माँ नर्मदा जयंती पर निकली 108 मीटर की चुनरी यात्रा

माँ नर्मदा जयंती पर निकली 108 मीटर की चुनरी यात्रा
सागर। मां नर्मदा जयंती के उपलक्ष्य में चमेली चौक माॅडल स्कूल के पास श्री डूठावली हनुमान मंदिर के पास मां नर्मदा जी की विषाल प्रतिमा का सुबह पवित्र नदियों के जल, दूध, दही एवं पंचामृत आदि से अभिशेक, पूर्ण श्रृंगार एवं पूजा अर्चना एवं महाआरती संतोश सोनी एवं उनके परिवार के द्वारा की गयी। पूजन एवं महाआरती में सैकड़ों भक्त षामिल हुए। 
इस अवसर पर मां नर्मदा जी की 108 मीटर की भव्य चुनरी यात्रा पंडित विपिन बिहारी एवं अमित रामजी दुबे, सिंटू कटारे, जितेन्द्र सिंह चावला के नेतृत्व में जनता स्कूल पुरव्याउ टौरी से निकाली गई ।जो चकराघाट कोतवाली बड़ा बाजार होते हुए माॅडल स्कूल के पास मंदिर परिसर में पहुंची तत्पष्चात मां नर्मदा जी को 108 मीटर की भव्य चुनरी समर्पित कर महाआरती की गई। चुनरी यात्रा का जगह-जगह धर्मप्रेमी बंधुओं ने स्वागत किया। 
चुनरी यात्रा में पुजारी छोटु पंडा, पं. बद्री प्रसाद षुक्ला, अजय दुबे, पप्पू गुप्ता, लक्ष्मन सिंह ठाकुर, बसंत चैरसिया, अभिशेक सोनी, राजू षुक्ला, धर्मेन्द्र महाराज, केदार पंडा, डालचंद सेन, दीपक नगार्च, कमल चैरसिया, राहुल सोनी, माखन लाल सोनी, मनु सोनी, नितिन पचैरी, विक्की तिवारी, गोवर्धन रैकवार, सीताराम तिवारी, मयंक तिवारी, रिम्पी गर्ग, अवधदीप दुबे सहित सैकड़ों की तादाद में भक्तगण एवं माताएं बहने षामिल हुयीं। कार्यक्रम संयोजक संतोश सोनी मारूती ने सभी भक्तों को धन्यवाद देते हुए प्रसाद वितरण किया। 

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संस्कृत से आयुर्वेद ही नही विश्व का ज्ञान प्राप्त हो सकता है:कप्तान सिंह सोलंकी

संस्कृत से आयुर्वेद ही नही विश्व का ज्ञान प्राप्त हो सकता है:कप्तान सिंह सोलंकी

भोपाल।संस्कृत भारती द्वारा आयुर्वेदिक महाविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए मेपकास्ट विज्ञान भवन में एक दिवसीय कार्यशाला समाधानम २०२० का आयोजन किया गया है।कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में अध्यक्षता प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी पूर्व राज्यपाल एवं राज्यसभा सांसद ने की। उन्होंने कहा कि संस्कृत से न केवल आयुर्वेद का ज्ञान अपितु विश्व का ज्ञान भी प्राप्त करसकते है। मुख्यवक्ता के रूप में श्री श्रीश: देवपुजारी अखिल भारतीय महामंत्री संस्कृत भारती  ने बताया कि संस्कृत आत्मा की भाषा है। आयुर्वेद जीवन की। जीवन एवंआत्मा की कडी संस्कृत है अतः संस्कृत को अपनाना हमारे कर्तव्य है। विशिष्ट अतिथिके रूप में डॉ. टी.एन. दुबे कुलपति आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर ने बतायाआयुर्वेद एवं संस्कृत के विकास हेतु विश्वविद्यालय सदैव सहयोग केलिए तत्पर रहेगा। डॉ. सुरेन्द्र तिवारी ,नई दुनियाभोपालने बताया आयुर्वेद के मूल अर्थ समझने हेतुसंस्कृत की आवश्यकता है । डॉ. आर. के.चौरसिया कुलसचिव एल एन मेडिकल विश्वविद्यालय भोपाल) संचालक मंण्डल के अध्यक्ष ने अपने स्वागत भाषण में आयुर्वेद एवं संस्कृत के सम्बन्धो बताया। कार्यशाला को चार सत्रों में विभक्त किया गया हैजिनमें आयुर्वेदिक शिक्षा में संस्कृत का महत्व , एक अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक कैसेबने. वर्तमान में इस क्षेत्र में क्या-क्या अवसर संभावनाएं हैं. जिज्ञासा समाधान एवं अन्यविषयों पर भी सम्बंधित विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया । विज्ञान कीसंस्कृत प्रदर्शिनी भी लगाई गई थी। इस कार्यक्रम में भोपाल महानगरों के आयुर्वेद के500 विद्यार्थि  थे। आयुर्वेद महाविद्यालयों के समस्त छात्र/छात्राओं के लिए यहकार्यशाला जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने में अत्यंत प्रेरणादायक सिद्ध होगी।

