मिट्टी से निर्मित श्री गणेश जी की प्रतिमाओं का वितरण किया निशुल्क वितरण

मिट्टी से निर्मित श्री गणेश जी की प्रतिमाओं का वितरण किया निशुल्क वितरण

सागर। श्री गणेश शरण मंडल समिति सागर के तत्वधान में रविन्द्र भवन में गत आठ वर्षानुसार इस वर्ष भी मिट्टी के श्री गणेश जी की प्रतिमाओं का वितरण श्री गणेश शरण मंडल के अध्यक्ष प. श्री रामाअवतार पाण्डेय  द्वारा वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वितरण कार्यक्रम में कट्रीब, 3000 मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं का वितरण किया गया ।  काँग्रेसी नेता प.श्री संतोष पाण्डेय, सेवा ही संगठन अभियान 2 भाजपा सागर के प्रभारी शैलेष केशरवानी थे।

केबिनेट मंत्री pwd मध्यप्रदेश पं श्री गोपाल भार्गव जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब हम नदी या तालाब में मूर्ति विसर्जन करते हैं तो उसके बाद नदी या तालाब का पानी जहरीला हो जाता है। भगवान की मूर्ति का भी अपमान होता है। इससे बेहतर है कि मिट्टी की मूर्ति का घर में ही विसर्जन कर उसका सम्मान करें। मिट्टी से गौर गणेश बनाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही हैं। गणेश हिन्दुओं के आदि आराध्य देव है। हिन्दू धर्म में गणेश
को एक विशष्टि स्थान प्राप्त है। कोई भी धार्मिक उत्सव हो, यज्ञ, पूजन इत्यादि सत्कर्म हो या फिर विवाहोत्सव हो, निर्विघा कार्य सम्पन्न हो इसलिए शुभ के रूप में गणेश की पूजा सबसे पहले की जाती है।
श्री संतोष पाण्डेव  ने कहा कि गणेश पुराण में भी मिट्टी के गणपति की विशेष महिमा बताई गई है। अगर आप मिट्टी के गणपति घर में स्थापित करके,पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं तो बप्पा आपको न सिर्फ ऋद्धि-सिद्धि देंगे, बल्कि आपकी हर इच्छा भी पूरी करेंगे। कलयुग में मिट्टी की गणेश जी की पूजा अर्चना से शुभ
फल की प्राप्ति होती हैं। आमतौर पर पूजा पाठ में हम मिट्टी के गणपति बनाकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं।भाजपा नेता शैलेश केशरवानी ने कहा ऐसी मान्यताएं हैं कि जहां गणपति होतो हैं वहां शुभता और संपन्नता आती है. जीवन में किसी भी प्रकार का संकट श्रीगणेश की कृपा से हर संकट दूर हो जाता है. ज्योतिष के जानकार कहते हैं कि अगर धन से जुड़ी कोई समस्या है, तो वो भी श्रीगणेश
कृपा से दूर हो सकती । गर्गों के स्वामी होने के कारण उनका एक नाम गणपति भी है । ज्योतिष में इनको केतु का देवता माना जाता है और जो भी संसार के साधन हैं, उनके स्वामी श्री गणेशजी हैं। हाथी जैसा सिर होने के कारण उन्हें गजानन भी कहते हैं। गणेश जी का नाम हिन्दू शास्त्रो के अनुसार किसी भी कार्य के लिये पहले है । इसलिए इन्हें प्रथमपूज्य भी कहते है। गणेश कि उपसना करने वाला सम्प्रदाय गाणपत्य कहलाता है। 
पूज्य श्री गणेश शरण मंडल के अध्यक्ष पं. रामाअवतार पाण्डेय  ने बताया कि आज आस्था और श्रद्धा के नाम पर
परंपरा में विकृति वा गई हैं। इसलिये हमें इसके संरक्षण के लिये प्लास्टर ऑफ पैरिस की प्रतिमा की जगह मिट्टी की प्रतिमा की स्थापना करनी चाहिये।
इस अवसर पर प. महेश दत्त दुबे, प. राजकुमार अग्निहोत्री,  सुनील पांडे, प. हरिओम अग्निहोत्री,  विष्णु साहू, सुधीर पांडे, आशीष सोनी, राम स्नेही तिवारी, शुभम कुशवाहा, रिक्की राजपूत, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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एनयूएलएम में सागर, एमपी में प्रथम स्थान पर


