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दीपावली : घर पर लाए इनको बढ़ेगी समृद्धि

दीपावली : घर पर लाए इनको बढ़ेगी समृद्धि

दीपावली 21 : आज धनतेरस से  सुख और समृद्धि लाने वाले  पर्व दीवाली शुरू हो गया। वैसे तो तमाम मान्यताएं जुड़ी हुई हैं, लेकिन तंत्र शास्त्र के अनुसार कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें रखने से घर में कभी भी पैसे की कमी नहीं होती है और इनमें से कोई एक भी चीज आप अपने घर में रखते हैं तो इससे घर में समृद्धि आएगी.तंत्र शास्त्र में बताया गया है इन 9 में से कोई एक चीज भी लाएं, तो  फायदा होगा। मान्यता है कि घर में इन चीजों को रखने से धन संबंधी दोष खत्म होते हैं. आपको बताते हैं सस्ते रेट में और आसाीन से मिलने वाली इन चीजों के बारे में.  

आक या मदार की जड़- दिवाली से पहले पूरे विधी विधान से सफेद आक की जड़ों की पूजा करें. इसके बाद इस जड़ को अपनी तिजोरी में रखें, ऐसा करने से आर्थिक स्थिति तेजी से सुधार होगा. 
. हत्था जोड़ी- दिवाली से पहले घर में हत्था जोड़ी लाएं. वैसे तो मंगलवार या शनिवार को एक लाल कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में सुरक्षित रखने से लाभ होगा, लेकिन दिवाली वाले दिन भी ऐसा करने से फायदा मिलेगा. 

श्रीयंत्र- देवी लक्ष्मी की कृपा दृष्टि पाने के लिए घर में श्रीयंत्र की स्थापना और पूजा की जाती है. श्रीयंत्र में मां लक्ष्मी के अलावा 33 अन्य देवी-देवाताओं के चित्र बने हुए होते हैं. इसे घर में लाने से भाग्य बढ़ता है.
★ . मोती शंख- इस शंख को विधि- विधान से पूजा करने के बाद अपनी तिजोरी में रखें. मान्यता है कि मोती शंख रखने से पैसा टिकने लगता है और आमदनी बढ़ने लगती है.
★  लक्ष्मी कौड़ी- धर्म ग्रंथों के अनुसार, लक्ष्मी समुद्र से उत्पन्न हुईं हैं और कौड़ी भी समुद्र से ही निकलती है. इसलिए कौड़ी में धन को आकर्षित करने का स्वभाविक गुण होता है. शास्त्र में कौड़ियों को मां लक्ष्मी से जुड़ा माना गया है. कौड़ियों को धन के साथ ही रखें.
गोमती चक्र :  गोमती चक्र गुजरात के गोमती नदी में पाया जाता है. इसे सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है. अगर आप पीले कपड़े में 11 चक्र बांध कर अपने पास सुरक्षित रखते हैं तो आपको कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी.
★ . दक्षिणावर्ती शंख- शास्त्रों में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है. दक्षिणावर्ती शंख एक बड़े लाल कपड़े में अच्छे से लपेटकर 'ॐ श्री लक्ष्मी सहोदराय नम:' का जाप करने के बाद धन रखने के स्थान पर रखें.

. लघु नारियल- मान्यता है कि लघु नारियल जो मां लक्ष्‍मी की कृपा बरसाता है. ये नारियल सामान्‍य नारियल से आकार में छोटा होता है. एक लाल रंग के कपड़े में 11 लघु नारियलों को लपेटकर अपनी तिजोरी में रख दें. आपके घर में बरकत रहेगी.
★. कमल गट्टा- कमल गट्टा कमल के बीज से बनता है. देवी लक्ष्मी को कमला भी कहा जाता है. कमल के पांचों अंगों में देवी कमला का वास होता है. कमल गट्टे की माला को मां लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर पूजा करने से घर में समृद्धि आती है
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रंग ही नहीं सेहत और आय के लिए भी कमाल की है "कुमकुम" यानी लाल भिंडी ★ बैड कोलेस्ट्रॉल, बीपी कम करने में मददगार ★ मंडी में मिल रहा हरी भिंडी से प्रति किग्रा तीन से पांच गुना रेट ★ गिरीश पांडेय

रंग ही नहीं सेहत और आय के लिए भी कमाल की है "कुमकुम" यानी लाल  भिंडी

★ बैड कोलेस्ट्रॉल, बीपी कम करने में मददगार
★ मंडी में मिल रहा हरी भिंडी से प्रति किग्रा तीन से पांच गुना रेट


