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परंपरागत देवी आराधना गरबा 300 वर्षों के संस्कारों का निर्वहन ★ गुजराती ब्राह्मण बाज खेड़ावाल समाज, सागर का आयोजन

परंपरागत देवी आराधना गरबा 300 वर्षों के संस्कारों का निर्वहन 

★ गुजराती ब्राह्मण बाज खेड़ावाल समाज, सागर का आयोजन


सागर । महराजा छत्रसाल के शासन काल में गुजरात से मध्य प्रान्त में बस गए ब्राह्मण  परिवारों की पंद्रहवीं पीढ़ी, लगभग 300 वर्षों के बाद भी गुजरात की देवी आराधना परंपराओं का निर्वहन श्ऱद्धा पूर्वक करती आ रही हैं ।
मुगल काल में गुजरात में बढ़ते धर्मान्तरण के दबाव से बचने और स्वधर्म निर्वहन करते रहने के लिए शुरुआती दौर में पन्ना और इसके बाद हटा,दमोह, सागर,जबलपुर आदि स्थानों में आकर बस गए गुजराती ब्राह्मण, बाज खेड़ावाल गुजराती कहलाते हैं ।


एक समय में इन नगरों में गुजराती परिवारों की संख्या उल्लेखनीय थी । प्रदेश के  विभिन्न प्रशासनिक सामाजिक क्षेत्रों में ये परिवार सम्मानजनक स्थिति में रहे। कालांतर में सौ प्रतिशत शिक्षित और दहेज मुक्त इन परिवारों की युवा पीढियों ने महानगरों का रुख किया।
सीमित बच रहे ये गुजराती ब्राह्मण परिवार, गुजरात से विस्थापन के लगभग 300 वर्ष बाद भी देवी आराधन के अपने परंपरागत गरबों का श्रद्धा पूर्वक निर्वहन करते आ रहे हैं । सागर, चकराधाट स्थित श्री मल्ली माता मंदिर, और गुजराती समाज भवन, में ये परिवार शारदेय नवरात्रि में एकजुट होकर श्रद्धा पूर्वक दैनिक देवी आराधन में लीन होते हैं । स्थानीय नागरिक भक्ति भाव से की जा रही प्रस्तुतियों को देख कर मंत्रमुग्ध  हो जाते हैं  ।विगत वर्षों में कोविड संक्रमण प्रोटोकाल से आंशिक राहत मिलने पर ये परिवार पुनः श्रद्धा पूर्वक इन देवी आराधना के गरबों और दैनिक पूजन अर्चन में आ जुटे ।




इस शारदेय नवरात्र में समाज के युवा मण्डल ने गरबों में नए प्रयोग किए पर गरबों के आध्यात्मिक भक्तिभाव स्वरूप और देवी आराधना पक्ष को ही केन्द्र में रखा गया है । इस शारदेय नवरात्र में मंदिर में जहाँ परंपरागत गरबे हो रहे हैं , वहीँ समाज के उत्साही युवाओं ने देवी आराधना के आध्यात्मिक पक्ष को अपना कर इन गरबों को नया पर शुचिता पूर्ण स्वरूप दिया है । दैनिक आरती पूजन, हवन आदि मंदिर के पुजारी श्री शत जी करा रहे हैं ।क्ति मिश्रा पंडित जी करा रहे हैं  ।
 


गुजराती बाज खेड़ावाल ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष  संदीप भाई मेहता का कहना है की बदलते परिवेश गुजरात सहित देश और दुनिया में देवी आराधना नृत्य गरबों का स्वरूप बदला है । धर्मानुरागी समाज, गरबों में धर्म भाव पक्ष की कमी को देख कर व्यथित होते रहे है । मनोरंजन केन्द्रित गरबा नाइट्स पंडालों की कथित विसंगतियों से दुःखी हैं । सुखद संतोष है कि हमारे समाज के परिवारों  की पंद्रह से अधिक पीढ़ियों ने गुजरात से विस्थापन की तीन शताब्यिों के बाद भी गरबों में धर्म प्रधानता अक्षुण्य रखी है । हम देवी आराधना के परंपरागत भक्ति पक्ष का ही निर्वहन करते आ रहे हैं।

