बीएमसी में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं , सुचारू रूप से किया जा रहा कोविड मरीजों का इलाज -कमिश्नर
सागर । बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज सागर में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यहाँ कोविड मरीजों का सुचारू रूप से इलाज जारी है। मरीजों के उपचार के सभी आवश्यक सुविधाएँ और प्रबंध हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त मात्रा में स्टाक है।
सागर संभाग कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला ने बताया कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। कमिश्नर श्री शुक्ला ने बताया कि बीएमसी में ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हई है, जिन तीन मरीजों की मृत्यु हई है, उनकी स्थिति पहले से ही नाजुक थी।
कोविड की व्यवस्थाओं के मददेनजर बीएमसी में भर्ती छोटे बच्चों को जिला चिकित्सालय में शिफ्ट किया गया था, जिससे बीएमसी में कोविड मरीजों के लिए और अधिक बेड मिल सके।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने बताया कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में ऑक्सीजन की कमी को लेकर कुछ सोशल मीडिया में भ्रामक खबर चल रही थी। इस संबंध में बीएमसी के डीन और अधीक्षक से चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि बीएमसी में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ऑक्सीजन सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था है। बीएमसी के एसएनसीयू में भर्ती 11 बच्चों को जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में शिफ्ट किया गया है। सभी बच्चे स्वस्थ है और उनका इलाज चल रहा है। बीएमसी में कोविड और नॉन कोविड मरीजों के इलाज के उचित प्रबंध है। बीएमसी में जो डेथ हुई है, उनका जिला स्तरीय समिति द्वारा डेथ रिव्यू किया जाएगा।
ऑक्सीजन कमी से नहीं हुई मरीज मृत्यु- सिविल सर्जन डॉ. वर्मा
ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय खरगोन डॉ. दिव्येश वर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता है और यहाँ किसी भी रोगी की ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु नहीं हुई है। जिला चिकित्सालय में लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई जारी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर इंदौर और भोपाल स्थित गोडाउन से ऑक्सीजन निरंतर मंगवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एक समाचार-पत्र में ऑक्सीजन की कमी के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीज की मौत का समाचार भ्रामक और गलत है।
सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने बताया कि मंगलवार रात्रि 11 बजे इंदौर से 100 ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल में आ चुके थे और मरीज की मृत्यु बुधवार सुबह हुई थी। उन्होंने बताया कि मरीज की मृत्यु निमोनिया और मल्टीआर्गन फेल होने से हुई है। मरीज की कोविड जाँच भी की गई, जिसमें रिपोर्ट नेगेटिव आई। सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने बताया कि बुधवार रात्रि 10 बजे 35 सिलेंडर स्टॉक में थे। गुरूवार प्रातः 4 बजे 43 सिलेंडरों से भरा वाहन खरगोन पहुँचा। वर्तमान में जिला अस्पताल में कुल 21 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर और 33 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर स्टॉक में उपलब्ध है। इसके अलावा 65 सिलेंडर से भरा वाहन इंदौर गोडाउन से गुरूवार दोपहर 3 बजे रवाना हो चुका है, जो रात्रि 7-8 बजे तक खरगोन पहुँचेगा।
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सागर । बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज सागर में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यहाँ कोविड मरीजों का सुचारू रूप से इलाज जारी है। मरीजों के उपचार के सभी आवश्यक सुविधाएँ और प्रबंध हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त मात्रा में स्टाक है।
सागर संभाग कमिश्नर श्री मुकेश शुक्ला ने बताया कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। कमिश्नर श्री शुक्ला ने बताया कि बीएमसी में ऑक्सीजन की कमी की वजह से किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हई है, जिन तीन मरीजों की मृत्यु हई है, उनकी स्थिति पहले से ही नाजुक थी।
कोविड की व्यवस्थाओं के मददेनजर बीएमसी में भर्ती छोटे बच्चों को जिला चिकित्सालय में शिफ्ट किया गया था, जिससे बीएमसी में कोविड मरीजों के लिए और अधिक बेड मिल सके।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने बताया कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में ऑक्सीजन की कमी को लेकर कुछ सोशल मीडिया में भ्रामक खबर चल रही थी। इस संबंध में बीएमसी के डीन और अधीक्षक से चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि बीएमसी में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। ऑक्सीजन सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था है। बीएमसी के एसएनसीयू में भर्ती 11 बच्चों को जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में शिफ्ट किया गया है। सभी बच्चे स्वस्थ है और उनका इलाज चल रहा है। बीएमसी में कोविड और नॉन कोविड मरीजों के इलाज के उचित प्रबंध है। बीएमसी में जो डेथ हुई है, उनका जिला स्तरीय समिति द्वारा डेथ रिव्यू किया जाएगा।
ऑक्सीजन कमी से नहीं हुई मरीज मृत्यु- सिविल सर्जन डॉ. वर्मा
ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध
सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय खरगोन डॉ. दिव्येश वर्मा ने बताया कि जिला चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की उपलब्धता है और यहाँ किसी भी रोगी की ऑक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु नहीं हुई है। जिला चिकित्सालय में लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई जारी है। मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर इंदौर और भोपाल स्थित गोडाउन से ऑक्सीजन निरंतर मंगवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एक समाचार-पत्र में ऑक्सीजन की कमी के कारण जिला चिकित्सालय में भर्ती मरीज की मौत का समाचार भ्रामक और गलत है।
सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने बताया कि मंगलवार रात्रि 11 बजे इंदौर से 100 ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल में आ चुके थे और मरीज की मृत्यु बुधवार सुबह हुई थी। उन्होंने बताया कि मरीज की मृत्यु निमोनिया और मल्टीआर्गन फेल होने से हुई है। मरीज की कोविड जाँच भी की गई, जिसमें रिपोर्ट नेगेटिव आई। सिविल सर्जन डॉ. वर्मा ने बताया कि बुधवार रात्रि 10 बजे 35 सिलेंडर स्टॉक में थे। गुरूवार प्रातः 4 बजे 43 सिलेंडरों से भरा वाहन खरगोन पहुँचा। वर्तमान में जिला अस्पताल में कुल 21 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर और 33 छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर स्टॉक में उपलब्ध है। इसके अलावा 65 सिलेंडर से भरा वाहन इंदौर गोडाउन से गुरूवार दोपहर 3 बजे रवाना हो चुका है, जो रात्रि 7-8 बजे तक खरगोन पहुँचेगा।
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