एनयूएलएम में सागर, एमपी में प्रथम स्थान पर

★ सागर ज़िले ने बैंक लिंकेज कार्यक्रम के तहत एसएचजी को उपलब्ध कराया सर्वाधिक ऋण


सागर । राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना अंतर्गत नगर निगम सागर  महिला स्वयं सहायता समूह गठन, स्वरोजगार घटक व्यक्तिगत वं समूह एवं समूह बैंक क्रेडिट लिंकेज में नगर निगम सागर पूरे मध्यप्रदेश में प्रथम स्थान पर हैस इस बात की जानकारी गुरुवार को नगरीय प्रशासन आयुक्त श्री निकुंज श्रीवास्तव द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी निकायों को दी गई। इस उपलब्धि के लिए आयुक्त नगरीय प्रशासन द्वारा नगर निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार व योजना के अधिकारी कर्मचारियों की प्रशंसा की साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को नगरीय प्रशासन की ओर से प्रशंसा पत्र दिए जाने की बात भी कहीं।

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूहों को बैंक लिंकेज के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराने में सागर मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। सागर जिले ने लक्ष्य के मुताबिक मंजूर किए गए प्रकरण और संवितरित (डिस्बर्स्ड) प्रकरणों के आधार पर प्रथम स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि पर संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला एवं कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने भी नगर निगम आयुक्त श्री आरपी अहिरवार सहित संपूर्ण टीम को बधाई दी है।
ऊल्लेखनीय है कि,दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन का उद्देष्य शहरी गरीब परिवारों को लाभकारी स्वरोजगार और कुशल मजदूरी रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में सक्षम बनाकर उनकी गरीबी को कम करना है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें स्थाई आधार पर  आजीविका में उल्लेखनीय सुधार हो सके।मिशन के अंतर्गत उभरते बाजार के अवसरों तक पहुंचने के लिए शहरी स्ट्रीट वेंडरों को उपयुक्त स्थान, संस्थागत ऋण, सामाजिक सुरक्षा और कौशल की सुविधा प्रदान करते हुए शहरी पथ विक्रेताओं की आजीविका संबंधी चिंताओं को भी दूर किया जा रहा है। 
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अम्बेडकर विवि महू को स्वामी विवेकानंद विशिष्ट उत्कृष्टता सम्मान एवं महर्षि संदीपनि योग चेतना सम्मान

अम्बेडकर विवि महू को स्वामी विवेकानंद विशिष्ट उत्कृष्टता सम्मान एवं महर्षि संदीपनि योग चेतना सम्मान 