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संत रविदास की 643 वी जयंती मनाने आयोजन समिति गठित

संत रविदास की 643 वी जयंती मनाने आयोजन समिति गठित
सागर ।संत रविदास की 643 वी जयंती मनाने आयोजन समिति गठित की गई है। अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एड. धनसिंह अहिरवार ने बताया कि  26 जनवरी  को बोद्ध विहारविठ्ठल नगर में अहिरवार/ जाटव समाज की बैठक का आयोजन किया गयाथा और बैठक में समाज के समस्त समाज सेवियों ,समाज के वरिष्ठ मुखियागणो  की सहमति से मुन्ना लाल ठेकेदार को अखिल भारतीयरविदासिया धर्म संगठन का जिला अध्यक्ष सागर एवं कुमारी स्मोही जाटव कोरविदासिया धर्म संगठन में महिला मोर्चा का नगर अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष एड.धनसिह अहिरवार दवारा नियुक्त किया गया । उक्त बैठक में ही सर्वसहमति से संत रविदास महाराज की 643 वी जयती मनाने का निर्णय लियागया व जयंती मनाने हेत् आयोजन समिति का गठन किया गया। जिसमेंआयोजन समिति का जिला अध्यक्ष मुन्ना लाल ठेकेदार, जिला महासचिव

भगवती प्रसाद जाटव एवं नगर अध्यक्ष विजय जाटव, आदित्य चौधरी को युवाअध्यक्ष नियुक्त किया गया एवं जिले में वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश रोहित वगरीबदास जाटव, कोषाध्यक्ष धर्मराज ठेकेदार सचिव एड. वर्दी प्रसाद चौधरीएवं जितेन्द्र चौधरी व राजा अहिरवार को वाहन रैली का प्रभारी नियुक्त कियागया है एवं समिति का सरक्षक एड. धनसींग अहिरवार प्रदेश अध्यक्ष

रविदासिया धर्म संगठन म प्र. व मुन्ना राठोरया जी होगे और समिति ने यहनिर्णय लिया है कि पूरे जिले के अहिरवार/जाटव समाज ने 26 जनवरी गणतंत्रदिवस के उपलक्ष्य मे बोद्ध विहार विठ्ठल नगर में बैठक में निर्णय लिया थाकी आयोजन समिति का जिला अध्यक्ष व समिति सदस्य बनाये है उन्ही केनेतृत्व मे ही मनायी जायेगी इस समिति के अलावा पूरे सागर जिले के गुरूप्रेमी भाईयों ने जयती मनाने के लिए अन्य कोई समिति गठित नही की है।  उक्त जयंती रविदासिया धर्म सगठन, अहिरवार जाटव समाज के साथ अहिरवार समाज संघ, भीम आर्मी केजिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र अहिरवार एवं वाल्मिकी समाज से सुमित करोसिया नेसर्मथन किया है। उनोहने मीडिया से कहा कि कुछ लोग समाज की राजनिति करके बदनाम कर रहे है। ऐसे लोगो से बचने की जरूरत है। 
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स्वाथ्य परीक्षण शिविरएवं फिजियोथैरेपी केम्प का आयोजन दो फरवरी से

