नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर गोष्ठी आयोजित

नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर गोष्ठी आयोजित
सागर। अखिल भारतीय शांति एवं एकता संगठन के तत्वाधान में नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर आयोजित गोष्ठी में मध्य प्रदेश कांग्रेस विचार प्रकोष्ठ के प्रमुख और प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने भाजपा की केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जब देश आजादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब ये कहां थे और आज जब देश एक स्तर तक संविधान के उसूलों को मानते हुए विकास कर गया तो उसे तो मिटा ही दिया और अब देश के नागरिकों से नागरिकता के प्रमाण मांग रहे हैं। नागरिकता संशोधन कानून 2019, संविधान की धारा 5 से 11 का उल्लंघन करते हुए भारत की जनता पर थोपा जा रहा है। उन्होने नागरिकता का जिक्र करते हुए कहा कि यह कानून धर्म की प्रताड़ना से पीड़ितों को नागरिकता प्रदान करने की बात करता है तो फिर अदनान सामी को एक साल के ही अंदर नागरिकता कैसे दे दी गई। यही नहीं विगत दिनों 28 पाकिस्तानी मुसलमानों को भी भाजपा सरकार ने नागरिकता दी, फिर इस कानून को लाने का क्या मकसद था। मकसद साफ  दिखलाई देता है कि भाजपा सरकार  देश में भेदभाव पैदा करने के रास्ते पर चल रही है। ये वही रास्ता है, जिसे गोलवलकर ने दो राष्ट्र का सिद्धांत सुझाया था। उन्होंने कहा कि ये वही भाजपा है जब देश में क्षेत्रवाद पनप रहा था, खालिस्तानी आंदोलन तीब्रतर था तब इन्हें सांप सूंघ गया था। अब ये क्षद्म राष्ट्रवाद लेकर देश की जनता के साथ धोखा कर उन्हें बाटने की कोशिश कर रहे हैं।  इन्हें भारत से लगे सात देशों से आये प्रताड़ित या शरणार्थी नहीं बल्कि मुस्लिम देशों से आये प्रताड़ित ही दिखलाई दिए। जिनमें कोई जरूरी नहीं कि किसी के क्या इरादे हैं। संयुक्त संसदीय समिति का प्रस्ताव था कि इस कानून में सुधार किया जाये धार्मिक देशों का उल्लेख न होकर पड़ोसी देशों से आये शरणार्थी का जिक्र हो और धार्मिक पीड़ित शब्द को हटाएं क्योंकि यह कानून तीन तरह की नागरिकता से भिन्न संविधान के विरुद्ध नागरिकता देने की बात करता है। आज भाजपा सरकार संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों पर हमला करते हुए जनमानस के मन में नफरत के बीज बो रही है और इस तरह देश को टुकड़े टुकड़े में बांटने पर आमादा है। एनपीआर में हिंदू मुसलमानों के कारण बनाकर देश की साझा संस्कृति को भी तोड़ने का कार्य भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने संविधान की धारा 131 के तहत यह निर्णय लिया है कि प्रदेश में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। 
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव मंडल सदस्य और जाने माने मजदूर नेता अजित कुमार जैन ने कहा कि भाजपा सरकार देश में संविधान में उल्लेखित धर्मनिरपेक्षता की हत्या कर रही है। यह सरकार जनता की समस्याएं,  बेरोजगारी, गरीबी शिक्षा, स्वास्थ्य के बजाय लव जिहाद, तीन तलाक, राम मंदिर, पर देश की जनता का ध्यान बंटवाने में लगी है और अब नागरिकता संशोधन कानून 2019 लाकर देश के नागरिकों को घुसपैठिया बनाने की साजिश में लग गई है।  