डॉ.अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विवि महू और डॉ.अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विवि सोनीपत के बीच हुआ सहभागिता अनुबंध


डॉ.अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विवि महू और डॉ.अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विवि सोनीपत के बीच हुआ सहभागिता अनुबंध


★ शैक्षिक, अकादमिक और शोध की गतिविधि बढ़ाता है सहभागिता अनुबंध : कुलपति  
 

महू। जेंडर और कानून विषय पर बोलते हुए डॉ. बी. आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय सोनीपत, हरियाणा की कुलपति प्रो. विनय कपूर मेहरा ने कहा कि सभी कुछ कानून से नहीं हो सकता है हमें जेंडर समानता के लिए मानसिकता और पाठ्यक्रम में परिवर्तन करना पड़ेगा। आज व्यक्ति केंद्रित समाज हो गया है जबकि हमेशा परिवार और समाज केंद्र में होना चाहिए। कानून आज भौतिक आवश्यकता पर ही शिक्षा जोर दे रहा है जबकि संवैधानिक विशेष प्रावधानों से सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सशक्तिकारण की स्त्री के पक्ष में अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कानून के दुरुपयोग की भी खबर आती है लेकिन हमें सशक्तिकरण पर ज्यादा जोर देने कि आवश्यकता है। परंपरा ने तो स्त्री को दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती के रूप में भगवान के स्थान पर रखा था, आज उसे पुर्न प्रतिष्ठित करने की आवश्यकता है। 
उससे पूर्व दोनों अम्बेडकर वि.वि. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विश्वविद्यालय महू और डॉ. बी. आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय सोनीपत के रूप में दोनों कुलपतियों ने संस्थागत सहभागिता अनुबंध पर हस्ताक्षर कर शैक्षिक, अकादमिक और शोध पर परस्पर  सह भागिता को सुनिश्चित किया। 
विशेष व्याख्यान 'जेंडर और कानून' की अध्यक्षता करते हुए ब्राउस, महू कुलपति की प्रो. आशा शुक्ला ने कहा कि प्रो.विनय कपूर मेहरा जेंडर के मुद्दों को कानून की दृष्टि से देखती हैं और मैं सामाजिक दृष्टिकोण से देखती हूँ। उन्होंने कहा कि प्रो. विनय कपूर मेहरा डॉ बी आर अम्बेडकर राष्टीय विधि विश्वविद्यालय की पहली कुलपति हैं, उन्होंने अल्पकाल में ही अत्यधिक परिश्रम कर विश्वविद्यालय का  का  छवि निर्माण किया हैं। कुलपति आशा शुक्ला ने प्रो. विनय कपूर मेहरा का शाल-श्रीफल देकर सम्मान करते हुए डॉ अम्बेडकर विश्वविद्यालय का प्रतीक भेंट किया। अनुबंधन और व्याख्यान के पहले अधिष्ठाता प्रो. डी. के. वर्मा ने विश्वविद्यालय का परिचय और शिक्षा अध्ययन शाला की अधिष्ठाता डॉ. मनीषा सक्सेना ने अतिथि अतिथि स्वागत वक्तव्य दिया साथ ही ब्राउस के रजिस्ट्रार डॉ अजय वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोज कुमार गुप्ता ने किया। इस अवसर पर सभी शिक्षकगण मौजूद रहे।


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SAGAR: पति के निधन पर पत्नी ने दी मुखाग्नि

SAGAR: पति के निधन पर पत्नी ने दी मुखाग्नि 


सागर। आमतौर पर  मातापिता को मुखाग्नि देने की घटनाएं देखने सुनने मिल जाती है। लेकिन पति के निधन पर पत्नी द्वारा मुखाग्नि देने के मामले कम है।  सम्भागीय मुख्यालय सागर पर एक ऐसा ही वाकया सामने आया। जिसमे  निसन्तान दंपत्ति में पति की मौत होने पर उसकी पत्नी ने अंतिम संस्हुकर किया।

