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पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री "दद्दा जी" की स्मृति मै वृन्दावन धाम में होगा असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण ,19 नवम्बर से 21 नबम्बर तक

पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री "दद्दा जी" की स्मृति मै वृन्दावन धाम  में होगा असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण ,19 नवम्बर से 21 नबम्बर तक

★ डॉ अनिल शास्त्री के सानिध्य में होगा तीन दिवसीय आयोजन 

सागर। श्री दददा शिष्य मंडल सागर की महत्वपूर्ण बैठक मकरोनिया स्थित श्रीराम दरवार दद्दा जी गुरूमां मंदिर मे रखी गई ।बैठक मे दद्दा शिष्य मंडल के सभी वरिष्ठ द्वारा यह निर्णय लिया गया दिनांक 19 से 21 नंवमबर तक होने वाले तीन दिवसीय असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण मे ददादा शिष्य मंडल के सभी सदस्यो को यज्ञ संबंधित व्यवस्था की जबाब दारी सौपी एव यज्ञ एव भोजनशाला हेतु अनुदान राशी एकत्रित की गई।  बैठक मे प्रमुख रूप से दददा शिष्य मंडल के वरिष्ठ सदस्य राजकुमार तिवारी जी गडर  सुखदेव मिश्रा ,अजीत सिंह भैसा उत्तम सिंह ठाकुर, अभिषेक गौर, पंडित केशव महाराज  रितेश तिवारी  शान्तिसरूप दुबे विधासगर उपाध्याय , मोहन कुशवाहा राजा रिक्षारिया  ,हेमंत रैकवार महेन्द्र गोस्वामी,  सीताराम सेन ,नरेन्द्र तिवारी नितिन रठौर ,अंजुल शुक्ला मुकेश वैश्य निश्चय सोनी,  रिन्कू सूयस ,अंकित ठाकुर  अमीत पाठक ,अनिरुद्ध गौर  आदि मौजूद थे। 
 
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सागर के व्यापारी ने गोली मारकर आत्महत्या की

सागर के व्यापारी ने गोली मारकर आत्महत्या की


सागर । सागर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लिंक रोड पर एक व्यवसायी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली जिसके पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है । घटना के बाद मौके पर कोतवाली पुलिस और एफएसएल टीम पहुंची ।  सूत्रों की माने तो लिंक रोड निवासी 51 वर्षीय महेश साहू विगत करीब 5 वर्षो से गले के कैंसर से पीड़ित था।  जिसका इलाज भोपाल स्थित कैंसर हॉस्पिटल में चल रहा था इसी बात से परेशान होकर बीती देर रात मृतक महेश ने घटना को अंजाम दे दिया। वही कोतवाली थाना प्रभारी सतीश सिंह की माने तो कैंसर बीमारी से पीड़ित महेश साहू ने अपनी लाइसेंसी 12 बोर बंदूक से गोली मारकर आत्महत्या की है जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
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मैं कोविड का अनाथ बालक .... ★ ब्रजेश राजपूत /एबीपी न्यूज़

मैं कोविड का अनाथ बालक ....