उन्होने कहा कि अमित शाह संसद में ताल ठोककर कानून की क्रोनोलॉजी समझाते हैं और मोदी जी बाहर जाकर कहते हैं कि यह सब झूठ है। किस बात को सच माना जाए। बाहर के बोल को या संसद में बोले गए बोल को। भाजपा सरकार का इरादा है देश में प्रजातंत्र की हत्या कैसे की जाए। सरकार लगातार संविधान के विरुद्ध संघ और भाजपा के एजेंडा पर काम कर रही है। आजादी के बाद से इतनी बड़ी विभीषिका कभी नहीं आयी कि किसी केंद्र सरकार ने राज्यों में जाकर संघवाद के खिलाफ जाकर चुने हुए प्रतिनधियों को आतंकी की संज्ञा दी हो। जो कि अभी हाल के दिल्ली चुनाव में सुनाई दिया। दिल्ली के चुनाव में भाजपा के प्रतिनिधि शाहीनबाग के आंदोलनकारियों को निशाना बनाते हुए उन्हें गद्दारों की संज्ञा देते हुए गोली मारने की बात कहते हैं, गृह मंत्री शाहीनबाग के आंदोलनकारियों को करेंट लगाने की बात करते हैं। यही है भाजपा की संकीर्ण और ओछी समझ। उन्होंने कहा कि बं और दतब की देश को जरूरत ही नहीं थीए शरणार्थियों को सीमा क्षेत्र की खुफिया एजेंसियों की शिनाख्त के आधार पर ही नागरिकता दी जा सकती थी। परंतु भाजपा का तो कुछ और ही मंतव्य था कि देश को हिन्दू.मुस्लिम आधार पर कैसे बांटा जाए।  इसलिए  सीएए और एनपीआर का जरिया ढूंढकर देश के मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है।  प्रजातांत्रिक तरीके से विरोध करने वाले छात्रों, नौजवानों, बुद्धिजीवियों को अर्बन नक्सल कह कर उन्हें चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार  देश के संविधान और कानून को नहीं मानती। यह सरकार नागपुर के संघ कार्यालय से संचालित हो रही है और देश में अपने हिंदूत्ववादी  एजेंडा को बढ़ाते हुए फासीवादी इरादों को पूरा करने आगे बढ़ रही है।  पेशे से पत्रकार और चिंतक ईश्वर सिंह दोस्त ने कहा कि दरअसल यह नागरिकता संशोधन कानून नहीं बल्कि नागरिकता विघटन कानून है। सीएए के विरोध में शाहीनबाग देश के संविधान को बचाने वाला आंदोलन है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार नागरिकता संशोधन कानून सिर्फ और सिर्फ  लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और संविधान जो सबको समानता का अधिकार  देता है, को खत्म करने लाई है। साझी विरासत से बना देश सनकी सरकार के बस की बात नहीं कि संभाल सके। रौद्र रस में रहने वाली और मिर्गी पीड़ित भाजपा सरकार देश में बाहर से आने वाले उत्पीड़ित लोगों की बात करती है पर देश में चल रने तमाम किस्मों के उत्पीड़न का उनके पास कोई इलाज नहीं। जबकि धार्मिक उत्पीड़न इतना बड़ा मुद्दा नहीं जितना कि देश में सरकार की छत्रछाया में महिलाओं से लेकर छात्रों,नौजवानों, किसानों को उत्पीड़ित किया जा रहा हो। यह कानून अब देश के लिए एक खतरनाक साम्प्रदायिकता से भरा पूरा संविधान विरोधी कानून है। इसलिए देश में कई शाहीनबाग सामने आए हैं। मसला है संविधान को बचाया जाए  और इसलिए शांतिपूर्वक आंदोलन भी जन्म ले रहे हैं। कानून को चुनौती दी जा सकती है, चूंकि संविधान सर्वोपरि है । परंतु सरकार भाजपा के नरसंहारी फांसीवादी इरादों को पूरा करने यह कानून लाई है। कोई भी राष्ट्रीयता किसी जाति, धर्म, क्षेत्र से तय नहीं होती है।  