज्ञानेश्वर पाटिल सहित विभाग के अन्य आला अधिकारी मौजूद थे। समीक्षा बैठक के दौरान श्री राजपूत ने यह भी तय किया कि सरकार द्रारा प्रारंभ किए गए मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना तथा भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े की जमीनी हकीकत जानने के लिए वह संभागवार योजनाओं की समीक्षा करेंगे। राजस्व मंत्री ने तय किया है कि समीक्षा की शुरुआत मालवांचल के इंदौर से की जाएगी। इसके बाद ग्वालियर, जबलपुर, रीवा तथा अन्य संभागों में इन योजनाओं की विस्तृत समीक्षा राजस्व मंत्री श्री राजपूत करेंगे। उन्होंने बताया कि 1 नवंबर से प्रारंभ किए गए भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े में अब तक  33 लाख 6 हजार 664 अभिलेखों में विभिन्न प्रकार की त्रुटियों को सुधारा गया। उन्होंने कहा कि त्रुटिपूर्ण अभिलेखों के कारण भूमि स्वामियों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। इसी को ध्यान में रखते हुए राजस्व मंत्री के निर्देश विभाग द्व्रारा भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े की शुरुआत की गई।  दरअसल, राजस्व अभिलेखों में क्षेत्रीय शब्दों के उपयोग के कारण नामों में एकरूपता नहीं रहती थी। साथ ही अभिलेख में भूमि स्वामी के प्रचलित नाम और आधार-कार्ड में वास्तविक नाम भिन्नता के कारण नामांतरण एवं बंटवारा प्रकरणों में भी क्षेत्रीय कर्मचारियों को परेशानी आती थी। बैंक से ऋण प्राप्त करने, प्रधानमंत्री किसान एवं फसल बीमा जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का भी भूमिधारक लाभ नहीं ले पा रहे थे। जब इस तरह की परेशानियों से जूझ रही जनता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान अवगत कराया तो मुख्यमंत्री के निर्देश एवं राजस्व मंत्री की पहल पर अभिलेख शुद्धिकरण की शुरुआत की गई।  

योजनाओं में गति लाने राजस्व अफसरों को दिए निर्देश 

विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़ा, ड्रोन सर्वेक्षण तथा मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना के कार्यों में गति लाने के लिए राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए। बैठतक में श्री राजपूत ने कहा कि राजस्व विभाग की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए न्यायालय परिसर, तहसील कार्यालय, जनपद कार्यालय तथा जिला पंचायत कार्यालय व कलेक्ट्रेट परिसर में डिस्पेले बोर्ड / फ्लैक्स लगाए जाएं। उन्होंने विभाग की योजनाओं से जुड़ी छोटी-छोटी फिल्में बनाकर सोशल मीडिया के माध्यस से प्रचार करने के निर्देश अफसरों को दिए। बैठक में राजस्व मंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जताई की आजादी के 70 साल बाद पहली बार मध्यप्रदेश में भूमि का कम्पयूटीराइज्ड रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।  उन्होंने बैठक में अफसरों को निर्देश दिए की सभी योजनाओं की लगातार मानीटिरिंग के लिए जिले के कलेक्टरों को निर्देश जारी करें ताकि किसी प्रकार की कोताही ना हो। बैठक में श्री राजपूत ने मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना के तहत सीहोर और सागर जिले को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए। 

मुख्य सड़कों से हटाया जाएगा अतिक्रमण :

समीक्षा बैठक के दौरान राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जिले की नगरीय क्षेत्रों से गुजरने वाली मुख्य सड़कों में अतिक्रमण हटाए जाने के निर्देश राजस्व विभाग के अफसरों को दिए।  उन्होंने कहा कि बैजा अतिक्रमण की वजह से सड़कों की चौड़ाई घटती जा रही है। जिसे रोकने विभाग के अफसर सख्त कदम उठाएं। श्री राजपूत ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण आबादी भूमि का सर्वे कर 50 हजार ग्रामों में संपत्तिधारकों को उनका मालिकाना हक दिया जाएगा। 

वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जाएंगी 

परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने निर्देश दिए हैं कि वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट और दुर्घटनाओं को रोकने व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस/ पैनिक बटन तथा दुर्घटनाओं को रोकने के लिए व्यवसायिक वाहनों में रेट्रो रिफ्लेक्टिग टेप लगाने की योजना पर चरणबद्ध तरीके से अमल किया जाए। इसके अलावा समीक्षा बैठक में परिवहन मंत्री श्री राजपूत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 नवम्बर को प्रस्तावित भोपाल यात्रा को लेकर भी व्यवस्थाओं को लेकर अफसरों से चर्चा की।
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कोविड टीकाकरण : लापरवाही बरतने पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष जैन को नोटिस


