राष्ट्रपति और कोरोना महामारी : हिदायतों के प्रति दिखाया अनादर @ प्रदीप कृष्णात्रे


राष्ट्रपति और  कोरोना महामारी : हिदायतों के प्रति दिखाया अनादर

  @  प्रदीप कृष्णात्रे

नेता का आम जन पर असर पड़ता है, खासतौर पर संकट के दौर में। कुछ ऐसे नेता होते हैं जो अपने कामों व उदाहरणों को सामने रखकर उम्दा नेतृत्व देते हैं। 
लीजिए अब अमेरिका के राष्ट्रपति भी कोरोना की चपेट में आ गए। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन व ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो के बाद वे दुनिया के ऐसे तीसरे बड़े नेता हो गए हैं। 
दो लाख से ज्यादा मौतों के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व में सबसे ज्यादा कोविड प्रभावित देश है। अगर यूरोप की बात करें तो यहाँ ब्रिटेन में सबसे ज्यादा चालीस हजार जानें गईं। वहीं एक लाख पैंतालीस हजार कोरोना मौतों के साथ ब्राज़ील लैटिन अमेरिका का सबसे संक्रमित देश है। 
आश्चर्यजनक रूप से दुनिया के अलग-अलग देशों के तीनों नेताओं में एक समानता है। तीनों ने लगातार उन्हें दी जाने वाली सलाहों को नकारा और ख़तरों से आगाह करने वाली हिदायतों के प्रति अनादर दिखाया। वे खुलेआम घूमते रहे, लोगों से हाथ मिलाते रहे, आमसभाओं को संबोधित करते रहे और मॉस्क पहनने से बचते रहे। वे  खुद को डॉन क्विक्जोट (प्रसिद्ध स्पैनिश उपन्यास का अदभुद् दुस्साहसी चरित्र) की तरह पेश करते रहे। अंतत: वायरस ने उन्हें जकड़ लिया। 
नेता का आमजन पर असर पड़ता है, खासतौर पर संकट के दौर में। कुछ ऐसे नेता होते हैं जो अपने कामों व उदाहरणों को सामने रखकर उम्दा नेतृत्व देते हैं। न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री व जर्मनी की चांसलर ऐसे नेताओं की पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं। जब जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के डॉक्टर को संक्रमण हुआ, उन्होंने खुद को क्वारेंटाइन कर लिया। 
भारत के प्रधानमंत्री नेताओं के अलग वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने विशेषज्ञों की सलाहों का गंभीरता के साथ अनुशरण किया। कम लोगों को याद होगा कि 24 मार्च को अपने टेलीविजन भाषण के आख़िर में उन्होंने लोगों को चेताया था कि यदि उन्हें कोविड संक्रमण के कोई लक्षण दिखें तो चिकित्सकों के परामर्श के बिना कोई दवा न लें। उन्होंने कहा था-इस मामले में कोई भी प्रयोग आपके जीवन को ख़तरे में डाल सकता है। 