दुनिया में कहीं भी धर्म के आधार पर चलने वाली सरकारें इंसानियत की ही दुश्मन रहीं हैं, क्योंकि वह निष्पक्ष नहीं रह सकती। नागरिकों के साथ समानता का न्याय नहीं कर सकती। यह सरकार मतभेद की राजनीति के बजाय मनभेद का काम कर रही है, जबकि लोकतंत्र मतभेद के आधार पर चलता है। मनभेद आगे हत्यारा भी हो जाता है। प्रगतिशील लेखक संघ के जिलाध्यक्ष टीकाराम त्रिपाठी ने कहा कि नागरिकों से नागरिकता सबित करने को कहना इस देश के शहीदों का अपमान है। क्या इसीलिए इस देश के आजाद कराने में हमारे पूर्वजों ने मिलजुलकर कुर्बानियां दी थीं कि चुनी हुई सरकार अपने नागरिकों को पहचान साबित करे व सीएए जैसा विभेदकारी कानून लागू करे। यह भारत की गरिमा के खिलाफ है। हम सबको मिलजुल कर संविधान के साथ हो रहे खिलवाड़ का विरोध करना चाहिए।
 अखिल भारतीय शांति एवं एकता संगठन के तत्वाधान में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। नागरिक संशोधन कानून और भारतीय संविधान विषय पर आयोजित गोष्ठी में सागर शहर के सैकड़ों नागरिकों की भागीदारी में कार्यक्रम की अध्यक्षता  अब्दुल रफीक गनी ने की। कार्यक्रम में ऐप्सो के राज्य महासचिव डॉ. राहुल भायजी, श्री सुरेन्द्र सुहाने, सुबोध ताम्रकार, राजेन्द्र संकत, अरुण मिश्रा, आनंद पथरोल,  हरजू अहिरवार, गोवेर्धन पटेल, मुन्ना चौबे पप्पू गुप्ता,  राम कुमार पचौरी, श्रीमती सीमा चौधरी श्रीमती प्रमिला राजपूत चक्रेश सिंघ‌ई राजू  राठौर,  प्रो. अशोक अहिरवार,  रवि सोनी, शौकत अली, श्रीमती हेम कुमारी, साबिर हुसैन, मुमताज़ हुसैन, ओमप्रकाश पांड, फ़िरदौस कुरैशी, किरणलता सोनी, रंजीता राणा, हनीफ ठेकेदार, जाहिद ठेकेदार, द्वारका चौधरी, रज़िया ख़ान, कामरेड चन्द्र कुमार, प्रेटिस फुसकेले, आदि प्रमुख शामिल हुए । कार्यक्रम का संचालन आशीष जैन ने किया।
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BJP सरकार की आरक्षण समाप्त करने की साजिश के खिलाफ काँग्रेस ने दिया धरना प्रदर्शन

 BJP सरकार की आरक्षण समाप्त करने की साजिश के खिलाफ काँग्रेस ने दिया धरना प्रदर्शन
सागर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा अनु.जाति/जनजाति/पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश के विरोध में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में  प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय वोर्ड आफिस चौराहा 
भोपाल में आयोजित हुए  प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन में नरयावली विधानसभा क्षेत्र से म.प्र. कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी के नेतृत्व  में सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता दर्जनों गाड़ियों के काफिले के साथ शुक्रवार सायं सागर से रवाना होकर भोपाल पहुंचे जहाँ कांग्रेसजनों  धरना प्रदर्शन में शामिल होकर आरएसएस और भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा अनु.जाति/जनजाति/पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश के खिलाफ आबाज बुलंद की। भोपाल में आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल होने वालों में जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष  देवेन्द्र पटैल, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान, एड.राजेश दुबे,रामजी दुबे जेरवारा, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षगण ठा. लगन सिंह, सुरेन्द्र सिंह चावड़ा, देवेन्द्र कुर्मी, पुष्पेंद्र सिंह, मनी सिंह गुरोंन,आर.आर. पाराशर, शरद राजा सेन, पार्षद राजू डिस्क, मुन्ना विश्वकर्मा, रामशरण रावत, प्रदीप जैन,वीरेन्द्र गौतम एम.आई.खान, मुल्ले चौधरी, अबरार सौदागर, सुरेन्द्र करोसिया, अरविंद मिश्रा,धीरज खरे, संदीप चौधरी, मंगल पटैल, प्रीतम अहिरवार, रघुवीर वर्मा, आदि कांग्रेसजन शामिल हैं।
