Editor: Vinod Arya | 94244 37885

योगी ने निभाया ‘राजधर्म’, आंखों में नमी के बाद भी करते रहे मीटिंग,पिता के निधन की खबर सुनकर भी

योगी ने निभाया 'राजधर्म', आंखों में नमी के बाद भी करते रहे मीटिंग,पिता के निधन की खबर सुनकर भी

@अंकुर सिंह, लखनऊ

लखनऊ। वक्त करीब सुबह के 10.30 बजे का था...लोकभवन की जगह आज टीम 11 की मीटिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सरकारी आवास (5 केडी) पर होनी थी। लेकिन मन में ये सवाल बार बार उठ रहा था कि क्या मुख्यमंत्री मीटिंग करेंगे। क्योंकि बीती रात से ही अफवाहों का सिलसिला सोशल मीडिया पर आंधी की तरह उड़ रहा था। जिसमें प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी के पिता आनंद सिंह बिष्ट के स्वास्थ्य खराब होने की सूचनाएं तैर रही थीं। खैर रोज की तरह समयानुसार मीटिंग के लिए मुख्यमंत्री हॉल में आए, लेकिन आज साफ झलक रहा था कि वो अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है।
अमूमन मुख्यमंत्री मीटिंग के दौरान चेहरे पर लगे मास्क को नीचे रखते हैं लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ। इससे चेहरे का भाव भले कुछ हद तक छिप जा रहा था,पर आंखों की उदासी,उनकी नमीं बता रही थीं कि सब कुछ ठीक नही। बावजूद इसके राजधर्म का पालन पहली प्राथमिकता पर रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समयानुसार मीटिंग शुरू की। टीम 11 के अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री विचार-विमर्श और कोरोना को लेकर प्रदेश की हालात पर चर्चा करते और अधिकारियों को निर्देश भी देते रहे। 

इसी बीच करीब 10 बजकर 44 मिनट के आसपास मीटिंग में उस व्यक्ति का आना हुआ, जिसे कम ही किसी मीटिंग में आते देखा गया है। बात मुख्यमंत्री के सबसे करीबी शख्स यानी बल्लू राय की हो रही है। बल्लू के चेहरे पर दुख का भाव झलक रहा था। बल्लू ने एक पर्ची मुख्यमंत्री को दी। इसे पढ़कर मुख्यमंत्री जी ने किसी से बात कराने का निर्देश बल्लू को दिया। बल्लू ने फोन लगाया और मुख्यमंत्री जी बात करने लगे।

बात महज एक मिनट की रही होगी और मुख्यमंत्री ने फोन पर कहा कि वह मीटिंग के बाद फिर बात करेंगे। बल्लू चले गये मुख्यमंत्री कुछ सेकंड के लिए शांत हो गए। लेकिन फिर उन्होंने मीटिंग में अधिकारियों से सवाल-जवाब करना शुरू कर दिया। मीटिंग ठीक वैसे ही चलती रही जैसे रोजाना चलती है। 

पढ़े : कोरोना वारियर्स: पहले पुलिस ड्यूटी फिर शादी, सागर में पदस्थ सब इंस्पेक्टर ज्योति ने टाली शादी

इस बीच सबने देखा कि मुख्यमंत्री योगी की आंखें नम हो चुकी हैं। शायद उधर से उन्हें पिता के निधन का समाचार मिला था, लेकिन मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने प्रदेश की जनता की सेवा सर्वोपरि रखी और कोविड से लड़ने की रणनीति बनाने की मीटिंग करते रहे। 

सभी को पता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री होने से पहले वो एक संन्यासी हैं, गोरक्षपीठाधीश्वर हैं। लेकिन पिता के निधन का समाचार मिलने के बाद भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली ठीक वैसे ही चलती रही। एक तरफ जहां आंखों में नमी उनके दुख की सबूत था तो दूसरी तरफ 23 करोड़ जनता की सुरक्षा की चिंता का फर्ज। अपने पिता के निधन के बावजूद उन्होंने राजधर्म को प्राथमिकता दी। उसे निभाया। योगी आदित्यनाथ पहले भी सबसे ऊपर राजधर्म और यूपी की 23 करोड़ जनता का हित देखने को सर्वोपरि मानते रहे हैं। पिता की मृत्यु भी उन्हें अपने इस पथ से विचलित नहीं कर सकी।

