आजादी का अमृत महोत्सव जन भागीदारो से जन अन्दोलन में फिट इंड़िया दौड 2.0़ आयोजित

आजादी का अमृत महोत्सव जन भागीदारो से जन अन्दोलन में फिट इंड़िया दौड 2.0़ आयोजित

सागर। आजादी का अमृत महोत्सव जन भागीदारो से जन अन्दोलन में फिट इंड़िया दौड़ एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा फिट इंड़िया रन 2.0 का आयोजन प्रधान मंत्री के 12 मार्च 2021 के आवाहन पर देष के सभी राज्यों एवं केन्द्र षासित प्रदेषों के 744 जिलों में 13 अगस्त 2021 से 02 अक्टूबर 2021 तक फिट इंड़िया फ्रीडम रन का आयोजन किया जा रहा हैं।
    इसी क्रम में मध्यप्रदेष के 52 जिलों में नेहरू युवा केन्द्र संगठन मध्यप्रदेष एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में जन भागीदारी से जन आन्दोलन धीम के अन्तर्गत प्रदेष के प्रत्येक जिलों में 75 चिन्हित गाँव में  फिट इंडिया फ्रीडोम की दौड़ की श्रंखला में दिनाँक 13.08.2021 से शुरू होकर लगातार 02 अक्टूबर तक 2021 तक आयोजित होगी।
    इसी क्रम में आज दिनाँक 13 अगस्त 2021 को नेहरू युवा केन्द्र, सागर के तत्वाधान पर क्रमषः राहतगढ़ किले एवं धामोनी किले में आजादी के महोत्सव के उपलक्ष्य में फ्रीडम रन 2.0 का उद्घाटन आयोजन किया गया। इस दोनों कार्यक्रमों में लगभग 210 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन दोनो स्थानों के साथ - साथ जिले में  चिन्हित 75 गाँव में से 16 गाँव में फ्रीडम दौड़ 2.0 संचालित किये गयें। जिसमें लगभग 1680 युवाओं ने भाग लिया। 
    धामोनी किले के कार्यक्रम मुख्य अतिथि मंगल सिंह राजपुत, सांसद प्रतिनिधि, विषिष्ट अतिथि मनीष यादव, वरिष्ठ खिलाड़ी देवपाल सिह, मंडल अध्यक्ष एवं पंडित विवके मिश्रा की अध्यक्षता में कार्यक्रम में संपन्न हुआ। सर्वप्रथम 80 युवाओं को जो विभिन्न विकासखण्डों से आये हुये थे, एवं नेहरू युवा केन्द्र के स्वयं सेवक किले पर पहुँचे, उन्हे टी-षर्ट वितरित की गई। उसके उपरान्त राष्ट्रगान हुआ। राष्ट्रगान  शासकीय हायर सेकेन्डी स्कूल, शेसई के षिक्षिकाओं एवं छात्राओं के द्वारा कराया गया। फिर मुख्य अतिथी के द्वारा फिट इंडिया की शपथ दिलाई गई (फिटनेस का डोज, आधा घन्टा रोज)    तद्उपरान्त मुख्य अतिथी के द्वारा हरी झन्डी दिखाकर किले के मुख्य द्वारा से दौड़ प्रारम्भ की गई और 5.5 कि.मी. स्थित मस्ताना जी की मजार के पास समापन किया गया जहाँ एक छोटा सा कार्यक्रम रखा गया जिसमें नेहरू युवा केन्द्र सागर के उप निदेषक श्री सुधीर सिंह के द्वारा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई । मनीष यादव विषिष्ट अतिथि के द्वारा खेल की महत्वता के बारे में बताया गया और लोगों को खेलने हेतु प्रोत्साहित किया। मुख्य अतिथि के द्वारा आजादी के महत्व के बारे में बताया गया। अध्यक्ष विवेक मिश्रा के द्वारा आजादी के महोत्सव की 75वीं वर्ष गाँठ के बारे में एवं धामोनी के किले के बारे मे बताया। इस कार्यक्रम में लखन रैकवार, अजय लोधी, षिवप्रसाद चढ़ार, समीर अर्षल, नरेन्द्र रैकवार आदि स्वयं सेवक  उपस्थित रहें। 
    
                                      

 
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सदन से भागती है शिवराज सिंह चौहान सरकार : हर्ष यादव पूर्व मंत्री ★ पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण पर उदासीनता की चोट

