हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास ,देवरी कोर्ट का फैसला


हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास ,देवरी कोर्ट का फैसला
सागर। माननीय अपर सत्र न्यायाधीष श्री रधुवीर प्रसाद पटेल, देवरी जिला सागर ने हत्या करने वाले आरोपी बब्लू पिता देवीसिंह आदिवासी उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम अर्जुन्दा हाल पापरा मोजा थाना महाराजपुर जिला सागर को धारा 302 भादवि में आजीवन कारावास और 1000 रू के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। प्रकरण में म. प्र. शासन की ओर से पैरवी कपिल पाण्डे सहा. जिला लोक अभियोजन अधिकारी, देवरी  द्वारा की गयी।
Nअभियोजन के सहा. मीडिया प्रभारी/एडीपीओ अमित जैन ने बताया कि दिनांक 16.02.2016 को सुवह 10ः00 बजे गुलाब साहू ने कल्लू को बताया कि परम आदिवासी अपने टपरे पर ग्राम पपरा हार में मरा पड़ा है। कल्लू एवं गुलाब साहू घटना स्थल पर गये, जहां उन्होने देखा कि परम आदिवासी अपने टपरे पर मरा हुआ पडा था। मृतक परम की गर्दन में बाई तरफ कान के नीचे एक गहरा घाव था। उक्त घटना की जानकारी कल्लू ने थाना महाराजपुर में दी थी। जहां देहाती मर्ग इंटीमेषन लेख किया गया था। मर्ग जांच उपरांत थाना महराजपुर में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।  अनुसंधान पूर्ण कर अभियोग पत्र माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। विचारण के दौरान अभियोजन ने अपना मामला युक्तियुक्त संदेह से परे प्रमाणित किया जिसके आधार पर माननीय अपर सत्र न्यायाधीष श्री रधुवीर प्रसाद पटेल, देवरी जिला सागर की अदालत ने अभियुक्त बब्लू आदिवासी को धारा 302 भादवि में आजीवन कारावास और 1000 रू के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया।

 



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वो आपकी चाय में छुपी चाह.....अलविदा राजूभाई गर्ग @प्रवीण पांडे