पढ़े : सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए  छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही  करें, होंगी कार्यवाई -

अंतिम संस्कार में शामिल न होने के साथ-साथ दिया बड़ा संदेश
yमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुख एवं शोक है। वे मेरे पूर्वाश्रम के जन्मदाता है। जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंगल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया। अंतिम क्षणों में उनके दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका। कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता और महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूं। पूजनीया मां, पूर्वाश्रम  से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील है कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग तिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें। पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं। लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा।
---------------------------- 


तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885

-----------------------------
Share:

सोशल डिस्टेंसिंग की मदद से कोरोना की चेन को तोड़ना होगा: श्रीमती अंजू श्रीवास्तव

सोशल डिस्टेंसिंग की मदद से कोरोना की चेन को तोड़ना होगा: श्रीमती अंजू श्रीवास्तव

सागर । कोरोना वायरस की रोकथाम नियंत्रण के लिए लॉक डाउन के आदेश के बाद कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के आह्वान पर गरीब, निर्धन, व्यक्तियों को खाद्यान्न एवं राशन सामग्री प्रदान करने की अपील की गई थी। जिसको शासकीय हाईस्कूल मेनपानी की प्राचार्य श्रीमती अंजू श्रीवास्तव ने संस्था के सदस्यों से परामर्श कर राशन सामग्री तैयार कर सरोकार योजना के नोडल अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी डॉक्टर महेंद्र प्रताप तिवारी को रविवार को राशन की किटंे प्रदान की।

पढ़े : कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने*

प्राचार्य श्रीमती अंजू श्रीवास्तव ने कहा सोशल डिस्टेंस की मदद से कोरोना की इस चेन को तोड़ना होगा यही सब का उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने बताया कि राशन किट में आटा,  चावल,  दाल, शक्कर,  तेल, चायपत्ती समस्त मसाले, नहाने, धोने की साबुन आदि शामिल है । इस अवसर पर श्री मनोज नेमा,  विशाल चैबे, अर्चना,  लता कुर्मी,  राजेश दुबे आदि उपस्थिति थे ।
Share:

सागर पुलिस अधीक्षक ने किया सागर जिले की सीमाओं का निरीक्षण, सागर से भोपाल के बीच पड़ने वाले विदिशा और रायसेन जिले की

सागर पुलिस अधीक्षक ने किया सागर जिले की सीमाओं का निरीक्षण, सागर से भोपाल के बीच पड़ने वाले विदिशा और रायसेन जिले की 
#COVID19_SAGAR
सागर । कोरोना आपदा के चलते लॉक डाऊन में सागर जिले की सीमाओं और थानों का पुलिस अधीक्षक अमित सांघी  द्वारा निरीक्षण कर आवश्यक  निःर्देश  दिए  जा रहे है। इसी क्रम में आज पुलिस अधीक्षक सागर अमित  सांघी  द्वारा थाना राहतगढ़ क्षेत्र का भ्रमण किया गया।  जिसमें सागर जिले के  राहतगढ़ थाना क्षेत्र की सीमाएं  विदिशा एंव रायसेन जिले से लगी हुई है । वे राहतगढ़ थाना की  बॉर्डर पर लगे चेकिंग स्थल पर स्वयं पहुचे। पुलिस अधीक्षक ने वहां पर  चेकिंग करवाई, रजिस्टर चेक किये गए  । चेकिंग में लगे पुलिस स्टाफ का मनोबल बढ़ाते हुए अच्छी चेकिंग करने हेतु निर्देशित किया गया ।

 पढ़े : सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

इस दौरान उन्होंने सभी को सोशल  डिस्टेंसिग का पालन करने और आम जन को पालन कराने के निःर्देश दिए। साथ ही ड्यूटी के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में भी जाना। 
इसके साथ ही राहतगढ़ थाना स्टाफ जो लॉक डाउन में लगातार ड्यूटी कर रहा है उन  सभी का मनोबल बढ़ाते हुए इसी प्रकार पूरे मनोयोग से ड्यूटी करने हेतु उत्साहित किया एवं अच्छे कार्य करने वालों को बधाई दी । उन्होंने  पुलिस स्टाफ के पास मास्क ,ग्लोब्स ,सेनेटाइजर की उपलब्धता की जानकारी ली । एसडीओपी राहतगढ़ एवं थाना प्रभारी राहतगढ़ को बताया गया कि किसी भी प्रकार से सुरक्षा उपकरणों की कमी नहीं होने देना है किसी भी प्रकार की आवश्यकता होने पर तुरंत सूचित किया जावे। 