कोविड टीकाकरण : लापरवाही बरतने पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष जैन को नोटिस

सागर। कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर सीएमएचओ डा. सुरेश बौद्ध ने जिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी पी.जी. कम्यूनिटी मेडीसीन डॉ. आशीष जैन को कोविड-19 टीकाकरण कार्य में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

सीएमएचओ डॉ सुरेश बौद्ध ने बताया कि  टीकाकरण कार्य के शत प्रतिशत गुणवत्ता पूर्ण एवं टीकाकरण जैसे : अति महत्वपूर्ण संवेदनशील कार्यक्रम हेतु डाक्टर  जैन को शहरी क्षेत्र का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है एवं उक्त कार्य को पूर्ण निष्ठा एवं लगन के साथ कियान्वित किया जाना डाक्टर  जैन का दायित्व है । टीकाकरण महाअभियान के सफल संचालन हेतु कार्यालय में 4 बैठक आयोजित की गयी।  जिसमें डाक्टर  जैन  बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित पाये गये । डाक्टर जैन के उक्त कृत्य से टीकाकरण जैसे अतिमहत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रति अरुचि , उदासीनता एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा देय निर्देशों की अवहेलना करना सिद्ध होता है । जिला टीकाकरण अधिकारी द्वारा भी 10 नवंबर 2021 को अवगत कराया गया कि प्रातः 10.30 बजे तक डाक्टर  जैन  द्वारा उनके फोन कॉल भी रिसीव नहीं किये गये । डाक्टर  जैन निष्क्रियता के कारण सेंटरों पर वैक्सीन समय पर नहीं पहुंचने से सत्र समय पर प्रारंभ नहीं हो सके जिस कारण कलेक्टर द्वारा भी अत्यन्त नाराजगी एवं अप्रसन्नता व्यक्त की गयी। जिससे विभाग की छवि भी धूमिल हुई । इस प्रकार डाक्टर  जैन का उपरोक्त कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम -3 के उप नियम ( 1 ) ( 11 ) ( 111 ) के अनुरूप न होकर कदाचरण की श्रेणी में आता है , इस प्रकार आप उक्त नियमों का पालन म और अपने कार्य के प्रति सन्निष्ठ एवं कर्तव्य परायण में रहते हुये अनुशासनात्मक कार्यवाही के भागी बन गये है । अतः डाक्टर  जैन  नोटिस प्राप्ति के 48 घंटे के अंदर अपना प्रतिवाद उत्तर सीएमएचओ के समक्ष उपस्थित होकर प्रस्तुत करें कि क्यों न आपके विरुद्ध मध्यप्रदेश सिविल सेवा ( वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील ) नियम 1966 के अंतगर्त अनुशासानात्मक कार्यवाही हेतु प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालय को भेजा जाये । डाक्टर  जैन  उत्तर समय सीमा मे एवं संतोषजनक न पाये जाने पर डाक्टर  जैन के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु प्रस्ताव गरिष्ठ कार्यालय को भेज दिया जायेगा। जिसके लिये डाक्टर  जैन  स्वयं उत्तरदायी हांगे ।

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SAGAR : अवैध रूप से गांजे की खेती, 118 किलो गांजा जब्त, ★ अमरूद के पेड़ो के बीच लगे थे गांजे के पेड़

SAGAR : अवैध रूप से गांजे की खेती, 118 किलो गांजा जब्त,
★ अमरूद के पेड़ो के बीच लगे थे  गांजे के पेड़





सागर। सागर जिले की थाना बंडा एवं रहली पुलिस ने दो जगहों पर कार्यवाही करके गांजा के पेड़ जब्त किए। यहां से 118 किलो गांजा के पेड़ जब्त किए है। बन्दा में अमरूद के पेड़ों के बीच गांजे के पेड लगे मिले। जिसकी कीमत दो लाख रुपये आंकी गई है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। 

