मनोज राय बेस्ट परफॉर्मर,108 एम्बुलेंस के

मनोज राय बेस्ट परफॉर्मर,108 एम्बुलेंस के
सागर। 108 एम्बुलेंस के स्टाफ के एक कारीकर्म मे खुरई के मनोज राय को बेस्ट परफॉर्मर का अवार्ड मिला।  सागर संभागीय  108 के स्टाफ के साथ भोपाल से आये 108 ziqitza health care  के प्रोजेक्ट हेड  जीतेंद्र शर्मा जी और ऑल इंडिया चीफ HR ऑफिसर मनीष जी  और भोपाल से सभी अधिकारी ने सागर जिले  EMT पायलट की सारी  समस्या सुनी और उनका समाधान किया।  जिससे कर्मचारियों और अधिकारियों मे अच्छा समन्वय बना रहे .इस कार्यक्रम बेस्ट performer
प्रथम पुरस्कार मनोज राय खुरई, द्वितीय पुरस्कार जितेन सिंह नाहर खुरई से तृतीय पुरस्कार संदीप प्रजापति गोपालगंज सागर चतुर्थ पुरस्कार सुधीर तिवारी बीना को मिला। इस कार्यक्रम में  सभी सभी कर्मचारियों सहित  ऑपरेशन हेड ,अमित पटकी ,  HR हेड सुनील  पांडे ऑपरेशन मैनेजर आशीष कौरव ,  डिस्ट्रिक्ट इनचार्ज तबरेज ख़ान आशीष यादव  मेंटेनेंस अधिकारी  बृजेश रजक शामिल रहे।
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कांग्रेस ने दिल्ली मे निकाला शांति मार्च, पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी हुए शामिल

कांग्रेस ने दिल्ली मे निकाला शांति मार्च, पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी हुए शामिल
सागर। देश की राजधानी दिल्ली में अमन चेन व शांति सोहाद्र बिगाड़ने की जा रही नापाक कोशिशों के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्हान् पर कांग्रेस महासचिव श्रीमति प्रियंका गांधीजी ,संगठन प्रभारी श्री के0सी0 वेणुगोपाल जी, श्री पी0एल0 पुनिया जी सहित कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मुख्य उपस्थिति में निकाले गये शांति मार्च में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चाौधरी के साथ मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रो से कांग्रेसजनो ने शामिल होकर दिल्ली सहित देश में अमन चेन व शांति सोहाद्र बनाये रखने की अपील की। पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी के साथ दिल्ली पहुॅच कर शांति मार्च में शामिल होने वालों में मुख्य रूप से श्री गुरूचरण खरे ,राजेन्द्र चोधरी,अखिलेश मोनी केशरवानी,सुनील सिंह, बीरसिंह यादव , विजय काण्डा, संदीप सोनी, सहित मध्यप्रदेश के अनेक जिलों से कांग्रेसजन आदि शामिल है।
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मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासी बहुल धार जिले के डही में दी 121804 लाख रूपए लागत के विकास कार्यों की सौगातें

मुख्यमंत्री  कमलनाथ ने आदिवासी बहुल धार जिले के डही में दी 121804 लाख रूपए लागत के विकास कार्यों की सौगातें

#डही को मिली उद्धवहन सिंचाई योजना की बड़ी सौगात - यह योजना आदिवासी नायक टंट्या भील के नाम पर होगी
@सत्येंद्र मिश्रा
धार। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का धार जिले के विकासखण्ड मुख्यालय डही का एक दिवसीय भ्रमण डही क्षेत्र को अनेक सौगातें दे गया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां 121804.53 लाख रूपए लागत के 40 विकास कार्यो का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने डही उद्धवहन सिंचाई योजना का भूमिपूजन भी किया। मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल के सुझाव पर डही में बनने वाली यह उद्धवहन सिंचाई योजना आदिवासी नायक टंट्या भील के नाम पर टंट्या मामा उद्वहन सिंचाई परियोजना के नामा से जानी जायेगी।
इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए.मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि आज इतनी बड़ी संख्या में आदिवासी जन यहाँ आए हैं यह बल देखकर बहुत खुशी हो रही है। मेरा खून बढ़ गया है। अब हम सब मिलकर विकास का एक नया अध्याय लिखेंगे। श्री कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी समाज सहज, सरल और मेहनतकश हैं। लेकिन विगत 15 वर्षों में उन्हें छला गया है। हमारी सरकार प्रदेश में 15 वर्षों के बाद में बनी है। इन वर्षों में मध्यप्रदेश में किसानों और आम आदमी की दुर्गति हुई। मध्य प्रदेश किसानों की आत्महत्या में नंबर एक बन गया था। हमें पिछले सरकार से ख़ाली तिजोरी मिली थी। बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था को सँवारने के लिए सरकार कृत संकल्पित हैं। हम ऐसी नीति बना रहे हैं जिससे किसानों की दशा सुधरे। किसानों की क्रय शक्ति खत्म हो गई थी। इसे पुर्नजीवित किया जा रहा है। उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने के प्रयास हो रहे हैं। हमारे प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधारित है। श्री कमलनाथ ने कहा कि हम किसानों का कर्ज़ा माफ़ कर उनकी दशा सुधारने का जतन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती नवजवानों के भविष्य की है। आज का नवजवान ज्ञानवान है। उनके पास इंटरनेट की सुलभता है। यही नोजवान देश का भविष्य बनायेगा। इसलिए इनका भविष्य बनाना हमारे लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि हमें नोजवानों की पीड़ा को पहचानना होगा। उनके हाथों को काम देना होगा। पिछले 15 वर्षों में मध्य प्रदेश में जितने नए उद्योग लगे, उससे ज़्यादा बंद हो गए थे। अब प्रदेश में कैसे रोज़गार बढ़े, यह हमारे लिए एक बड़ा प्रश्न है। उन्होंने कहा कि सरकार की समग्र नीतियों से प्रदेश की दशा बदलेगी। मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि वे एक लंबे समय से कुक्षी क्षेत्र में आना चाहते थे परंतु उनकी इच्छा थी कि वे ख़ाली हाथ नहीं आएँ । आज एक हज़ार करोड़ रुपये के इस सिंचाई योजना की सौग़ात लेकर वे आए हैं। उन्होंने कहा कि यह राशि क्षेत्र के लिए एक निवेश की तरह है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र में सहायक आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ होंगी। भले ही पानी बाद में आए, लेकिन इसके पूर्व ही क्षेत्र में रोज़गार के अवसर आ जाएंगे। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धार ज़िले की प्रभारी एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि श्री कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं। वे प्रदेश के विकास के लिए सदैव तत्पर और संकल्पित रहते हैं। क्षेत्रीय विधायक एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि व‍िगत 15 वर्षों में डही क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया गया। आज मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के कारण क्षेत्र को इतनी बड़ी सौग़ातें मिली हैं। जब वे नर्मदा घाटी विकास मंत्री बने थे तब मुख्यमंत्रीजी ने साफ़ कहा था कि नर्मदा मैया का जल पहले आदिवासी अंचल में पहुँचना चाहिए। श्री बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का आदिवासी समाज के प्रति विशेष लगाव और स्नेह है। वे मेरे पिता तुल्य हैं और उनका सदैव आशीर्वाद मुझे मिलता रहा है। आरंभ में मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने मां नर्मदा के छायाचित्र के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलित कर पूजन अर्चन किया। मुख्यमंत्री आम जनता का अभिवादन स्वीकार कर मंच से उतरकर उनसे मिलने भी गए।
कार्यक्रम में विधायक श्री पाँचीलाल मेड़ा तथा श्री प्रताप ग्रेवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री बालमुकुंद गौतम, श्री महेश पटेल, श्री मुकेश पटेल सुश्री कलावती भूरिया, श्री हीरालाल अलावा अल्पसंख्यक नेता मुजीब कुरेशी,सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