पढ़े : कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने

राहत गढ़ में हुई घटना के  स्थल का किया निरीक्षण
सागर जिला पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी जी ने  राहतगढ़ केअपराध क्रमांक 207,208 जिसमें लड़का एवं लड़की जल गए थे , उस के घटना स्थल का निरीक्षण कर थाना प्रभारी एंव  एसडीओपी राहतगढ़ को प्रकरण के शीघ्र निराकरण करने हेतु  निर्देशित किया।

---------------------------- 


तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885

-----------------------------
Share:

राशन दुकान से खुद के लिए अनाज उठाने वाले लवकुश नगर जनपद के सीईओ हुए निलंबित, कमिश्नर अजय गंगवार की कार्यवाई

राशन दुकान से खुद के लिए अनाज  उठाने वाले लवकुश नगर जनपद के सीईओ हुए निलंबित,  कमिश्नर अजय गंगवार की कार्यवाई

सागर । कमिश्नर सागर संभाग  अजय सिंह गंगवार ने छतरपुर जिले की जनपद पंचायत लवकुशनगर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  सिकंदर खान को कदाचरण और अनुशासनहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कमिश्नर द्वारा यह कार्यवाही कलेक्टर छतरपुर के प्रतिवेदन के आधार पर की गई है। जनपद सीईओ श्री खान द्वारा राशन दुकान से खाद्यान्न बोरी व्यक्तिगत उपयोग हेतु नियम विरुद्ध तरीके से अपने शासकीय वाहन में रख कर ले जाना, कोरोना जैसी महामारी संकट के समय इनके द्वारा ऐसा कृत्य करना आपत्तिजनक है।


यह भी पढ़े:
सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए  छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही  करें, होंगी कार्यवाई

कोविड का हौव्वा आइसोलेशन नहीं कोआपरेशन से मिटेगा.....@ब्रजेश राजपूत


श्री खान के द्वारा किया गया उक्त कृत्य कदाचरण एवं अनुशासनहीनता का परिचायक है। अतः श्री खान को सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 एवं मध्य प्रदेश सिविल सेवा वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील नियम 1966 के नियम 9 के अंतर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
श्री खान की निलंबन अवधि में श्री प्रतिपाल सिंह वागरी सीईओ जनपद पंचायत राजनगर को जनपद पंचायत लवकुशनगर के सीईओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। निलंबन अवधि में श्री खान का मुख्यालय जिला पंचायत पन्ना नियत किया गया है। उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।

---------------------------- 


तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885

-----------------------------
Share:

सेवादल कार्यकर्ताओं का ताली बजाकर किया बढाया हौसला

 सेवादल कार्यकर्ताओं का ताली बजाकर किया बढाया हौसला

#COVID19_SAGAR

सागर ।  सेवादल  काँग्रेस का कोरोना आपदा में मदद करने का सिलसिला जारी है । अब लोग कार्यकर्ताओ का स्वागत ताली बजाकर करते है ताकि उत्साह बना रहे। आज  सेवादल  ने सहयोग अभियान जारी रखते हुये मोहननगर वार्ड ,नरयावली नाका वार्ड में  15 परिवारो को राशन का वितरण किया।
मोहननगर वार्ड के वासियों ने ताली बजाकर सेवादल सदस्यों का उत्साहवर्धन किया। राशन वितरण के दौरान  सभी नियमों का पालन करते हुये सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखा गया और राशन वितरण के पहले सभी का सेनेटाइजर से हाथ साफ कराये गये । राशन मे आटा,दाल भाई नेवी जैन द्वारा उपलब्ध कराया गया और चावल, बिस्किट सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे द्वारा वितरित किया गया ।