अमरूद के साथ लगे थे गाजे के पेड़

पुलिस के अनुसार  बंडा पुलिस को मुखविर की सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम दलपतपुर मौजा में तिसमाला माता के मदिर की पहाड़ी के नीचे बिही के पेडो के पास निरपत लोधी निवासी दलपतपुर के खेत में अधिक मात्रा में मादक पदार्थ गाजा के पौधे लगे है। सूचना की तस्दीक होने पर मुखबिर द्वारा बताये स्थान ग्राम
दलपतपुर मौजा में तिसमाला माता के मदिर की पहाड़ी के नीचे बीही के पेडो के पास खेत में पहुंचकर देखा तो खेत मे मादक पदार्थ गांजा जैसे पौधे (हरे गीले) पौधे करीब 5 फीट लम्बे पाये गये। मादक पदार्थ के पौधों की तौल की गई जो कुल करीबन 103 किलो 750 ग्राम बजन होना पाया गया।  जिन्हे प्लास्टिक की बौरी में पैक कर सीलबंद किया जाकर मौके से जब्त किया। उक्त खेत के स्वामी निर्पत लोधी की तलाश की गई जो नहीं मिला आरोपी निरपत लोधी का कृत्य अपराध धारा 8/20 NDPS ACT का पाये जाने आरोपी निर्पत लोधी के विरुध्द धारा 8/20 NDPS ACT का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। उक्त रेड कार्यवाही में- उनि0 पी डी ठाकुर, सउनि राजपाल सिंह, प्रआर0 बृजेश शर्मा, नरेन्द्र
आरक्षक, आशीष, प्रदीप शर्मा, व सानू की सराहनीय भूमिका रही।




बाडे मे अवैध रूप से लगे थे गांजे के पेड
रहली पुलिस को  मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम हिनौती मे पुरानी वन चौकी के पास बाड़े मे रूप सिंह गौड अवैध रूप से अवैध रूप से गांजे के पेड़ लगाये है। सूचना प्राप्त पर तत्काल
उचित कार्यवाही करते हुये मुखबिर द्वारा बताये स्थान पर मय स्टॉफ के अचानक दबिश दी पुलिस देखकर आरोपी रूप सिंह गौड रात्रि मे अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पुलिस द्वारा पुरानी वन चौकी के दोनों भवनों के पास बने बाडा मे देखने पर आजू बाजू मादक
पदार्थ गांजे के छोटे-बड़े काफी पेड लगे पाये गये जिनकी नियमानुसार वीडियो ग्राफी करावाकर सारे पौधे उखडवा कर जप्त किये।   गांजा मय पेड़ों के कुल 14 किलो 940 ग्राम कीमती करीबन 50 हजार रूपये का होना पाया गया।
आरोपी रूपसिंह गौड द्वारा अपने निवास स्थान पुरानी वन चौकी के पास बाडे
मे मादक पदार्थ गाजा के पेड लगाये जाने से आरोपी रुपसिंह गोड का कृत्य एन डी.पी. एस.एक्ट के तहत दंडनीय पाये जाने से अपराध सदर पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त रेड कार्यवाही में उनि गोपाल चौधरी, आरक्षक सुधर्म, चतुर्भुज, सुनील दुबे, राजाबाबू की सराहनीय योगदान रहा।



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भोपाल के अस्पताल में आगजनी की घटना के बाद जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण विधायक शेलेन्द्र जैन ने

भोपाल के अस्पताल में आगजनी की घटना के बाद जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण विधायक शेलेन्द्र जैन ने 

