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देवरी और केसली में 14 करोड़ रू. की प्रधानमंत्री सड़कों का भूमिपूजन किया केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने


देवरी और केसली में 14 करोड़ रू. की प्रधानमंत्री सड़कों का भूमिपूजन किया केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने 

सागर । केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने शनिवार को सागर जिले के विकासखंड केसली़ और देवरी में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना फेस-3 के अंतर्गत 4 सड़कों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इन सड़कों के निर्माण पर 14 करोड़ 13 लाख रू़ की लागत आयेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूव मंत्री श्री हर्ष यादव ने की। श्री पटेल ने इस अवसर पर कहा कि हम आज देष की आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहे हैं। अब हमें अधिकारों के स्थान पर कर्तव्यों की बात करें। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्षी सोच के कारण आज भारत का गांव-गांव सड़कों से जुड गया है। पहले कल्पना भी नही कर सकते थे कि गांव गांव पक्की सड़कें पहुंचेगी। राज्य मंत्री ने कहा कि तृतीय चरण में बनने वाली सड़के गुणवत्ता के मामलें में स्टेट हाईवे से कम नही होंगी।
इस अवसर पर श्री गौरव सिरोठिया, पूर्व विधायक श्री भानू राणा, अन्य जनप्रतिनिधि एसडीएम, एसडीओपी, महाप्रबंधक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना श्री राजेश चौकसे  और बड़ी संख्या में नागरिकगण मौजूद थे।  
उन्होंने केसली विकासखण्ड के ग्राम तेदूडाबर में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आज हम आजादी की 75वीं सालगिरह मना रहे हैं। हमें अपने अधिकारों के स्थान पर कर्तव्यों की बात करनी होगी। हमे अपने संसाधनों की चिंता करनी होगी और देष के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि संसाधन चाहे वे सरकार से मिले, समाज से मिले या परिवार से मिले। यदि संसाधनों की चिंता नहीं करेंगे तो संसाधन धीरे-धीरे नष्ट हो जाएंगे। हमे अपनी सार्वजनिक संपत्तियों जैसे सड़कों, भवनों, जल स्त्रोतों आदि सभी को सहेजना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि मध्यप्रदेष में 2023 तक घर-घर टोटी से पेयजल पहुंचे। ऐसा देखा गया कि आदमी 15 से 20 रू. की पानी की एक बाटल तो आसानी से खरीद लेता है परन्तु जब महीने भर के पेयजल के शुल्क की बात आती है तो आनाकानी करता है। इस सोच को बदलना होगा।
राज्यमंत्री श्री पटेल ने किसानों से अनुरोध किया कि वे कम पानी वाली फसले लें। इस वर्ष बुन्देलखण्ड में अपेक्षाकृत कम वर्षा हुई है। आत्म निर्भर भारत की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि जिन चीजों के लिये आप विदेष पर निर्भर करते हैं उनमें संकट आ सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सोच है जब हम आजादी की सालगिरह के 75 सालों के मना रहे हैं तो ऐसे में प्रत्येक गरीब के पास पक्की छत हो। उसके घर में शौचालय हो। उसके घर में नल हो। उसके घर में बिजली हो। गैस कनेक्षन हो। इसके साथ-साथ उसके पास बीमारी के इलाज के लिए 5 लाख रूपये के आयुष्मान कार्ड की सुविधा हो। प्रधानमंत्री के संकल्प से यह पूरा हो रहा है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि युवाओं और बच्चों को नषे से बचायें।   श्री पटेल ने कहा कि जब खुले में शौच से मुक्ति का अभियान चलाया गया था। तो दुनिया का भारत के बारे में मूल्यांकन कि यदि 2030 तक भी खुले में शौच से मुक्त होता है तो यह बड़ी बात होगी। भारत ने इस लक्ष्य को सबके सहयोग से 11 साल पहले ही प्राप्त कर लिया।कार्यक्रम को पूर्व मंत्री श्री हर्ष यादव ने संबोधित किया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ग्राम सड़कों से क्षेत्र के लोगों को सुविधा होगी।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेष ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना क्रियान्वयन इकाई के महाप्रबंधक श्री चौकसे ने तकनीकी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत बनने वाली 4 सड़कों में तेदूडाबर से चन्द्रपुरा मार्ग की लम्बाई 9.60 किमी, लागत 4 करोड़ 16 लाख 97 हजार, टड़ा से बसा मार्ग की लम्बाई 8.15 किमी, लागत 3 करोड़ 42 लाख 41 हजार, देवरी से बेलढाना मार्ग की लम्बाई 11.92 किमी, लागत 4 करोड़ 10 लाख 19 हजार और टी-02 से मोकला मार्ग की लम्बाई 5 किमी, लागत 2 करोड़ 43 लाख रूपये है।

