गौशाला सिलेरा में बाउंड्री बाल का भूमि पूजन संपन्न
सागर। गौ सेवा संघ रजिस्टर्ड पब्लिक ट्रस्ट क्रमांक 48 द्वारा संचालित संभाग की सबसे प्राचीन गौशाला सिलेरा की बाउंड्री बाल विधायक निधि से राशि ₹300000 से बनने वाली बाउंड्री बाल का भूमि पूजन कार्यक्रम मैं क्षेत्र के यशस्वी विधायक मान. प्रदीप लारिया के मुख्य आतिथ्य एवं भाजपा नेता एवं सुधीर यादव, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष साहब सिंह यादव, भाजपा सदर मंडल अध्यक्ष सौरभ केशरवानी की उपस्थिति में संपन्न हुआ इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गौ सेवा संघ के अध्यक्ष लालचंद घोषी जी ने की इस अवसर पर गौ माता के लिए सुंदर एवं प्रेरणा दाई बुंदेली लोक गीत पं. श्याम सुंदर मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मान. प्रदीप लारिया विधायक नरयावली ने भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में श्री लारिया जी ने गौशाला के 101 वर्षों से लगातार किये जाने वाले कार्यों की भूरी- भूरी प्रशंशा की, उन्होंने कहा कि गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य सतत् रूप से चलने वाली सनातनी प्रक्रिया है। गौमाता के संरक्षण से मानव जाति का संरक्षण स्वयं हो जाता है, भारतीय संस्कृति में वात्सल्यपूर्वक सम्पूर्ण जीव सृस्टि का पोषण करने वाली माला "गौ माता" ही है। उन्होंने जोर देकर 'कहा कि चरना गायों का युगो - युगो से जन्मसिद्ध अधिकार रहा है एवं मानव जाति के साथ-साथ सम्पूर्ण सृष्टि के संरक्षण हेतु गायों को करने की उपयुक्त व्यवस्था व्यवस्था करना हम सभी का दायित्व है। सामाजिक संगठनो एवं सरकारों को इसे अपना आवश्यक कर्तव्य मानते हुये गौमाता के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु भागीरथी उपास करना चाहिये । कार्यक्रम में वरिष्ट भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद प्रतिनिधि श्री सुधीर यादव ने कहा कि कृषि एवं गौवंश एक दूसरे के पूरक हैं, एक के बिना दूसरा अधूरा है अतः कृषि के विकास के लिये गौवंश का संरक्षण अति आवश्यक है लालचंद घोषी ने अपने अध्यक्षीय उद्वोदन में ने गौ सेवा संघ के 101 वर्ष के इतिहास पर प्रकाश डालते हुये बताया कि इस संस्था को श्री मन्महात्मा रामचंद्र वीर जी महाराज एवं राष्ट्रीय संत आचार्य स्वामी श्री धर्मेन्द्र जी महाराज का गौशाला से जुड़ाव एवं मार्गदर्शन मिलता रहा है महात्मा रामचंद्र वीर जी महराज ने गौ रक्षा आंदोलन के दौरान देश की राजधानी दिल्ली में विश्व का सबसे बड़ा अनशन 166 दिन का किया था वीर जी महराज ने ऐसे 100 अनशन किये एवं इन्ही अनशनों के दौरान 28 बार जेल भी गए राष्टीय स्वयं सेवक संघ के द्वितीय सरसंघ चालक सदाशिव गोलबारकर जी (गुरु जी) ने ऐसे ही एक अनशन (बिहार प्रदेश में) के दौरान 54 वे दिन उनकी वंदना की थी जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पुस्तक गाय और गुरु जी के नाम से प्रकाशित हुई थी उसमे भी उन्हों ने उल्लेख किया था ।
इस अवसर पर गौ सेवा संघ के सचिन घोषी, राजकुमार यादव, कौशल घोषी, गोलू घोषी, केशब घोषी, शिवांश घोषी, सरपंच अशोक यादव, पूर्व सरपंच पहलाद आठिया, चंद्रभान यादब जरारा, नीलेश पटेरिया, पार्षद राजाराम रिछारिया, कबि राज करइ, महेश यादव, बाबूलाल यादब, छोटेलाल यादब, तुलसीराम लड़िया, नाथूराम लड़िया, नत्थूराम, परमलाल, गोपाल लड़िया, सत्यनारायण गौड़, दामोदर उस्ताद, धर्मेंद्र यादव, अरविन्द लड़िया, अज्जुदी लड़िया, हुकु लड़िया, पप्पू लड़िया, आशाराम घोषी, गौ सेवक रामप्रकाश यादव, रणछोड़ीलाल सोनी, चंद्रप्रकाश सुनरिया, पार्षद बाबूलाल रोहित, नंदलाल यादव, गंगाराम यादव, तुलसीराम जी, कैलाश सेन, गोविंद अहिरवार, अनिल लडिया, गुमान गौंड, तुलाराम आदि ग्राम वासी उपस्थित थे ।
मंच का सञ्चालन रूपकिशोर अग्रवाल ने किया एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन का आभार कोषाध्यक्ष अरविन्द घोषी ने माना ।