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वयोवृद्घ साहित्यकार, लेखक, अधिवक्ता कामरेड महेंद्र फुसकेले का निधन, अंतिम संस्कार कल बुधवार को

वयोवृद्घ  साहित्यकार, लेखक,  अधिवक्ता कामरेड महेंद्र फुसकेले का निधन, अंतिम संस्कार कल बुधवार को

सागर । सागर के वयोवृद्घ साहित्यकार, कवि, लेखक और  अधिवक्ता महेंद्र फुसकेले का आज मंगलवार की सुबह   निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे । कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।  उनकी  अंतिम यात्रा  कल बुधवार की सुबह कटरा नमकमंडी स्थित निवास नरयावली नाका स्थित मुक्तिधाम पहुंचेगी। जहां पर अंतिम संस्कार होगा।  वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र अधिवक्ता पेट्रिस फुसकेले तीन पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड गये हैं। श्री फुसकेले का जन्म बडाबाजार  सागर में दो फरवरी 1934 को हुआ था । सागर के जैन स्कूल में स्कूली पढाई पूरी करने के बाद उन्होने सागर विश्व विधालय से बीए,एमए , एलएलबी की पढाई पूरी की।  1996 में जिला अधिवक्ता  संघ के प्रेसीडेंट रहे। सागर की प्राचीन जैन स्कूल के सचिव रहे।  1955 में सागर में श्री फुसकेले ने  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की थी। एटक के राष्ट्रीय पदाधिकारी रहे श्री फुसकेले सागर विश्वविधालय के कुल सांसद और शासन द्वारा विद्वत परिषद के सदस्य मनोनीत किये गये थे। उन्होने 14 पुस्तकों का लेखन किया। जिनमें उपन्यास, निबंध संग्रह , कहानी संग्रह  शामिल हैं । प्रमुख रूप से मैं तो उसईं अतर में भीगी, तेंदू के पत्ता में देवता, कबूलापुल, आत्महंता का पुरूष, फूलवंती शामिल हैं । जिनमें से कबूलापुल कहानी संग्रह को ऑल इंडिया विश्वविधालय प्रतियोगिता में  श्री फुसकेले को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था।  उनका  प्रकारांतर  और दशांग नाम से साप्ताहिक कॉलम सागर और भोपाल से प्रकाशित  समाचार पत्रों में नियमित प्रकाशित हुआ। बच्चों की सांइस के प्रति रूचि को लेकर भी लेखन कार्य किया।
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वित्तीय अपराध एवं सहकारिता धोखाधड़ी के अपराधों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन

वित्तीय अपराध एवं सहकारिता धोखाधड़ी के अपराधों के संबंध में
कार्यशाला का आयोजन


सागर। वितीय अपराध एवं सहकारिता धोखाधड़ी के अपराधों के संबंध में पुलिस कंट्रोल रूम सागर में  दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ । कार्यक्रम के अतिथि श्री समीर सौरभ (भापुसे) पुलिस अधीक्षक  ASP विक्रम सिंह ने दीप प्रज्ववलन कर कार्यक्रम का उदघाटन किया। कार्यशाला के उदघाटन सत्र में पुलिस अधीक्षक श्री समीर सौरभ ने अपने उदबोधन में परिस्थितियों के अनुसार बदलते हुए अपराधों की प्रकृति
के अनुसार पुलिस को अपडेट रहने की आवश्यकता पर बल दिया और पुलिस को नए नए अपराधों के प्रति सजग और चौकस रहने के विषय में बताया।
कार्यशाला में प्रथम व्याख्यान भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत डॉ प्रवीण झा वैज्ञानिक अधिकारी एफएसएल सागर का रहा। इसके पश्चात अमित जैन सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी द्वारा छल एवं प्रवंचन संबंधी वित्तीय अपराधों एवं चिट फण्ड अधिनियम 1982 एवं मध्यप्रदेश निक्षेपको के हित संरक्षण अधिनियम 2000 के मुख्य प्रबधानो एवं अपराधों की विवेचना के संदर्भ में व्याख्यान दिया गया।
दूसरे सत्र में साइबर फॉरेंसिक विषय पर व्याख्यान डॉ अरविंद बडोनिया वरिष्ठ
वैज्ञानिक अधिकारी प्रभारी भौतिकी शाखा एसएसएल सागर द्वारा एवं कार्यक्रम के अंत में व्यक्तित्व विकास एवं मानसिक तनाव से दूर रहने के विषय में परिचर्चा श्री अंकित बोहरे द्वारा की गई। कार्यशाला का संचालन वरिष्ठे एडीपीओ श्री अमित कुमार जैन द्वारा किया गया।

