सागर में सात बजने के पहले ही थोक दुकाने बंद हो गई

सागर में सात बजने के पहले ही थोक दुकाने बंद हो गई

सागर । शासन प्रशासन के दवाब के बिना थोक व्यापारियों  द्वारा  पूर्व मे लिये गए निर्णय अनुसार आज बुधवार से सात बजने के पहले ही अपनी अपनी दुकानें बंद कर दी गई । यह निर्णय बिना किसी बैठक के मात्र सोशल मीडिया के माध्यम से ग्रुप बना कर  लिया गया था ।  संवादों के माध्यम से यह  1 जुलाई से थोक किराना दाल चावल शक्कर आ टा मैंदा सूखे मेवे पान मसाला तेल एवं वनस्पति घी जनरल सामग्री सौंदर्य प्रसाधन डिस्पोजल सामग्री के थोक विक्रेता सायं 7 बजे से अपनी दुकानें बंद करने और इस निर्णय का ठीक समय पर पूर्णतः पालन भी कर लिया गया ।

पढ़े : डॉक्टर डे "की थीम  LESSEN THE MORTALITY OF COVID -19 " के अनुसार कोरोना (COVID-19) के प्रति लोगों को जागरूक कर मृत्युदर को कम करना

डॉ. राजेन्द्र चउदा बता रहे है किन बीमारियों में कैसा  असर डालता है कोरोना वायरस


सभी व्यापारियों का यह कहना था कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव करना सिर्फ शासन की जिम्मेदारी नहीं है अपितु हम सभी की भी नैतिक जिम्मेदारी है।

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सागर: विशेष किशोर पुलिस ईकाई ने रोकी 13 और 15 साल की नाबालिगो की शादियां

सागर: विशेष किशोर पुलिस ईकाई ने रोकी 13 और 15 साल की नाबालिगो की  शादियां


सागर। विशेष किशोर पुलिस ईकाई ने सागर जिले में  13 और 15 साल की नाबालिग बच्चो की हो रही शादियों को रुकवाया । ईकाई को 
गढ़ाकोटा से सूचना मिली की एक नाबालिग बालिका जिसकी उम्र 13 वर्ष है उसकी शादी की जा रही है । प्रभारी  ज्योति तिवारी अपनी टीम के साथ  थाना गढ़ाकोटा रवाना हुई।  थाना गढ़ाकोटा स्टाफ साथ लेकर विवाह स्थल पर पहुंचे । उन लोगों को पहले से ही किसी ने खबर कर दी थी कि पुलिस आ रही है यह सोचकर वह सब लोग सारे घर की लाइट बंद कर एवं मंडप डाल दिया और सब लोग दरवाजे बंद कर सो गए जब हम वहां पहुंचे तो चारों तरफ अंधेरा था और ऐसा लग ही नहीं रहा था कि यहां कोई शादी हो रही है हमने दरवाजे के बाहर बैठी कुछ दो-तीन लोगों से बातचीत की और पूछा कि सब लोग कहां है तो कहने लगे सब सो गए हैं मैंने कहा यहां तो आज शादी है तो वह कहने लगे कि नहीं मैडम यहां कोई शादी नहीं हो रही है तब हमने उनसे बोला कि दरवाजे खोल दरवाजा खुलवा कर अंदर पहुंचे तो ढका हुआ था ।


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डॉ. राजेन्द्र चउदा बता रहे है किन बीमारियों में कैसा  असर डालता है कोरोना वायरस