वो आपकी चाय में छुपी चाह.....अलविदा राजूभाई गर्ग

@प्रवीण पांडे
राजू भाई गर्ग तीन बत्ती पर खड़े हों और मित्र मंडली (पत्रकार) चाय की चुस्कियां न लें, ऐसा कभी नहीं हुआ। जब भी एकत्र हुए (अधिकांश रोज़ शाम को) राजू भाई खुद ही मोहन या  राकेश (चाय वाले) को आवाज देते और चाय हाजिर हो जाती। यहां तक कि जिस किसी मित्र की इच्छा होती वह चाय का आर्डर खुद कर देता लेकिन यह अंडरस्टुड रहता कि बाद में चाय का पेमेंट राजू भाई ही करेंगे। दरअसल राजू भाई पर मित्र यह अधिकार समझते थे कि वह बड़े भाई समान है और उन पर हमारा भी कुछ हक है। राजू भाई ने भी मित्रों को यह अधिकार दे रखा था। कुछ लोगों को यह बात हल्की लग सकती है, पर इस चाय के पीछे छुपी चाह का एहसास केवल मित्र ही कर सकते हैं। उनकी चाय और चाह दोनों से अब हम सभी वंचित हो गए। वास्तव में चाय तो बहाना था मित्रों के बीच मेल मिलाप, गपशप और आपसी सुख-दुख के अलावा शहर हित की चर्चा ही मुख्य उद्देश्य होता था। अब जब भी चाय के दौर चलेंगे राजू भाई आपकी चाह बहुत याद आएगी। राजू भाई एक रफ टफ किस्म के इंसान थे। जिंदगी का हर तरह से आनंद लेने में यकीन रखते थे। 
एक साधारण चाट व्यवसाई के यहां जन्मे राजू भाई के जीवन में संघर्ष भी बहुत रहा। सुबह 5:00 बजे उठकर अपने व्यवसाय की सारी तैयारियां 9:00 बजे तक कंप्लीट करके दिन भर के लिए दूसरे कामों के लिए फुर्सत हो जाते थे। अमर टॉकीज के सामने सजा धजा चाट का ठेला सबसे पहले उन्हीं ने शुरू किया था। उनके हाथ से  बनी शुद्ध घी की चाप जिन लोगों ने खाई है वे आज भी उसका स्वाद बता सकते हैं। बहुत कम लोग जानते होंगे कि विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में खूब सक्रिय रहने वाले राजू भाई को हमेशा यह मलाल रहा कि वे विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कभी नहीं रहे। डॉ हरिसिंह गौर के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा थी। डॉ गौर जयंती अथवा पुण्यतिथि के कार्यक्रम की चिंता उसी तरह करते थे जिस तरह कोई अपने घर के कार्यक्रम के लिए चिंतित होता है। छात्र राजनीति के साथ ही वे कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहे। उन्होंने कोई पद नहीं लिया पर वह स्व. विट्ठल भाई पटेल के साथ जुड़ गए। स्व. पटेल द्वारा चलाए गए जन जागरण सफाई अभियान में राजू भाई गर्ग की महती भूमिका रही। बाद में विट्ठल भाई से उनके मतभेद हो गए तो दोबारा उनकी चौखट पर नहीं गए। यहां तक कि स्पूतनिक अखबार में छपे उनके बयान को लेकर विट्ठलभाई ने उनके ऊपर मानहानि का केस कर दिया था। तब भी उन्होंने माफी नहीं मांगी और अंत तक केस लड़ते रहे। स्व श्री माधवराव सिंधिया ने जब विकास कांग्रेस बनाई तो सिंधिया के सागर दौरे के समय राजू भाई ने तीन बत्ती पर उनका भव्य स्वागत किया था। बाद में गोविंद राजपूत ने उन्हें पद की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने अस्वीकार कर दिया था। पूर्व सांसद आनंद अहिरवार के चुनाव में राजू भाई ने किस तरह मदद की थी वह आज भी आनंद भाई बताते हैं। कांग्रेस से मन भर गया तो कुछ साल पहले तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह की पहल पर उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। पर वे भाजपा में सक्रिय कभी नहीं रहे। राजनीति से मोहभंग हुआ तो नेताओं के जन्मदिन पर लगने वाले पोस्टरों से इतने चिड़ गए कि एक कुत्ते का जन्मदिन मनाने का पोस्टर लगवा दिया। आस्था संस्था बनाई और उसके बैनर तले डॉक्टर जी.एस. चौबे के साथ मिलकर स्वास्थ्य शिविर लगवाए। इन शिविरों में मरीजों की सेवा में  ऐसे लग जाते थे कि कोई घर का बीमार हो गया हो। नवरात्रि आती तो एकता काली कमेटी के सदस्यों के साथ मां की सेवा में जुट कर बाकी सब भूल जाते। उन्होंने बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा भी चलाया। 1984-85 में जब सागर में सूखा पड़ा तो लाखा बंजारा झील का बड़ा भाग सूख गया था। झील की दुर्दशा पर सरकार और लोगों का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए राजू भाई ने सूखे तालाब में क्रिकेट मैच और राई नृत्य जैसे आयोजन करवा कर अपनी अलग सोच और सामाजिक सरोकार के प्रति जबरदस्त प्रतिबद्धता जाहिर की थी। वे शौकीन भी बहुत थे। आशिक मिजाजी के बारे में मित्र अच्छी तरह जानते हैं। यार बाजी में उनकी होली पार्टी तो मशहूर थी ही। 

 उनकी स्मृति को नमन।
 विनम्र श्रद्धांजलि
 प्रवीण पाण्डेय की फेसबुक वाल से
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भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा छह दिवसीय इंस्ट्रूमेंटेशन ट्रेनिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन

भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा छह दिवसीय इंस्ट्रूमेंटेशन ट्रेनिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन 