स्वाथ्य परीक्षण शिविरएवं फिजियोथैरेपी केम्प का आयोजन दो फरवरी से

सागर। समाज  के स्वाश्य लाभ का चिंतन करते हुए परम योग वेलनेस सेंटर भोपाल द्वारा सागर में टीबी दिवसीय स्वाथ्य परीक्षण शिविर एवम् फिजियोथेरेपी कैम्प का आयोजन  2, 3,4, फरवरी 2020 रविवार, सोमवार, को प्रातः 10.00 बजे से सायं 5 बजे तक कुबेर  वाटिका रेस्टोरेंट, पटकुई, में किया गया है।  जिसमें मेरीडियन क्वार्टम मेग्नेटिक एनालाइजर द्वारा शरीर के लगभग सभी अंगो की जांच की जायेगी।आचार्य देवश्री अखण्डानन्द द्वारा रोगों से बचाव के उपाय, स्वथ्य जीवन जीने की कला एवं अध्यात्म दारा शरीर को कैसे स्वस्थ्य रखें, सिखाया जायेगा। अखंडानंद जी ने बताया कि वास्तव में हमारे किचिन, जीवन शैली और ध्यान अभ्यास में कैंसर,शुगर  जैसी बीमारियों का इलाज है। इस दिशा में लगातार में  प्रचार और जागरूकता के  लिए प्रयास किये जा रहे है। शिविर में खानपान में सावधानियां कैसे रखें, पर व्याख्यान दिया जायेगा। कुछ बीमारियों का घरेलू उपचार भी बताया जायेगा। इसमे 
डॉ. गौरव बनवारी  द्वारा गठिया के रोगियों को फिजियोथैरेपी करवाई जायेगी। इसके आयोजक-पं. प्रकाश गुरू , पं. जगदीश गुरू , पं.अखिलेश तिवारी और  संयोजक-पं. विष्णु तिवारी जी (दाऊ मालक) है।
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वन स्टाप सेन्टर्स के लिए 561 नये पद स्वीकृत

वन स्टाप सेन्टर्स के लिए 561 नये पद स्वीकृत
सागर । राज्य शासन द्वारा महिला-बाल विकास विभाग के अन्तर्गत वन स्टॉप सेन्टर्स के लिए आउटसोर्स से 561 नये पद स्वीकृत किये गये हैं। प्रति सेन्टर तीन केस वर्कर (महिला), एक परामर्शदाता (महिला), एक आई.टी. वर्कर (महिला/पुरुष), तीन बहुउद्देश्यीय सहायक (2 महिला-पुरूष) के मान से पद स्वीकृत किए गए हैं। इन पदों पर निर्धारित दर /कलेक्टर दर पर राज्य/ जिला स्तर पर निविदा द्वारा चयनित एजेंसी के माध्यम से नियुक्ति की जाएगी।
वन स्टाप सेन्टर में केस वर्कर के कुल 153 पद स्वीकृत किए गए हैं। इसके लिए महिला की अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष और मास्टर इन सोशल वर्क की उपाधि तथा महिलाओं से संबंधित कार्य में न्यूनतम एक वर्ष का अनुभव जरूरी है।
परामर्शदाता (महिला) के 51 पद के लिए आवेदक की अधिकतम आयु सीमा 50 वर्ष निर्धारित की गई है। मनोविज्ञान, क्लीनिकल साइकोलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री, परामर्शदाता/साइकोथेरेपिस्ट के रूप में मेन्टल हेल्थ इंस्टीट्यूट, राज्य एवं जिला स्तरीय क्लीनिक में कार्य करने का न्यूनतम 3 वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। कम्प्यूटर/आईटी में डिप्लोमा प्राप्त 35 वर्ष आयु के महिला अथवा पुरूष स्नातक को वन स्टॉप सेन्टर में आईटी वर्कर के रूप में नियुक्त किया जायेगा। प्रदेश में आईटी वर्कर के  पद स्वीकृत किए गए हैं।
प्रदेश के सभी जिलों के वन स्टॉप सेन्टर के लिए 35 वर्ष आयु सीमा के 2 महिला एवं 1 पुरूष प्रति सेन्टर के मान से 153 बहुउद्देश्यीय सहायक के पद स्वीकृत किए गए हैं। इस पद के लिए हेल्पर अथवा भृत्य के रूप में कार्य करने का एक वर्ष का अनुभव अनिवार्य होगा। इसी प्रकार, सुरक्षा कर्मी (पुरूष) के 153 पद के लिए सुरक्षा कर्मी के रूप में एक वर्ष कार्य का अनुभव तथा आयु सीमा 35 वर्ष निर्धारित की गई है।                        
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स्कूल गुरू पर एक दिवसीय कार्यशाला ,भोज मुक्त विवि के रीजनल सेंटर में

