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डॉ शरद सिंह बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित

डॉ शरद सिंह बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित
सागर। सागर नगर की वरिष्ठ लेखिका, स्तम्भकार एवं 'पिछले पन्ने की औरतें', 'कस्बाई सिमोन' आदि अपने उपन्यासों के लिए देश-विदेश में चर्चित कथाकार डॉ (सुश्री) शरद सिंह को झांसी, उत्तर प्रदेश  में 28 फरवरी से 01 मार्च 2020 को आयोजित होने जा रहे प्रथम 'बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल-2020' में हिन्दी साहित्य पर चर्चा के लिए स्पीकर के रूप में आमंत्रित किया गया है। जहां वे हिंदी आलोचना जैसे विषयों पर अपने विचार साझा करेंगी। उल्लेखनीय है कि डॉ शरद अब तक चंडीगढ़, अजमेर, लखनऊ, इन्दौर, जयपुर, दिल्ली आदि लिटरेचर फेस्टिवल्स में बतौर स्पीकर साहित्य पर महत्वपूर्ण चर्चाएं कर चुकी हैं। बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल -2020 का आयोजन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी का हिन्दी विभाग एवं बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल सोसायटी द्वारा किया जा रहा है।
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मुलजिम को लेकर झारखंड जा रही गुजरात पुलिस वाहन से कार की टक्कर,एक दर्जन घायल

मुलजिम को लेकर  झारखंड जा रही गुजरात पुलिस वाहन से कार की टक्कर,एक दर्जन घायल
#दोनो वाहनों के आधा दर्जन पुलिस कर्मी और अन्य घायल
#शादी समारोह में जा रही दमोह कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष की 

सागर।मुलजिम को लेकर झारखंड ले जा रही गुजरात पुलिस वाहन से सागर दमोह रोड पर एक  सेंट्रो कार में जबरदस्त भिड़ंत हो गई। जिसमें करीब एक  दर्जन लोग घायल हैं। 
घायलों को गढ़ाकोटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमे पुलिस कर्मी और आरोपी भी शामिल है।सेंट्रो वाहन दमोह के पिछड़ा वर्ग काँग्रेसा के अध्यक्ष की है।
गुजरात पुलिस  आरोपी राजू डीमर को एक मामले की जांच के लिए इनोवा कार से झारखंड जा रही थी । तभी सामने से आ रही सेंट्रो कार ने उन्हें जोरदार टक्कर  मार दी ।सैंटरो कार जबलपुर की ओर से विपरीत दिशा में आ रही थी । जिसके कारण यह हादसा हुआ टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इनोवा कार के दोनों एयरबैग खुल गए जबकि सामने आ रही सेंट्रो कार सड़क से  20 फीट दूर जा गिरी। आसपास के लोगों ने कार से घायलों को निकाल कर उन्हें 108 से अस्पताल भिजवाया मौके पर पहुंची पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार को सड़क से हटाकर किनारे लगाया।  सैंटरो कार दमोह जिला के  पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष की बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दमन पुलिस के साथ एक महिला अधिकारी भी मौजूद थी जो कि कार के आगे बैठी थी उसे पैर में गंभीर आई हैं।दोनों ओर से घायलों में दमोह के माजिद खान,तालिब,सद्दाम,शोहेल,गोलू,परवेज ,अजहर को गंभीर चोट आई वही दमन पुलिस के दया भाई, भाविका,अमित,जोनल सहित मुलजिम राजू डीमर को भी चोटे पहुँची है।दुर्घटना ग्रस्त गाड़ियों में सवार सभी लोगो की उम्र 25 से 30 वर्ष है।
ASP  विक्रम सिंह के अनुसार इसमे दोनो वाहनों के लोग घायल हुए है । सेंट्रो कर ड्राईवर की लापरवाही सामने आई है ।मॉमला दर्ज कर लिया है।
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एसपी स्क्वाड ने पकड़ा जुआ ,17 जुआड़ियों से जब्त किए डेढ़ लाख नगद