 
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सत्य का पथ ही शपथ है : मंत्री श्री पटेल ★ न्यायालयीन प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण -प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री मिश्रा


सत्य का पथ ही शपथ है : मंत्री श्री पटेल

★ न्यायालयीन प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण
-प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री मिश्रा

★ अधिवक्ताओं का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न
सागर ।सत्य का पथ ही शपथ है और इसे पूर्ण करना आसान नहीं होता किंतु शपथ के साथ कार्य किए जाएं तो कोई कार्य असंभव नहीं होता। उक्त विचार केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग, जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने देवरी तहसील के अधिवक्ताओं के शपथ ग्रहण समारोह में व्यक्त किए। इस अवसर पर  विधायक श्री हर्ष यादव, श्री गौरव सिरोठिया,श्री भानु राणा, प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री देवनारायण मिश्रा, अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश श्री डीएस शिवास, उच्च न्यायालय जबलपुर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री रमन पटेल, श्री सुरेशचंद्र जैन, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री अंकलेश्वर दुबे, अनुविभागीय अधिकारी अमन मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस प्रिया सिंह सहित जनप्रतिनिधि और अधिवक्तागण मौजूद थे।

केंद्रीय राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने अधिवक्ताओं से कहा कि सत्य का पथ ही शपथ है। उन्होंने कहा कि वकीलों का कार्य अत्यंत कठिन है। उन्होंने कहा कि वकीलों के कल्याण के लिए हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि वकीलों की कोविड-19 काल   के दौरान निधन हुये उन को आर्थिक सहायता देने के लिए शासन स्तर पर चर्चा कर शीघ्र ही   आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री देव नारायण मिश्रा ने कहा कि न्यायालयीन प्रक्रिया में अधिवक्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है और इसे पूरी गंभीरता एवं ईमानदारी के साथ निभाना होगा। उन्होंने कहा कि नियमों प्रक्रिया से हम सभी बंधे हुए हैं ।उन्होंने कहा कि निर्वाचित अधिवक्ताओं के लिए नवीन अधिवक्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए उनकी जिम्मेदारियों से परिचय कराया जाए।प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश श्री मिश्रा ने कहा कि कोविड काल के कारण न्यायालय का कार्य अत्यंत लंबित हुआ है जिसे अधिवक्ताओं के सहयोग से शीघ्र दूर किया जाएगा ।विधायक श्री हर्ष यादव ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश चंद्र जैन द्वारा जो देवरी न्यायालय के लिए पुस्तकें दी हैं अद्भुत है और उनके इस दान से अनेक अधिवक्ताओं को लाभ होगा।
 इस अवसर पर जबलपुर उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री  रमन पटेल एवं जिला अधिवक्ता संघ सागर के अध्यक्ष श्री अंकलेश्वर दुबे  ने भी अपने विचार व्यक्त किए। देवरी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री कैलाश पटेल ने स्वागत भाषण देते हुए भजन प्रस्तुत किया। 
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SAGAR : खाद्य विभाग की कार्यवाही जारी ,एक दर्जन दुकानों पर हुई सेम्पलिंग