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बाइक सवारों को अज्ञात वाहन ने रौंदा,दो को मौत एक घायल,तेरहवीं से लौटते समय

बाइक सवारों को अज्ञात वाहन ने रौंदा,दो को मौत एक घायल,तेरहवीं से लौटते समय 
सागर।सागर जिले के बंडा थाना अंतर्गत पंचवटी मैरिज गार्डन के सामने अज्ञात वाहन ने  मोटरसाइकिल सवारों को रौंदा ।जिसमें दो युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ा और एक युवक को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बंडा लाए गंभीर अवस्था में होने के कारण जिला अस्पताल रेफर किया।  
पुलिस के मुताबि बंडा में तेरहवीं कार्यक्रम में आए हुए मृतक मलखान लोधी एवं मृतक कल्यान लोधी बंडा से हनौता पटकुई जा रहें थे ।जिसमें दो युवकों ने मौके पर मौत हो गई। इसमे घायल कन्हैया लाल का घायल अवस्था में जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और 108 से अस्पताल भेजा पुलिस अज्ञात वाहन की जांच में जुटी गई है।

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भाजपा में बढा बुन्देलखण्ड का कद, खजुराहो सांसद बी डी शर्मा बने प्रदेशाध्यक्ष, इसी अंचल से गोपाल भार्गव है नेता प्रतिपक्ष

भाजपा में बढा बुन्देलखण्ड का कद, खजुराहो सांसद बी डी शर्मा बने प्रदेशाध्यक्ष,इसी अंचल से गोपाल भार्गव है नेता प्रतिपक्ष
सागर। एमपी की  भाजपा  की राजनीति मे बुन्देलखण्ड अंचल का कद बढ गया है । राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस अंचल की खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा को एमपी की कमान सौंपी है। इस अंचल के कद्दावर नेता  गोपाल भार्गव एमपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष है।  बुन्देलखण्ड अंचल में भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है। बीडी शर्मा की छवि संगठनात्मक नेता की है। पहली दफा सांसद बने है। विधार्थी परिषद से लेकर भाजपा तक मे बड़े दायित्वों को निभाया है। नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके है। मा नर्मदा अध्ययन यात्रा और विधार्थी कल्याण न्यास के जरिये सामाजिक क्षेत्रो में सक्रिय रहे। 

सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि मुझ जैसे एक सामान्य कार्यकर्ता को मध्य प्रदेश, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा जी एवं शीर्ष नेतृत्व का आभार।मेरा प्रयास रहेगा कि संगठन की जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से करूँ। 
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EOW ने 12 लाख की राशि का गबन करने वाले पूर्व अध्यक्ष जनपद अध्यक्ष, अधिकारियों सहित 170 के खिलाफ पेश किया चालान

EOW ने 12 लाख की राशि का गबन करने वाले पूर्व अध्यक्ष जनपद अध्यक्ष, अधिकारियों सहित 170 के खिलाफ पेश किया चालान