उक्त तीनों संक्रमित नेता तीसरे वर्ग में हैं। इनमें से दो-बोल्सोनारो व ट्रंप तो ख़ुशी-ख़ुशी असावधान बने रहे। दोनों ने विज्ञान की अवधारणाओं को नकारा और अपनी महानता की डींगे हांकते रहे। ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने तो इतनी चतुराई दिखाई कि अपने दो स्वास्थ्य मंत्रियों के इस्तीफ़े ले लिए। ट्रंप भी इनसे कम अहमक नहीं थे। उन्होंने हाइड्रोक्लोरोक्वीन दवा लेने की बात खुले तौर पर स्वीकारी जबकि विशेषज्ञ इसके खिलाफ राय देते रहे। जॉनसन ने उस अस्पताल में लोगों से हाथ मिलाने की शेखी बघारी जहाँ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा था। 
बोरिस जॉनसन पर शायद विशेषज्ञों की राय का असर हुआ। उन्हें भरोसा हो गया कि हर्ड इम्युनिटी विकसित होने पर वायरस का आक्रमण रुक जाएगा। इसके बाद जॉनसन ने लॉकडाउन और सोश्यल डिस्टेंसिंग की ज़रूरत को अस्वीकार किया। सात दिन अस्पताल में, जिसमें से तीन दिन सघन चिकित्सा इकाई (आइसीयू) में गुज़ारने को बाद उन्होंने कहा-'कुछ भी हो सकता था।' जब देश में कोरोना की दूसरी लहर आई तब उनमें वैसी हेकड़ी नहीं थी। 
बोल्सोनारो ने भी कोविड-19 को प्रारंभ में सामान्य फ्लू बताया। जब वे संक्रमण से मुक्त हो गए, जॉनसन की अपेक्षा ज्यादा दबंग नजर आए। कहने लगे-ब्राजील वालों को वैक्सीन लेने के लिए बाध्य नहीं करना चाहिए। ट्रंप चिड़चिड़े तो नहीं दिखे लेकिन वैसे ही तिरस्कारी रहे। उन्होंने यहाँ तक आरोप लगा दिया कि महामारी महज़ उनकी विरोधी डेमोक्रेटिक पार्टी का उन्हें राष्ट्रपति बनने से रोकने का झाँसा है। उन्होंने अपने इर्द-गिर्द लोगों के मॉस्क लगाने को नापसंद किया। एक पत्रकार वार्ता में तो संवाददाता से मॉस्क उतारने तक को कह दिया। रिपब्लिकन गवर्नर्स और अन्य ने उन्हीं की राह चलते हुए मॉस्क पहनने से परहेज़ किया। 
हालाँकि उम्र और वज़न ट्रंप का साथ नहीं दे रहा था। तीनों नेताओं में वे सबसे उम्रदराज़ (76 वर्षीय) हैं जबकि बोल्सोनारो 74 के व बोरिस 65 के हैं। ट्रंप न केवल 110 किलो वज़न के हैं बल्कि मोटापा के शिकार भी हैं। रोग नियंत्रण व प्रतिरोधक केन्द्र (CDC) के अनुसार 65 से 74 वर्ष की उम्र में अस्पताल में भर्ती होना भी जोखिम भरा होता है। 
अमेरिका के कई राष्ट्रपति संकटकाल में बीमार पड़े। विल्सन 1918-19 में तब इनफ्लुएंजा के शिकार हो गए थे जब दुनिया के कई हिस्सों में स्पैनिश फ्लू फैला था। अमेरिकी प्रशासन व विल्सन की पत्नी को इसका पता था लेकिन उन्होंने किसी को बताया नहीं। चार बार राष्ट्रपति रहे रूज़वेल्ट, विकलांगता से ग्रस्त थे। लड़ाइयों में कमजोरी के शिकार हुए और द्वितीय विश्वयुद्ध के ठीक बाद चल बसे। वैसे ही भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने चीन से युद्ध के बाद देह त्याग दी थी। सवाल है कि क्या ट्रंप और उनका प्रशासन क्या उनकी निर्बलता को लेकर ऐसा ही खुलापन दिखाता रहेगा ? 


