हिंदी लेखिका संघ की काव्य गोष्टी महिला दिवस और कंडो की होली पर केंद्रित रही

हिंदी लेखिका संघ की काव्य गोष्टी महिला दिवस और कंडो की होली पर  केंद्रित रही
हिन्दी लेखिका संघ सागर इकाई की काव्य गोष्ठी महिला दिवस और होली कंडो की  पर केंद्रित रही।जिसमे  होली जलाने का संदेश देती कविताओं के साथ नारी उठान को प्रोत्साहित करती कविताओं का का पाठ किया गया।  काव्य गोष्ठी सुनीला सराफ की अध्यक्षता में डा. शरद सिंह के मुख्य आतिथ्य में एवं डा. वर्षा सिंह के विशिष्ट आतिथ्य में समप्न्न हुई ।गोष्ठी का संचालन क्लीम् राय ने किया आभार डा. नम्रता ने माना।काव्य गोष्ठी डा.नम्रता फुसकेले के निवास पर आययोजित हुई।
 महिला दिवस एवं होली पर कैसे बचाये पर्यावरण पर सभी महिलाओं ने कंड़ों की होली जलाने का संदेश दिया एवं नारी के उत्थान को प्रोत्साहित करती हुई कवितायें एवं उद्गार व्यक्त किये।गोष्ठी में निधी यादव, डा. वंदना गुप्ता राज श्री दवे, स्मिता गोडबोले,ऊषा वर्मन,ज्योति झुड़ेले, विनीता केशरवानी,जयंती सिंह ,ज्योति विश्वकर्मा,नंदनी चौधरी, डा. चंचला दवे, पुष्पलता पांण्डे , देवकी नायक ,कंचन केशरवानी,ज्योति तिवारी,शशी दीक्षित, डा. शरद सिंह ,डा.वर्षा सिंह ,सुनीला सराफ, नम्रता फुसकेले ने कावयपाठ किया एवं कंड़ों की होली जलाने की शपथ ली।
Share:

सीएम का पत्र वचन पत्र के बाद मध्यप्रदेश की जनता के साथ दूसरा धोखा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, सीएम की चिट्ठी का जवाब

सीएम का पत्र वचन पत्र के बाद मध्यप्रदेश की जनता के साथ दूसरा धोखा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा,
सीएम की चिट्ठी का जवाब

#सीएम कमलनाथ की चिट्ठी के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सीएम को लिखा पत्र

भोपाल। प्रदेश के राजनेतिक घटनाक्रमो में अब चिट्ठी शुरू हो गई है । सीएम कमलनाथ ने प्रदेशवासियों के नाम दिन में पत्र लिखा और भाजपा को कठघरे में खड़ा किया। इसके जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी ड़ी शर्मा ने भी एक पत्र सीएम कमलनाथ को लिखा। प्रदेशाध्यक्ष शर्मा के पत्र की इबारत कुछ इस तरह है।