लोकार्पण ,शिलान्यास और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने डही में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 112782 लाख रूपए की लागत की डही माईक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का भूमिपूजन किया। इसके अलावा शासकीय महाविद्यालय कुक्षी में 100 सीटर बालक छात्रावास एवं बाउण्ड्रीवाल लागत 513.69 लाख रूपए, बैंक शाखा निसरपुर लागत 35.29 लाख रूपए, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति गिरवान्या, धूलसर, अम्बाडा, कुक्षी (कापसी) व चिखल्दा (लिंगवा) प्रत्येक कार्य कीव लागत 11.20 लाख रूपए, कलमी, बाबलीबुजुर्ग, बाबलीखुर्द, मालपुरा एवं पेडरवानी की नलजल योजना को गुणवत्ता प्रभावित समूह जोड़कर जल प्रदाय किए जाने हेतु लागत 450.57 लाख रूपए, कापसी में 100 सीटर उन्नयन कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास लागत 74.48 लाख रूपए, कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास कापसी में बाउण्ड्रीवाल लागत 6.25 लाख रूपए, कन्या माध्यमिक विद्यालय निसरपुर में अतिरिक्त कक्ष लागत 8.82 लाख रूपए, कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास चंदावड में बाउण्ड्रीवाल लागत 11.10 लाख रूपए, नवीन प्राथमिक विद्यालय कुराडाखाल लागत 20.50 लाख रूपए, शासकीय संजय निकुंज नर्सरी स्थापना लोहारी लागत 50.00 लाख रूपए, एकलव्य आवासीय विद्यालय कुक्षी में आडिटोरियम भवन का निर्माण विद्युतीकरण सहित लागत 109.97 लाख रूपए तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़दा लागत 173.25 लाख रूपये के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन किया।
इसी तरह डही में नवीन आईटीआई छः ट्रेड भवन, 60-60 सीटेड बालक/बालिका छात्रावास एवं एक-एक टाईप आवासीय भवन लागत 995.24 लाख रूपए, डेहरी में नवीन गौशाला निर्माण लागत 32.52 लाख रूपए, पडियाल में नवीन गौशाला लागत 33.69 लाख रूपए, निसरपुर में नवीन गौशाला लागत 37.27 लाख रूपए, लक्ष्मी गौशाला कुक्षी लागत 0.52 लाख रूपए, श्री कनकबिहारी गौशाला निसरपुर लागत 0.70 लाख रूपए, कामधेनु गौशाला निम्बोला लागत 6.50 लाख रूपए, नवीन उप स्वास्थ्य केन्द्र खरगोन, नीमथल, टेमरिया, रणगांव व नरझरी प्रत्येक की लागत 24.00 लाख रूपए, डही में सीएम अधोसंरचना विकास लागत 206.93 लाख रूपए, डही में जल प्रदाय योजना अन्तर्गत 33 केवी विद्युत लाईन एवं सब स्टेशन स्थापना लागत 163.00 लाख रूपए, डही में स्ट्रीट लाईट विस्तार कार्य लागत 50.00 लाख रूपए, तलवाडी से घोडा मार्ग लागत 89.34 लाख रूपए, सुसारी से भरणपुरा मार्ग लागत 154.94 लाख रूपए, कापसी लोहारा मार्ग लागत 249.14 लाख रूपए, सुलीबयडी से पटेलपुरा कुवाड फाटे तक मार्ग लागत 546.71 लाख रूपए, मनावर डेहरी मार्ग का उन्नयन कार्य लागत 4363.40 लाख रूपए, एनएच-3 से खण्डवा पहुंच मार्ग लागत 55.49 लाख रूपए, लोणी से ढुकनी मार्ग लागत 218.80 लाख रूपए तथा घाना सिंधियापानी रोड से दभानी मार्ग लागत 188.42 लाख रूपए के कार्यो का लोकार्पण किया।आरंभ में मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ में मां नर्मदा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर माल्र्यार्पण किया। मुख्यमंत्री आम जनता का अभिवादन  मिलने भी गए।
झलकियां:
कुक्षी के युवा कांग्रेस नेता अर्जुन बघेल के आदिवासी भाषा के भाषण को बहुत सराहा गया।
डही क्षेत्र में 20 वर्ष बाद आये कांग्रेस मुख्यमंत्री की सभा के करीब 50 से 60 हजार जनसमुदाय मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी सभा के समापन पर सुरक्षा घेरा छोड़ कर जनता के बीच जाकर जनता से मिले।