(श्री प्रदीप कृष्णात्रे  नई दिल्ली स्थित जॉन हापकिन्स सेंटर फ़ॉर कम्युनिकेशन प्रोग्राम में रिसर्च व स्ट्रेटेजिक प्लानिंग के पूर्व निदेशक हैं ) 


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अवैध गतिविधियां संचालित पाए जाने पर कराएं FIR : कलेक्टर मतदान केन्द्रों के सभी भवन अधिग्रहित #सुरखी_उपचुनाव

अवैध गतिविधियां संचालित पाए जाने पर कराएं FIR : कलेक्टर
मतदान केन्द्रों के सभी भवन अधिग्रहित


#सुरखी_उपचुनाव


सागर।  अवैध गतिविधियां संचालित पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराएं। उक्त निर्देष कलेक्टर  दीपक सिंह ने सुरखी विधानसभा क्षेत्र उप चुनाव हेतु 30 सेक्टर अधिकारियों को उनकी टीम के साथ निरीक्षण हेतु रवाना करते हुए आयोजित बैठक में दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री अखिलेष जैन, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रकाष नायक, श्री आदित्य शर्मा, श्री सीएल वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह, नगर दण्डाधिकारी श्री पवन बारिया, समस्त एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने सेक्टर अधिकारियों को रवाना करते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर अपने-अपने सेक्टर के मतदान केन्द्रों के साथ ग्राम का निरीक्षण कर रविवार को दोपहर 12 बजे प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। उन्होंने निर्देष दिए कि संबंधित मतदान केन्द्र एवं संबंधित ग्रामों में यह देखें भी कहीं शासकीय संपत्ति पर चुनाव प्रचार-प्रसार तो नहीं किया जा रहा और निजी संपत्ति पर प्रचार -प्रसार किया  जा रहा है उसकी अनुमति है या नहीं, यदि नहीं है तो तत्काल संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान मिलने वाले वाहनों की सूक्ष्मता से जांच करें। जांच में देखा जाए कि वाहन में किसी प्रकार की अवैध प्रकार की सामग्री तो नहीं है, वाहन में हुटर, फिल्म, नंबर प्लेट के अतिरिक्त किसी प्रकार की अन्य प्लेट, पोस्टर, बैनर, फ्लैक्स तो नहीं लगा है, यदि उक्त सामग्री पाई जाती है तो तत्काल मोटर व्हीकल अधिनियम के तहत जप्ती की कार्यवाही करें।

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उन्होंने कहा कि संबंधित मतदान केन्द्र के ग्राम में यह भी देखें के मतदान केन्द्र के 100 मीटर के अंदर कोई राजनैतिक दल का कार्यालय या आवास तो नहीं है। उन्होंने निर्देष दिए कि संबंधित ग्रामों में अवैध शराब का विक्रय तो नहीं हो रहा है साथ ही समस्त शस्त्रों को संबंधित थाना या डीलर के यहां जमा कराया गया है या नहीं, यदि उक्त चीजें पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। श्री सिंह ने निर्देष दिए कि यह भी सुनिष्चित करें कि जिन वाहनों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है उनकी अनुमति सक्षम अधिकारी से ली गई है या नहीं और चुनाव प्रचार-प्रसार रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
उन्होंने बताया कि सेक्टर अधिकारी के साथ एक कार्यपालिक दण्डाधिकारी, तहसीलदार, पुलिस अधिकारी एवं दो पुलिस के आरक्षकों को शामिल किया गया है। जो अपने-अपने सेक्टर का निरीक्षण के उपरांत कार्यवाही कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें

मतदान केन्द्रों के सभी भवन अधिग्रहित 

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दीपक सिंह ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 160 में प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए विधानसभा क्षेत्र सुरखी के उप निवार्चन हेतु मतदान केन्द्रों के लिए चिन्हित किए गए समस्त भवनों को एक नवंबर से 3 नवंबर की शाम तक किए अधिग्रहित किया है।
उक्त भवनों के स्वामित्व, अधिपत्यधारी विभाग, अधिकारीगण मतदान केन्द्र हेतु निर्धारित भवनों को मतदान दलों के आगमन पर उनकी साफ-सफाई के साथ निर्बाध उपयोग हेतु उपलब्ध होना सुनिष्चित करेंगे। उक्त भवनों में पूर्व की भांति फर्नीचर, बिजली, दूरभाष आदि व्यवस्था को यथावत रखा जाएगा।


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एक ही काम का दो दफा भुगतान, पंचायत सचिव निलंबित, सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के खिलाफ प्रकरण दर्ज जनपद सीईओ सहित आधा दर्जन को नोटिस

एक ही काम का दो दफा भुगतान, पंचायत सचिव निलंबित,  सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के खिलाफ प्रकरण दर्ज

जनपद सीईओ सहित आधा दर्जन को नोटिस 

सागर। सागर जिले  की  ग्राम पंचायत गौरझामर जनपद पंचायत देवरी की शिकायत पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत देवरी से प्राप्त जांच प्रतिवेदन में ग्राम पंचायत में एक ही काम पर दो बार भुगतान, रोकड़ बही पर सही देयकों का इन्द्राज न कर वित्तीय अनियमितता करना, बिना मूल देयकों के ईपीओ जनरेट कर राशि आहरण करना, पंचायत पोर्टल पर कार्य स्वीकृत न होेने पर भी क्रय नियमों की अनदेखी करते हुए 6 लाख से अधिक राशि के देयकों का भुगतान के साथ साथ पूर्व से निर्मित सामुदायिक स्वच्छता परिसर पर पुर्ननिर्माण दर्शाते हुए राशि आहरण का तथ्य पाए जाने पर जिला सीईओ श्री इच्छित गढपाले द्वारा प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए संबधित सचिव को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।