सागर। शासकीय स्‍वशासी कन्या स्‍नातकोत्‍तर उत्कृष्टता महाविद्यालय सागर मध्य प्रदेश में भौतिक शास्त्र विभाग द्वारा छह दिवसीय इंस्ट्रूमेंटेशन ट्रेनिंग विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. एस. के. विजय, डॉ. राजा चौहान, विशेष अतिथि के रूप में डॉ नीरज दुबे एवं अर्चना वर्मा, अध्यक्ष के रूप में संरक्षक/अध्यक्ष डॉ. इला तिवारी प्राचार्य शासकीय कन्या महाविद्यालय सागर, समन्वयक डॉ दीपा खटीक विभागाध्यक्ष भौतिक शास्त्र विभाग एवं कालेज में पदस्थ सभी प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक एवं अतिथि विद्वान सम्मिलित हुए। इसके बाद उद्बोधन सत्र में विशिष्ट अतिथि डॉ अर्चना वर्मा के द्वारा इस कार्यशाला के आयोजन की सराहना की गई तथा यह भी बताया गया कि उपकरणों को खरीदकर अलमारी में बंद करके रखने से अच्छा छात्राओं को उपकरण की जानकारी देने तथा सभी विषय के लिए कार्यशाला आयोजन करने के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट अतिथि डॉ नीरज दुबे प्राध्यापक शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर के द्वारा भौतिक शास्त्र के उपकरण की जानकारी तथा छात्राओं को भौतिक विषय के बारे में रुचि जागृत करने को कहा। अध्यक्षीय उद्बोधन में संरक्षक डॉ. तिवारी प्राचार्य शासकीय कन्या महाविद्यालय सागर द्वारा यह बताया गया कि कार्यशाला का आयोजन छात्राओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। विभागाध्यक्ष एवं कार्यशाला समन्वयक डॉ. दीपा खटीक को कार्यशाला आयोजन का मूर्त रूप देने के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दी। इस कार्यशाला की समन्वयक डॉ दीपा खटीक के द्वारा भौतिक शास्त्र के बारे में बताया कि छात्रा छात्राओं की रूचि पर निर्भर करता है कि कौन सा विषय कठिन है कौन सा सरल इसी रुचि को जागृत एवं विकसित करने के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है ।
इसके बाद तकनीकी सत्र में मुख्य अतिथि मैं डॉ. एस. के. विजय पूर्व डायरेक्टर रूसा के द्वारा इंस्ट्रूमेंटेशन ट्रेनिंग पर व्याख्यान दिया गया जिसमें छात्राओं को टाइप्स ऑफ मेजरमेंट तथा मेजरमेंट सिस्टम आदि टॉपिक पर व्याख्यान दिया जिसमें बच्चों को छोटी सी छोटी बातों की जानकारी दी गई तथा छात्राओं के मन से बहुत से भौतिक विषय का डर दूर किया। इसी व्याख्यान के दौरान उन्होंने अपने छात्र जीवन के बारे में बताया और यह भी बताया कि भौतिक विषय को आसानी से समझा जा सकता है और दैनिक जीवन में इसका उपयोग करने की बात कही। डॉ. राजा चौहान बकतरा महाविद्यालय सीहोर के द्वारा लेजर विषय के बारे में जानकारी दी गई जिसमें उन्होंने लेजर के उपकरण के बारे में कार्य विधि तथा उपयोग चिकित्सा दैनिक जीवन में उपयोग के बारे में बताया। छात्राओं अलग-अलग थीमों पर पोस्टर एवं मॉडल का निर्माण किया चूंकि कार्यशाला का आयोजन संभागीय महाविद्यालयों में पहली बार हुआ है इसलिए छात्राओं ने अत्‍यंत उमंग एवं जोश से इसमें सहभागिता रही। संचालन विभागीय सदस्य महेंद्र कुमार पाठक द्वारा किया गया इसके बाद परमेश्वर दयाल लोधी के द्वारा सभी उपस्थित प्राध्यापक सहायक प्राध्‍यापक विशिष्ट अतिथि मुख्य अतिथि एवं छात्राओं का आभार व्यक्त किया तथा शुभांजलि रैकवार के द्वारा छात्राओं को मार्गदर्शन दिया गया।
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नई कलेक्ट्रेट भवन से दी 43 लोकसेवकों को सेवानिवृत्ति पर विदाई,पीपीओ के साथ

