विवाह समारोह से जुड़ी समस्याओं को लेकर शादी विवाह व्यापारी महासंघ ने दिया ज्ञापन

विवाह समारोह से जुड़ी समस्याओं को लेकर शादी विवाह व्यापारी महासंघ ने दिया ज्ञापन 


सागर। शादी विवाह व्यापारी महासंघ द्धारा महासंघ के संरक्षक अखिलेष मोनी केषरवानी के नेतृत्व में विवाह समारोह से जुड़ी सभी समस्याओं के निराकरण के लिये कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौपा। 
ज्ञापन सौपते हुये शादी विवाह महासंघ के सरंक्षक अखिलेष मोनी केषरवानी ने बताया कि गत वर्ष नवम्बर दिसम्बर में एवं मार्च, अप्रैल, मई में शासन और जिला प्रषासन के द्धारा जारी किये गये लाॅकडाऊन का पूर्णतः पालन किया है। केटरिंग के साथ अनुसांगिक संगठन टेंट, बैंड, डी.जे, फोटोग्राफर आदि ने जिला प्रषासन बनाये गये समस्त नियमों का पूर्णतः पालन किया। अब अनलाॅक की प्रक्रिया 5 जून से लागू की गई हैं इस अनलाक की प्रक्रिया शादी व्यापारी महासंघ से जुड़े हुए सभी संगठनों की उपेक्षा की गई है। बाजार सुबह 6 बजे सेे रात 8 बजे तक खोले गये हैं और इसी प्रकार दुकान और व्यापार को छूट प्रदान की गई ऐसी राहत और छूट पाने के अधिकार हम सभी लोंगों को भी हैं । 
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी कोरोना के कारण हमारे गार्डन बंद थे और शादियां नहीं हो पाई थीं वहीं शादी विवाह से संबंधित सभी छोटे-मोटे व्यवसाई धंधे वाले लोग भी अपनी रोजी-रोटी से वंचित हो गए थे। इस वर्ष भी लाकडाउन लगा दिया गया है एवं शादी समारोह में मात्र 40 व्यक्तियों की उपस्थिति को निर्देशित किया गया है। जिसके चलते हमारी रोजी-रोटी छिन गई है। हमारा तो यही व्यवसाय है जब शादी समारोह ही नहीं होंगे तो हमारी रोजी रोटी कैसे चलेगी। ऊपर से इतनी महंगाई चल रही है कि खाने पीने की वस्तुएं खरीदना दूभर हो गया है। 

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गार्डन संचालकों ने यह मांग की है कि कम से कम 100 लोगों को गार्डन में आने की अनुमति दी जाए। गार्डन संचालकों ने यह भी कहा कि हम कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए शादी समारोह को संचालित करेंगे और कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन भी किया जाएगा।
उन्होने ज्ञापन में मांग करते हुये बताया आज दिनांक 15 जून से 18 जुलाई तक जिसमें शादी विवाह मुर्हत हैं इस अवधि के लिये वर एवं वधु पक्ष के 100-100 लोगों की अनुमति प्रदान मेहमानो की संख्या गार्डन या पंडाल की (जगह अनुसार) निर्धारित करने के साथ रविवार के दिन जो वैवाहिक कार्यक्रम पूर्व से सुनिष्चित है, उन कार्यक्रमों समपन्न करने की अनुमति शासकीय गाईडलाईन के अनुसार प्रदान की जाये। और विवाह समारोह में शासकीय अनुमति की बाध्यता को समाप्त कर टेंट, केटरिंग, बैंड, डी.जे., फोटोग्राफर एवं घोड़ा बग्गी, फलावर डेकोरेषन वालो को रात्रि में सामान लाने ले जाने एवं स्टाफ को रात्रि में आने जाने की अनुमति प्रदान करने जैसी समस्याओं के निराकरण करने की बात ज्ञापन के माध्यम से कही।  
ज्ञापन देने में विवाह व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष दिनेष दक्ष, उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम नेमा, सचिव नीरज अग्रवाल, नवीन श्री जी, राजेष जैन पायल, राजा साहू, रोषन डी.जे. संतोष जैन सहित अन्य व्यापार से संबधित लोग उपस्थित रहें।