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पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का निरीक्षण: अस्पताल के दो डॉक्टरों को नोटिस , ANM सेवा से पृथक, दो कर्मचारी निलंबित -


वहीं सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायक के विरुद्ध धारा 92 का प्रकरण भी दर्ज किया गया है। श्री गढपाले द्वारा बताया गया कि इस पूरे प्रकरण में संबधित क्षेत्रीय पर्यवेक्षण अधिकारी व तकनीकि अमले, सब इंजीनियर एवं ब्लाक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन के साथ-साथ संबधित सीईओ जनपद पंचायत  हेमेन्द्र गोविल को भी नोटिस जारी कर 10 दिवस में जबाब मांगा गया है।    


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पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का निरीक्षण: अस्पताल के दो डॉक्टरों को नोटिस , ANM सेवा से पृथक, दो कर्मचारी निलंबित

पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव का निरीक्षण: अस्पताल के दो डॉक्टरों को नोटिस , ANM सेवा से पृथक, दो कर्मचारी निलंबित


★ मन्त्री गोपाल  भार्गव द्वारा  रात में अस्पताल के औचक निरीक्षण किया गया था,इस दौरान डाक्टर से लेकर चौकीदार तक सभी  मिले थे नदारद




सागर।  पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री गोपाल भार्गव के गृह नगर गढ़ाकोटा में मंत्री श्री भार्गव द्वारा देर रात्रि गढ़ाकोटा अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण करने पर अस्पताल में डॉक्टर सहित समस्त स्टाफ की गैरमौजूदगी के चलते कलेक्टर  दीपक सिंह के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम एस सागर द्वारा शुक्रवार को प्रातः गढ़ाकोटा अस्पताल पहुंच कर कार्रवाई की। उन्होंने विकास खंड चिकित्सा अधिकारी, ड्यूटी डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस एवं एएनएम को सेवा से पृथक करने का नोटिस दिया जबकि वार्ड बॉय को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।  


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लोक निर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव के गृहनगर में स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल,

कोरोना काल मे सामुदायिक  स्वास्थ्य केंद पर डाक्टर से लेकर चौकीदार तक  गायब मिले

मन्त्री भार्गव ने जोर जोर  से  आवाज लगाई कोई है......नही मिला कोई,  चिल्लाते रह गए

कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, मन्त्री भार्गव बोले कांग्रेस की यह गैर जिम्मेदाराना राजनीति -



मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सागर ने बताया कि लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव द्वारा गुरुवार और शुक्रवार की रात को गढ़ाकोटा अस्पताल का निरीक्षण कर वहां मौजूद स्टाफ ना मिलने पर यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि विकासखंड मेडिकल अधिकारी डॉ सूर्यश सिंघई और ड्यूटी डॉक्टर विकास राज को कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं। अस्पताल में कार्यरत एएनएम प्रीति मिश्रा को सेवा से पृथक करने का नोटिस दिया किया गया है। जबकि एलएचयू लक्ष्मी सेन एवं वार्ड बॉय श्री नरेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को प्रातः अस्पताल का निरीक्षण कर, यह कार्रवाई की गई है। साथ ही अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं हेतु कार्रवाई की जा रही है।  

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सुरखी उपचुनाव: चेक पोस्ट पर रहेगी चौकस निगरानी बॉर्डर मीटिंग संपन्न #सुरखी_उपचुनाव