महू । डा. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, के सम्मान समारोह के कार्यक्रम में ब्राजील से पधारे अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु  डॉ राधेश्याम मिश्र,  संस्थापक अध्यक्ष - योगलाइफ़ ग्लोबल ने डा. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, के अकादमिक जगत में कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान शैक्षिक अकादमिक गतिविधियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020, आज़ादी का अमृत महोत्सव-75, अंतर्राष्ट्रीय साप्ताहिक व्याख्यान माला और इतिहास पर दर्जनों राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय वेबिनार करके अति विशिष्ट राष्ट्रीय स्तर पर अकादमिक वातावरण निर्माण, कोरोना के विरुद्ध जागरूकता, सुरक्षा एवं कोविड टीकाकरण अभियान जैसे व्यापक स्तर पर निरंतर कार्य किया है । विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों, शोध पीठों ने वृहद रूप में सामाजिक समरसता, पर्यावरण, शांति , समृद्धि, विज्ञान और अध्यात्म, जलवायु परिवर्तन, जेंडर समानता एवं विविध शैक्षिक मुद्दों सेमीनार / वेबीनारों का सफल आयोजन किया है।  जिसमें 100 से अधिक कुलपतियों, विभागाध्यक्षों, प्रोफेसरों, सामाजिक विचारकों एवं समाजसेवी संस्थाओं से भी अति विशिष्ट विशेषज्ञों की भागीदारी रही है। इस सामाजिक सेवा में विशिष्ट योगदान के लिए  स्वामी विवेकानंद विशिष्ट उत्कृष्टता सम्मान तथा योग विज्ञान विभाग, डा. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, मध्यप्रदेश ने वर्ष 2020-21 में 
योग, प्राणायाम, योग चिकित्सा, कोरोना के विरुद्ध जागरूकता, सुरक्षा एवं कोविड टीकाकरण अभियान के अंतर्गत माननीय मुख्यमंत्री जी के आह्वान पर "करें योग रहें निरोग" तथा भोपाल स्मार्ट सिटी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत होम आइसोलेटेड हजारों मरीजों को " विशेष योगोपचार शिविर " एवं योग दर्शन के क्षेत्र में विशेष व्याख्यान, प्रशिक्षण, सेमिनार एवं पाठ्यक्रम का संचालन कर समाज और विद्यार्थियों के मध्य योग को प्रतिष्ठित करने का अप्रतिम कार्य किया है। डा. बी. आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, मध्यप्रदेश के योग विभाग को योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए वर्ष 2020-21 का राष्ट्रीय स्तर पर  महर्षि संदीपनि योग चेतना सम्मान से अलंकृत किया गया है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशा शुक्ला,  रजिस्टर डॉ अजय वर्मा, अधिष्ठाता डॉ डी. के. वर्मा,  प्रो. देवाशीष देवनाथ, डा. मनीषा सक्सेना के अतिरिक्त विभिन्न संस्थाओं के अध्यक्ष और इंदौर के गणमान्य नागरिक वरिष्ट आचार्य गण शिक्षक  शोधार्थी एवं विद्यार्थी गण  उपस्थित थे । सम्मान समारोह के कार्यक्रम का प्रसारण ऑनलाइन भी किया गया।
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भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने किसानों की समस्याओं को लेकर किया प्रदर्शन

भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने किसानों की समस्याओं को लेकर  किया प्रदर्शन

रायसेेन।भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के बैनर तले दादा वीर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में हनुमान मंदिर से तहसील परिसर राजस्व टप्पा सुल्तानगंज तक नारेबाजी करते हुए, किसान अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर एक सूखा अफलन पीला मोजेक पीला से सोयाबीन उड़द एवं समस्त फसल में पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी हैं उनका सर्वे कर उचित मुआवजा की मांग की गई एवं जिला प्रभारी सत्येंद्र सिंह राजपूत रायसेन के द्वारा 75 परसेंट स्वीकृत मुआवजा राशि कमलनाथ शासन के समय की एवं 33 % शिवराज शासन की स्वीकृत राशि सोयाबीन का भाव अंतर गेहूं का बोनस 2019 20 का बकाया बीमा राशि की मांग को लेकर नया ब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन एवं प्रदेश अध्यक्ष संदीप ठाकुर  किसान संयुक्त मोर्चा सदस्य के द्वारा जानकारी दी गई की 8 महीने से हमारे किसान दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे हैं और निंदनीय सरकार का उनके ऊपर कोई ध्यान नहीं जा रहा है।
उन्होंने जानकारी दी संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर 27 सितंबर को संपूर्ण भारत बंद रहेगा समस्त किसानों को इस विषय की जानकारी दी गई एवं किसान मजदूर व्यापारी  एवं  तमाम ऐसी विचारधाराएं जो किसान आंदोलन का सहयोग करना चाहती हैं किसानों के भारत बंद को समर्थन की अपील की। 
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष रायसेन नरेंद्र मरकाम जी, भूपेंद्र सिंह ठाकुर , आशीष सोलंकी बमोरी, चंद्रमौली जी सूर्य प्रताप ठाकुर रामपुरा, संजय, मनीष जैन, राजा ठाकुर रहमा, सुमित, अनुराग बमोरी, शुभम रहमा , प्रदीप रहमा, महराज सिंह खमरिया, सतेंद्र सिंह बिचोली, पवन सिंह ठाकुर रेहमा, बिक्की रैकवार एवं अनगिनत किसान ने किया तहसील का घेराव किया। 
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पूनम केसरवानी हत्याकांड के विरोध में निकाला कैंडल मार्च, फांसी देने की मांग

