सुरखी के विकास के लिए कांग्रेस छोड़ी , भाजपा विकासवादी पार्टी: गोविंद राजपूत
सुरखी विधानसभा में भाजपा की विजय हो इसकी चिंता कार्यकर्ता करें: सुहास भगत, प्रदेश संगठन महामंत्री
सागर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों र्टी कार्यालय में बैठक लेकर चर्चा की। बैठक प्रारंभ मेंं प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत , संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, संभागीय संगठन मंत्री केशव सिंह भदोरिया, सांसद राज बहादुर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष विधायक प्रदीप लारिया, विधायक शैलेंद्र जैन, जिला अध्यक्ष श् गौरव सिरोठिया सहित सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर पं.श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर माल्यार्पण किया।
फसलों की स्थिति खराब, सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की पारुल साहू ने #सुरखी_उपचुनाव
उन्होंने किसानों की पीड़ा सुनने देखने के बाद कहा कि शिवराज की भाजपा सरकार निर्दयी हो चुकी है कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में किसानों की तबाह हुई फसल का तत्काल सर्वे करा कर 50,000 रूपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की थी परंतु शिवराज ने अधिकारियों को खेत में जाने का आदेश ही नही दिया। उन्होंने कहा कि आगामी 12 अक्टूबर को म.प्र. कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ जी की सुरखी विधानसभा में आयोजित होने वाली विशाल आमसभा में तबाह हुई फसलों के नुकसान से अवगत कराऐगीं।
इस अवसर पर प्रेमनारायण चौबे, शारदा खटीक, महेन्द्र सिंह कुर्मी, आनंद तोमर, ज्योति पटैल, अंचल आठिया, शैलेन्द्र तोमर, रिंकू केशरवानी, वसीम खान, अंकित जैन, अमित यादव, कौशल पटैल, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, प्रणव प्रताप, शालू सेंगर, राहुल चौबे, प्रियंका तिवारी, आनंद पांडे, आशीष मिश्रा आदि उपस्थित थें।
सीहोरा , किल्लाई ,साजी ग्रामो में कांग्रेस प्रत्याशी पारूल साहू के समर्थन में जिला कांग्रेस कमेटी सागर शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी ने कार्यकर्ताओं की बैठक पश्चात् साजी, किल्लाई गांवो में जनसंपर्क किया। इस मौके पर रेखा चौधरी कहा कि विधान सभा उपचुनाव सुरखी की जनता के मान सम्मान और स्वाभिमान का चुनाव है गोविन्द राजपूत ने जनमत का सौंदा कर कमलनाथ सरकार गिराई है यह लोकतंत्र की हत्या है इस पर रोक लगे और पुनरावृति ना हो इसके लिए कांग्रेस को जिताना देशहित में जरूरी है।
----------------------------
पूर्व सीएम कमलनाथ के काफिले पर पथराव के विरोध में युवा कांग्रेस का मौन प्रदर्शन
★काली पट्टी बांधकर ज्ञापन सौंप कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की उठाई मांग
सागर । गत दिवस अनूपपुर जिले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के काफिले पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए पथराव की घटना से गुस्साए युवा कांग्रेसियों ने सागर जिला युवा कांग्रेस के तत्वाधान में कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, जिला शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पुरुषोत्तम मुन्ना चौबे की अगवाई में स्थानीय भगवान गंज तिराहे पर एकत्रित होकर पथराव की घटना पर तीखा विरोध दर्ज कराते हुए मौन प्रदर्शन कर काली पट्टी बांधकर महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार श्री वैभव बैरागी को सौंपकर घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही तथा पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी की सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुरजोर मांग उठाई।
युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अशरफ खान, मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव एवं प्रवक्ता आशीष चौबे, युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष राहुल चौबे, युवा कांग्रेस सागर विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष चैतन्य कृष्ण पांडे द्वारा आयोजित किए गए मौन प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री भूपेंद्र सिंह मुहासा, प्रदेश सचिव राकेश राय, सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे, जिला कांग्रेस पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष शरद राजा सेन, ऋषभ सुरेंद्र करोसिया, मुकेश खटीक,आंनद हेला, रूपम उमाहिया, सन्दीप चौधरी, जयदीप तिवारी,निर्वाण सिंह ठाकुर, सुहेब कुरैशी, संजय रोहिदास, सुभम दुबे, सौरभ खटीक,अनिल कुर्मी,सुयश पाण्डेय,रीतेश रोहित,नैतिक चौधरी, नरेश सनकत,जैद खान,पवन जाटव,चक्रेश रोहित,नीलेश अहिरवार, सुभाष यादव, राजा बुन्देला,अफजल खान, खिलान सिंह,श्याम यादव, मोहसिन खान,समीर मकरानी, निशांत आठया, अम्बुज चौहान, आशीष चौरसिया, अंकित नहारिया, सन्ना भाईजान ,वीरेंद्र महावते, राजेश श्रीवास, शुभम सोनी, मोहसिन सिद्दीकी,शाहवाज खान, आनंद अहिरवार ,बंटी कोरी,जयराम लड़िया, वीरू चौधरी, विनोद घारू, केशव चौधरी, चंदन रैदास, सत्यम चतुर्वेदी,आमिर कुरैशी, अर्पित दुबे, कुलदीप पटेल,गौरव घोसी,शिवा राठौर आदि बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस जन मौजूद थे।
हम केवल चुनाव स्वांग रचने वाले सेवक नही, 25 साल से सेवा कर रहे है: मन्त्री गोविंद राजपूत
सुरखी : पुलिस दल पर हमला करने वाला आरोपी गिरफ्तार
एलीवेटेड काॅरीडोर हेतु ट्रैफिक वाल्यूम सर्वे हुआ , स्मार्ट सिटी सागर कीबैठक आयोजित
दलबदल में माहिर सुरखी के नेता ! ★ लक्ष्मीनारायण यादव ने कई दफा, गोविंद राजपूत ने दो दफा बदले दल ★ उपचुनाव में दलबदल को लेकर घूम रही कई कहानियां #सुरखी_उपचुनाव
दलबदल में माहिर सुरखी के नेता !
★ लक्ष्मीनारायण यादव ने कई दफा, गोविंद राजपूत ने दो दफा बदले दल
★ उपचुनाव में दलबदल को लेकर घूम रही कई कहानियां
#सुरखी_उपचुनाव
@ विनोद आर्य
सागर।( तीनबत्ती न्यूज़ .कॉम ) । एमपी में इस दफा उपचुनाव में दलबदलू गद्दार, पलटूराम ,बिकाऊ जैसे जुमले गूंज रहे है। कमलनाथ सरकार दलबदल के चलते घराशायी हुई। अब उपचुनाव में लोकतंत्र को मजबूत करने की बाते दलबदलू कर रहे है। लेकिन सुरखी विधानसभा सीट का उपचुनाव के दोनों प्रत्याशी परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत और पारुल साहू एक दूसरे की पार्टी में शामिल हो गए। यहां फर्क इतना है कि चेहरे पुराने, पार्टी नई हैं । यहां दलबदल का मुद्दा बराबरी का नजर आता है। कोई खास असर नही बनाये है।
यदि सुरखी के राजनीतिक इतिहास को देखे तो यहां लम्बे समय से दलबदल होता रहा है। वर्तमान में पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव, उनके बेटे सुधीर यादव, गोविंद राजपूत, राजेन्द्र सिंह मोकलपुर और पारुल साहू ऐसे ही चेहरे है । लेकिन इनके पार्टिया छोड़ने के पीछे अपने अपने तर्क और मुद्दे है। खास बात यह भी है कि इनकी लोकप्रियता भी बरकरार है।
लष्मीनारायण यादव और सुधीर यादव