सदन से भागती है शिवराज सिंह चौहान सरकार : हर्ष यादव पूर्व मंत्री 

★ पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण पर उदासीनता की चोट

सागर। प्रदेश में भाजपा की शिवराज सिंह सरकार द्वारा सदन से पलायन करोना काल में बेतहाशा मौतों हर दिन बढ़ती महंगाई पिछडा वर्ग के आरक्षण तथा आदिवासी दिवस की भावना पर पर चोट बलात्कार और अपराधों में प्रदेश के फिर पहले पायदान पर पहुंचने के खिलाफ मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से संभागीय मुख्यालय सागर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से पत्रकार वार्ता के लिए अधिकृत पूर्व मंत्री व देवरी विधायक हर्ष यादव विधायक तरवर सिंह लोधी तथा प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने कई सवाल उठाते हुए सरकार पर जमकर हमले किए। पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अरुणोदय चौबे ने भी खुरई क्षेत्र की अपराधिक घटनाओं पर चर्चा की। पत्रकार वार्ता में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी तथा स्वदेश जैन गुड्डू भैया प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष त्रिलोकीनाथ कटारे पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर पूर्व सांसद आनंद अहिरवार   तथा श्याम सराफ समेत कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। पत्रकार वार्ता के प्रारंभ में प्रदेश प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने वार्ता का संचालन करते हुए चर्चा पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।पूर्व मंत्री तथा देवरी विधायक हर्ष यादव ने शिवराज सिंह और भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि -

1. शिवराज सरकार ने अगस्त 2021 में मानसून सत्र सिर्फ चार दिन के लिए बुलाया। और उसके बाद सिर्फ 3 घंटे कार्यवाही चलने के बाद सत्र स्थगित कर दिया। अगर सरकार की मंशा सदन चलाने की होती तो कुछ देर के लिए कार्यवाही स्थगित करके दुबारा बुलाई जा सकती थी।
2. सरकार की मंशा सदन चलाने की नहीं थी, इसीलिए सारे महत्वपूर्ण विधायी कार्य पहले दूसरे दिन के लिए सुरक्षित रखे गए। शोरशराबे के बीच विधेयक पास करा लिये गए। और जान बूझकर समय से पहले विधानसभा स्थगित कर दी।
3. विपक्ष के पास अपनी बात कहने के केवल चार हथियार हैं-स्थगन, ध्यान आकर्षण, 139 पर चर्चा और अशासकीय संकल्प। कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में कांगे्रस ने इन मुद्दों की लिखित सूचना दी और चाहा कि:-

- डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस और महंगाई पर चर्चा।
- बाढ़ से हुई तबाही, प्रशासनिक लापरवाही और पुर्न व्यवस्थापन और राहत।
- 27 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण। 
- 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस।
- कोरोना से हुई मौतंे।
- जहरीली शराब से हुई मांैते। 
- पेगासिस जासूसी।
- भ्रष्टाचार।
- बलात्कार में मप्र फिर से अव्वल नं. पर। 

चूंकि सरकार के पास इनके उत्तर नहीं हैं इसलिए उन्होंने इन विषयों को कार्यसूची में शामिल ही नहीं किया और एक ही दिन में सारे कार्य कार्य सूची में लिखकर विधानसभा समाप्त करने की अपनी मंशा जाहिर कर दी। 

4. सदन से भागना बीजेपी की आदत है। शिवराज सरकर ने पहला सत्र 24 से 27 मार्च 2020 को बुलाया। सत्र 3 दिन चलना था, लेकिन 1 ही दिन चला। इनके कार्यकाल में दूसरा सत्र 17 दिसंबर 2020 से 17 जनवरी 2021 के बीच होना था। सदन को नियम के मुताबिक 32 दिन चलना था, लेकिन सदन सिर्फ 6 दिन चला। तीसरा सत्र मानसून सत्र सितंबर 2020 में हुआ। सिर्फ  3 दिन का सत्र बुलाया और वह भी एक दिन चला। बजट सत्र 33 दिन का होना था, 22 फरवरी से 26 मार्च 2021 के बीच, लेकिन सत्र सिर्फ 13 दिन चला। मानसून सत्र 9 से 12 अगस्त 2021 में होना था, लेकिन चार दिन के बजाय सत्र सिर्फ 3 घंटे चला।

जबकि कमलनाथ सरकार में जितने दिन का सत्र बुलाया गया तकरीबन उतने दिन ही सत्र चला। इससे पूर्व 1993 से 2003 तक चली कांग्रेस सरकार में भी लंबी अवधि के सत्र चले।

सदन से क्यों भागी सरकार:-

शिवराज सरकार को पता था कि श्री कमलनाथ जी के नेृतृत्व में कांग्रेस पार्टी जनता के मुद्दों को पूरी ताकत से उठाएगी और सरकार को निरुत्तर कर देगी। श्री कमलनाथ जी के सामने सरकार टिक नहीं सकती थी, इसलिए जानबूझकर सिर्फ    4 दिन का सत्र बुलाया और उसे भी 3 घंटे में खत्म कर दिया।

आदिवासी समाज का मुद्दा:-

कांग्रेस पार्टी प्रदेश में आदिवासी समाज पर बढ़ रहे अत्याचार और अत्याचारियों को मिल रहे राजनैतिक संरक्षण का मुद्दा उठाना चाहती थी। लेकिन यह मुद्दे न उठ सकें इसलिए सरकार ने आदिवासी समाज का अपमान किया। 9 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर कमलनाथ सरकार द्वारा घोषित अवकाश को रद्द कर आदिवासी समाज का अपमान किया। साथ ही कमलनाथ सरकार ने सभी आदिवासी विकासखंड़ों को भव्य तरीके से आदिवासी उत्सव मनाने के लिए अलग से धनराशि उपलब्ध करायी थी, भाजपा सरकार ने उस धन राशि पर भी रोक लगा दी, ताकि आदिवासी वर्ग उत्सव न मना सकें। यही नहीं इसी दिन विधानसभा का सत्र भी रखा ताकि आदिवासी विधायक अपने इलाकों में आदिवासी दिवस न मना सकें।