★ गिरीश पांडेय


लखनऊ : इसे कहते हैं, "आमों के आम गुठलियों के भी दाम"। इस तरह के दोहरे लाभ की नजीर है, कुमकुम (लाल भिंडी) हरी से लाल होने के साथ "कुमकुम" की खूबियां भी बढ़ गईं। मसलन इसमें मौजूद  94 फीसद पॉली अनसेचुरेटेड फैट बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। 66 फीसद सोडियम उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने में मददगार है । 21 फीसद आयरन रक्ताल्पता
(एनीमिया) से संबंधित रोगों की रोकथाम में कारगर है। प्रोटीन की 5 फीसद मात्रा शरीर के मेटाबोलिज्म सिस्टम को दुरुस्त रखता है।
बुआई का उचित समय फरवरी से अप्रैल के दूसरे हफ्ते तक है।  इस समय भी इसकी बुआई की जा सकती है। दिसंबर-जनवरी में इसकी बढ़वार कम रहेगी,पर फरवरी से फल आने लगेंगे जो नवम्बर तक मिलेंगे। अगैती फसल के भाव भी अच्छे मिलते हैं।

किसानों ने कहा, पीएम और सीएम की नवाचार की अपील से मिली प्रेरणा

हापुड़ के दोहरी गांव निवासी विनीत तोमर और हाथरस के गढ़ाखेड़ा गांव के मनोज कुशवाहा के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की आय दोगुनी करने को प्रतिबद्ध हैं। इस बाबत  बार-बार वे किसानों से खेतीबाड़ी में विविधीकरण (डाइवर्सिफ़िकेशन) और नवाचार ( इन्नोवेशन ) की अपील करते हैं। ऐसा करने वाले किसानों की चर्चा  प्रधानमंत्री अक्सर अपने मन की बात में भी करते हैं। मुख्यमंत्री ऐसे कई किसानों को अपने आवास या सार्वजनिक कार्यक्रमों में सम्मनित करते रहतेहैं। अधिक से अधिक किसान नवाचार के जरिए अपनी आय बढ़ाने के साथ बाकी किसानों के लिए नजीर बनें इस मकसद से मुख्यमंत्री की पहल पर झांसी में स्ट्राबेरी, सिद्धार्थनगर में कालानमक, मुजफ्फरनगर एवं लखनऊ में गुड़ महोत्सव भी  आयोजित हो चुका है। अन्य जगहों पर भी इस तरह के महोत्सव के आयोजन की योजना है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रीकी ही प्रेरणा से हमने लाल भिंडी की खेती के बाबत सोचा।
थोक मंडी में अगर हरी भिंडी के भाव प्रति किग्रा 12 से 15 रुपए हैं तो लाल भिंडी मांग और गुणवत्ता के अनुसार 45 से 80 रुपए की दर से बिक जाती है।
बुलंदशहर के सिकंदरा निवासी, हापुड़ के अनवरपुर निवासी उमेश सैनी और सीतापुर के रामपुरबेह निवासी मुरली भी लाल भिंडी की खेती से संतुष्ट हैं। सब इस सीजन में इसकी खेती का रकबा बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं।

चार से पांच गुना बढ़ सकती है किसानों की आय

यूपीएल उत्त्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के रीजनल मैनेजर कृष्ण कुमार सारस्वत के मुताबिक आयरन और प्रोटीन से भरपूर कुमकुम बीपी, सुगर और बैड कोलेस्ट्रॉल को  कंट्रोल करने में मददगार है। बढ़ती आय के साथ लोग  सेहत के प्रति जागरूक हुए हैं। आय बढ़ने के साथ यह जागरूकता भी बढ़ेगी। साथ ही पोषण के लिहाज से ऐसी चीजों की मांग भी। इन चीजों के प्रति किसानों को जागरूक कर दिया जाए तो उनकी आय चार से पांच गुना तक बढ़ सकती है।



सब्जी की खेती करने वाले किसानों को लाल भिंडी तंदुरूस्त बनाएंगी। इतना ही नहीं यह सबके स्वास्थ्य का ख्याल भी रखेगी। इसमें पाए जाने पोषक तत्वों से सेहत ठीक रहेगी। समान्य भिंडी से महंगी कीमत में बिकने से किसान भी मालामाल होंगे। विषेषज्ञों का मानना है कि इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जातें हैं। यह मधुमेह को नियंत्रित करने में बहुत कारगर है।
कृषि विषेषज्ञों की मानें तो लाल भिंडी सेहत का भरपूर खजाना है। लाल भिंडी में हार्ट की बीमारी, मोटापा और डायबिटीज को कंट्रोल करने की क्षमता होती है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मदद मिलेगी। 94 प्रतिषत पॉली अनसेचुरेटेड फैट बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। 66 प्रतिषत सोडियम उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करने में मददगार है। 21 फीसद आयरन रक्ताल्पता से संबंधित एनीमिया और अन्य रोगों की रोकथाम में कारगर है। प्रोटीन की 5 फीसद मात्रा शरीर के मेटाबोलिज्म सिस्टम को दुरुस्त रखने में सहायक है। कुल मिलाकर यह औषधीय गुणों से भरपूर होती है।