SAGAR : खाद्य विभाग की कार्यवाही जारी ,एक  दर्जन दुकानों पर हुई सेम्पलिंग

सागर ।कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत आज सागर एवं शाहगढ़ तहसील के अंतर्गत मिष्ठान एवं नमकीन प्रतिष्ठानों की जांच की गई। कार्रवाई के दौरान खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त मोबाइल लैब से मौके पर ही मिष्ठान विक्रेताओं की मिठाइयों की प्रारंभिक जांच की गई एवं मिष्ठान विक्रेताओं को जिले के बाहर से आने वाले मिल्क केक एवं मावा की खरीदी ना करने संबंधी निर्देश दिए गए।
जांच के दौरान न्यू सौराष्ट्र नमकीन हाउस गुजराती बाजार, पुरवार स्वीट्स एंड नमकीन गुजराती बाजार , श्री बीकानेर मिष्ठान भंडार तीन बत्ती, न्यू बंगाली मिष्ठान भंडार सिविल लाइंस, ओम केसरी स्वीट्स एंड आइसक्रीम पार्लर मकरोनिया, जय श्री गुजराती नमकीन मकरोनिया से एवं  शाहगढ़ तहसील से सिद्धार्थ रेस्टोरेंट्स क्षमा होटल से, पेडा, कलाकंद, बर्फी, मावा, इत्यादि मिठाइयों के सैंपल जांच हेतु लिए गए। आगामी सप्ताह से दिवाली तक के लिए मोबाइल लैब को मुख्य बाजार स्थलों पर आम लोगों को मिठाइयों की जांच करवाने की सुविधा हेतु खड़ा किया जाएगा। जिसमें सामान्य उपभोक्ता मात्र रूपये 10 का शुल्क देकर के मिठाइयों की जांच करा सकते हैं।
क्रमांक 317/4323/2021 फोटो संलग्न है।

 
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केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल पहुचे , योगाचार्य श्री विष्णु आर्य के निवास पर मिलने

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल पहुचे , योगाचार्य श्री विष्णु आर्य के निवास पर मिलने





सागर। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण, उद्योग, जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल आज पिछड़ा वर्ग के रामजी महाजन और योग के क्षेत्र स्थापित स्वामी विवेकानंद पुरस्कार से सम्मानित योगाचार्य श्री विष्णु आर्य के निवास पर पहुचे और परिवार का कुशलक्षेम पूछा। मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अन्य विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की। 



इस मौके पर जिला अध्यक्ष गौरव सीरोठिया ,डॉ सुशील  तिवारी ,नरेंद्र चौबे, वीरेंद्र पाठक ,परिवार के सदस्य प्रमोद  आर्य ,विनोद आर्य, सुबोध आर्य, प्रतीक आर्य,प्रियांश आर्य और शिवांश आर्य, ,अमन ताम्रकार , राज नगरिया,  यश अग्रवाल, सत्तू पंडा, आदि  मौजूद रहे।


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शिक्षा बदलेगी तो देश बदलेगा: अतुल भाई कोठारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन आयोजना कार्यक्रम संपन्न

 
शिक्षा बदलेगी तो देश बदलेगा: अतुल भाई कोठारी 
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020  क्रियान्वयन आयोजना कार्यक्रम संपन्न 
  