सागर शहर के बाहुवली कॉलोनी निवासी विश्वनाथ परांजपे के निधन पर उनकी पत्नी द्वारा मुखाग्नि दी गई. 77 वर्षीय विश्वनाथ परांजपे का आज मंगलवार की सुबह निधन हो गया था. मिलेट्री से सेनानिवृत्त अकांउटेंट परांजपे की कोई संतान नहीं थी. उनकी पत्नी श्रीमती मीनाक्षी परांजपे ने मुखाग्नि देने की इच्छा जताई. उनकी अंतिम यात्रा बाहुवली कॉलोनी माता मढिय़ा से शुरू हुई जो नरयावली स्थित मुक्तिधाम पहुंची. जहाँ पर उनकी पत्नी मीनाक्षी द्वारा मुखाग्नि दी गई. अंतिम यात्रा में विकास बेलापुरकर, ओमप्रकाश पंडा सहित अन्य वार्डवासी ने शामिल होकर श्रृद्धासुमन अर्पित किए.


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आदर्श शिक्षक के सभी गुण समाहित हैं शिक्षिका ज्योत्सना ठाकुर में : यशवंत राजपूत ★सेवानिवृत्ति पर दी भावभीनी विदाई

आदर्श शिक्षक के सभी गुण समाहित हैं शिक्षिका ज्योत्सना ठाकुर में : यशवंत राजपूत
सेवानिवृत्ति पर दी भावभीनी विदाई

सागर। 39 वर्ष के शैक्षणिक कार्यकाल उपरांत मंगलवार को उच्च श्रेणी शिक्षक ज्योत्सना ठाकुर का सेवानिवृत्ति समारोह एम.एल.बी. क्रमांक-एक में मनाया गया।
पारिवारिक एवं आत्मीय माहौल में संपन्न हुए कार्यक्रम में स्कूल के प्राचार्य डॉ. यशवंत सिंह राजपूत ने पुराने संस्मरणों को याद किया।
उन्होंने कहा की ज्योत्सना ठाकुर में आदर्श शिक्षक के तमाम गुण मौजूद हैं।समयबद्धता,अनुशासन,स्टाफ से बेहतर तालमेल एवं बच्चों में घुलमिल कर शिक्षा देना ठाकुर मैडम की विशेषता रही है।
पूरे संभाग में ज्योत्सना मैडम द्वारा फ्लाइंग स्कॉट की सक्रिय सदस्य के रूप में दी गई सेवाएं आज भी याद की जाती हैं।
डाईट में उच्च श्रेणी शिक्षक सुरेश चंद द्विवेदी ने ठाकुर मैडम के साथ बिताए लंबे वक्त के संस्मरण सांझा करे।
इस अवसर पर ठाकुर मैडम के परिवार के सदस्यों में शामिल डॉ. एस.के.सिंह,हीरा सिंह ,प्रदीप सिंह,कल्पना ठाकुर,शैलेंद्र ठाकुर,स्वप्निल सिंह,प्रीति सिंह,अर्पित सिंह,साक्षी सिंह एवं नाती समृद्ध सिंह ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में परिवार के सदस्य श्रीमती सुमन सिंह,अनिता सिंह के अलावा शिक्षिकाओं में निर्मला उदैनिया, मीना धगट, अर्चना तिवारी, उर्मिला मिश्रा, सविता जैन, उपमा श्रीवास्तव, साधना केसरवानी, शालिनी  गुरु एवं कल्पना पाठक उपस्थित थीं।कार्यक्रम का संचालन श्रीमती निर्मला उदेनिया एवं आभार श्रीमती साधना केशरवानी ने व्यक्त किया।

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23 साल से पाकिस्तान की जेल में बंद प्रहलाद राजपूत की वतन वापसी, भाई की आंखों में झलके आंसू और लगा लिया गले


23 साल से पाकिस्तान की जेल में बंद प्रहलाद राजपूत की  वतन वापसी, भाई की आंखों में झलके आंसू और लगा लिया गले