पढ़े : कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने


वही सेवादल अध्यक्ष ने जिला  प्रशासन से संपर्क कर वल्लभनगर वार्ड की गुजराती कपडे वाली महिलाओ को राशन उपलब्ध कराया। 
सहयोग कार्यक्रम मे अध्यक्ष सिंटू कटारे के साथ ब्लाकाध्यक्ष नितिन पचौरी, जयदीप यादव,प्रवीण यादव,अंकुर यादव,शैलेन्द्र नामदेव,आकाश और आशीष नामदेव ,मोन्टी साहू उपस्थित रहे।
Share:

सागर के कोरोना की रोकथाम हेतु जन जागरूकता अभियान में शामिल होंगे एनजीओ, एनएसएस और एनसीसी के कार्यकर्ता

सागर के कोरोना की  रोकथाम हेतु जन जागरूकता अभियान  में  शामिल होंगे एनजीओ, एनएसएस और एनसीसी के कार्यकर्ता
#COVID19_SAGAR

सागर । विश्व में फैली महामारी नोवल कोरोना वाइरस (COVID-19) के संक्रमण से रोकथाम/नियंत्रण को दृष्टिगत रखते हुए एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु जिला कलेक्टर  प्रीति मैथिल नायक के  निर्देशानुसार जिला पंचायत सीईओ इक्षित गढ़पाले ने जिला पंचायत सभागार में बैठक आयोजित की। बैठक का आयोजन सागर जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना महामारी की रोकथाम एवं नियंत्रण  संबंधी जागरूकता पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया। इस महामारी को फैलने से रोकने  के लिए जिला प्रशासन के साथ जन अभियान परिषद के तत्वाधान में सागर के विभिन्न एनजीओ,  एनएसएस एवं एनसीसी के सदस्य सक्रियता से कार्य करेंगे। 
 जिला पंचायत सीईओ इक्षित गढ़पाले जी ने कहा कि सागर में 20 मार्च के बाद वापस लौट कर आए मजदूरों की स्क्रीनिंग एवं मॉनिटरिंग का कार्य जन अभियान परिषद के सदस्यों के माध्यम से गांव-गांव में किया जाएगा। इसी के साथ सभी की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए मनरेगा योजना को 20.04.2020 से जिले के गांव-गांव में आरंभ किया जाएगा। जहां जिम्मेदारों द्वारा सुनिश्चित किया जाए कि सभी प्रशासन की गाइड लाइन का पूर्णतः  पालन करें मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। साथ ही बार बार हाथ धोने हेतु साबुन पानी बाल्टी की व्यवस्था हो। सैनिटाइजेशन का प्रबंध किया जाए। 

पढ़े सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

मिड डे मील के माध्यम से भोजन वितरण की व्यवस्था की मानिटरिंग बीआरसी के शिक्षामित्र करेंगे। ताकि ग्रामीण छात्रों को भी खाने की व्यवस्था कराई जाए।  इसके अलावा आयुष विभाग द्वारा दवा वितरण आदि की भी मॉनिटरिंग की जाएगी।शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों में प्रधानमंत्री राहत राशि निकालने हेतु लग रही भीड़ को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ व्यवस्थित करने का कार्य भी इन स्वयं- सेवकों के माध्यम से सुनिश्चित किया जाएगा। 

पढ़े : कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार शहरों में कचरा गाड़ी के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है उसी प्रकार ब्लॉक स्तर पर 11 जागरूकता रथ रवाना किए गए हैं जो ग्रामीण- जनों के मध्य पहुंचकर कोरोना से सावधानी संबंधी जागरूकता संदेश देंगे।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इस महामारी से बचाव के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु जिले में  एनएसएस  के 220 कार्यकर्ता प्रशासन के साथ अपनी सेवाएं देंगे।
 उक्त बैठक में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक के के मिश्रा, ब्लॉक समन्वयक अंजली पाठक, सुफल  फाउंडेशन से अनिल रैकवार, सेवाभारती से प्रभात मिश्रा, हेल्प संस्थान से नरेंद्र अहिरवार, महिला स्वाभिमान मंडल से उर्मिला नामदेव, कला रंगमंच एवं जन सेवा विकास समिति से शिवदीन आठिया, सिद्धार्थ तिवारी, हेमंत आजाद आदि उपस्थित रहे।
Share:

कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने

कक्षा 10 वी और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं की कापियां घर से जांचने के सम्बंध में दिशा निःर्देश जारी किये मंडल ने

