बसंत पंचमी पर लेखिका संघ ने किया काव्य पाठ

बसंत पंचमी पर लेखिका संघ ने किया काव्य पाठ
सागर।मप्र लेखिका संघ सागर ईकाई की मासिक काव्य गोष्ठी बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष जयंती लोधी के निवास पर मकरोनिया नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुशीला रोहित की अध्यक्षता में तथा डॉक्टर चंचला दवे के मुख्यआतिथ्य एवं संध्या दरे की विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुई। 
गोष्ठी का संचालन सुनीला सराफ ने किया।
 बसंत ऋतु पर एवं सरस्वती मां के प्राकट्य उत्सव पर श्री मति पारुल दरे सोनी ,शोभा सराफ,आशा आढ़तिया,उषा वर्मन,ज्योति दीक्षित, मीना साहू,निधि यादव,राजश्री दवे,स्मिता गोडबोले, किलिं राय,डॉ नम्रता फुसकेले,ज्योति झुडेले, विनीता केशरवानी, पूनम साहू,अर्चना चौबे, प्रियंका शर्मा,जयंती सिंह,सुनीला सराफ,चंचला दवे, संध्या दरे आदि महिलाओं ने अपनी रचनाओं का पाठ किया।गोष्टी का आभार जयंती सिंह लोधी ने माना।I

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ट्रिपल हत्याकांड का खुलाशा,बिगड़ैल नाबालिग बेटे ने पेसो की खातिर की माता पिता और भाई की हत्या