 पूनम केसरवानी हत्याकांड के विरोध में  निकाला कैंडल मार्च, फांसी देने की मांग


सागर । शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा आज मृतिका पूनम केसरवानी को श्रद्धांजलि देने कैंडल मार्च निकाला गया जिसमें केसरवानी समाज के लोगों के साथ शहर के सर्व समाज सहित विभिन्न राजनीतिक संगठनों एवं सामाजिक संगठन के लोगों ने शामिल होकर श्रद्धांजलि देकर कहा कि बहन पूनम के हत्यारे को शीघ्र पकड़ा जाए अन्यथा सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें सैकड़ों लोगों ने कैंडल मार्च में शामिल होकर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।





कैंडल मार्च भीतर बाजार से शुरू होकर कटरा होते हुए नमक मंडी में कैंडल मार्च का समापन हुआ कैंडल मार्च में मध्य प्रदेश केसरवानी वैश्य सभा के प्रदेश संयोजक राजकमल केसरवानी केसरवानी नगर सभा के अध्यक्ष पहलाद केसरवानी केसरवानी तरुण सभा के अध्यक्ष विकास केसरवानी केसरवानी महिला सभा की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ वंदना गुप्ता ,विनीता केसरवानी भाजपा नेता शैलेश केशरवानी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगन्नाथ गुरैया , मंडल अध्यक्ष रितेश मिश्रा नगर मंडल अध्यक्ष विक्रम सोनी ,हरिसिंह गौर मंडल अध्यक्ष मनीष चौबे सांसद प्रतिनिधि मिश्रीचंद गुप्ता हरिओम केसरवानी विश्वास केसरवानी डॉ रविंद्र केसरवानी कांग्रेस सेवादल के प्रदेश सयोजक विजय साहू सेवादल शहर अध्यक्ष सिन्टू कटारे ,नितिन पचौरी  युवक कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल चोबै पूर्व विधायक पारुल साहू केसरी शहजाद खान निक्की यादव पवन घोषी राम केसरवानी अखिलेश केसरवानी राहुल यादव आकाश ठाकुर राजीव सोनी नितिन साहू रजत केसरवानी सौरभ साहू सतीश केसरवानी गोल्डी केसरवानी टिंकू केसरवानी शुभम केशरवानी विनीता केसरवानी नीता केसरवानी प्रीति केसरवानी मयूर साहू शालीन सिंह नितेश कुशवाहा मोनू खान दानिश पठान आसिफ खान सहित सैकड़ों महिलाएं पुरुष शामिल हुए । 

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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा की गई समस्त भर्तियों को हाईकोर्ट ने किया याचिका के निर्णाधींन

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा की गई समस्त भर्तियों को हाईकोर्ट ने किया याचिका के निर्णाधींन

★ कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर के 2850 पदों पर की गई भर्ती याचिका के निर्णय ने अगली सुनवाई 27 सितंबर को
★ ओबीसी के 13 प्रतिशत पदों को होल्ड कर अभिमत के आधार पर 14% के बजाय दिया 6% आरक्षण एवं ईडब्ल्यूएस को 10 के बजाय दिया 22.8 प्रतिशत आरक्षण