सुरखी उपचुनाव: चेक पोस्ट पर  रहेगी चौकस निगरानी  बॉर्डर मीटिंग संपन्न

#सुरखी_उपचुनाव


सागर । सागर जिले के 37-सुरखी विधानसभा उपचुनाव में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर  शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला कलेक्टर  दीपक सिंह की उपस्थिति में बॉर्डर मीटिंग आयोजित की गई। बैठक में अंतर्जिला सीमा से लगने वाले मतदान केन्द्रों, क्रिटिकल मतदान केंद्र, अंतर्जिला नाका, चेक पोस्ट,  एसएसटी, जिला बदर आदेश आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
सागर कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने बताया कि उपचुनाव के चलते चेक पोस्ट पर निगरानी चौकस रहेगी। उन्होंने बताया कि, राहतगढ़ थाना के अंतर्गत विदिशा की सीमा से लगने वाले 5 मतदान केंद्र है। इसी प्रकार राहतगढ़ थाना के अंतर्गत ही रायसेन की सीमा से लगने वाले 11 , जैसीनगर थाना के अंतर्गत रायसेन की सीमा से लगने वाले 9 तथा सुरखी थाना के अंतर्गत रायसेन की सीमा से लगने वाले 3 मतदान केन्द्र है।

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उल्लेखनीय है कि, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उप निर्वाचन -2020 के कार्यक्रम के अनुसार सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र  में 3 नवम्बर 2020 को मतदान होगा। चुनाव की घोषणा होते ही सुरखी विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचरण संहिता लागू हो गई है।
इस अवसर पर रायसेन कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, सागर पुलिस अधीक्षक श्री अतुल सिंह, रायसेन पुलिस अधीक्षक सुश्री मोनिका सिंह, विदिशा पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा, अपर कलेक्टर श्री अखिलेश जैन ,उप जिला निर्वाचन अधिकारी सागर श्री आदित्य शर्मा, विदिशा एसडीएम श्री बृजेन्द्र रावत, ललितपुर एसडीएम श्री अविनाश त्रिपाठी आदि उपस्थित थे। 


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किसान विरोधी ,काला कानून लेकर आई भाजपा, अंत तक सहन नहीं करेगी कांग्रेस


किसान विरोधी ,काला कानून लेकर आई भाजपा, अंत तक सहन नहीं करेगी कांग्रेस


सागर । मोदी सरकार के द्वारा हाल ही में किसान विरोधी बिल लाकर उद्योगपतियों को लाभ देने की मंषा के खिलाफ़  जिला ग्रामीण एवं शहर कांग्रेस कमेटी का संयुक्त धरना  मकरोनिया चौराहे  पर हुआ।  जहाॅं किसान विरोधी बिल को लेकर कांग्रेस  के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चौ धरी के मुख्यातिथ्य एवं जिला शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेखा चोधरी की अध्यक्षता में धरना  दिया गया। वहीं हाथरस की घटना केा लेकर राहुल गाॅधी की गिरफ्तारी के खिलाफ में कांग्रेसजनों ने धरना प्रदर्षन के बाद मोदी योगी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्षन करते हुए हाथों में मोदी हटाओ बेटी बचाओ की तखतियों के साथ सड़को पर जमकर नारेबाजी की। कार्यक्रम के प्रारंभ में महात्मा गाॅधी एवं लालबहादुर शास्त्री को श्रृद्धांजलि अर्पित कर याद किया गया। 

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 कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चैधरी ने कहा कि मोदी सरकार के द्वारा हाल ही में जो किसान विरोधी बिल लाकर अपने चहेते मित्र उद्योगपतियों को लाभदेने के षिवाय इसमें और कुछ नहीं है इस काले कानून से किसान,कृषि उपज मंडी समीतियां,छोटे व्यापारी,मजदूर आदि का निवाला छीनने वाला यह काला कानून है।  अध्यक्ष रेखा चैधरी ने इस किसान विरोधी काले कानून ने हमको 1935 के ईस्ट इंडिया कंपनी के कानून की याद करा दी। मोदी यह भूल गये है कि अग्रेजों का विरोध भी कांग्रेस ने सड़क और जेल में लंबे समय तक किया था और आज कांग्रेस ही इस काले कानून का विरोध करती रहेगी। उपाध्यक्ष वीरेन्द्र गौर ने कहा कि आज गाॅधी और षास्त्री जी की जयंती पर हम उनकी कसम खाकर कहते है कि मोदी के काले कानून के खिलाफत अंतिम सांस तक करेंगें।
मध्यप्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अमित दुबे राम जी ने कहा कि अगर पूरे देष की कृषि उपज मंडी की व्यवस्था खत्म हो गई तो इससे सबसे बड़ा नुक्सान किसान खेत मजदूर को होगा और सबसे बड़ा फायदा मुट्ठीभर पूॅंजीपतियों को होगा। धरना प्रदर्षन को आषीष ज्योतिषि,षारदा खटीक,राजेष दुबे,षरद पुरोहित देवेन्द्र कुर्मी,अषरफ खान,विजय साहू,डाॅ.जीवन लाल,आर.आर.पारासर,राजा सेन,अवध चैहान ने भी संबोधित कर इस काले कानून के खिलाफ मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए।  धरना प्रदर्षन के बाद महामहीम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिला प्रषासन द्वारा उपस्थित नायब तहसीलदार  को सौंपा।कार्यक्रम का संचालन जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र सुहाने ने किया एवं आभार वीरेन्द्र गौर ने व्यक्त किया। 