नई कलेक्ट्रेट भवन से दी 43 लोकसेवकों को सेवानिवृत्ति पर विदाई,पीपीओ के साथ
सागर । सागर जिले में जिले स्तर पर सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारी/कर्मचारियों के विदाई सम्मान समारोह का आयोजन कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के द्वारा की गई अनूठी शुरुआत के साथ नये कलेक्ट्रेट भवन के सभाकक्ष में किया गया। विदाई सम्मान समारोह में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल ने 43 सेवानिवृत्त अधिकारी, कर्मचारियों को पीपीओ के साथ शॉल, श्रीफल और पुष्प हार से सम्मानित किया गया।
ये हुए सेवानिवृत्त
सेवानिवृत्त लोकसेवकों में बीईओ बण्डा श्रघुवीर सिंह लोधी, बीईओ केसली श्री उमाशंकर दुबे, इंदिरा गांधी इंजी सागर श्री जाहर सिंह ठाकुर, गर्वमेंट पीजी कॉलेज गर्ल्स सागर श्री अखिलेश कुमार पटेरिया, लोक निर्माण विभाग सेतु विभाग सागर श्री राजू पटैल, प्राशाउमा विद्या कर्रापुर श्री प्रमोद कुमार द्विवेदी, प्राशाउमा सानौधा श्री राजेन्द्र सिंह ठाकुर, कार्यालय भू-जल विद यूनिट-03 सागर श्री रमेश कुमार चौरसिया, श्री बलराम प्रसाद दीक्षित आयुक्त आदिवासी विकास सागर, श्रीमति कुसुमलता चौबे प्राशाउमा ढाना सागर, श्री अशोक कुमार पटेल उप संचालक पशु चिकित्सा, श्री रमेश कुमार अहिरवार बी ईओ खुरइ,र् श्रीमति प्रभा चौहान बीईओ सागर, श्रीमति रंजना चौबे बीईओ सागर, श्रीमति जयश्री पुरोहित बीईओ सागर, श्री रमेश कुमार गोस्वामी प्राशाउमा बीना, श्री मुन्ना लाल जोगी उप संचालक पशु चिकित्सा, श्री मूरत सिंह ठाकुर बी . ई . ओ . राहतगढ़, श्री दामोदर प्रसाद चौरसिया बी . ई . ओ दृ रहली, श्री गोकुल प्रसाद साहू बी . ई . ओ . राहतगढ़, श्री निर्भय सिंह राजपूत डिग्री कॉलेज देवरी, श्री रमेश प्रसाद पटेल प्रा . शा . उ . मा बिल्हरा, श्री लक्ष्मीनारायण सोनी जिला आयुष सागर, श्री मदनलाल सोनी किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, श्री जानकी प्रसाद चौधरी बी . ई . ओ दृ जैसीनगर, श्री हीरालाल नीखर सभा परियोजना यंत्री लो . नि . वि पीआईयू सागर, श्री सुनील तिवारी सी एम एण्ड एच ओ, श्री सुनील कुमार जैन प्रा . शा . उ . मा गौरनगर, श्री रामलाल अहिरवार एस . पी दृ सागर, श्री मिथिलेश कुमार शर्मा बी . ई . ओ , रहली, श्री बलराम प्रसाद राय पी . जी कॉलेज राहतगढ़, श्रीमति भगवती विश्वकर्मा बी . ई . ओ दृ सागर, श्री रामसहाय रजक बी . ई . ओ दृ सागर, श्रीमति सुनीति श्रीवास्तव बी . ई . ओ . राहतगढ़, श्रीमति रेखा तिवारी बी . ई . ओ दृ सागर, श्री रमेश सिंह गौड़ एस . पी दृ सागर, श्री मुन्ना लाल जैन बी . ई . ओ . राहतगढ़, श्री नर्मदा प्रसाद सोनकर जे . डी . शिक्षा सागर, स्व श्री डालचंद जाटव एस . पी . पी . टी . एस सागर, ़ श्रीमति शारदा बाई यादव बी . ई . ओ दृ बंडा, श्री काशीराम अहिरवार बी . ई . ओ दृ सागर, श्री रघुनंदन लोधी बी . ई . ओ सागर, श्री कैलाश प्रसाद सोनीबी . ई . ओ . खुरई शामिल है।
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दोष सिद्धअपराधियों के लिए जा रहे हैं शत प्रतिशत फिंगरप्रिंट एवं निर्णय स्लिप