माननीय कमलनाथ जी

नमस्कार।
आपके द्वारा प्रदेशवासियों के नाम जारी पत्र भावनाओं के आडंबर और शब्दों के कूट संयोजन कीदृष्टि से उत्तम कहा जा सकता है। लेकिन दुख की बात यह है कि यह पत्र आपके वचन पत्र के बाद मध्यप्रदेश की जनता के साथ दूसरा धोखा है। इस बार तो आपने यह कहकर दुस्साहस की पराकाष्ठा पारकर दी है कि आप मध्यप्रदेश को प्रगति की राह पर ले जाना चाहते है और भारतीय जनता पार्टी इस कार्य में
बाधक बनी हुई है। आपने यह तो लिखा है कि हम लोग कदाचरण कर रहे है, लेकिन आपको यह भी लिखनाचाहिए था कि आपके द्वारा मध्यप्रदेश को तबाही और बर्बादी के रास्ते पर ले जाने के लिए चलाया जा रहाअभियान कौन से सदाचरण की परिधि में आता है ? आप लोकतांत्रिक मूल्यों की दुहाई देते हुए हमारे उपर
सत्ता लोलुपता का आरोप लगाने से पहले स्पष्ट करते कि आप अल्पमत की सरकार बचाए रखने के लिएकौन-कौन से हथकंडे अपनाते है ? तो अच्छा होता।आपने प्रदेश से माफियाराज समाप्त करने का बड़ा प्रभावी वक्तव्य दिया है लेकिन अपने मंत्रियों औरविधायकों के उन बयानों का उल्लेख नहीं किया जो स्पष्ट करते है कि आपकी सरकार में रेत और शराबमाफिया किस कदर हावी है। आपकी पूरी उर्जा प्रदेशवासियों को शराब के नशे में डुबो देने में क्यों लगी है ?
भारतीय समाज में संस्कारों की धुरी कही जाने वाली महिलाओं को भी नशे में डुबोने के प्रयासों की आहट परभी आपको मुंह खोलना चाहिए। बहुत ही निर्लज्जता के साथ आपने किसानों की कर्जमाफी और युवाओं कोरोजगार देने का ढिंढोरा पीटा है। लेकिन माननीय मुख्यमंत्री जी, ऐसा करते समय आपको अपने पद की
गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। यदि किसानों का कर्जामाफ हो चुका है तो फिर कर्जमाफी का पहला, दूसरा, तीसरा और चौथा चरण क्या स्पष्ट करता है? नैतिकता है तो आप प्रदेश के एक युवा का नाम बताइए जिसेबेरोजगारी भत्ता दिया गया है। आपने तो प्रधानमंत्री आवास योजना के 2 लाख से अधिक मकान वापसलौटाकर 2 लाख गरीब परिवारों से छत छीनने का पाप किया है।आपके 40 साल के राजनैतिक जीवन पर टिप्पणी करना व्यक्तिगत जीवन में झांकने की दृष्टि से ठीक नहीं है, लेकिन आपने स्वयं यह विषय छेड़ा है इसलिए हम जानना चाहते है कि 1984 के सिख विरोधी दंगोंमें आपकी भूमिका क्या थी? आपने केन्द्रीय मंत्री रहते मध्यप्रदेश के लिए कितना बड़ा दिल किया था, यह भीस्पष्ट करते तो अच्छा होता? तत्कालीन मुख्यमंत्री के प्रति आपने जिन शब्दों का प्रयोग किया था, क्या वहआपकी राजनैतिक शालीनता का द्योतक है? आज जब आप प्रशासनिक मशीनरी का भारी दुरूपयोग करतेहुए अपने राजनैतिक विरोधियों पर कहर बरपा रहे है और दूसरी ओर अपने दल के तमाम नेताओं कीमाफियागिरी को प्रश्रय दे रहे हैं, तब आपको राजनैतिक शुचिता की बात करते हुए लज्जा आनी चाहिए।
मध्यप्रदेश में आयी राजनैतिक अस्थिरता के कारण आपके भीतर उपजी घबराहट हम समझ सकते है,लेकिन इसका कारण स्वयं आप और आपके सिपहसालार है, भारतीय जनता पार्टी नहीं। आपके कुनबे में एक
दूसरे को नीचा दिखाने और पद पाने की होड में जो सिर फुटव्वल हो रही है उसे अनदेखा करने के लिएआपको बधाई। आप तो अपने ही दल के उन विधायकों के चरित्र पर उंगुली उठा रहे है जो स्वयं किसी भीप्रकार की सौदेबाजी का खंडन कर रहे है। बहरहाल भाजपा एक सजग राजनैतिक दल है और हमारा स्पष्ट मानना है कि लोकतंत्र में सरकार से लोककल्याणकारी राज्य की अपेक्षा की जाती है। इसके ठीक विपरीत
आप लोक विनाशकारी मार्ग पर चल पड़े हैं। इसलिए हम अपने राजनैतिक धर्म का पालन करते हुए आपकीजनविरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला कर रहे है और करते रहेंगे।

सादर !