सुरखी से सन 1977 में जनता पार्टी के टिकिट से विधायक बने लक्ष्मी नारायण यादव का 2014 में सांसद बनने तक का सफर कई दलों जैसे लोकदल, जनतादल एस , कांग्रेस से लेकर भाजपा आदि से गुजरकर तय हुआ । श्री यादव ने कई दल बदले और चुनाव भी खूब लड़े। राजनीतिक विरासत उनके बेटे सुधीर यादव ने सँभाली तो दलबदल उनका भी कई दफा हुआ। कांग्रेस के बाद उमाभारती की बनाई जनशक्ति पार्टी से बण्डा विधानसभा से चुनाव लड़े और हारे। भाजपा ज्वाईन करने के बाद सुरखी से 2018 में टिकिट मिला। इस चुनाव में कांग्रेस के गोविंद राजपूत ने 21 हजार से अधिक मतों से हराया। अब इन्ही परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके चुनाव प्रचार में लगे है।
स्व माधवराव - ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दो दफा दल बदला, गोविंद राजपूत ने
एमपी की राजनीति में सिंधिया परिवार का रसूख है। कांग्रेस में स्व श्री मंत माधवराव सिंधिया- ज्योतिरादित्य सिंधिया की खूब चली। सन 1995 में जब माधवराव सिंधिया ने विकास कांग्रेस बनाई तो उस समय के युवा चेहरे गोविंद राजपूत ने उनका दामन थामा। सिंधिया से सीधा नाता जबसे जुड़ा वो अभी तक बरकरार है। कुछ समय बाद सिंधिया जी की वापसी कांग्रेस में हुई।गोविंद राजपूत भी वापिस आये और इसका राजनीतिक फल मिला। गोविंद राजपूत सन 1998 में सुरखी विधानसभा से प्रत्याशी बने और पहला चुनाव लड़ा। लेकिन भाजपा के भूपेंद्र सिंह ने उनको पराजित किया। सुरखी से
गोविंद राजपूत ने कांग्रेस के सहारे लगातार पांच चुनाव लड़े और और सन 2018 में कमलनाथ सरकार में पहली दफा मन्त्री बनने का सपना पूरा हुआ।
स्व माधवराव के लिए पार्टी छोड़ने वाले गोविंद ने एक बार उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपेक्षा के चलते 22 विधायको के साथ पार्टी छोड़ी। सिंधिया सहित सभी भाजपा में शामिल हो गए। अब सुरखी उपचुनाव में गद्दार के सवाल पर गोविंद राजपूत कहते है कि कांग्रेस धोखेबाजों की पार्टी है। कांग्रेस ने विकास के मुद्दे पर जनता और किसानों के साथ विश्वासघात किया है। मेरे क्षेत्र के विकास की उपेक्षा कमलनाथ और कांग्रेस ने की। अब क्षेत्र की जनता कहती है कि अब सही पार्टी यानी भाजपा में आ गए हो। भाजपा विकास की बात करती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सिर्फ पांच महीने अरबो रुपया सुरखी के विकास के लिए दिया।
राजेन्द्र सिंह मोकलपुर
सागर कृषि उपज मंडी केपूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह मोकलपुर सुरखी के बड़े नेताओं में एक माने जाते है। सन 2008 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए। और विधानसभा चुनाव भी लड़ा। लेकिन मोकलपुर गोविंद रणपूत से चुनाव हार गए। उसके लम्बे समय तक दोनो में विरोध चला। वर्तमान में उनके कांग्रेस में वापसी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी रही । लेकिन वे भाजपा में ही रहे। काफी मांन मनोव्वल के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सभा मे मंच पर राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत के साथ दिखे। फिलहाल दोनो के बीच तालमेल हो गया। इसे सुरखी उपचुनाव का टर्निंग पाईंट भी माना जा रहा है।
पूर्व विधायक पारुल साहू
सुरखी सीट की जनता इस चुनाव में दलबदल को सबसे करीब से देखेगी। सन 2013 में कांग्रेस के दिग्गज गोविन्द राजपूत को भाजपा के टिकिट पर हराने वाली पारुल साहू ने पिछले महीने पाला बदला और कांग्रेस में शामिल हो गई। कांग्रेस ने प्रत्याशी भी घोषित कर दिया । सन 2018 में भाजपा ने पारुल का टिकिट काटा था।
सुरखी में अब सन 2013 के चेहरे गोविंद पारुल फिर आमने सामने है। फर्क इतना यह है कि पार्टी नई है। पारुल साहू कहती है कि मैने सुरखी क्षेत्र की जनता की आवाज पर यह निर्णय लिया है। मेरी लड़ाई क्षेत्र में फैले भय और अंहकार के खिलाफ है। मेने किसी पार्टी की धोखे से सरकार नही गिराई।