कांग्रेस पार्टी ने सड़क से लेकर विधानसभा तक आदिवासी समाज के साथ हुए अन्याय का विरोध किया। सरकार को अच्छी तरह पता था कि नेमावर आदिवासी सामूहिक हत्याकांड में कांग्रेस पार्टी ने न सिर्फ आदिवासी समाज की लड़ाई लड़ी, बल्कि 25 लाख रुपये की सांत्वना राशि भी पीडित परिवार को दी। राज्य सरकार ने उन आदिवासी कर्मचारियों पर मुकदमे डाले जिन्होंने आदिवासी हत्याकांड का विरोध किया। पीड़ित परिवार द्वारा न्याय हेतु सीबीआई जांच की मांग की गई थी, जिसे भाजपा सरकार ने सिरे से नकार दिया।

ओबीसी आरक्षण 27 फीसदी करने का मुद्दा:-

कमलनाथ जी ने सरकार बनते ही सबसे महत्वपूर्ण कार्य यह किया कि प्रदेश के अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण 14 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी कर दिया।
ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण 2003 में दिग्विजय सिंह जी की सरकार ने भी दिया था। लेकिन बीजेपी सरकार बनते ही, मामले की इतनी कमजोर पैरवी की गई कि यह आरक्षण खत्म हो गया। उसके बाद 15 साल तक बीजेपी ने ओबीसी आरक्षण 14 फीसदी से बढ़ाकर 27 फीसदी करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
जब कमलनाथ जी ने दुबारा 27 फीसदी आरक्षण दिया तो भाजपा ने षड़यंत्र कर कमलनाथ सरकार गिरा दी ताकि ओबीसी के साथ न्याय न हो सके।
शिवराज सरकार ने एक बार फिर कमजोर पैरवी करके अदालत में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे को कमजोर किया। 
शिवराज सरकार के अतिरिक्ति महाधिवक्ता ने हाईकोर्ट में हलफनामा दिया उसी के आधार पर सरकारी नियुक्तियों एवं प्रवेश परीक्षाओं में फिलहाल 14 फीसदी ओबीसी आरक्षण के साथ भर्तियां हो रही हैं।
भाजपा के प्रवक्ता जान-बूझकर यह भ्रम फैला रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के मुताबिक आरक्षण की कुल सीमा 50 फीसदी से अधिक नहीं हो सकती, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि यह सीमा पहले ही टूट चुकी है। सामान्य वर्ग के कमजोर आर्थिक वर्ग के लोगों के लिए 10 फीसदी आरक्षण होने के बाद आरक्षण पहले ही 60 फीसदी हो चुका है। इसका मतलब अगर नीयत सही हो तो 50 फीसदी की सीमा कोई मायने नहीं रखती।
जब केंद्र सरकार ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण देती है और कई राज्य 27 फीसदी से अधिक आरक्षण देते हैं, तो मध्य प्रदेश क्यों नहीं दे सकता। केरल में ओबीसी को 40 फीसदी आरक्षण है। (27 फीसदी या उससे अधिक ओबीसी आरक्षण देने वाले राज्यों की सूची सलंग्न)

ओबीसी आरक्षण लागू कराने के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष करने को तैयार है। 11 अगस्त को विधानसभा घेराव के दौरान युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन और लाठियों से हमला किया। कई कार्यकर्ता लहुलुहान हो गए। उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी।
महंगाई

पेट्रोल डीजल:-

मध्य प्रदेश में महंगाई कभी इतनी ज्यादा नहीं रही, जितनी इस समय है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर सबसे ज्यादा वैट मध्य प्रदेश की सरकार लगा रही है। प्रदेश में डीजल 100 रुपये के पार और पेट्रोल 112 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुका है।
 
जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 132 डाॅलर प्रति बैरल के पार थी तब भी कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार ने तेल की कीमत 68 रुपये के करीब ही रखी। अब जब पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल जीरो, शून्य डाॅलर प्रति बैरल से भी नीचे पहुंच गया था, तब भी मोदी सरकार ने जनता से लूट जारी रखी। 
तेल खाते में सरकार में पिछले वर्षों मंे लगभग 34 लाख करोड़ रूपये का राजस्व वसूल चुकी है। जबकि तेल कंपनियों ने जो पैसा बाजार से आॅयल बाॅंड के नाम पर उठाया था वह लगभग 1 लाख 25 हजार करोड़ रू. ही है। जिसके नाम पर केंद्र सरकार इस मुनाफाखोरी को जारी रखे हुए हैं। 
आज आप डीजल पर जो 100 रुपये चुकाते हैं, उनमें से 60 रुपये से ज्यादा तो सरकारी टैक्स है। इस टैक्स का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए नहीं हो रहा। सरकारी तेल कंपनियों से कमाए पैसे का इस्तेमाल बीजेपी नेताओं के कार्यक्रमों की स्पांसरशिप में हो रहा है। आपकी जेब से डीजल पेट्रोल का जो पैसा लिया जा रहा है, उसका इस्तेमाल विधायकों को खरीदने, सरकार को गिराने और लोकतंत्र की हत्या में किया जा रहा है।