विष्णु दत्त शर्मा


Share:

विधायको की सुरक्षा को लेकर नेता प्रतिपक्ष मिले राज्यपाल से,इधर पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह की Y सुरक्षा हटाई

विधायको की सुरक्षा को लेकर नेता प्रतिपक्ष मिले राज्यपाल से ,इधर पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह की Y सुरक्षा हटाई

सागर।  एमपी में ऑपरेशन लोटस से जुड़े भाजपा नेताओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार की बदले की कार्यवाही और विधायकों की सुरक्षा का मामला गरमाया हुआ है । पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक खुरई  भूपेंद्र सिंह  से Y श्रेणी की सुरक्षा हटाई गई । इसे राजनीतिक हलकों में ऑपरेशन लोटस से जुड़े अहम नेताओं के खिलाफ बदले की कार्यवाही के रूप में देखा जा रहा है । दो दिन पहले एक अतिक्रमण के मामले में न्यायालय नायब तहसीलदार सागर ने कारण बतायो नोटिस भी दिया था। पूर्व मंत्री संजय पाठक की खदान बन्द कराने के बाद आज उनके रिसोर्ट के पुराने हिस्से को तोड़ा गया ।
 वरिष्ठ भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह  के गृह मंत्री रहते हुए सिमी के आतंकवादियों से एनकाउन्टर हुआ था। जिसमे सिमी के 8 सदस्य मारे गए थे।इसके चलते यह सुरक्षा दी गई थी।  सिमी के निशाने पर होने के बाद भी मध्यप्रदेश सरकार द्वारा Y श्रेणी की सुरक्षा हटाई गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष से मिले
भाजपा विधायकों पर सरकार द्वारा द्वेषपूर्ण कार्यवाही किये जाने एवं उनकी सुरक्षा हटाएँ जाने पर विधायकों एवं उनके परिवार के जीवन की सुरक्षा की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल लाल जी टण्डन से मुलाकात की और ज्ञापन सौपा।विधायको की सुरक्षा को लेकर  नेता प्रतिपक्ष गोपाल  भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति को एक पत्र भी दिया है। 
Share:

नाबालिग पर हमला करने एवं जान से मारने वाले अभियुक्त को 10 वर्ष की सजा

नाबालिग पर हमला करने एवं जान से मारने वाले अभियुक्त को 10 वर्ष की सजा
सागर। न्यायालय-नवम अपर सत्र न्यायाधीष श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगीऋषि के न्यायालय ने आरोपी हेमंत उर्फ गोलू अहिरवार पिता घनष्याम निवासी ग्राम सतोरिया थाना बीना जिला सागर को भादवि की धारा 307 में 10 वर्ष का कठोर कारावास एवं 2000 रूपये के जुर्माना तथा धारा 11/12 पाक्सो एक्ट मंे 2 वर्ष के कठोर कारावास एवं 2000 रूपये के जुर्माने से दंडित किया। प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी अनन्य विषेष लोक अभियोजक/जिला अभियोजन अधिकारी राजीव रूसिया एवं वरिष्ठ एडीपीओ रिपा जैन ने की।
प्रकरण का विवरण इस प्रकार है कि उत्तरजीवी ने दिनांक-11.03.2019 को इस आषय की देहाती नालसी लेख कराई कि उसे हेमंत उर्फ गोलू अहिरवार स्कूल आते जाते परेषान करता था। दिनांक-11.03.2019 को जब वह सुबह 11 बजे स्कूल से परीक्षा देकर घर लौट रही थी तो रास्ते में उसे आरोपी मिला और गंदे गंदे इषारे करने लगा तथा उसका रास्ता रोककर गालियाॅं देने लगा और बात न करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी ने उसकी चोटी पकड़कर चाकू से उसके चेहरे पर कई बार मारा जिससे उसे चेहरे पर चोट लगी और खून निकलने लगा। उक्त सूचना के आधार पर आरोपी के विरूद्ध पुलिस थाना बीना में धारा 341, 294, 354डी, 324, 506, 509 भादवि एवं धारा 11/12 पाक्सो एक्ट की रिपोर्ट लेख कराई गई और मामला विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान प्रकरण मंे धारा 307 भादवि का इजाफा किया गया। अनुसंधान उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। विचारण में अभियोजन ने अपना मामला संदेह से परे प्रमाणित किया। जिसके आधार पर नवम अपर सत्र न्यायाधीष श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगीऋषि की अदालत ने आरोपी हेमंत उर्फ गोलू अहिरवार पिता घनष्याम निवासी ग्राम सतोरिया थाना बीना जिला सागर को दोषी पाते हुए भादवि की धारा 307 में 10 वर्ष का कठोर कारावास एवं 2000 रूपये के जुर्माना तथा धारा 11/12 पाक्सो एक्ट मंे 2 वर्ष के कठोर कारावास एवं 2000 रूपये के जुर्माने से दंडित किया।
मारपीट करने वाले आरोपियों को 3 वर्ष का कठोर कारावास