सागर। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, मुख्यालय भोपाल में दर्ज अपराध क्रमांक 13/99 जो कि दमोह जिले में सभी विकासखण्डों जिनमें दमोहपथरिया, हटा, पटेरा, बटियागढ़, तेंदूखेडा, जबेरा के अन्तर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग एवं ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग जिला दमोह द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तर पर वर्ष 1993 से 1996 के मध्य चलाई जा रही डेवलपमेंट ऑफ वूमेन एण्ड चिल्ड्रन इन रूरल एरियाज डबाकरा योजना के अन्तर्गत पात्र गरीबी रेखा के नीचे की महिला हितग्राहियों को जीवनयापन हेतु रोजगार उपलब्ध कराने हेतु शासन द्वारा निर्धारित नीति निर्देशों के अंतर्गत राशि की सहायता गठित समूहों में से प्रत्येक समूह की प्रथम किस्त में 15, 000 रूपये तथा रोजगार के अच्छे कियान्वयन पाए जाने पर द्वितीय किस्त 10, 000 रूपये राशि प्रदान करने का प्रावधान था जिसके अन्तर्गत दमोह जिले में 171 डबाकरा समूहों का गठन किया गया था। जिसमें से 103 डबाकरा समूह कियाशील पाए गए तथा विकासखण्ड दमोह के 30 , पथरिया के 05 . हटा के 04 , पटेरा के 14 , तेदूखेडा के 07 तथा जवेरा विकासखण्ड के08 कुल 68 डबाकरा समूह फर्जी पाए गए , जिसमें 12, 10, 000 रूपये की राशि का गबन कर शासन को आर्थिक क्षति पहुंचायी गयी।
 उक्त प्रकरण में कुल 170 आरोपीगण हैं जिसमें मुख्य आरोपीगण  सतीश नायक ,पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत दमोह , मनोज राय, तत्कालीन जनपद पंचायत उपाध्यक्ष जिला दमोह , श्री पी . एस . मेंहर तत्कालीन परियोजना अधिकारी डी आर . डी . ए . दमोह , श्रीमती हरीष नाहर ( एच० नाहर) , जिला दमोह , श्रीमति सावित्री बाई तिवारी तत्का ) सहायक महिला एवं बाल विकास विस्तार अधिकारी विकास खण्ड हटा जिला दमोह , श्री ओ0पी0 दीक्षित तत्कालीन विकास खण्ड अधिकारी , जिला दमोह , श्री एस०एल०कोरी तत्का० परियोजना अधिकारी डी . आर . डी . ए . दमोह , हरप्रसाद अहिरवार उर्फ एच०पी० अहिरवार तत्का० सहायक विकास विस्तार अधिकारी विकास खण्ड तेन्दूखेड़ा जिला दमोह , श्रीमति क्रांति पचैरी , तत्कालीन महिला सुपरवाइजर जिला दमोह श्रीमति कुसुम दुवे , तत्कालीन मुख्य लिपिक डी . आर . डी . ए . दमोह एवं अन्य आरोपीगण के विरुद्ध विवेचना के दौरान आरोप सिद्ध पाये जाने से कुल 170 आरोपियों के विरूद्ध चालान दिनांक 13 . 02 . 2020 माननीय विशेष न्यायालय , दमोह म0प्र0 में पेश किया गया है।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, मुख्यालय के मार्गदर्शन में तथा श्री नीरज सोनी , तत्कालीन पुलिस अधीक्षक , आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ , इकाई सागर वर्त पुलिस अधीक्षक प्रकोष्ठ इकाई जबलपुर एवं श्री धनंजय शाह , पुलिस अधीक्षक , आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ , इकाई सागर के मार्गदर्शन में विवेचना अधिकारी निरीक्षक , उमा नवल आर्य , द्वारा उक्त चालान पेश किया गया है , उक्त प्रकोष्ठ इकाई के अधि० ध् कर्मचारियों सूबेदार ( अ ) रोशनी सोनी , सहायक उपनिरीक्षक ( अ ) अतुल पंथी , आरक्षक रामसजीवन यादव , आरक्षक चालक रत्नेश गर्ग , अफसर अली एवं ए0डी0पी0ओ0 दमोह श्री हेमंत पाण्डे , श्री मनीष सोनी द्वारा चालान पेश किये जाने में विशेष योगदान दिया गया ।
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छात्राओं को जागरूक करने में जुटा भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प

छात्राओं को जागरूक करने में जुटा भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प
