www.richhariyagroup.com

शराब के ठेके 409 करोड़ में हुए नीलाम, 131 करोड़ 43 लाख रूपये अधिक राजस्व मिला

शराब के ठेके 409 करोड़ में हुए नीलाम, 131 करोड़ 43 लाख रूपये अधिक राजस्व मिला
सागर ।सागर जिले में नई नीति के मुताबिक  वर्ष 2020-21 हेतु सागर जिले की 72 देशी मदिरा एवं 32 विदेशी मदिरा की दुकानों का 01 एकल समूह बनाया जाकर ई-टेण्डर (क्लोज बिड एवं ऑक्शन) प्रक्रिया के माध्यम से निष्पादित किये जाने पर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के मार्गदर्शन में श्रीमति वंदना पाण्डेय प्र.सहायक आयुक्त आबकारी के अथक प्रयासों से निर्धारित तिथि दिनांक 12 मार्च 2020 तक 02 इच्छुक टेण्डरदाताओं ने निष्पादन प्रक्रिया में भाग लिया । वर्ष 2020-21 हेतु निर्धारित आरक्षित मूल्य 3,47,11,34,987/- के विरूद्ध एच-1 बिडर द्वारा राशि रूपये 3,47,12,00,000/-का ऑफर अंकित किया गया ।
  दोनों ई-टेण्डरदाताओं के मध्य ऑक्शन हेतु नियत तिथि दिनांक 16 मार्च 2020 को कड़ी प्रतिस्पर्धा होकर निर्धारित आरक्षित मूल्य 3,47,11,34,987/- के विरूद्ध अंतिम उच्चतम बिड 4,09,12,00,000/- एच-1 बिडर में.टीकाराम कोरी एण्ड कंपनी पार्टनर श्री सतीश साहू सागर द्वारा अंकित की गयी, जो कि निर्धारित आरक्षित मूल्य रूपये  3,47,11,34,987/- से रूपये 62,00,65,013/- एवं गतवर्ष 2019-20 के वार्षिक मूल्य रूपये 2,77,69,07,990/- के विरूद्ध रूपये 1,31,42,92,010/- अधिक राजस्व  प्राप्त हुआ ।
कांग्रेस नेता कमलेश बघेल ने शिवांश डेवलपर्स कम्पनी के रूप में बोली लगाई थी। लेकिन अंत मे उनको ठेका नही मिला।पूर्व मन्त्री गोविन्द राजपूत के समर्थकों में सेहै  

Share:

आठ माह के मासूम की हत्यारे को आजीवन कारावास

आठ माह के मासूम की हत्यारे को आजीवन कारावास
सागर। न्यायालय- अपर सत्र न्यायाधीष श्री रघुवीर प्रसाद पटैल देवरी जिला सागर की अदालत ने आरोपी विजय पिता देवी सिंह लड़िया उम्र 30 वर्ष निवासी खमरिया, टपरिया थाना महाराजपुर जिला सागर को धारा 302 भादवि में दोषी पाते हुए आजीवन कारावास एवं 1000 रूपए के अर्थदण्ड से दंडित किया। म.प्र. शासन की ओर से पैरवी वरिष्ट सहा. जिला अभियोजन अधिकारी  श्री कपिल पाण्डे, देवरी ने की।
मामला संक्षिप्त में इस प्रकार है कि दिनांक 06.06.2017 को दिन के सुबह 11ः30 बजे करीब ग्राम खमरिया स्थित हेमराज के घर पर आँगन में हेमराज का बेटा मोहित जो लगभग 8 माह का था लेटा हुआ था तभी अचानक आरोपी विजय हाथ में डण्डा लेकर आया और मोहित को सिर पर डण्डा मार दिया तभी मोहित के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर हेमराज, उसकी माँ और पिता नन्हे भाई जब मोहित को  बचाने के लिए दौड़े तभी आरोपी ने उन लोगोें के साथ में भी डण्डे से मारपीट कर चोटे पहुँचाई। आरोपी द्वारा मोहित को सर पर डण्डा मारने से उसकी मोके पर ही मृत्यु हो जाने के संबंध मंें थाना महाराजपुर को सूचित किया गया। जिसने देहाती मर्ग इंटीमेषन पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया। मर्ग जांच उपरांत महाराजपुर थाने ने मामला पंजीवद्ध कर विवेचना में लिया।  अनुसंधान पूर्ण कर अभियोग पत्र आरोपी के विरूद्ध माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। अभियोजन द्वारा न्यायालय के समक्ष साक्ष्यों को सूक्ष्मता से प्रस्तुत किया गया। मामले में आयी साक्ष्य के आधार पर एवं अभियोजन के तर्को से सहमत होकर न्यायालय अपर सत्र न्यायाधीष श्री रघुवीर प्रसाद पटैल देवरी जिला सागर की अदालत ने आरोपी विजय पिता देवी सिंह लड़िया उम्र 30 वर्ष निवासी खमरिया, टपरिया थाना महाराजपुर जिला सागर को धारा 302 भादवि में दोषी पाते हुए आजीवन कारावास एवं 1000 रूपए के अर्थदण्ड एवं धारा 323 (3 काउंट) भादवि प्रत्येक काउंट के लिए 06 माह का सश्रम कारावास से दंडित किया।