सागर। विधायक शैलेंद्र जैन ने भोपाल के आगजनी की घटना के बाद जिला चिकित्सालय सागर का औचक निरीक्षण किया और बारीकी से सभी एंगल से तैयारियों का जायजा लिया उन्होंने एसएनसीयू वार्ड, पीआईसीयू वार्ड, नवीन आई सी यू वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राथमिक रूप से प्रथम क्लास  विशेषज्ञ इंजीनियरों द्वारा जिला चिकित्सालय की पूरी इलेक्ट्रिक लाइन का परीक्षण कराने के निर्देश दिए ताकि ऐसी कोई भी संभावना ना रहे इसमें शॉर्ट सर्किट का अंदेशा हो और उसके कारण कहीं भी इलेक्ट्रिक फॉल्ट हो सके, उन्होंने कहा कि हम जिला चिकित्सालय की ड्रेनेज व्यवस्था को सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी के माध्यम से उसका कार्य करा रहे हैं जिला चिकित्सालय में लगे एयर कंडीशनर को भी निरंतर चालू रखने के निर्देश दिए और उनका एनुअल मेंटिनेस कांट्रैक्ट तैयार करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय तक कोई भी एयर कंडीशनर बंद मिलता है तो 24 घंटे के अंदर चालू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा नवीन आईसीयू और पीआईसीयू भी बनकर तैयार है यह किसी भी सर्व सुविधा युक्त निजी अस्पताल के आईसीयू से कमतर नहीं है इनमें जो भी कमियां हैं पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशित कर दिया गया उसे जल्द से जल्द पूर्ण किया जाएगा।
इसके पूर्व में उन्होंने जिला चिकित्सालय पहुंचकर सर्वप्रथम कैजुअल्टी वार्ड को अपडेट करने के लिए निर्देषित किया, इसके बाद कोरॉना मरीजों के लिए आरक्षित 19 बिस्तरीय आई सी यू वार्ड एवं नवीन 20 बिस्तरिय आई सी यू वार्ड का भी निरीक्षण किया और भविष्य में कोविड की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने अस्पताल के ओपीडी एवं ब्लड बैंक में टेलीफोन सुविधा सुचारू रूप से चालू करने के निर्देश दिए ताकि लोगो को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि अस्पताल की छत से सीमेंट गिर गई है और सरिया बाहर निकल आया है उसका भी मेंटेनेंस करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
    वार्ड क्रमांक 1 के बाजू में रिक्त पड़े स्थान पर अस्पताल के बेकार पड़े सामान को हटाने के निर्देश देते हुए उस जगह को लोगों को बैठने योग्य बना कर कहां पर बेंच लगाने के निर्देश दिए, वार्डों के बाहर डिस्प्ले बोर्ड लगाने को लेकर भी चर्चा की गई जिसमें मरीजों के नाम लिखे जाए ताकि आने वाले अटेंडर की जानकारी लग सके कि हमारा मरीज किस पलंग पर भर्ती है। इसके अतिरक्त एस एन सी यू वार्ड में पहुंचकर वहां पर एंट्री एग्जिट के द्वार देखे फायर इक्विपमेंट की जानकारी ली।इस दौरान विधायक जैन के साथ सिविल सर्जन डॉ ज्योति चौहान, डॉ डी के गोस्वामी, डॉ योगेन्द्र खटीक, डॉ अभिषेक ठाकुर, डॉ आशीष जैन, उपस्थित रहे।
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गौशाला सिलेरा में बाउंड्री बाल का भूमि पूजन संपन्न