★ ब्रजेश राजपूत /एबीपी न्यूज़


कैसे कहूं कि मेरा परिचय क्या है, बस ये समझिये कि साल के शुरुआती महीनों में जब कोरोना कहर बनकर पूरे देश पर छाया तो मेरे सर से भी पहले पिता फिर मां का साया उठ गया और मैं अनाथ हो गया तेरह साल की उम्र में ही। भरी दुनिया में अकेला होना क्या होता है ये मुझे उन दिनों पता चला मगर भला हो मेरे चाचा चाची का जो उन्होंने मुझे अपने साथ रख लिया, अब मैं उनके साथ रह रहा हूं विदिशा में। 
कुछ दिनों पहले मेरे घर सरकारी विभाग के लोग आये और मेरे चाचा से मुझे भोपाल ले जाने के लिये सहमति मांगी। मैं भी हैरान था कि मुझे भोपाल क्यों जाना है, वहां जाकर क्या करूंगा, फिर बाद में चाचा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन बच्चों को रविवार को अपने घर बुलाया है जो मेरे जैसे हैं यानी कि जिनके मां बाप कोरोना में चल बसे। हम बदनसीब बच्चों को शिवराज क्यों बुलाना चाहते है ये सब मेरे छोटे दिमाग की समझ में नहीं आ रहा था। 
रविवार की सुबह हम भोपाल की श्यामला हिल्स में मुख्यमंत्री निवास के सामने थे। सजा हुआ बड़ा सा बंगला जिसमें अंदर घुसते ही दायां तरफ एक बडा पंडाल था। जिसमें आगे छोटा सा मंच फिर उसके सामने बैठने की कुर्सियां और उनके पीछे गोल टेबिल लगे थे। किनारे की ओर वैसे ही खाने पीने के स्टाल थे जैसे हम शादियों के रिसेप्शन में देखते हैं। मुझे आगे की कुर्सियों पर कुछ दूसरे बच्चों के साथ बिठा दिया गया। उस पंडाल में मुझे सब कुछ थोडा अजीब सा लग रहा था। मैं कभी इतने बडी जगह नहीं गया था। थोड़ी देर बैठने के बाद ही वहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आ गये।चश्मा लगाये दुबले पतले पेंट शर्ट पहने मुस्कुराते हुये वो मेरी ही तरफ आ गये। मेरे खडे होने से पहले ही वो पूछने लगे कैसे हो तुम, क्या नाम है तुम्हारा, मैं शिवराज हूं, तुम्हारा मामा। डरी सहमी आवाज़ में मेरे जवाबों को सुनकर वो आगे बढ गये। उनके साथ उनकी पत्नी भी थीं। वो भी हमारी तरफ प्यार भरी निगाहों से देख रहीं थीं। अब मुझे यहां थोडा अच्छा लगने लगा था क्योंकि मेरे आसपास भी जो बच्चे बैठे थे वो सारे भी मेरी ही तरह थे यानी कि बिना मां बाप वाले। उन सबको देख अब मेरा हौसला बढने लगा था कि कोरोना ने मेरे मम्मी पापा को ही नहीं छीना, ये बुरा वक्त इतने सारे बच्चों पर भी आया है और जब ये सारे यहाँ आकर प्रसन्न हैं तो मैं खुश क्यों नही हो सकता।


इस बीच में शिवराज जी ने माइक लेकर बात करनी शुरू कर दी। वो सच में मामा जैसी बातें कर रहे थे। बोले कि सुनो तुम्हारे मां बाप की कमी तो हम दूर नहीं कर सकते मगर तुम सबकी पढ़ाई लिखाई और रहने खाने में कोई परेशानी ना हो ये काम हम करेंगे। हर महीने पांच हजार रुपये तुम्हारे खाते में आयेंगे। घर पर राशन और स्कूल का खर्चा भी हम उठायेंगे। सच में ये तो अच्छी बात थी इससे हमारे चाचा चाची पर हम बोझ नहीं बन पायेंगे ये शिवराज समझा रहे थे। वो बोले तुम अच्छा पढोगे तो तुम्हारे मम्मी पापा जहां भी होंगे खुश होंगे इसलिए उनको खुश करने के लिये खूब पढो। 
इसके बाद वो हम बच्चों से दिवाली के दिये भी जलवाने लगे। हम सारे बच्चों ने लाइन में लगकर शिवराज जी के साथ दिये जलाये। वो ये भी देख रहे थे कि कोई बच्चा छूटे नहीं और बहुत सारे कैमरों की भीड में किसी को धक्का भी ना लगे। 
अब आयी खाने की बारी हम सबको सजी हुई गोल टेबल पर बैठा दिया। टेबल पर था गोल गप्पे, चाट, चाउमीन, पाव भाजी ओैर बडे बडे रसगुल्ले। बाप रे इतना कुछ मेरी पसंद का, ना कभी एक साथ मुझे मिला था, ना मैंने देखा था। मैं मजे में जुट गया चाउमिन खाने में  कि पीछे से आवाज़ आयी अरे तुम तो विदिशा वाले होकर गुलाब जामुन नहीं खा रहे। लो ये खाओ और मेरी कटोरी से गुलाब जामुन उठाकर मुझे चम्मच से खिला दिया। सच बताऊं मुझे अच्छा लगा। तभी मेरे सामने बैठे भैया ने एक कागज पर कुछ लिख कर उनको दिया। तो शिवराज जी ने हम सबसे कहा कि जो तुम सब कहना चाहते हो जो भी परेशानी हो उसे मुझे लिख कर दे दो। मैं कोशिश करूंगा कि तुम्हारी सारी छोटी बड़ी दुख तकलीफ दूर कर सकूं। फिर वो बोले अरे भाई मुझको भी तो खाना खिलाओ इन बच्चों के साथ साथ मुझे भी बहुत भूख लगी है। मुख्यमंत्री का इस तरह हम बच्चों की तरह खाना मांगने पर मुझे हंसी आ गयी फिर क्या था एक टेबल पर उनको और मामी को खाना परोसा। 