सब्जियों की कई प्रज्तियों की खोज करने वाले आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के अनुसार लाल रंग के नाते इसमें एंथोसायनिन पाया जाता है। इसीसे इसकी पोषण क्षमता (न्यूट्रिशनल वैल्यू) बढ़ जाती है। इसमेें मौजूद क्रूड फाइबर सुगर नियंत्रित करता है। इसमें काफी मात्रा में बी कम्पलेक्स भी होता है।
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दीपावली 2021 : धनतेरस से शुरू होगा दीवाली पर्व

दीपावली 2021 : धनतेरस से शुरू होगा दीवाली पर्व 



धनतेरस से प्रारंभ होने जा रहा है दीपावली पर्व । इस साल श्री महालक्ष्मी पूजन 4 नवंबर सन 2021 वार गुरुवार को बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस पर्व का सनातन संस्कृति में अत्यधिक महत्व है क्योंकि मां भगवती महालक्ष्मी का यह पावन पर्व धनधान्य, ऐश्वर्य,आयु ,आरोग्य, संपदा एवं वैभव प्रदान करने वाला होता है। ब्रह्म पुराण के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को अर्धरात्रि के समय मां भगवती लक्ष्मी महारानी सदगृहस्थों के घर में जहां-तहां विचरण करती हैं। इसलिए सभी को अपने घर को सब प्रकार से स्वच्छ, शुद्ध और सुशोभित करके दीप मालिका प्रज्वलित करने पर महालक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं तथा वहां स्थाई रूप से निवास करती हैं। यह अमावस्या प्रदोष काल एवं अर्धरात्रि व्यापिनी हो तो विशेष रूप से शुभ फलदायक होती है। स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ पंडित गणेश शर्मा ने बताया की इस वर्ष कार्तिक अमावस 4 नवंबर गुरुवार को प्रातः सूर्योदय से अर्धरात्रि बाद 2:44 तक व्याप्त रहेगी। दीपावली स्वाति नक्षत्र, आयुष्मान योग कालीन अपराहन सायँ प्रदोष निशीथ ,महानिशीथ व्यापिनी अमावस्या युक्त होने से विशेषता प्रशस्त एवं पुणय प्रदायक फल देने वाली रहेगी। प्रातः 7:41 के बाद स्वाति नक्षत्र चर, चल संज्ञक होने से वाहन लेनदेन, उद्योग कर्म, दुकानदारी, चित्रकारी ,शिक्षा कार्य ,स्कूल संचालन ,श्रृंगार प्रसाधन ,वस्त्र, आभूषण कार्य एवं अन्य कार्य करने के लिए भी शुभ माना जाएगा।

यह करे दीपावली के दिन  

इस दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी लोगों को प्रातः कृतयों से निवृत्त होकर पित्रगण तथा देवताओं का पूजन करना चाहिए। संभव हो तो दूध, दही और शुद्ध देसी घी से पितरों का पारण श्राद्ध करना चाहिए। यदि यह संभव ना तो दिन भर उपवास कर गोधूलि बेला में अथवा वृषभ सिंह आदि स्थिर लग्न में श्री गणेश, महालक्ष्मी ,रिद्धि सिद्धि ,इंद्र ,वरुण ,कुबेर आदि शक्तियों सहित ब्रह्मा ,विष्णु, महेश, कुलदेवता ,स्थान देवता, एवं सूर्यादि समस्त ग्रह नक्षत्र मंडल का षोडशोपचार पूजन करना चाहिए ।इसके अनंतर महाकाली का दवात के रूप में महासरस्वती का कलम के रूप में बही के रूप में तथा कुबेर का तुला के रूप में सविधि पूजन करना चाहिए। इसी समय दीप पूजन कर यमराज तथा पितरों के निमित्त से ससंकल्प दीप दान करना चाहिए ।तदुपरांत निशीथ आदि शुभ मुहूर्त में मंत्र जप, यंत्र सिद्धि आदि अनुष्ठान संपादित करने चाहिए ।दीपावली वास्तव में पांच पर्वों का महोत्सव माना गया है जिसकी शुरुआत कार्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी अर्थात धनतेरस से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल द्वितीया अर्थात भैया दूज तक रहती है। दीपावली के पर्व पर धन की प्राप्ति के लिए धन की अधिष्ठात्री धनदा भगवती लक्ष्मी का समारोह पूर्वक एवं पवित्र स्थान पर आटा हल्दी अक्षत एवं पुष्प आदि से अष्टदल कमल बनाकर श्री लक्ष्मी का आव्हान स्थापन करके देवों की विधिवत पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
दीपावली पूजन में प्रदोष निशीथ एवं महानिशीथ काल के अतिरिक्त चौघड़िया मुहूर्त भी पूजन बहीखाता, पूजन कुबेर, पूजा जप आदि अनुष्ठान की दृष्टि से विशेष प्रशस्त एवं शुभ माने जाते हैं।