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भाजपा किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजकुमार धनौरा ने किया पदभार ग्रहण

भाजपा किसान मोर्चा  के जिला अध्यक्ष  राजकुमार धनौरा ने किया पदभार ग्रहण

सागर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष श्री राजकुुमार धनौरा के धर्मश्री स्थित जिला भाजपा कार्यालय पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। तत्पश्चात् अतिथियों द्वारा पं.दीनदयाल उपाध्याय, डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के चित्र पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत कर भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष  गौरव सिरोठिया, मंत्री प्रतिनिधि  हीरा सिंह राजपूत, पूर्व जिला अध्यक्ष हरीराम सिंह, पूर्व किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष विजय पटेल ने श्री राजकुमार धनौरा को पदभार ग्रहण कराया।
इस अवसर पर नवनियुक्त जिला अध्यक्ष  राजकुमार धनौरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जिस विश्वास के साथ मुझे जवाबदारी सौंपी है उसका निर्वहन मैं पूर्ण निष्ठा के साथ के साथ करूंगा। साथ ही हमारी सरकारों द्वारा चलायी जा रही विभिन्न किसान हितैषी योजनाओं का लाभ किसानों को मिले एवं उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े यह मेरी जिम्मेदारी होगी। 
श्री हीरा सिंह राजपूत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में किसान मोर्चा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। केन्द्र एवं राज्य की सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील है एवं किसानों के कल्याण के लिये कई योजनायें चला रही है वर्तमान समय में आवश्यकता है कि किसानों तक इन सभी योजनाओं की जानकारी किसानो तक पहुंचे ताकि वह योजनाओं का लाभ ले सकें। इसके लिये किसान मोर्चा को सक्रिय रूप से कार्य करना होगा।
भाजपा जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया ने कहा कि विपक्ष द्वारा लगातार किसानों को भ्रमित करने हेतु दुष्प्रचार किया जा रहा है जिसके लिये किसान मोर्चा को बूथ स्तर तक पहुंचकर किसानों को सरकार द्वारा चलायीं जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत कराना है। साथ ही जल्द से जल्द वरिष्ठजनों के मार्गदर्शन में बूथ स्तर तक किसान मोर्चा की टीम गठित कर संगठन को मजबूत करना है।
इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष श्री हरीराम सिंह, रामकुमार साहू, पूर्व जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा श्री विजय पटैल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन श्री धीरज सिंह औरिया एवं आभार श्री बुंदेल सिंह मानकी ने व्यक्त किया।
बैठक में प्रमुख रूप से जिला महामंत्री श्याम तिवारी, वृन्दावन अहिरवार, रामेश्वर नामदेव, कमलेश बघेल, डाॅ. वीरेन्द्र पाठक, देवेन्द्र फुसकेले, सुषमा यादव, संध्या भार्गव, देवेन्द्र कटारे, निकेष गुप्ता, श्रीकांत जैन, अर्पित पाण्डे, राजेश लोधी, रनधीर सिंह मीणा, राजकुमार सिंह बरकोटी, अरविंद सिंह टिंकू राजा, शिवम ठाकुर, अनिल श्रीवास्तव, नरेश सिंह धनोरा, रंजोर सिंह बुन्देला, जगदीश लोधी, भगवत सिंह सीहोरा, सुरेन्द्र राजपूत, प्रीतम सिंह राजपूत, संदीप जैन, विजय राजपूत, नीरज चैरसिया, हेमंत पचैरी, अंशल परिहार, प्रासुख जेैन, चंद्रभान लोधी, शिंथिल पड़ेले, शिवराज पटेल बटयावदा, राम सिंह अहिरवार, रजनीश यादव, अंजय यादव, दीपक लोधी, भूपेन्द्र राजपूत, ओमप्रकाश साहू, चेतराम अहिरवार, अजीत सिंह रामछायरी, चंद्रेश सिंह, सुंदरलाल बचकैया, मलखान मीणा, महराज सिंह सुरखी, ब्रजेश सिंह, सुरखी, भगवान सिंह, उजागर सिंह, राजा सिंह, हरीसिंह, आकाश सिंह, राजेन्द्र सिंह, मनोहर ठाकुर मानकी, राजकुमार जैन, मोहित दुबे सहित पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उक्ताशय की जानकारी जिला मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन ने दी।
 