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राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत ने अपने विधानसभा क्षेत्र सुरखी में 30 करोड़ के भूमिपूजन एवं लोकार्पण

राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत  ने अपने  विधानसभा क्षेत्र सुरखी में  30 करोड़ के भूमिपूजन एवं लोकार्पण
सागर । सुरखी विधानसभा के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। साथ ही पूरी सुरखी विधानसभा क्षेत्र मेरे घर का आंगन है इसे सुंदर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हूं उक्त विचार प्रदेष के राजस्व एवं परिवहन मंत्री  गोविन्द सिंह राजपूत ने विकासखण्ड राहतगढ़ के ग्राम पीपरा में 30 करोड़ 21 लाख रूपये की लागत के सड़कांे का भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री गुलाब सिंह राजपूत, जिला पंचायत सदस्य श्री अनिल श्रीवास्तव, श्री गोविन्द सिंह बटयादवा, श्री अरविन्द सिंह राजपूत, श्री राकेष राय, श्री पंकज सिंघई, श्री प्रकाष दुबे, प्रीति गुप्ता, जनपद सीईओ चेतना पाटिल, तहसीलदार रामनिवास चैधरी और पीडब्ल्यूडी व पीएचई के अधिकारी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास एवं पेयजल संकट से पूर्णतः निजात दिलाने हेतु कड़ान नदी परियोजना में पीपरा सहित आसपास के 14 ग्रामों को जोड़ने का प्रयास कर रहा हूं। इस परियोजना से जुड़ने से पूरे क्षेत्र की पेयजल एवं सिंचाई की समस्या दूर होगी। उन्होंने कहा कि जो भूमिपूजन किए गए है उनके निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता के साथ पारदर्षिता रखी जाए।  
उन्होंने क्षेत्र के युवाओं से आव्हान किया कि गाड़ी चलाते समय अपने लायसेंस अवष्य रखें और यदि नहीं है तो वो क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय जाएं तथा अपने लायसेंस अवष्य बनवाएं। उन्होंन लायसेंस हेतु षिविर लगाने हेतु भी निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पीपरा ग्राम में आपकी सरकार आपकी द्वार षिविर भी आयोजित कराया जाएगा। जिससे ग्रामीण जनों की समस्याएं षिविर स्थल पर ही दूर हो सकेंगी। उन्होंने समस्त क्षेत्र वासियों से कहा कि अब आप लोगों की भजन मण्डलियांे के लिए बाध्ययंत्र, क्रिकेट प्रेमियों के लिए क्रिकेट किट एवं प्रभात फेरी निकालने वालों के लिए बाध्य यंत्र सहित स्पीकर सेट प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने मौके पर ही एक प्रभात फेरी मण्डली को स्पीकर सेट प्रदान किया।  
इनका हुआ लोकार्पण भूमिपूजन
जिन कार्र्याें का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया उनमंे लोटना-बेरखेड़ी गोपाल का डामरीकरण 70 लाख रूपये, पीपरा से स्टापडेम का अतिरिक्त कार्य 67 लाख, पीपरा में शमषानघाट टीनषेड 2.5 लाख, सामुदायिक भवन एवं बाउन्ड्रीबाॅल हरवंषपुरा 4.8 लाख, पीपरा मंे सीसी रोड निर्माण एवं चबूतरा 4 लाख की लागत का भूमिपूजन शामिल है।
इसी प्रकार पीपरा में साईकिल स्टेण्ड निर्माण 2 लाख, पंचायत भवन निर्माण 12 लाख 85 हजार, सीसी रोड निर्माण 5 लाख एवं 6 लाख, आंगनबाड़ी भवन 7 लाख 80 हजार एवं सीसी रोड़ रामछायरी बसियागंगे 2 लाख रूपये का लोकार्पण शामिल है। लोक निर्माण विभाग अंतर्गत 25 करोड़ की लागत किषनपुरा-मुगरयाउ मार्ग का भूमिपूजन, पीपरा से मनेषिया डामरीकरण 72 लाख, फतेहपुरा से गंभीरिया डामरीकरण 24 लाख, ढगरानिया से बसियागंगे मरम्ममत कार्य 53 लाख, मानक चैक से एमडीआर मरम्मत कार्य 116 लाख 91 हजार एवं पड़ारसोई से खिरिया काजी डामरीकरण 71 लाख की लागत का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री माधव राव सिंधे ने किया।
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ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव ने किया निरीक्षण किया,गुणवत्ता में मिली कमी ,जमकर हुए नाराज