चौघड़िया मुहूर्त का विवरण:

शुभ चौघड़िया सुबह 6:36 से लेकर 07:58 तक इसके पश्चात चर चौघड़िया सुबह 10:42 से 12:04 तक लाभ की चौघड़िया 12:04 से लेकर 1:26 तक तथा अमृत की चौघड़िया 1:26 से 2:48 तक एवं पुनः शुभ की चौघड़िया 4:10 से लेकर 5 बज के 32 मिनट तक विद्यमान रहेगी।
इसके पश्चात रात्रि की चौघड़िया 5:32 से 7:11 तक अमृत की चौघड़िया तथा 7:11 से 8:49 तक चर की चौघड़िया विद्यमान रहेगी ।इन चौघड़िया कालों में भी मां भगवती लक्ष्मी ,भगवान गणेश ,कुबेर आदि का पूजन करना शुभ फलदायक होता है
विशेषकर रात्रि 8:52 से लेकर मध्य रात्रि 12:05 तक शुभ चौघड़िया नहीं है इस कारण से विशेष पूजन आदि 8:52 से पहले ही कर लेना ज्यादा शुभ फलदायक रहेगा ।
प्रदोष काल 4 नवंबर 2021 को शाम 5:32 से लेकर 8:12 तक प्रदोष काल व्याप्त रहेगा एवं शाम को 18:06 से लेकर 20:02 तक वृषभ लग्न स्थिर लग्न विशेष प्रशस्त होगा। प्रदोष काल में वृषभ लग्न स्वाति नक्षत्र तुला का चंद्रमा तथा सूर्यास्त के बाद पहले अमृत की चौघड़िया चर की चौघड़िया मे श्री गणेश लक्ष्मी पूजन प्रारंभ कर लेना चाहिए। अमृत व चर की चौघड़िया रहने से इस योग में ही दीपदान श्री महालक्ष्मी पूजन ,कुबेर ,गणेश बहीखाता पूजन , धार्मिक एवं गृह स्थलों पर दीप प्रज्वलित करना ब्राह्मणों तथा निआश्रितों को भेटँ मिष्ठान आदि बांटना शुभ होगा।
महा निशीथ काल रात्रि 10:09 से लेकर मध्य रात्रि उपरांत 1:30 तक रहेगा। इस समयावधि में रात्रि 12:05 तक काल की चौघड़िया अशुभ व्याप्त रहेगी। अतः इसके बाद अर्थात रात्रि 12:05 से लेकर रात्रि 1:43 तक का समय लाभ की चौघड़िया होने के कारण अत्यंत शुभ फलदायक रहेगा इस अवधि में मां भगवती काली की उपासना ,तंत्र क्रियाएं, विशेष कामय प्रयोग, तंत्र अनुष्ठान, साधनाएं एवं यज्ञ आदि किए जाते हैं रात्रि 12:35 से सिंह लग्न भी विशेष प्रशस्त एवं शुभ फलदायक रहेगा।
ये हैं दिन के लगन
उद्योग धंधों, कार्य व्यवसाय, दुकान ,फैक्ट्री आदि के लिए धनु लग्न प्रातः 9:51 से लेकर दोपहर 11:55 तक विद्यमान रहेगा ।उस समय लग्न में लाभेश शुक्र है और गुरु धन स्थान में धनेश शनि के साथ होने से इस वर्ष के मध्य मे धन वृद्धि कारक होगा। इसके पश्चात दोपहर 11:00 बज के 55 मिनट से लेकर 1:30 तक मकर लग्न विद्यमान रहेगा ।इसमें भी पूजन किया जा सकता है ।लेकिन 1:33 से 3:01 के बीच में कुंभ लग्न विद्यमान रहेगा इस समय पूजन नहीं करना चाहिए क्योंकि कुंभ लग्न का त्याग कर सभी लग्न शुभ मानी जाती है ।इसके पश्चात 3:01 से लेकर 4:27 तक मीन लग्न भी शुभ फलदायक रहेगा। इसमें भी महालक्ष्मी गणेश आदि पूजन करना अत्यंत शुभ फलदायक रहेगा।
यह है रात्रि के लगन:
वृषभ लग्न रात्रि 6:02 से लेकर 7:58 तक विद्यमान रहेगा तथा मिथुन लग्न 7:58 से लेकर रात्रि 10:12 तक रहेगा विशेषकर वृषभ लग्न और मिथुन लग्न महालक्ष्मी का पूजन कर लेना चाहिए विशेष तौर पर 8:52 से पूर्व क्योंकि उसके पश्चात रोग की चौघड़िया प्रारंभ हो जाएगी और यदि इस काल में नहीं कर पाए तो रात्रि 12:04 से लेकर 1:43 के बीच में लाभ की चौघड़िया होगी तथा इसी समय सिंह लग्न रात्रि बाजार 12:35 से प्रारंभ होगा इस कारण इस समय महालक्ष्मी का पूजन करना महा निशीथकाल होने के कारण अत्यंत शुभ फल प्रदाता एवं भाग्य उन्नति कारक एवं वर्षभर धनधान्य ऐश्वर्यादी फल देने वाला रहेगा। क्योंकि महालक्ष्मी का महानिशीथ कॉल मे करना अत्यंत शुभ फलदायक होता है।