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प्रो डॉ अशोक अहिरवार बने राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (NSIC) के बोर्ड में नॉन ऑफिसियल पार्ट टाईम डायरेक्टर

प्रो डॉ अशोक अहिरवार बने राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (NSIC) के बोर्ड में नॉन ऑफिसियल पार्ट टाईम डायरेक्टर




सागर । भारत सरकार के सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय (MSME), नई दिल्ली के द्वारा दिनांक 30 सितम्बर 2021 को जारी अधिसूचना के अनुसार डॉ. हरीसिंह गौर  केंद्रीय विश्वविद्यालय, इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ. अशोक अहिरवार को सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय (MSME) के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (NSIC) के बोर्ड में नॉन ऑफिसियल पार्ट टाईम डायरेक्टर नियुक्त किया है। डॉ अहिरवार की यह नियुक्ती दिनांक 22/09/2021 को पब्लिक इंटरप्राइजेस डिपार्टमेंट की सर्च कमेटी की मीटिंग द्वारा की गई अनुशंसा के आधार पर की गई है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड भारत सरकार का एक उद्यम है। यह देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों का उन्नयन करने, उन्हें सहायता देने तथा उनके विकास में वृद्धि करने का कार्य करता है। यह निगम विशेष रूप से बनाई गई योजनाओं की रूपरेखा के साथ लघु उद्यमों को सहायता देने के अपने मिशन को आगे बढाता है, जिससे ये लघु उद्योग और प्रतिस्पर्धी बन सकें तथा लाभप्रद स्थिति में पहुंच सकें। इन योजनाओं में विपणन सहायता, ऋण सहायता, प्रौद्योगिकी सहायता तथा अन्य सहायता सेवाएं शामिल हैं।
डॉ. अहिरवार ने अपनी इस नियुक्ती पर देश के केंद्रीय एवं प्रांतीय संगठन, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह, क्षेत्रीय सांसद राजबहादुर सिंह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि सागर, बीना एवं समग्र बुंदेलखण्ड क्षेत्र में लघु एवं मध्यम उद्योगो की स्थापना एवं विकास के लिए ढ़ाचागत, संरचनात्मक एवं बुनियादी आवश्यकताओं की संभावनाओं और योजनाओं को मूर्त रूप देने का प्रयास करूंगा। मेरे अधिकार क्षेत्र में सागर, बीना एवं बुंदेलखण्ड में संचालित सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन, आर्थिक सहायता तथा ऋण द्वारा उनके उन्नयन के प्रयास रहेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रो. अशोक अहिरवार को भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा, उत्तर मध्य रेलवे जोन प्रयागराज के सलाहकार मंडल में भी सदस्य नियुक्त किया गया हैं, एवं वे भाजपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य एवं पार्टी की ओर से विधान सभा के प्रत्याशी रहे है। उनकी इस नियुक्ती पर मित्रों शुभचिंतकों विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों ने बधाईयां दी है।
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भारतीय संस्कृति प्राचीन संस्कृति है : प्रवीण गुप्ता जी प्रांत प्रचारक महाकौशल प्रांत