जैसी हमने हटाई तो वहां सारी तैयारी थी और सभी लोग सो रहे थे धीरे-धीरे बाहर आने लगे और जब हमने उनसे पूछा कि आप की बेटी की शादी है और आप सब ऐसा क्यों कर रहे हैं ।  वह कहने लगी कि मैडम हम लोग बाहर मजदूरी करते हैं और हमारी बेटी यहां अकेली रहती है इसलिए हमें शादी करनी है तब हमने उनसे बोला कि आपकी बेटी अभी बहुत छोटी है 13 वर्ष की और अभी उसका बाल विवाह आप नहीं कर सकते हैं। तब कहने लगे कि अगर मेरी बेटी भाग जाएगी तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। या मेरी बेटी को कुछ हो गया तो आप लोग जिम्मेदार होंगे तब हमने उन्हें समझाया कि अगर आपको कोई परेशानी है तो आप हमें बताएं हम जा कर के आप की बेटी को किसी आश्रम में रखवा देंगे।  जब 18 वर्ष की हो जाएगी तब आप इसे ले लेना और उसका विवाह कर देना भाई लोग कहने लगे कि नहीं मैडम हमें शादी कर लेने दो मैं बाहर रहता हूं ।मजदूरी करता हूं बच्चे की देखभाल करने वाला कोई नहीं है पर जब हम उन्होंने बताया कि अगर आप विवाह करेंगे तो आप सब पर अपराध कायम होगा बाल विवाह अधिनियम के तहत अपराधी होंगे । दमोह से पथरिया से आई हुई थी रात को ही रास्ते से उन लोगों ने कहीं छुपा दिया और दिया कि बरात वापस हो गई है । जब हमने उनसे पूछा कहां है जब हमने पूछा तो पता चला कि उम्र 40 वर्ष और दो बच्चों का पिता है यह उसकी दूसरी शादी है तब हमने उस परिवार को समझाया कि आप अपनी बेटी के साथ बहुत गलत कर रहे हैं अभी 13 साल की है और वह 40 वर्ष का आप तो यह बहुत ही बड़ा प्राप्त कर रहे हैं बहुत मुश्किल से दादी पिताजी और रिश्तेदारों को हम समझा पाए और  बाल विवाह रोक पाए 

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MP: 33 पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले

दूसरी शादी रुकी

इसी तरह दूसरी खबर थाना बहरोल के गांव से आई थी जहां भी एक नाबालिग होने जा रहा था। और हम 1:00 बजे वहां पहुंचे जहां दूसरा विवाह होने जा रहा था हमने वहां भी जाकर देखा तो बरात विदिशा जिले से आई थी और पढ़ने वाली थी हमने सभी को समझाया तो सभी लड़ने को तैयार हो गए ।और हम से बात करने लगे जब हमने उन्हें समझाया वह थोड़ी सी पुलिस वाला रवैया अपनाया। बड़ी मुश्किल से बरात पक्ष एवं विपक्ष वधू पक्ष माने और बाकी दूसरा बाल विवाह की जहां एक और नाबालिग की सूचना मिली जिसका बाल विवाह कर्रापुर में होने जा रहा था । हम रात्रि 4:00 बजे कर्रापुर पहुंचे जहां लगभग शादी शादी हो चुकी थी और भावर पढ़ रही थी हम वहां पहुंचे तो सभी लोग कहने लगे कि अब तो शादी हो गई है तब हमने कहा कि यह शादी नहीं मानी जाती है क्योंकि बच्चे अभी नाबालिक है तब वह सब लोग कहने लगे कि मैडम आधे से ज्यादा शादी हो चुकी है अब कैसे शादी बंद करें तब हम लोगों ने बताया कि अगर आप लोग नहीं मानेंगे तो आप सब पर अपराध कायम होगा यहां बारात जबलपुर से आई थी तब हमने विपक्ष को समझाया बताया कि लड़की 15 वर्ष की है ।और इसके साथ आपका विवाह कानूनन अपराध है लोग मान गए और बरात वापस लेकर चले गए ।  पूरी रात में बाल विवाह रोके टीम में शामिल ज्योति तिवारी सतीश तिवारी ,पीसी धाकड़ चाइल्डलाइन टीम से सोनम रजक योगेश राठौर एवं सभी थानों का स्टाफ शामिल रहा। 