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SAGAR : कोविंड-19 योद्धा कल्याण समीक्षा बैठक सम्पन्न ★बाल कल्याण योजना में 7 बच्चों को मिले प्रमाणपत्र, तीन कर्मचारियों के कोविड योद्धा के प्रकरणों का अनुमोदन

SAGAR : कोविंड-19 योद्धा कल्याण समीक्षा बैठक सम्पन्न
बाल कल्याण योजना में 7 बच्चों को मिले प्रमाणपत्र, तीन कर्मचारियों के कोविड योद्धा के प्रकरणों का अनुमोदन


विभागीय स्तर पर शिविर आयोजित कर प्रकरणों का सात दिवस में करे निराकरण  -कलेक्टर श्री सिंह
 
सागर ।  विभागीय स्तर पर शिविर आयोजित कर कोविड  योजनाओं के  प्रकरणों का  सात दिवस में निराकरण करें। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने कोविंड-19 योद्धा कल्याण समीक्षा बैठक में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दिये। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक  अतुल सिंह , नगर निगम कमिश्नर श्री आर पी अहिरवार, अपर कलेक्टर  अखिलेश जैन,  डॉक्टर धीरेंद्र मिश्रा, अजब सिंह ठाकुर,  उदय  गौतम, श्रीमती रचना बुधौलिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर  दीपक सिंह की अध्यक्षता में  मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना,मुख्यमंत्री कोविड- 19 विशेष अनुग्रह योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा योजना,मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना की जिलास्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें निर्देश दिए कि समस्त विभाग अपने-अपने विभागों में शिविर आयोजित कर कोरोना संक्रमण से मृत हुए अधिकारी कर्मचारियों के प्रकरण बनाकर तत्काल निराकरण करें ।

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कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री की मनसानुरूप समस्त प्रकरणों का निराकरण 30 जून तक किया जाए इसके लिए समस्त विभाग अपने-अपने विभागों के जो भी अधिकारी कर्मचारी इस योजना के तहत पात्र पाए जाते हैं उनके प्रकरणों को तत्काल तैयार किए जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों को तैयार कर समय सीमा बैठक में प्रस्तुत करें। कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना के तहत आज 3 प्रकरणों का निराकरण करते हुए 7 बच्चों को प्रमाण पत्र भेंट किए। उक्त 7 बच्चों को अब 5000 रूपये की राशि प्रतिमाह उनके खातों में पहुंच सकेगी।कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री कोविड-19 योद्धा कल्याण योजना के तहत जिले की तीन कर्मचारियों के प्रकरणों का समिति द्वारा अनुमोदन कर उनको भोपाल भेजा गया । तीन  प्रकरणों में स्व श्री आनंद मिश्रा पुलिस विभाग, स्व श्री दीपक रैकवार सहायक खाद्य निरीक्षक, स्व श्री रमाकांत गुरु राजस्व निरीक्षक नगर निगम शामिल है।
            
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घरौंदा आश्रम की अव्यवस्थाओं की जांच की मांग, सेवा भारती ने दिया ज्ञापन


घरौंदा आश्रम की अव्यवस्थाओं की जांच की मांग, सेवा भारती ने दिया  ज्ञापन 

★ घरौंदा आश्रम में रह रही लड़की का संदिग्ध अवस्था में निधन होने को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की

सागर। बाघराज वार्ड स्थित  घरौंदा आश्रम में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर एवं विगत दिनों 11 अप्रैल को घरौंदा आश्रम की लड़की का संदिग्ध अवस्था में निधन होना और घरौंदा आश्रम के संचालक द्वारा मृत हुई लड़की के परिजनों को सूचना दिए बिना एवं पोस्टमार्टम कराये बिना लड़की का दाह संस्कार करना संदिग्ध परिस्थिति निर्मित करती हैं l जिसकी उच्च स्तरीय जांच करके दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए l इस संबंध में आज सेवा भारती की मातृ शक्तियों द्वारा सागर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया l 