सागर। न्यायालय-सप्तम अपर सत्र न्यायाधीष नवनीत कुमार बालिया के न्यायालय ने आरोपी नीरज पिता बाबूलाल उम्र 20 वर्ष एवं उंगा उर्फ गुड्डा पिता दौलत दोनों निवासी ग्राम कपूरिया थाना केन्ट जिला सागर को भादवि की धारा 341 में 1 माह का कारावास एवं धारा 329 में 3 वर्ष का कठोर कारावास एवं 10000 रूपये के जुर्माने से दंडित किया। प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी अति. जिला अभियोजन अधिकारी षिवसंजय ने की।

 

प्रकरण का विवरण इस प्रकार है कि फरियादी सतीष गुप्ता ने दिनांक-11.04.2014 को इस आषय की रिपोर्ट लेख कराई कि वह सोयाबीन प्लांग भैंसा में चाय की होटल करता है। दिनांक-11.04.2014 को वह अपनी दुकान बंद कर साईकिल से अपने घर आ रहा था। बीच की पुलिया के पास रात करीब 8.30 बजे पहुॅंचा तो दो आदमी जिसमें से एक व्यक्ति चैनु का भाई टपरा कपूरिया का तथा एक व्यक्ति काला सा जिसका नाम नहीं जानता शक्ल से पहचानता है मिले और रास्ते में रोक लिया तथा गाली देते हुए शराब पीने के लिए पैसे मांगने लगे। पैसा न देने पर उसके साथ हाथ मुक्कों से मारपीट की जिससे उसके मुंह एवं दाॅंत में चोट आई और खून बहने लगा। दोनों व्यक्ति उसे जाने से मारने की धमकी भी दे रहे थे। उक्त रिपोर्ट पर से थाना केन्ट द्वारा धारा 341, 294, 506, 327, 323/34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। विवेचना के दौरान प्रकरण में धारा 329 का इजाफा किया गया। अनुसंधान पूर्ण कर अभियोग पत्र माननीय न्यायालय में पेष किया गया। विचारण के दौरान अभियोजन ने अपना मामला आरोपीगण के विरूद्ध धारा 341, 329 में संदेह से परे प्रमाणित किया। जिसके आधार पर सप्तम अपर सत्र न्यायाधीष नवनीत कुमार बालिया की अदालत ने आरोपी नीरज पिता बाबूलाल उम्र 20 वर्ष एवं उंगा उर्फ गुड्डा पिता दौलत दोनों निवासी ग्राम कपूरिया थाना केन्ट जिला सागर को भादवि की धारा 341 में 1 माह का कारावास एवं धारा 329 में 3 वर्ष का कठोर कारावास एवं 10000 रूपये के जुर्माने से दंडित किया


Share:

सरपंचों के कार्यकाल खत्म होने के मद्देनजर सरपंचों के बैंक सम्बन्धी कामकाज पर लगी पाबंदी

सरपंचों के कार्यकाल खत्म होने के मद्देनजर सरपंचों के बैंक सम्बन्धी कामकाज पर लगी पाबंदी
भोपाल। एमपी में सरपंचो का  कार्यकाल 12 मॉर्च महीने में खत्म हो रहा है ।इसके चलते पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने सरपंचों के लेनदेन में हस्ताक्षर आदि पर पाबंदी लगा दी है । इस आशय के निःर्देश कलेक्टरों को आज किये गए है। 
Share:

Mp बोर्ड की 10 वी की परीक्षा में आजाद कश्मीर को लेकर पूछे सवाल पर बवाल, देश की अखण्डता पर षड्यंत्र:रजनीश अग्रवाल

Mp बोर्ड की 10 वी की परीक्षा में आजाद कश्मीर को लेकर पूछे सवाल पर बवाल, देश की अखण्डता पर षड्यंत्र:रजनीश अग्रवाल