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MP: 33 पुलिस इंस्पेक्टरों के तबादले

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भोपाल। पुलिस मुख्यालय भोपाल ने प्रदेश के 33 पुलिस निरीक्षकों के तबादला आदेश जारी किए है।
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भोपाल। पुलिस मुख्यालय भोपाल ने प्रदेश के 33 पुलिस निरीक्षकों के तबादला आदेश जजारी किये है। 
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डॉक्टर डे “की थीम LESSEN THE MORTALITY OF COVID -19 “ के अनुसार कोरोना (COVID-19) के प्रति लोगों को जागरूक कर मृत्युदर को कम करना : डॉ. राजेन्द्र चउदा

" डॉक्टर डे "की थीम 
LESSEN THE MORTALITY OF COVID -19 " के अनुसार कोरोना (COVID-19) के प्रति लोगों को जागरूक कर मृत्युदर को कम करना : डॉ. राजेन्द्र चउदा

सागर। आज डॉक्टर्स डे है। इस दफा  डॉक्टर्स डे की थीम है कि  वैश्विक बीमारी कोविड 19 के प्रति लोगो को जागरूक कर  मृत्युदर को कम करना है।  इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में डॉ राजेन्द्र ने बताया है ।  इनको लेकर कुछ सतर्कता जरूरी है।

★अगर आँकड़ो को देखा जाए तो लगभग 80% मरीज़ खुद ही बिना इलाज के ठीक हो जाते हैं , शेष 20% मरीज़ों को ही भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती है , और इनमे से मात्र 2-5% (2.3%) लोगों का निधन होता है।

★अगर मरीज़ों को अन्य कोई रोग जैसे मोटापा , डॉयबिटीज , बी.पी., हार्ट अथवा श्वांस की कोई बीमारी है तो बीमारी से होने वाली मृत्यु की सम्भावना काफ़ी बढ़ जाती है.., डॉयबिटीज एवं हार्ट की बीमारी होने पर मरीज़ों में मृत्यु की सम्भावना 2.3% से बढ़कर क्रमशः 7.3% एवं 10% हो जाती है |

★डॉयबिटीज के मरीज़ों में प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण कोरोना वायरस तेज गति से फैलता है एवं बीमारी से होने वाले complications भी ज़्यादा होते हैं...अतः मरीज़ की डॉयबिटीज शीघ्र  नियंत्रण करना पहली प्राथमिकता  होती है ।

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★कोरोना वायरस से वैसे तो मुख्यतः फेफड़े संक्रमित होते हैं , जिससे सर्दी , खाँसी , बुख़ार , निमोनिया आदि के साथ ही मरीज़ को साँस लेने में परेशानी होती है , तथा खून में उसका O2 saturation कम होने लगता है ..रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना मरीज़ों में हार्ट अटैक एवं हार्ट फ़ेल्यर की सम्भावना सामान्य मरीज़ों की तुलना में ज़्यादा होती है ..साथ ही वायरस के संक्रमण से हार्ट की मांसपेशियों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है (Myocarditis), जिससे हार्ट फैल जाता है जिससे हार्ट की कार्यक्षमता / खून पम्प करने की क्षमता में कमी हो जाती है ..जिसे Echo की जाँच से परखा जा सकता है ..यह अवस्था खून में Troponin एवं CRP की जाँच कराने से भी  पता चल जाती है।
★COVID के मरीज़ों में शरीर में खून का थक्का बनने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है ..इस कारण फेफड़ों एवं शरीर की नसों में थक्का बनता है...फेफड़ों में थक्का बनना (Pulmonary Embolism) एक मेडिकल इमर्जेन्सी होती है ,जिसका इलाज समय पर ना मिले तो मरीज़ की मौत हो सकती है ..D-Dimer test कराने से इस स्थिति का पता लग जाता है।
★HIV , Polio , Rabies , Measles वायरस की तरह COVID -19 का असर भी ब्रेन और ब्रेन की नसों पर हो सकता है ।