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इस संबंध में सेवा भारती की कार्यकर्ता और पूर्व महापौर सुश्री मनोरमा गौर ने बताया कि घरोंदा  आश्रम संचालित करने के लिए संचालक को एनजीओ के माध्यम से ग्रांट मिलता है उसके पश्चात भी शहर के लोगों से समय-समय पर संचालक द्वारा आश्रम के क्रियान्वयन को लेकर सहयोग मांगा जाता है l वहीं दूसरी ओर घरौंदा आश्रम में रहने वाले दिव्यांग एवं मानसिक रूप से एवं शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए समय सीमा पर उचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दी जा रही है  और आज घरौंदा आश्रम सहायता के नाम पर आप व्यवस्था का केंद्र बना हुआ है l उन्होंने बताया कि घरौंदा आश्रम में रहने वाली बालिका का विगत दिनों संदिग्ध अवस्था में निधन होना और घरौंदा आश्रम के संचालक द्वारा मृत लड़की के परिजनों को सूचना दिए बिना और पोस्टमार्टम कराए बिना दाह संस्कार निंदनीय कृत्य है l जो संदिग्धता की ओर इशारा करता है एवं घरौंदा आश्रम में फैली अव्यवस्थाओं की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए l सागर कलेक्टर को ज्ञापन श्रीमति अलका श्रीवास्तव, श्रीमति प्रीति शेखावत, आशालता, लक्ष्मी ,सीमा बहन आदि ने ज्ञापन सौंपा l
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घरौंदा आश्रम की अव्यवस्थाओं की जांच की मांग, सेवा भारती ने दिया ज्ञापन

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★ घरौंदा आश्रम में रह रही लड़की का संदिग्ध अवस्था में निधन होने को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की

सागर। बाघराज वार्ड स्थित  घरौंदा आश्रम में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर एवं विगत दिनों 11 अप्रैल को घरौंदा आश्रम की लड़की का संदिग्ध अवस्था में निधन होना और घरौंदा आश्रम के संचालक द्वारा मृत हुई लड़की के परिजनों को सूचना दिए बिना एवं पोस्टमार्टम कराये बिना लड़की का दाह संस्कार करना संदिग्ध परिस्थिति निर्मित करती हैं l जिसकी उच्च स्तरीय जांच करके दोषियों पर कठोर कार्यवाही की जाए l इस संबंध में आज सेवा भारती की मातृ शक्तियों द्वारा सागर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया l 

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इस संबंध में सेवा भारती की कार्यकर्ता और पूर्व महापौर सुश्री मनोरमा गौर ने बताया कि घरोंदा  आश्रम संचालित करने के लिए संचालक को एनजीओ के माध्यम से ग्रांट मिलता है उसके पश्चात भी शहर के लोगों से समय-समय पर संचालक द्वारा आश्रम के क्रियान्वयन को लेकर सहयोग मांगा जाता है l वहीं दूसरी ओर घरौंदा आश्रम में रहने वाले दिव्यांग एवं मानसिक रूप से एवं शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए समय सीमा पर उचित स्वास्थ्य सेवाएं नहीं दी जा रही है  और आज घरौंदा आश्रम सहायता के नाम पर आप व्यवस्था का केंद्र बना हुआ है l उन्होंने बताया कि घरौंदा आश्रम में रहने वाली बालिका का विगत दिनों संदिग्ध अवस्था में निधन होना और घरौंदा आश्रम के संचालक द्वारा मृत लड़की के परिजनों को सूचना दिए बिना और पोस्टमार्टम कराए बिना दाह संस्कार निंदनीय कृत्य है l जो संदिग्धता की ओर इशारा करता है एवं घरौंदा आश्रम में फैली अव्यवस्थाओं की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए l सागर कलेक्टर को ज्ञापन श्रीमति अलका श्रीवास्तव, श्रीमति प्रीति शेखावत, आशालता, लक्ष्मी ,सीमा बहन आदि ने ज्ञापन सौंपा l
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बुद्ध हमेशा से यर्थाथवादी रहे-डॉ. सुरेंद्र पाठक ★ ‘आधुनिक समय में बौद्ध मूल्यों का पुनरावलोकन’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार

बुद्ध हमेशा से यर्थाथवादी रहे-डॉ. सुरेंद्र पाठक


★ 'आधुनिक समय में बौद्ध मूल्यों का पुनरावलोकन' विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार


महू। 'वर्तमान समय में मानव समाज अनेक चुनौतियों से सामना कर रहा है. वह अपने लालच और ईर्ष्या के कारण अनेक समस्यायें उत्पन्न कर रहा है और इन सब चुनौतियों से निपटने के लिए बुद्ध विचार हमेशा सामयिक रहे हैं.' यह बात त्रिभुवन यूर्निवसिटी लुंबिनी में बौद्ध चेयर के हेड श्री नरेश मान 'आधुनिक समय में बौद्ध मूल्यों का पुनरावलोकन' विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबीनार में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोल रहे थे. यह अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी लॉर्ड बुद्धा चेयर बीआर अम्बेडकर सामाजिक विश्वविद्यालय, महू एवं भारतीय शिक्षण मंडल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. उन्होंने आज की विषम परिस्थितियों के लिए औद्योगिकीकरण और मनुष्य की हिंसक प्रवृत्ति की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि बुद्ध के बताये रास्ते पर चलकर हम एक सुखी संसार का निर्माण कर सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ. सुरेन्द्र पाठक ने आज के विषय 'आधुनिक समय में बौद्ध मूल्यों का पुनरावलोकन' पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया. पूर्व वक्ताओं की बातों का उल्लेख करते हुए डॉ. पाठक ने कहा कि विज्ञान और बौद्ध दर्शन का गहरा संबंध है. उन्होंने कहा कि बुद्ध दर्शन को तीन प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से समझना जरूरी है कि पहला यह कि बुद्ध दर्शन ईश्वर की सत्ता को स्वीकार नहीं करता है. वह अनिश्वरवादी है. दूसरा यह कि आत्मा की परिकल्पना को लेकर बुद्ध दर्शन खामोश है. तीसरा यह कि बुद्ध दर्शन यह मानता है कि कुछ भी स्थायी नहीं है. सब क्षणभुंगर है. आज जो हम भौतिकवादी और विज्ञानवादी समय में जी रहे हैं, उसकी नींव बुद्ध दर्शन ने रखा, यह माना जा सकता है. बुद्ध धर्म रहस्य को नकारने का काम किया है. उन्होंने बौद्ध दर्शन के पंचशील सिद्धांत की विवेचना करते हुए कहा कि पंतजलि में भी इसी प्रकार की व्याख्या मिलती है. चित्त की शुद्धि से स्मृति की शुद्धि होती है जो समाधि की ओर ले जाता है. डॉ. पाठक ने कहा कि बुद्ध कहते थे कि पहले जानो, फिर मानो. वे मौलिकता की बात करते थे. बुद्ध हमेशा से यर्थाथवादी रहे और उन्होंने सपने नहीं दिखाये. बुद्ध सर्वकालिक हैं और वे कठिन नहीं, सहजता के पक्ष में हैं.