गौशाला सिलेरा में बाउंड्री बाल का भूमि पूजन संपन्न 

सागर। गौ सेवा संघ रजिस्टर्ड पब्लिक ट्रस्ट क्रमांक 48 द्वारा संचालित संभाग की सबसे प्राचीन गौशाला सिलेरा की बाउंड्री बाल विधायक निधि से राशि ₹300000 से बनने वाली बाउंड्री बाल का भूमि पूजन कार्यक्रम मैं क्षेत्र के यशस्वी विधायक मान. प्रदीप लारिया के मुख्य आतिथ्य एवं भाजपा नेता एवं  सुधीर यादव, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष साहब सिंह यादव, भाजपा सदर मंडल अध्यक्ष सौरभ केशरवानी की उपस्थिति में संपन्न हुआ इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गौ सेवा संघ के अध्यक्ष लालचंद घोषी जी ने की इस अवसर पर गौ माता के लिए सुंदर एवं प्रेरणा दाई बुंदेली लोक गीत पं. श्याम सुंदर मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मान. प्रदीप लारिया विधायक नरयावली ने भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में श्री लारिया जी ने गौशाला के 101 वर्षों से लगातार किये जाने वाले कार्यों की भूरी- भूरी प्रशंशा की, उन्होंने कहा कि गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य सतत् रूप से चलने वाली सनातनी प्रक्रिया है। गौमाता के संरक्षण से मानव जाति का संरक्षण स्वयं हो जाता है, भारतीय संस्कृति में वात्सल्यपूर्वक सम्पूर्ण जीव सृस्टि का पोषण करने वाली माला "गौ माता" ही है। उन्होंने जोर देकर 'कहा कि चरना गायों का युगो - युगो से जन्मसिद्ध अधिकार रहा है एवं मानव जाति के साथ-साथ सम्पूर्ण सृष्टि के संरक्षण हेतु गायों को करने की उपयुक्त व्यवस्था व्यवस्था करना हम सभी का दायित्व है। सामाजिक संगठनो एवं सरकारों को इसे अपना आवश्यक कर्तव्य मानते हुये गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु भागीरथी उपास करना चाहिये । कार्यक्रम में  वरिष्ट भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद प्रतिनिधि श्री सुधीर यादव ने कहा कि कृषि एवं गौवंश एक दूसरे के पूरक हैं, एक के बिना दूसरा अधूरा है अतः कृषि के विकास के लिये गौवंश का संरक्षण अति आवश्यक है लालचंद घोषी ने अपने अध्यक्षीय उद्वोदन में ने गौ सेवा संघ के 101 वर्ष के इतिहास पर प्रकाश डालते हुये बताया कि इस संस्था को श्री मन्महात्मा रामचंद्र वीर जी महाराज एवं राष्ट्रीय संत  आचार्य स्वामी श्री धर्मेन्द्र जी महाराज का गौशाला से जुड़ाव एवं मार्गदर्शन मिलता रहा है महात्मा रामचंद्र वीर जी महराज ने गौ रक्षा आंदोलन के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में विश्व का सबसे बड़ा अनशन 166 दिन का किया था  वीर जी महराज ने ऐसे 100 अनशन किये एवं इन्ही अनशनों के दौरान 28 बार जेल भी गए राष्टीय स्वयं सेवक संघ के द्वितीय सरसंघ चालक सदाशिव गोलबारकर जी (गुरु जी) ने ऐसे ही एक अनशन (बिहार प्रदेश  में) के दौरान 54 वे दिन उनकी वंदना की थी जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पुस्तक गाय और गुरु जी के नाम से प्रकाशित हुई थी उसमे भी उन्हों ने उल्लेख किया था ।
इस अवसर पर गौ सेवा संघ के सचिन घोषी, राजकुमार यादव, कौशल घोषी, गोलू घोषी, केशब घोषी, शिवांश घोषी, सरपंच अशोक यादव, पूर्व सरपंच पहलाद आठिया, चंद्रभान यादब  जरारा, नीलेश पटेरिया, पार्षद राजाराम रिछारिया, कबि राज करइ, महेश यादव, बाबूलाल यादब, छोटेलाल यादब, तुलसीराम लड़िया, नाथूराम लड़िया, नत्थूराम, परमलाल, गोपाल लड़िया, सत्यनारायण गौड़, दामोदर उस्ताद, धर्मेंद्र यादव, अरविन्द लड़िया, अज्जुदी लड़िया, हुकु लड़िया, पप्पू लड़िया, आशाराम घोषी, गौ सेवक रामप्रकाश यादव, रणछोड़ीलाल सोनी, चंद्रप्रकाश सुनरिया, पार्षद बाबूलाल रोहित, नंदलाल यादव, गंगाराम यादव, तुलसीराम जी, कैलाश सेन, गोविंद अहिरवार, अनिल लडिया, गुमान गौंड, तुलाराम आदि ग्राम वासी उपस्थित थे ।
मंच का सञ्चालन रूपकिशोर अग्रवाल ने किया एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन का आभार कोषाध्यक्ष अरविन्द घोषी ने माना ।
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कमला नेहरू अस्पताल में हुई घटना से संबंधित सभी तथ्य जनता के सामने आएँ : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ★ डीन सहित तीन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई ★ सभी शासकीय और निजी अस्पतालों को फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराना अनिवार्य ★ सभी जिला कलेक्टर अगले 10 दिन में करेंगे समीक्षा

कमला नेहरू अस्पताल में हुई घटना से संबंधित सभी तथ्य जनता के सामने आएँ : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह

★ डीन सहित तीन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई

★ सभी शासकीय और निजी अस्पतालों को फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराना अनिवार्य