ग्रामोद्योग मंत्री  हर्ष यादव ने किया निरीक्षण किया,गुणवत्ता में मिली कमी ,जमकर हुए नाराज
सागर। प्रदेष के कुटीर एवं ग्रामोद्योग, नवीन तथा नवकरणीय उर्जा विभाग मंत्री श्री हर्ष यादव ने देवरी नगर में चल रहे सड़क निर्माण नाली निर्माण के कार्यों  का आकस्मिक निरीक्षण कियाा। जिसमें निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी पाए जाने पर नाराजगी जताई।देवरी नगर में नगर पालिका परिषद द्वारा कराए जा रहे विभिन्न निर्माण कार्यों में लगातार अनियमितताओं  की शिकायत पर कैबिनेट मंत्री हर्ष यादव गुणवत्ता जांचने के लिए अधिकारियों के साथ पहुंचे। जिसमें झुनकू पुल से लेकर सीसी रोड निर्माण में गुणवत्ता का अभाव देखा। सड़क में आई दरारों को  देखकर मंत्री श्री यादव ने प्रशासक को जांच के निर्देश दिए। तहसील परिसर में पक्षकारों को बैठने  के लिए विधायक विकास निधि से 1-1 लाख की लागत से बनाए गए शेडो में घटिया कार्य और तकनीकी दृष्टि से ना बनाए जाने पर नाराजगी जाहिर की और ठेकेदार का भुगतान रोकने के निर्देश दिए।  इसके बाद मंत्री श्री यादव बस स्टैंड से पुराने बाईपास को जोड़ने वाली सड़क के किनारे बनाई जा रही नाली निर्माण में अनियमितताओं को देखकर नगरपालिका कर्मचारियों और ठेकेदार को फटकार लगाई। जिसमें नाली के पानी का बहाव ठीक ढंग से ना बनाए जाने और तकनीकी ढंग से और गुणवत्ता के साथ ना बनाए जाने पर ठेकेदार और उपयंत्री की लापरवाही पाए जाने पर निर्माण की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देश दिए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी और केसली में संचालित रोगी कल्याण समिति की बैठक लेकर अस्पताल परिसर की भूमि का सीमांकन के निर्देश दिए
 प्रदेश के कुटीर ग्रामोद्दोग नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवरी और केसली विकासखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित रोगी कल्याण समिति की बैठक ली एवं दोनों स्वास्थ्य केंद्रों के अस्पताल परिसर की भूमि का सीमांकन के निर्देश दिए।
  देवरी के नए स्वास्थ्य केंद्र एवं बस स्टैंड पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र के सीमांकन करने के बाद अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए। देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर को विकसित करने के लिए मेन रोड एवं सिलारी की ओर जाने वाले हिस्से में दोनों और दुकानों के निर्माण रोगियों को बैठने की व्यवस्था एवं वाहन पार्किंग के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
 देवरी एवं केसली दोनों अस्पतालों में सफाई व्यवस्था पर संतोष जाहिर करते हुए सुचारू रूप से सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए। दोनों ही अस्पतालों में 1 अप्रैल 2020 से ओपीडी शुल्क की राशि ₹10 निर्धारित करने पर विचार किया गया। मंत्री श्री हर्ष यादव ने 300 एम ए एक्स ई एक्स रे डिजिटल मशीन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। बैठक के बाद अस्पताल के पीछे निर्माणाधीन पोस्टमार्टम सेंटर का निरीक्षण किया जहां निर्माण में गुणवत्ता नहीं पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की वही चिकित्सकों के लिए बनाए जा रहे आवाज भवन में तकनीकी दृष्टि से अनियमितताएं पाई गई जिसमें भवन निर्माण की ऊंचाई और गुणवत्ता में कमी देखी गई। जिसके जांच के निर्देश दिए हैं। बैठक में मंत्री हर्ष यादव के अलावा मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम एस सागर एसडीएम आरके पटेल देवरी एवं केसली विकासखंड के  बीएमओ एवं अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
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कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित कॅरियर अवसर मेले में दी स्वरोजगार संबंधी जानकारियां

कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित कॅरियर अवसर मेले में दी स्वरोजगार संबंधी जानकारियां
सागर ।शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर में जिलास्तरीय विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना के अंतर्गत कॅरियर अवसर मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला प्रभारी डाॅ. मधु स्थापक ने स्वागत भाषण में मेले की आवश्यकता एवं भविष्य में इसके द्वारा मिलने वाले लाभों के विषय में बताया। 

मुख्य अतिथि जनभागीदारी अध्यक्ष अमित दुबे रामजी ने कहा कि हमारे द्वारा दी गयी शिक्षा तभी सार्थक हैं जब वो जीवन-यापन के लिए स्वयं के पैरो पर खड़ा हो जाये। रोजगार, स्वरोजगार के द्वारा विद्यार्थी अपने आगामी भविष्य की रचना करते है। कॅरियर अवसर मेला के द्वारा रोजगार के अवसर एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना शासन का नवाचार है। रोजगार के विषय में महाविद्यालय पर भी हेल्पसेन्टर बनाने की पहल होनी चाहिए।
डाॅ. जी.एस. रोहित प्राचार्य एवं अतिरिक्त संचालक ने कहा कि विभाग की मंशा ऐसे आयोजनों के द्वारा यह है कि विद्यार्थी न केवल रोजगार प्राप्त करे बल्कि रोजगार देने वाले बने। स्थानीय स्तर की आवश्यकता को ध्यान में रखकर स्थापित उद्योगों में सफलता मिलती है अतः शोध परक कार्यों द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं को पता करके उद्योग स्थापित करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि उद्योगपति जितेन्द्र सिंह चावला ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि उद्योगों पर 40 प्रतिशत सबसिडी दी जा रही है। प्रतिवर्ष 10 प्रतिवर्ष विल्डिंग मटेरियल पर भी दी जा रही है जो पहले नहीं दी जाती थी। इससे उद्योगों को भी विकास के अवसर प्राप्त होंगे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. रंजना मिश्रा तथा आभार डाॅ. अमर कुमार जैन जनभागादारी प्रभारी ने किया।
कार्यक्रम में जनभागीदारी सदस्य ज्वाला खटीक, नरेन्द्र कोष्टी, सुरेश जाटव, सिंटू कटारे, मनीष जैन, नितिन पचैरी, आकाश तिवारी सहित महाविद्यालय परिवार के डाॅ. प्रवीण शर्मा, डाॅ. गोपा जैन, डाॅ. संजीव दुबे, डाॅ. नीलिमेश वर्मा, डाॅ. सुभाष हर्डीकर, डाॅ. उमाकांत स्वर्णकार, डाॅ. इमराना सिद्दीकी, डाॅ. सरोज गुप्ता, डाॅ. संदीप सबलोक, डाॅ. आशीष द्विवेदी सहित सभी प्राध्यापक उपस्थित थें।
इन विभागों ने लगाये मेले -
1. आयुष विभाग, 2. मत्स्य विभाग, 3. कृषि विभाग, 4. जेल विभाग, 5. सांची दुग्ध संघ
स्वरोजगार में बुटिक इंकमीडिया, मनोविज्ञान के द्वारा रोजगार, कैटरिंग के द्वारा रोजगार इत्यादि कुल 26 स्टाॅल में जानकारी दी गयी
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खेल स्टेडियम के निर्माण कार्य का शिलान्यास ,80 लाख से बनेगा

 खेल स्टेडियम के निर्माण कार्य का शिलान्यास  ,80 लाख से बनेगा

सागर। सागर विधानसभा क्षेत्र मे बहुप्रतीक्षित खेल स्टेडियम निर्माण कार्य का शिलान्यास  सांसद राज बहादुर सिंह, विधायक शैलेन्द्र जैन एवं नरयावली विधायक प्रदीप लारिया के कर कमलों से संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि पिछली भाजपा प्रदेश सरकार के कार्यकाल में विधायक शैलेन्द्र जैन द्वारा लगभग राशि 80 लाख की लागत से इस स्टेडियम की स्वीकृति कराई गई थी, परन्तु शासन बदलने के बाद अनेकों अलंगें एवं कमियाँ स्टेडियम के निर्माण कार्य में डाल दी गई।  परंतु विधायक शैलेंद्र ने निरंतर लड़कर एवं अड़कर इस स्टेडियम का टेंडर कराकर कार्य प्रारंभ करा दिया है। शिलान्यास अवसर पर सांसद राजबहादुर सिंह ने  कहा कि, विपरीत परिस्थितियों में भी इस तरह के जटिल कार्य को संभव करने का काम हमारे विधायक शैलेंद्र जैन जी ने किया है। पिछली प्रदेश सरकार में स्वीकृत कार्यों को वर्तमान सरकार द्वारा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और विकास की गति लगभग रुक गई है। उन्होंने कहा कि हम सभी एक अच्छे खिलाड़ी हैं और हमारी खेलों की उन्नति के लिए हम सदैव प्रयासरत रहते हैं