सागर। हम गर्व से कहते हैं की हम भारतवासी हैं इस बात का एहसास और अनुभव  वह व्यक्ति और भी अच्छे से कर सकता है जो कई वर्षों से अपने वतन लौटने का इंतजार कर रहा हो । हम बात कर रहे हैं सागर जिले के  गौरझामर थाना अंतर्गत ग्राम घोसीपट्टी के निवासी श्री प्रहलाद राजपूत की । जिन्होंने 23 साल  गुजार दिए अपने वतन की वापसी के लिए । और वह सपना आज पूरा हो गया । पुलिस अधीक्षक सागर श्री अतुल सिंह ने बताया कि सन 1998 प्रहलाद अचानक लापता हो गया था जो कि मानसिक रूप से कमजोर है  । छानबीन करने पर भी कोई पता नहीं चला । फिर अचानक सन 2014 में संज्ञान में आया कि  प्रहलाद पाकिस्तान की जेल में बंद है ।  प्रदेश सरकार के पुलिस विभाग और एसपी सागर ने प्रहलाद को रिहा कराने के लिए  लगातार प्रयास किए ।

आज 23 साल बाद पाकिस्तान की जेल से 30 अगस्त को प्रहलाद रिहा हुये। सागर गौरझामर के सब इंस्पेक्टर श्री अरविंद सिंह आरक्षक श्री अनिल सिंह एवं पहलाद का भाई श्री वीर सिंह को सोमवार को बाघा अटारी वार्डर से प्रहलाद  को 5ः10 बजे शाम को सौंप दिया गया ।  जब भाई वीरसिंह ने अपने भाई प्रहलाद को लंबे बरसों के बाद देखा और आंखों में आंसू लिए हुए गले से लगा लिया । वीर सिंह ने बताया कि उनकी मां अपने पुत्र  प्रहलाद की वतन लौटने की आस में 5 वर्ष पहले ही गुजर गई है ।  लेकिन आज मां का सपना पूरा हो गया है और प्रहलाद अपने घर लौट आया है । इसके लिए उन्होंने  प्रशासन का धन्यवाद व्यक्त किया । प्रहलाद की वापसी पर  परिजनों व गांव में उत्सव, खुशी का माहौल हैं । 
 
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सब स्वस्थ रहें सब खुश रहें प्रभु से है यही कामनाः मंत्री गोविंद राजपूत

सब स्वस्थ रहें सब खुश रहें प्रभु से है यही कामनाः  मंत्री गोविंद राजपूत

★ बुंदेली परंपरा से मनाया गया राजस्व एवं परिवहन मंत्री का जन्मदिन

सागर।  राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जी देव श्री गोवर्धन मंदिर पहुंचकर जगत के पालनहारे भगवान श्री कृष्ण के बाल अवतार की पूजा अर्चना की इस अवसर पर यादव समाज द्वारा रखे गए कार्यक्रम में शामिल हुए इस अवसर पर श्री राजपूत ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज जन्माष्टमी का अवसर है यह आनंद का दिन है सभी लोग आनंद से रहे उन्होंने प्रार्थना करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण सभी के संकट हरे सभी परिवार खुश रहें तथा गोवर्धन मंदिर ट्रस्ट के लिए 5 लाख की राशि निर्माण कार्य के लिए दी।
बच्चों को बांटे फल व खिलौने

 लराजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जन्मदिन के अवसर पर घरौंदा आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने बच्चों के लिए फल मिठाईयां तथा चॉकलेट बांटी आकाश सिंह जी राजपूत द्वारा बच्चों के लिए खेलने के लिए खिलौने बांटे। इस अवसर पर ज्वाला खटीक अनिल श्रीवास्तव पीपरा, अंकु चौरसिया सहित भाजपा के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
होटल रॉयल पैलेस में भाजपा कार्यकर्ता तथा अपने शुभचिंतकों से जन्मदिन के अवसर पर भेंट की । इस अवसर पर राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा सुरखी वासियों के लिए करोड़ो की सौगात विकास कार्यों को करने के लिए दी गई सुरखी विधानसभा क्षेत्र के लोगों का सुबह से ही शुभकामनाएं देने के लिए जनसैलाब होटल रॉयल पैलेस में उमड़ा रहा।इस अवसर पर सागर के भाजपा संगठन मंत्री  केशव भदोरिया ,भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ,पूर्व महापौर अभय दरे, अर्पित पांडे, श्री वृंदावन अहिरवांर , कलेक्टर दीपक सिंह, एसपी अतुल सिंह ने राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत से भेंटकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।