 दोष सिद्धअपराधियों के लिए जा रहे हैं शत प्रतिशत फिंगरप्रिंट एवं निर्णय स्लिप
सागर। वर्ष 2020 की प्रथम समीक्षा बैठक का आयोजन सागर पुलिस अधीक्षक  अमित सांघी की उपस्थिति में किया गया।
सहा. मीडिया प्रभारी /एडीपीओ अमित  जैन ने बताया कि  पुलिस कंट्रोल रूम  सागर में  जिला सागर के मुख्यालय एवं तहसील के न्यायालय में  कार्यरत कोर्ट मुहर्रिर की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिला सागर पुलिस अधीक्षक  अमित सांघी, रक्षित निरीक्षक  सुनील दीक्षित  ,एडीपीओ अमित कुमार जैन, प्र.आर. निज़ाम खान, आर. आशिफ खान, सहा. ग्रेड 3 हेमन्त त्रिपाठी उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक में  माह नवंबर, दिसम्बर - 2019 एवं जनवरी -2020  की निर्णय स्लिप एवं फिंगर प्रिंट की समीक्षा की गई। जिसमें क्रमशः माह नवंबर, दिसम्बर एवं जनवरी में हुए प्रकरणों के  निर्णय की संख्या 1115, 1062, 930 है। जिसमे निर्णय स्लिप 1115, 1062, 930 ली गई। इसी प्रकार फिंगर प्रिंट तीनों माह के क्रमशः 95, 87, 104 लिए गए। जो कि परिणाम शत प्रतिशत रहा है। पुलिस अधीक्षक द्वारा प्र.आर. राजेश खरे सागर, आर. रत्नेश (गढ़ाकोटा), आर.रंजीत (रहली) को अच्छे कार्य के लिए प्रशंसा पत्र दिया गया। इसके साथ साथ  निर्णय स्लिप लेने वाले  प्रथम ,द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले  कोर्ट मोहर्रिर को पुरस्कार स्वरूप   ₹500, ₹300, ₹200 और सभी कोर्ट मोहर्रिर को प्रशंसा पत्र प्रदान किए जाने की घोषणा की गई। समीक्षा बैठक में साक्षी सहायता केंद्र के बारे में चर्चा हुई। 
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श्रीमद भागवत कथा का समापन,श्री रावतपुरा सरकार से आशीर्वाद लिया पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने

श्रीमद भागवत कथा का समापन,श्री रावतपुरा सरकार से आशीर्वाद लेने पहुचे पूर्व सीएम शिवराज सिंह 
सागर। श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। दोपहर बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चोहान सागर पहुंचे। उन्होंने संत श्री रावतपुरा सरकार का आषीर्वाद लिया। 
रविवार को सुबह 8.30 बजे गुरूदेव की प्रार्थना का आयोजन किया गया। सुबह 11 बजे संत श्री रावतपुरा सरकार भूतेष्वर मंदिर पहुंचे। जिसके बाद बालाजी सरकार मंदिर, देवी मरई माता मंदिर के भी दर्षन किये। इसके बाद सागर भक्त मंडल परिवार के गुंजन शुक्ला  भरत उपाध्याय,उमाषंकर,प्रदीप तिवारी रजौआ,बुंदेला सिंह,राघवेंद्र सिंह,चंद्रकांत तिवारी के निवास पर संत श्री रावतपुरा सरकार ने परिजनों को आषीर्वाद दिया। दोपहर 1 बजे श्रीमद भागवत कथा अंतिम दिन वेद आचार्य अंकित पचैरी ने गुरू कृपा का महत्व का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि गुरू ही साधक के जीवन में प्रकाष करता है। गुरू का ध्यान अज्ञान रूपी अंधकार को नष्ट करता है। जिनके स्पर्ष मात्र से मूल्यहीन वस्तू भी मूल्यवान हो जाती है। उन्होंने कहा कि कथा की सार्थकता जब ही सिद्व होती है जब इसे हम अपने जीवन में व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय,मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। दोपहर 1 बजे से पूर्णहूति के साथ विषाल भंडारा का आयोजन किया गया। पूर्व सीएम षिवराज सिंह चैहान कथा स्थल पहुंचे। उन्होंने संत श्री रावतपुरा सरकार से आषीर्वाद लिया। इस मौके पर पूर्व गृहमन्त्री भूपेंद्र सिंह,विधायक प्रदीप लारिया,श्री मति साधनासिंह,सरोज सिंह,प्रभद्याल पटेल,श्याम तिवारी आदि थे।
पत्रकार तीखा और सही लिखे: श्री रावतपुरा सरकार
 श्री रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार  का कहना है कि पत्रकार जगत चौथा स्तंभ कहलाता है । पत्रकारों को हमेशा तीखा और सही लिखना चाहिए। यही आज की जरूरत है । श्री सरकार से आज पत्रकारो ने चर्चा  की और आशीर्वाद लिया।
श्री सरकार  का छह साल बाद सागर में आगमन हुआ है । उन्होंने अपनी स्मृतियां भी पत्रकारों को बताई और रावतपुरा धाम आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने इस मौके सभी के सफल जीवन की कामना की और आशीर्वाद दिया। इस मौके पर पत्रकार सुदेश तिवारी,विंनोद आर्य,राजेश श्रीवास्तव, अवनीश जैन ,रावतपुरा भक्तमण्डल के रत्नेश रावत मौजूद थे।