इस मनपसंद खाने के बाद अब हम सब बच्चे सामान्य हो गये थे। एक दूसरे से बात कर रहे थे नाम और पता पूछ रहे थे। अब यहां अच्छा लगने लगा था। खाने के बाद शिवराज जी और उनकी पत्नी घर परिवार की तरह हम सबको सीएम हाउस दिखाने ले गये। इतना बडा बंगला अंदर से मैंने तो पहली बार देखा था। बंगला के अंदर हरी घास का बडा सा लान, पार्क,  लंबी सड़क और खूब सारे कमरे सब कुछ तो था। शिवराज जी ने हमें अपने काम करने का कमरा टेबल कुर्सी सब दिखाई और कहा कि यहां बैठकर ही उन्होंने हम बच्चों के लिये मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना बनाई है। जिससे मेरे जैसे प्रदेश के 1365 बच्चों के रहने और पढ़ने लिखने का खर्चा भी सरकार उठायेगी। अरे वाह ये तो अच्छी बात है। लौटते में हमें गिफ़्ट भी मिले। मगर मेरे लिये सबसे बडा गिफ़्ट था ये अहसास कि अब मैं अकेला नहीं हूं, मेरे जैसे बहुत सारे बच्चे हैं जिनकी जिंदगी में अचानक दुख और अकेलापन आया है मगर हमारा दुख बांटने वालों में शिवराज मामा भी हैं जिनकी मदद से हम अच्छा पढेंगे लिखेंगे, जिससे हमारे मम्मी पापा जहां भी होंगे खूब खुश होंगे। 

● ब्रजेश राजपूत, एबीपी नेटवर्क,  भोपाल
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नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण में 2 नन्हे शावक और जन्मे ★ जंगल की रानी की बात निराली, बाघिन एन-1 जानी जाती है राधा के नाम से

नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण में 2 नन्हे शावक और जन्मे
★ जंगल की रानी की बात निराली, बाघिन एन-1 जानी जाती है राधा के नाम से



सागर 6 नंवबरमध्य भारत के सबसे बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण, जो कि सागर व आस पास के जिलों में फैला हुआ है। यह अभ्यारण वन्यप्राणियों के लिए आरामदायक आवास प्रदान करता है । लेकिन इस जंगल कि रानी की बात ही निराली है, बाघिन एन-1 जो की राधा के नाम से भी जानी जाती है।
विगत दिनों अपने पुराने स्थान से अलग हट कर विचरण करती नज़र आ रही थी। बाघिन की सुरक्षा का खास ध्यान रखते हुए वन मंडलाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित करते हुए अनुश्रवण कराया जा रहा था, जब बाघिन घने जंगल में जाने लगी तो चंदा हथनी की सहायता से बाघिन की देखभाल का ध्यान रखा गया। 