इस अवसर पर प्रवक्ता संदीप सबलोक,जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष अखलेष मोनी केषरवानी,प्रदेष सचिव राकेष राय,सिंटू कटारे,राजेष्वर सेन,महेष जाटव, डाॅ.सी.वी .तिवारी,अतुल नेमा,आनंद तोमर, अवधेष  तोमर,षैलेन्द्र तोमर,रामकुमार पचैरी,फिरदोष कुरैषी,अभिषेक पाठक,निषांत आठिया, दीनदयाल तिवारी,दीपक दुबे,मुकेष खटीक,राजा बुन्देला,बलराम साहू,निर्वाण सिंह,बषीम खान, संदीप चैधरी गोपाल तिवारी,बलराम साहू,रोहित वर्मा,प्रीतेष तिवारी,मोनू राजपूत,निहाल पाण्डेय ,पीयूष राजपूत सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जनों की उपस्थिति रही।

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फर्जी जातिप्रमाण पत्र बनवाकर भर्ती होने वाले आरक्षक को सागर पुलिस ने किया गिरफ्तार

फर्जी जातिप्रमाण पत्र बनवाकर भर्ती होने वाले आरक्षक को सागर पुलिस ने किया गिरफ्तार


सागर।  सागर  पुलिस ने  फर्जी तरीके से जाति-प्रमाण पत्र बनवाकर पुलिस विभाग में चयनित हुये आरक्षक आरोपी सुमित कुमार पिता श्यामसिंह गड़रिया (पाल) उम्र 26 साल निवासी ग्राम नगलामनी थाना बसरेहल जिला इटावा को गिरफ्तार कर लिया है।  आरोपी  द्वारा वर्ष 2016-17 में जिला भिण्ड से फर्जी जाति-प्रमाण पत्र एससी कोटे का, निवास प्रमाण पत्र
एवं आधार कार्ड बनवाकर पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर वर्ष 2017 में चयनित हुआ था।

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लोक निर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव के गृहनगर में स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल,

कोरोना काल मे सामुदायिक  स्वास्थ्य केंद पर डाक्टर से लेकर चौकीदार तक  गायब मिले
मन्त्री भार्गव ने जोर जोर  से  आवाज लगाई कोई है......नही मिला कोई,  चिल्लाते रह गए
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, मन्त्री भार्गव बोले कांग्रेस की यह गैर जिम्मेदाराना राजनीति -



जिसकी शिकायत अज्ञात व्यक्ति द्वारा करने पर 10 वी बटालियन के अधिकारी द्वारा शिकायत की जाँच करने पर पाया गया कि उक्त आरोपी एससी कोटे का ना होकर ओबीसी कोटे का पाये जाने से कमांडेन्ट  सागर के पत्र के आधार पर उक्त आरोपी के विरुद्ध अप0 क्र. 64/19
धारा 420 ताहि का पंजीबद्ध किया गया था। जो आरोपी करीब 02 वर्ष से फरार चल रहा था। जिसे  पुलिस अधीक्षक  के निर्देशन मे थाना मकरोनिया के गठित ठीम सउनि आर.डी. उपाध्याय,आर.अभिषेक कुशवाहा एवं आर. सोनू बघेल को जिला इटावा भेजा गया था। जो उक्त टीम द्वारा आरोपी  को गिरफ्तार किया गया तथा आरोपी से ग्राम नगलामनी जिला इटावा के तहसीलदार का बना हुआ जाति प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड जप्त  किया गया। आरोपी को  न्यायालय सागर के समक्ष पेश गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी मकरोनिया निरी जे.पी.ठाकुर,सउनि आर.डी .उपाध्याय, आर.अभिषेक कुशवाहा,आर.सोनू बघेल का विशेष योगदान रहा।