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जनपद का असिस्टेंट इंजीनियर 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार सागर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाई

जनपद का असिस्टेंट इंजीनियर 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार सागर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाई


सागर। लोकायुक्त पुलिस सागर ने दमोह जनपद पंचायत केेके असिस्टेंंट 
इंजीनियर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। बिलो की अनुशंशा के एवज में इंजीनियर रिश्वत मांग रहा था। 
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर रामेश्वर यादव ने बताया कि आवेदक:लिलेंद्र सिंह लोधी उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम बालाकोट जिला दमोह ने कार्यालय  में शिकायत   
की थे। जनपद पंचायत दमोह के सहायक यंत्री गोविंद दास अहिरवार पिता श्री राम सहाय अहिरवार उम्र  45 वर्ष  द
द्वारा बिलो की अनुशंसा को लेकर 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। 

लोकायुक्त पुलिस की टीम ने आज जनपद पंचायत कार्यालय परिसर में सहायक यंत्री गोविंद दास अहिरवार को  आवेदक से 50 हजार श्व त लेते हुए पकडा । लोकायुक्त DSP राजेश खेड़े  और निरीक्षक मंजू सिंह व विपुस्था स्टाफ ने यह कार्यवाई की। 
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सीएम हेल्पलाइन :शिकायते अटेंड न करने पर विभागीय अधिकारियों को शो-काज नोटिस जारी : कलेक्टर

सीएम हेल्पलाइन :शिकायते अटेंड न करने पर विभागीय अधिकारियों को शो-काज नोटिस जारी : कलेक्टर

सागर । गंभीर एवं अति गंभीर प्रवृत्ति की शिकायतों का निराकरण तत्काल करें। साथ ही सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का संतुष्टि पूर्ण निराकरण समय-सीमा में करें एवं नॉन अटेंड सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर उनके विभागीय अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने समय-सीमा की बैठक में दिए  ।
बैठक में कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समस्त हितग्राही मूलक योजनाओं में भुगतान समय करें। कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि उपार्जन से संबंधित चना, मसूर, गेहूं, मूंग का भुगतान के लंबित प्रकरणों का निराकरण कार्य प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
 बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल, नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार, अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री सीएल वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीएम हेल्पलाइन से संबंधित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करें।  प्रत्येक शिकायत को अधिकारी स्वयं अवलोकन करें एवं संतुष्टि पूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें।कलेक्टर श्री आर्य ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक समय-सीमा की बैठक में संबंधित सीएम हेल्पलाइन की प्रकरणों की विस्तृत जानकारी लेकर उपस्थित रहे।
   
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि बेहतर मॉनिटरिंग एवं शिकायतों के समय-सीमा में निराकारण के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अपर कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी तथा परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण को उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित विभागों का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इन अधिकारियों के साथ प्रत्येक सप्ताह विभागवार शिकायतों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक सप्ताह में दो बार उनके कार्य क्षेत्र से संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक कर शिकायतों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित कराएं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि, अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन, फैमिली पेंशन तथा रिटायरमेंट के बाद होने वाले विभिन्न भुगतानों की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से संपन्न हो। इस संबंध में प्रत्येक विभाग जानकारी देना सुनिश्चित करें।
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सागर एवं खुरई में दो दर्जन मिष्ठान एवं नमकीन दुकानों की जांच कर सैंपल लिए