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जैसा कि अनुमानित था दिनांक 5/11/21 की सुबह अनुश्रवण के दौरान बाघिन एन-1, 2 नन्हे शावकों (दूसरी बार जन्मे ) के साथ आराम करते देखी गईै।
जिसकी पुष्टि स्वयं अनुश्रवण टीम द्वारा छाया चित्र ले कर की गई । मादा और शावक स्वास्थ अवस्था में पाए गए एवं आस पास के क्षेत्रों में निगरानी बड़ा दी गई है, यह जानकारी नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण के समस्त टीम में हर्ष का विषय है और दिन रात जंगल की सुरक्षा का फल स्वरूप है। 


बाघिन को परेशान न करने के उद्देष्य से उसके ज़्यादा पास से देखने की कोशिश नहीं की गई है , और घनी झाड़ियां होने के कारण दो शावकों की ही पुष्टि की गई है, बाकी और अनुमानित शावको की खोज की जा रही है एक संपूर्ण अभ्यारण में निगरानी बढ़ा ही गई है। उक्त जानकारी वन मंडलाधकारी , नौरादेही वन्यप्राणी मंडल ने दी है।    

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ईद दिवाली मिलन एकता का स्वर्ण जयंती समारोह संपन्न

ईद दिवाली मिलन एकता का स्वर्ण जयंती समारोह संपन्न



सागर।कौमी एकता एवं साम्प्रदायक सदभाव का प्रतीक "ईद दिवाली मिलन" एकता समारोह हाजी गुलाब मंसूरी के मुख्य आतिथ्य एवं बिट्ठल भाई पटेल की स्मृति अध्यक्षता में गत दिवस आयोजक हरगोविंद "विश्व" एवं डॉ गजाधर सागर के निवास तिलक गंज में संपन्न हुआ .समारोह के विशिष्ट अतिथि एडव्होकेट अंकलेश्वर दुबे,पप्पू तिवारी,सुनील भाई पटेल,विचार संस्था के कपिल मलैया,जसपाल सिंह जस्सी और राम अवतार पांडेय थे। कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती पूजन एवं ५० दीपकों को प्रज्वलित कर हुआ । 


तदुपरांत आपस में ईद मिलन रस्म अदा की गई व् फुलझड़ियां जलाई गईं। आमंत्रित अतिथियों में अंकलेश्वर दुबे,आशीष ज्योतिषी,पप्पू तिवारी,डॉ रामानुज गुप्ता,ने आयोजन के सम्बन्ध में विचार प्रस्तुत किये सभी ने कार्यक्रम को राष्ट्रिय एकता के लिए अनूठा प्रयास कहा और निरंतर ५० वर्षों की यात्रा को एक मिसाल बताया। द्वितीय सत्र में राष्ट्रिय पुरुरस्कार प्राप्त टीकाराम त्रिपाठी रूद्र की अध्यक्षता में तथा आदर्श दुबे के संञ्चालन में अतिथि शायर रफ़ीक़ नागौरी(उज्जैन) व् नगर के सतीश पांडेय,नलिन जैन बिट्टी,एम् डी त्रिपाठी,मणि देव सिंह ठाकुर,डॉ वंदना गुप्ता,निरंजना जैन,पी आर  मलैया,असगर पयाम,अबरार खान,बृन्दावन राय सरल,अनिल जैन,आदर्श दुबे,टीकाराम त्रिपाठी आदि ने रचना पाठ किया,समारोह को एस वी सींग (प्राचार्य) राजू घोषी,लल्लू यादव,अयाज भाई खालिद मिस्त्री,तुलसीराम यादव,प्रह्लाद भाई बद्री प्रजापति,प्रेम अठिया,राजू यादव ने गरिमा प्रदान की। अंत में दीवाली के लड्डू एवं ईद की सेवईंयों का रसास्वादन कराया गया और डॉ गजाधर सागर ने सभी का आभार माना और अगले वर्ष के लिए आमंत्रण दिया । 
                                                                                           