ट्रिपल हत्याकांड का खुलाशा,बिगड़ैल नाबालिग बेटे ने पेसो की खातिर की  माता पिता और भाई की हत्या 
सागर। रिश्तों में आ रही संवेदनहीनता और बिगड़ैल आदतें ने एक नाबालिग लड़के को साईको बना दिया। जिसकी सारी जिदे और फरमाईशें मा बाप करते रहे । लेकिन जब पैसे नही दिये तो एक बेटे ने अपने माता पिता और भाई की हत्या कर दी। घटना के चार दिन बाद तक आरोपी घूमता फिरता रहा। मकरोनिया थाना क्षेत्र  में एक मकान में  रिटायर्ड फौजी राम गोपाल पटेल ,उसकी पत्नी भारती और बेटे आदर्श पटेल की लाश मिली थी। चार दिन पुरानी थी। उसका  बेटा और कक्षा 12 वी का छात्र विकास पटेल लापता था।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि  विकास की आदतें खराब थी। शराब पीने का आदि था। महंगे शौक थे। 24 जनवरी को इसने से 1500 रुपये मांगे । नही देने पर  टीवी देख रही मा भारती का पहले गला घोंटा फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।  इसके बाद पितां राम गोपाल ड्यूटी से वापिस आये तो कमरे में उनकी भी गोली मारकर हत्या कर दी। दोनो लाशों को दूसरे कमरे में रख दिया। 
इसके बाद भाई आदर्श को कोचिंग से लौटने पर  घटना बताई तो आदर्श रोने लगा और कहने लगा कि वह बता देगा । तो विकास ने अपने भाई की ग्लाघोटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घूमता फिरता रहा।
घटना के पाँच दिन बाद पकड़ाया।
इस दौरान स्कूल की फेयरवेल पार्टी 5000 रुपये का शूट पहनकर अटेंड की । स्कूल में 26 जनवरी गणतन्त्र दिवस का समारोह भी अटेंड किया। व्हाट्सप के क्लोज ग्रुप में दोस्तो को घटना के बारे में भी बताया। हत्यारा विकास ने सभी लाशों को एक कमरे में रख दिया था। वही उसने जमीन पर पड़े खून के धब्बो को धोया और अन्य साक्ष्य मिटा दिये। उसने बंदूक की नली साफ कर दी। चले हुए कारतूसों के खोखे जूतों में छिपा दिए। कक्षा 6 वी से ही शराब पीने लगे विकास के पास से गिरफ्तार करते समय शराब की बोतल भी जब्त की। 
एसपी के मुताबिक उसको ग्लानि दिखी ।लेकिन उसकी आदतों ने साईको बना दिया। वह  इंदौर भागने की फिराक में था। घटना के बाद ललितपुर गया और वापिस आ गया। 
पुलिस के मुताबिक ऐसी वारदात समाजिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है । हमे बच्चों पर ञ्जर रखना होंगी वही रिश्तों का टूटता तानाबाना सुधारना होगा।
ये है मामला
दिनांक 28.01.2020 को शाम करीब 5 बजे मकरोनिया थाना पुलिस को एक व्यक्ति द्वारा
सूचना दी गई कि आनंद नगर गली नं03 मकरोनिया में एक घर में बाहर से ताला लगा है
और घर के अन्दर से बदबू आ रही है, और परिवार के 3 सदस्य 4-5 दिन से गायब है
और बडा लडका 1-2 दिन से नही दिखा है। सूचना से वरिष्ठ आधिकारियों को अवगत कराया
गया। सूचना प्राप्त होने पर उप पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज, पुलिस अधीक्षक सागर,
अति0 पुलिस अधीक्षक सागर एवं नगर पुलिस अधीक्षक मकरोनिया द्वारा घटना स्थल पर पहुच
कर घटना स्थल का निरीक्षण किया। उक्त मकान में बाहर गेट पर ताला लगा था घर के
अन्दर से बदबू आ रही थी । ताला तोडकर अन्दर जाकर देखने पर एक कमरे अलग से तालालगा था, उसे तोडकर कमरे के अन्दर जाने पर कमरे 3 लाशे मिली। पड़ोसियों द्वारा बताया
गया कि यह मकान रामगोपाल पटेल का है जो कि सेना से सेवानिवृत्त हुये है। मौके पर
मृतक के परिवारजन भी पहुचे जिनके द्वारा शवो की पहचान क्रमशः रामगोपाल पटेल 45
साल, पत्नी भारती पटेल 38 साल पुत्र आदर्श पटेल 14 साल के रूप में की गई। प्रारभिक
पूंछताछ के दौरान पता चला कि मृतक का बडा लडका विकास पटेल लापता है।
आरोपी ने लिखा नोट
 घर कीतलाशी में एक हस्तलिखित नोट मिला जिसमें लिखा था कि मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई ।जिसकी सजा मौत है। घर की तलाशी के दौरान एक 12 बोर लायसेंसी बन्दूक एवं 2 खालीखोखे जप्त किये गये। घटना के उपरान्त पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल कुमार शर्मा द्वाराघटना की स्वंय समीक्षा की गई और अधीनस्त सभी अधिकारियो को उचित निर्देश दिये गये।अनुसंधान के दौरान मृतक के रिश्तेदारो एवं लापता विकास पटेल के दोस्तो से जानकारी प्राप्तहुयी कि मृतक राम गोपाल का बडा लड़का विकास पटेल शराब पीने का आदी है व गुस्सैलप्रवृत्ति का है। यह भी जानकारी मिली कि वह अपने शौको को पूरा करने के लिए पैसा खर्चकरने का आदी है, जिसके कारण उसके माता पिता उसे डांटते थे। पूर्व में भी एक बार घर से40 हजार रूपये लेकर भाग गया था। उक्त घटना में विकास पटेल संदेही प्रतीत होने परवरिष्ठ आधिकारियों के निर्देशन में विकास पटेल की तलाश हेतु टीम गठित की गई, उक्त टीमद्वारा विकास के दोस्तो , रिश्तेदारो से पूछताछ की गई आस पास के सीसीटीव्ही कैमरे देखेगये, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, एवं सम्पूर्ण शहर में नाकाबंदी कराई गई। मृतक राम गोपाल
की मोटर सायकिल होन्डा लिवो नीले रंग की घर पर न मिलने पर पुलिस कन्ट्रोल रूम के
माध्यम से सभी थानो को सूचित कराया गया एवं टीम को भी अवगत कराया गया।
वाहन चैकिंग के दौरान संदेही अपनी बाईक पर जाता मिला जिसे अभिरक्षा में लेकरथाना लाया गया एवं उससे पूछतांछ की गई। मृतक के बडे लडके विकास पटेल द्वारा अपराधघटित करना स्वीकार करते हये बताया कि दिनांक 24.01.2020 को खर्च के लिये अपनी मां भारती पटेल से पैसो की मांग की गई थी जो उसके द्वारा नही देने पर गुस्से में आकर
उसका गला घोंट दिया और बाद में घर में रखी पिता की लायसेंसी 12 बोर बन्दूक से मां
को गोली मार दी, कुछ समय पश्चात के पिता के घर आने पर उसे भी बन्दूक से गोली मार
दी और दोनो की लाश को एक कमरे में रख दिया और कमरे को साफ कर दिया। छोटा भाई
आदर्श जो कि कोचिगं गया था उसे स्वोय जाकर पर लाया और उसे बराया कि मामीपापा को मार दिया है जिस पर बेटा भाई आदर्श रोने लगा और कहने लगा कि सब कोबताऊगां इस बात पर गुस्सा होकर आरोपी ने अपने भाई का गला दबाकर उसे भीगारदिया और उसकी लाश को भी अपने माता-पिता की लाश के साथ सेली दिया और कमरे में ताला लगा दिया।
इनकी भूमिका रही प्रमुख
उक्त प्रकरण का खुलासा करने में अति पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास, बार पुलिस अधीयता
मकरोनिया श्रीमति अमृता दिवाकर, निरी0 उपमा सिंह याना प्रभारी मकरोनिया, निरी0 सतीयसिंह थाना प्रभारी केट, जिरी रविन्द्र मिश्रा थाना प्रभारी बहरिशा , उप सेनेहा सिंह महिला
थाना प्रभारी, उप निरी0 नीलेश हरिया, उप निरी० गौरव सिंह तिवारी, उप निरी० शैलेन्द्र
सिंह, प्रआर0 जय सिंह, आर० रउफ साज, आर० सुशील सिंह चौहान, आर० लवकुश
रघुवंशी, आर. कैलाश सेन, आर० दिनेश कुमरे, आर० सुनील चौहे थाना मकरोनिया, आर०
भोला यादव , आर० भानू चौधरी थाना बहेरिया, . आशीष सिंह, हेमन्त सिंह याना केसर एवं
सायबर सेल के आर० सौरभ रेकचार की सराहनीय भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक रागर द्वारासम्पूर्ण टीम को नगद ईनाम देने की घोषणा की गई।