सागर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 क्रियान्वयन आयोजना कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुलभाई कोठारी ने कहा कि देश को बदलना है तो सबसे पहले शिक्षा को बदलना होगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत केंद्रित शिक्षा नीति है जिसकी सभी बातें समग्रता को परिलक्षित करती हैं. शिक्षा में परिवर्तन के लिए सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति का गहराई से अध्ययन आवश्यक है तभी इसके विभिन्न आयामों पर क्रियान्वयन संभव है. शिक्षा से जुड़े हुए प्रत्येक व्यक्ति को इसका अध्ययन करना चाहिए और इसके क्रियान्वयन पर चिंतन करना चाहिए. 
उन्होंने कहा कि हम सरल और छोटे-छोटे क्रियान्वयन से शुरुआत करते हुए बड़े और कठिन प्रश्नों पर चर्चा कर क्रियान्वयन की रणनीति बना सकते हैं. नीति में सूत्र रूप में लिखी बातों को कई आयामों से समझकर उसके क्रियान्वयन की रूपरेखा बनाना चाहिए तभी पूरी शिक्षा प्रणाली में भारतीयता के तत्त्वों का समावेश कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आज वैदिक गणित पर पूरी दुनिया की नजर है. टेम्पल मैनेजमेंट जैसे पाठ्यक्रमों को करने के लिए दुनिया भर से लोग भारत आ रहे हैं. भारत से ज्यादा पूरी दुनिया भर में नए-नए योग के केंद्र खुल रहे हैं. यह भारतीय ज्ञान परम्परा, इसकी क्षमता और शक्ति का परिचायक है. तीन महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं, भारतीय ज्ञान परम्परा के अनुसार शिक्षा में बदलाव, चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास और भारतीय भाषाओं में शिक्षा के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में हम पूरी दुनिया में अलग पहचान बना सकते हैं. शोध पर बात रखते हुए उन्होंने कहा कि शोध ग्रांट से ज्यादा महत्त्वपूर्ण शोध का अप्रोच है. विद्यार्थियों में शोध की प्रवृत्ति पैदा करना ज्यादा आवश्यक है. भले ही वह शोध डिग्री के लिए आगे बढ़े या न बढ़े.
श्रम शक्ति का महत्त्व स्थापित होना चाहिए- प्रो. अखिलेश पाण्डेय
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश पाण्डेय ने कहा कि इस शिक्षा नीति का काम श्रम के महत्त्व को स्थापित करना भी है. साथ ही हमें राष्ट्र भाषा को भी महत्त्व देना होगा. सभी को कम से कम एक प्रकाशन हिन्दी भाषा में करना चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों को शोध का विषय बनाया जाना चाहिए जिससे समुदाय का शिक्षा से साथ समन्वय हो सके.
कौशल विकास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का महत्त्वपूर्ण बिंदु: प्रो. नीलिमा गुप्ता 
अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि कौशल विकास राष्ट्रीय शिक्षा नीति का महत्त्वपूर्ण बिंदु है. कौशल का विकास और उन्नयन चरित्र निर्माण से ही संभव है. इसीलिये हमारा विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के चारित्रिक निर्माण और व्यक्तित्व विकास को कौशलयुक्त पाठ्यक्रमों के साथ जोड़कर लागू करने जा रहा है. कौशल वही महत्त्वपूर्ण है जिसका सृजन विशिष्ट नैतिक चरित्र की आधारशिला पर स्थिर हो. पर्यावरण संवर्धन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि प्रकृति के संरक्षण और संपोषण से ही भविष्य सुरक्षित हो सकता है. इसी उद्देश्य से पर्यावरण जागरूकता केंद्र स्थापित किया जा रहा है जिसमें न्यास के सहयोग से गतिविधियाँ आयोजित होंगीं. उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे नवाचारी कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी और कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में विश्वविद्यालय प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है. 
परिचर्चा-सत्र में बोलते हुए आयोजन समन्वयक प्रो. अम्बिकादत्त शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020  केवल  नीतिगत दस्तावेज़ नहीं है बल्कि औपनिवेशिकता से मुक्ति का संकल्प पत्र है. यह नीति हमें  आधुनिकता और पुरातनता के बीच समन्वय का अवसर देती है.  डॉ. संजय शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के संदर्भ में विश्वविद्यालय के द्वारा किये गए विभिन्न कार्यों एवं  गतिविधियों के बारे में बताया और कहा कि शिक्षा में गुणवता विकास के लिए समुदाय की भागीदारी आवश्यक है.  डॉ. पुष्पल घोष ने भारतीय ज्ञान-विज्ञान के उन्नत स्वरुप के विषय में बताते हुए कहा कि आधुनिकता की सभी समस्याओं का निदान भारतीय विज्ञान एवं उसकी पद्यति में खोजा जा सकता है.  
आयोजन में स्वागत उद्बोधन और परिचय हिन्दी विभाग के प्रो, आनंद प्रकाश त्रिपाठी ने दिया और कार्यक्रम का संचालन डॉ आशुतोष किया. आभार ज्ञापन कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पूर्व शिक्षक, वर्तमान शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और कई विभागों के  शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित थे.    
 