भोपाल।MP बोर्ड की कक्षा  10 वी के सामाजिक विज्ञान परीक्षा के पेपर में आजाद कश्मीर को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर बवाल मचा है । भाजपा ने इसे मुद्दा बना लिया है । पेपर में  दो  सवाल पूछे गए । प्रश्न नंबर 4 में सही जोड़ी में मिलाने को लेकर आजाद कश्मीर का विकल्प दिया गया।वही प्रश्न नंबर 26 में भारत के मानचित्र में आजाद कश्मीर दर्शाने के लिए कहा गया है ।
राजनीतिक उठापठक के बीच  कमलनाथ सरकार  मध्यप्रदेश दसवीं बोर्ड की परीक्षा में आज़ाद काश्मीर को लेकर पूछे गए सवालों से विपक्ष के निशाने पर आ गई गई है । भाजपा और उसके संगठन विरोध पर उतर आए हैं।
इस मामले में  भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि MP Board के 10वीं बोर्ड के सामाजिक विज्ञान परीक्षा के पेपर में आजाद कश्मीर को लेकर 2 सवाल पूछे गए प्रश्न नंबर 4 में सही जोड़ी में मिलाने को लेकर आजाद कश्मीर का विकल्प दिया गया ।वही प्रश्न नंबर 26 में भारत के मानचित्र में आजाद कश्मीर दर्शाने के लिए कहा गया है । 
ये वही भाषा है,जो लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन जी बोलते हैं,जिसे पाकिस्तान और अलगाववादी बोलते है,कुछ कांग्रेसी और वामपंथी बोलते हैं। ये कोई चूक नहीं सोची समझी नीति है। इसपर मात्र @OfficeOfKNath जी नहीं बल्कि सोनिया जी, @RahulGandhi @priyankagandhi  जी भी जवाब दें।
उन्होंने कहा कि यह कृत्य भारत की संप्रभुता और अखंडता को चुनौती देने वाला षड्यंत्रकारी है। यह राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है यह भारत की संसद के निर्णय के विरुद्ध है। इसे जानबूझकर इसे बच्चों  के अबोध मन मे डाला जा रहा है। 


Share:

ओरछा के आसपास औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा: मंत्री श्री राठौर

ओरछा के आसपास औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा: मंत्री श्री राठौर
#ओरछा में बिजनेस कॉन्क्लेव सम्पन्न,नमस्ते ओरछा उमड़े पर्यटक

