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पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, मासूम बेटे ने बोला मम्मी को पापा ने मारा
पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, मासूम बेटे ने बोला मम्मी को पापा ने मारा
सागर।सागर जिले के देवरी में कई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर लिया है । इसमे पति ने ही पत्नी की हत्या की थी। घरेलू विवादों के चलते यह घटना घटी। पुलिस अधिक्षकमित सांघी ने मीडिया के सामने वारदात का खुलासा किया। पति प्रकाश अहिरवार द्वारा अपनी पत्नी तुलसा उर्फ सवीता अहिरवार उम्र 30 साल को लोहे की राड से हत्या की थी।
पलिस अधीक्षक अमित सांघी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय विक्रम सिंह के मार्गदर्शन मे दिशा निर्देश देते हये पुलिस टीम का गठन किया जिसम अनुविभागीय अधिकारी अजीत पटेल, निरीक्षक रामेश्वर ठाकुर थाना प्रभारी देवरी, उनि लखन राज, उनि टेकाम, उनिवीणा विश्वकर्मा, आरक्षक हेमन्त रजक, आरक्षक रावत, आरक्षक राजीव तोमर, आरक्षकनरसिंह ठाकर, आरक्षक प्रेमजीत, आरक्षक निशीत मिश्रा,आरक्षक मुकेश, महिला आरक्षक बीना घोडायल को लगाया गया। जिनके अथक प्रयास से घटना का खुलासा चन्द घटों में किया गया।
ये है घटना
राहल पिता महेश बंसल निवासी संजय नगर देवरी ने थाना पर आकर सूचना दिया किइसके पडोस मे रोने की आवाज सुनने पर यह प्रकाश अहिरवार के घर गया तो वहा पर देखा कि एक कमरे में प्रकाश अहिरवारकी पत्नि तुसला बाई उर्फ सवीता अहिरवार विस्तर में पड़ी थी उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी सिर फटा हुआ था जो खूननिकलकर जमीन पर फैला हुआ था तो राहल द्वारा थाना पर सूचना देने पर मर्ग क्रमांक 07/20 धारा 174 जाफी कायम कर जांच की गई। दौरान जांच के शव का पंचनामा कार्यवाही के दौरान मृतिका के पिता गौतम अहिरवार ने बताया कि मुझे पुलिसद्वारा सूचना मिलने पर मैं देवरी आया तो देवरी मे मेरी बच्ची बिस्तर मे मृत अवस्था मे मिली सिर कुचला हुआ था। कमरे मेचारो तरफ खून के छीटे दीवालों पर एवं दरवाजे के पीछे तरफ खून लगा हुआ था। जब पुलिस पीएम कराने ले जा रही थी। तवदामाद प्रकाश अहिरवार ने रो कर इसे बताया कि मेरे से गलती हो गई मेरी और तलमा की रात को लडाई हो गई थी तो मैनेसोते समय तुलसा को सिर में लोहे की राड मार दी थी जिसमे बह खत्म हो गई थी। जो मौके पर प्रार्थी गौतम अहिरवार निवासीनन्दे पिपरिया की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 0/20 धारा 302 ताहि की देहाती नालमी मौके पर आरोपी मतिका के पति प्रकाशअहिरवार के विरूध कायम कर विवेचना की गई।दौरान विवेचना के प्रकाश पिता करन अहिरवार उम्र 38 माल निवासी संजय नगर देवरी को हिरासत मे लेकरपूछताछ की गई तो पहले प्रकाश अहिरवार पुलिस को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रात मे चोरी करने के उदेश्य से घर मे घुस कर पत्नी के जाग जाने पर उसके साथ गंभीर चोट पहुचा कर उसकी हत्या कर देना बताया एवं स्वयं बड़ी बच्ची वर्षा के साथ दूसरे कमरे मे सोते रहा बताया एवं घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं होना बताया इसी तरह की बातों से गुमराह करता रहा।
पत्नी से आये दिन झगड़ा होता था