बुंदेली परंपरा से हुआ भव्य स्वागत

राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह जी राजपूत का जन्मदिन बुंदेली परंपरा से मनाया गया इस अवसर पर बुंदेली नृत्य होटल में आयोजित किया गया साथ ही बधाई व शुभकामनाएं देने आय  जन्माष्टमी के अवसर पर सुरखी विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोग अपने लाडले नेता को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने पहुंचे। जिनके रहने खाने पीने तथा आने जाने की व्यवस्था भी श्री राजपूत द्वारा विशेष रूप से की गई ताकि कोई भी क्षेत्र का व्यक्ति परेशान ना हो।
राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह जी के जन्मदिन के अवसर पर होटल रॉयल पैलेस में पूरा राजपूत परिवार शुभकामनाएं देने आ रहे क्षेत्रवासियों के स्वागत में लगा रहा। जहां आकाश सिंह जी राजपूत द्वारा सभी का स्वागत अभिनंदन किया गया तो वही परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा सभी लोगों की खूब आवभगत की गई राजपूत परिवार दिनभर लोगों के स्वागत सत्कार में होटल रॉयल पैलेस में लगा रहा। इस अवसर पर परिवारजनों में श्री गुलाब सिंह राजपूत, हीरा सिंह राजपूत, रंजीत सिंह राजपूत, मूरत सिंह राजपूत, रणबहादुर सिंह राजपूत, अरविंद सिंह टिंकू राजा , शैलेंद्र सिंह राजपूत, आदित्य सिंह राजपूत, आकाश सिंह राजपूत सहित शुभचिंतक उपस्थित रहे।



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रूद्राक्ष धाम में धूमधाम से मनाया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव


रूद्राक्ष धाम में धूमधाम से मनाया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव

सागर। मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर बामोरा स्थित रूद्राक्ष धाम में सपरिवार पूजा अर्चना की। रूद्राक्ष धाम में गणमान्य नागरिकों सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित थे।
भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाने के लिए रूद्राक्ष धाम को जोरदार रूप में सजाया गया। प्रातः मंत्री भूपेन्द्र सिंह, उनके पुत्र अभिराज सिंह ने श्री राधा कृष्ण मंदिर में पूजा अर्चना की।
तत्पश्चात् मंत्री श्री सिंह ने रूद्राक्ष धाम परिसर में कीर्तन मंडली द्वारा प्रस्तुत भजनों का आनंद लिया। जन्माष्टमी महोत्सव में कलेक्टर दीपक सिंह, पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी, भाजपा के नेता कार्यकर्ता और हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर प्रसादी ग्रहण की।

भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में मनाया श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव
मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह किला गेट स्थित यादव समाज के श्री राधा कृष्ण मंदिर परिसर में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने 11 लाख रूपए की विधायक निधि से निर्मित धर्मशाला के नये कमरों का लोकार्पण तथा शेड निर्माण का भूमिपूजन किया। उन्होंने कारसदेव भगवान का चबूतरा निर्माण कराने की घोषणा की।
जन्माष्टमी महोत्सव में संबोधित करते हुए मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन संघर्ष में बीता है। उन्होंने कारागार में जन्म लिया। शैशव काल मंे राक्षस उन्हें मारने के प्रयास करते रहे। अन्याय और अत्याचार रूपी कंस और सभी असुरों का उन्होंने बध किया। सत्य के लिए पांडवों का साथ दिया। श्रीमद् भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने धर्म और कर्म पर चलने का मार्ग दिखाया। आज दुनिया की हर भाषा में गीता का अनुवाद है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जीवन में कोई चुनौती आये तो आपको गीता पढ़ने से मार्ग मिलेगा। जीवन में अगर सफलता पाना है तो कर्म के मार्ग पर चलें।
मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में ओबीसी की आबादी 51 प्रतिशत है, लेकिन आरक्षण मात्र 14 प्रतिशत है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ओबीसी का आरक्षण 27 प्रतिशत करने के लिए संकल्पित हैं और इसके लिए न्यायालय में पक्ष रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में पिछड़ा वर्ग आयोग बनाने का काम किया है। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाया है। अनेक शैक्षणिक कोर्स में आरक्षण बढ़ाया है। अभी संसद में संविधान संशोधन विधेयक पास कराके सभी राज्यों को अधिकार दिये हैं कि अगर कोई जाति पिछड़ा वर्ग के लिए पात्र है तो उसे ओबीसी में शामिल किया जाये। यही नहीं, श्री मोदी जी की सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए भी 10 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया है। यही सामाजिक समरसता और सामाजिक न्याय है। मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने यादव समाज के इस महोत्सव में सभी को शुभकामनाएं दी। महोत्सव में यादव समाज के गणमान्य नागरिक भाजपा के स्थानीय नेता कार्यकार्ता उपस्थित थे।

कांग्रेस नेता लाखन यादव भाजपा में शामिल

 कांग्रेस के पूर्व युवक कांग्रेस अध्यक्ष एवं यादव समाज के पूर्व अध्यक्ष लाखन यादव ने अपने साथियों सहित मंत्री भूपेन्द्र सिंह के समक्ष भाजपा की सदस्यता ली।
ज्ञातव्य है कि कल 29 अगस्त केा सागर में युवक कांग्रेस और किसान कांग्रेस के अध्यक्ष रहे लक्ष्मण चंदेल, मंडी अध्यक्ष रही उनकी पत्नी श्रीमति उर्मिला चंदेल सहित एक सरपंच और एक पूर्व सरपंच ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।
इसके पूर्व गत् 21 अगस्त को खुरई में मंत्री भूपेन्द्र सिंह के नागरिक अभिनंदन समारोह में कांग्रेस नेता बलराम यादव, समाजसेवी बाबी चावला, राहुल असाटी सहित अनेक जनों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।


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SAGAR: भाजपा मनायेगी श्रृद्धेय ठाकरे जी के जन्मशताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में

भाजपा मनायेगी श्रृद्धेय  ठाकरे जी के जन्मशताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में 

सागर। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशाभाउ ठाकरे जी की जन्म जयंती शताब्दी वर्ष को भारतीय जनता पार्टी द्वारा संगठन पर्व के रूप में मनायेगी। जिसका शुभारंभ आज श्रृद्धेय कुशाभाउ ठाकरे जन्मजयंती पर  कार्यालय में सुंदरकांड पाठ के उपरांत हुआ। पाठ के उपरांत श्रृद्धेय कुशाभाउ ठाकरे जी के चित्र पर  पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा पुष्पांजलि कर श्रृद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर संभागीय संगठन मंत्री श्री केशव सिंह भदौरिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिस विराट रूप में आज है उसका संपूर्ण श्रेय हमारे श्रृद्धेय कुशाभाउ जी ठाकरे जैसे पूर्वजो को जाता है। जिन्होंने अपने त्याग, तपस्या और बलिदान से जो बीज एक छोटे संगठन के रूप में बोया था वह आज वट वृक्ष बनकर संपूर्ण देश की सेवामें लीन है।

भाजपा जिला अध्यक्ष  गौरव सिरोठिया  ने कहा कि मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं के लिये यह गौरव की बात है कि हमें श्रृद्धेय कुशाभाउ ठाकरे जी जैसे महान व्यक्तित्व के नेतृत्व में कार्य करने का अवसर मिला। आज की युवा पीढ़ी व कार्यकर्ताओं के बीच श्रृद्धेय कुशाभाउ ठाकरे जी द्वारा किये गये महान कार्यो व उनकी स्मृतियां शाश्वत रहे इसलिये संगठन द्वारा श्री कुशाभाउ जी के जन्मशताब्दी वर्ष को संगठन पर्व के रूप में मनाने जा रही है। 
 प्रदेश मंत्री श्री प्रभुदयाल पटैल  एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुधीर यादव ने भी अपने विचार साझा किये। 