सागर।भारतीय शिक्षण मंडल महिला प्रकल्प सागर की मातृशक्तियों द्वारा किशोरी समग्र विकास हेतु कन्या शालाओं में छात्राओं को जागरूक करने के लिए सागर के लाल स्कूल कन्या विद्यालय गयी। छात्राओं के व्यक्तित्व विकास  हेतु शिक्षकों के साथ समाज की महिलाओं का भी दायित्व है कि वे इन उभरती प्रतिभाओं का मार्गदर्शन करें। इन्हीं विचारों से प्रेरित होकर पर्यावरण-प्रभारी श्रीमती पुष्पलता पाण्डे ने छात्राओं को योग,ध्यान और आसनों का अभ्यास कराया।सह-प्रमुख श्रीमती राजश्री दवे ने पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति को बचाने के तरीक़े बताए।डॉ सुधा जैन ने छात्राओं को स्वच्छता और सुरक्षा के विषय में बताया और कोषाध्यक्ष श्रीमती शशि दीक्षित ने छात्राओं को बताया कि परीक्षा की तैयारी कैसे करें।शाला में १५० छात्राएँ उपस्थित थीं। वही आर्य कन्या विद्यालय सागर में नगर अध्यक्ष श्रीमती संध्या दरे  द्वारा जीवन मूल्य आधारित शिक्षा के महत्व को समझाया गया।श्रीमती शोभा सराफ ने किशोरियों को होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में बताया।श्रीमती आराधना रावत द्वारा छात्राओं को स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में आवश्यक निर्देश दिए गए।आर्य कन्या पाठशाला में २५० छात्राएँ उपस्थित थीं। विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं उपस्थित अध्यापिकाओं ने इन मातृशक्तियों की सराहना करते हुए कहा कि इससे छात्राओं में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ।
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विश्व पैंगोलिन दिवस: विश्व में पहली बार मध्यप्रदेश में हुई पैंगोलिन की रेडियो टेगिंग,तस्करों से बचाने की कोशिश

विश्व पैंगोलिन दिवस: विश्व में पहली बार मध्यप्रदेश में हुई पैंगोलिन की रेडियो टेगिंग,तस्करों से बचाने की कोशिश
सागर ।मध्यप्रदेश ने अति लुप्तप्राय प्रजाति में शामिल भारतीय पैंगोलिन के संरक्षण के लिए विशेष पहल की है। वन विभाग और वाईल्ड लाईफ कजंर्वेशन ट्रस्ट ने भारतीय पैंगोलिन की पारिस्थितिकी को समझने और उसके प्रभावी संरक्षण के लिए एक संयुक्त परियोजना शुरू की है। इस परियोजना में कुछ पैंगोलिन की रेडियों टेंगिग कर उनके क्रियाकलापों, आवास स्थलों, दिनचर्या आदि का गहन अघ्ययन किया जा रहा है। दो भारतीय पैंगोलिन का जंगल में सफल पुर्नवास किया गया है। रेडियो टेगिंग की मदद से इन लुप्तप्राय प्रजाति के पैंगोलिन की टेलिमेट्री के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही हैं। इस प्रयोग से पैंगोलिन के संरक्षण और आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे विश्व में चिंताजनक रूप से पैंगोलिन की संख्या में 50 से 80 प्रतिशत की कमी आई है।पैंगोलिन की खाल की दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में भारी डिमांड है। दुनिया मे सर्वाधिक तस्करी इसी जानवर की होती है।इसकी परतदार खाल का इस्तेमाल शक्ति वर्धक दवाइयों, ड्रग्स, बुलट प्रूफ जैकेट, कपड़े और सजावट के सामान के लिए किया जाता है।इसकी अच्छी खासी कीमत बाजार में तस्करों को मिलती है। रुपयों के लालच में पैंगोलिन की तस्करी भी बढ़ गई है। जंगलों में इनका दिखना भी लगभग दुर्लभ ही है। 
एस.टी.एस.एफ. ने किया 11 राज्यों में शिकार और तस्करी का भांड़ा फोड़
