समाजवादी चिन्तक रघु ठाकुर ने रखा एक दिवसीय उपवास
भोपाल। समाजवादी चिन्तक रघु ठाकुर ने आज 10:00 बजे महात्मा गांधी के चित्र पर खादी की माला से माल्यापर्ण कर लोहिया सदन ,भोपाल में एक दिवसीय उपवास रखा।उनके साथ श्री लक्ष्मीकांत मिश्रा ,धर्मेंद्र राणा ,राम शंकर पुरोहित आदि लोग भी उपवास पर रहेे । सभी लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का पालन करते हुए उपवास शुरु किया ।
सर्वप्रथम महात्मा गांधी का प्रिय भजन "वैष्णव जन तो तेने कहिए पीर पराई जाने रे"गाया गया।या श्री रघु जी ने कहा कि हमारा उपवास किसी सरकार या दल के खिलाफ नहीं हैं बल्कि उन करोड़ों लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने तथा उनकी पीड़ा को व्यवस्था के कानों तक पहुंचाने के लिए है जो आज महानगरों में भूखे प्यासे घरों में बंद हैं। वाहन बंद होने की वजह से अपने घर वापस नहीं जा पा रहे हैं। वे करोड़ों लोग जो दैनिक मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते थे और आज घरों में बंद हैं तथा सरकार व समाज के सहयोग के राशन के इंतजार में हैं।उन किसानों के लिए जिन्हें फसलें बेचने में बाधाएं हैं तथा समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा। हम उन लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं जो इस कोरोना महामारी के शिकार देश और दुनिया में हुये और हो चुके हैं । गलती किसकी थी कौन जवाबदार है इन प्रश्नों पर चर्चा होती रहेगी परंतु "मरने वाले इंसान थे और पीड़ित होने वाले लोग भी इंसान हैं" यही महत्वपूर्ण हैं। देश भर से साथियों के फोन आ रहे हैं जो अपने-अपने घरों में उपवास शुरू कर चुके हैं ।देशभर से प्राप्त हो रही उपवास की सूचनाओं को लोगों की सहभागिता को हम दर्ज कर रहे हैं तथा शाम को 5:00 बजे उपवास समाप्ति के बाद इन सूचनाओं को आपसे साझा करेंगे आप अपनी सूचनाएं वाट्स एप नं. 9516151912 पर भेज दे ।
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उन्होंने कहा कि बहुत सारे मित्रों ने कहीं से सूचना प्राप्त करने के बाद शिकायत के भी फोन किए हैं कि हमें पहले सूचना क्यों नहीं दी गई। जिन्हें सूचना नहीं मिल सकी उन सबसे मैं क्षमा प्रार्थी हूं परंतु हमारी लाचारी को भी मित्रगण महसूस करें। प्रचार तकी भी अपनी सीमाएं हैं और उनके माध्यम से प्रचार की हमारी भी सीमाएं हैं क्योंकि पिछले लगभग 25 दिनों से हम और आप सीमित दायरे में है। अंदर भवन में मोबाइल फोन में नेटवर्क नहीं मिलता है यह भी एक लाचारी है । फिर भी कुछ मित्रों ने किसी प्रकार से यथाशक्ति और यथासंभव सूचना पहुंचाने का प्रयास किया है ।कुछ स्थानों पर मित्र उपवास करते हुए आसपास के कमजोर और गरीब घरों में खाना और राशन पहुंचा रहे हैं। उन सब के लिए आभार ।में सभी से अनुरोध करता हूँ कि गरीबों की मदद की सूचना तो दें ताकि अन्य लोगों को प्रेरणा मिल सके परंतु किसी को मदद करते हुए या खाना देते हुए फोटो कतई ना डालें। मदद गुप्त होना चाहिए प्रचार के लिए नहीं । सभी को शुभकामनाएं।