ये हुई थी घटना
छत्तरपुर के एसडीएम कार्यालय में 5 फरवरी की सुबह sdm अनिल सपकाले पर हमला,फायरिंग और वाहन में तोड़फोड़ की घटना हुई थी। इस घटना से हड़कम्प मंचा गया। अधिकारी /कर्मचारी आंदोलन की धमकी देने लगे। पुलिस प्रशासन सकते में आ गया। शहर के हदयस्थल और अन्य शासकीय कार्यालयों के बीच स्थितअनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में यह चौकाने वाली घटना घटित हुई।मौके परफिंगर प्रिन्ट एक्सपर्ट एवं एफएस०एल0 टीम को भेजा गया। अनिल सपकाले एसडीएम छतरपुर द्वारा एक लिखित आवेदन पत्र थाना कोतवाली छतरपुर में दिया। पुलिस ने धारा 307, 353, 427, 452, 506, 336, 34 भादवि० व सार्वजनिकसम्पत्ति निवारण अधिनियम की धारा 3 का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस विवेचना में संधिग्ध निकला मामला
घटना के संबंध में लोगों सेपूछताछ की गई, आसूचना संकलित की गई। घटना घटित होने का समय, परिस्थितियां तथाघटनास्थल के चश्मदीद साक्षियों के वायरल वीडियो का अवलोकन किया गया, जो घटना की संदिग्धताकी ओर इशारा करते थे।
श्री कृष्णा विवि का चेयरमैन पुष्पेंद्र गौतम था लिप्त,सम्बन्धो की आड़ में रची साजिश
पुलिस को मुखबिरों से श्रीकृष्ण यूनिवर्सिटी के चेयरमैन पुष्पेन्द्र गौतम, जावेद अख्तर, प्रदेश मंत्री, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा तथा एस0डी0एम0 छतरपुर श्री अनिलसपकाले के अत्यंत घनिष्ठ संबंध तथा घटना में संलिप्तता की सूचना प्राप्त हुई।घटना के समय, जो साक्षी उपस्थित थे, उनके द्वारा भागते हुये हमलावरों द्वारा भदौरियानाम का उल्लेख करना बताने पर एस०बी०एन० ग्रुप के चेयरमैन अभय सिंह भदौरिया को पूछताछ केलिये तलब किया गया। घटना के समय उसकी उपस्थिति के संबंध में साक्ष्य जुटाये गये। घटना मेंसंलिप्तता के संबंध में साक्ष्य जुटाये गये। प्रथम दृष्टया अभय भदौरिया का घटना में संलिप्त होना नहींपाया गया।वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिये घटनास्थल का पी०एस०टी०एन० डाटा लिया गया तथा संदिग्धों के मोबाइल नंबर की सी0डी0आर0 निकाली गई। घटना की पूर्व रात्रि मेंअनिल सपकाले की पुष्पेन्द्र गौतम तथा जावेद अख्तर से कई बार बात होना पाया गया। पुष्पेन्द्र गौतम को पूछताछ हेतु बुलाया गया। पूछताछ पर पुष्पेन्द्र गौतम के द्वारा बताया गया कि अभय भदौरिया से उसकी व्यवसायिक प्रतिद्वन्दता है, ।एस०डी०एम०सपकाले से पिछले 10 वर्षों से मित्रता होना बताया। पुष्पेन्द्र गौतम ने बताया कि एस०डी०एम० सपकालेद्वारा उससे एस०डी०एम० कार्यालय में तोड़फोड़ करने के लिये 4-5 लडके बलाने के लिये कहा.जिसकी पुष्टि पुष्पेन्द्र गौतम एवं राजू बुन्देला के मोबाइल में उपलब्ध वॉइस रिकार्ड से होती है। पुष्पेन्द्र गौतम के साथी राजू बुन्देला की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुष्पेन्द्र गौतम ने बताया कि वह एस0डी0एम0 सपकाले की छतरपुरपदस्थापना से अब तक लगभग 15 लाख रूपये दे चुका है। अभीदिसम्बर 2019 में 4,70,000/-रूपये देना बताया। वाईस रिकार्ड में अन्य कार्य हेतु पैसे के लेन-देनतथा एस०डी०एम० सपकाले को स्टे दिलाने की वार्तालाप उपलब्ध है, जो एस0डी0एम0 सपकाले वपुष्पेन्द्र गौतम की घनिष्ठता को स्पष्ट करती है।दूसरे संदिग्ध जावेद अख्तर को तलाशा गया तो वह घर से फरार होना पाया गया।पुलिस द्वारा प्रयास करके उसे पूछताछ हेतु उपस्थित कराया गया। जावेद अख्तर ने बताया कि वहपिछले लंबे समय से एस०डी०एम० सपकाले से जुड़ा हुआ है, उसकी जमीन नेशनल हाईवे में अधिग्रहीत हुई है, जिसमें मुआवजे के लगभग 40 लाख रूपये उसे मिलना है। मुआवजे की राशि प्राप्त करने केलिये वह एस0डी0एम0 सपकाले को पूर्व में नगद राशि भी दे चुका है। एस0डी0एम0 कक्ष का रिनोवेशनउसने अपने पैसे से कराया है, नवीन कक्ष भी बनवा रहा है।
SDM ने बनाया प्लान,मीडिया में कराया हाईलाइट
एस०डी०एम० सपकाले ने लड़के लाकर कार्यालय में तोड़फोड़ कराने के लिये कहा। जिस पर उसने तीन लड़के अमित सिंह परमार, अर्जुन श्रीवास, सतीष सोनीभेजे। सपकाले ने तीन में एक संतोष उर्फ अर्जुन श्रीवास को पहलेसर्किट हाउस छतरपुर में बुलाकर घटना के बारे में ब्रीफ किया। कहाँ से जाना है, कहाँ से लौटना हैतथा कहाँ खड़े होकर फायर करना है, समझाया। इसके उपरांत राजू बुन्देला के साथ तीन लड़कों नेजाकर घटना को अंजाम दिया। जावेद अख्तर घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने के लिये पूर्वसे ही वहाँ उपस्थित था।एस0डी0एम0 कार्यालय में तोडफोड के बाद सुनियोजित तरीके से मीडिया से जुड़े लोगोंको बुलाया गया और घटना को हाईलाईट कराया गया।
व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा बनी फसाद की जड़