★COVID के मरीज़ों को सेप्टिक भी हो सकता है।

★यानि की शरीर के सभी अंग जैसे फेफड़ों , हार्ट , गुर्दे , एवं ब्रेन बीमारी से प्रभावित हो सकते हैं ..आवश्यकता है इसकी जानकारी सभी को देना जिससे लोग संभल के रहें ।

आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ.
★डॉ. राजेन्द्र चउदा..MD
सीनियर मेडिसिन विशेषज्ञ..सागर
•ब्लड प्रेशर • हृदय रोग • डॉयबिटीज
•थॉयरायड •ईकोकार्डियोग्राफ़ी

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मानव सेवा शतक की ओर बढता शहर कांग्रेस सेवादल




मानव सेवा शतक की ओर बढता शहर कांग्रेस सेवादल

सागर। लगातार 95 दिन से गरीब-लाचार-जरूरतमंदों की राशन वितरण करके जो मिशाल कायम की है उसकी प्रशंसा पूरे शहर के समाजसेवी और राजनैतिक संगठन कर रहे है।
इसी श्रृंखला में आज भी सेवादल ने 12 जरूरतमंद परिवार,जो कि शासन-प्रशासन की अनदेखी से बहुत परेशानी में थे,उन्हे राशन वितरण कर उनकी परेशानी को कम करने का छोडा सा प्रयास किया। यह परिवार शहर के वल्लभनगर,गांधीचौक, इतवारी वार्ड के रहवासी मजदूर परिवार है। सोशल डिस्टेसिंग के नियम का पालन करते हुये इन परिवारों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने को भी आग्रह किया गया।
आज सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे के साथ नितिन पचौरी,जयदीप यादव,पार्थ चाचोंदिया, बिट्टू मिश्रा,आदर्श यादव,अरविंद राजपूत, अजय ठाकुर,अरिहंत जैन आदि सेवादल सदस्य उपस्थित थे।

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राष्ट्रीय विदुषी सेमिनार का हुआ सफल आयोजन

राष्ट्रीय विदुषी सेमिनार का हुआ सफल  आयोजन

★नियमित स्वाध्याय से ही शास्त्र सुरक्षित रहेंगे -डॉ. मुन्नीपुष्पा जैन

नई दिल्ली। "स्वाध्याय का महत्त्व और आवश्यकता" इस विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार  का आयोजन विदुषी महासभा द्वारा किया गया। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम का संयोजन दिल्ली की डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव द्वारा किया गया।
स्वाध्याय का मूल आत्मसाधना है। स्वाध्याय ऐसा तप है जो मोक्षमार्ग का सर्वश्रेष्ठ साधन है। उत्तम शास्त्रों को पढ़ना, वाचना, पूछना,सुनना, सुनाना, चिन्तनमनन करना,अभ्यास करना स्वाध्याय है।स्वाध्याय परम तप है | देव-शास्त्र-गुरु ही इस पंचम काल में हमारे सच्चे हितैषी हैं |इस पंचम काल में हमारे समक्ष जिनेन्द्र भगवान नहीं हैं, परन्तु उनकी अमृतमयी वाणी रुपी जिनवाणी माँ के रूप में हमें आचार्य प्रणीत शास्त्र उपलब्ध हैं इसलिए हम सभी का कर्त्तव्य है कि स्वाध्याय करके जिनेन्द्र भगवान द्वारा प्ररूपित सम्यक् मार्ग का श्रद्धान करें और उसका सम्यक् अनुसरण करके अपना मानव जीवन सार्थक करें | अपनी आत्मा का अध्ययन, चिंतन-मनन ,ध्यान,स्वाध्याय है । 