जबलपुर । मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा 2850 पदों पर जारी किया गया विज्ञापन दिनांक 13 मई 2021 की संवैधानिकता को चुनौती सहित लगभग 22:00 सौ पदों पर जारी की गई चयन सूची कि संवैधानिकता को ओबीसी वर्ग के छात्रों की ओर से अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है याचिका की प्रारंभिक सुनवाई करते हुए माननीय मुख्य न्यायमूर्ति श्री मोहम्मद रफीक एवं विजय कुमार शुक्ला की युगल पीठ द्वारा पाया गया कि विज्ञापन दिनांक 13 मई 2021 मैं विज्ञापनों की कुल संख्या 2850 मैं से ओबीसी वर्ग को केवल 189 पद ही आरक्षित किए गए हैं जो 6.6% आरक्षण है तथा ईडब्ल्यूएस को 10% के स्थान पर 22.8 प्रतिशत आरक्षण निर्धारित किया गया है जो प्रवर्तित नियमों के विपरीत है अधिवक्ता रामेश्वर सिंह के तर्कों से सहमत होते हुए माननीय न्यायालय द्वारा संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया को न्यायालय के निर्णय अधीन करने का अंतरिम आदेश पारित पारित किया गया तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग को 2 हफ्ते के अंदर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए तथा प्रकरण की आगामी सुनवाई 27 सितंबर 2021 निर्धारित की गई है ।

याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर द्वारा की गई शासन की ओर से पैरवी बीडी सिंह द्वारा की गई । ज्ञातव्य हो कि  अभ्यार्थियों की शिकायत के आधार पर शासन द्वारा छवि भारद्वाज को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मैं डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया है तथा भर्तियों में की गई गड़बड़ी के जांच के भी आदेश जारी किए गए हैं उनके स्थान पर प्रियंका दास को डायरेक्टर बनाया गया है । 
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मिट्टी और ईंट निर्माण को लेकर प्रजापति समाज मिला प्रशासन से, विधायक शेलेन्द्र जैन के नेतृत्व में

मिट्टी और ईंट निर्माण को लेकर  प्रजापति समाज मिला प्रशासन से, विधायक शेलेन्द्र जैन के नेतृत्व में

सागर। नगर विधायक शैलेंद्र जैन के नेतृत्व में सागर नगर की प्रजापति समाज के लोगों ने मिट्टी खोदने एवं ईट निर्माण करने के लिए मसवासी ग्रंट एवं बेल खादर एवं ग्राम सरबई में  खनन की  दिलाने हेतु आज सागर  एसडीएम पवन बारिया एवं सागर तहसीलदार सतीश वर्मा  को एक मांग पत्र सौंपा और प्रकरण को 7 दिवस के अंदर अंदर जमीन आरक्षित करने का एवं फाइल को पूर्ण रूप से कलेक्टर   के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, फिर उसके पश्चात प्रजापति समाज को लेकर विधायक जैन ने कलेक्टर दीपक आर्य से मुलाकात कर जमीन आरक्षित करने के विषय से अवगत कराया।
विधायक जैन ने बताया कि सागर नगर की प्रजापति समाज मूल रूप से अपने पुश्तैनी काम पर आधारित है यह उनकी रोजी-रोटी है परंतु मिट्टी उपलब्ध ना होने के कारण यह अपना कार्य नहीं कर पा रहे हैं इस संबंध में आज एसडीएम तहसीलदार को संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंपा है इसके पश्चात जिला कलेक्टर महोदय को भी इस प्रकरण से अवगत कराया है और इसके निराकरण की मांग की है इस अवसर पर प्रमुख रूप से मुरली प्रजापति जुगल प्रजापति संजय प्रजापति कैलाश प्रजापति राजकुमार प्रजापति एवं प्रजापति समाज के अनेकों बंधु उपस्थित रहे।
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समग्र व विविध आयामी शिक्षा की आवश्यकता: प्रो. सुरेंद्र पाठक ★ सभ्यता, संस्कृति, विधि, व्यवस्था और शैक्षिक अनुशासन पर विशेष व्याख्यान