सागर । मण्डल द्वारा आयोजित हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी परीक्षा एवं अन्य मुख्य परीक्षायें वर्ष 2020 की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का गृृह मूल्यांकन कराये जाने संबंधी माध्यमिक शिक्षा मण्डल मध्यप्रदेष सचिव द्वारा आदेश प्रसारित किये गये है। देश में नोवेल कोरोना के संक्रमण से बचाव हेतु केन्द्र सरकार द्वारा दिनांक 03 मई 2020 तक पूर्ण रुप से लॉकडाउन घोषित किया गया है। प्रतिवर्ष मण्डल की परीक्षाओं से संबंधित अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य प्रत्येक जिले में निर्धारित मूल्यांकन केन्द्र पर मूल्यांकनकर्ताओं को आमंत्रित कर संपादित किया जाता रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना वाइरस के संकमण के कारण देशव्यापी लॉक डाउन एवं सोशल डिस्टेन्सिंग नियमों का पालन करते हुये केन्द्रीकृत मूल्यांकन कराया जाना संभव प्रतीत नहीं होता है। नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु वर्तमान में परिस्थितियों की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुये मण्डल के प्रस्ताव पर मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, वल्लभ भवन, भोपाल की सहमति के उपरान्त माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षायें वर्ष 2020 की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का 20 अप्रैल  के पश्चात् गृह मूल्यांकन कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
गृह मूल्यांकन व्यवस्था से लॉक डाउन में मूल्यांकनकर्ता शिक्षकों के समय का सदुपयोग किया जा सकेगा , ताकि लॉक डाउन समाप्ति उपरान्त न्यूनतम समय में शेष परीक्षायें एवं मूल्यांकन कार्य संपादित करते हुये यथाशीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित किया जा सकेगा । गृह मूल्यांकन हेतु जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन, पर्यवेक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा पंजीकृत मूल्यांकनकर्ताओं को दिनांक 02 से 17 मार्च 2020 तक संपादित परीक्षाओं के प्रथम चरण की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें जिलें के समन्वयक संस्था प्राचार्य, मूल्यांकन अधिकारी के माध्यम से दिनांक 22 से 25 अप्रैल 2020 के मध्य वितरित कराई जावेंगी ।

सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

 जिला कलेक्टर द्वारा संपूर्ण व्यवस्था के पर्यवेक्षण हेतु एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जावेगा । जिले में कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुये प्राचार्य, मूल्यांकन केन्द्राधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाय , आदर्श उत्तर , प्रश्न - पत्र एवं मूल्यांकन हेतु जारी संशोधन पत्रक (प्रश्न-पत्र, आदर्श उत्तर में त्रुटि सुधार के आदेश) मूल्यांकनकर्ताओं को निम्न मार्गदर्शी सिद्धांतो की प्राथमिकता के क्रम में सोशल डिस्टेन्सिग के नियमों का पालन सुनिश्चित करते हुये वितरित किया जावे (अ) निश्चित तिथि व समय पर मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन केन्द्र अथवा विकाखण्ड मुख्यालय पर आमंत्रित करते हुये । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं को जिले में स्थित संकुल केन्द्रों पर बंद वाहन के माध्यम से पंहुचा कर निश्चित तिथि व समय पर मूल्यांकनकर्ताओं को संकुल पर आमंत्रित करते हुये । अपरिहार्य परिस्थितियों में मूल्याकनकर्ता के निवास स्थान पर बद वाहन एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्त ध् मूल्यांकन केन्द्र के अमले के माध्यम से उपलब्ध कराते हुये । ( द ) जिले में नोवेल कोरोना वाइरस के के संकमण की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये उपरोक्त तीनों विकल्प में से जिला कलेक्टर उचित विकल्प का चयन करेंगे । तीनों विकल्प में से किसी भी विकल्प के माध्यम से मूल्यांकनकर्ताओं को उत्तरपुस्तिकायें वितरण ध् प्राप्त करने के लिये तिथि व समय का चयन इस प्रकार किया जाये की सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन हो सके । दिनांक 20 अप्रैल 2020 के पश्चात ग्रीन जोन में वर्गीकृत जिलें जिसमें एक भी कोरोना पॉजीटीव प्रकरण नहीं पाये गये है , ऐसे जिलों में जिला कलेक्टर कोरोना संकमण की अद्यतन स्थिति की समग्र रुप से समीक्षा उपरान्त यदि केन्द्रीकृत मूल्यांकन कराये जाने हेतु अनुकूल परिस्थितियां पाते है तो भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा - निर्देशों का पालन ( मूल्यांकन केन्द्र पर धर्मल स्कीनिंग , सेनेटाईजेशन एवं सोशल डिस्टेसिंग संबंधी निर्देशों का पालन करते हुये ) मण्डल प्रशासन से विचार - विमर्श उपरान्त केन्द्रीकत मूल्यांकन संबंधी अंतिम निर्णय ले सकेंगे ।  