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पटवारी राजेन्द्र राजे को रिश्वत लेने के मामले में चार साल की सजा

पटवारी राजेन्द्र राजे को रिश्वत लेने के मामले में चार साल की सजा 
सागर। सागर को भ्रष्टाचार के मामले
में सुनाई सजा अभियुक्त को जेल भेजा गया
सागर। विशेष न्यायाधीश श्री रामविलास गुप्ता द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के आरोपी राजेन्द्र राजे  पटवारी को धारा 7.13(ताडी. 13(2) मे दिनांक 30.01.2020 को चार-चार वर्ष के। कारावास एवं 10,000-10,000 रूपये के जुर्माने से दण्डित किया गया।
अभियोजन के अनुसार विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सागर ने अभियुक्त राजेन्द्र राजे पटवारी कोभ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 मे 04 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10.000रू, के अर्थदण्ड एवं
धारा 13(1)डी, सहपठित धारा 13(2) के तहत 4 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10,000रू, कुल
20,000रूपये के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। मामले में विशेष लोक अभियोजक, लोकायुक्त सागरश्री रामकुमार पटेल ने शासन की ओर से पैरवी की एवं तर्क प्रस्तुत किए।
यह है मामला
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि  दिनांक 03.05.16 को आवेदक देवेन्द्र सिह दागी ने पुलिस अधीक्षक
लोकायुक्त सागर के समक्ष उपस्थित हो शिकायत की थी कि उसकी बहिन गुलाबरानी के नाम कीभूमि ग्राम पडरिया पटवारी हनं. 101 राजस्व निरीक्षण मंडल परसोरिया में है जिसे उसकी बहिनविक्रय करना चाहती है जिस हेतु पटवारी प्रतिवेदन की आवश्यकता है। पटवारी प्रतिवेदन देने केएवज में 10000रूपये रिश्वत की मांग की है, 2500रूपये दिनाक 24.04.16 को ले चुका है शेष7500रूपये और मांग रहा है। आवेदक पटवारी को रिश्वत नही देना चाहता था बल्कि उसे रिश्वतलेते हुए रंगे हाथ पकडवाना चाहता था।आवेदक की उक्त शिकायत पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के द्वारा शिकायत कासत्यापन कराया गया, आरोपी की रिश्वत मांग वार्ता रिकार्ड की गई आरोपी 6000रूपये लेने के लिएसहमत हुआ । आरोपी राजेन्द्र राजे पटवारी के द्वारा रिश्वत मांगना प्रमाणित होने पर अपराध पंजीवद्धकिया गया और पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन में ट्रेप कार्यवाही आयोजित की गई।दिनांक04.05.16 को आरोपी राजेन्द्र राजे पटवारी आवेदक देवेन्द्र सिह दांगी से 6000रू, की रिश्वत राशि
लेते हुए मकरोनिया स्थित अपने कार्यालय में पकड़ा गया। आरोपी ने आवेदक से रिश्वत राशि अपनेकार्यालय की टेबिल के उपर रखवा ली थी उक्त राशि उसके आधिपत्य से टेबिल से जप्त की गई।
लोकायुक्त पुलिस सागर द्वारा विवेचना उपरांत उक्त मामले का अभियोग पत्र विशेष न्यायालय
अष्टाचार निवारण सागर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। विचारण मे आरोपी राजेन्द्र राजे पटवारी कोप्रार्थी से रिश्वत की मांग करने एवं 6000रू. की रिश्वत लेने का दोषी पाते हुए आज दिनांक
30.01.2020 को माननीय विशेष न्यायालय सागर के द्वारा दण्डित किया गया।
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जिला एवं जनपद पंचायतों के सदस्यों ,जनपद पंचायतों के अध्यक्षों का हुआआरक्षण