पढ़े : ऑनलाइन शिक्षा वर्तमान समय की आवश्यकता : प्रो. डी.पी सिंह

ज्ञान की आराधना करना स्वाध्याय है।अपनी आत्मा का हित करने वाला अध्ययन स्वाध्याय है।आर्ष वचन तीर्थंकर केवली भगवान के मुख से प्रस्फुटित हुए, जिसको गणधर परमेष्ठी ने ग्रहण किया | तदुपरांत उस ग्रहण किये हुए ज्ञान से भव्य जीवों को  उद्बोधित किया तथा पूर्वाचार्यों ने जिनवाणी के रूप में लिपिबद्ध किया | इस देश का इतिहास इस बात का गवाह है  कि अनेक महान पुरुषों ने कई विपत्तियों और संघर्षों से शास्त्र रूपी जिनवाणी माँ को सुरक्षित रखा जो हमें आज उपलब्ध है। अत: तीर्थंकर परमेष्ठी से लेकर सभी पूर्वाचार्यों के महान उपकारों के फलस्वरूप हमें यह जिनवाणी माँ प्राप्त हुई हैं | उन सभी का उपकार हम एकमात्र जिनवाणी माँ का स्वाध्याय करके ही चुका सकते हैं । स्वाध्याय विषय पर ये विचार पूरे भारतवर्ष से प्रतिभागिता करने वाली विदुषियों ने प्राकृत दिवस पर आयोजित ऑनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार में अभिव्यक्त किए।


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श्रुतदेवी को नमन करते हुए इस संगोष्ठी का शुभारम्भ डॉ. संगीता विनायका इंदौर ने किया । इस ऑनलाइन सेमिनार में  डॉ.विभा जैन,दिल्ली,डॉ. राका जैन लखनऊ,लता एस. सिंघई, अमरावती,डॉ.संगीता मेहता, इंदौर,प्रो.कल्पना जैन,दिल्ली ,ऊषा गंगवाल, रायपुर,डॉ.पूनम टांक जैन, जयपुर,डॉ.मनीषा जैन , छिन्दवाड़ा,डॉ.अंजु जैन , इंदौर,डॉ.संध्या जैन श्रुति ,जबलपुर,डॉ.आशु जैन गजरौला,उ.प्र,डॉ. पत्रिका जैन लखनऊ, डॉ.मनोरमा जैन ,जबलपुर,श्रीमती विनीता प्रवीण जैन इंदौर,डॉ. प्रगति जैन, इंदौर ,भारती जैन ,दिल्ली,अनुपमा जैन, कोलकाता,डॉ. रिचा जैन , नागपुर,डॉ. रश्मि कोठारी ,जयपुर,बरखा विवेक बड़जात्या , बाकानेर ,म.प्र.,डॉ. संगीता विनायका ,इंदौर आदि सभी ने स्वाध्याय का महत्त्व और आवश्यकता को विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया।आदर्श महिला के सम्मान से सम्मानित , ब्राह्मी लिपि विशेषज्ञ , जैन विदुषी डॉ. मुन्नीपुष्पा जैन,वाराणसी ने संगोष्ठी की अध्यक्षता की ।

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मुख्यमंत्री ने दिए दोषी डाक्टरो के खिलाफ  सख्त कार्यवाही के निर्देश

आपने प्रतिभागियों के वक्तव्य की समीक्षा एवं प्रशंसा की तथा अपने ओजस्वीपूर्ण अध्यक्षीय उद्बोधन से सभी को प्रेरित किया । आपने कहा कि स्वाध्याय जन्म-जरा-मृत्यु को दूर करने की औषधि है।नियमित और सामूहिक स्वाध्याय से ही शास्त्र सुरक्षित रहेंग अत: हम सभी को निरंतर स्वाध्याय करते हुए ज्ञान प्राप्त करना चाहिए और जीवन में प्रतिक्षण आत्मचिंतन करना चाहिए। इस अवसर पर सारस्वत अतिथि के रूप में श्री भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महिला महासभा की अध्यक्षा, प्रसिद्ध समाजसेवी श्रीमती सरिता महेन्द्र जैन,चैन्नई की शुभकामनाएं भी सभी को प्राप्त हुईं। 
विदुषी महासभा द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी के अंत में राष्ट्रीय सेमिनार संयोजिका डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव ने सभी का आभार व्यक्त किया। सेमिनार से जुड़े दर्शक श्रोताओं ने राष्ट्रीय सेमिनार की प्रशंसा की तथा सभी विदुषियों को बधाई दी।