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डॉग बाईट्स यानी कुत्तों द्वारा बच्चों आदिको शारीरिक क्षति पहुचाने जैसी घटनाओं को लेकर मानव अधिकार आयोग कोर्ट की शरण मे

डॉग बाईट्स यानी कुत्तों द्वारा बच्चों आदिको शारीरिक क्षति पहुचाने जैसी घटनाओं को लेकर मानव अधिकार आयोग कोर्ट की शरण मे 

#मध्यप्रदेश मांनव अधिकार आयोग के अध्यक्ष ने बताया अधिकारों के लिए बजट आड़े नही आना चाहिए
# जेल/पुलिस हिरासत  में स्वास्थ्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की 

सागर । मध्यप्रदेश में  डॉग बाईट्स यानि कुत्तों द्वारा बच्चों आदि  को नोचने जैसी घटनाओं डॉग बाईट को लेकर मॉनव अधिकार आयोग सख्त दिख रहा है । इन  घटनाओ में पीड़ितों को क्षतिपूर्ति राशी और सुरक्षा को लेकर  आयोग ने हाईकोर्ट की शरण ली है।
आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन और सदस्य सरबजीत सिंह,रिटायर्ड आईपीएस ने सागर में आज मीडिया में चर्चा की । अध्यक्ष जैन ने कहा कि आयोग की ओर से रिट पिटीशन दायर की थी। जिसमे हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव सहित सम्बंधित अफसरो को नोटिस जारी किए है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर कोई ध्यान नही दिया। बजट कीकमी की  बात कही। उन्होंने कहा कि मानवाधिकारों के हितों के लिए बजट आड़े नही आना चाहिए।
जेल और पुलिस हिरासत में मौत पर चिंता
जेल और पुलिस हिरासत में मौत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में सरकार की जिम्मेदारी स्वास्थ्य और सुरक्षा की है । कैदियों की मौत पर आर्थिक मदद मिलना चाहिए। ऐसे प्रकरण बढ़े हैं। यदि सरकार निर्णय नही लेती है तो आयोग हाईकोर्ट का सहारा लेगा। यदि कैदी बीमार है हिरासत में मौत हो रही है तो जिम्मेदारी किसकी है।
आयोग की सुनवाई में गैरहाजिर अफसरो को नोटिस
आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने  बताया कि आयोग द्वारा लगातार शिकायतों की सुनवाई भोपाल मुख्यालय और जिला स्तर पर सुनावाई करके इनका निराकरण किया जा रहा है । सुनवाई में सम्बन्धित अधिकारियों को बुलाया जाता है । कई बार अनुपस्थित भी हो जाते है । इंनको नोटिस जारी करके बुलाया जा रहा है ।
अब इस पर सख्ती भी शुरू की है जिसके तहत धारा 13-2 के तहत नोटिस जारी किए जा रहे है, इसके बावजूद भी अधिकारी अगर नहीं आते तो सीपीसी के तहत वारंट जारी कर उन्हें बुलाया जा रहा है.करीब डेढ़ दर्जन को ऐसे नोटिस जारी किए गए है । ताकि पीड़ितों को जल्दी न्याय मिल सके।इसके साथ आयोग हर साल अपने कामकाज और सिफारिशों को सालाना रिपोर्ट पेश करता है  मॉर्च 2019 में यह जारी की गई थी। 
मानव अधिकार आयोग से मिलतेजुलते संगठनों पर कार्यवायी
मध्यप्रदेश में आयोग के नाम से मिलतेजुलते संगठनों के दुरुपयोग की शिकायते खूब मिल रही है । ऐसे में आयोग ने सख्त कार्यवाही करने के आदेश स्थानीय प्रशासन को दिए है । कई बार वाहनों में नेमप्लेट लगाकर अथवा विभागों में जाकर दुरुपयोग के मामले मिले । ईंन पर कार्यवाही की गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इनके पंजीयन हो जाते है। जिस आधार पर ये राज्य में दुरुपयोग करते है ।जिनके नाम मानव अधिकार आयोग जैसे है वह दिल्ली में चैरिटेबिल ट्रस्ट के नाम से पंजीकृत है। शिकायतों पर की गई पड़ताल में यह बात सामने आयी है. दिल्ली की ऐसी ही संस्थाओं की शाखायें लोगों ने प्रदेश में खोली है।उन्होंने कहा इनका सत्यापन होना चाहिए। मॉनव अधिकार आयोग सिर्फ आयोग मित्र बनाता है । जिसका बाकायदा पंजीयन कर  उनको परिचयपत्र आदि मुहैया कराया जाता है। उन्होंने आग्रह किया कि कही भी दुरुपयोग की शिकायत  मिले तो अवगत कराएं।
आयोग ने बढाया दायरा
आयोग के अध्यक्ष श्री जैन ने बताया कि रोटी कपड़ा और मकान के साथ ही अन्य अधिकारों का हनन रोकना हमारा दायित्व है । पिछले दिनों पर्यावरण,सीनियर सिटीजन,जलाधिकार, वायु संरक्षण  लोगो की सामाजिक सुरक्षा जैसे गम्भीर मसलों पर आयोग ने काम किया है । सिर्फ पुलिस या जेल के साथ ही। दूसरे मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। दिनों वृद्ध आश्रमो का निरीक्षण भी किया गया। पर्यावरण से जुड़े मामलों और जलाधिकार परभी कार्य हुआ है ।पिछले माह ही देवास में पर्यावरण को लेकर आयोग द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था।आने वाले समय मे ईंन सभी पर एक रिपोर्ट बनाकर सिफारिशो की सरकार को सौंपी जाएगी।
इस मौके पर सागर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी मौजूद थे।

