सीएम हेल्पलाइन :शिकायते अटेंड न करने पर विभागीय अधिकारियों को शो-काज नोटिस जारी : कलेक्टर
सागर । गंभीर एवं अति गंभीर प्रवृत्ति की शिकायतों का निराकरण तत्काल करें। साथ ही सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का संतुष्टि पूर्ण निराकरण समय-सीमा में करें एवं नॉन अटेंड सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर उनके विभागीय अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने समय-सीमा की बैठक में दिए ।
बैठक में कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समस्त हितग्राही मूलक योजनाओं में भुगतान समय करें। कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि उपार्जन से संबंधित चना, मसूर, गेहूं, मूंग का भुगतान के लंबित प्रकरणों का निराकरण कार्य प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल, नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार, अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री सीएल वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीएम हेल्पलाइन से संबंधित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करें। प्रत्येक शिकायत को अधिकारी स्वयं अवलोकन करें एवं संतुष्टि पूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें।कलेक्टर श्री आर्य ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक समय-सीमा की बैठक में संबंधित सीएम हेल्पलाइन की प्रकरणों की विस्तृत जानकारी लेकर उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि बेहतर मॉनिटरिंग एवं शिकायतों के समय-सीमा में निराकारण के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अपर कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी तथा परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण को उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित विभागों का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इन अधिकारियों के साथ प्रत्येक सप्ताह विभागवार शिकायतों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक सप्ताह में दो बार उनके कार्य क्षेत्र से संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक कर शिकायतों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित कराएं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि, अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन, फैमिली पेंशन तथा रिटायरमेंट के बाद होने वाले विभिन्न भुगतानों की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से संपन्न हो। इस संबंध में प्रत्येक विभाग जानकारी देना सुनिश्चित करें।
सागर । गंभीर एवं अति गंभीर प्रवृत्ति की शिकायतों का निराकरण तत्काल करें। साथ ही सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का संतुष्टि पूर्ण निराकरण समय-सीमा में करें एवं नॉन अटेंड सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर उनके विभागीय अधिकारियों को शोकाज नोटिस जारी करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने समय-सीमा की बैठक में दिए ।
बैठक में कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समस्त हितग्राही मूलक योजनाओं में भुगतान समय करें। कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि उपार्जन से संबंधित चना, मसूर, गेहूं, मूंग का भुगतान के लंबित प्रकरणों का निराकरण कार्य प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल, नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार, अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री सीएल वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आर्य ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि सीएम हेल्पलाइन से संबंधित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करें। प्रत्येक शिकायत को अधिकारी स्वयं अवलोकन करें एवं संतुष्टि पूर्ण निराकरण सुनिश्चित करें।कलेक्टर श्री आर्य ने समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक समय-सीमा की बैठक में संबंधित सीएम हेल्पलाइन की प्रकरणों की विस्तृत जानकारी लेकर उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि बेहतर मॉनिटरिंग एवं शिकायतों के समय-सीमा में निराकारण के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अपर कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी तथा परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण को उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित विभागों का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इन अधिकारियों के साथ प्रत्येक सप्ताह विभागवार शिकायतों की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने समस्त नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रत्येक सप्ताह में दो बार उनके कार्य क्षेत्र से संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक कर शिकायतों का शीघ्र निराकरण सुनिश्चित कराएं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि, अनुकंपा नियुक्ति, पेंशन, फैमिली पेंशन तथा रिटायरमेंट के बाद होने वाले विभिन्न भुगतानों की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से संपन्न हो। इस संबंध में प्रत्येक विभाग जानकारी देना सुनिश्चित करें।