सागर । स्वयं सहायता समूहों के 150 करोड़ रूप्ये के वर्चुअल ऋण वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 5 जिलों से की महिलाओं से सीधे बात-चीत की थी। इस बातचीत में सागर जिले की ग्राम आमेट की लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह एवं प्रार्थना स्वयं सहायता समूह की महिलायें भी मुख्यमंत्री से सीधे बातचीत के लिए चयनित थीं।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में महिलाओं की आर्थिक गतिविधियों के संचालन की प्रशंसा करते हुए अपनी बातचीत में कहा कि प्रदेश की हमारी बहिनें आत्म विश्वास के साथ गरीबी के विरूद्ध अपनी जंग लड़ रहीं हैं और आजीविका मिशन के माध्यम से उन्होंने अपनी आमदनी को बढ़ाने के रास्ते खोजें हैं। चर्चा के इसी तारतम्य में महिलाओं को उन्होंने अपने प्रवास के दौरान अपनी गतिविधियों को भी दिखाने को कहा इस पर ग्राम आमेट की श्रीमती द्रोपदी देवी ने मुख्यमंत्री को सागर आने का न्यौता दिया, जिस पर मुख्यमंत्री ने पूछा की क्या बहिनें अपने मुख्यमंत्री भाई को भोजन भी करायेंगी। द्रोपदी ने कहा कि - भैया तुम तो आमेट आओ हम तुम्हें मुनगो की कौसों की कड़ी बनाके खोआ हैं। अपने प्रस्तुतिकरण में भी द्रोपदी ने बताया कि उसने किस प्रकार बीड़ी मजदूरी को छोड़कर लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह और संगम ग्राम संगठन की मदद से 7 से अधिक वार लोन लिया और आज वे प्रतिदिन 35 से 40 लीटर दूध बेचकर न केवल अपने परिवार को आर्थिक स्वावलंबी बनाया ब्लकि अपने गांव की दूसरी महिलाओं को भी दुग्ध पालन के लिए प्रेरित कर उनके आर्थिक बदलाव के लिए रॉल मॉडल बनीं। इसी वर्चुअल चर्चा में आजीविका मिशन की सहायता से आरसेटी में प्रशिक्षण प्राप्त युवती सीता ने ब्यूटी पार्लर के काम को व्यवसायिक स्वरूप दिया। मामा ब्यूटी पार्लर के नाम से संचालित अपने कारोबार को मुख्यमंत्री से चर्चा में सीता ने बताया कि चूकी- मामाजी तुमने हमें आजीविका मिशन से मदद करवाई, प्रशिक्षण लेवे को मौका दओ और व्हीएसडब्ल्यू कोर्स करवे में भी मदद मिली ऐइसे हमने अपने ब्यूटी पार्लर को नाम मामा ब्यूटी पार्लर रखो है। मुख्यमंत्री ने सीता के प्रयासों की जमकर प्रशंसा की और ब्यूटी पार्लर के नाम को उनके नाम पर रखे जाने पर मुख्यमंत्री के साथ बैठे पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार एसीएस श्री मनोज श्रीवास्तव, सीईओ एमपी एसआरएलएम श्री एलएम बेलवाल ने मुख्यमंत्री के साथ जमकर ठहाके लगाये। गांव की श्रीमती अशोकरानी, संझली बहू, रजनी, लक्ष्मी कुर्मी, रामरानी, सब्बो ने मिलकर मुख्यमंत्री को कार्तिक मास के अवसर पर एक बुन्देली दादरा भी सुनाने का आग्रह किया जिस पर मुख्यमंत्री ने उनका पूरा गीत गंभीरता से सुना और खुशी व्यक्त की।
महिलाओं से चर्चा करने में मुख्यमंत्री महोदय ने कहा-
ग्राम आमेट की महिलायें सागर जिले के लिए उदाहरण बन गई हैं। द्रोपदी जैसी महिलाओं ने जो मजदूरी करतीं थीं समूह की ताकत को जानकर और बैंक में अपनी साख बनाकर अपनी प्रगति का रास्ता खोला है। मुख्यमंत्री महोदय ने महिलाओं से बुन्देलखण्डी में दागरा गीत भी सुना। द्रोप्ती के ठेठ बुन्देली संवादों को सुनकर मुख्यमंत्री महोदय भी बुन्देलखण्डी में संवाद करने लगे थे। इस वर्चूअल चर्चा के दौरान ग्राम आमेट में महिला समूहों के बीच डॉ इच्छित गढ़पाले मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भी उपस्थित रहे। उन्होंने महिलाओं से समूहों के माध्यम से संचालित गतिविधियों के बारे में चर्चा की साथ ही पंचायत स्तर पर चल रहे मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न कार्यों गुणवत्ता के बारे में उपस्थित महिलाओं से जानकारी ली। डॉ. गढ़पाले ने महिलाओं को बताया कि वे अब किसी बड़े संयंत्र की स्थापना का नियोजन तैयार करें इसके लिए वे स्वयं राज्य शासन स्तर पर हर संभव मदद के लिए प्रयास करेंगे। संवाद के दौरान डॉ. गढ़पाले ने महिलाओं से अपनी बात को यथार्थ रूप में बताने का भी आग्रह किया और वर्तमान कोरोना संकट से बचाव के उपायों के बारे में उन्हांने उपस्थित जनसमुदाय को जानकारी दी। कार्यक्रम में हरीश दुबे, जिला परियोजना प्रबंधक, अनूप तिवारी जिला प्रबंधक, ब्रजेन्द्र नामदेव जिला प्रबंधक, डॉ. वीरेन्द्र कोरी ग्राम नोडल भी उपस्थित थे।