भारतीय संस्कृति प्राचीन संस्कृति है : प्रवीण गुप्ता जी प्रांत प्रचारक महाकौशल प्रांत 

सागर। सुरेश जी जोशी (भैया जी) निवर्तमान सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, द्वारा लिखित पुस्तक-" हमारा सांस्कृतिक चिंतन" का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संपर्क विभाग सागर द्वारा सागर में आज मैजिस्टिक प्लाजा  में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम संपन्न हुआ। हमारा सांस्कृतिक चिंतन  पुस्तक का विमोचन करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महाकौशल प्रांत के प्रांत प्रचारक  श्री प्रवीण गुप्ता  ने कहा  कि हमारी भारतीय संस्कृति चिर प्राचीन सनातनी संस्कृति है। विश्व पटल पर मिस्र रोम यूनान जैसी कई संस्कृतियों का उद्गम हुआ लेकिन ज्यादा समय तक संस्कृतिया अपने मूल रूप में नहीं रही और वे विलुप्त हो गई, लेकिन भारतीय संस्कृति सनातन समय से प्रारंभ होकर आज भी अपने मूर्त रूप में विश्व पटल पर है जिसको हम सभी आत्मसात कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं। वास्तव में भारतीय संस्कृति चिर प्राचीन  संस्कृति है उन्होंने कहा कि  सभ्यताऐं समय अनुसार परिवर्तनशील रहती है लेकिन संस्कृति  सदैव अपने मूल रूप में रही है।
इस अवसर पर श्रीमान गौरीशंकर जी विभाग संघचालक मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमान प्रवीण गुप्त प्रांत प्रचारक महाकौशल प्रांत एवं विशिष्ट अतिथि श्री संतोष जैन चेयरमैन वीटी ग्रुप सागर का उद्बोधन प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सागर संपर्क विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रबुद्ध जन एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे
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सामंजस्य पूर्ण समाज के लिए वैकल्पिक विवाद समाधान व्यवस्था पर ब्राउस में राष्ट्रीय सेमिनार न्यायालयों में जीतने वाली भी जिंदगी में हार रहे हैं - बलराज मलिक

सामंजस्य पूर्ण समाज के लिए वैकल्पिक विवाद समाधान व्यवस्था पर ब्राउस में राष्ट्रीय सेमिनार 