जिला एवं जनपद पंचायतों के सदस्यों ,जनपद पंचायतों के अध्यक्षों का हुआआरक्षण 
सागर । म.प्र. शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय भोपाल के निर्देषानुसार सागर जिले के समस्त जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं सदस्य जिला पंचायत सागर के निर्वाचन क्षेत्रों की कार्यवाही हेतु म.प्र. ग्राम पंचायत राज अधिनियम अंतर्गत जिला पंचायत सागर के लिए आरक्षण की कार्यवाही गुरूवार को कलेक्टर सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक की उपस्थिति में संयुक्त कलेक्टर श्री आदित्य कुमार शर्मा द्वारा संपन्न कराई गई।
जिला पंचायत सागर के 16 लाख 13 हजार 878 की जनसंख्या के लिए 27 जिला पंचायत सदस्यों का आरक्षण किया। जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग की 3 लाख 41 हजार 899 जनसंख्या के 21.18 प्रतिषत के लिए 6 सदस्य, अनुसूचित जनजाति की 1 लाख 98 हजार 745 जनसंख्या के 12.31 प्रतिषत के लिए 3 सदस्य, अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 7 सदस्य एवं सामान्य वर्ग के लिए 11 सदस्यों के लिए आरक्षण किया गया। अनुसचित जाति वर्ग के लिए 6 सीटों में 3 महिला,, अनुसूचित जनजाति के लिए 3 सीटों में 2 महिला, अन्य पिछड़ा वर्ग की 7 सीटों में 4 महिला एवं सामान्य की 11 सीटों में 6 महिला आरक्षित किए गए।
जिला पंचायतों के सदस्यों का आरक्षण
क्रमांक आरक्षित वार्ड का नाम आरक्षित वर्ग
01 सागर अनुसूचित जाति
02 सागर अनुसूचित जाति
03 सागर अन्य पिछड़ा वर्ग महिला
04 सागर सामान्य
05 राहतगढ़ सामान्य महिला
06 राहतगढ सामान्य महिला
07 राहतगढ सामान्य
08 जैसीनगर सामान्य महिला
09 जैसीनगर सामान्य महिला
10 रहली सामान्य
11 रहली अन्य पिछड़ा वर्ग
12 रहली अन्य पिछड़ा वर्ग
13 देवरी अन्य पिछड़ा वर्ग
14 देवरी अनुसूचित जनजाति महिला
15 केसली अनुसूचित जनजाति
16 केसली अनुसूचित जनजाति महिला
17 खुरई अनुसूचित जाति
18 खुरई अनुसूचित जाति महिला
19 मालथौन अनुसूचित जाति महिला
20 मालथौन सामान्य
21 बीना अन्य पिछड़ा वर्ग महिला
22 बीना अनुसूचित जाति महिला
23 बण्डा सामान्य महिला
24 बण्डा अन्य पिछड़ा वर्ग महिला
25 बण्डा सामान्य
26 शाहगढ़ सामान्य महिला
27 शाहगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग महिला


जनपद पंचायत के सदस्यां का आरक्षण संपन्न

जनपद पंचायत सदस्य पद का आरक्षण का समेकित प्रतिवेदन क्रमांक विकासखण्ड का नाम जनपद पंचायतों में प्रवर्गवार सदस्य पदों के आरक्षण की संख्या केवल महिलाओं के लिए आरक्षण की संख्या
अ.जा. अ.ज.जा. अ.पि.व. अनारक्षित सामान्य कुल अ.जा. अ.ज.जा. अ.पि.व. अनारक्षित सामान्य कुल
1 2 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13
1 खुरई 3 1 2 4 11 3 1 3 4 21
2 मालथौन 2 1 2 3 10 2 1 3 4 18
3 बण्डा 2 1 3 6 13 3 2 3 5 25
4 बीना 2 1 2 5 10 3 1 3 3 20
5 देवरी 1 2 2 4 12 2 3 3 4 21
6 शाहगढ़ 2 1 2 5 10 2 2 3 3 20
7 सागर 3 1 3 5 13 3 1 3 6 25
सागर जिले की जनपद अध्यक्षों का आरक्षण संपन्न
सागर । म.प्र. शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय भोपाल के निर्देषानुसार सागर जिले के समस्त जनपद पंचायत के अध्यक्ष जिला पंचायत सागर के निर्वाचन क्षेत्रों की कार्यवाही हेतु म.प्र. ग्राम पंचायत राज अधिनियम अंतर्गत जिला पंचायत सागर के लिए आरक्षण की कार्यवाही गुरूवार को कलेक्टर सभाकक्ष में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक की उपस्थिति में संयुक्त कलेक्टर श्री आदित्य कुमार शर्मा द्वारा संपन्न कराई गई।
जिले की 11 जनपद पंचायतों के अध्यक्षों के हुए आरक्षण में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए 2 सीटों पर 1 सीट महिला के लिए बीना जनपद पंचायत आरक्षित की गई, अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए एक मात्र शाहगढ़ जनपद पंचायत महिला वर्ग के लिए आरक्षित की गई । अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 3 जनपदों में राहतगढ़ एवं रहली जनपद पंचायत महिला वर्ग के लिए आरक्षित की गई। इसी प्रकार सामान्य वर्ग के लिए 5 जनपदों में से देवरी एवं केसली जनपद पंचायतें महिला वर्ग के लिए आरक्षित की गई। सागर, जैसीनगर, बण्डा अनारक्षित वर्ग के लिए आरक्षित की गई।
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प्लास्टिक मुक्त व जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने मैराथन दौड़ पर निकले ,केंद्रीय विधालय का छात्र अपने पिता के साथ