सागर एवं खुरई में दो दर्जन मिष्ठान एवं नमकीन दुकानों की जांच कर सैंपल लिए





सागर । कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा रविवार को आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत मिष्ठान एवं नमकीन प्रतिष्ठानों की सागर एवं खुरई तहसील अंतर्गत जांच  की गई। जांच के दौरान नटराज स्वीट्स, श्री बीकानेर मिष्ठान सिविल लाइंस, जनता होटल मकरोनिया, चौरसिया नमकीन हाउस, गुंजन गुजराती नमकीन परकोटा, खुरई तहसील में राजभोग स्वीट्स एंड नमकीन, नेमा मिठाई भण्डार, बीकानेर मिष्ठान प्रतिष्ठानों से बेसन लडडू, पेडा, कलाकंद, बर्फी, मावा, मोतीचूर लड्डू, काजू कतली, पतीशा, केसर पेठा, गांठिया, नमकीन इत्यादि के 23 सैंपल जांच हेतु लिए गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि आम लोगों को जांच की सुविधा प्रदाय करने हेतु मोबाइल लैब कटरा मार्केट मे 11ः30 से 4 बजे तक, सिविल लाइंस में 4 से 5 तथा मकरोनिया में 5 से 6 बजे तक खड़ी रहेगी







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ट्रांसफार्मर का तेल एवं तार चोरी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई ★ समय पर नही बदला ट्रांसफार्मर बंडा के कार्यपालन यंत्री एवं सहायक यंत्री को शो कॉज नोटिस


ट्रांसफार्मर का तेल एवं तार चोरी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
★ समय पर  नही बदला ट्रांसफार्मर बंडा के कार्यपालन यंत्री एवं सहायक यंत्री को शो कॉज नोटिस


तीन दिन में कार्य न होने पर होंगे निलंबित
खराब ट्रांसफार्मरों को तत्काल बदला जाए- कलेक्टर श्री आर्य

सागर। ट्रांसफार्मर का तेल एवं तार चोरी करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसी के साथ समय पर ट्रांसफार्मर ना बदलने पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बंडा के कार्यपालन यंत्री एवं सहायक यंत्री को शो कॉज नोटिस जारी करने के निर्देश  दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि,  तीन दिन में कार्य पूर्ण न होने पर  निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।सोमवार को कलेक्टर श्री दीपक आर्य ऊर्जा विभाग के समस्त अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा कर रहे थे।
ग्रामीण क्षेत्रों में समय पर किसान भाइयों को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए  खराब ट्रांसफार्मरों को तत्काल बदला जाए। उक्त निर्देश ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने दिए । इस अवसर पर ऊर्जा विभाग के समस्त अधिकारी मौजूद थे।कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि जिले में कहीं भी ट्रांसफार्मरों के खराब होने की शिकायत मिलती है तो शिकायत के निराकरण के साथ  24 घंटे के अंदर ट्रांसफार्मरों को बदला जाए। इसके लिए समस्त विकास खंडों में 10 ट्रांसफार्मरों की उपलब्धता स्टोर रूम में सुनिश्चित की जावे। उन्होंने कहा कि बंडा के कार्यपालन यंत्री श्री अखिलेश गुप्ता एवं सहायक यंत्री श्री सुजीत श्रीवास्तव द्वारा समय पर ट्रांसफार्मर न बदलने पर वो काज नोटिस देते हुए चेतावनी दी गई है कि यदि 3 दिन में कार्य पूर्ण नहीं किया गया तो निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से ट्रांसफार्मरों से तेल चोरी एवं तार चोरी की जो शिकायतें मिल रही हैं उन पर नकेल कसने के लिए पुलिस के साथ-साथ संबंधित ग्रामों के व्यक्ति भी निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि, चोरी करते पाए गए व्यक्तियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी ।

कलेक्टर ने की अपील

कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने जिले के समस्त ग्राम वासियों से अपील है कि यदि ऊर्जा विभाग से संबंधित चोरी की शिकायतें या कोई व्यक्ति चोरी करते हुए पाया जाता है तो इस बात की सूचना तत्काल संबंधित विभाग के अधिकारियों को या पुलिस को दें। जिससे शासन द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाए और निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनी रहे एवं किसान भाई समय पर अपनी फसलों को पानी दे सकें।