गैस सिलेंडर:-
नरेंद्र मोदी ने शौचालय से लेकर सचिवालय तक उज्ज्वला योजना में गरीबों को सिलेंडर देने का विज्ञापन तो किया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि मोदी सरकार ने जनता को बिना बताए गैस सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म कर सिलेंडर की कीमत ढ़ाई गुना अधिक बढ़ा दी। 
जो सिलेंडर मनमोहन सिंह की सरकार में 400 रुपये का आता था, वही सिलेंडर मोदी सरकार में 850 रुपये का आ रहा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि गैस सिलेंडर पर केंद्र सरकार की सब्सिडी के अलावा राज्य सरकार भी 100 रुपये की सब्सिडी देगी। अब भाजपा की धनादेश की सरकार बन गई तो कहां है वह 100 रुपये की सब्सिडी और कहां है केंद्र सरकार की ओर से पहले से जारी सब्सिडी।

खाने का तेल और दालें:-

प्रदेश के इतिहास में लोगों ने पहली बार सरसों और रिफाइंड तेल 200 रुपये प्रति लीटर खरीदा। दालों की कीमत 100 रुपये किलो के ऊपर चली गई। यह सरकार लोगों को भूखों मारने पर उतारू है।
बेरोजगारी:-

केंद्र में मोदी और राज्य में शिवराज सरकारों ने नौजवानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा ने हर साल 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद से शिवराज सरकार नौकरी देना तो दूर पहले से चयनित अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति नहीं दे रही है। जब ये चयनित लोग अपनी नौकरी मांगते हैं तो उन्हें पुलिस की लाठियां मिलती हैं।
मध्य प्रदेश सरकार के रोजगार पोर्टल पर 33 लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं। सरकार न तो इन्हें सरकारी नौकरी दे रही है और न ही निजी क्षेत्र में नौकरी का प्रबंधन कर रही है।

हड़तालें:-

शिवराज सिंह सरकार की जनविरोधी नीतियों से आम आदमी और सरकारी कर्मचारी सभी परेशान हैं। न वेतन बढ़ रहा है और न भत्ते मिल रहे हैं। सरकार आजकल काल्पनिक वेतन वृद्धि की शब्दावली इस्तेमाल कर रही है। सरकार कर्मचारियों से कह रही है कि हम तुम्हें रोटी नहीं देंगे, तुम तो रोटी की कल्पना करके ही अपना पेट भर लो।
प्रदेश में जूनियर डाॅक्टर, नर्स, आशा कार्यकर्ता, पटवारी, संयुक्त रूप से सभी विभागों के कर्मचारी या तो सामूहिक अवकाश पर जा चुके हैं या हड़ताल कर चुके हैं।
सरकार इन कर्मचारियों की मांगें नहीं मान रही, उन्हें सस्पेंड, बर्खास्त कर रही है और लाठियां चला रही है। प्रदेश की लगभग 1.5 लाख आशा ऊषा कार्यकर्ताओं का मानदेय कमलनाथ सरकार ने बढ़ाया था। सरकारी कर्मचारियों और पंेशनर्स का महंगाई भत्ता कमलनाथ सरकार ने बढ़ाया, शिवराज सरकार ने इसे हटाया।    

बाढ़:-  

मध्य प्रदेश का ग्वालियर चंबल संभाग और बुंदेलखंड का कुछ इलाका बाढ़ में डूब गया। फौरी अनुमान के मुताबिक 10000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। कई लोगों की जान चली गई, हजारों मवेशी मर गए, हजारों घर और दुकानें तबाह हो गईं, लेकिन मध्य प्रदेश सरकर को इससे कोई मतलब नहीं है।
जनता बाढ़ में डूबी थी और शिवराज सरकार जश्न मनाने में लगी थी। अन्न उत्सव मन रहा था। शिवराज सिंह ने पहले आपदा को अवसर में बदला और खूब भ्रष्टाचार कराया, अब सरकार एक कदम आगे बढ़कर आपदा में उत्सव मना रही है।
आपदा में लोगों की मदद करने की जगह उत्सव करना, जश्न मनाना, पाप है। यह लोगों की परेशानी का मजाक उड़ाना है।
बाढ़ में जितने पुल, बांध और सड़कें बही हैं, वे सब शिवराज सिंह चैहान की सरकार में बने थे। आठ-दस साल में बने पुल कागज की डिबिया की तरह बह गए, बांध फूट गए, सड़कें उखड़ गईं।