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सागर: आज 7 नए पॉजिटिव मरीज मिले, वही 19 मरीज स्वस्थ होकर खुशी-खुशी घर लौटे ,

सागर: आज 7 नए पॉजिटिव मरीज मिले, वही 19 मरीज स्वस्थ होकर खुशी-खुशी घर लौटे ,

सागर । सागर जिले में कोरोना संक्रमण का असर जारी है । लेकिन स्वस्थ्य होकर कोरोना से जंग जीतने  वालो की संख्या  भी बढ़ती जा रही है। आज  बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को वायरोलाॅजी लैब की रिपोर्ट के अनुसार 7 मरीजों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। संख्या बढ़कर 372 हो गई।  वही 19 मरीज स्वस्थ्य होकर  घर वापिस गए। अभी तक 21 मरीजो की मौत हो चुकी है। 
आज  आई रिपोर्ट के अनुसार  उसमे  72 वर्षीय पुरुष लाजपतपुरा वार्ड, 47 वर्षीय पुरुष रामपुरा वार्ड, 29 वर्षीय महिला गोपालगंज, 51 वर्षीय पुरुष बीना, 41 वर्षीय पुरुष शास्त्री वार्ड मोतीनगर, 38 वर्षीय पुरुष बीना, 10 वर्षीय लड़का लाजपतपुरा वार्ड जिला सागर निवासी शामिल हैं।

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बीएमसी से 19 मरीज स्वस्थ होकर खुशी-खुशी घर लौटे

सागर जिले के लिए मंगलवार की शाम एक अच्छी खबर आई। बुन्देलखण्ड मेडीकल कॉलेज (बीएमसी) में इलाज करा रहे कोरोना वायरस से संक्रमित 19 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। इन मरीजों की मंगलवार को छुट्टी कर दी गई है। उनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। मेडिकल टीम ने परीक्षण के बाद इन मरीजों को घर जाने की अनुमति दी गई।19 मरीज जब डिस्चार्ज होकर मेडीकल कॉलेज से बाहर निकल रहे थे उस वक्त कमिष्नर  जेके जैन और कलेक्टर  दीपक सिंह ने पुष्प वर्षा और तालिया बजाकर मरीजों का स्वागत किया। 

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कमिष्नर श्री जैन ने मेडीकल कॉलेज से स्वस्थ्य होकर घर जाने वाले मरीजों से बात-चीत की। उन्होंने मरीजों से पूछा कि कॉलेज में भर्ती के दौरान कोई दिक्कत तो नही हुई। मरीजों ने बताया कि उनका अच्छी तरह ख्याल रखा गया। अच्छा उपचार हुआ। इस कारण वे स्वस्थ होकर आज खुषी-खुषी घर लौट रहे है। स्वस्थ होकर घर लौट रहे मरीजों ने मेडीकल कॉलेज के डाक्टरों का उपचार के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मेडीकल कॉलेज के डीन डा. आरएस वर्मा, अधीक्षक डा. एस.के. पिप्पल, डा. सुमित रावत, डा. मनीष जैन, डा. शैलेन्द्र पटेल, डा. उमेश पटेल, स्टार्फ नर्स, पैरा मेडीकल स्टॉफ मौजूद था।  अब डिस्चार्ज होने वाले 19 मरीज अपने घर पर 14 दिन क्वारांटाइन रहेंगे।

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