★ सभी जिला कलेक्टर अगले 10 दिन में करेंगे समीक्षा

भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमला नेहरू अस्पताल में घटी घटना आपराधिक लापरवाही है। जिनका दोष है, उन्हें तत्काल हटाकर उन पर कार्रवाई की जाएगी, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा श्री मोहम्मद सुलेमान को घटना की जाँच का दायित्व सौंपा गया है। गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जीतेन्द्र शुक्ल, हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेन्द्र दवे और कमला नेहरू अस्पताल के संचालक डॉ. के.के. दुबे को पद से हटाने और सीपीए विद्युत विंग के उप यंत्री श्री अवधेश भदौरिया को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घटना से संबंधित सभी तथ्य जनता के सामने आने चाहिए। सरकार को इसमें कुछ नहीं छुपाना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में मंत्रीगण एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल में हुई दुःखद घटना के संबंध में बैठक को संबोधित कर रहे थे। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भोपाल के प्रभारी मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, आयुक्त भोपाल श्री गुलशन बामरा, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी तथा आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एस.एन.सी.यू. सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई) में गंभीर रूप से अस्वस्थ बच्चों को रखा जाता है। भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो, इसके लिए प्रदेश में अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि शासकीय तथा निजी अस्पतालों को बाध्य किया जाए कि वे समय-सीमा में फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराएँ। सभी जिला कलेक्टर अगले 10 दिन में अपने जिलों के सभी शासकीय तथा निजी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों के फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी तथा अन्य बचाव एवं सुरक्षा के इंतजाम की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निश्चित समयावधि में आवश्यक रूप से फायर और इलेक्ट्रिक ऑडिट कराते रहें।



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासकीय अस्पतालों में डॉक्टर पूर्णत: उपचार पर ध्यान दें, इसलिए प्रबंधन और उपचार की व्यवस्था को पृथक किया जाएगा। अस्पतालों के प्रबंधन और रख-रखाव के लिए पृथक कैडर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अस्पतालों के सिविल वर्क, विद्युत व्यवस्था, उपकरणों के संधारण आदि के प्रबंधन में एजेंसियों का दोहराव न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विशेषज्ञों के साथ मिलकर यह निर्धारित किया जाएगा कि किन-किन प्रावधानों को स्वास्थ्य संस्थाओं में लागू किया जाए, जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो। कई स्वास्थ्य संस्थाओं में ऑक्सीजन की लाईन डाली गई है। अस्पतालों में हुए इस उन्नयन को दृष्टिगत रखते हुए सेफ्टी के प्रावधानों को सुनिश्चित किया जाएगा। जिन स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन की व्यवस्था है, वहाँ ऑक्सीजन संचालन को लेकर स्टाफ को विशेष रूप से जागरूक कर प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि चिकित्सा शिक्षा विभाग का स्वयं का सिविल विंग होगा, जो मेडिकल कॉलेज तथा उससे संबंधित अस्पतालों के रख-रखाव का कार्य करेगा। कमला नेहरू अस्पताल में रख-रखाव का कार्य सीपीए के पास था। आज ही यह कार्य सीपीए से वापस लेकर पी.डब्ल्यू.डी. को सौंपा गया है। यह अस्थाई व्यवस्था है। यह व्यवस्था चिकित्सा शिक्षा विभाग के स्वयं के सिविल विंग स्थापित होने तक जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री Vishvas Kailash Sarang ने घटना के संबंध में मीडिया से चर्चा की। गांधी मेडिकल कॉलेज की पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष डॉ. श्रीमती ज्योत्सना श्रीवास्तव ने कमला नेहरू अस्पताल के पीडियाट्रिक वार्ड में हुई घटना तथा ट्रीटमेंट की वस्तु-स्थिति पर मीडिया को वक्तव्य दिया
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कुलपति ने किया गौशाला का भ्रमण,गोबर से बनी सामग्री को देखा

कुलपति ने किया गौशाला का भ्रमण,गोबर से बनी सामग्री को देखा




सागर. 10 नवंबर । डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ आरंभ की जा रही है. इसके संवर्धन हेतु कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने सागर संभाग की सबसे बड़ी व्यवस्थित दयोदय गौशाला का भ्रमण कर वहां की उत्तम कार्यशैली की प्रशंसा की. दयोदय गौशाला के अध्यक्ष वीरेंदर जैन ने बताया की गौशाला में 2 हजार के लगभग गाय एवं बछड़े हैं जिनकी देखरेख के लिए 38 कर्मचारी सेवारत हैं. गायो के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए यहाँ सभी पारंपरिक एवं प्राकृतिक सुविधाएँ  दी जा रही है.



कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने विचार संस्था का भ्रमण कर संस्था अध्यक्ष कपिल मलैया द्वारा गोबर से बनी सामग्री का अवलोकन कर उनके सामाजिक कार्य की सराहना की.  इन दोनों संस्थाओ ने भविष्य में विश्वविद्यालय के कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है. इस अवसर पर समाजसेवी संस्थाओ के परिजनों एवं प्रो. अर्चना पांडेडॉ ललित मोहन ने समन्वय सहयोग प्रदान किया.

 

 

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