 विधायक शैलेन्द्र जैन ने  कहा कि, विधानसभा क्षेत्र के लोगों को इस स्टेडियम का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चैहान एवं तत्कालीन पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री माननीय पं. गोपाल भार्गव जी द्वारा मध्यप्रदेश की प्रत्येक 230 विधानसभा क्षेत्रों में स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया गया था। वास्तव में यह एक बहुत बड़ा कदम था परंतु उसमें ग्रामीण क्षेत्र होना अनिवार्य किया गया था। सागर विधानसभा में ग्रामीण क्षेत्र में जमीन बड़ी मुश्किल से मिली है, इस कारण हमें इस स्टेडियम का निर्माण कराने में थोड़ा समय लगा। कार्यक्रम को नरयावली विधायक प्रदीप लारिया जी ने संबोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले विधायक शैलेंद्र जी को धन्यवाद देता हूॅ। इस क्षेत्र में विधायक जी ने स्टेडियम निर्माण कार्य का शिलान्यास किया है। यहां पर खेलों के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है, परंतु भाजपा सरकार द्वारा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक विधानसभा में खेल स्टेडियम निर्माण कराये जाने की स्वीकृति दी थी। उन्होंने कहा कि इस स्टेडियम के निर्माण के बाद स्थानीय नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वह इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ निभाए। कार्यक्रम का संचालन विक्रम सोनी ने किया एवं आभार  यश अग्रवाल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में श्याम तिवारी, जगन्नाथ गुरैया, राजेश सैनी, अनिता अहिरवार, याकृति जड़िया, वृंदावन अहिरवार, राम सिंह अहिरवार, सोनू उपाध्याय, धर्मेंद्र खटीक, वीरू मालथौन, बाल किशन सोनी, सरोज साहू, डेलन अहिरवार, विशाल खटीक, केशव पटेल, सुबोध पाराशर, मोनू जैन, सीताराम पंचकोडी, राजकुमार पटेल, कन्हाई पटेल, रविंद्र वर्मा, कमला यादव, डॉ दशरथ मालवीय, रिंकू राज, अमित भट्ट, रामेश्वर नामदेव, पराग बजाज, नंदलाल सचदेवा, रितेश मिश्रा, मनीष चैबे, नरेश धानक, शेरा जैन, अखिलेश घोषी, राजू घोषी, प्रकाश पटैल, डॉ प्रदीप पाठक, प्रभु साहू, नितिन सोनी, प्रशांत जैन, निखिल अहिरवार सहित बड़ी सेख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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स्वदेशी ज्ञान और प्रामाणिक प्रथाएं पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, राज्यसभा सदस्य डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे करेंगे उद्घाटन

स्वदेशी ज्ञान और प्रामाणिक प्रथाएं पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, राज्यसभा सदस्य डॉ. विनय  सहस्त्रबुद्धे करेंगे उद्घाटन

सागर। डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि के स्वदेशी ज्ञान अध्ययन केन्द्र एवं मानव विज्ञान विभाग के
संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन  "स्वदेशी ज्ञान एवं प्रामाणिक प्रथाये   विषय पर तथा पारम्परिक चिकित्सा पद्धति शिविर का आयोजन  27 से 29 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्घाटन श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिन्धिया स्वर्ण जयन्ती सभागार में प्रातः 10.00 बजे से मुख्य अतिथि डॉ. विनय प्रभाकर सहस्त्रबुद्धे, अध्यक्ष, भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद्, भारत एवं राज्यसभा सदस्य तथा अतिथि  सांसद  राज बहादुर सिंह, एवं  शैलेन्द्र जैन, विधायक के द्वारा सम्पन्न होगा।  जिसकी अध्यक्षता कुलपति