पढ़े : सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए  छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही  करें, होंगी कार्यवाई

अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें मूल्यांकनकर्ताओं को विकासखण्ड मुख्यालय, संकुल केन्द्र, निवास तक रुट चार्ट बनाकर चार पहिये वाहन से उपलब्ध, वापस प्राप्त की जावे । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्त करने हेतु जिले के प्राचार्य,  मूल्यांकन अधिकारी को एम . पी . टूरिजम अथवा कलेक्टर की निर्धारित दरों पर ( जो भी कम हो ) टाटा सूमो ध् बोलेरो आदि बंद वाहन ( जिसमें उत्तरपुस्तिकाओं की संपूर्ण सुरक्षा एवं गोपनीयता बनी रहे ) किराये पर लेने की अनुमति होगी । शासकीय वाहन की उपलब्धता होने की दशा में उनका भी उपयोग किया जा सकेगा । प्रत्येक प्राचार्य ध् मूल्यांकन केन्द्राधिकारी को वाहन व्यवस्था हेतु राशि रुपये 50000 ध् - अग्रिम के रुप में प्रदाय की जा रही है, जिसका समायोजन देयक प्रस्तुत किये जाने पर किया जावेगा । अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्त करने हेतु प्रत्येक वाहन में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्त अथवा मूल्यांकन केन्द्र का एक अधिकारी, कर्मचारी, उप मुख्य परीक्षक एवं एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भेजा जाना सुनिश्चित किया जाये । मूल्यांकनकर्ताओं को अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाये वितरण एवं मूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का सील्ड इण्डल प्राप्त करने का कार्य सहायक मूल्यांकन अधिकारी एवं स्ट्रांग रुम में नियुक्त कर्मचारी द्वारा मूल्यांकन केन्द्र पर किया जावेगा । प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता को मूल्यांकन हेतु एक बार में हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी की न्यूनतम 450 अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं के सील्ड बण्डल प्रदाय किये जाये । मूल्यांकनकर्ता द्वारा उक्त उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य यथा संभव 10 दिवस में पूर्ण किया जाकर मूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का अण्डल मूल्यांकन केन्द्र की टीम या मूल्यांकन केन्द्र पर जमा किया जावे । मूल्याकनकर्ताओं को प्रदाय की गई ।

अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं का बिना होलो कापट स्टीकर हटाते हुये गृह मूल्यांकन कार्य किया जाना है । मूल्यांकन उपरान्त मूल्यांकन केन्द्र पर उपमुख्य परीक्षक के समक्ष संबंधित मूल्यांकनकर्ता द्वारा ओ . एम . आर . शीट में अंको की प्रविष्टि की जावेगी । किसी भी उत्तरपुस्तिका का होलोकापट स्टीकर क्षतिग्रस्त पाये जाने पर मूल्यांकनकर्ता के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी ।  मूल्यांकन केन्द्राधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्रदाय करते समय किसी भी स्थिति में किसी भी केन्द्र के बण्डल को खोलकर अलग - अलग वितरित नहीं किया जावे । विशेष स्थिति में 450 से अधिक उत्तरपुस्तिका का बण्डल होने पर अतिरिक्त उत्तरपुस्तिकाओं के मान से अतिरिक्त समय भी दिया जाये ।

पढ़े : कोरोना वारियर्स: पहले पुलिस ड्यूटी फिर शादी, सागर में पदस्थ सब इंस्पेक्टर ज्योति ने टाली शादी

