सीआरपीएफ जवानों की साईकिल रैली का हुआ भव्य स्वागत
सागर । डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय परिसर में गौर समाधि स्थल पर कन्याकुमारी से चलकर सागर पहुंची सीआरपीएफ जवानों की साईकिल रैली का स्वागत किया गया. गौर समाधि पर पुष्पांजलि के बाद सीआरपीएफ जावान और अधिकारी देशभक्ति गीतों की संगीतमय यात्रा के साथ स्वर्ण जयंती सभागार पहुँचे. यहाँ सीआरपीएफ बैंड की धुन के साथ उनका सम्मान किया गया. दीप प्रज्ज्वलन और अतिथियों के स्वागत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
सीआरपीएफ के कमांडेंट हरिकांत सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि सीआरपीएफ का मध्य प्रदेश से गहरा नाता है. इसी प्रदेश के नीमच जिले में 1939 में सीआरपीएफ की नींव पड़ी थी. यह साईकिल रैली देश के सुदूर स्थानों से चलकर अनेक गांवों और शहरों से होकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट में सम्पन्न होगी. इस माध्यम से पूरे देश को गांधीजी के अहिंसा के सिद्धान्तों पर चलने का संदेश देने का प्रयास है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. जे.डी आही, पुलिस महानिरीक्षक श्री के विजय कुमार और विवि के कुलसचिव सन्तोष सोहगौरा, नोडल अधिकारी डॉ. ललित मोहन ने साईकिल रैली के सभी प्रतिभागी जवानों का स्वागत किया। इस अवसर पर सागर क्षेत्र के निवासी सीआरपीएफ के शहीद जवानों के परिजनों का भी सम्मान किया गया।
कुलपति प्रो. आही ने कहा कि डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय परिवार देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के जाबांज जवानों को अपने बीच पाकर आनंदित एवं उत्साहित है. आज़ादी का अमृत महोत्सव एक सुरक्षित माहौल में उल्लास एवं उत्साह के साथ तभी मना पा रहे हैं क्योंकि हमारे वीर सपूत देश की सीमाओं पर दिन-रात चौकस रहते हुए अपने आत्म-उत्सर्ग के लिए तत्पर रहते हैं. उन्होंने कहा कि देश के चारों कोनों से साईकिल रैली के माध्यम से सीआरपीएफ के बहादुर जवानों ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया है और लोगों के बीच हौंसला पैदा करने का काम किया है. कन्याकुमारी से चलकर सागर पहुँची यह साईकिल रैली एक रूपक के रूप में हमे जमीन से जोड़ते हुए लगातार गतिशील बनाती है. यह सदैव प्रगति और ऊर्जावान बने रहने के लिए प्रेरित करती है।
मध्य प्रदेश सीआरपीएफ के महानिरीक्षक के. विजय कुमार ने कहा कि सीआरपीएफ जवानों की साईकिल रैली का उद्देश्य देश के युवाओं में जोश और मनोबल बढ़ाना है ताकि इससे एकता की भावना और अधिक प्रबल हो सके. इस रैली में 'फिट इण्डिया मूवमेंट का संदेश' भी समाहित है. सीआरपीएफ ने इससे पहले स्वच्छता और वृक्षारोपण जैसे अभियानों से देश को एकता के सूत्र में बंधने का संदेश दिया है. ऐसे आHयोजनों के माध्यम से हम देश को प्रगतिशीलता के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं. महिलाओं की बटालियन भी देश की रक्षा के लिए तत्पर है।
सीआरपीएफ के गीत और शौर्यगाथा पर डोक्युमेंटरी की प्रस्तुति, संगीत के छात्रों ने दी प्रस्तुतिसीआरपीएफ के शहीद जवानों को समर्पित का गीत की प्रस्तुति हुई. इसके साथ-साथ सीआरपीएफ के वीर जवानों की अनेक शौर्यगाथाओं का इतिहास बताती हुई एक वृत्तचित्र "सीआरपीएफ-एक वीरगाथा" का भी प्रदर्शन किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के संगीत विभाग के छात्रों द्वारा देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति ने जवानों का मनोबल बढ़ाया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम, विवि के उपकुलसचिव सतीश कुमार, डॉ. संजय शर्मा, मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल, जनसंपर्क प्रभारी सौम्या समैया, मध्य प्रदेश पुलिस के पदाधिकारी और जवान, सागर शहर के गणमान्य नागरिक और विवि के अधिकारी कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट एल एन उपाध्याय ने किया. सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक डॉ. संजय कुमार ने आभार ज्ञापन किया।