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"याद आयेगी तुम्हें मेरी वफ़ा मेरे बाद..... " ★ "यार मुहम्मद "यार" की पुण्य तिथि पर कवि सम्मेलन एवं मुशायरा

"याद आयेगी तुम्हें मेरी वफ़ा मेरे बाद..... "
 ★ "यार मुहम्मद "यार" की पुण्य तिथि पर कवि सम्मेलन एवं मुशायरा


सागर ।  बज़्मे-दाग़ एवं ब्लश एंड पैलेट इवेंट के संयुक्त तत्वाधान में यार मुहम्मद "यार" की पाँचवी पुण्य तिथि पर आयोजित कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आगाज नगर के लोकप्रिय विधायक मान. शैलेंद्र जैन जी ने यार साहिब की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया, उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजक अमित आठिया व राहुल पाठक को बधाई देते हुए कहा कि यार साहिब से मेरा कई साहित्यिक व सामाजिक आयोजनों में मिलना हुआ  वो उम्दा शाइर के साथ बा-खुलुस इंसान थे। साथ उन्हें अल्लामा - इक़बाल के शेर के साथ श्रृद्धांजलि दी। "हजारों साल नरगिस अपनी बे-नूरी पे रोती है। चमन में तब कहीं होता है एक दीदावर पैदा।।" कार्यक्रम के प्रथम चरण का संचालन बज़्मे-दाग़ के अध्यक्ष सिराज सागरी ने किया। महमान शाइरों एवं अतिथियों का स्वागत अभय मौर्य, मधुर गोस्वामी, शफीक अनवर, दिलशाद सागरी, ने किया। इस अवसर पर नगर सक्रिय संस्था श्यामालम् द्वारा यार साहिब को श्रद्धांजलि स्वरूप उनकी चालीस गजलों का यारां शीर्षक के नाम से प्रकाशित कराई गई पुस्तक की प्रथम प्रति यार साहिब के पुत्र मुहम्मद इमरान और मुख्य अतिथि विधायक शैलेंद्र जैन को श्यामलम् के अध्यक्ष उमाकांत मिश्र ने भेंट की। स्थानीय साहित्यकार एवं गाँधीवादी विचारधारा के अनुयायी आशीष ज्योतिषी ने कहा आज राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बनाने वाले शाइर अशोक मिजाज़ "बद्र" ने शुरुआती दौर में उर्दू की तालीम यार साहिब से ली। यार साहिब सांप्रदायिक सौहाद्र की मिसाल थे।


कार्यक्रम के दूसरे चरण की शुरुआत डा. गजाधर सागर ने सरस्वती वंदना एवं असगर पयाम ने नाते-पाक से की जिसका संचालन महमान शाइर शाहिद दमोही ने किया। जहाँ एक ओर नगर के कव्वाल महबूब ताज ने "यार" साहिब की गजल गयी वहीं दूसरी ओर मायूस सागरी, पं. हरगोविंद "विश्व", अशोक मिजाज " बद्र", नाजिर दमोही, ताहिर दमोही, फ़ैजल दमोही, अनुज सोनी, महेंद्र निगोड़ी, अमित आठिया, शफीक अनवर, अबरार अहमद, नईम माहिर, दिलशाद सागरी, आदर्श दुबे, ईश्वर दयाल गोस्वामी, असगर पयाम, गजाधर् सागर, आदि ने काव्य पाठ किया।