जब मौसम विभाग बाढ़ की चेतावनी दे रहा था, तब शिवराज सिंह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में जंगल में मंगल कर रहे थे। जब लोग बाढ़ में डूब रहे थे तो शिवराज दिल्ली में मंत्रियों के साथ कुर्सी बचाने की लड़ाई लड़ रहे थे। जब लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे तो शिवराज और सिंधिया यह दावा करने में लगे थे कि मदद किसने भेजी। सेना और एनडीआरएफ के जवान लोगों की जान बंचा रहे थे और शिवराज और सिंधिया में श्रेय लेने की होड़ मची थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा दो-दो कैमरे लगाकर बाढ़ राहत की नौटंकी कर रहे थे।
बाढ़ के समय कमलनाथ जी जनता की मदद के लिए आगे आए। उनके निर्देश पर कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने लोगों सहायता और भोजन वितरित किया।
कांग्रेस पार्टी ने मांग की कि बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए, लेकिन मुख्यमंत्री को आपदा नहीं दिखी, उन्हें तो उत्सव दिखा।
कोरोना से हुई मौतें:-
मप्र सरकार ने कोरोना से हुई भयावह मौतों के आंकड़ांे को छिपाने के लिए तरह-तरह के आदेश निकाले। मृत्यु प्रमाण पत्रों में मृत्य के कारण की जानकारी न देने हेतु निर्देश दिये गये। आंकड़ों में हेरफेर स्वयं सरकार ने स्वीकार की। मप्र में 12 महीनों में सामान्यतः 2017 से 3 लाख 50 हजार औसत मौतें एक वर्ष में होती हैं, किंतु वर्ष 2020 में 5 लाख 18 हजार और वर्ष 2021 के (जनवरी-मई) पांच महीनांे में 3 लाख 28 हजार 963 मौतें पंजीकृत हुई हैं। यह सामान्य मौंतों से 54 प्रतिशत अधिक मौतें हैं। इसे यदि साख्यिकी के प्रावेविलिटी के सिद्धांत से गणना की जाये तो लगभग 1 लाख 13 हजार मौतें कोरोना से हुई प्रतीत होती हैं। जबकि मौतों की संख्या में सुधार करने के बाद भी सरकार लगभग 10 हजार मौतें ही बता रही है। यह कोरोना से मृत निर्दोष लोगों के प्रति अन्याय हैं। वे चिकित्सा, दवा, आक्सीजन, बिस्तरों की कमी के शिकार हुये हैं। जो उत्तरदायित्व सरकार की जिम्मेदारी होती है। सरकार योजनाआंे का लाभ देने से बचना चाहती है। इसलिए मौतों को स्वीकार करने से भाग रहे है।  

महिला उत्पीड़न:-

ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन मध्य प्रदेश में हमारी बहन-बेटियों पर जुल्म नहीं होता हो। शिवराज सरकार में मध्य प्रदेश में महिला उत्पीड़न के मामले चरम पर हैं। कहीं किसी लड़की का शोषण करने के बाद उसका शव जमीन में 10 फुट नीचे गाड़ दिया जाता है। बलात्कार के ऐसे जघन्य मामले सामने आ रहे हैं, जिनके बारे में सुनकर ही शर्म से माथा झुक जाता है।
मप्र में वर्ष 2021 में केवल तीन माह में 2600 से अधिक बलात्कार की घटनाएं दर्ज हुई हैं और मप्र बलात्कार के मामलों में फिर देश में नं. वन हो गया है। मप्र में फांसी का कानून बनाने वाली सरकार बताये कि इस कानून के बाद भी सरकार बलात्कार क्यों नहीं रोक पा रही है।    

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21 अगस्त को आर्शीवाद यात्रा के साथ सागर पहुंचेगें केन्द्रीय मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार : रणवीर सिंह, महामंत्री ,भाजपा

21 अगस्त को आर्शीवाद यात्रा के साथ सागर पहुंचेगें केन्द्रीय मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार : रणवीर सिंह, महामंत्री ,भाजपा