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लोक निर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव के गृहनगर में स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल, * कोरोना काल मे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद पर डाक्टर से लेकर चौकीदार तक गायब मील * मन्त्री भार्गव ने जोर जोर से आवाज लगाई कोई है......नही मिला कोई चिल्लाते रह गए * कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, मन्त्री भार्गव बोले कांग्रेस की यह गैर जिम्मेदाराना राजनीति

लोक निर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव के गृहनगर में स्वास्थ्य सुविधाओं के हाल,

* कोरोना काल मे सामुदायिक  स्वास्थ्य केंद पर डाक्टर से लेकर चौकीदार तक  गायब मील 

* मन्त्री भार्गव ने जोर जोर  से  आवाज लगाई कोई है......नही मिला कोई चिल्लाते रह गए 

*  कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, मन्त्री भार्गव बोले कांग्रेस की यह गैर जिम्मेदाराना राजनीति

* मन्त्री भार्गव ने अपने फेसबुक पेज से किया वायरल वीडियो, सरकार से लेकर निचले स्तर तक मचा हड़कंप


@ विनोद आर्य

सागर।( तीनबत्ती न्यूज़ ) ।  एमपी के कद्दावर मन्त्री गोपाल भार्गव एक वार फिर चर्चा में है। उन्होंने अपने गृहनगर गढाकोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की रात ढाई बजे निरीक्षण किया। यहां की  शिकायते  मिली थी। लेकिन जब भार्गब पहुचे तो हॉस्पिटल में कोई नही मिला। इस वाकया ने कोरोना काल मे एक मन्त्री के गृहनगर के स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली की  पूरी कलई खोल दी।
इससे नाराज भार्गब ने सोशल मीडिया पर वीडीओ  जारी किया और लम्बा चौडा व्यवस्थाओं को लेकर लिखा। जमकर नाराजगी दिखाई और कार्यवाही की बात कही। आज सुबह से इस वीडियो के जारी होते  ही हड़कम्प मच गया। उधर कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया।  कांग्रेस सोसल मीडिया पर मन्त्री भार्गव के  इस वीडियो के साथ उतर आई है। कांग्रेस प्रवक्ता के के  मिश्रा ने लिखा कि मन्त्री ने  पोल खोल दी।

देखे मन्त्री गोपाल भार्गव का वीडियो, आवाज लगाते हुए....कोई है...


मन्त्री गोपाल भार्गव ने यह लिखा फेसबुक पेज पर 

विगत कुछ दिनों से मुझे शिकायत प्राप्त हो रही थी कि गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है लेकिन कोई भी डॉक्टर या कर्मचारी उन्हें नहीं मिलते कल देर रात भोपाल से लौटने के उपरांत आज दोपहर मुझे पुनः शिकायत प्राप्त हुई कि अस्पताल में मरीजों के लिए डॉक्टर या कर्मचारी नहीं मिलते तथा शासन द्वारा अस्पताल में उपलब्ध कराई गई दवाइयां, एक्स-रे फिल्म आदि की व्यवस्था भी नहीं है  जिसके उपरांत आज रात्रि में 2:30 बजे मैंने गढ़ाकोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया मेरे साथ में गढ़ाकोटा नगर के कुछ आमजन भी मौजूद थे मैंने पूरी अस्पताल का भ्रमण किया जोर जोर से आवाज भी लगाई लेकिन कोई भी डॉक्टर, कंपाउंडर, नर्स या पैरामेडिकल स्टाफ यहाँ तक कि चोकीदार भी अस्पताल में उपस्थित नहीं मिला । 