एक केन्द्र की एक विषय की उत्तरपुस्तिका एक ही मूल्यांकनकर्ता को दी जावे । यदि किसी केन्द्र की एक विषय की उत्तरपुस्तिका का बण्डल निर्धारित संख्या 450 से कम होने पर उक्त संख्या के मान से अन्य केन्द्रों की अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका के बण्डल दिये जावे । मूल्यांकनकर्ताओं के पर्यवेक्षण के लिये केवल उपमुख्य परीक्षक, सुपरवाईजर की नियुक्ति की जाना है । उपमुख्य परीक्षक, सुपरवाईजर द्वारा निम्न कार्यवाही सुनिश्चित की जावेगी ( ) मूल्यांकन केन्द्र के स्ट्रांग रूम से अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्राप्त कर मूल्यांकनकर्ताओं को निर्धारित प्रकिया के तहत् वितरित करना एवं मूल्यांकन उपरान्त प्राप्त उत्तरपुस्तिकाओं के अनुसार मूल्यांकन केन्द्र पर संबंधित मूलयांकनकर्ता से ओ . एम . आर शीट में अंक प्रविष्टि कराना व अन्य आवश्यक कार्यवाही उपरान्त स्ट्रांग रूम में जमा करना । मूल्यांकन उपरान्त ओ . एम . आर . शीट में अंक प्रविष्टि कराते समय यह सुनिश्चित करना की किसी भी उत्तरपुस्तिका होलोकापट स्टीकर क्षतिग्रस्त या फटा हुआ न हो । प्रत्येक केन्द्र की 10 प्रतिशत उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य । ( स ) कोई भी प्रश्न उत्तरपुस्तिका में अमूल्यांकित नहीं रह गया है । ( द ) मूल्यांकनकर्ता द्वारा ओवर राईटिंग पर हस्ताक्षर किये है । ( इ ) जिन छात्रों की फाईल काउन्टर फाईल में 00 या 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त उत्तरपुस्तिकाओं का पुनः परीक्षण करना । ( ई ) उत्तरपुस्तिका के अनुक्रमांकों में कांट - छांट होने की स्थिति में ओ . एम . आर , शीट्स में अंक तो नहीं भरे गये एवं ऐसी मूल उत्तरपुस्तिकायें पृथक से मूल्यांकन अधिकारी को जमा करना । उत्तरपुस्तिकायें वितरण, प्राप्त करने संबंधी कार्य में संलग्न समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मॉस्क पहनना एवं सोशल डिस्टेन्सिग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा । मूल्यांकन उपरान्त ओ . एम . आर शीट्स मण्डल मुख्यालय में जमा करने संबंधी निर्देश मूल्यांकन अधिकारी को पृथक से प्रदाय किये जावेगा । राज्य में लोक स्वास्थ एवं लोकहित में नोवेल कोरोना वाइरस के संक्रमण से बचाव एवं वर्तमान में देशव्यापी लॉक डाउन को दृष्टिगत रखते हुये गण्डल के आदेश कमांक ध् 36 ध् गोपनीय - समन्वय ध् 2020 भोपाल , दिनांक 17 . 03 . 2020 द्वारा मण्डल परीक्षायें 2020 के ऑनलाईन अंक मंगाये जाने संबंधी व्यवस्थायें अन्य आदेश तक स्थगित रहेगी ।

पढ़े : सागर में कोरोना पाजिटिव मरीज की मौत की भांति हुआ युवती का हुआ अंतिम संस्कार, मृतक युवती की जांच रिपोर्ट आना बाकी