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साहित्यकार डॉ.महेश तिवारी की श्रद्धांजली-सभा में जुड़ा सागर का बौद्धिक वर्ग ★दीपावली पर कविता के रूप में मिलने वाला शुभकामना संदेश लिख गए थे...डॉ तिवारी★ अब सुनाई नहीं देगी निर्दोष किलकारी वाली हॅ॑सी - डॉ. सुरेश आचार्य ★ शुचिता और सत्यता के हिमायती थे ‌डॉ.महेश तिवारी - शैलेंद्र जैन ★ जीवंत व्यक्तित्व के धनी थे डॉ.तिवारी -महेन्द्र सिंह

साहित्यकार डॉ.महेश तिवारी की श्रद्धांजली-सभा में जुड़ा सागर का बौद्धिक वर्ग 
★दीपावली पर कविता के रूप में मिलने वाला शुभकामना संदेश लिख गए थे...डॉ तिवारी

★ अब सुनाई नहीं देगी निर्दोष किलकारी वाली हॅ॑सी - डॉ. सुरेश आचार्य

★ शुचिता और सत्यता के हिमायती थे ‌डॉ.महेश तिवारी - शैलेंद्र जैन

★ जीवंत व्यक्तित्व के धनी थे डॉ.तिवारी -महेन्द्र सिंह


सागर। साहित्यकार, समाज ‌सेवी और प्रखर वक्ता डॉ. महेश तिवारी के आसामयिक निधन पर उन्हें श्रद्धांजली देने हेतु रविवार को आदर्श संगीत महाविद्यालय में श्यामलम् संस्था द्वारा आयोजित सभा  में नगर की साहित्यिक सांस्कृतिक शैक्षणिक संस्थाओं तथा प्रबुद्ध वर्ग ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर उन्हें स्मृति किया।
इस अवसर पर सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने डॉ. महेश तिवारी से अपने आत्मीय और पारिवारिक संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि राजनीति और साहित्य दोनों ‌ही क्षेत्रों में वे शुचिता और सत्यता के हिमायती थे। निरर्थक आलोचना करना उन्हें कभी भी स्वीकार्य नहीं रहा। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.सुरेश आचार्य ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन में कहा कि डॉ. महेश तिवारी मस्त और फक्कड़ व्यक्ति थे। सदा खादी पहनने वाले और सौम्य आलोचना से लोगों को मुग्ध करने वाले डॉ. तिवारी के अचानक जाने से सागर में सन्नाटा छा गया। समीक्षा के नए प्रतिमान पर उनकी स्थापनाएं देश भर में चर्चित हुई हैं। उनकी निर्दोष किलकारी वाली हंसी के ठहाके अब कभी सुनाई नहीं देंगे। डॉ.सुशील तिवारी ने मार्गदर्शन और आशीर्वाद देने वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों के निधन पर होने वाली सामाजिक ‌क्षति को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए अपनी चिंता व्यक्त की तथा डॉ.तिवारी के साथ बिताए संस्मरण साझा किए। सभा में भोपाल से पधारे पूर्व प्रशासनिक अधिकारी, साहित्यकार महेंद्र सिंह ने अपनी श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि डॉ.महेश तिवारी हमारे समय के एक महत्वपूर्ण साहित्यकार और अध्येता थे।उनका निधन साहित्य कला जगत और एक जीवंत दोस्तों साथियों के बीच की बड़ी क्षति है। उन्होंने साहित्य की समीक्षा के संबंध में दो ग्रंथ लिखे हैं और वह दोनों ग्रंथ अपने समय के साहित्य की समीक्षा के मानदंड और महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। डॉ. तिवारी एक जीवंत व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने अपने समय के तमाम लंबे कार्यकाल में लगातार हजारों मित्र बनाए। उनका एक निश्चल व्यक्तित्व था और जो मित्रता को संजोने का भाव था वह महत्वपूर्ण था। बहुत बड़ी मनोकामना लेकर अर्थ धन के उपार्जन की कभी उनके मन में इच्छा नहीं रही। वह फक्कड़ प्रवृत्ति के थे। श्यामलम् संस्था द्वारा उनकी स्मृति में कार्यक्रम आयोजित करने की उन्होंने सराहना की।


डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने कहा समाज के प्रति अपनी अटूट निष्ठा और गहन मानवीय संवेदना के कारण डा महेश तिवारी ने राजनीति से लगभग  पल्ला झाड़कर एक साहित्यकार की भूमिका में  आकर अनेक  सृजनात्मक कार्य किए।एक आलोचक के रूप में  उनका  अवदान  उल्लेखनीय है ।हिंदी काव्य समीक्षा के प्रतिमान  और केदारनाथ अग्रवाल का काव्य  उनकी महत्वपूर्ण आलोचना कृतियाँ हैं ।उनका  स्वाभिमानी और ईमानदार मन कविता और कहानी में  विश्रांति पाता था।वे आज के युग में  विरल व्यक्तित्व के धनी थे ।
सरस्वती वाचनालय ट्रस्ट के सचिव गांधीवादी विचारक शुकदेव प्रसाद तिवारी, सुभाष कंड्या, डॉ श्याम मनोहर सिरोठिया, डॉ राजेश दुबे, टी आर त्रिपाठी, डॉ. अंजना पाठक, हरी सिंह ठाकुर, आर के तिवारी, अमिताभ चौबे,कपिल बैसाखिया ने भी डॉ महेश तिवारी का स्मरण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की।



कार्यक्रम में स्मृति दीप प्रज्वलन तथा स्व.तिवारी के चित्र पर सभागार में उपस्थित सभी लोगों द्वारा पुष्पांजली के पश्चात् स्व.तिवारी के परिजनों को संवेदना स्वरूप गमछा ओढ़ाया गया। श्यामलम् अध्यक्ष उमा कान्त मिश्र ने कार्यक्रम परिचय दिया। लोकगायक देवीसिंह राजपूत ने स्मरण गीत का गायन किया।कवि डॉ.नलिन जैन ने काव्य श्रद्धांजली दी। डॉ.अमर जैन ने स्व.तिवारी द्वारा परम्परागत रूप से प्रतिवर्ष पोस्ट कार्ड पर प्रेषित किए जाने वाले शुभकामना संदेश की बड़ी अनुकृति भेंट की। स्वर्गीय तिवारी की पुत्री महिमा ने अपने भावपूर्ण वक्तव्य में उनका जीवन परिचय, उनकी साहित्यिक, सामाजिक, राजनीतिक गतिविधियों और संपर्कों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। डॉ.अमर जैन ने कार्यक्रम की गंभीरता के अनुरूप प्रभावी संचालन किया। तिवारी परिवार की ओर से शुभ तिवारी और श्यामलम् की ओर‌ से सचिव कपिल बैसाखिया ने कृतज्ञता ज्ञापित की।अंत में लोक गायक शिवरतन यादव की धर्मपत्नी श्रीमती श्यामा, श्यामलम् सदस्य कुंदन पाराशर की धर्मपत्नी श्रीमती कांति और डॉ.महेश तिवारी के निधन पर दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजली अर्पित की गई।
इस अवसर पर स्व. तिवारी के भ्राता प्रभात तिवारी, भारत भूषण तिवारी तथा उनके परिजन, डॉ.संतोष शुक्ला, पीआर मलैया, आशीष ज्योतिषी,डॉ.चंचला दवे, श्रीमती सुनीला सराफ, डॉ. आशुतोष मिश्र, डॉ. शशि कुमार सिंह, डॉ. वेद प्रकाश दुबे, डॉ. मनीष झा, डॉ. अरविंद गोस्वामी, डॉ. विनीत मोहन औदिच्य, डॉ. सिद्धार्थ शुक्ला, श्रीमती मदन कुमारी दुबे,सुश्री देवकी भट्ट नायक, डॉ.सुजाता मिश्र, माधव चंद्रा, पुष्पदंत हितकर, रमेश दुबे, डॉ अशोक कुमार तिवारी, वृंदावन राय सरल, प्रकाश जैन, सोमेंद्र शुक्ला, आदर्श दुबे,प्रभात कटारे, अशोक तिवारी अलख, मुकेश तिवारी, पुष्पेंद्र दुबे, बंटी दुबे,अमित आठिया, जे.एल. राठौर प्रभाकर, राहुल पाठक सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

दीपावली का संदेश, लिख लिया था पहले..

स्व डॉ महेश तिवारी इस दीपावली पर याद आएंगे। पिछले कई दशकों से डॉ तिवारी अपने मित्रों ,रिश्तेदारों  शुभचिंतकों को पोस्टकार्ड पर हाथ से लिखी हुई  प्रिंट की गई कविता लिखकर शुभकामना संदेश दिया करते थे।  डाक व्यवस्था में लोगो को मिलती। शहर वासियों को कई दफा रूबरू भी दिया करते थे। इस साल उनका सिलसिला टूट गया।  डॉ तिवारी जी तो अब अलाविदा हो गए। लेकिन इस दीपावली की चिट्ठी पर  कविता  तैयार करके चले गए। यही संदेश लोगो को बड़े रूप में उपलब्ध कराया गया।
ये रही चिठ्ठी









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