प्लास्टिक मुक्त व जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने मैराथन दौड़ पर निकले ,केंद्रीय विधालय का छात्र अपने पिता के साथ
सागर।भारत को प्लास्टिक से मुक्त कराने और जल संरक्षण के उद्देश्य को लेकर पितां और पुत्र मैराथन दौड़ पर निकले है। आज सागर में केंद्रीय विधालय परिवार  ने इनका स्वागत किया और हौसला बढ़ाया। 
जल संरक्षण और प्लास्टिक एवं प्रदूषण रहित विश्व के लिए जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से केंद्रीय विद्यालय जीसीएफ दो जबलपुर कक्षा 7 वी का छात्र हर्ष पंडित ने 26 जनवरी से अपने पिता हिमांशु कुमार के साथ जबलपुर से मैराथन दौड़ शुरू की है। दोनों 900 किमी लंबी यात्रा पर निकले है। यह मैराथन दौड़ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड और लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स के लिए पदाधिकारियों द्वारा ट्रैक की जा रही है। पिता पुत्र की इस जोड़ी द्वारा 15 दिन मै इस मेराथन को पूरा करने पर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ  रिकॉर्ड  मै दर्ज किया जाएगा।
सागर के केंद्रीय विधालय परिवार ने किया स्वागत
 आज गुरुवार को  केंद्रीय विद्यालय क्र 1 सागर और केंद्रीय विद्यालय क्र2,  सागर के  प्राचार्य अजित सिंह और  क्र 2 के प्राचार्य  आर एन मोहकर  एव डा नईंम खान, विनोद सोनकर,डी के तिवारी,अमरनाथ जी,एस के गुप्ता , सुर्जीत जी , अर्चना पटेल, पी  कुरील, सुरेश कुमार,परम लाल,विवेक मौर्य एवं छात्र और छात्राओं ने हर्ष पंडित और हिमांशू पण्डित का मेराथन के दोरान सागर में  सागर झांसी फ़ोर लाइन हाईवे पर  स्वागत किया एवं उनके इस प्रयास की सफलता के लिये अग्रिम शुभकामनाएँ प्रेषित की । दोंनो प्राचार्य द्वय ने उनके इस प्रयास की सराहना की एवं प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने के प्रयास को सफल बनाने का आव्हान किया एवं जल संरक्षण आज की आवश्यक आवस्यकता  है। उनसे प्रेरणा लेने की अपील की।

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हनी ट्रेप । नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को लिखा पत्र ,रिटायर्ड IFS अधिकारी आज़ाद सिंह डबास ने, यदि हनीट्रैप के वीडियो है तो जांच एजेंसी को सौंपे

हनी ट्रेप । नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को लिखा पत्र ,रिटायर्ड IFS अधिकारी आज़ाद सिंह डबास ने, यदि हनीट्रैप के वीडियो है तो जांच एजेंसी को सौंपे

भोपाल । हनीट्रैप मामले में एमपी में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को  रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी और काँग्रेस से जुड़े आजाद सिंह डबास  ने पत्र लिखा है  पत्र में  डबास ने गोपाल भार्गव के उस बयान के आधार पर   सामने आया जिसमे गोपाल भार्गव ने दावा किया था कि उन्हें ऐसे 8 अधिकारियों के वीडियो की जानकारी है जो हनीट्रैप में शामिल हैं। इनपर कार्यवाही होना चाहिए। 
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने  कहा था कि  कि उनके एक मित्र के पास ये वीडियो उन्होंने देखे थे ।इसके जरिए गोपाल भार्गव ने अधिकारियों पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि अधिकारी अवैध रूप से पैसा कमाते है और महिलाओं पर खर्च करते है। अधिकारी किसी एक पार्टी की सेवा नही करे।
डबास ने गोपाल भार्गव के नाम अपनी चिट्ठी में इसी को लेकर उनसे पांच सवाल पूछे हैं. डबास ने मांग की है कि अगर उनके पास इस संबंध में कोई वीडियो या जानकारी है तो उसे जांच एजेंसियों को सौंपना चाहिये।
ये रहे पांच सवाल
मैं इस प्रकरण में आपसे निम्नानुसार 5 सवाल करना चाहता हूँ:-
1. आपके द्वारा हनीट्रैप में लिप्त अधिकारियों को देवपुरूष बताते हुए उन्हें जनता की गाढ़ी कमाई का लुटेरा कहा गया

है। आपने ट्रैप में फंसे एक अधिकारी को अपने विडियों के बदले 1 करोड़ रुपये देने की बात कही है। आपने ऐसे
8 देवपुरूषों के विडियो अपने एक परिचित के पास बताये हैं। आपने इन विडियो को अभी तक हनीट्रैप मामले की
जांच कर रही एसआईटी को क्यो नही सौंपा? आपके द्वारा विडियो नही सौंपने का जो कारण बताया गया है, वह
मात्र एक बहाने के अलावा कुछ नही है। अगर आप वास्तव में इस मामले की जांच चाहते हैं तो इन विडियोज को