वैदिक गणित अध्ययन केंद्र का हुआ लोकार्पण, तीन एमओयू पर भी हुए हस्ताक्षर 
मुख्य अतिथि श्री अतुल भाई कोठारी, विशिष्ट अतिथि प्रो. अखिलेश पाण्डेय और विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में गणित विभाग में वैदिक गणित अध्ययन केंद्र का लोकार्पण किया गया. इस अवसर पर केंद्र द्वारा की जा रही गतिविधियों और पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई. इस अवसर पर गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आर के गंगेले, अधिष्ठाता प्रो. आशीष वर्मा, कुलसचिव संतोष सोहगौरा , उपकुलसचिव सतीश कुमार, विभाग के सभी शिक्षक,  शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन डॉ. पूनम सिंह ने किया. 
डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, नई दिल्ली के बीच विभिन्न अकादमिक गतिविधियों को संचालित किये जाने हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए. वैदिक गणित के पाठ्यक्रम के संचालन, पर्यावरण जागरूकता केंद्र और उसकी गतिविधियों और चरित्र निर्माण और व्यकतित्व विकास के पाठ्यक्रमों के साथ अकादमिक साझेदारी के लिए तीन एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने और न्यास की ओर से राष्ट्रीय सचिव अतुल भाई कोठारी ने हस्ताक्षर किये.   
 

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दलित से विवाह करने पर युवती के नर्मदा में बाल कटवाकर कराया शुद्धिकरण ★ युवती ने पुलिस अधीक्षक से की परिजनों की शिकायत और जताया जान को खतरा

दलित से विवाह करने पर युवती के नर्मदा में बाल कटवाकर कराया शुद्धिकरण

★ युवती ने पुलिस अधीक्षक से की परिजनों की शिकायत और जताया जान को खतरा

★ पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने युवक-युवती को दिया कार्यवाही का आश्वासन