सागर। केन्द्रीय मंत्री मंडल में शामिल होने के पश्चात् केबीनेट मंत्री डाॅ. वीरेन्द्र कुमार के प्रथम सागर आगमन को लेकर जिला भाजपा कार्यालय में बैठक आयोजित की गई जिसमें मुख्य अतिथि रूप में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश महामंत्री श्री रणवीर सिंह रावत जी शामिल हुये साथ ही प्रमुख रूप से संभागीय संगठन मंत्री श्री केशव भदौरिया जी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया जी सागर विधायक श्री शैलेन्द्र जैन जी, श्री प्रीतम सिंह लोधी जी जिला अध्यक्ष दमोह, श्री महेन्द्र यादव जी आर्शीवाद यात्रा सहप्रभारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जाहर सिंह जी, सुशील तिवारी जी शामिल हुये। 
बैठक में 21 अगस्त को सागर पहुंच रही आर्शीवाद यात्रा के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की गई।    बैठक को संबोधित करते हुये भाजपा जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया जी ने कहा कि सागर जिले में आर्शीवाद यात्रा का आगमन आगामी 21 अगस्त को हो रहा है। जिसे सफल बनाने की जिम्मेदारी प्रत्येक सागरवासी की होगी। क्योंकि सागर का नाम समूचे देश में रोशन करने वाले केन्द्रीय मंत्री डाॅ. श्री वीरेन्द्र कुमार जी, मंत्री मंडल में शामिल होने के उपरांत पहली बार सागर पधार रहे है। 
बैठक को संबोधित करते हये मुख्य अतिथि श्री रणवीर सिंह रावत जी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री मंडल में पुर्नगठन में सभी प्रदेशों से एवं सभी जाति वर्गो को प्रतिनिधित्व देकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सभी को सम्मानित किया है। पूर्व की सरकारों में कई प्रदेश व कई जाति वर्ग प्रतिनिधित्व से वंचित रह जाते थे। मंत्रीमंडल में 11 महिलाओं को व पिछड़ा वर्ग से 27 लोगों को शामिल किया गया। मंत्रीमंडल में अनुभवी एवं युवाओं को विशेष स्थान प्रदान किया गया है। लंबे समय तक देश में नेतृत्व करने वाली कांग्रेस की सरकारों ने सदैव पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गो को प्रतिनिधित्व देने के नाम पर गुमराह किया। केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल किये गये मध्यप्रदेश के गौरव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार जी आगामी 19 अगस्त को ग्वालियर से 24 अगस्त को टीकमगढ़ तक आर्शीवाद यात्रा के माध्यम से जनता के बीच पहुंचकर जनता का आर्शीवाद प्राप्त करेंगे। यह यात्रा 7 जिलों व 7 लोकसभा क्षेत्रों से होती हुई कुल 589 कि.मी. यात्रा तय करेगी। इस दौरान मान. मंत्री श्री वीरेन्द्र कुमार जी लगभग 105 कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है जनता और मंत्री के बीच अपनत्व का भाव बना रहे है। 
सागर विधायक शैलेन्द्र जैन ने कहा कि आगामी 21 अगस्त को आर्शीवाद यात्रा का ऐतिहासिक एवं भव्य स्वागत सागरवासियों द्वारा किया जायेगा। बैठक में आगामी यात्रा को लेकर अतिथियों द्वारा कमेटी गठित की गई। जिससे सागर जिले में आर्शीवाद यात्रा का प्रभारी यात्रा प्रभारी श्री लक्ष्मण सिंह, सह प्रभारी श्री जिनेश साहू,, मार्ग प्रभारी श्री श्याम तिवारी, सह प्रभारी श्री जगन्नाथ गुरैया, वाहन व्यवस्था प्रभारी श्री रामेश्वर नामदेव, सह प्रभारी श्रीराजेश ठाकुर, वाहन रखरखाव प्र्रभारी श्री अंशुल हर्षे, सह प्रभारी श्री रवि ठाकुर, मीडिया प्रभारी श्री श्रीकांत जैन, सह प्रभारी श्री नितिन सोनी, सोशल मीडिया प्रभारी श्री बालकिशन सोनी, सह प्रभारी श्री अंशुल परिहार, पत्रकार वार्ता प्रभारी श्री प्रदीप राजौरिया, सह प्रभारी श्री राजेश पंडित, भोजन व्यवस्था प्रभारी श्री नवीन भट्ट, सह प्रभारी श्री रिक्की शर्मा, आवास व्यवस्था प्रभारी, श्री देवेन्द्र फुसकेले, सह प्रभारी श्री आलोक केशरवानी, साज-सज्जा प्र्रभारी श्री निकेश गुप्ता, सह प्रभारी श्रीमती सविता साहू, धार्मिक स्थल दर्शन प्रभारी श्री मनीष चैबे, सह प्रभारी श्री ओमप्रकाश सोनी, विशिष्ट व्यक्तित्व से संपर्क प्रभारी श्री वृन्दावन अहिरवार, सह प्रभारी श्री वीरेन्द्र पाठक, बेनर/झंडा/होर्डिग/विज्ञापन प्रभारी श्री पंकज मुखारया, सह प्रभारी श्री अर्पित पाण्डेय आई.टी. प्रभारी श्री सोनू उपाध्या सह प्रभारी श्री नीरज चैरसिया को नियुक्त किया।
बैठक का संचालन सागर जिले में आर्शीवाद यात्रा के प्रभारी लक्ष्मण सिंह जी ने किया बैठक में प्रमुख रूप से जिला महामंत्री श्री श्याम तिवारी जी, श्री वृन्दावन अहिरवार जी, मोनू चैहान जी, जिला उपाध्यक्ष जगन्नाथ गुरैया जी, रामेश्वर नामदेव जी, वैभवराज कुकरेले जी, अनिल ढिमोले जी, जिला मंत्री सुषमा यादव, सविता साहू, कार्यालय मंत्री देवेन्द्र कटारे जी, कोषाध्यक्ष निकेश गुप्ता जी, वरिष्ठ भाजपा नेता डाॅ. वीरेन्द्र पाठक जी, पंकज मुखारया, जिनेश साहू, गंगाराम अहिरवार, राजेश पंडित, मंडल अध्यक्ष विक्रम सोनी, मनीष चैबे, रीतेश मिश्रा, आफीसर यादव, अंशुल हर्षे, यश अग्रवाल, अंकित तिवारी, बालकिशन सोनी, सोनू उपाध्याय, नीरज चैरसिया, आलोक केशरवानी, रवि ठाकुर, राजीव सोनी, रामेश्वर यादव, मधुकर जाटव, कपिल कुशवाहा, शिंथिल पड़ेले, बलराम राय सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उक्ताशय की जानकारी मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन ने दी।
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एडिना ग्रुप में राष्ट्रीय लाइब्रेरियन दिवस का आयोजन