घटना के संबंध मे बताया कि मेरी पत्नी तुलसा उर्फ सवीता अहिरवार मुझसे छोटी-छोटी बातो को लेकर लड़ती रहती थी तथा मुझ पर शक करती थी और जादू टोना करती थी। गत बे रात अगरबत्ती लगा कर पूजा-पाठ करती थी। पूरी रात टी.व्ही. देखती थी। रात बे रात कही भी उठ कर चली जाती थी। बिना पूछे अपने मायके चली जाती थी। जिस कारण प्रतिका का पति बहुत अधिक परेशान हो चुका था। आरोपी की पनि प्रतिका की पत्रि 6-7 दिन पहले बिना बताये अपने मायके चली गई थी जो घटना के एक दिन पूर्व ही वापस लौटी थी जो आरोपी ने प्रतिका से मायके जाने का उचित कारण पूछा तो जिस पर से दोनो मे विवाद हो गया था उसी विवाद पर से आरोपी ने रात में ही मृतिका के साथ सोते समय लोहे की राड बजनी करीवन 5-6 किलो से सिर में मार कर हत्या कर देना बताया पुलिस से डर के कारण वहा से भाग गया। जिसे दौरान तलाशकर पूछताछ की गई।
छोटे बेटे ने बताया मम्मी को पापा ने मारा
सबसे छोटे बच्चे मंजय उम्र 4 वर्ष द्वारा पापा प्रकाश ने मम्मी को मारने की बात बताई ।एफएसएल अधिकारी टीम एवं डॉग द्वारा प्रकाश की ओर बार-बार जाना एवं इशारा करना भी आरोपी प्रकाश अहिरवार के संदेह के घेरे मे आना बाद मे आरोपी ट कर उसके मसुर को पूरी घटना बताना। थाना चलने की कहने पर वहा मेंभाग जाना। उपरोक्त सम्पूर्ण कार्यवाही मे सराहनीय कार्य करने वाले स्टाफ को श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगद पुरूष्कार से पुरूष्क्रत करने की घोषणा की गई है।
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वर्षो बाद एक दूसरे से गले मिले तो भर आईं आँखें, पुलिस रीयूनियन में मिले रिटायर्ड अधिकारी
#जेएनपीए में सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों का अनूठा सेमीनार शुरू
साागार। जिस प्रशिक्षण संस्थान में पुलिसिंग का ककहरा सीख कर अपना जीवन पुलिस सेवा में समर्पित किया, फिर से जब उसी संस्थान में जाने का मौका मिला तो सभी की आँखे भर आईं। वर्षो से बिछड़े साथियों का यह भावुक भरा मिलन देखते ही बन रहा था। यहाँ बात हो रही है जेएनपीए (जवाहर लाल नेहरू पुलिस प्रशिक्षण अकादमी) सागर में आज से शुरू हुए अनूठे तीन दिवसीय सेमीनार (री-यूनियन) की। इस सेमीनार में ऐसे वरिष्ठ उप निरीक्षक भाग लेने आए हैं, जिन्होंने आजादी के बाद से वर्ष 1969 तक की अवधि के दौरान जेएनपीए में प्रशिक्षण लिया था और वे उप पुलिस अधीक्षक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद से सेवानिवृत हुए हैं। इन सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों ने मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में उप निरीक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर रहकर अपनी सेवाएँ दी थीं।
पुलिस मुख्यालय की प्रशिक्षण शाखा की पहल पर इन ''सुपर ओल्ड बॉयज'' यानि युवाओं जैसे जज्बे से भरे सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों का यह सेमीनार आयोजित हो रहा है। जेएनपीए पहुँचकर सभी प्रतिभागी सेवानिवृत पुलिस अधिकारी एक दूसरे से गले मिले और अपनी पुरानी स्मृतियों को याद किया। जेएनपीए परिसर को देखकर सभी भावुक हुए बिना नहीं रह सके। सभी प्रशिक्षणार्थियों ने पुराने साथियों का मिलन कराने के लिए विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण संजय राणा एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण श्रीमती अनुराधा शंकर के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया। मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में निवासरत सभी बुजुर्ग प्रशिक्षणार्थियों का जब सड़क व रेल मार्ग से सागर आगमन हुआ तब उप पुलिस महानिरीक्षक एवं जेएनपीए के उप निदेशक श्री राजेश हिंगणकर ने पुष्पाहारों से सभी का आत्मीय स्वागत किया। जेएनपीए पहुँचकर बुजुर्ग प्रशिक्षु अधिकारी एवं उनकी धर्मपत्नी गदगद थीं।
एक मार्च तक चलने वाले इस सेमीनार में सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों द्वारा बताए गए पुलिसिंग के अनुभव एवं अच्छे कार्यो को नए पुलिस अधिकारियों के साथ साझा किया जाएगा।