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इसके पूर्व अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ. काशीनाथ, संस्कृत विश्वविद्यालय नेपाल ने बुद्ध दर्शन की व्याख्या करते हुए कहा कि बौद्व दर्शन में समूचे संसार का कल्याण निहित है. उन्होंने पंचशील सिद्धांत का उल्लेख करते हुए कहा कि मनुष्य किसी प्राणी के साथ स्वयं हिंसा ना करे और ना ही किसी को हिंसा की अनुमति दे. हिंसा नहीं होने से समाज में शांति की स्थापना होगी. उन्होंने कहा कि बिना अनुमति दूसरे के चीजों का ना लें. इससे लालच पर नियंत्रण होगा. तीसर बात उन्होंने कहा कि सत्य के मार्ग पर चलें. चौथी बात उन्होंने कामनाओं और वासनाओं से मुक्त रहने के लिए कहा तथा पांचवीं बात में उन्होंने सुरा अल्कोहल से दूर रहने के लिए कहा. उन्होंंने कहा कि अहिंसा, सत्य, वासनामुक्त रहने से समाज में अदालत और अस्पताल की जरूरत समाप्त हो जाएगी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आज हम जो कर्म करेंगे, उसका परिणाम भी हमें भुगतना होगा. महात्मा गांधी इंस्ट्यूट मॉरीशस में असिसटेंट प्रोफेसर डॉ. संयुक्ता ने कहा कि- 'कोरोना की महामारी में हमें करूणा देखने को मिली.' उन्होंने कहा कि प्राथमिक शाला में बुद्ध की करूणा कहानी पढ़ी थी जो आज भी उनके मस्तिष्क पर अंकित है. उन्होंने अज्ञानता में प्रकाश का मार्ग दिखलाने का रास्ता बुद्ध दर्शन को बताया. उन्होंने अपेक्षा कि भारत के स्कूलों में बौद्ध धर्म की शिक्षा अनिवार्य किया जाना चाहिए. संगोष्ठी में महात्मा गांधी इंस्ट्यूट मोका, मॉरीशस से पधारे श्री रोशन बुद्धन ने पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से बुद्ध दर्शन को समझाया तथा शिक्षा में बुद्ध दर्शन का क्या महत्व है, यह भी बताया.   
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रो. नीरू मिश्रा ने किया. प्रो. मिश्रा ने बौद्ध दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जीवन में सम्यक परिवर्तन के लिए बौद्ध धर्म एकमात्र प्रभावशील रास्ता है. उन्होंने बताया कि एक अध्ययन में यह बात संज्ञान में आयी है कि बौद्ध धर्म के विपश्यना ध्यान पद्धति से अनेक अपराधियों में सकरात्मक परिवर्तन देखने को मिला है. बौद्ध दर्शन को युवा पीढ़ी के लिए जानना जरूरी बताया. संगोष्ठी के आरंभ में कुलपति प्रो. आशा शुक्ला ने अतिथियों का परिचय दिया. कुलपति महोदया ने अपेक्षा की कि बौद्ध दर्शन पर और गंभीर कार्य करने के लिए वैश्विक स्वरूप दिया जाए. इसके लिए उन्होंने विभिन्न विश्वविद्यालयों से पधारे अतिथियों से सहयोग की अपेक्षा की. कार्यक्रम का संचालन डीन प्रोफेसर डीके वर्मा ने किया. संगोष्ठी के सफल आयोजन में रजिस्ट्रार श्री अजय वर्मा समस्त विश्वविद्यालय का उल्लेखनीय सहयोग रहा.


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सड़क के किनारे चबूतरे पर मिला शव , सेवादल ने उठाया और भिजवाया पोस्टमार्टम के लिए

सड़क के किनारे चबूतरे पर मिला शव , सेवादल ने उठाया और भिजवाया पोस्टमार्टम के लिए

साग़र। साग़र के बड़ा बाजार क्षेत्र में आज सुबह एक दुकान के बाहर एक मजदूर का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे को खबर मिली । उन्होंने पुलिस को सूचना दी और खुद शव उठाकर  वाहन में रखा और पोस्टमार्टम के  लिए भिजवाया।

आज सुबह मोतीनगर थाना क्षेत्र में  बड़ा बाजार में एक दुकान के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। उसके शरीर पर कपड़े कम थे । शव मिलने से क्षेत्र सनसनी फैल गई। मौके पर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे पहुचे। वहां पुलिस भी मौजूद थी। उसकी शिनाख्त रविश्नकर वार्ड निवासी  नरेंद्र साहू पिता कनछेदी साहू के रूप में हुई। परिजनों के अनुसार नरेंद्र साहू मजदूरी के लिए निकला था। 
मृतक का शव उठाने कोई नही आया । इस पर  सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने एक आपे वाहन बुलवाया और पुलिस की मदद से शव वाहन में रखवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इस कार्य मे ब्लाक अध्यक्ष नितिन पंचोरो, विकास साहू, जयदीप यादव, विकास मिश्रा ,राम गोपाल यादव, नरेंद्र यादव और अमित घोषी आदि में मदद की।