न्यायालयों में जीतने वाली भी जिंदगी में हार रहे हैं - बलराज मलिक

महू। भारत में न्याय की समृद्ध परंपरा रही है परिवार, कुटुंब, समाज, ग्राम पंचायत और धार्मिक संस्थाओं में भी विवादों का निपटारा होता रहा है वैकल्पिक विवाद समाधान न्याय व्यवस्था के लिए इनको खुद तैयार करना चाहिए और यहां से न्याय के सिद्धांतों को पहचाना जा सकता है, उक्त विचार वेबीनार के प्रमुख अतिथि श्री सत्यपाल जैन, एडीशनल सॉलीसीटर जनरल आफ इंडिया ने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि लोगों के मानसिकता पर काम करने काम करने की जरूरत है और लोगों को संवैधानिक अधिकारों की बजाए संवैधानिक कर्तव्यों पर भी ज्यादा ध्यान देना होगा। वे सामंजस्य पूर्ण समाज के लिए वैकल्पिक विवाद समाधान व्यवस्था राष्ट्रीय सेमिनार में बोल रहे थे जिसका आयोजन डॉ बी आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू ने किया था। एडीआर विषेषज्ञ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली प्रो. रूही पाल ने विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुए कहा कि वर्तमान न्याय व्यवस्था यानी एडवर्सरियल सिस्टम ऑफ जस्टिस बना रहे इसके लिए अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन सिस्टम की भूमिका है। स्थापित न्याय व्यवस्था को मजबूत करने एडीआर में सभी को सहयोग देना चाहिए और भागीदारी करना चाहिए। 
सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के सीनियर एडवोकेट श्री जी वी राव ने एडीआर के लिए एक नोडल एजेंसी बनाने की वकालत की ताकि एडीआर को व्यवस्थित तरीके से पूरे देश में न्याय के लिए लागू किया जा सके, यह न्यायालयों की बैक लॉक को पूरा करने में सहयोग करेगा। जीजीएस इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय नई दिल्ली के डीन  प्रो. अफजल वानी ने मानवीय मूल्यों पर आधारित न्यायिक व्यवस्था तथा वर्तमान न्यायिक व्यवस्था की जगह एडीआर को विकल्प तथा प्राथमिकता के आधार पर रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा एडीआर न्याय का मुख्य आधार हो तथा अदालतों  को लोग अल्टरनेटिव के तौर पर उपयोग करें उन्होंने कहा की भारतीय न्याय की ट्रेडिशनल विधि को मानवीय मूल्यों के आधार पर आगे बढ़ाया जाए ताकि सबको न्याय सुलभ उपाय मिल सकें।
डॉ बी आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू की साम्यरस समाज के लिए कानून और न्याय शोधपीठ के मानद प्रोफेसर बलराज सिंह मलिक  ने अपने प्रस्तवना वक्तव्य में कहा कि हमारी न्यायिक व्यवस्था की चाहना सर्व शुभ और सबके लिए न्याय की कामना है इस कामना को जमीन पर उतरने में अभी काफी सफर तय करना है आज के न्यायिक व्यवस्था में काम करने वाले सभी संबंधितों में थकान आ रही है, अदालतों में करोड़ों प्रकरण पेंडिंग हैं। उन्होंने कहा यह शोध पीठ भारत सहित  विश्व में मानवीय परिवार के लिए एक वरदान साबित होगी। इससे व्यवस्था में लगे हुए सभी लोगों तक पहुंचने का प्रयास करेंगे तथा यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज पर ट्रेनिंग प्रोग्राम हर कानून के विद्यार्थी न्यायाधीशों तथा वकीलों तक लेकर जाएंगे ताकि सहअस्तित्व सहज न्याय के स्वरूप को पूरी मानव जाति के सामने रखा जा सके। अस्तित्व सहज न्याय की समझ न्यायिक व्यवस्था में लगे हुए हर भागीदार को हो जाए। शोध को डॉक्युमेंटेड करके उसको पूरी मानव जाति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।  उन्होंने कहा मुझे लगता है इस शोध पीठ की चर्चा भविष्य में पूरे विश्व स्तर पर होगी है तथा ब्राउस की पहचान एवं भागीदारी पूरी न्यायिक व्यवस्था के लिए जानी जाएगी। उन्होंने कहा की न्याय की परिणीति भाईचारा बरकरार रखने और बढ़ाने के रूप में होना ही न्याय है।  आज की न्यायिक व्यवस्था में कोर्ट में केस जीतने वाला भी आखिरकार मानसिक तौर से जीवन में हार जाता है। 
 ब्राउस के डीन डा. डी के वर्मा जी ने कहा स्वागत और निष्कर्ष रूप में कहा कि मध्यस्थ दर्शन सहअस्तित्ववाद से एक न्यायिक व्यवस्था को दुरुस्त करने में एक बहुत अच्छी उम्मीद की किरण मिली है। प्रो. सुरेन्द्र पाठक जी ने वेबीनार का संचालन किया और मानद प्रोफेसर बलराज सिंह मलिक ने अंत में धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
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कोरोना काल में कार्पोरेट घरानों ने लूट मचाई ★ रघु ठाकुर की किताब ' कोरोना काल ' का विमोचन