एसपी स्क्वाड ने पकड़ा जुआ ,17 जुआड़ियों से जब्त किए डेढ़ लाख नगद

सागर। पिछले कुछ समय से  थाना गढ़ाकोटा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रेंगुवा- रमना  रोड ग्राम खेजरा के समीप आरोपी फिरोज खान द्वारा बड़े स्तर पर जुआ खिलाने की सूचना मिल रही थी ।
 पुलिस अधीक्षक सागर  अमित सांघी  द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  बीना  विक्रम सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर थाना  गढ़ाकोटा क्षेत्र अंतर्गत रेंगुवा- रमना रोड ग्राम खेजरा स्थित खेत में जुआ फड़ पर रेड कार्यवाही की गई।
मौके से कुल 17 आरोपियों को स्पेशल टीम द्वारा गिरफ्तार कर  उक्त आरोपियों से करीब 01लाख 51 हजार  300 रुपए  नगद, 18 मोबाइल फोन,  दो मोटरसाइकिल, दो फोर व्हीलर( एक गामा, एक रेनॉल्ट क्विड कार),  ताश पत्ती सहित जप्त कर  जुआ एक्ट के तहत  गढ़ाकोटा थाने में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। 
पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित की विशेष टीम द्वारा कार्यवाही की गई है जिसमें S.I.  अरविंद सिंह, शिवम कटारे,  हेमंत रैकवार, आकाश, प्रशांत अहिरवार, रविंद्र, दीपेश, दीपक,  बृजेश, विकास, बृजेंद्र, अतुल, राजबहादुर,एवं अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा कार्यवाही की गई|
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अपराधशास्त्र की शिक्षा सार्वभौमिक न्याय के लिये : कुलपति प्रो. मेहराजुद्दीन मीर

अपराधशास्त्र की शिक्षा सार्वभौमिक न्याय के लिये:कुलपति  प्रो. मेहराजुद्दीन मीर
सागर। अपराधशास्त्र एवं न्यायिक विज्ञान विभाग, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर द्वाराआयोजित 42 वा अखिल भारतीय अपराधशस्त्र में सम्मेलन के समापन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. मेहराजुद्धीन मीर, कुलपति कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने कहा  है कि अपराधिक न्याय व्यवस्था में यह नितान्त आवश्यक है कि मामलों का निराकरण अतिशीघ्र किया जावें जिससे पीड़ित व्यक्ति को समय पर न्याय मिल सके।अपराधशास्त्र की शिक्षा सार्वभौमिक न्याय को स्पष्ट करती है अतः अपराधिक न्याय प्रशासनको अपराधशास्त्र के सैद्धान्तिक ज्ञान को अपने व्यवहार रूप में उपयोग करना चाहिये।

अपराध नीति पाठ्यक्रमो में शामिल हो:प्रो चौहान

समापन सत्र के विशिष्ट अतिथि प्रो. बलराज चौहान, कुलपति, धर्मशस्त्र नेशनल लॉ
यूनिवर्सिटी जबलपुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधशास्त्र की शिक्षा द्वारा
मिलने वाले न्याय से समाज में सुखद वातावरण बनता है, समाज में निर्धारित होने वाली जन
कल्याणकारी लोक योजनाओं में अपराधशास्त्र विषय का व्यवाहरिक उपयोग किया जाना चाहिये जो कि समाज के सुखद एवं विधिमार दृष्टिकोण को प्रस्तुत करता है। आज के समय कीआवश्यकता है कि अपराधशास्त्र विषय में अपराधिक कानूनों के साथ-साथ लोक नीतियों सेसंबंधित विषयों एवं अपरधिक नीति जैसे-विषयों को पाठयक्रम में शामिल किया जाना चाहिये। भारत वर्ष में वर्तमान में लगभग तीन करोड मामले न्यायालय में लम्बित है जिससे पीड़ितो कोन्याय मिलने में विलम्ब होता है। मामलों के शीघ्र निराकरण हेतु अपराधशास्त्र विशेषज्ञों कासहयोग लिया जाना आवश्यक है।

