जिंदा जलाए दलित की पुलिस के पहरे में हुआ अंतिम संस्कार,विधायक को घुसने से रोका , हंगामा हुआ
सागर । सागर में आज श्मशान घाट में ऐसा नजारा देखने मिला जब मुख्य द्वार बंद कर दिया गया हो और प्रवेश को लेकर विधायक सहित अनेक लोगो को रोका गया हो । इस दौरान झूमाझटकी तक पुलिस से हुई। भगदड भी मच गयी। दलित की मौत और अंतिम संस्कार राजनीति की तमाशा बन गयी। प्रशासन पूरी ताकत अन्तिमसँस्कार को शांति पूर्वक कराने में झोंक दी। कड़ी पुलिस सुरक्षा घेरे में अंतिम यात्रा निकाली । प्रदर्शन और विवाद की आशंका के चलते जगहजगह पुलिस बल चारो तरफ तैनात रहा।
ये है मामला
सागर मोतीनगर थाना क्षेत्र के अयोध्या बस्ती में दलित युवक धन प्रसाद अहिरवार को 14 जनवरी को अल्पसंख्यक समुदाय के लोगो ने जिंदा जलाया था। जिसकी घटना के एक हफ्ते बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। इसमे मामला दर्ज कर पञ्छ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसको भाजपा ने मुद्दा बना लिया। भाजपा के दिग्गज नेताओं प्रवक्ता संबित पात्रा,प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव,पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ,विधायक प्रदीप लारिया शेलेन्द्र जैन सहित अनेक नेता सोसल मिडोया से लेकर धरना प्रदर्शनों में लगे। वहीकाँग्रेस बचाव की मुद्रा में आ गयी। मन्त्री हर्ष यादव और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चोधरी ने मोर्चा संभाला।
अंतिम यात्रा बनी राजनीति का अखाड़ा
धनप्रसाद अहिरवार को लेकर चली राजनीति आज अंतिम यात्रा और संस्कार के दौरान जमकर दिखी। प्रदर्शन और विवाद की आशंका के चलते भारी पुलिस बल घर पर एक दिन पहले से ही तैनात था। आज पुलिस के साये में धनप्रसाद की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान रास्ते मे नारेबाजी भी होती रही। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और दलित विधायक प्रदीप लारिया और विधायक शेलेन्द्र जैन ,विरन्दावन अहिरवार जजगन्नाथ गुरैया, डॉ वेरेन्द्र पाठक ,रीतेश मिश्रा,विक्रम सोनी सहित काँग्रेस के पूर्व मंत्री सुरेंद्र चोधरी ,सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे,जितेंद्र चावला आदि नेता इसमे शामिल थे। प्रसासनिक अधिकारी भी साथ मे थे।
जब अंतिम यात्रा मुक्तिधाम के नजदीक पहुचने लगी तो कुछ लोग सक्रिय हुए और जल्दी जल्दी शमशान घाट ले जाने की कोशिशें होने लगी । जब वह श्मशान घाट पर पहुची तो अंदर होते ही इसका गेट बंद कर दिया गया।बाहर पुलिस तैनात थी। पुलिस ने विधायक प्रदीप लारिया और शेलेन्द्र जैन सहित अनेक लोगो को रोक दिया। इस दौरान विधायक और पुलिस के बीच झूमाझटकी भी हुई। यहां हंगामा हो गया। फिर बाद में ये सभी अंदर गए। इस दौरान अंतिम संस्कार के समय नारेबाजी चलती रही । कुछ लोग अनिल अहिरवार के खिलाफ नारे बाजी कर रहे थे।
श्मशान घाट में घुसने से रोकना सरकार और शासन की साजिश :विधायक प्रदीप लारिया/शेलेन्द्र जैन
इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा कमलनाथ सरकार को घेरने में लगी थी। आज श्मशानघाट में रोकन की घटना ने फिर माहौल गरमा दिया।
भजपा के विधायक शेलेन्द्र जैन का कहना था कि अब तक के इतिहास में कभी श्मशान घाट में किसी को शामिल होने से रोकने की घटना नही सुनी । यह प्रशासन का निदनीय कृत्य है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और दलित विधायक प्रदीप लारिया का कहना है कि सरकार और प्रसाशन ने सुनियोजित तरीके से रोकने का प्रयास किया है । यह निंदनीय है । यह प्रशासन की असवेदनहीनता का प्रमाण है । अनुसूचित वर्ग के लोगो को श्मशान घाट में घुसने तक से रोका गया। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर भाजपा आगे लड़ाई जारी रखेगी।
शांतिपूर्ण रहा अंतिम संस्कार,पीड़ित के परिवार को नियमानुसार मदद मिलेगी:ASP राजेश व्यास
इस मामले में ASP राजेश व्यास ने बताया कि अंतिम संस्कार शांतिपूर्वक हुआ है । श्मशानघाट के किसी कर्मचारी ने गेट लगाया था। लेकिन बाद में सभी अंदर गए थे। पीड़ित के परिजनों को 8 लाख 25 हजार की रयाशी स्वीकृत हुई है । आधी राशि खाते में पहुच गई है। परिजन को नोकरी नियमानुसार दी जाएगी ।
भाजपा ने अहिरवार समाज का अपमान किया:पूर्व मन्त्री सुरेंद्र चोधरी
सुरेंद्र चौधरी का कहना है कि आज भाजपा ने अहिरवार समाज का अपमान किया है । अंतिम संस्कार में शव की खींचतान करके। भाजपा सिर्फ दिखावे की राजनीति करती है ।शांतिपूर्वक हो रहे अन्तिमसँस्कार के पहले लाश रखकर प्रदर्शन करना चाहती थी । उन्होंने कहा कि सरकार ने भरपूर मदद की है । भाजपा विधायकों की स्वेच्छानुदान राशि होती है । यदि इतने ही हितेषी है तो इसमे से देते।