मध्यप्रदेश की पहचान हमेशा से ही वन्य जीव प्रबंधन में अनूठे और नये प्रयासों के लिए रही है। वन्य प्राणी सुरक्षा के लिए प्रदेश में गठित विशिष्ट इकाई एस.टी.एस.एफ ने सभी वन्यप्राणी विशेषकर पैंगोलिन के अवैध शिकार पर और व्यापार को नियंत्रित करने के कारगर प्रयास किये हैं। एस.टी.एस.एफ. ने पिछले कुछ सालों में 11 से अधिक राज्यों के पैंगोलिन के शिकार और तस्करी में शामिल गुटों का सफलता पूर्वक भांडा फोड़ किया है।

चीन और दक्षिण एशियाई देशों में कवच और मांस की भारी मांग
पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी की जाने वाली प्रजाति है। सामान्यतरू परतदार चींटी खोर के नाम जाने वाले ऐसे दंतहीन प्राणी हैं जो वन्यप्राणी जगत में अद्वितीय होने के साथ लाखों वर्षों के विकास का परिणाम हैं। पैंगोलिन अपने बचाव के रूप में इस परतदार कवच का उपयोग करता है। यही सुरक्षा कवच आज उसके विलुप्ति का कारण बन गया है। परम्परागत चीनी दवाईयों में इनके कवच की भारी मांग इनके शिकार का मुख्य कारण है। चीन और दक्षिण एशियाई देशों में इनके कवच और मांस की भारी मांग है। इससे वैश्विक रूप से पैंगोलिन प्रजाति की संख्या में तीव्र कमी आई है।
पैंगोलिन की 8 प्रजातियों मे से 2 भारत में
पैंगोलिन की आठ प्रजातियों में से एक भारतीय एवं चीनी पैंगोलिन भारत में पाए जाते हैं। चीनी पैंगोलिन उत्तर पूर्वी भारत और भारतीय पैंगोलिन अत्यधिक शुष्क क्षेत्र, हिमालय ओर उत्तर पूर्वी भारत के अलावा सम्पूर्ण भारत में पाया जाता है। भारतीय पैंगोलिन भारत के अलावा श्रीलंका, बाँग्लादेश और पाकिस्तान में भी पाया जाता है। दोनों प्रजातियों को वन्यजीव (संरक्षण)अधिनियम की अनुसूची- एक में संरक्षण प्राप्त है।
निशाचर प्रजाति होने के कारण भारतीय पैंगोलिन के व्यवहार और पारिस्थितिकी के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। लुप्तप्राय प्रजातियों के प्रभावशील संरक्षण योजना और विकास के लिए उनकी पारिस्थितिकी जानना अति महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश वन विभाग और वाइल्ड लाईफ कंजर्वेशन ट्रस्ट रेस्क्यू किये गये पैंगोलिन में से 6 की रेडियों टेगिंग कर अध्ययन करेगा। इससे लुप्तप्राय प्रजाति की जनसंख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
विश्व पैंगोलिंन दिवस फरवरी माह के तीसरे शनिवार को मनाया जाता है। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रयास से पैंगोलिन प्रजाति के बारे मेंजागरूकता बढ़ती है और विभिन्न स्टाफ होल्डरों को एकत्र कर संरक्षण प्रयासों को गति दी जाती है।
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एम एल बी स्कूल की प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया कलेक्टर ने

एम एल बी स्कूल की प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया कलेक्टर ने
सागर । कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने श्रीमति उर्मिला सोनी, प्राचार्य शासकीय म.ल.बा.क.उ.मा.वि.क्र . 2 सागर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि 08.02.2020 को दोपहर 1.00 बजे जिला शिक्षा अधिकारी सागर द्वारा आपकी संस्था का निरीक्षण राक्षण किया गया . संस्था में कक्षा 10वीं की 38 छात्राएं अंग्रेजी का टेस्ट दे रही थीं , शेष कोई भी कक्षाएं संचालित नही पाई गई । कक्षा 9वीं की दस छात्राएं संस्था परिसर में घूम रही थीं , छात्राओं से चर्चा के दौरान अवगत कराया गया कि किसी भी शिक्षक द्वारा कालखण्ड नहीं लिया गया । आप निरीक्षण के समय उपस्थित नहीं थी , जिला शिक्षा अधिकारी के बुलाये जाने पर आप उपस्थित हई । कक्षा संचालन की स्थिति के संबंध में संस्था के शिक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि संस्था में कक्षा 12वीं की छात्राओं की पार्टी आयोजित है , पार्टी किसकी सहमति से आयोजित की गई आपके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर की गई । पार्टी के चलते विद्यालय में अघोषित अवकाश किया गया था । आपकी संस्था का वर्तमान सत्र तिमाही परीक्षा परिणाम 24 . 