विषय का उपयोग हो: कुलपति

सागर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. तिवारी ने समापन सत्र की अध्यक्षता करते
हुए कहा कि अपराधशास्त्र एक व्यवाहरिक विषय है जिसका समाज में अधिक से अधिक
उपयोग होना चाहिये। एवं कुलपति ने इस राष्ट्रीय सम्मेलन में पधारे हुए समस्त अपराधविज्ञानियो एवं सहभागियों का अभिनन्दन करते हुए हार्दिक साधुवाद प्रस्तुत किया।
समापन सत्र के दौरान प्रो. माधवा सोमा सुन्दरम, चैयरमेन, इण्यिन सोसायटी ऑफ क्रिमिनोलॉजी
ने बेस्ट रिसर्च पेपर अवार्ड की घोषणा की। एवं विजेता विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा गोल्ड
मेडल, सिल्वर मेडल एवं प्रशस्ति भेंट कर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में कुलपति  प्रो. तिवारी द्वारा अतिथियों का शाल श्रीफल से सम्मानकिया गया। 
अंतिम सत्र में हुए व्याख्यान
कान्फ्रेंस के तीसरे एवं अंतिम दिन सामान्य सत्र के दौरान प्रो. बलराज चौहान नेअपराधशास्त्र सार्वभौमिक कल्याण के लिये विषय पर अपना मार्गदर्शीय व्याख्यान प्रस्तुत किया।प्रो. ममता पटेल विभागाध्यक्ष अपराधशास्त्र एवं न्यायिक विज्ञान विभाग, कॉन्फ्रेंस आयोजकसचिव ने कान्फ्रेंस में पधारे हए समस्त अतिथियों एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त किया ।
तकनीकी सत्र में प्रो. मेहराजुद्धीन मीर, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, कश्मीर ने नवीन नीतियों
एवं पीडितो के विषय पर अपराधी व्यक्ति के लिये कानून विषय पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत
किया ।इस सत्र के दौरान पीडित व्यक्ति के अधिकार एवं न्याय के लिये न्याय व्यवस्था का
योगदान विषय पर डॉ मुकेश कुमार चौरसिया ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। जिसमें निशुल्क
विधिक सेवा के योगदान विषय पर महत्वपूर्ण तथ्यात्मक जानकारी प्रस्तुत की गई।एक अन्य तकनीकी सत्र में भी सुधीर साही अतिरिक्त पुलिस महानिर्देशक कारागारमध्यप्रदेश ने कारागारों के लिये सुधारात्मक कार्यक्रम विषय पर विश्लेषणात्मक एवं तथ्यात्मकजानकारी प्रस्तुत की जिसमें उन्होने बंदियों के लिये जेल में चलने वाले सुधारात्मक कार्यक्रमों जैरो- अनुशासन, शिक्षा, परामर्श, निर्देशन, व्यवासायिक प्रशिक्षग, योगशिक्षा, सामाजिक
सांस्कृतिक मूल्यों की शिक्षा विषय पर अपने विचार याक्त किये सुधारात्मक संस्थायों ने
सुधारात्मक प्रशासन अन्र्तगत अधिकारी एवं कर्मचारियों की सीमित संख्या योजनाओं को प्रभावीढग से लागू करने में बाधक होती है। राष्ट्रीय स्तर पर किये गये सर्वेक्षण से ज्ञात होता है कि50 हजार कैदियों की पर केवल छ: सौ कारागर अधिकारी कर्मचारी तैनात है। कारागारों के संस्थागत सुधार एवं सहयोग विषय पर तकनीकि सत्र में डॉ शिवा प्रसाद रानी चेंनम्मा