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पूरे अस्पताल की परिक्रमा करने के बाद मैं अपनी स्कूटी से अपने घर आ गया, सोच रहा हूं ! कि कैसे गैर जिम्मेदार लोग हैं, की प्रदेश सरकार में मंत्री के गृह नगर के स्वास्थ्य केंद्र के यह हालात है की मंत्री 2:30 बजे रात को जाग रहा है और कर्मचारी दिन में भी नहीं मिल रहे हैं यही हाल मेरे विधानसभा क्षेत्र के रहली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा शाहपुर स्वास्थ्य केंद्र का भी है मैंने आज यह तय किया है की जब भी मैं अपने क्षेत्र में रहूंगा दिन और रात में कम से कम 2 बार इन अस्पतालों का औचक निरीक्षण अवश्य करूंगा न ही खुद सोऊंगा और न ही सोने दूंगा तथा लापरवाही में लिप्त पाए जाने पर इनके विरुद्ध विधि सम्मत जो भी सख्त कार्यवाही की जा सकेगी उसे भी करूँगा । महामारी के संक्रमण काल मे स्वास्थ्य सेवा जैसी आपातकाल सेवाओं में इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त करने लायक बिल्कुल भी नही है, एक तरफ जहां मनरेगा का मजदूर 200 रुपए प्रति दिन की मजदूरी के लिए अपनी हड्डियाँ तोड़ रहा है वही 3-4 हजार रुपए प्रति दिन का मोटा वेतन लेने वाले डॉक्टर और अधिकारी अपने वातानुकूलित घरों में ऐश कर रहे है अब यह नहीं चलेगा | अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों के औचक निरिक्षण के साथ-साथ अब मैं जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओ का निरिक्षण भी सप्ताह में 2 दिन करूँगा | मैंने माननीय मुख्यमंत्री महोदय को भी स्वास्थ्य व्यस्थाओ के संबंध में अवगत कराया था उन्होंने मुझे शीघ्र-अतिशीघ्र व्यवस्थाओं को ठीक कराने का आश्वासन दिया है |  सभी व्यवस्थाएं सरकार के भरोसे नही छोड़ी जा सकती, अधिकार प्राप्त जनप्रतिनिधिओ एवं प्रशासन को भी अपनी जिम्मेदारी समझकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर सुधारना चाहिए ।

लोकनिर्माण मन्त्री गोपाल भार्गव की फेसबुक पेज की लिंक


कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा का ट्वीट

कद्दावर मंत्री गोपाल भार्गव जी thx, आपने कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल मानवता पर अहसान कर दिया!नेतृत्व अकर्मण्य होगा तो अफसरशाही हावी होगी ही, "शिवराज" में अस्पतालों में "यमराज" को फ्रेंचाइजी मिली हुई है! बच्चे बदलना, शव कंकाल होना, चूहों द्वारा उसे कुतरना आप बात हो गई !




कांग्रेस गैर जिम्मेदाराना राजनीति कर रही है:गोपाल भार्गव 
हर जनप्रतिनिधि को अपनी क्षेत्र की जनता के लिए एक पालक और रक्षक के रूप में कार्य करना प्रमुख दायित्व होता है। उसके क्षेत्र में जनता को मिलने वाली सुविधाएं उन्हें निर्बाध रूप से मिले उसके लिए जनप्रतिनिधि इन व्यवस्थाओं में ओर बेहतर सुधार के लिए औचक निरीक्षण भी करें तो उसे राजनीतिक मुद्दा नही बनाना चाहिए। मुझे आश्चर्य है कि मेरे द्वारा अस्पताल के निरीक्षण को लेकर कांग्रेस गैरजिम्मेदाराना तरीके से राजनीति कर रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस की सरकार में उनके जनप्रतिनिधि अगर जनता को मिलने वाली सुविधाओं का कहीं निरीक्षण करने नही गए है, तो यह उनके लिए शर्मनाक बात है। कांग्रेस सरकार में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं कैसे दम तोड़ रही थी यह किसी से छुपा नही है। परिणामस्वरूप  जब प्रदेश में कोरोना संकट आया तो आक्सीजन तक सुलभ नही थी।  मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने कोरोना काल में अस्पतालों में आक्सीजन सिलेंडर की समुचित व्यवस्था की। प्रदेश में अलग अलग संभाग में आईसीयू यूनिट का बंदोबस्त किया।  कांग्रेस जिस तरीक़े की राजनीति कर रही है पहले उसे अपना मुंह आईने में देखने की जरूरत है।


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