तत्पश्चात् प्रदेश नेतृत्व द्वारा वर्चुअल माध्यम से  श्रृद्धेय कुशाभाउ जी ठाकरे के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर अपने विचार रखते हुए अपने संस्मरण साझा किए। साथ ही अतिथियों द्वारा जन्मशताब्दी वर्ष पर होने वाले कार्यक्रमों के हेतु प्रतीकात्मक चिन्ह् (लोगो) का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री श्याम तिवारी ने  एवं आभार जिला उपाध्यक्ष जगन्नाथ गुरैया  ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला महामंत्री वृन्दावन अहिरवार,  रामेश्वर नामदेव, श्रीमती सुषमा यादव, श्रीमती सविता साहू,  विक्रम सोनी, मनीष चैबे, रीतेश मिश्रा,  रामकुमार साहू, जिनेश साहू, अर्पित पाण्डे, गंगाराम अहिरवार,  श्रीकांत जैन, विनय मिश्रा, गोपी पंथी, रामेश्वर नेमा, शरद मोहन दुबे, राकेश लारिया, यश अग्रवाल, दीपक दुबे, रिंकूराज, पराग बजाज, अभिषेक अग्रवाल, निर्भय घोषी, मिश्रीचंद गुप्ता, द्वारका भट्ट, राजकुमार भट्ट, प्रभुदयाल साहू, सोमेश जड़िया, नरेन्द्र साहू, श्रीमती नेहा दुबे, श्रीमती संध्या भार्गव, श्रीमती अनीता अहिरवार, श्रीमती मीना पटैल, श्रीमती मनोरमा उपाध्याय, श्रीमती रेखा मालवीय, अंशुल परिहार, विकास केशरवानी, राहुल रजक, मनोज रैकवार, कपिल स्वामी, नितिन सोनी, बालकिशन सोनी, सोनू उपाध्याय, सोनू जैन, बलराम राय, कुद्दूस अंसारी, डाॅ. दशरथ मालवीय, आनंद विश्वकर्मा, एड. नरेन्द्र अहिरवार, राम अहिरवार, नीलेश जैन, सचिन घोषी, महेन्द्र, निशांत चैरसिया, विनीत भट्ट, नीलेश अहिरवार, प्रहलाद पटेल, जय सोनी, पवन पटैल, शुभम घोषी, राजेन्द्र शर्मा, जय सोनी, अमित रावत, नितिन साहू, सुरेन्द्र भायजी, शेखर कोरी, नितिन जेन, नीलेश जैन, आदित्य नामदेव सहित भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
 
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माँ यशोदा ने कान्हा को जिस पवित्र "वटवृक्ष" के "कटोरी-चम्मच" नुमा पत्तों में माखन खिलाया था, सागर में वह दुर्लभ "कृष्नाई वटवृक्ष" है संरक्षित

 


माँ यशोदा ने कान्हा को जिस पवित्र "वटवृक्ष" के "कटोरी-चम्मच" नुमा पत्तों में माखन खिलाया था, सागर में वह दुर्लभ "कृष्नाई वटवृक्ष" है संरक्षित 

★डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के वानस्पतिक गार्डन में 58 सालों से संरक्षित है, कृष्नाई फाइकस (कृष्णवट)।  

★ धार्मिक मान्यताओं व भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से जुड़ा यह पौराणिक महत्त्व का कृष्णबट सागर के अलावा नंदगांव वृन्दावन, वॉटनिकल गार्डन कोलकाता व झारखण्ड में भी मौजूद। 

 ● चेंतन्य सोनी

सागर । द्वापर युग में भगवान की बाल्य लीलाओं के प्रत्यक्ष सबूत आज भी जगह-जगह मौजूद हैं। सागर विवि के वानस्पतिक गार्डन में ऐसा ही *कृष्नाई वट (फाइकस कृष्नाई )* वृक्ष बीते 58 सालों से मौजूद है। इसके पत्ते कटोरीनुमा व पीछे की तरफ चम्मचनुमा होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि माता यशोदा कान्हा को इसी कटोरी-चम्मच नुमा पत्ते में दधी-मक्खन खिलाती थीं। 