आप तत्काल एसआईटी को सौंपे। आप इन्हें कब तक सौंपेगे?
2 विगत दिनों एसआईटी ने इस मामले की एक चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत की है जिसमें एसआईटी द्वारा 1करोड़ रुपये देने वाले अधिकारी का नाम नही बताया है। संभवतः यह एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं जो किसानोंसे संबंधित एक महकमे से बरसों तक जुड़े रहे हैं। आप ने अभी तक इस अधिकारी का नाम जाहिर करवाने केलिए कोई कार्रवाई नहीं की है। आप इस संबंध में कोई कार्रवाई करेंगे अथवा नहीं? अगर करेंगे तो कब तक?
3. राज्य सरकार ने अभी तक इस मामले में गठित एसआइटी के 3 मुखिया बदले हैं। आपने अभी तक इस संबंध में भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। आपने सरकार से इसका कारण भी नही पूछा है। क्या आप इस संबंध में कोईकार्रवाई करेंगे? अगर हाँ तो कब तक?
4। आपने ईडी, आईबी और सीबीआई जैसी संस्थाओं से इस मामले की जांच नहीं कराने के बात कही है। आपनेइसका जो कारण दर्शाया है. वह निराधार है। ये तीनों संस्थाएं केन्द्र सरकार के अधीन हैं। केन्द्र में आपकी हीपार्टी की सरकार है। अगर आप इस मामले की जांच के प्रति वास्तव में गंभीर होते तो अभी तक इन संस्थाओं
से कभी की जांच प्रारंभ करा सकते थे? क्या आप इस मामले की केन्द्रीय संस्थाओं से जांच करायेंगे? अगर हाँतो कब तक?
5। आपने हनीट्रैप मामले में एसआईटी द्वारा अभी तक जप्त सभी साक्ष्य एवं दस्तावेजों को आयकर विभाग के हवाले
कराने के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है। आयकर की इंवेस्टीगेशन द्वारा इस मामले में रसूखदारों की संलिप्तता,
लाखों-करोड़ों के लेन-देन, कांट्रेक्ट, कालेधन और बेनामी संपत्ति की जांच की जा सकती है। क्या आप इस संबंधमें कोई कार्रवाई करेंगे? अगर हाँ तो कब तक?
आपसे अनुरोध है कि कृपया मेरे उपरोक्त सवालों का एक सप्ताह के अंदर जवाब देने का कष्ट करें। अगरआपके द्वारा मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया जाता है तो यह माना ही नही जावेगा अपितु यह सिद्ध हो जावेगा कि आपइस मामले की जांच में कोई रुचि नहीं रखते हैं।
ये लिखा था गोपाल भार्गव ने अपनी फेसबुक पेज पर 25 जनवरी को
ब्यावरा राजगढ़ की घटना को लेकर आजकल प्रदेश के कुछ आईएएस अफसरों के मन में , कथन में और लेखन में भारी अकुलाहट है। पिछड़ा वर्ग के एक पूर्व मंत्री श्री बद्रीलाल यादव द्वारा कहे गए कथन या भाषण से "एलीट वर्ग" घायल है। इस वर्ग को देवताओं ने भारतवर्ष की जनता के लिए विशेष प्रसाद के रूप में दिया है, इसलिए वह ऐसे कवच कुंडल धारण किए हैं जिन पर डॉक्टर भीमराव जी अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान और आईपीसी, सीआरपीसी के विधानों का कोई असर नहीं होता । उनकी नजर में सभी राजनीतिक व्यक्ति डाकू है और वह स्वयं में "देव पुरुष" हैं । रेत खदानों,शराब दुकानों, परिवहन नाकों जैसे अनेक ईश्वर प्रदत्त कमाई के जरियों से इसी राज्य में इसी वर्ग के दंपत्ति के पास अरबों रुपयों की संपत्ति बरामद हुई थी। वह तो एक छोटा सा उदाहरण मात्र है, लेकिन नेता तो डाकू है और आप "देवपुरुष" हैं। जिस अधिकारी के पास गोली चलवाने, टीयर गैस छुड़वाने, वाटर कैनन चलवाने, लाठीचार्ज करवाने का अधिकार हो, भारत की सीआरपीसी जिसकी दास हो वह अधिकारी भीड़ में घुसकर थप्पड़बाजी करें। 61 साल के बुजुर्ग एएसआई और अपने अधीनस्थ छोटे से पटवारी को तमाचे लगाए या किसी पूर्व विधायक का सिर फोड़े यह कहाँ तक उचित है ? मैंने अपने 40 वर्षं के राजनीतिक जीवन में देखा है कि सरकार किसी की भी रही हो यही अधिकारी मुख्यमंत्री और रसूखदार मंत्रियों के यहां उनके दरवाजे और दरबार में मनचाही पदस्थापना पाने के लिए दरबारी बनकर बैठे रहते हैं। यही "देवपुरुष" *जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर अप्सराओं के साथ *मधुपान* करते हैं और फिर *ट्रैप* में फंसते हैं तब जाकर एक वीडियो के बदले एक करोड़ रुपए तक देते हैं। यह पैसा कहाँ से आता है ? ऐसे लगभग ऐसे 8 देवपुरुषों के वीडियो मेरे एक परिचित के पास हैं। मैं चाहता तो सब खुलासा करता लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि यह गंदगी फैले और मेरा मध्यप्रदेश पूरे देश और दुनियां में कुकर्मी प्रदेश के रूप में जाना जाए। इस कारण मैं अभी तक चुप रहा। लेकिन ब्यावरा की घटना एवं 'देवपुरुषों' के अवांछित वक्तव्यों से अब पानी सिर से ऊपर निकल चुका है। मैं यह भी नहीं चाहता था कि ईडी, आईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं राज्य में आकर कार्यवाही करें और मेरे ही राज्य की फजीहत हो लेकिन जो 'देवपुत्र' गटकने की अति कर रहे हैं, उनके बारे में मुझे पार्टी की मंशा अनुसार तय करना है । विशेषकर उन देव पुत्रों के बारे में जिनको अंग्रेजी भाषा में "घुटना टेक" होने का हुक्म दिया जाता है तो वह रेंगने लगते हैं, फिर कहाँ जाता है उनका स्वाभिमान ? अरे जो असली स्वाभिमानी तो वो हैं जो वीआरएस लेकर प्रदेश छोड़ रहे हैं, जनाब फिर आप लोग किस इंतजार में हैं ? हे देव पुरुषों आपके पास तो गोली चलवाने, लाठी चलवाने से लेकर असीमित अधिकार हैं, सीआरपीसी आपकी दास है । परंतु जिस जनता के पास सिर्फ लोकतांत्रिक तरीके से सभा करके और जुलूस निकालकर अपनी बात कहने का अधिकार है, उस जनता के इन्हीं थोड़े से अधिकारों से आपको घोर आपत्ति और नफरत क्यों है? आखिर जनता क्या करें ? हे देवपुरुषो याद रखिये आपका यही व्यवहार और उससे निर्मित परिस्थितियां ही भारत में नक्सलवाद को जन्म देती हैं । मेरी आप सभी देवपुरुषों को एक सलाह है कि आप कमलनाथ जी और उनकी सरकार की शान में 1-1 चालीसा लिखें। जिस देवपुरुष का चालीसा प्रदेश के बुद्धिजीवियों और साहित्यकारों को पसंद आएगा मैं उस देवपुरुष का अपनी ओर से नागरिक अभिनंदन करूंगा ।
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नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सब इंजीनियर को किया निलंबित,ईई को शो-काज नोटिस,कन्सलटेंट कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड

नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण, निर्माण कार्यों में लापरवाही पर सब इंजीनियर को किया निलंबित,ईई को शो-काज नोटिस,कन्सलटेंट कंपनी को किया ब्लैकलिस्टेड
सागर । नगरीय प्रशासन विभाग प्रमुख सचिव श्री संजय दुबे एवं उप सचिव मनीष सिंह ने बुधवार को कमिष्नर सभाकक्ष में नगरीय प्रषासन एवं नगर निगम के अधिकारियों की निरीक्षण उपरांत बैठक ली। बैठक में कमिश्नर श्री आनंद कुमार शर्मा, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, उपायुक्त डॉ प्रणय कमल खरे, श्री डीएस परिहार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह राजपूत,  एलके तिवारी,  विजय दुबे, रामाधार तिवारी, श्री रजत गुप्ता, श्री  डीएस सलूजा, अधीक्षण यंत्री श्री आनंद सिंह, श्री एल एल तिवारी मौजूद थे।
नगरीय प्रशासन विभाग प्रमुख सचिव श्री संजय दुबे ने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि समस्त कार्यों को पूर्ण करने के लिए समय सारणी एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करें एवं कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करें। पीएम आवास के निरीक्षण के उपरांत मिली कमियों पर कन्सलटेंट कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने के निर्देष दिए । साथ ही कनेरादेव साईड पर साईड इंजीनियर श्री राजकुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है एवं ईई श्री विजय दुबे को कारण बताओ नोटिस देते हुए निर्देष दिए कि 15 दिवस में कार्यों को ठीक कराएं अन्यथा वेतन की राषि से वसूली की जाएगी। उन्होंने सीवरेज प्लांट की समीक्षा करते हुए लक्ष्मी कंपनी को निर्देषित करते हुए कहा कि प्रतिमाह 20 किलोमीटर सीवर लाईन डालें। साथ ही लाईन के नीचे बेसमेंट भी पक्का बनाएं। टाटा कंपनी द्वारा 24 घंटे 7 दिन पेयजल सप्लाई की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देष दिए कि 10 दिवस में इनका कार्य प्रगति में नहीं दिखता है तो इनको तत्काल हटाते हुए दूसरा टेण्डर लगाएं। जिससे कार्य समय सीमा में होकर नगर वासियों को पेयजल उपलब्ध हो सके। पीएम आवास की समीक्षा करते हुए उन्होंने आवासों में जो कमियां रह गई है उनको तत्काल दूर कर हितग्राहियों को प्रदान करें। उन्होंने निगम में पदस्थ समस्त सहायक आयुक्तों के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि इनको कार्यालय में न बैठाकर फील्ड में कार्य कराएं। जिससे निर्माण कार्यों की प्रगति दिख सके। उन्होंने कचरा ट्रीटमेंट प्लांट की समीक्षा करते हुए निर्देष दिए कि कचरा गाड़ियों में गीला एवं सूखा कचरा प्रथक-प्रथक रखा जाए एवं इनके उपर ढक्कन लगाए जाएं। कचरा प्लांट की प्रषंसा की।  

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जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण का शुभारंभ 1840 किसानों के सवा 13 करोड़ रूपये के ऋण माफ