मूल्यांकन अधिकारी द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकाओं के वितरण एवं मूल्यांकन उपरांत प्राप्ति का प्रतिवेदन निर्धारित प्रपत्र में प्रतिदिन ईमेल पर अनिवार्यतः उपलब्ध कराया जाये ।  मूल्यांकनकर्ताओं को अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिकायें प्राप्त करने से लेकर मूल्यांकन उपरान्त मूल्यांकन केन्द्र, प्रतिनिधि को जमा करने तक निम्न दायित्व होगा ( अ ) उत्तरपुस्तिकाओं की सुरक्षा एवं गोपनीयता बनाये रखना । इस हेतु अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका प्राप्त करते समय संलग्न निर्धारित प्रपत्र में घोषणा - पत्र भरकर प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा । ( ब ) प्रत्येक मूल्यांकनकर्ता द्वारा अमूल्यांकित उत्तरपुस्तिका प्राप्त करने से लेकर मूल्यांकन उपरान्त जमा करने तक उत्तरपुस्तिकाओं में लगे होलोकाफ्ट स्टीकर को नहीं खोलेंगे अर्थात बिना होलोकापट स्टीकर हटाये मात्र उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य किया जायेगा । उत्तरपुस्तिकाओं को घर में अलमारी, बॉक्स में ताला लगाकर सुरक्षित स्थान पर रखना । उत्तरपुस्तिकाओं पर किसी भी प्रकार के दाग - धब्बे, विरुपण आदि से बचाना । उत्तरपुस्तिकाओं की फोटाकॉपी वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी पूर्णतः वर्जित है । कोई भी प्रकरण संज्ञान में आने पर संबंधित मूल्यांकनकर्ता पर वैद्यानिक कार्यवाही की जावेगी । ( ई ) जितनी संख्या में उत्तरपुस्तिकायें मूल्यांकनकर्ता द्वारा प्राप्त की गई है उतनी ही संख्या में वापस किये जाने का दायित्व संबंधित मूल्यांकनकर्ता का होगा । ( फ ) उत्तरपुस्तिकाओं के बण्डल में कम उत्तरपुस्तिका प्राप्त होने की स्थिति में उत्तरपुस्तिका प्राप्ती तिथि को ही मूल्यांकन केन्द्राधिकारी एवं उपमुख्य परीक्षक को अवगत कराना । मूल्यांकन कार्य की सुथिता एवं गोपनीयता बनाये रखने का संपूर्ण दायित्व मूल्यांकन केन्द्राधिकारी एवं संलग्न अमले तथा संबंधित मूल्यांकनकर्ता का होगा । मूल्यांकनकर्ता अथवा अन्य संलग्न अमले द्वारा मूल्यांकन कार्य को प्रभावित किये जाने संबंधी किसी प्रयास को अत्यंत गंभीरता से लिया जायेगा तथा आवश्यकता पड़ने पर संबंधित के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जावेगी ।  मूल्यांकन से संबंधित शेष निर्देश एवं वित्तीय योजना पूर्व अनुसार ही रहेगी ।          
Share:

सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही

सागर के कन्टेनमेट क्षेत्र की पुलिस द्वारा ड्रोन कैमरे से निगरानी, बाहर घूमते मिला तो कार्यवाही
#COVID19_SAGAR

सागर। सागर शहर  में दो  कोरोना मरीज मिलने के  बाद शनिचरी  कृष्णगंज, एवं तिलक गंज वार्ड को कंटोन्मेंट क्षेत्र घोषित किया किया गया  था ।  ऐसा देखा जा  रहा कंटोन्मेंट क्षेत्र  के  कुछ  लोग  बार-बार समझाने के  बाद  भी घर  से  बाहर निकल रहे  हैं ।  ऐसे  लोगों पर  नजर  रखने के लिए  एवं आवश्यक वैधानिक कार्यवाही करने के  लिए पुलिस ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है। 

पढ़े :सागर में कोरोना पाजिटिव की टिकटाक कहानी, वीडियो से पहचाने गए  छह लड़के ,पुलिस की सलाह लॉक डाऊन में ऐसी हरकतें नही  करें, होंगी कार्यवाई-

ड्रोन कैमरे को स्मार्ट सिटी के  कंट्रोल कमांड सेंटर से जोड़ा गया  है और  कमांड सेंटर के  बड़े स्क्रीन पर बहुत ही  स्पष्ट तस्वीर दिखती है । ड्रोन के जरिए कंटोन्मेंट क्षेत्र  के हर  हिस्से पर नजर रखी जा रही है और कहीं भी अगर कोई बाहर निकला हुआ नजर आया तो  उस  पर  कार्यवाही होने की  सम्भावना रहेगी । 

पढ़े : सागर  में नगर निगम,केंट क्षेत्र और मकरोनिया में 21 अप्रैल तक टोटल लॉक डाऊन

सागर जिले में  इस  क्षेत्र से मिले कोरोना पॉजिटिव मामले की चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे है। अगर कोई बाहर निकल कर घूमता या बातचीत करता नजर आया तो तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर सख्त कार्रवाई करेगी ।

---------------------------- 


तीनबत्ती न्यूज़. कॉम ★ 94244 37885
-----------------------------
Share:

Archive