सागर । वणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने कहा है कि नमस्ते ओरछा महोत्सव न सिर्फ रामराजा की नगरी ओरछा के महत्व में वृद्धि करेगा बल्कि निकटवर्ती पर्यटन और आस्था के अन्य केन्द्र भी राष्ट्रीय पर्यटन के नक्शे पर उभर कर आएंगे। श्री राठौर आज ओरछा में ष्नमस्ते ओरछा महोत्सव के दूसरे दिन बिजनेस कॉनक्लेव के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ओरछा के नजदीक गढ़कुण्डार, बल्देवगढ़ का किला, मढ़खेरा सूर्य मंदिर आदि स्थानों में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं को साकार करने के लिये यह महोत्सव महत्वपूर्ण प्रयास है। श्री राठौर ने कहा कि ओरछा में विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
मंत्री श्री राठौर ने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स की गतिविधियों के लिये भी ओरछा और आस-पास का क्षेत्र बहुत अनुकूल है। यहाँ करीब पांच सौ तालाब होने से यहां जलक्रीड़ा स्पर्धाएँ संभव हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मों के निर्माण की दृष्टि से ओरछा में जो सुविधायें उपलब्ध हैं, उसका लाभ लेने के लिये लोग आगे आयेंगे। श्री राठौर ने कहा कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और मध्यप्रदेश के चंदेरी जैसे पर्यटन स्थलों से टूरिस्ट सर्किल द्वारा ओरछा को जोड़ने की दिशा में प्रयास किये जायेंगे। वाणिज्यिक कर मंत्री श्री राठौर ने कहा कि यहां हवाई पट्टी की संभावनाओं को भी साकार किया जा सकता है।
शीघ्र लाएंगे नवकरणीय ऊर्जा की न्यू वीजन पॉलिसी
मुख्य सचिव  एस.आर. मोहंती ने कहा कि मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति के कारण देश की लगभग पचास प्रतिशत आबादी इससे जुड़ी है। मध्यप्रदेश अनके क्षेत्रों में अग्रणी स्थिति में है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में नवकरणीय उर्जा के क्षेत्र में काफी काम किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में शीघ्र ही नवकरणीय उर्जा की "न्यू विजन पॉलिसी" लाई जायेगी।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिये स्वीकृतियाँ  देने की समयबद्ध व्यवस्था की गई है। कृषि आधारित उद्योगों के विकास, खाद्य प्र-संस्करण इकाईयाँ लगाने, नये आवासीय क्षेत्र विकसित करने, फार्मास्युटिकल उद्योग, टेक्सटाइल सेक्टर और पर्यटन विकास के लिये अनेक कदम उठाये गये हैं। उन्होंने बताया कि इन्दौर और भोपाल में मेट्रो रेल लाने, स्मार्ट नगरों के विकास, रेल सुविधाएँ बढ़वाने, खनिज क्षेत्र में परियोजनाओं की शुरूआत और पीपीपी मोड पर निजी निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के तीन विश्व धरोहर स्थल साँची, खजुराहो और भीम बैटका के बाद शीघ्र ही ओरछा भी इस श्रेणी में शामिल हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं।
श्री एस.आर. मोहंती ने बिजनेस कॉनक्लेव में आये उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश में निवेश के लिये भूमि आवंटन और अन्य सुविधाओं के साथ ही आदर्श कानून-व्यवस्था आदि का लाभ सहज उपलब्ध है। ये व्यवस्थाएं निरंतर कायम रखने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
नमस्ते ओरछा महोत्सव में दूसरे दिन सुबह की अनूभूतियां
मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ओरछा में श्श्नमस्ते ओरछाश्श् महोत्सव में दूसरे दिन 7 मार्च को सुबह विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गयीं।  इस दौरान स्थानीय बेतवा रिट्रीट में स्वास्थ्य एवं योगा सत्र हुआ, जिसमें विदेशी सैलानियों के साथ देशी सैलानियों ने भी योगाभ्यास किया। इसके साथ ही, पर्यटकों ने बेतवा रिट्रीट से साईकलिंग की, जो बेतवा पुल, अभ्यारण्य, जहांगीर महल, मुख्य मार्ग होते हुए बेतवा रिट्रीट वापिस पहुंची।
सुबह की अनुभूतियों में बेतवा नदी में कंचना घाट से पर्यटकों ने एडवेंचर स्पोर्टस (राफ्टिंग) का आनंद लिया। इसमें सैलानियों ने बेतवा नदी में राफ्टिंग की। सैलानियों ने फोटोग्राफी वॉक का भी आनंद लिया।
संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ ने किया ओरछा भ्रमण
चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ आज निवाड़ी जिले के प्रवास पर रहीं। उन्होंने ओरछा में श्रीरामराजा सरकार के दर्शन किये।डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने शीश महल में फूड एवं क्राफ्ट मेला देखा। उन्होंने मेले में आये शिल्पकारों, कलाकारों तथा दुकानदारों से चर्चा की। डॉ. साधौ ने जहांगीर महल तथा शीश महल का भी भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पर्यटकों के लिये बेहतर व्यवस्थाएं बनाये रखने के निर्देश दिये।
Share:

31 मार्च तक सीवरेज का उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश,अन्यथा प्रति नाली 5 लाख का जुर्माना

31 मार्च तक सीवरेज का उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश,अन्यथा प्रति नाली 5 लाख का जुर्माना
सागर। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास  पी. नरहरि ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को 31 मार्च 2020 तक सीवरेज का शत-प्रतिशत उपचार करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट प्रारंभ होने तक सभी नालियों एवं सीवरेज उत्पन्न करने वाले स्त्रोतों का स्थानीय उपचार करें।
सीवरेज का उपचार नहीं करने पर लगेगा जुर्माना
सीवरेज का समय पर उपचार नहीं करने पर गंगा नदी के प्रकरण में जारी निर्देशानुसार क्षतिपूर्ति देनी होगी। स्थानीय उपचार नहीं करने पर प्रति नाली प्रतिमाह 5 लाख रूपये और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एस.टी.पी.) नहीं प्रारंभ होने पर प्रति एस.टी.पी. प्रतिमाह 5 लाख रूपये के अर्थदण्ड का प्रावधान है। एन.जी.टी. के आदेशानुसार एस.टी.पी. प्रारंभ होने की तिथि 31 मार्च 2021 है।
Share:

Archive