जय किसान फसल ऋण माफी योजना के
द्वितीय चरण का शुभारंभ 1840 किसानों के सवा 13 करोड़ रूपये के ऋण माफ
#कृषि मंत्री श्री सचिन यादव के मुख्य आतिथ्य और राजस्व मंत्री श्री राजपूत की अध्यक्षता में संपन्न हुआ कार्यक्रम
सागर । प्रदेष के किसान कल्याण तथा कृषि विकास व उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण मंत्री  सचिन यादव के मुख्य आतिथ्य और राजस्व एवं परिवहन मंत्री  गोविन्द सिंह राजपूत की अध्यक्षता में राहतगढ़ कृषि उपज मण्डी में आयोजित कार्यक्रम में सागर जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना, किसान सम्मान समारोह के द्वितीय चरण का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में मंच से अतिथियों द्वारा 12 किसानों को किसान सम्मान पत्र दिए गए और उनका कर्ज माफ किया गया। द्वितीय चरण में राहतगढ़ तहसील के 1840 किसानों के 13 करोड़ 27 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए। द्वितीय चरण में सागर जिले के कुल 22 हजार किसानों के 158 करोड़ 60 लाख रूपये के कर्ज माफ किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि फसल ऋण माफी के प्रथम चरण में जिले के 50 हजार 886 किसानों के 156 करोड़ 21 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए थे। इनमें राहतगढ़ तहसील के 4332 किसानों के 11 करोड़ 72 लाख रूपये फसल ऋण शामिल थे।
कृषि मंत्री श्री सचिन यादव ने अपना उदबोधन जय जवान जय किसान के नारे के साथ शुरू किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक साल की अवधि में जनता से जो वादे किए थे उनमें से 365 वचनों को पूर्ण किया है। जबकि सरकार को साढ़े नौ माह का समय कार्य करने को मिला है। आगामी 4 सालों में किसानों और लोगों की उम्मीदों एवं आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा। किसानों के बिजली बिल को आधा किया गया है। प्रदेष में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रथम चरण में 20 लाख 22 हजार किसानां के 7154 करोड़ रूपये के ऋण माफ किए गए थे। द्वितीय चरण में 50 हजार से 1 लाख तक के फसल ऋण माफ किए जा रहे है।
मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार अपने वादे पर खरी उतरी है। उन्होंने कहा कि किसान भाई गौ-आधारित कृषि को अपनाएं। इससे कृषि की लागत में कमी आएगी और किसान को फायदा होगा। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि सरकार ने जनता से जो वादे किए थे उन वचनों को पूरा कर रही है। सागर जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण की शुरूआज आज राहतगढ़ से हो रही है। यहां के किसानों के लिए खुषी का दिन है कि उनके 50 हजार से लेकर 1 लाख तक चालू खातों के फसल ऋण माफ किए जा रहे है। राहतगढ़ तहसील के द्वितीय चरण में 1840 किसानों के 13 करोड़ 27 लाख रूपये के फसल ऋण माफ कर दिए गए है। इन खातों में राषि डाल दी गई है। जबकि प्रथम चरण में राहतगढ़ के 4332 किसानों के 11 करोड़ 72 ऋण माफ किए गए थे। इसी प्रकार 6 हजार 172 किसानों को 24 करोड़ 99 लाख रूपये के ऋण माफ किए गए है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के फसल ऋण माफ किए है उनकी सूची पंचायत भवन में चस्पा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा किसानों को उपयोगी कृषि यंत्र सब्सिडी पर दिए जा रहे इस योजना का लाभ उठायें। प्रत्येक पंचायत भवन में मंगल भवन बनाए जाएंगे। जिससे लोगों को शादी विवाह, मांगलिक कार्यों के लिए दिक्कत न हो।
राहतगढ़ वाटरफॉल को विकसित करने के लिए सभी जरूरी विकास कार्य कराएं जाएंगे और इसमें धनराषि की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम आवास योजना में केन्द्र सरकार का अंषदान 60 प्रतिषत और राज्य सरकार का अंषदान 40 प्रतिषत बैठता है। परंतु भूमि आदि की कीमत जोड़ी जाए तो राज्य सरकार का अंषदान अधिक होगा। बारी-बारी से सभी को आवास मिलेंगे।
मंच से 12 किसानों को किसान सम्मान पत्र दिए
कार्यक्रम में अतिथियों ने 12 किसानों को मंच से किसान सम्मान पत्र दिए उमलेष यादव फसल ऋण माफी राषि 89198, श्री पुष्पेन्द्र राजपूत फसल ऋण माफी राषि 95626, अतर सिंह फसल ऋण माफी राषि 93939, कुदक अहिरवार फसल ऋण माफी राषि 52830, हल्कइ साहू फसल ऋण माफी राषि 99539, हरनाम साहू फसल ऋण माफी राषि 91841, लक्ष्मन फसल ऋण माफी राषि 95480, रहीम खान   फसल ऋण माफी राषि 98773, कृष्णा बाई फसल ऋण माफी राषि 61890, महताब फसल ऋण माफी राषि 99359, हरी राम फसल ऋण माफी राषि 53030 और मुन्ना लाल साहू फसल ऋण माफी राषि 60730 रूपये शामिल है। कार्यक्रम के प्रारंभ में कृषि उप संचालक श्री एके नेमा ने बताया कि जय किसान फसल ऋण माफी द्वितीय चरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर श्री हीरासिंह राजपूत, कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, जिला पंचायत सीईओ श्री सीएस शुक्ला, श्री शैलेन्द्र श्रीवास्तव, श्री प्रहलाद पटैल, श्री गोविन्द सिंह, श्री रामकुमार, श्री गुलाब सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान भाई और ग्रामीणजन मौजूद थे।

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