मप्र के सागर में स्थित डॉ. हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यायल के बॉटनीकल गार्डन में बाईं ओर कृष्णबट लगा है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार करीब 5 दशक से अधिक समय से यह मौजूद है। इसे किसने कब कहां से लाकर लगाया गया था, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं है। यह वृक्ष करीब 15 साल से जरा सा बढ़ पाया है। काफी धीमीगति से यह बढ़ रहा है। विभाग ने इसको संरक्षित करने व मानवीय हस्तक्षेप से बचाने तार की फेंसिंग कराई है।  

 ऑक्सीजन का भरपूर स्रोत,  हमेशा हरा-भरा रहता है

सागर के बॉटनिकल गार्डन में मौजूद इस कृष्ण वट का  वैज्ञानिक महत्व का भी है। दरअसल फाइकस बेंगालेंसिस नाम के सोलानासि परिवार का यह पेड़ ऑक्सीजन का बढ़ा स्रोत है। ऑक्सीजन देने वाले तमाम वृक्षों में यह वृक्ष सबसे ज्यादा ऑक्सीजन छोड़ता है।





बॉटनीकल गार्डन में तीन तरह के बरगद मौजूद

विवि के बॉटनीकल गार्डन में हजारों प्रजाति के पेड़-पौधे संरक्षित हैं। सबसे खास बात यह कृष्नाई फाइकस (कृष्णवट) के साथ-साथ दो अन्य प्रजाति के बरगद भी मौजूद हैं। इनमें एक सामान्यतः पाया जाने वाला बरगद तो दूसरा बरगद ऐसा है जिसकी जड़े ऊपर के तनों से नीचे की तरफ बढ़ती हैं। एक ही स्थान पर बरगद की तीनों प्रजातियां मौजूदगी का यह इकलौता स्थान है।


यह दुर्लभ प्रजाति का है, वानस्पतिक नाम "फाइकस कृष्नाई" है

दुर्लभ प्रजाति का "कृष्ण वट" हमारे विभाग के  बॉटनीकल गार्डन में करीब 50 साल से अधिक समय से मौजूद है। इसका हिंदी नाम 'माखन-दोना' या 'माखन कटोरी' भी प्रचलित है। वानस्पतिक नाम फाइकस कृष्नाई है । इसे कृष्ण वट नाम इसलिए दिया गया क्योंकि मान्यता है कि बचपन में कृष्ण ने मक्खन खाने में इस वृक्ष के पत्तों का उपयोग किया था । पौराणिक कथाओं में उल्लेख है कि कृष्णजी इस वृक्ष पर बैठकर माखन खाया करते थे। यह वृक्ष 12 महीने हरा भरा रहता है। जिससे आसपास भूजल स्तर की विपुलता के संकेत मिलते हैं,  मध्यप्रदेश में सागर विश्वविद्यालय में ही यह इकलौता वृक्ष है । इस वृक्ष से नए पौधे तैयार करना काफी जटिल प्रक्रिया होती है। काफी प्रयास के बावजूद दूसरा पेड़ नहीं बन पाया। 

- शरद कांत सोनी, वरिष्ठ तकनीकी सहायक, वनस्पति विभाग केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर


कृष्णवट के कटोरी-चम्मच जैसे पत्तों में भगवान ने माखन खाया था, प्रमाण आज भी मौजूद

कृष्णवट काफी पवित्र वृक्ष है। नंदगाव व बृज में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से सीधा संबंध है। माता यशोदा ने कान्हा को मक्खन-दही, मिश्री इन्हीं में खिलाई थीं। यह दुर्लभ व पवित्र वृक्ष है। सागर सहित, वृन्दावन में आज भी मौजूद है। 
- पं. देवशरण शास्त्री,  भागवत आचार्य, श्रीधाम वृन्दावन।
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