@मयंक भार्गव, बैतूल से

बैतूल। एक पिछड़ा वर्ग की युवती का दलित युवक से प्रेम विवाह करना युवती के परिजनों को इतना अधिक नागंवार गुजरा कि युवती के परिजनों ने पहले पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और उसके बाद युवती के मिलने पर उसे होशंगाबाद में नर्मदा नदी पर ले जाकर उसके बाल कटवाकर उसका शुद्धिकरण करा डाला। इस कृत्य से नाराज युवती अपने पति के साथ एसपी के पास पहुंची और पूरी व्यथा बताई साथ ही परिजनों से उसे जान का खतरा होने का भी हवाला दिया। इस मामले में एसपी ने दोनों युवक-युवती को कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
बोली एसपी दी जाएगी सुरक्षा
पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को दोनों युवक-युवती मुझसे मिलने के लिए दफ्तर में आए थे। मैंने इस मामले को महिला सेल प्रभारी डीएसपी पल्लवी गौर को देखने के लिए कहा है। इधर युवती ने बताया कि उन्हें एसपी ने आश्वासन दिया है कि आप सुरक्षित रूप से घर जाएं इस मामले में पिता सहित परिजनों को बुलाकर समझाईश दी जाएगी और नहीं माने तो कार्यवाही भी की जाएगी।
एक नजर में पूरा घटनाक्रम
इस मामले में युवती ने आगे बताया कि उसने अनुसूचित जाति के युवक अमित अहिरवार निवासी टिकारी से 11 मार्च 2020 को आर्य समाज में प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद मेरे परिजनों ने मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट 10 जनवरी 2021 को चोपना थाने में दर्ज करा दी थी। इसके बाद पुलिस ने मेरी मर्जी के बिना कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर मुझे परिजनों को सौंप दिया। युवती ने बताया कि वह 12 फरवरी 2021 को नर्सिंग की ट्रेनिंग के लिए राजगढ़ गई थी। रक्षाबंधन पर मेरे पिता मुझे लेने के लिए राजगढ़ 18 अगस्त 2021 को आए और जबरदस्ती मुझे इंदौर ले गए और वहां से 19 अगस्त को होशंगाबाद में सेठानी घाट पर मुझे स्नान कराकर मेरे बाल कटवा दिए और मुझे जूठी पुड़ी खिलाकर शुद्धिकरण भी करवा दिया।
 घाट पर फिंकवा दिए पहने गए कपड़े
युवती ने बताया कि वहां पर मेरे पिताजी एवं अन्य तीन लोगों ने मुझे नर्मदा नदी के सेठानी घाट पर कहा कि इसने दलित समाज के युवक से शादी की है। इसलिए इसकी पूजा पाठ कर शुद्धिकरण कराना पड़ेगा। उन्होंने मुझे मेरी इच्छा के विरुद्ध आधे वस्त्रों में नहलाया फिर जूठी पूड़ी खिलवाई तथा मेरी इच्छा के विरुद्ध मेरी चोटी के बाल काटे। जो कपड़े मैंने पहने थे, उन्हें वहीं पर सेठानी घाट पर फिंकवाए। उक्त घटना का विरोध करने पर मारपीट भी की।
खुशी से जीवन बिताना चाहते दोनों
मैंने समाज की रुढ़ीवादी, जातिवादी मानसिकता से ऊपर उठकर अपने मौलिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए अमित अहिरवार से शादी की है। मैं उक्त विवाह से खुश हूं तथा हम दोनों खुशी से अपने जीवन का निर्वहन करने के लिए तैयार हैं परंतु मेरे परिवार के सदस्य निरंतर मुझे तथा अमित के परिवार को डरा धमका रहे हैं।
एसपी ने दिया कार्यवाही का आश्वासन
साक्षी ने पुलिस अधीक्षक से पिता सहित परिवार के सदस्यों की नामजद शिकायत करते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उसे और पति तथा पति के परिवार को सुरक्षा देने की मांग भी की है। आवेदिका का यह भी कहना है कि विवाह के पश्चात से वह परिवार के सदस्यों के कारण मानसिक रूप से परेशान हो गई है तथा इसी तरह की स्थिति रही तो आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगी। हालांकि एसपी सिमाला प्रसाद ने इस मामले में कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया है।
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पीएम आवास योजना में देश में खुरई को मिली बड़ी सफलता ,एएचपी घटक श्रेणी में पाया पांचवां मुकाम ★ नगरीय विकास और आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने दी बधाई


पीएम आवास योजना में देश में खुरई को मिली बड़ी सफलता ,एएचपी घटक श्रेणी में पाया पांचवां मुकाम 

★ नगरीय विकास और आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने दी बधाई