प्रो. राघवेन्द्र पी. तिवारी करेंगे।
इस सम्बंध में विवि के कुलपति प्रो आर पी तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय में वैदिक संस्कृति के अन्तर्गत अन्य विषयों पर भी अनुसंधान किया जा रहा है जिसमें वैदिक गणित भारत के गणिक सीखने की पुरानी विधा मानी गई है जिसका सम्पूर्ण ज्ञान 16 सूत्रों में समाया हुआ है। यह गणित को हल करने की सबसे सरल विधि है जिसे अथर्व वेद एवं अन्य वेदों से निकाला गया है। इस प्रकार के प्रमुखविषयों पर अध्ययन करने वाला देश भर के केन्द्रीय विश्वविद्यालय में सागर पहला विश्वविद्यालय बन गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विगत दिनों वेदान्त से जुड़े ऋचाओं, सूत्रों एवं परम्पराओं पर राष्ट्रीय संगोष्ठी, कार्यशाला, व्याख्यान किये गए हैं जिसके विद्वानों के उद्बोधनों को संग्रहीत करके प्रकाशित किया जायेगा।
देश विदेश के विद्वान आएंगे
समन्वयक एवं अध्ययन केन्द्र के प्रभारी प्रो. काशी कैलाश नाथ शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में न सिर्फ देश बल्कि
विदेश के विद्वान आयेंगे। विदेश के पारम्परिक चिकित्सक श्रीलंका के अशोक करूणारथना एवं ववेला अप्पूहामलेज, युगांडा के डॉ. यहाया सेकेज्ञा तथा दक्षिण अफ्रीका के हसन ओ. काया शामिल हो रहे हैं। वॉटरमैन ऑफ इंडिया के नाम से जाने जाने वाले पद्मश्री श्री राजेन्द्र सिंह राजस्थान, प्रो. के. सी. मल्होत्रा, नोएडा, प्रो. वृषभ प्रसाद जैन, वर्धा, महाराष्ट्र,एम.एल.नायक, रायपुर, छत्तीसगढ़, प्रो. जी. हरिमूर्ति, बैंगलौर, तमिलनाडु, प्रो. सी.एस.एस. ठाकुर, जबलपुर, मध्यप्रदेश, प्रो. गौतम क्षत्रिय नई दिल्ली, प्रो, अजीत कुमार दास, सिलचर, असम, प्रो. प्रेमानन्द पण्डा, सम्बलपुर, उड़ीसा, प्रो. बी .के .तिवारी,शिलॉग, मेघालय, प्रो. अभिक घोष, चण्डीगढ. पंजाब, डॉ. आर.एन. शर्मा, अम्बिकापुर , छत्तीसगढ़ एवं उत्कल
सांस्कृतिक  विश्वविद्यालय, भुबनेश्वर के कुलपति प्रो. बी. के. त्रिपाठी का व्याख्यान होगा। इनके उल्लेखनीय कार्योंके लिए इनके साथ-साथ विश्वविद्यालय के प्रो. एस. के. व्यास, प्रो. संजय कुमार जैन को सम्मानित किया जायेगा। इस तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 45 विद्वानों ने अपनी सहमति दर्शायी है। सम्पूर्ण तकनीक सत्र पुस्तकालय सभागार में प्रतिदिन प्रातः 9.30 बजे से 6.00 बजे के बीच सम्पन्न होगा।
चिकित्सा शिविर भी लगेगा
इसके साथ-साथ देश एवं विदेश के लगभग 55 पारम्परिक चिकित्सकों द्वारा विश्वविद्यालय के गौरसमाधि प्रांगण में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन जनमानस के लिए किया जा रहा है जिसका उद्घाटन 27फरवरी 2020 को 12.30 बजे होगा। उसके पश्चात् यह आगामी दिवसों के लिए प्रातः 8.00 बजे से सांय 5.30 बजे तक खुला रहेगा। पूर्व में भी इस केन्द्र द्वारा तीन बार
विश्वविद्यालय प्रांगण में तीन बार, भाग्योदय अस्पताल में एक बार तथा चकराघाट में एक बार लगाया जा चुका है। जिसकी जनमानस द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई थी तथा उनके द्वारा पुनः इस प्रकार का आयोजन करने का
अनुरोध किया गया था। इस शिविर में विभिन्न रोगों का उपचार पारम्परिक चिकित्सा पद्धति से इन चिकित्सकोंद्वारा किया जायेगा। इस शिविर में आँखों की सफाई करने वाले पारम्परिक चिकित्सक भी आ रहे हैं। ये चिकित्सक पूर्व के शिविरों में काफी लोकप्रिय हुए थे। इनकी पारम्परिक चिकित्सा पद्धति को भारत सरकार केआयुष मंत्रालय द्वारा अनुमोदित कर स्थानीय पारम्परिक चिकित्सकों को पुरूत्साहित किया जा रहा है। 
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