युनिवर्सिटी त्रिवेली ने सत्र को चयन किया एवं डॉ. दीपक गुप्ता सागर विविद्यालय ने कोचेयर
का दायित्व संभाला इससत्र में कारागार, सुधार एवं पूर्नावास विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत किये
गये। कान्फ्रेंस के दुसरे दिन तकनीकि सत्र में आर्थिक अपराधो के लिये आतरिक सुरक्षा प्रवध
विषय पर संचालित होने वाले सत्र के दौरान प्रो. आर एन. मंगोली कर्नाटक युनिवर्सिटी धारवाड़
ने चेयर एवं डॉ. मुकेश चौरसिया सागर विश्वविद्यालय कोचेयर का दायित्व संभाला जिसमेंनारकोटिक ड्रग, हयूमन ट्राफिकींग, आंतगवाद आदि विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किये गये।प्रो. ममता पटेल विभागाध्यक्ष अपराधशास्त्र एवं न्यायिक विज्ञान विभाग, कॉन्फ्रेस आयोजकसचिव ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में देश एवं विदेश से लगभग 200 सहभागी एवं विषय विशेषज्ञ शामिल हए कॉन्फ्रेंस के दौरान कुल 70 शोध पत्रों का प्रस्ततीकरण किया गया। यहहम सभी के लिये गौरव का विषय है कि कॉन्फ्रेस का मुख्य विषय अपराधशास्त्र का ज्ञानसार्वभौमिक कल्याण के लिये की सभी ओर सराहनीय की गई एवं शोध पत्रो से प्राप्त होनेवाले निष्कर्ष को पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो ग्रह मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषितकिया जावेंगा।
इनकी रही हिस्सेदारी
कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से प्रो. एन. प्रभा उन्नीथन, यू.एस.ए. प्रो. बलराज चौहान कलपति धर्मशास्त्रनेशनल लॉ युनिवर्सिटि जबलपुर, प्रो. मेहराजुद्वीन मीर कुलपति कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय कश्मीर प्रो. माधवा सोमा सुन्दरग मनोमेनियम सुन्दरनार युनिवर्सिटि त्रिनेलवेली तमिलनाडु, प्रो.अरविंद तिवारी टाटा इंस्टीटूयट ऑफ सोसल साइंस नुम्बई, प्रो. जी.एस.वाजपेई कुलसचिवनेशनल लॉ युनिवर्सिटि नई दिल्ली प्रो. आर.एन.मंगोली धारवाड़, प्रो. मनसोली धारवाड़, डॉ.सयैद उगर त्रिनेलवेली. डॉ. स्वीकार लामा जोधपुर, श्री अभिषेक अवध अहमदाबाद सागरविश्वविद्यालय से प्रो. आर. पी. मिश्रा डीन, स्कूल ऑफ एप्लाइंड साइसेंस, प्रो. ए.एन.शर्मा डीनऑफ एकेडमिक अफेयर, प्रो. देवाशीष बोस, डॉ.नवजोत कौर कनवल, डॉ. राजेश सिंह यादव डॉ.वंदना विनायक, डॉ. महेन्द्र कर्णा, डॉ. दीपक गुप्ता, डॉ. विवेक मेहता, डॉ. मुकेश चौरसिया,सुनील जर्मन, पंकज चौबे, रूपेश उपाध्याय, समस्त विभागीय शोधार्थी एवं स्नातक स्नाकोत्तर छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।
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भार्गव पर पलटवार, मामा के जमाने में शराब दुकानों पर "बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था"के बड़े बोर्ड लगे रहते थे-भूपेन्द्र गुप्ता