Share:

न्यायालयों में ऑडियो रिकार्डिंग सहित सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाए जाएंगे ,मंत्रि-परिषद के निर्णय

न्यायालयों में ऑडियो रिकार्डिंग सहित सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाए जाएंगे
,मंत्रि-परिषद के निर्णय
भोपाल। मुख्यमंत्री  कमल नाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के समस्त अधीनस्थ न्यायालयों में ऑडियो रिकार्डिंग सहित सी.सी.टी.वी.कैमरे लगाने के लिये 125 करोड़ 89 लाख रूपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गयी। इस परियोजना को तीन भागों में विभाजित कर प्रथम वर्ष 2020-21 के लिये 40 करोड़ रूपये, द्वितीय वर्ष 2021-22 के लिये 50 करोड़ रूपये तथा तृतीय वर्ष 2022-23 के लिये 35 करोड़ 89 लाख रूपये का आवंटन उपलब्ध कराया जायेगा।
मंत्रि-परिषद के निर्णय अनुसार परियोजना को मध्यप्रदेश के सम्पूर्ण न्यायालयों में लागू करने के पूर्व जिला जबलपुर के न्यायालयों (जिला एवं तहसील न्यायालयों) में सर्वप्रथम लागू किया जाकर प्रस्तावानुसार सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे। यहां के सी.सी.टी.वी. संचालन की सफलता के बाद प्रदेश के अन्य जिलों के न्यायालयों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे।
तीन नये जिलों के गठन की सैद्धांतिक स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में तीन नये जिलों चाचोड़ा, मैहर और नागदा के गठन की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई।
स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन को 26000 करोड़ की निरूशुल्क शासकीय प्रत्याभूति स्वीकृत
मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन को प्रदेश में विकेद्रीकृत उपार्जन योजनान्तर्गत खाद्यान्न आदि के उपार्जन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं अन्य शासकीय योजनाओं के संचालन, डेफिसिट पूर्ति और वर्तमान जारी वित्तीय व्यवस्था की निरंतरता के लिये राष्ट्रीकृत/शेडयूल्ड/जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक/नाबार्ड एवं सार्वजनिक वित्तीय संस्थाओं से धनराशि उधार लेने के लिये 26000 करोड़ रूपये की निरूशुल्क शासकीय प्रत्याभूति की स्वीकृति वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये देने का निर्णय लिया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि उपार्जन में अधिक राशि की आवश्यकता होने पर आरबीआई की फूड क्रेडिट लिमिट, जिसकी ब्याज दर कुछ अधिक है, प्राप्त की जा सकेगी।
मंत्रि-परिषद ने  सरदार सरोवर परियोजना के संबंध में उच्चतम न्यायालय द्वारा दिये गये आदेश के परिपालन में उच्च न्यायालय से सेवा निवृत्त न्यायाधीश श्री शम्भू सिंह, श्री सैय्यद अली नकवी, श्री आई.एस.श्रीवास्तव, श्री एस.एल.जैन और श्री एस.एस.द्विवेदी की संविदा नियुक्ति अवधि में पूर्व निर्धारित शर्तो के अधीन 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक अथवा प्रकरण को निराकृत होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि करने का निर्णय लिया।  
मंत्रि-परिषद द्वारा नर्मदा संकुल परियोजनाओं के शिकायत निवारण प्राधिकरण में भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री विनोद सेमवाल तथा श्री अरुण कोचर को सदस्य (प्रशासनिक) तथा श्री अब्दुल जब्बार खान सेवा निवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सदस्य (न्यायिक) के पद पर संविदा अवधि में 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक अथवा प्रकरणों का निराकरण होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री चतुर्भुज सिंह की संविदा नियुक्ति अवधि में 31 दिसम्बर 2020 अथवा प्रकरणों का निराकरण होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि का निर्णय लिया गया। मंत्रि-परिषद द्वारा श्री तारकेश्वर सिंह सेवा निवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को शिकायत निवारण प्राधिकरण (नर्मदा संकुल परियोजनाएँ) में सदस्य (न्यायिक) के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से एक वर्ष अथवा शिकायत निवारण प्राधिकरण के कार्यकाल  तक, जो भी पहले हो, के लिये संविदा नियुक्ति प्रदान की गयी।                              
Share:

दिग्विजय सिंह पहुचे बेंग्लुरू ,बोले राज्यसभा प्रत्याशी हूँ, विधायक मेरे वोटर है,मिलने नही दिया जा रहा, पुलिस ने हिरासत में लिया

दिग्विजय सिंह पहुचे बेंग्लुरू ,बोले राज्यसभा प्रत्याशी हूँ, विधायक मेरे वोटर है,मिलने नही दिया जा रहा,  पुलिस ने हिरासत में लिया
नई दिल्ली। एमपी का सियासी ड्रामा कर्नाटक पहुच गया। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह आज तड़के बेंगलुरु के उस होटल में पहुचे जहा सिंधिया समर्थक विधायक ठहरे है । दिग्विजय सिंह का कहना है कि में प्रत्याशी हूँ। अपने विधायक से मिलने आया हूँ। मिलने नही दिया जा रहा है ।  कमलनाथ सरकार के आधादर्जन मंत्रियों के साथ पहुचे दिग्विजय  धरने पर बैठ गए। बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
उन्होंने ट्वीट किया कि  "मैं बेंगलूरू में अपने विधायकों से मिलने आया हूँ।कर्नाटक पुलिस हमें मिलने नहीं दे रही है।मैं गांधीवादी हूँ, निहत्था हूँ। उनकी सुरक्षा के लिए कोई ख़तरा नहीं हूँ। मैं गुप्त रूप से नहीं, खुलेआम मिलने आया हूँ।लेकिन BJP उन्हें तालाबंद रखना चाहती है और लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है।"

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बंगलूरू के रामदा होटल के पास धरने पर बैठ गए हैं। कथित तौर पर पुलिस द्वारा उन्हें होटल के अंदर नहीं जाने देने के बाद से ही वो धरने पर बैठे हुए हैं। पुलिस उन्हें वहां से हटाने की कोशिश कर रही है। इसी होटल में मध्यप्रदेश के कांग्रेस के 21 विधायक ठहरे हुए हैं। पुलिस ने दिग्विजय सिंह को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है।
दिग्वियज सिंह ने कहा कि पुलिस हमें अपने विधायकों से मिलने नहीं दे रही है। मैं मध्यप्रदेश से राज्यसभा का उम्मीदवार हूं, 26 मार्च को मतदान होना है। मेरे विधायकों को यहां रखा गया है, वे मुझसे बात करना चाहते हैं, उनके फोन छीन लिए गए हैं, पुलिस मुझे यह बोलने नहीं दे रही है कि विधायकों के लिए सुरक्षा खतरा है।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस से राज्यसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह आज सुबह अचानक कांग्रेस विधायकों जिसमें मंत्री तरुण भनोत, सज्जन वर्मा, हर्ष यादव,जीतू पटवारी, विधायक कान्तिलाल भूरिया, कुणाल चौधरी के साथ बेंगलूर पहुचें और बंधक बनाये गए कांग्रेस के 16 विधायकों से मिलने जानें लगे तो वहा पुलिस ने तानाशाही करते हुए उनकौ बाहर रखा और जब दिग्विजय सिंह मिलने की बात पर धरना देने पहुचे तो उन्हे गिरफ्तार भी किया। 
परिवार के सदस्य अपने परिजनों से और श्री दिग्विजय सिंह अपने वोटरों से मिलने पहुंचे हैं ।
Share:

दिग्विजय सिंह पहुचे बेंग्लुरू ,बोले राज्यसभा प्रत्याशी हूँ, विधायक मेरे वोटर है,मिलने नही दिया जा रहा, पुलिस ने हिरासत में लिया


दिग्विजय सिंह पहुचे बेंग्लुरू ,बोले राज्यसभा प्रत्याशी हूँ, विधायक मेरे वोटर है,मिलने नही दिया जा रहा,  पुलिस ने हिरासत में लिया
नई दिल्ली। एमपी का सियासी ड्रामा कर्नाटक पहुच गया। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह आज तड़के बेंगलुरु के उस होटल में पहुचे जहा सिंधिया समर्थक विधायक ठहरे है । दिग्विजय सिंह का कहना है कि में प्रत्याशी हूँ। अपने विधायक से मिलने आया हूँ। मिलने नही दिया जा रहा है ।  कमलनाथ सरकार के आधादर्जन मंत्रियों के साथ पहुचे दिग्विजय  धरने पर बैठ गए। बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
उन्होंने ट्वीट किया कि  "मैं बेंगलूरू में अपने विधायकों से मिलने आया हूँ।कर्नाटक पुलिस हमें मिलने नहीं दे रही है।मैं गांधीवादी हूँ, निहत्था हूँ। उनकी सुरक्षा के लिए कोई ख़तरा नहीं हूँ। मैं गुप्त रूप से नहीं, खुलेआम मिलने आया हूँ।लेकिन BJP उन्हें तालाबंद रखना चाहती है और लोकतंत्र का अपहरण कर लिया है।"

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बंगलूरू के रामदा होटल के पास धरने पर बैठ गए हैं। कथित तौर पर पुलिस द्वारा उन्हें होटल के अंदर नहीं जाने देने के बाद से ही वो धरने पर बैठे हुए हैं। पुलिस उन्हें वहां से हटाने की कोशिश कर रही है। इसी होटल में मध्यप्रदेश के कांग्रेस के 21 विधायक ठहरे हुए हैं। पुलिस ने दिग्विजय सिंह को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है।
दिग्वियज सिंह ने कहा कि पुलिस हमें अपने विधायकों से मिलने नहीं दे रही है। मैं मध्यप्रदेश से राज्यसभा का उम्मीदवार हूं, 26 मार्च को मतदान होना है। मेरे विधायकों को यहां रखा गया है, वे मुझसे बात करना चाहते हैं, उनके फोन छीन लिए गए हैं, पुलिस मुझे यह बोलने नहीं दे रही है कि विधायकों के लिए सुरक्षा खतरा है।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस से राज्यसभा प्रत्याशी दिग्विजय सिंह आज सुबह अचानक कांग्रेस विधायकों जिसमें मंत्री तरुण भनोत, सज्जन वर्मा, हर्ष यादव,जीतू पटवारी, विधायक कान्तिलाल भूरिया, कुणाल चौधरी के साथ बेंगलूर पहुचें और बंधक बनाये गए कांग्रेस के 16 विधायकों से मिलने जानें लगे तो वहा पुलिस ने तानाशाही करते हुए उनकौ बाहर रखा और जब दिग्विजय सिंह मिलने की बात पर धरना देने पहुचे तो उन्हे गिरफ्तार भी किया। 
परिवार के सदस्य अपने परिजनों से और श्री दिग्विजय सिंह अपने वोटरों से मिलने पहुंचे हैं ।
Share:

कोरोना वायरस:भीड़ को नियंत्रित करने रेलवे प्लेटफार्म अब 50 रु का मिलेगा

कोरोना वायरस:भीड़ को नियंत्रित करने रेलवे प्लेटफार्म अब 50 रु का मिलेगा 
 
जबलपुर . पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल के 11 स्टेशनों पर बुधवार 18 मार्च से प्लेटफार्म टिकिट 10 रु के स्थान पर अब 50 रूपये कर दिया गया है. इस सम्बन्ध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि करोना वायरस से रेल यात्रियों की सुरक्षा के तहत स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश को लेकर मंडल रेल प्रबंधक श्री संजय विश्वास के अनुमोदन से आज 18 मार्च से रेलवे प्लेटफार्म टिकिट की दर बढ़ा कर 50/- प्रति यात्री कर दी गयी है.
                     श्री गुप्ता ने बताया कि जबलपुर रेल मंडल के जबलपुर, मदन महल,कटनी,मैहर,सतना,रीवा, सागर, दमोह,कटनी मुडवारा, नरसिंहपुर एवं पिपरिया स्टेशन पर अब लोगो को प्रवेश करने के लिए प्रति व्यक्ति 50/- रु प्लेटफार्म टिकिट के लिए जायेगे.
              देश भर में रेलवे स्टेशन ही ऐसा साफ्ट एवं पब्लिक प्लेस है जहाँ कोविड-19 अथार्त करोना वायरस से बचाव हेतु  एहतियाती कदम रेलवे द्वारा उठाये जा रहे है इसी कड़ी में मंडल रेलवे ने उक्त निर्णय लेकर लोगो  के स्टेशन प्रवेश को लेकर यह कदम उठाया है.इसके तहत अब स्टेशन में अन्दर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति से प्रवेश के समय ही चल टिकिट निरीक्षको  द्वाराप्लेटफार्म टिकिट पुछा जायेगा तथा बिना प्लेटफार्म अथवा उचित टिकिट ना होने पर प्रवेश नहीं दिया जायेगा. श्री गुप्ता ने आगे बताया कि  इसके अतिरिक्त स्टेशन पर रेलवे के फ्रंट लाईन के कर्मचारियों को भी मास्क मुहैया किये जा रहे है ताकि वे इसे पहन कर इन्फेक्शन से बचे तथा  अपनी ड्यूटी एवं  यात्रियों की सुरक्षा में सहयोग प्रदान कर सके।
Share:

लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन आरजी पाठक अधिकारिक यात्रा पर सागर में

लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन आरजी पाठक अधिकारिक यात्रा पर सागर में

सागर ।लायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायन आरजी पाठक अपनी अधिकारिक यात्रा हेतु सागर पहुचें.
 लायंस  ऑफ सागर के संयुक्त तत्वाधान में सागर मेन सागर झील सागर स्मार्ट और लायंस क्लब सागर डायमंड चारों क्लब के अध्यक्षों द्वारा उनका स्वागत किया गया. लायन श्री पाठक ने कहा कि सेवा और समर्पण के साथ सागर के सभी लायंस अपनी गतिविधियों सुचारू रूप से कर समाज में अपना योगदान दे रहे है. किसी व्यक्ति को सम्मानित करने के पीछे मकसद होता है कि  उसे जो सम्मान मिला है उसके माध्यम से उसके  अंदर सेवा भाव और जागृत हो सम्मान से व्यक्ति का उत्साहवर्धन होता है. लायंस क्लब्स इंटरनेशनल द्वारा जो भी अवार्ड क्लबो मिले उनको  सभी क्लब पदाधिकारियो गवर्नर द्वारा वितरित किया गया. इस अवसर पर सभी अध्यक्ष एमके जैन, मनीष नायक संगीता मुखर्जी अनुरोध तिवारी के साथ लायन आरडी शर्मा डॉ मुखरया विभा दुबे सुष्मिता ठाकुर अनिल दिवाकर चक्रेश सिंघई सहित सभी लायंस उपस्थित थे.
Share:

भारतीय सभ्यता के सूत्रधार महान विभूति थे भगवान आदिनाथ-मुनि प्रमाण सागर

भारतीय सभ्यता के सूत्रधार महान विभूति थे भगवान आदिनाथ-मुनि प्रमाण सागर

#भाग्योदय में ऐतिहासिक आगवानी हुई मुनि संघ की
सागर।  युग के आदि में अषी,मसी और कृषि विद्या वाणिज्य यह जीवन  निर्माण की प्रमुख बातें हैं बीजों का निर्माण भी उनके द्वारा हुआ है। उन्होंने निर्वाह से लेकर निर्वाण तक का पाठ पढ़ाया है ऋग्वेद में 141 स्थानों पर भगवान ऋषभदेव का उल्लेख किया गया है। 
यह बात आचार्य गुरुदेव श्री 108 विद्यासागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य शंका समाधान के प्रवर्तक गुडायतन के प्रणेता मुनिश्री प्रमाणसागर महाराज ने भाग्योदय तीर्थ में आज पहले दिन के प्रवचन के अवसर पर कहे। 
उन्होंने कहा कि भारत का नाम भी भगवान आदिनाथ के पुत्र भरत भगवान के नाम के कारण पड़ा है। भगवान ऋषभदेव का उल्लेख अनेकों ग्रंथों में है भागवत में भी उनके 10 वे अवतार का उल्लेख किया गया है। भगवान आदिनाथ का स्मरण करने के बराबर है 68 तीर्थों पर जाना उतना पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा कि वे भारतीय संस्कृति का मूल आधार थे वैदिक धर्म के पूर्व सिंधु घाटी की सभ्यता के पूर्व भगवान ऋषभदेव आराध्य थे इसका उल्लेख लिखा हुआ है।  मुनि श्री ने कहा कि भाग्योदय में बनने वाला सर्वतो भद्र जिनालय जनहितकारी योजना है इससे सब का कल्याण होगा आज इस मंदिर की कार्यशाला देखने का अवसर प्राप्त हुआ मन गदगद हो गया भारत में 9 लाख घनफुट पत्थर से बनने वाला यह एकमात्र मंदिर है जो चतुर्मुखी होगा। भाग्य-उदय तो सागर का होना था। इसलिए गुरुदेव के सानिध्य में आज से 3 दशक पूर्व यहां पर भाग्योदय का शिलान्यास हुआ था आज यह सब अपने मूर्त रूप में आ गया है तो निश्चित रूप से यहां का उद्धार भी अपने आप हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की धरती बड़ी उर्वरा धरती है पहले यहां पर साधन अल्प थे जितना संपन्न आज है। उतनी ही उदारता से बुंदेलखंड के लोग दान देने में पीछे नहीं है। यह तो वह धरा है जहां सूखी रोटी खाकर भी लोग घी का दीपक जलाते हैं। बुंदेलखंड की अच्छी योजनाओं की शुरुआत यहां पर हुई है और लोगों ने दिल खोलकर दान दिया है। अपना सर्वस्व अर्पित करके बुंदेलखंड को देने की जो परंपरा यहां पर है उसके कारण से जो पहले लोग साधारण थे आज साधन संपन्न हो गए हैं। यह गुरुदेव के आशीर्वाद का एक कारण भी है भाग्योदय पर लोग पहले टीका टिप्पणी करते थे आज वही लोग भाग्योदय की प्रशंसा करने में पीछे नहीं है। गुरुदेव ने जो कृपा बरसाई है मंदिर के निर्माण के लिए आप सभी लोग उससे वंचित ना हो और सभी अपने धन का सदुपयोग इस मंदिर के निर्माण में अवश्य करें।
Share:

Archive