भोपाल। सागर जिले की खुरई नगरपालिका को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। खुरई नगरपालिका ने प्रधानमंत्री आवास योजना में अफोर्डेबल हाउसिंग इन पार्टनरशिप (एएचपी) घटक श्रेणी में देश की सभी नगरपालिकाओं में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। साथ ही इस नगरपालिका को कामकाज के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए राज्य में पहला स्थान भी प्राप्त हुआ है।
मध्यप्रदेश के नगरीय विकास तथा आवास मंत्री एवं खुरई से विधायक श्री भूपेंद्र सिंह ने इस कामयाबी के लिए खुरई के सभी रहवासियों को बधाई दी है। एएचपी के अंतर्गत राज्य सरकारें अपनी एजेंसी या निजी पार्टनरशिप के माध्यम से ईडब्ल्यूएस, एलआईजी तथा एमआईजी सेगमेंट के लिए उनकी क्षमतानुसार आवासीय परियोजनाएं निर्मित करती हैं।
खुरई नगरपालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री भैया लाल ने नगरपालिका को  मिले अवार्ड को शुक्रवार को भोपाल में खुरई से विधायक तथा प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह को सौंपे। श्री सिंह ने विश्वास व्यक्त किया कि खुरई की नगरपालिका भविष्य में भी इस तरह की और सफलताएं निरंतर हासिल करती रहेगी।




एशियन डेवलपमेंट बैंक की विकास योजना में हुआ खुरई नपा का चयन


 मध्यप्रदेश के नगरीय विकास तथा आवास मंत्री एवं खुरई से विधायक श्री भूपेंद्र सिंह के प्रयासों से खुरई नगरपालिका का चयन एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) की एकीकृत विकास  योजना में किया गया है।  
श्री भूपेंद्र सिंह ने शुक्रवार को एक बैठक में एमपीयूडीसी की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में विशेष रूप से बांदरी एवं मालथौन की क्रमशः 41. 29 करोड़ तथा 31.89 करोड़ रुपये वाली पेयजल योजनाओं की समीक्षा की गयी। साथ ही इसमें खुरई सीवेज परियोजना, खुरई की एशियन विकास बैंक द्वारा चयनित एकीकृत विकास योजना के तहत अधोसंरचना विकास योजना की प्रगति की भी श्री सिंह ने समीक्षा की।
बैठक में जानकारी दी गयी कि  बांदरी और मालथौन की पेयजल परियोजनाओं को एडीबी से सैद्धांतिक स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया नवंबर, 2021 के दूसरे सप्ताह में शुरू कर दी जाएगी। एडीबी की एकीकृत विकास योजना में खुरई सहित राज्य के बुदनी, नसरुल्लागंज तथा चित्रकूट शहर का चयन भी किया गया है।
बैठक में जानकारी दी गयी कि एकीकृत विकास योजना में नगर में अधोसंरचना विकास से जुड़े सभी काम शामिल किये जा सकते हैं। इस योजना में लगभग 380 करोड़ की राशि उपलब्ध है, जिसमें से लगभग 175  करोड़ की राशि खुरई के विकास के लिए खर्च की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत एडीबी की टीम आने वाले दो महीने में जरूरी कामों का आंकलन कर डीपीआर तैयार करेगी, इसी आधार पर टेंडर जारी किये जाएंगे।
नगरीय विकास तथा आवास मंत्री एवं खुरई से विधायक श्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक में अफसरों को निर्देश दिए कि, चूंकि नागदा शहर की सीवेज परियोजना को अन्य योजना में स्वीकृति मिल चुकी है, इसलिए खुरई की सीवेज परियोजना को नागदा शहर की परियोजना की जगह सम्मिलित किया जाए। श्री सिंह ने एकीकृत विकास योजना के तहत स्वीमिंग पूल के निर्माण को भी अधोसंरचना विकास में शामिल करने के निर्देश दिए।






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मुख्यमंत्री ने चाक पर बनाया दिया और गमला ★ मुख्यमंत्री ने ग्राम धमना में नोनेराम प्रजापति के घर पर किया भोजन