भार्गव पर पलटवार,
मामा के जमाने में शराब दुकानों पर "बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था"के बड़े बोर्ड लगे रहते थे-भूपेन्द्र गुप्ता 

भोपाल। मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष के बयान जिसमें उन्होने मुखँयमंत्री को माफिया का मसीहा बताया था को हलका बताते हुये भार्गव से पूछा है कि ऐसा बयान देते हुये उन्हें थोड़ा तो संकोच होना चाहिये था।गुप्ता ने भार्गव से सवाल किया कि उनका अपने पूर्व मुख्यमंत्री के बारे में क्या खयाल है जो रेत माफिया,खनन माफिया व्यापम कांड,नर्मदा यात्रा घोटाला,छात्रवृत्ति घोटाला,डंपर कांड के माफियायों पर एक साथ मसीहाई कर रहे थे।उनके समय में तो भगवान तक को नहीं छोड़ा गया।सिंहस्थ की जांच चल रही है।
 शराब नीति में 15 साल पहले वाले प्रदेश में ले जाने का सवाल उठाते समय आपको स्मरण ही होगा कि आपके ही राज में दारू की हर दुकान पर "बैठकर पीने की उत्तम व्यवस्था"के बड़े बड़े बोर्ड लगे रहते थे।तब आपको युवाओं के भविष्य का ख्याल नहीं आया।उस समय बेरोजगारी चरम पर थी क्या प्रदेश को प्रगतिशील बनाने की आपकी यही शुरूआत थी।
गुप्ता ने कहा कि श्री भार्गव निश्चिंत रहें प्रदेश आज भी शांति का टापू है जब भाजपा की नीतियों से देश धधक रहा है तब मप्र में शांति है।
इंदौर जैसे सुंदर शहर को जिन माफियायों ने जकड़ रखा था तथा जिन्हें आपके नेताओं का संरक्षण था कमलनाथ सरकार उन्हें सींखचों तक पहुंचा चुकी है।आप एक प्रगतिशील नेता हैं आपसे अपेक्षा है कि भविष्य में इस तरह के बयान दें तो इन बातों पर अवश्य सोचेंगे।
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भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प की मण्डल परिचर्चा--"बढ़ती नास्तिकता : कारण और निवारण पर

भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प की मण्डल परिचर्चा--"बढ़ती नास्तिकता : कारण और निवारण पर
सागर। भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प की "जाह्नवी मंडल "की संयोजक डॉ अनुपमा कौशिक द्वारा मण्डल परिचर्चा
विषय --"बढ़ती नास्तिकता : कारण और निवारण" का आयोजन किया गया।संगठन गीत के साथ परिचर्चा का शुभारंभ  परिचर्चा प्रवर्तक डॉ शशि ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज के परिपेक्ष्य में हमारे बच्चों एवं युवाओ में  नास्तिकता दीमक की तरह संस्कारो को समाज और देश को खोखला कर रही है । यह सभी के लिए बहुत सोचनीय विषय है। हमें सिर्फ अपनी सोई शक्ति को वीर हनुमान जैसी जगाने की आवश्यकता है ।डॉ ज्योति चौहान जी ने कहा कि हमारे सुकर्मों द्वारा ही आत्मा कि शुद्धि ही सही आस्तिकता है ।आज विवेकानंद की तरह युवाओं को कर्मयोगी बनने की आवश्यकता है।डॉ उषा मिश्रा ने कहा कि सबसे पहले हमारे समाज में परिवारों में ,स्कूल के पाठ्यक्रमों में धर्म की शिक्षा बड़ी व्यापक एवं तथ्यात्मक दी जाती थी। पेरेंट्स बच्चों को धर्म और अध्यात्म की वैज्ञानिकता समझाते थे। डॉ कृष्णा गुप्ता ने कहा कि संयुक्त परिवार में संस्कारों को जिया जाता था अब परिवारों में ये बहुत बड़ी कमी आ चुकी है । कविता के माध्यम से सुंदर तरीके से कृष्णा जी ने आस्तिक होने के महत्व को समझाया। राजश्री दवे ने कहा कि युवा पीढ़ी को श्रेष्ठ व संस्कारित करने में पारिवारिक ढाँचा महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है । श्रीमती शैलबाला सुनरया ने कहा कि पंडितो ने हिन्दू धर्म को आडंबर से जोड़ कर सभी को बहुत भ्रमित किया है । श्रीमती स्मिता गोडबोले ने कहा कि हम सभी को  धर्म के नाम पर होने वाली दोहरी भूमिका वाली बातें परेशान करती हैं और आस्था को कम करती हैं।
श्रीमती संध्या दरे ने कहा हम आज की पीढी के सामने धर्म के तथ्यपूर्ण उदाहरण और धर्म को विज्ञान से जोड़कर प्रस्तुत करेंगे तो आज के युवा उसे सरलता से आत्मसात करेंगे। श्रीमती आराधना रावत ने कहा कि हमारे घरों में हिन्दू परम्पराओं का निर्वहन अच्छे तरीके से हो इसके लिए सबको गम्भीरता से सोचना होगा तब इसका प्रभाव सकारात्मक होगा। श्रीमती पूनम मेवाती ने कहा आस्तिक और नास्तिक होने में हमारा ही दोष है क्योंकि हम जहां चिंतन से बचते हैं तो हम अपनी भावी पीढ़ी को कैसे समझ पाएंगे। श्रीमती मनीषा मिश्रा ने कहा कि गर्भ में एवं जन्म के साथ ही बच्चों में अच्छे संस्कार पड़ जाते है ये बात बहुत ध्यान रखने योग्य है।घर का वातावरण बहुत अच्छा हो तभी संस्कारों का प्रभाव पड़ता है। श्रीमती प्रीति शर्मा ने कहा कि पहले हम स्वयं धर्म को सही रूप में जाने । श्रीमती रूपा राज ने कहा कि मीडिया के द्वारा फैलाई जा रही गलत बातो को वही रोक देना चाहिए। श्रीमती वर्षा तिवारी ने कहा कि हमारी संस्कृति पूरे विश्व में समृद्धशाली है इसे और मजबूत करना हमारा परम लक्ष्य होना चाहिये।श्रीमती उर्वशी लोधी  ने कहा कि बालकों में बचपन से ही धर्म के प्रति ज्ञान और जागरूकता जैसी आदतों का शुमार होना ही हमारी सही तपस्या है।श्रीमती माया जायसवाल ने कहा कि हमें लकीर के फकीर नही बल्कि तथ्यों के साथ धर्म को बढ़ाना चाहिए हमारे बच्चे ही देश का भविष्य हैं।संगठन मंत्र के साथ परिचर्चा पूर्ण हुई । श्रीमती अनुपमा कौशिक जी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी बहिनों से आग्रह है कि हमें सुबह और सायंकाल आरती के वक्त जो भी मंदिर पास हो वहाँ पहुंचना चाहिए. कुछ मंदिर हैं देश में जहां लोग घण्टों दर्शन के लिए लाइन लगी रहती है, पर हमारे आसपास के मंदिरों की बात करें तो हालात बहुत बुरे हैं. वहाँ आरती के वक्त झालर, शंख, नगाड़ा बजाने को लोग नहीं होते हैं. कुछ लोगों ने  इलेक्ट्रिक मशीनें रख ली हैं.शंख, झालर के वैज्ञानिक महत्व को हम नहीं जानते ,यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है ?कोई इस पर विचार नहीं करता कि कहने को हम करोड़ों हैं, पर मंदिरों में आरती के वक्त 4-5 लोग भी नहीं पहुँच पाते. इसी कारण मोहल्ले वाले भी एक दूसरे को पहचान नहीं पाते और एकता की कमी देखी गई है।  मिलने मिलाने से विचारों का आदान प्रदान भी होता है तथा राम-राम भी हो जाती है। कम से कम ये बात हम अपने बच्चों को तो सिखा सकते हैं।इस पर विचार होना चाहिए।हमारे संस्कार और मंदिर ही हैं जो हमें एक दूसरे से जोड़ने में सहायक हो सकते हैं ।आओ प्रयत्न करें। अपने व्यस्त समय में से कुछ समय धर्म की रक्षा राष्ट्र की एकता, अखंडता अपने संस्कारों हेतु निकालें । संगठन मंत्र से परिचर्चा सम्पन्न हुई।
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रिटायर डी.एस.पी. को बीमा के नाम पर ठगने वाले गिरोह का खुलासा,तीनगिरफ्तार