कोरोना काल में कार्पोरेट घरानों ने लूट मचाई

★ रघु ठाकुर की किताब ' कोरोना काल ' का विमोचन

लखनऊ । प्रख्यात समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा है कि कोरोना काल में एक ओर जहाँ करोड़ों लोगों का रोजगार छिना वहीं कार्पोरेट घरानों ने लगभग 43 लाख करोड़ का मुनाफा कमाया। 
प्रकृति ने कोरोना के जरिये लोगों को जो पीड़ा पहुंचाई है उससे कहीं ज्यादा व्यवस्था की लापरवाही ने उसे कष्ट दिये । 
रघु ठाकुर आज लखनऊ में कैफ़ी आज़मी एकेडमी में पुस्तक ' कोरोना काल ' के विमोचन के अवसर पर  मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा के सांसद संजय सिंह कर रहे थे । 
आयोजन श्रीमती अनीता सिंह के प्रयासों से संपन्न हुआ। 
इस अवसर पर प्रख्यात विचारक व लखनऊ विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर रमेश दीक्षित, सेवानिवृत्त न्यायधीश बी डी नकवी, साहित्यकार मुकेश वर्मा ( भोपाल) सोशलिस्ट विचारक शाहनवाज कादरी, प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक राजनाथ शर्मा ( बाराबंकी) ने भी संबोधित किया। 
मंच पर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्यामसुंदर यादव, लोहिया- सदन पुस्तकालय ( भोपाल) की निदेशक डॉ शिवा श्रीवास्तव, समाजवादी साथी मुकेश चंद्रा की विशेष उपस्थिति रही । कार्यक्रम का संचालन जयन्त सिंह तोमर ने किया। 

रघु ठाकुर ने कहा कि विचारक शुमाखर ने अपनी पुस्तक ' स्माल इज़ ब्यूटीफुल ' में लिखा है कि गति कोई विकास नहीं है। सरकार ऐसे प्रयास करे जिससे लोगों के जीवन में गुणात्मक प्रभाव दिखाई दे । 
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि निरंकुश सत्ता के खिलाफ नागरिकों को खड़े होने की जरूरत है। रघु ठाकुर जैसा खांटी समाजवादी ही निरंकुश सत्ता के विरुद्ध लोगों का नेतृत्व कर सकते हैं। संजय सिंह ने कहा जिन्होंने देश के लिए त्याग किया है, जेल गये हैं, उनके विषय में लोगों को बताना जरूरी है। इसके विपरीत ऐसे लोगों को देशभक्त बताया जा रहा है जो आजादी की लड़ाई में कभी जेल न जाकर स्वतंत्रता सेनानियों की मुखबिरी करते रहे। 
राजनाथ शर्मा ने डॉ लोहिया से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वे भूख हड़ताल के विरोधी थे ।  उनकी निजी बैंक खाता तक नहीं था। वे पांच सितारा संस्कृति के विरोधी थे । राजनाथ शर्मा ने कहा मौलिक परिवर्तन तो जनता ही लाती है । ट्रेड यूनियन मूवमेंट से सामाजिक परिवर्तन नहीं होता। 
प्रोफेसर रमेश दीक्षित ने गाधीं के रामराज्य का उल्लेख करते हुए कहा इस्लाम के शुरुआती चार खलीफाओं जैसी सादगी के समय को गांधीजी रामराज्य ही मानते थे । उन्होंने कहा कि जनता पार्टी की सरकार के समय उसी दल की छात्र इकाई ने ' वादा निभाओ दिवस ' मनाया था। हर दल में ऐसा आंतरिक लोकतंत्र रहना चाहिए। 
रघु जी के विचारों से ऐसा वातावरण बन सकता है जिनकी ताजी रचना 
' कोरोना काल ' में ' मेरा शहर ' ' नारी ' जैसी रचनाओं को प्रेरणादायी बताया। 
अवकाश प्राप्त जज बी डी नकवी ने कहा क्रोनी कैपिटलिज्म के दुष्चक्र में फंसे हमारे देश को हिन्दू धर्म की सहिष्णुता, इस्लाम जैसी समता, इसाई धर्म जैसा सेवा भाव व सिख्ख धर्म जैसी सामुदायिक सेवा या चैरिटी की जरूरत है। हमें सारी दीवार गिरानी होंगी। 
शहनवाज कादरी ने कहा कोरोना काल सरकारी लापरवाही का जीता जागता नमूना रहा रघु जी जैसे नेता ही अब भीड़ की चिंता किये बगैर देश का नेतृत्व कर सकते हैं।
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