लोककलाकार दिलीप यादव का सड़क दुर्घटना में दुखद निधन
सागर। सागर के प्रतिभाशाली कलाकार रंगकर्मी , और नट डांस एंड ड्रामा अकादमी के संचालक दिलीप यादव का कल रात एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। उनके निधन से पूरे शहर में
रंगकर्म जगत में शोक की लहर फेल गई।। दिलीप लोककला के क्षेत्र में काफी सक्रिय और लोकप्रिय थे। कई शिक्षण संस्थानों में अपनी सेवाएं दी है। उनकी पत्नी सुषमा भी लोककलाओं से जुड़ी है। उनका एक पुत्र है । दिलीप सेंट्रल स्कूल में शिक्षक भी रहे है। से अपनी कला का देश-विदेश में सराहनीय प्रदर्शन कर चुके है । उनके निधन लोककर्म के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है ।
नए कलाकारों को तराशने का काम कर रहे थे दिलीप यादव: रंगकर्मी रविन्द्र दुबे की वाल से
सागर के कला जगत में प्रिय दिलीप यादव के दुघर्टनाग्रस्त होकर असमय मृत्यु होने का समाचार अत्यंत दुखद एवं स्तब्धकारी है । स्व. दिलीप लोकनृत्यों के पारंगत कलाकार थे नाटक विधा में भी उनकी रुचि के साथ लगातार संलिप्तता थी । मेरे साथ उन्होंने रंगप्रयोग के नाटकों पांचाली की शपथ (शकुनि) , एक और चिंगारी (सूत्रधार ) तथा अंधेर नगरी चौपट राजा (पहला चेला) में कार्य किया था । अभी खुद अपनी बनाई अकादमी में नये कलाकारों को प्रशिक्षित कर तराशने का महान कार्य कर रहे थे । नुक्कड़ नाटकों , नाटकों एवं लोकनृत्यों में देश भर के भव्य मंचों और शहरों में इन्होंने सफलतम प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया था । इनकी मृत्यु से सागर के कला जगत में उत्पन्न रिक्तता को भरा नहीं जा सकता है ।
ऊँ शाँति ऊँ शाँति ऊँ शाँति
ईश्वर मृतात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देकर शाँति देवें साथ ही इस घोर त्रासदी में व्यथित परिजनों को सहनशीलता देवें ।