6 , अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम 54 . 9 एवं प्री - बोर्ड परीक्षा परिणाम में 58 . 6 रहा है जो कि विगत वर्ष 2019 के बोर्ड परीक्षा परिणाम 61 प्रतिशत से कम है एवं जिले के औसत परीक्षा परिणाम से भी कम है ।
संस्था मिशन 1000 में चयनित होने के फलस्वरूप भी शतप्रतिशत परीक्षा परिणाम हेतु सुधार के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं । विभाग के निर्देशानुसार आपको कक्षा 10वीं की छात्राओं का विशेष कैम्प 07 . 02 . 2020 में आरंभ करना था , जो नहीं किया गया ? इस संबंध में विभाग एवं जिला स्तर से समय - समय पर निर्देश जारी भी जारी किये गये जिनका पालन नहीं किया जा रहा है , आपके द्वारा उक्त संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को प्रस्तुत उत्तर में लेख किया गया है कि मेरे द्वारा मौखिक एवं लिखित स्वीकृति नहीं दी गई एवं शिक्षकों ने भी लिखित में अनभिज्ञता जाहिर की है , उसके उपरात भी पार्टी हो रही थी , समाधानकारक नहीं है । दिनांक 23 . 10 . 2019 जिला ज्ञानपुंज दल द्वारा संस्था का निरीक्षण ध् मॉनीटरिंग किया गया था निरीक्षण के दौरान संस्था में जो कमिया पाई गई थीं की पूर्ति हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए एवं जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र क्रमांक 7602 दिनांक 23 . 10 . 2019 द्वारा भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए थे किन्तु दिनांक 08 . 02 . 2020 के निरीक्षण के दौरान कोई सुधार नहीं पाया गया । समेकित छात्रवृत्ति अतर्गत प्रोफाईल अपडेशन शेष होने के कारण कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र द्वारा आपको प्रोफाईल अपडेशन पूर्ण करने हेत निर्देश दिए गए थे लेकिन प्रोफाईल अपडेशन का कार्य पूर्ण नहीं हुआ । निरीक्षण में शाला परिसर में गंदगी पाई । गई एवं शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति पंजी नहीं पाई गई । उपरोक्त स्थिति से स्पष्ट है कि आपका संस्था के स्टाफ एवं छात्रों पर नियंत्रण नहीं है एवं आदेशों ध् निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है , जो कर्तव्य के प्रति उदासीनता , लापरवाही एवं स्वैच्छाचारिता है , जो कि म . प्र . सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होकर गंभीर कदाचरण की श्रेणी में आता है ।  अतएव म . प्र . सिविल सेवा ( वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील ) नियम 1966 के तहत कारंण बताओ सूचना पत्र जारी किया जा रहा है । आपके उक्त त्य विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाना प्रस्तावित है । आप अपना प्रतिउत्तर 07 दिवस की समयसीमा में प्रस्तुत करें । प्रतिउत्तर समयसीमा में प्राप्त न होने पर एकपक्षीय कार्यवाही की जावेगी ।
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