मुख्यमंत्री ने चाक पर बनाया दिया और गमला


★ मुख्यमंत्री ने ग्राम धमना में नोनेराम प्रजापति के घर पर किया भोजनU





छत्तरपुुुर । मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को छतरपुर जिले के राजनगर विकासखण्ड के ग्राम धमना में नोनेराम प्रजापति के घर पहुंचे। उन्होंने परिवार के सदस्यों से परिचय प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान का परिवारजनों ने स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परिवार के सदस्यों के साथ दोना-पत्तल में दोपहर का भोजन किया। परिवार के सदस्यों ने आत्मीय प्रेमभाव से भोजन परोसा। सीएम ने उत्साह से भोजन कर देषी भोजन की तारीफ की। नोनेराम प्रजापति के परिवारजन और यहां उपस्थित स्वसहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर प्रसन्नता जाहिर की। भोजन के बाद मुख्यमंत्री ने नोनेराम के परिवार के बुजुर्ग सदस्य और पत्नी एवं बच्चों का हाल चाल जाना।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रोषनी स्वसहायता समूह धमना की महिला सदस्यों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की और बुंदेलखण्ड टेराकोटा कला द्वारा मिट्टी से निर्मित गमले, लालटेन, झोपड़ी, जग, पेड़, हाथी जैसे आकर्षक वस्तुओं का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इस प्राचीन कला को विकसित कर रोजगार से जोड़ने की जरूरत है। स्थानीय बाजारों में उत्पादों के विक्रय का उचित प्रबंध किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने चाक पर बनाया दिया और गमला


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नोनेराम प्रजापति के साथ चाक पर स्वयं मिट्टी का दिया और गमला बनाया। उन्होंने कहा कि मिट्टी निर्मित उत्पादों के लिए मिट्टी की सुलभ उपलब्धता की व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके अतिरिक्त माटी कला को बढ़ावा देने के लिए प्रषिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने जनता से मिट्टी के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को खरीदने की अपील की, जिससे इनके उत्पाद की मांग बढ़ सके। सीएम द्वारा लोगों से कोरोना के टीके लगवाने की अपील भी की गई।


महिलाओं ने भेंट किया उपहार

मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्वसहायता समूह की महिलाओं ने दीपावली के उपहार के रूप में हस्तनिर्मित मिट्टी के दिये और अन्य उत्पादों का गिफ्ट हैम्पर सौजन्य भेंट किया। मुख्यमंत्री ने महिलाओं की आमदनी के बारे में जानकारी ली और समूह की महिलाओं के साथ फोटो खिंचवाई। उन्होंने उपस्थितजनों को दीपावली की शुभकामनाएं दी।


ग्रामीणजनों को किया सम्बोधित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोजन के बाद ग्राम धमना में ग्रामीणजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाओं के प्रयास से स्थानीय उत्पादों को निष्चित ही बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय कारीगरों के द्वारा निर्मित उत्पादों को प्रोत्साहित करने के उद्देष्य से ग्राम धमना आए हैं। मुख्यमंत्री ने यहां हस्तनिर्मित उत्पादों को खरीदा। उन्होनें कहा कि समूह की महिलाओं की आमदनी प्रतिमाह न्यूनतम 10 हजार रुपए करने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेष में 1 लाख सरकारी पदों पर युवाओं को नौकरी दी जाएगी। निजी नौकरियों में भी रोजगार के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होगा। स्ट्रीट वेंडर्स योजना के माध्यम से छोटे व्यापारियों को बगैर ब्याज के 10 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने धमना के मिडिल स्कूल को अगले शैक्षणिक सत्र से हाई स्कूल के रूप में उन्नयन करने की बात कही। इसके अतिरिक्त किसानों को उर्वरक के लिए धैर्य बरतने की सलाह भी दी। उन्होंने अवगत कराया कि आगामी दिनों में उर्वरक की पर्याप्त रैक जिले में पहुंचेगी। कार्यक्रम में बड़ामलहरा विधायक एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह लोधी, चंदला विधायक राजेष प्रजापति सहित प्रषासनिक एवं पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।



 

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