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वेक्सीनेशन : 15 जून मंगलवार को इन केंद्रों पर होगा

वेक्सीनेशन : 15 जून मंगलवार को इन केंद्रों पर होगा

सागर ।  जिला टीकाकरण अधिकारी सागर द्वारा बताया गया कि  15 जून मंगलवार को कोविड 19 टीकाकरण,सागर षहरी क्षेत्र में पात्र हितग्राहियों को, कोवैक्सीन एवं कोविषील्ड का प्रथम एवं द्वितीय डोज निम्नानुसार स्थानों पर आयोजित सत्रों पर लगाया जावेगा ।
जिला  टीकाकरण अधिकारी ने आमजन से अपील की हैं कि द्वितीय डोज अवश्य लगवाये ताकि आपका पूर्ण टीकाकरण हो,कोरोना संक्रमण से आप एवं अपने परिवार व दूसरों को सुरक्षित कर सकते हैं और दूसरों को भी लगवाने हेतु प्रेरित करे । भ्रम और अफवाहों से दूर रहें ।
शहरी क्षेत्र सागर
1. महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल क्रमांक -1 (एम.एल.बी.स्कूल) बस स्टेंड के पास।
2. पुलिस लाईन एस.पी. ऑफिस के पीछे।
3. न्यू कैंट स्कूल सदर।
4. कला एवं वाणिज्य महाविघालय तहसीली।
5. पंडित रविषंकर शुक्ल कन्या उच्च.माध्य.विघा. मोतीनगर।
6. कन्या माध्यमिक षाला हुलासीराम मुखारया सदर सागर
7. आर्य समाज कन्या स्कूल कटरा बाजार ।
8. मोतीलाल नेहरू स्कूल कटरा बाजार सागर ।
9. संतकंवरराम वार्ड सिंधी धर्मशाला सागर। 
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SAGAR : नदियों और जलाशयों से 15 अगस्त तक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध

SAGAR : नदियों और जलाशयों से 15 अगस्त तक मछली पकड़ने पर प्रतिबंध

सागर । कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री दीपक सिंह द्वारा वर्षा ऋतु में मछलियों की वंशवृद्धि (प्रजनन) के दृष्टिकोण से उन्हें संरक्षण देने हेतु म०प्र० नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम 1972 की धारा 3 (2) के अंतर्गत 16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) के रूप में अधिघोषित किया गया है।
म०प्र० शासन मछलीपालन विभाग के अनुसार छोटे तालाब या अन्य स्रोत्र जिनका कोई संबंध किसी नदी से नही है और जिन्हे निर्दिष्ट जल की परिभाषा के अंतर्गत नही लाया गया है को छोड़कर समस्त नदियों, जलाशयों में बंद ऋतु में मत्स्याखेट पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही मत्स्य विक्रय या मत्स्य विनिमय अथवा परिवहन करना भी प्रतिबंधित है। इन नियमों के उल्लंघन पर म०प्र० राज्य मत्स्य क्षेत्र संशोधित अधिनियम 1981 की धारा 5 के तहत उल्लंघनकर्ता को एक वर्ष का कारावास या 5 हजार रूपये तक का जुर्माना या दोनों से दंडित किये जाने का प्रावधान है ।
अतः मत्स्य समितियों, मत्स्य समूहों, निजी मत्स्यपालकों एवं जन साधारण को सूचित किया गया है कि वे दिनांक 16 जून 2021 से 15 अगस्त 2021 तक किसी भी प्रकार का मत्स्याखेट, मत्स्य विनिमय, परिवहन न तो स्वयं करें न ही इसमें किसी अन्य को सहयोग दें। अन्यथा उल्लंघन करने पर उपरोक्त नियमों के तहत कानूनी कार्यवाही की जावेगी ।   
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