एडिना ग्रुप में राष्ट्रीय लाइब्रेरियन दिवस का आयोजन

किताबे ही मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती है । पुस्तकों एवं पुस्तकालयों  का महत्व कभी न कम हुआ है ना होगा,इसी आधारशिला पर आज एडिना ग्रुप में राष्ट्रीय लाइब्रेरियन दिवस का आयोजन किया गया जिसमें अध्ययनरत विद्यार्थियों को लाइब्रेरी साइंस की आधुनिक व्यवस्थाओं जैसे कि ई-लाईब्रेरी, ई-जर्नल आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी । संस्था के डायरेक्टर डॉ. सुनील जैन ने संस्था की फार्मेसी एवं इंजीनियरिंग की अत्याधुनिक लाइब्रेरी की सुविधाओं एवं उपलब्ध पुस्तकों की संख्या एवं गुणवत्ता के बारे में बतलाया । संस्था की लाइब्रेरियन रिया जैन,हेमा जगाती एवं सपना मिश्रा के द्वारा विद्यार्थियों को लाईब्रेरी भ्रमण एवं लाइब्रेरी में उपस्थित विषयवार विभिन्न पुस्तकों एवं पुस्तकालय की जानकारी दी गयी एवं विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के लिए क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया ।
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मातृ शिशु कल्याण कार्यशाला का आयोजन

मातृ शिशु कल्याण कार्यशाला का आयोजन

सागर। इनरव्हील क्लब ऑफ सागर सेंट्रल और रोटरी क्लब ऑफ़ सागर सेंट्रल ने काका गंज वार्ड मे  मातृ शिशु कल्याण कार्यशाला का आयोजन किया | जिसमें डाॅ सनज्योत माहेश्वरी  शिशु बाल विशेषज्ञ और डॉ कविता गहलोत स्त्री रोग विशेषज्ञ ने माओ को स्तनपान का महत्व समझाया और डॉ माहेश्वरी ने बच्चों के खान पान व टीके संबंधी जानकारी दी | कार्यक्रम का शुभारंभ इनरव्हील अध्यक्षा हिना गुप्ता के उद्बोधन के साथ हुआ व अंत में सविता माहेश्वरी ने आभार प्रकट किया |कार्यक्रम का संचालन दीप्ति चंदेरिया ने किया| पार्षद शारदा कोरी जी का विशेष सहयोग रहा 
अंत मे महिलाओं को फल, साड़ी, दलिया, बच्चों के लिए कपड़े खिलौने और अन्य खाद्य सामाग्री वितरित की गई |कार्यक्रम में रोटरी अध्यक्ष अमित गुप्ता व सचिव  आजाद जैन आदि शामिल थे |
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तिरंगा यात्रा में सम्मिलित हुआ सागर शहर कांग्रेस सेवादल

तिरंगा यात्रा में सम्मिलित हुआ सागर शहर कांग्रेस सेवादल

भोपाल। भोपाल में प्रदेश कांग्रेस सेवादल द्वारा आयोजित तिरंगा यात्रा में शहर कांग्रेस सेवादल के सदस्यगणों ने बढ चढकर हिस्सा लिया। यात्रा अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई के आतिथ्य में संपन्न हुई। यात्रा में प्रदेश अध्यक्ष ठा.रजनीश सिंह के साथ अजय सिंह,अरूण यादव,पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा,पी.सी.शर्मा आदि यात्रा के साथ साथ रहे ।
सागर से भोपाल गये शहर सेवादल परिवार के अध्यक्ष सिंटू कटारे ने प्रदेश प्रभारी सेवादल के.के.पांडे को और पूर्व प्रभारी सी.पी.वाजपेयी को कोरोना काल मे सेवादल द्वारा किये गये जनहितैषी कार्यों और सागर में सेवादल द्वारा आयोजित किसान यात्रा का फोटो संग्रह भेट किया।
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लाइब्रेरियन दिवस पर डा. रंगनाथन को याद किया, बीएचयू में आयोजन

