Editor: Vinod Arya | 94244 37885

कोरोना वायरस से डरें नहीं, सावधानियां बरतें :कलेक्टर श्रीमती मैथिल

कोरोना वायरस से डरें नहीं, सावधानियां बरतें :कलेक्टर श्रीमती मैथिल

#कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सावधानियां बरतने हेतु बैठक में दिए गए सुझाव

सागर। कोरोना वायरस से डरें नहीं, सावधानियां बरतें साथ ही सर्दी-जुकाम वालां से दूरी बनाएं रखें। उक्त विचार नोवल कोरोना वायरस बचाव हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में नए कलेक्टर सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने व्यक्त किए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सीएस शुक्ला, स्वास्थ्य सेवाएं सहायक संचालक श्री बीके खरे, सीएमएचओ डा. एमएस सागर, आर्मी अस्पताल के तपन तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह, नगर निगम उपायुक्त डा. प्रणय कमल खरे, पूर्व सिविल सर्जन डा. अरूण शराफ, डा. ज्योति चौहान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
बीएमसी और जिला असप्तताल में अलगवसे प्रबंध
कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल ने बैठक में निर्देष दिए कि जिला चिकित्सालय में 2 पलंग एवं बीएमसी में 5 पलंग का आईसोलेषन वार्ड प्रारंभ किया जाए। उन्होंने प्रत्येक शासकीय एवं अषासकीय अस्पतालों में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें एवं नोवल कोरोना वायरस से बचाव हेतु विभिन्न सावधानियों के बैनर, पोस्टर बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेषन, कस्बों स्कूल कालेजों में एवं अन्य सार्वजनिक चौराहों पर लगाएं। उन्होंने सीएमएचओ  निर्देष दिए कि समस्त शासकीय अस्पतालां में डाक्टरों की उपस्थिति अवकाष के दिनों में भी सुनिष्चित करें। उन्होंने पीने के पानी के श्रोतों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पानी की साफ-सफाई रखी जावे। उन्होंने कोरोना वायरस से डरें नहीं, सावधानियां बरतें साथ ही सर्दी-जुकाम वालां से दूरी बनाएं रखें। साथ ही आपस में हाथ मिलाने की जगह दूर से हाथ जोड़कर नमस्ते कर अभिवादन करें।
मॉकड्रिल 5 मॉर्च को
जिला चिकित्सालय तिली में 5 मार्च गुरूवार को दोपहर 12 बजे से नोवल कोरोना वायरस से बचाव हेतु मॉकड्रिल आयोजित की जाएगी। उक्त जानकारी सीएमएचओ डा. एमएस सागर ने दी।  
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस विषाणुओं का समूह है जिससे सामान्यतरू जानवरों में बीमारियाँ होती है। कभी-कभी ये मनुष्यों में संक्रमण करता है। मनुष्यों में इसके लक्षण सर्दी, खाँसी एवं बुखार, सिरदर्द, गले में खराश इत्यादि के रूप में हो सकते हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्ग व्यक्तियों सहित ऐसे व्यक्तियों में जिनमें प्रतिरक्षण की क्षमता कम होती है, में यह वायरस निमोनिया, ब्रोंकाइटिस इत्यादि गंभीर बीमारियाँ उत्पन्न करता है।
      एडवाइजरी के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खाँसने या छींकने से हवा द्वारा फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क, छूने या हाथ मिलाने और संक्रमित सामग्रियों के संपर्क में आने के बाद आँख या नाक को छूने से भी यह फैलता है। नागरिकों को चाहिए कि संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें। अपने हाथ बार-बार धोते रहें। संक्रमित सामग्रियों के संपर्क में आने के बाद आँख या नाक को छूने से बचें। नागरिकों को सलाह दी गई है कि सामान्य सर्दी-खाँसी, बुखार होने पर चिकित्सक की सलाह लें एवं घर में आराम करें।
कोरोना वायरस से बचाव हेतु सावधानियां- छींकने, खांसने, टायलेट आदि के पष्चात एवं बीमार व्यक्ति से मिलने, खाना पकाने अथवा खाना खाने इत्यादि के पूर्व एवं पष्चात साबुन एवंज ल से नियमित रूप से हाथ धोएं। छींकते व खांसते समय नाक एवं मुंह को रूमाल, टिष्यू या कोहनी से ढांक कर रखें। खांसी जुकाम या बुखार से पीड़ित व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। खांसी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में तकलीफ की दषा में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। बुखार या सर्दी जुकाम की दषा में यात्राएं टालें।
Share:

पांचवा निशुल्क नेत्र परीक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन 22 मार्च को

पांचवा  निशुल्क नेत्र परीक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन 22 मार्च को 
सागर। स्वर्गीय रामषंकर केषरवानी  की स्मृति में डायबिटिज के रोगियों के लिये निषुल्क नेत्र परीक्षण एवं जागरूकता षिविर का आयोजन प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी दिनांक 22 मार्च 2020 दिन रविवार  को प्रातः 10 बजे से होटल रामसरोज पैलेस में किया जावेगा। 
शैलेष केषरवानी ने बताया कई बार रेटिना के आसपास गैर-जरूरी झिल्ली बन जाने से इनसान की आंखों की दृष्टि कम होने लगती है। यह हिस्सा अत्यंत बारीक होता है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पैदा होने पर मैनुअल सर्जरी के जरिये उसे हटाना बड़ी चुनौती होती है। इस षिविर में डायबिटिज के रोगियों जिनकों रेटिना की समस्या होती ही हैं उनको जांच करवाना जरूरी होता हैं, उन्होने पीडित मरीजों से  नेत्र परीक्षण रेटिना की जाॅंच (डायबिटिक रेटिनापेथी) का उपचार पूर्व विषेषज्ञ शंकर नेत्रालय, मद्रास के डाॅ. गजेन्द्र चावला एवं उनके सहयोगियों द्धारा जांच कराने सभी रोगीं अपने पुराने पर्चे एवं शुगर की अंतिम जाॅंच के पर्चे अवष्य साथ में लाये।
संजीव केषरवानी ने बताया कि मरीज को डायबिटीज है, तो उसका प्रभाव आंखों पर पड़ता है। ऐसे में यदि उसकी समय पर जांच नहीं कराई तो रेटिना को काफी बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। जो रोगी डायबिटिज से पिड़ित हैं वो षिविर में निषुल्क परीक्षण अवष्य कराये।
अखिलेष (मोनी ) केषरवानी ने बताया रेटिना से पीड़ित मरीज की आंखों की रोशनी धुंधली होने लगती है। आंखों में जलन होती है, पुतली लेंस से चिपक सकती है, मोतियाबिन्द हो सकता है। आंखों के पुतली पर पानी जमा हो जाता है। जिससे आंख खराब हो सकता है। उन्होंने शहर के पिड़ित रोगियों से षिविर में लाभ लेने एवं असुविधा से बचने के लिये होटल रामसरोज पैलेस में रजिस्ट्रेषन 9302911023 एवं 07582-222222 पर या होटल रामसरोज पैलेस में करवाने की अपील की।

Share:

टाटा वर्कशॉप में हवाई फायर का मामला ,पीड़ित पक्ष ने मांगी सुरक्षा, नही लिखी FIR

टाटा वर्कशॉप में हवाई फायर का मामला ,पीड़ित पक्ष ने मांगी सुरक्षा, नही लिखी FIR

सागर । राष्ट्रीय राजमार्ग 26 झांसी लखनादौन के बीच बम्हौरी तिगड्डा पर स्थित जीआर टाटा वर्कशॉप मेेंं हवाई फायर कर दहशत फैलाने वालों के विरूद्ध पुलिस आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं कर रहीं है जिसके चलते वर्कशॉप का स्टाफ अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
वर्कशॉप के प्रोपाईटर अरविंद कुमार जैन ने पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज, पुलिस अधीक्षक सागर, मानव अधिकार आयोग सहित अन्य स्थानों पर अपनी लिखित में दी शिकायत में बताया है कि वर्कशॉप में टाटा मोटर्स के भारी वाहनों की मरम्मत का काम होता है. फरवरी माह के अंत में सिरौंजा स्थित क्रेशर  के मालिक पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर भोले राजा  का ट्रक क्रमांक एमपी 15 एचए 0728 वर्कशॉप में मरम्मत के लिए आया था. कार्य पूर्ण होने के बाद उनको सूचना दी गई कि ट्रक ले जा सकते है तो उनके यहाँ से आये ड्राईवर से जब मरम्मत कार्य का 17 हजार रूपए का बिल मांगा तो ड्राईवर कहने लगा ट्रायल कर लूँ ट्रायल के दौरान ही जब वह ड्राईवर भागने लगा तो वर्कशॉप के स्टाफ द्वारा रोक लिया गया जिस पर ड्राईवर द्वारा अपने मालिक को फोन लगाया गया तो मालिक अपने साथियों के साथ वर्कशॉप पहुंचे और हवाई फायर करने लगे, जिससे उनका स्टाफ दहशत में आया गया और जैन के अनुसार उनके पुत्र अंचल जैन और मैनेजर किशोर अग्रवाल पर भी उन्होंने जान से मारने की नियत से फायर किया और वहां से चले गए. साथ में सीसीटीव्ही कैमरे का डिवाईडर और गोलियों के खोखे तक ले गए. जिसकी सूचना डायल 100 को दी गई थी. जिस पर सिविल लाईन थाना प्रभारी और सीएसपी मौके पर भी पहुंचे थे.उसके पूर्व पुष्पेंद्र सिंह के द्वारा ट्रक की मरम्मत का बिल 17 हजार रूपया और पुराने 35 हजार में से 5 हजार रूपए जमा कर दिया गया. मगर पुलिस द्वारा हवाई फायर करने वालों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे वर्कशॉप का स्टाफ असुरक्षित महसूस कर रहा है.।
Share:

ओरछा में 5-6 मार्च को साउंड-एण्ड-लाइट शो स्थगित

ओरछा में 5-6 मार्च को साउंड-एण्ड-लाइट शो स्थगित
भोपाल। देश की ऐतिहासिक रामराजा नगरी ओरछा में प्रतिदिन आयोजित साउंड-एण्ड-लाइट शो 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव के दौरान 5-6 मार्च को स्थगित रहेगा। महोत्सव के दूसरे दिन 7 मार्च से साउंड-एण्ड-लाइट शो का प्रदर्शन पूर्व की भांति जारी रहेगा। ज्ञातव्य है कि पर्यटन निगम ओरछा में होटल शीशमहल के प्रांगण में प्रतिदिन शाम 7:30 से रात 9:15 तक हिंदी और इंग्लिश भाषाओं में पर्यटकों के लिए यह साउंड-एण्ड-लाइट शो का प्रदर्शन करता है।
Share:

वर्तमान परिप्रेक्ष्य और राष्ट्रीय विकास में सामाजिक सदभाव की प्रासंगिकता

वर्तमान परिप्रेक्ष्य और राष्ट्रीय विकास में सामाजिक सदभाव की प्रासंगिकता

सागर।भारतीय शिक्षण मंडल - महिला प्रकल्प की "कस्तूरी मंडल " की संयोजक श्रीमती दिव्या मेहता के निवास पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसका विषय --वर्तमान परिप्रेक्ष्य और राष्ट्रीय विकास में सामाजिक सदभाव की प्रासंगिकता रखा गया। श्रीमती पुष्पलता पांडे ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि शांति, धैर्य और सहिष्णुता ही सही मायने में आपसी सद्भावना को परिभाषित करते हैं । जो हमारे देश के संस्कारो में शामिल है। हिन्दू मुस्लिम साम्प्रदायिक वैमनस्य : आखिर कब तक और क्यों??यह प्रश्न आज हम सबके सामने है।हम और हमारे भाई-बंधु इस समस्या से सदियों से पीड़ित रहे हैं। डॉ सरोज गुप्ता ने कहा कि फूट डालो और शासन करो की नीति दर्शाया धर्म के आधार पर भारत पाक विभाजन हमारे सामने है।पन्द्रहवी शताब्दी से ही संतों, सूफियों जैसे कबीर , गुरुनानक,जायसी रहीम,रसखान आदि ने साम्प्रदायिक समस्या हेतु सेतुबंध का कार्य किया है।"अरे इन दोऊन राह न पायी"कह कबीर ने दोनों को फटकारा है। आज समस्या वहीं के वहीं है।इस समस्या का सबसे कारगर उपाय है कि हम-सब मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर धर्म निरपेक्षता की सच्ची भावना जागृत करें। एक-दूसरे के धार्मिक विश्वासों का आदर करते हुए सद्भावना को सार्वजनिक जीवन में स्थान दें। श्रीमती कृष्णा गुप्ता जी ने कहा कि भारत देश  बसुधैवकुटुम्बकं के लिए सारे विश्व मे जाना जाता है । यहाँ तो सद्भावना जन जन की प्रकृति में व्याप्त है । श्रीमती सुनीता जड़िया ने कहा भारत में हम वर्षो से आपसी सद्भावना  के साथ एवं सभी धर्मों के लोग प्रेम पूर्वक रहते आ रहे हैं ।श्रीमती स्मिता गोडबोले जी ने कहा कि हमें आंख कान खोलकर रखना चाहिए एवं शब्द शक्ति का बहुत विवेक पूर्ण तरीके से इम्तेमाल में लाना चाहिए । हमें अपनी तर्कशक्ति को धार दार बनाना चाहिए । श्रीमती मीनाक्षी ठाकुर ने अपने विचारों को रखते हए कि कहा जब हम  प्रगतिशील देश के नागरिक हैं ,तो हमें सद्भावना का माहौल पहले स्वयं से ही निर्मित करके चलना पड़ेगा। श्रीमती आराधना रावत जी ने कहा कि जिस भावना से माँ अपने बेटे की ,डॉ- एक मरीज की ,शिक्षक- अपने शिष्य की निःस्वार्थ भावना से सेवा करते है देखा जाए तो उसमें सद्भावना ही व्याप्त है। श्रीमती इंदु चौधरी जी ने कहा कि देश ज्वलंत समस्या से जूझ रहा है। कोई भी शुरूआत हम स्वयं से ही करें न कि दूसरों से अपेक्षा करें। श्रीमती पूनम साहू ने कहा कि जिस तरह हम अपने परिवार में सद्भावना के साथ रहते हैं हमें अपने समाज और देश के प्रति उसी भावना को लेकर ही चलना पड़ेगा । श्रीमती संध्या दरे ने कहा कि हम सभी को जमीनी स्तर पर इस प्रयास में जुटना पड़ेगा कि हमारा कोई भी कदम  समाज और राष्ट्र की शांति एवं सद्भावना में बाधक न बने। श्रीमती प्रतिभा नेमा जी ने कहा की भारत देश की सारे विश्व में आपसी भाईचारे की भावना की मिसाल दी जाती है इसे अक्षुण्ण बनाये रखने का दायित्व अब हम सबका  है। श्रीमती अनिता चौधरी जी ने कहा कि भारत देश में सभी धर्मों का सम्मान होता है इसमें आपसी सद्भावना के दर्शन होते हैं। श्रीमती दिव्या मेहता जी ने कहा कि हमें अंधानुकरण से बचना चाहिए कि कोई सामने वाला गलत करता है तो हम भी गलत करें। विवेक से जन धन की हानि को देखते हुए गलत कार्य बिल्कुल भी न करें । बल्कि आपसी प्रेम भाव से संभव हो तो सामने वाले को समझाएं । परिचर्चा में श्रीमती आरती तिवारी, श्रीमती वंदना ठाकुर , श्रीमती गायत्री पाठक आदि बहिनों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये ।संगठन मंत्र के साथ परिचर्चा का समापन हुआ। श्रीमती दिव्या मेहता जी ने सभी का आभार व्यक्त किया 
Share:

नगरीय निकाय चुनावों में पार्षदों की निर्वाचन खर्च की सीमा निर्धारित

नगरीय निकाय चुनावों में पार्षदों की निर्वाचन व्यय सीमा निर्धारित
भोपाल । राज्य  शासन द्वारा नगरपालिक निगम, नगरपालिका परिषदों तथा नगर परिषदों में पार्षदों के निर्वाचन के लिये व्यय सीमा निर्धारित की गयी है। दस लाख से कम जनसंख्या वाले नगरपालिक निगमों में पार्षदों के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा 3 लाख 75 हजार रूपये और 10 लाख से अधिक जनसंख्या पर 8 लाख 75 हजार रूपये निर्धारित की गयी है।
इसी तरह नगरपालिका परिषदों में एक लाख से अधिक जनसंख्या पर 2 लाख 50 हजार रूपये, 50 हजार से एक लाख तक जनसंख्या पर एक लाख 50 हजार रूपये और 50 हजार से कम जनसंख्या की नगरपालिका परिषदों के पार्षदों के निर्वाचन व्यय की अधिकतम सीमा एक लाख रूपये निर्धारित की गयी है। नगर परिषदों के लिये यह व्यय सीमा 75 हजार रूपये तय की गयी है
Share:

कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
भोपाल ।प्रदेश के नागरिकों को कोरोना वायरस के लक्षणों और उसके संक्रमण से बचने के लिए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा एजवाइजरी (सलाह) जारी की गई है।
एडवाइजरी (सलाह) के अनुसार कोरोना वायरस विषाणुओं का समूह है जिससे सामान्यत: जानवरों में बीमारियाँ होती है। कभी-कभी ये मनुष्यों में संक्रमण करता है। मनुष्यों में इसके लक्षण सर्दी, खाँसी एवं बुखार, सिरदर्द, गले में खराश इत्यादि के रूप में हो सकते हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्ग व्यक्तियों सहित ऐसे व्यक्तियों में जिनमें प्रतिरक्षण की क्षमता कम होती है, में यह वायरस निमोनिया, ब्रोंकाइटिस इत्यादि गंभीर बीमारियाँ उत्पन्न करता है।
एडवाइजरी के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खाँसने या छींकने से हवा द्वारा फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क, छूने या हाथ मिलाने और संक्रमित सामग्रियों के संपर्क में आने के बाद आँख या नाक को छूने से भी यह फैलता है।
नागरिकों को चाहिए कि संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें। अपने हाथ बार-बार धोते रहें। संक्रमित सामग्रियों के संपर्क में आने के बाद आँख या नाक को छूने से बचें। नागरिकों को सलाह दी गई है कि सामान्य सर्दी-खाँसी, बुखार होने पर चिकित्सक की सलाह लें एवं घर में आराम करें।
Share:

बैंकों एवं डाकघरों में निष्क्रिय एवं अपरिचालित खाते सार्वजनिक होंगे

 बैंकों एवं डाकघरों में निष्क्रिय एवं अपरिचालित खाते सार्वजनिक होंगे
सागर । बैंकों एवं डाकघरों में जमाकर्ताओं द्वारा बिना दावा की गई राषि के रखरखाव एवं प्रबंधन के संबंध में नियम (सीनियर, सिटीजन वेलफेयर फंड नियम-2016) अधिसूचित किये गए है। इन नियमों के अनुसार ऐसे खाते (10 साल से अधिक निष्क्रिय एवं अपरिचालित खाते) जिनमें बिना दावा की गई राषि पड़ी है ।उनके खातों को सार्वजनिक रूप से अधिसूचित किया जाना है। 
दरअसल बैंकों और डाकघरों में रकम जमा है । जिनके खाता धारकों का पता नही है। कई दफा यह मुद्दा सामने आ चुका है । 

तदनुसार डाक विभाग द्वारा इस प्रकार के खातों का विवरण अपनी वेबसाईट  पर प्रकाषित किया गया है। डाकघरों से कहा गया है कि वे इस सूची को डाकघर के नोटिस बोर्ड पर प्रकाषित करें और अन्य माध्यमों के द्वारा भी इसे प्रकाषित करें। सभी संबंधितों को तदनुसार सूचित किया जाता है। अधिक जानकारी के लिए स्थानीय डाकघरों से संपर्क किया जा सकता है। 
Share:

Archive