रिटायर डी.एस.पी. को बीमा के नाम पर ठगने वाले गिरोह का खुलासा,तीनगिरफ्तार

सागर ।रिटायर डी.एस.पी.। मदनमोहन तिवारी को बीमा केनाम पर ठगने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता पाई है।
पुलिस के मुताबिक  शिवाजी वार्ड थाना गोपालगंज जिला सागर मदन मोहन तििवारी ने के द्वारा शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया कि वर्ष 2019 में आरोपीगणोद्वारा आवेदक को बीमा में अधिक लाभ दिलाने का लालच देकर खाते में लगभग 5 लाख रूपये जमा करवाये गये थे। जिसपर से थाना गोपालगंज में अप,क.325/19 धारा 420 ता.हि. का अपराध पंजीबद्ध है।प्रकरण में आरोपियों द्वारा फरियादी को पुनः फोन कर हडपी गई राशि वापिस किये जाने हेतु  एक लााख की किस्त जमा करने का
कहा गया जिस पर आवेदक द्वारा पुलिस अधीक्षक जिला सागर के समक्ष उपस्थित होकर
आवेदन प्रस्तुत किया कि अज्ञात आरोपियों द्वारा हडपी गई राशि वापस किये जाने हेतु पुनः
01 लाख रूपये की किस्त जमा करने हेतु पुनः फोन किये जाने के संबंध में आवेदनदिया गया है । 
प्रकरण के संदेहियो को पकडने हेतु पुलिस अधीक्षक श्री अमित्त सांधी के निर्देशन में. अति पलिस अधीक्षक सागर विकम सिह के मार्गदर्शन में उक्त अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी जानकारी एकत्रित किये जाने हेतु साईबर सेल जिला सागरसे आरक्षक अमित शुक्ला एवं अमर तिवारी को लगाया गया ।उक्त जांच में अति पुलिस अधीक्षक सागर के मार्गदर्शन में साईबर सेल टीमद्वारा उक्त जांच से संबंधित बैंक खातो एवं मोबाइल नंबर की जानकारी एकत्रित कर
,अनावेदको के बैंक खातो की जानकारी बैंको के माध्यम से प्राप्त कर एवं सीडीआर कोविश्लेषण किया गया। 
दिल्ली /हरियाणा के आरोपी
प्राप्त जानकारी के आधार पर गिरोह के सदस्यो द्वारा दिल्ली एवंहरियाणा से गिरोह का संचालन किया जाना पाया गया, अज्ञात गिरफ्तार किये जाने हेतु विशेष टीम का गठन कर टीम को दिल्ली,हरियाणा रवाना किया गया। विशेष टीम द्वारा। आरोपी  मो. अजरूदीन पिता शेख अब्दुल रहमन उम्र 26 साल निवासी नरेला दिल्ली, शैलेन्द्र पिता प्रेमचंद चौहान उम्र 30 निवासी खेड़ा कला नई दिल्ली, अमित कुमार।
पिता ओमप्रकाश उम्र 30 साल निवासी सोनपथ हरियाणा उक्त आरोपियों की गिरफ्तार किया गया है।
इनकी रही भूमिका सराहनीय
पुलिस की इस सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गोपालगंज नर्मदा प्रसाद दायमा, उ.नि. धर्मेन्द्र सिंह यादव, आर 117 जनक थाना गोपालगंज एवं साईबर सेल टीम। से आरक्षक अमित शुक्ला एवं अमर तिवारी का प्रमुख योगदान रहा पुलिस अधीक्षक द्वारा।सभी को नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की गई।

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सागर जैन समाज विदिशा पहुँचकर मुनिसंघ को श्रीफल अर्पण कर सागर पधारने हेतु निवेदन किया

सागर जैन समाज विदिशा पहुँचकर मुनिसंघ को श्रीफल अर्पण कर सागर पधारने हेतु निवेदन किया
सागर। सकल दिगम्बर जैन समाज सागर के श्रेष्ठिजन ने विदिशा में विराजमान पूज्य मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज ससंघ, पूज्य मुनिश्री प्रसाद सागर जी महाराज ससंघ को श्रीफल समर्पित किया एवं दर्शन कर आशीर्वाद लिया। 
मुनिसेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि सभी समाज सेवी 24 फरवरी को सुबह 9 बजे सागर से अपने-अपने वाहनों से विदिशा पहुंचे जहां पर सामूहिक रूप से श्रीफल समर्पित कर मुनिसंघ को सागर आने के लिए निवेदन किया।मुनि श्री प्रमाण सागर महाराज का दोपहर बाद विदिशा से गंज बासौदा की ओर विहार हो गया।
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