लाइब्रेरियन दिवस पर डा. रंगनाथन को याद किया, बीएचयू में आयोजन

वाराणसी। पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत संस्था यंग लाइब्रेरियन एसोसियेशन की काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई के तत्वाधान में लाइब्रेरियन दिवस समारोह पर बेवीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. भास्कर मुकर्जी ने भारत में लाइब्रेरी सांईस के पितामह एवं पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान को नई उंचाईयों तक ले जाने वाले डा. शियाली राम अमृत रंगनाथन के जन्म दिवस पर उनके आदर्शो को जीवन में उतारने की बात कही। अध्यक्षता करते हुए यंग लाइब्रेरियन एसोसियेशन के राष्टीय संयोजक डा. संजीव सराफ ने डा. रंगनाथन को नमन करते हुए उनके द्वारा स्थापित संस्थाओं की चर्चा की तथा कहा कि उनके द्वारा दिए गए सिद्धांत आज भी प्रांसगिक है। आपने कहा कि केन्द्रीय ग्रंथालय के उन्नयन में आपका योगदान अहम है क्योंकि आपने लंबे समय तक केन्द्रीय ग्रंथालय में अपनी सेवायें दी है। विषय प्रवर्तन करते हुए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. हीरककांति चक्रवती ने उन्हें ज्ञान की आराधना का सच्चा साधक निरूपित किया तथा उनके कार्यो को वर्तमान समय में उपयोगी बताया। सारस्वत अतिथि यंग लाइब्रेरियन एसोसियेशन की उपाध्यक्ष डा. शुचिता सिंह ने डा.रंगनाथन के पंच सूत्रांे को पुस्तकालय के लिए उपयोगी बताया।म.प्र.शासन के उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक कार्यालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डा. शैलेष आचार्य ने इस अवसर पर विशेष संबोधन देते हुए पद्मश्री डा. रंगनाथन के कार्यो को जन जन तक पहुंचाने का आव्हान किया। केन्द्रीय गं्रथालय के सहायक ग्रंथालयी डा. प्रवीण कुमार सिंह ने दिव्यांगों को उपलब्ध ई-संसाधनों की जानकारी दी एवं सहायक ग्रंथालयी डा. श्रृति लाल ने कहा कि केन्द्रीय ग्रंथालय डा. रंगनाथन की कर्मभूमि रहा है अतः पूज्यनीय है। सहसचिव डा. नेहा वर्मा एवं सहसचिव अशोक कुमार शुक्ला ने डा. रंगनाथन की कृतियों पर प्रकाश डाला। शोध छात्र अभय चैरसिया एवं प्रशांत कुमार सिंह ने उनकी द्वारा प्रतिपादित कोलन क्लासिफिकेशन की चर्चा की। संचालन यंग लाइब्रेरियन एसोसियेशन के अध्यक्ष डा. रामकुमार दांगी द्वारा किया गया एवं आभार ब्रजेश गर्ग ने व्यक्त किया। इस अवसर पर सुब्रत गंगोपाध्याय, ब्रज पाल, मीडिया लाॅ की प्रीति वर्मा,डा. संजय सिंह, डीएवी कालेज की रूचि नंदा का विशेष सहयोग रहा।

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तहसीलदार का रीडर 50 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार, सागर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही

तहसीलदार का रीडर 50 हजार रिश्वत लेते गिरफ्तार, सागर लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही

★ जमीन के नामांतरण पर मिले स्टे को रिकॉर्ड में दर्ज करने के नाम पर मांग रहा था रिश्वत
ओरक्षा। लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को ओरछा तहसीलदार के रीडर को 50 हजार रुपए की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है। रीडर कृषि भूमि के नामांतरण पर मिले स्टे ऑर्डर को रिकॉर्ड में दर्ज करने के एवज में रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त टीम ने निवाड़ी जिले के ओरछा तहसील कार्यालय में गुरुवार दोपहर छापा मारा।
किसान महेश पुत्र केशवदास यादव (38) निवासी रामनगर (ओरछा) कृषि भूमि के विवाद के चलते जमीन के नामांतरण को लेकर कोर्ट से स्टे लेकर आया था। स्टे ऑर्डर तहसील कार्यालय के रिकॉर्ड में दर्ज कराना था। महेश कार्यालय पहुंचा तो तहसीलदार के रीडर प्रदीप बबेले ने इसके लिए 50 हजार रुपए की मांग की।

परेशान होकर लोकायुक्त से की शिकायत

रिश्वत की डिमांड से परेशान होकर महेश ने लोकायुक्त कार्यालय सागर में शिकायत कर दी। लोकायुक्त सागर की टीम गुरुवार को कार्रवाई के लिए ओरछा पहुंची। यहां शिकायतकर्ता को रिश्वत के रुपए लेकर तहसीलदार के रीडर प्रदीप के पास भेजा। जैसे ही रीडर प्रदीप ने रिश्वत के 50 हजार रुपए लिए लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर रंगेहाथ पकड़ लिया। हाथ धुलवाए तो लाल हो गए।लोकायुक्त सागर डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि ओरछा तहसील कार्यालय में तहसीलदार के रीडर प्रदीप बबेले को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रीडर प्रदीप के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।


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