स्कूल गुरू पर एक दिवसीय कार्यशाला ,भोज मुक्त विवि के रीजनल सेंटर में 
सागर।मध्यप्रदेष भोज मुक्त विष्वविद्यालय भोपाल के क्षेत्रीय केन्द्र  सागर में एक दिवसीय कार्यषाला का आयोजन भोपाल मुख्यालय द्वारा  कुलपति प्रो. सोनवलकर का मार्गदर्षन में  किया गया। भोपाल मुख्यालय द्वारा प्रायोजित इस कार्यषाला में क्षेत्रीय केन्द्र सागर से संबंद्ध विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्य/प्राचार्य प्रतिनिधि केन्द्राध्यक्ष एवं समन्वयक सम्मििलत हुये। कार्यषाला के मुख्या अतिथि प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत ने  कहा कि षिक्षा औार प्रषिक्षिण के माध्यम से सभी मे अंतर्निहित क्षमताओं को संपोषित एवं सवंर्धित करना चाहिये। समय का प्रबंधन, कठिन परिश्रम एवं कार्य की की निरंतरता के साथ व्यक्तित्व का विकास किया जा सकता है। वैष्वीकरण के इस दौर मे प्रौद्यिगिकी के विभिन्न संसाधनों का उचित प्रयोग करते हुये संसाधनों से वैष्वििक प्रतिस्पर्ध में सफलता पाई जा सकती है। स्कूल गुरू के प्रतिनिधि श्री दिवाकर सिकरवार ने स्कूल गुरू के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की । श्री सिकरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल गुरू कार्यक्रम का प्रमुख उददेष्य है कि युवाओं का रोजगार हेतु क्षमतावान बनाया जा सके।
कार्यषाला के अगले चरण में सीधे संवाद के द्वारा जिज्ञासाओं का समाधान प्रस्तुत किया । श्री सिकरवार ने बतलाया  िकइस वर्ष लगभग दस हजार पंजीयन का लक्ष्य है, जिनमें कम से कम 60 प्रतिषत का प्लेसमेंट हो सके । इस हेतु म.प्र. भोज मुक्त विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोनवलकर जी विषेष कार्यक्रम संचालन की दिषा में निरंतर प्रयासरत है। कार्यषाला में श्री शैलेष सिंह ठाकुर ;ेंसमे डंदंहमतद्ध प्राचार्य/प्राचार्य प्रतिनिधि केन्द्राध्यक्ष एवं समन्वयक के रूप में डाॅ एस. के. अग्रवाल, डाॅ ए. के. सिंहा, शीतल सोनी, डाॅ राहुल ,श्री शरद चैबे, श्री अभिषेक दांगी, श्री पवन कुमार, श्री राजीव ऐलेक्सजेन्डर, श्री देवेन्द्र यादव, श्री रमेष, श्री ओमप्रकाष, डाॅ रधुनाथ पाल, डाॅ एस. प्रभाकर, श्रीमति अर्चना तिवारी, डाॅ शषीकांत खरें, श्री देषराज सिंह ठाकुर, डाॅ आषीष कुमार जैन गण उपस्थित हुऐ।  डाॅ ए.के.सिन्हा व श्री शैलेष सिंह ठाकुर , ने आभार व्यक्त किया।
                 