साथ ही बुंदेलखंड हिंदी साहित्य सांस्कृतिक विकास मंच के संयोजक व महामंत्री मणिकांत चौबे "बे-लिहाज", जिला अधिवक्ता संघ के जिला अध्यक्ष अंकलेश्वर दुबे, दयानंद वार्ड पार्षद दिनेश साहू, हरिओम केशरवानी, मतीन मकरानी, मु. शफीक लाल बाबू, मुस्तकीम खान, अब्दुल रसीद बंडा वाले, वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष आज़म मौलाना, सगीर मिस्त्री, असलम मिस्त्री, जाकिर होटल, शरीफ़ रुई वाले, संतोष सोनी मारुति आदि ने श्रद्धांजलि दी। अंत में बज़्मे-दाग़ के कोषाध्यक्ष अबरार अहमद ने सबका आभार व्यक्त किया।
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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए निःशुल्क ‘‘प्रयास‘‘ कोचिंग संस्थान 8 नवंबर से पुनः प्रारंभ : कलेक्टर दीपक आर्य


प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए निःशुल्क ''प्रयास'' कोचिंग संस्थान 8 नवंबर से पुनः प्रारंभ : कलेक्टर दीपक आर्य

सागर 6 नंवबर 2021:  कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर जिले के प्रतिभागियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए निशुल्क कोचिंग संस्थान प्रयास प्रारंभ की जा रही है।  कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि निशुल्क प्रयास कोचिंग में जिले के प्रतियोगी छात्र-छात्राएं भाग ले सकते हैं।
यह कोचिंग डॉ जीएस रोहित अतिरिक्त संचालक  उच्च शिक्षा सागर, सागर संभाग के मार्गदर्शन पर 8 नवंबर सोमवार से, स्थान  आर्ट एण्ड कॉमर्स कॉलेज  में  प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए जिला  प्रशासन द्वारा संचालित प्रयास निशुल्क कोचिंग पुनः प्रारंभ की जा रही है। जो कि विगत कई माह से कोरोना संक्रमण के कारण ऑनलाइन संचालित की जा रही थी। जिसमें अभ्यार्थियों को कई प्रकार की तकनीकी  असुविधाओं  का सामना करना पड़ रहा था।

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डॉक्टर जीएस रोहित ने कहा कि सागर शिक्षाविद डॉ गौर की नगरी है, जहां प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है ,यदि हम संसाधन उपलब्ध कराएं  तो  उन अभ्यार्थियों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा जो किसी कारणवश आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं । प्रयास में यूपीएससी, एमपीपीएससी ,एसएससी , बैंक, मध्य प्रदेश पुलिस तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के संदर्भ में विभिन्न प्रशिक्षकों एवं मार्गदर्शक की टीम तैयार कर ली गई है।
जिसमें सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर श्री आरसी प्रजापति के निर्देशन में अनुराग ब्रजपुरिया, शिवराज मरावी  ,  पूर्णिमा हर्ष तथा एसएससी, बैंकिंग ,मध्य प्रदेश पुलिस की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एसबीआई से मनु दुबे, मध्य प्रदेश पुलिस से श्री अमृतलाल अहिरवार ,अभ्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे । श्री आरसी प्रजापति ने बताया की कई छात्रों ने अतिरिक्त संचालक  से निवेदन किया था कि  कक्षाएं भौतिक रूप से संचालित  कराई जाए।
अतिरिक्त संचालक  ने सारी सुविधाओं के साथ 8 नवंबर से विधिवत कक्षाएं प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं । यह निशुल्क संस्था जिले के ही नहीं वरन राज्य के कई अन्य जिलों के विभिन्न अभ्यार्थियों को लाभान्वित कर रही हैं , कोरोना संकट में भी यह ऑनलाइन संचालित होती रही । ज्ञात हो विगत कई परीक्षाओं में प्रयास निशुल्क कोचिंग से 40 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन हुआ है । इस संस्था की खास विशेषता यह भी है कि  यहां जिला प्रशासन , उच्च शिक्षा   विभाग के विभिन्न अधिकारियों  एवं उत्कृष्ट संस्थानों के शिक्षकों के द्वारा समय-समय पर मार्गदर्शन दिया जाता है और इसमें अधिकांशतः विभिन्न पदों पर चयनित अधिकारियों द्वारा ही प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।
मकरोनिया कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य, डॉक्टर ए.सी. जैन ने प्रयास कोचिंग को अभावग्रस्त  सुविधा विहीन छात्रों तथा ऐसे छात्रों के लिए वरदान बताया है जो महंगी कोचिंग संस्थानों में जाकर पढ़ाई नहीं कर सकते। 