समग्र व विविध आयामी शिक्षा की आवश्यकता:  प्रो. सुरेंद्र पाठक

★ सभ्यता, संस्कृति, विधि, व्यवस्था और शैक्षिक अनुशासन पर विशेष व्याख्यान

महू। भारतीय सनातन परंपरा में ज्ञान, विवेक और विज्ञान का अंतर संबंध रहा है, यही सभ्यता, संस्कृति, विधि, व्यवस्था का अंतर संबंध है। मानव जाति में समझने और समझ कर जीने की परंपरा रही है। मानव में समझने के लिए परंपरागत अनुभव और विचार परंपरा ही शिक्षा, शोध, अनुसंधान के रूप में है। जिसमें दर्शन, विचारधाराएं और मीमांसाओं का प्रकटन-प्रकाशन हुआ है। इसी प्रकार मानव में जीने के दो आयाम हैं व्यवहार और व्यवसाय के। मानव परंपरा में व्यवहार मानव में संबंध की पहचान, संबंधों में निहित न्याय पूर्ण अपेक्षाओं के निर्वाह के रूप में पांच स्तर पर मानव जाति में व्याप्त है जो व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र व अंतराराष्ट्र तक फैला है। इसकी एकसूत्रता व समरसता ही अखंड समाज की रचना संभावनाओं को जन्म देती है। इसी प्रकार व्यवसाय आयाम का संबंध मानव शरीर के पोषण व संरक्षण के लिए है। जिसके लिए उत्पादन और अर्थोपार्जन की व्यवस्था रही हैं। अर्थ का उत्पादन विधि, प्रक्रियाबद्ध तरीके से प्राकृतिक नियमों के साथ होना नियम पूर्ण उत्पादन के रूप में विज्ञान सम्मत कार्य है।
उक्त विचार सागर विश्वविद्यालय के एलुमनी डॉ सुरेंद्र पाठक जीवन विद्या विशेषज्ञ ने विशेष व्याख्यान के रूप में डा. बी आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू में संकाय सदस्यों के समक्ष प्रस्तुत किए। जिसका आयोजन ब्राउस के प्रबंधन विज्ञान अध्ययनशाला के द्वारा संकाय भवन में 7 सितंबर को सायंकाल किया गया ।
पाठक ने कहा कि शिक्षा और शैक्षिक अनुशासनों/विषयों के अंतर्संबंध और वर्गीकरण का आधार भी परंपरागत रूप से आयामों का सहअस्तित्व रहा है। आज  शैक्षिक ज्ञान का विवेक सम्मत होना अर्थात व्यवहार शिक्षा से जोड़ना तथा विज्ञान तकनीकी व इंजीनियरिंग का विवेक सम्मत होना समय की आवश्यकता है। प्राकृतिक संतुलन के अर्थ में विवेक सम्मत विज्ञान ही भविष्य में प्रचलित विज्ञान दिशा को स्पष्ट करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई शिक्षा नीति के दिशानिर्देशों में ऐसे ही कुछ संकेत मिलते हैं। ये विचार मध्यस्थ दर्शन सहअस्तित्ववाद पर आधारित हैं। जिसका प्रतिपादन अमरकंटक मध्यप्रदेश के अनुसंधानकर्ता वेदमूर्ति श्री ए नागराज जी ने किया है। श्री नागराज जी ने अस्तित्व मूलक मानव केंद्रित चिंतन के रूप में चार दर्शन, तीन वाद और 3 शास्त्रों की रचना कर ज्ञान परंपरा में अप्रतिम योगदान किया है। जिसको शिक्षा से जोड़ा जा सकता है क्योंकि यह ज्ञान प्रमाण आधारित है।
कार्यक्रम का संचालन प्रबंधन विज्ञान अध्ययन शाला के प्रभारी डॉ भरत भाटी ने किया। विशेष व्याख्यान में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशा शुक्ला,  रजिस्टर डॉ अजय वर्मा, अधिष्ठाता डॉ डी. के. वर्मा प्रो. देवाशीष देवनाथ, डा. मनीषा वर्मा के अतिरिक्त विभिन्न संस्थाओं के अध्यक्ष और इंदौर के गणमान्य नागरिक भी शामिल थे विशेष व्याख्यान का प्रसारण ऑनलाइन भी किया गया।
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