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कोरोना वायरस :सतर्कता और बचाव ही उपाय: डॉ राजेन्द्र चउदा

कोरोना वायरस :सतर्कता और बचाव  ही उपाय: डॉ राजेन्द्र  चउदा
कोरोना वायरस को लेकर तरह तरह की चर्चाएं है । इसको लेकर डॉ राजेन्द्र चउदा ने  ने बताया है।
यह एक RNA ग्रुप का वायरस है जो मनुष्यों एवं जानवरों को संक्रमित करता हैइसे 2019 Novel Corona Virus ( 2019 -nCOV ) या वुहान कोरोना वायरस भी कहते हैं ।
यह वायरस कैसे फैलता है 
इसकी उत्पत्ति चायना के वुहान शहर के मीट मार्केट जिसमें समुद्री फ़ूड ( Sea Food ) , पक्क्षी , ख़रगोश ,चमगादड़ , साँप आदि बिकते थे , वहाँ से हुई ।बाद में यह एक मरीज़ से दूसरे को फैलता चला गया ।
यह कैसा दिखता है 
इलेक्ट्रोन मायक्रोस्कोप से देखने पर इस 2019 Novel Corona Virus का आकार कुछ इस तरह ( 🦠 ) होता है , जिसमें चारों तरफ़ से नुकीले क्राउन की तरह प्रोजेक्शन निकले रहते हैं , इसलिए इसका नाम कोरोना वायरस पड़ा ।
इसका प्रकोप कितना है
अभी तक इस बीमारी से 16 देशों के लगभग 6152 लोग संक्रमित हो चुके हैं ..और  29 जनवरी 2020 तक लगभग 132 लोगों की मौत हो चुकी है ..अमेरिका में भी क़रीब 5 केस इस बीमारी के मिल चुके हैं ।
इसके लक्षण क्या हैं :
यह फ़्लू जैसा वायरस है और इसके लक्षण वायरल फ़ीवर जैसे ही होते हैं ....मुख्यतः सर्दी , खाँसी , बुख़ार , नाक बहना , गले में दर्द , सिरदर्द ,बदन दर्द , नेमोनिया आदि हैं ..पर बीमारी ज़्यादा होने पर साँस लेने में तकलीफ़ होने के साथ ही मौत भी हो सकती है इसे Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS ) एवं Middle East Respiratory Syndrome (MERS) कहते हैं ।
सका क्या बचाव / इलाज क्या है :
•इस बीमारी का कोई निश्चित इलाज नहीं है , केवल बीमारी से होने वाली तकलीफ़ों का इलाज होता है ....इसके बचाव की कोई बेक्सिन भी नहीं बनी ।
अतः इसका बचाव ही इसका इलाज है।
संक्रमित मरीज़ से दूर रहें..अपने आपको संक्रमण से बचाएँ ।सार्वजनिक जगहों पर संभल कर रहें ।बीमार जानवरों को ना छुएँ ..छू जाने पर अच्छी तरह से हाथ धो लें।सर्दी खाँसी होने पर किसी के मुँह पर ना खाँसे।खाँसी होने पर मास्क या मुँह पर रुमाल का उपयोग करे।
वायरल फ़ीवर होने पर इलाज लें एवं घर पर आराम करें।Sea Food का इस्तेमाल ना करें।
डॉ. राजेन्द्र चउदा..MD
सीनियर मेडिसिन विशेषज्ञ..सागर
•ब्लड प्रेशर • हृदय रोग • डॉयबिटीज
•थॉयरायड •ईकोकार्डियोग्राफ़ी
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कुरवाई में दर्दनाक सड़क हादसा, पिता और दो मासूम बच्चों की मौत, पत्नी की हालत गंभीर, मृतक परिवार सागर का