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बीएमसी : लेबर रूम के पास आतिशबाजी का मामला , नर्सिंग स्टाफ निलंबित ★ जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित अन्य के प्रवेश पर रोक, सुरक्षाकर्मी बाहर

बीएमसी : लेबर रूम के पास आतिशबाजी का मामला , नर्सिंग स्टाफ निलंबित
★ जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित अन्य के प्रवेश पर रोक, सुरक्षाकर्मी बाहर 



सागर 6 नवम्बर.बुंदेलखंड मेडीकल सागर के लेबर रूम के पास दीपावली की रात आतिशबाजी के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए प्रबंधन द्वारा नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र सहित इंट्रेनशिप करने वालों के लेबर रूम में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. तो सुरक्षाकर्मी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.  
मालूम हो कि 4 नवम्बर की रात में पंत नगर वार्ड निवासी एक महिला की प्रसूती के बाद मौत हो गई थी, जिसको लेकर परिजनों द्वारा मौजूद स्टाफ पर लापरवाही का आरोप भी लगाया गया था. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लेबर रूम के पास कुछ लोग आतिशबाजी करते नजर आ रहे थे, जिसको बीएमसी प्रबंधन ने संज्ञान में लेते हुए जाँच कराई और मौजूद स्टाफ व लोगों से बात की तो वीडियो सही पाया गया. 
बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ उमेश पटैल ने सोशल मीडिया पर ही जारी वीडियो में बताया है कि लेबर रूम के नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही जूनियर डॉक्टर, पीजी छात्र, इंट्रेनशिप के लेबर रूम में प्रवेश पर रोक भी लगा दी गई है, वहीं सुरक्षाकर्मी की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं.


इन पर हुई कार्यवाई

बीएमसी डीन डॉ. आरएस वर्मा ने लेबर रूम में लापरवाही पूर्वक आतिशबाजी करने को गंभीर मानते हुए दोषी स्टाफ नर्स रामदेवी अहिरवार को सस्पैंड कर दिया गया है। वहीं ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी को नौकरी से हटा दिया गया है।  इनके अलावा विभागाध्यक्ष डॉ शिखा पांडेय को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया गया है। 
वहीं डॉ पलाश, पीजी डॉक्टर,  डॉ. आफरीन, इंटर्न छात्रा, डॉ. तरुणी गुप्ता, इंटर्न छात्रा,  डॉ. जयश्री, इंटर्न छात्रा, डॉ. मीना मैथयू, इंटर्न छात्रा को नोटिस जारी किया गया है। वहीं इन सभी को लेबर रूम व लेबर ओटी से हटा दिया गया है।

ये है पूरा मामला

दरअसल पंतनगर वार्ड की रहने वाली पूजा आठ्या को बुधवार को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था. 4 नवंबर को पूजा ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. लेकिन देर रात पूजा की तबीयत खराब होने लगी. पूजा के परिजनों ने डॉक्टर को सूचना दी. इस दौरान इलाज के लिए पूजा को इंजेक्शन तो लगा, लेकिन इंजेक्शन लगते ही पूजा की मौत हो गई. वहीं इस दौरान अस्पताल स्टॉफ का पटाखे फोड़ते हुए वीडियो भी वायरल हुआ.

मृतिका के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने पूजा की तबीयत बिगड़ने पर जैसे ही इंजेक्शन लगाया. कुछ ही देर में पूजा की तबियत और ज्यादा बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. प्रसूता की मौत के बाद उसके परिजन भड़क गए और उन्होंने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन और लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाया. करीब 12 बजे हुई घटना के बाद मृतिका के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया.


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