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ग़ज़लकार डॉ. वर्षा सिंह के छठवें ग़ज़ल संग्रह"ग़ज़ल जब बात करती है" लोकार्पित

ग़ज़लकार डॉ. वर्षा सिंह के छठवें ग़ज़ल संग्रह"ग़ज़ल जब बात करती है" लोकार्पित
सागर। सुप्रसिद्ध कवयित्री व ग़ज़लकार डॉ. वर्षा सिंह के छठवें ग़ज़ल संग्रह "ग़ज़ल जब बात करती है" का विमोचन समारोह रविवार को आदर्श संगीत महाविद्यालय में संपन्न हुआ।श्यामलम् द्वारा आयोजित इस गरिमामय आयोजन में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि निर्मल चंद निर्मल ने कहा कि वर्षा सिंह हिंदी की श्रेष्ठ ग़ज़लकार तो हैं ही, साथ ही उन्होंने सागर के कवि लेखकों को अपनी कलम से उजागर किया है। सागर के किस कवि में क्या गहराई है, वर्षा सिंह के पास इसका अनुमानित नाप है। आचरण समाचार पत्र में उनका स्तंभ इसका प्रमाण है।डॉ.हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो.सुरेश आचार्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि डॉ.वर्षा सिंह के ग़ज़ल संग्रह "ग़ज़ल जब बात करती है" में उनकी समाज चिंता, पर्यावरण की परवाह, क्षय होते हुए मानव मूल्य और आधुनिकता के चक्कर में सांस्कृतिक मूल्यों को चोट पहुंचाने की तकलीफ को साफ पहचाना जा सकता है। एक अच्छी रचनाकार होने के नाते उन्हें  भारतीयता की गहरी पहचान है।प्रेम,विरह और चिंताएं उनकी रचनाओं में स्पष्ट पहचानी जा सकती हैं। वे देश की बड़ी कवयित्रियों में शामिल हैं। बुंदेलखंड भी उनकी रचनाओं से झांकता है।हमें उनसे बड़ी उम्मीदें हैं।
इस अवसर पर डॉ. श्याम मनोहर सिरोठिया के समीक्षा आलेख का वाचन करते हुए विशिष्ट अतिथि साहित्यकार डॉ.महेश तिवारी ने कहा कि सामाजिक मूल्यों के विखंडन की दौड़ में प्रेम का संदेश देती हुई डॉ.वर्षा सिंह की ग़ज़लें खरे सोने जैसी प्रमाणित हैं। ये बुद्धि कौशल से साहित्य पीठिका पर रखे गये अप्रतिम सृजन का शानदार स्वरूप हैं, जो पाठक के मन को प्रभावित करती हैं,अपना मुरीद बना लेती हैं।
सागर विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग के सहा. प्राध्या. डॉ शशि कुमार सिंह ने संग्रह पर समीक्षा करते हुए कहा कि डा. वर्षा सिंह का ग़ज़ल संग्रह " गजल जब बात करती है" वर्तमान हिन्दी ग़ज़ल का एक श्रेष्ठ निदर्शन है।  यह ग़ज़ल संग्रह ग़ज़ल के मानकों पर खरा उतरता है तथा प्रेम के साथ साथ मनुष्यता का संदेश भी देता है। कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक भावप्रकाशन इस ग़ज़ल संग्रह की प्रमुख विशेषता है।
आदर्श दुबे ने समीक्षा आलेख में वर्षा जी की शायरी को भीड़ से अलग बताते हुए कहा कि उनकी शायरी जहां रिवायती लहज़े को आसानी से,आसान ज़बान में ढालती है वहीं नए ज़दीद लहज़े और नए प्रयोगों को भी अपने ढंग से अपनाती है।