कुरवाई में दर्दनाक सड़क हादसा, पिता और दो मासूम बच्चों की मौत, पत्नी की हालत गंभीर, मृतक परिवार सागर का
कुरवाई । कुरवाई- बीना स्टेट हाईवे पर एक कार  ने मोटरसाईकिल सवार को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक हादसे में पितां और उसके दो मासूम बच्चों  की  मोके पर ही  मौत हो गई। जबकि पत्नी गभीर रूप से घायल हो गई। घायल को इलाज के लिए विदिशा अस्पताल में भर्ती कराया गया है । मृतक सागर जिले के खुरई थाना के ग्राम  बनहट ग्राम का है । इस सड़क पर आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती है। 
स्टेट राजमार्ग क्रमांक 14 कुरवाई बीना रोड पर  शुक्रवार को कार क्रमांक MH 04 HN 1014 एवं मोटरसाइकिल की भिड़ंत हो गई। इसमे बाईक सवार ग्राम  वनहट तहसील खुरई जिला सागर निवासी प्रीतम कुशवाह पुत्र फूल सिंह कुशवाह उम्र करीब 35 वर्ष, पुत्री राधिका कुशवाह उम्र 6 वर्ष पुत्र हर्ष कुशवाह उम्र 3 वर्ष
की मौके पर मौत हो गई।  उसकी पत्नी विनीता कुशवाहा घायल हो गई। जिसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तीन वर्षीय पुत्र हर्ष कुशवाह मोटरसाइकिल से उछलकर करीबन 20 फीट दूरी पर झाड़ियों में जाकर गिर गया ।जिसकी जानकारी मौके पर पहुंची 100 डायल तक को नहीं थी। जिसे 1 घंटे बाद परिजनों से मोबाइल पर चर्चा होने परिजनों ने जानकारी दी तब जाकर ढूंढ कर अस्पताल लाया गया । ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर हफीज खान ने बताया कि विनीता कुशवाहा गंभीर रूप से घायल होने प्राथमिक उपचार होने के उपरांत विदिशा जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है ।मृतक के परिजन में भोले कुशवाहा ने बताया कि मृतक रिश्तेदारी में मंडी बामोरा आ रहे थे। संयोगवश से दुर्घटना मंडी बामोरा से घटनास्थल वाला क्षैत्र मात्र 12 किलोमीटर दूरी पर बचा था। 
एक्सीडेंटल झोन बन गया 
बीना नदी के पुल से लायरा के मध्य लगभग 1 किलोमीटर का क्षेत्र दुर्घटना संभावित क्षेत्र होने से विगत एक बर्ष में करीबन 9 -10 मौतें हो चुकी हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि टीसीआईएल रोड कंपनी का टोल टैक्स नाका स्थल से मात्र 500 मीटर दूरी पर स्थित दुर्घटना संभावित क्षेत्र होने के उपरांत भी सड़क के किनारे लगी झाड़ियों एवं पेड़ होने एवं बीना पुल से आगे खतरनाक मोड़ होने से वाहन  चालकों को रास्ता दिखाई नहीं देता। जिसके चलते इस तरह की दुर्घटनाएं लगातार होने के उपरांत भी एमपी आरडीसी के अधिकारी एवं बीओटी के अंतर्गत रोड संधारण करने वाली कंपनी टीसीआईएल यदि समय से पूर्व सचेत हो जाती तो इन दुर्घटनाओं को रोका जा सकता था।
अनुविभागीय अधिकारी गोपाल सिंह वर्मा से चर्चा करने पर बताया कि उन्होंने तुरंत घटना स्थल का निरीक्षण कर एक्सीडेंटल जोन होने की जानकारी एकत्रित कर संबंधित टोल कंपनी टीसीआईएल एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को लिखा जावेगा दुर्घटना स्थल क्षेत्र में झाड़ीयां जो दुर्घटना के कारण बन रही है इनको हटाकर दुर्घटना संभावित क्षेत्र के संकेतक बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना है इस क्षेत्र में ना हो सके।

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