60 वर्ष से अधिक पीड़ितों को होम आइसोलेट न करें : निशांत बरबड़े, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा
★ कोरोना संक्रमण से हुई मौतों को लेकर की समीक्षा
सागर । 60 वर्ष से अधिक कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेट न कर उनको बीएमसी के वार्ड में भर्ती कराएं । उक्त निर्देश चिकित्सा शिक्षा आयुक्त डॉ निशांत वरवड़े ने बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अंतर के बढ़ते स्तर की समीक्षा करते हुए दिए । इस अवसर पर आयुक्त स्वास्थ्य डॉ संजय गोयल, संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इच्छित गढ़पाले, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ आर एस वर्मा , डॉ वीरेंद्र यादव डॉक्टर मनीष जैन डॉक्टर रमेश पांडे सीएमएचओ डॉ एमएस सागर तकनीकी सलाहकार डॉक्टर लोकेंद्र दुबे आशीष सक्सेना मौजूद थे।
मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त डॉ निशांत वरवड़े ने कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को होम आइसोलेट ना कर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में स्थापित कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराएं उन्होंने कहा कि समस्त डॉ आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें उन्होंने निर्देश दिए कि जो कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कॉलेज में आ रहा है उसकी पूरी हिस्ट्री संबंधित डॉक्टर से अवश्य ले उन्होंने कहा कि कोविड-19 वार्ड में भर्ती होने के पश्चात संक्रमित व्यक्ति यदि पूर्व में किसी बीमारी की दवा खा रहा है तो उसको अवश्य चालू रखें ।उन्होंने निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर जिनकी ड्यूटी कोविड वार्ड में है वह दिन में दो बार व्यक्तिगत जाकर पीड़ित मरीज का ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन एवं उसका तापमान एवं उसकी अन्य पैरामेडिकल की जांच करेंम
डॉक्टर निशांत बरबड़े ने डीन मेडिकल कालेज को निर्देश दिये कि वह प्रतिदिन कमिश्नर मुकेश शुक्ला की उपस्थिति में जिले के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से बात कर उनके जिलों में कोरोना पीड़ितों की समीक्षा करें।
यहां बता दे कोविड योद्धा डॉ शुभम उपाध्याय की मौत के बाद सीएम शिवराज सिंह ने कल समीक्षा के दौरान सागर में कोविड से मौत को लेकर समीक्षा के निर्देश दिए थे।
मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त डॉ निशांत वरवड़े ने कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को होम आइसोलेट ना कर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में स्थापित कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराएं उन्होंने कहा कि समस्त डॉ आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें उन्होंने निर्देश दिए कि जो कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कॉलेज में आ रहा है उसकी पूरी हिस्ट्री संबंधित डॉक्टर से अवश्य ले उन्होंने कहा कि कोविड-19 वार्ड में भर्ती होने के पश्चात संक्रमित व्यक्ति यदि पूर्व में किसी बीमारी की दवा खा रहा है तो उसको अवश्य चालू रखें ।उन्होंने निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर जिनकी ड्यूटी कोविड वार्ड में है वह दिन में दो बार व्यक्तिगत जाकर पीड़ित मरीज का ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन एवं उसका तापमान एवं उसकी अन्य पैरामेडिकल की जांच करेंम
डॉक्टर निशांत बरबड़े ने डीन मेडिकल कालेज को निर्देश दिये कि वह प्रतिदिन कमिश्नर मुकेश शुक्ला की उपस्थिति में जिले के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से बात कर उनके जिलों में कोरोना पीड़ितों की समीक्षा करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि यह भी सुनिश्चित करें कि कोई भी मेडिकल स्टोर वाला सर्दी खांसी बुखार की दवा बगैर डॉक्टर के पर्ची के ना देवे और उनका रिकॉर्ड संधारित किया जावे ।उन्होंने निर्देश दिए कि जिस डॉक्टर के अधीन कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज हो रहा है ।वह उसकी समस्त जांचों की हिस्ट्री एवं दिनांक अवश्य लिखकर हस्ताक्षर करें उन्होंने मेडिकल कॉलेज की चल रही है हेल्पडेस्क को और सशक्त बनाने के निर्देश दिए साथी इसके माध्यम से पीड़ित मरीज की प्रतिदिन जानकारी उनके परिजनों को दी जावे एवं उनको वीडियो कॉलिंग से उनसे बात करी कराई जाए ।उन्होंने ठंड के दिनों में कोविड-19 वार्डो मैं समस्त आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने की भी निर्देश दिए ।
श्री निशांत बरबड़े एवं डॉ गोयल ने मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए समस्त प्रकरणों की गहनता से जांच की।
आयुक्त चिकित्सा डॉ संजय गोयल ने कहा कि समस्त डॉक्टर कोविड-19 की गाइडलाइन का अक्षरश पालन करते हुए इलाज करें उन्होंने आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने एवं उसी के अनुसार रोस्टर बनाने के भी निर्देश दिए उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर टीम लीडर की तरह काम करें और उनके अधीन आने वाले पैरामेडिकल एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों से भी सामान्य व्यवहार करते हुए सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सहयोग प्राप्त करें।
भोपाल से आए तकनीकी सलाहकार डॉक्टर लोकेंद्र दुबे ने कहा कि उनसे किसी भी कठिन प्रकरण में प्रतिदिन सलाह ले सकते हैं और हर स्तर पर मृत्यु दर को कम करना ही हमारा उद्देश्य एवं संकल्प होना चाहिए।
श्री निशांत बरबड़े एवं डॉ गोयल ने मृत्यु दर की समीक्षा करते हुए समस्त प्रकरणों की गहनता से जांच की।
आयुक्त चिकित्सा डॉ संजय गोयल ने कहा कि समस्त डॉक्टर कोविड-19 की गाइडलाइन का अक्षरश पालन करते हुए इलाज करें उन्होंने आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने एवं उसी के अनुसार रोस्टर बनाने के भी निर्देश दिए उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर टीम लीडर की तरह काम करें और उनके अधीन आने वाले पैरामेडिकल एवं चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों से भी सामान्य व्यवहार करते हुए सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सहयोग प्राप्त करें।
भोपाल से आए तकनीकी सलाहकार डॉक्टर लोकेंद्र दुबे ने कहा कि उनसे किसी भी कठिन प्रकरण में प्रतिदिन सलाह ले सकते हैं और हर स्तर पर मृत्यु दर को कम करना ही हमारा उद्देश्य एवं संकल्प होना चाहिए।
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