कार्यक्रम में ग़ज़लकार डॉ. वर्षा सिंह का आयोजक संस्था श्यामलम् द्वारा शाल,श्रीफल,पष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन  किया गया।कवि आर.के.तिवारी ने स्वरचित अभिनंदन गीत का गायन किया।श्यामलम् सचिव कपिल बैसाखिया ने वर्षा सिंह का जीवन परिचय वाचन किया।
डॉ.वर्षा सिंह ने श्यामलम् संस्था के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रत्येक शहर में ऐसी जागरूक संस्थाएं हों तो साहित्य पर कभी कोई संकट नहीं आ सकता। अपनी ग़ज़लों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं समाज में जो कुछ घटित होता देखती हूं उसे ही अपनी ग़ज़लों में पिरोती हूं। इसीलिये मुझे आम बोलचाल की भाषा में ग़ज़ल कहना पसंद है।
कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की पूजा अर्चन तथा बाल सरस्वती सुश्री ऐश्वर्या दुबे द्वारा सरस्वती वंदना गायन से हुआ।डॉ.सुश्री शरद सिंह,डॉ.चंचला दवे,सुनीला सराफ,नंदिनी चौधरी,नीतू नयन,ममता भूरिया, श्रीमती चतुर्वेदी, नम्रता फुसकेले व देवकी भट्ट नायक दीपा ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया श्यामलम् अध्यक्ष उमाकांत मिश्र ने स्वागत उद्बोधन दिया।कवि राधा कृष्ण व्यास ने अंजीर का पौधा भेंट किया।बुंदेलखंड हिन्दी साहित्य संस्कृति विकास मंच द्वारा भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का गरिमामय संचालन डॉ.अंजना चतुर्वेदी तिवारी ने किया तथा सुश्री डॉ.शरद सिंह ने आभार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर शिवशंकर केसरी,पं.शंभुदयाल पाण्डेय,डॉ.जीवनलाल जैन,डॉ.उदय जैन, लक्ष्मी नारायण चौरसिया, प्रो.के.एस.पित्रे, डॉ. आशुतोष मिश्र,डॉ.कन्हैया त्रिपाठी,डॉ.आशीष द्विवेदी,अंबिका यादव, डॉ.नवनीत धगट,हरी सिंह ठाकुर,डॉ.राकेश शर्मा,डॉ.रामरतन पांडेय, डॉ.सतीश पांडेय, डॉ.भुवनेश्वर तिवारी,के.एल. तिवारी अलबेला,डॉ. ऋषभ भारद्वाज,रवींद्र दुबे कक्का,मुकेश निराला, राजेंद्र दुबे कलाकार,पप्पू तिवारी,पूरन सिंह राजपूत, डॉ.अरविंद गोस्वामी,शमीम बानो,डॉ.अभिषेक ऋषि,आर.के.चतुर्वेदी,आज्ञा संतोष तिवारी, अयाज़ सागरी,एम.शरीफ, असरार अहमद, डॉ.एस.आर.श्रीवास्तव,सुबोध श्रीवास्तव, विश्वनाथ चौबे, पुष्पदंत हितकर, ज.ला.राठौर प्रभाकर,‌ टी.आर.त्रिपाठी,पुष्पेंद्र दुबे,वीरेंद्र प्रधान,हरी शुक्ला,कुंदन पाराशर, अशोक तिवारी अलख, शैलेष‌ शुक्ला,पैट्रिस फुसकेले, मितेन्द्र सिंह सेंगर,रमेश दुबे,भगवान दास रायकवार,देवीसिंह राजपूत,जी.एल.छत्रसाल, अखिलेश शर्मा,अतुल श्रीवास्तव,अंबर चतुर्वेदी चिंतन,गोविंद दास नगरिया,प्रभात‌ कटारे नलिन जैन, गणेश चौरसिया सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
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