भ्रम पैदा करके विपक्ष ने हिंसा कराई,पड़ौसी देशों में प्रताड़ित हुए अल्पसंख्यकों की राहत के लिए है कानून:पूर्व गृहमन्त्री

भ्रम पैदा करके विपक्ष ने हिंसा कराई,पड़ौसी देशों में प्रताड़ित हुए अल्पसंख्यकों की राहत के लिए है कानून:पूर्व गृहमन्त्री
सागर। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध वे राजनैतिक दल कर रहे हैं, जो अलग-अलग कारणों से सरकार को घेरना चाहते हैं। इस कानून का विरोध तो एक बहाना है। यह कानून देश की किसी भी जाति, धर्म के खिलाफ नहीं है। बल्कि उन अल्पसंख्याकों को राहत प्रदान करता है, जो तीन पड़ौसी राष्ट्रों से प्रताड़ित होकर भारत आने के लिए मजबूर हुए। यह बात पूर्व गृहमंत्री एवं खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ने पत्रकार वार्ता में कहीं।
पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा एक बहुत बड़ी भ्रांति फैलाई जा रही है कि नागरिकता संशोधन कानून देश के मुस्लिम समुदाय के खिलाफ है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री श्री अमित शाह सार्वजनिक मंचों से स्पष्ट कर चुके है कि देश में किसी भी धर्म के नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है। केन्द्र सरकार सभी को सुरक्षा और समान अधिकार देने के लिए प्रतिवद्ध है। यह संशोधित कानून नागरिकता देने के लिए है, किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं। जो इस देश के मुसलमान हैं, उन्हे किसी भी तरह से चिंता करने की जरूरत नहीं है। पूर्व गृहमंत्री, विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून का जो भी विरोध हो रहा है, वह कुतर्कों के आधार पर हो रहा है। विपक्ष एक भी ऐसा तर्क नहीं दे पा रहा, जो सत्य हो। यह कानून भारत में रहने वाले किसी भी भारतीय से संबंध ही नहीं रखता। इसलिए इसमें विवाद का कोई विषय ही नहीं है। बाबजूद इसे विवादित करके देश को हिंसा की आग में झोंका गया। इससे देश का बहुत नुकसान हो रहा है। दलितों के नाम पर राजनीति करने वाले कांग्रेस सहित दूसरे विपक्षी दलों को सीएए पर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले देश में सालों से शरणार्थी का जीवन जी रहे उन दलितों को देखना चाहिए, जिनके जीवन में सीएए नया उजाला लाया है।
पूर्व गृहमंत्री, विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि धर्म आधारित नागरिकता की शुरूआत भारत विभाजन के समय हुई। विभाजन के पहले भारत में कोई अल्पसंख्यक नहीं था। धर्म आधारित विभाजन के बावजूद भारत ने सबको नागरिकता दी। यहां कोई भेद नहीं रहा। लेकिन पाकिस्तान ने इस्लाम को राजधर्म बनाया। इसलिए पाकिस्तान में हिन्दू, पारसी, सिख आदि अल्पसंख्यक हो गए। विरोध करने वालो के पास इस बात का क्या जवाब है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की संख्या 23 प्रतिशत थी जो आज 3-7 प्रतिशत रह गई है। इसी प्रकार बांग्लादेश में 22 प्रतिशत थी जो आज 7-8 प्रतिशत हो गई है। पाकिस्तान ने हिन्दू, सिख, जैन के खिलाफ अत्याचार किए लेकिन कांग्रेस और उसके मित्र दल पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते बल्कि उन लोगों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, जो अपनी जान, धर्म तथा अपनी बहन-बेटियों के सम्मान के लिए भारत में शरण मांग रहे हैं।
धर्म के आधार पर हुए देश के बंटवारे को स्वीकार कर कांग्रेस ने जो ऐतिहासिक भूल की थी, उसका परिणाम भुगतने वाले तीन पड़ौसी राष्ट्रों के शरणार्थी अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा का उपाय केन्द्र की श्री मोदी सरकार ने कर दिया है। सरकार का यह कदम किसी खास धर्म के विरोध में उठाया कदम नहीं है। दिसम्बर 2019 में संशोधित नागरिकता कानून उक्त अल्पसंख्यक शरणार्थियों को वर्षों के उत्पीड़न से निजात दिलाने के उद्देश्य से लाया गया है। यह कानून उन शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने के संबंध में है, जो 31 दिसम्बर 2014 या उससे पहले से भारत में रह रहे हैं। अभी नागरिक को भारतीय नागरिकता हासिल करने के लिए 11 साल भारत में रहना अनिर्वाय था, जिसे घटाकर छह साल किया गया है। चूंकि इस संशोधन में 31 दिसम्बर, 2014 की तारीख के रूप में एक मियाद तय कर दी गई है, तो नए आव्रजकों को लेकर जताई जा रही चिंता पूरी तरह आधारहीन है। विधेयक उन पर लागू है जिन्हे ''धार्मिकता के आधार पर प्रताड़ित किए जाने के चलते भारत में शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा है या बाध्य किया गया है।'' इसका उद्देश्य ऐसे लोगों को अवैध प्रवास पर होने वाली कानूनी कार्यवाही से बचाना है। जबकि वास्तविकता यह है कि नागरिकता संशोधन कानून हमारे सांस्कृतिक मूल्यों से प्रेरित और संविधान की मूल भावना से ओतप्रोत है।
पूर्व गृहमंत्री विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि विपक्षी दल शासित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री नागरिकता कानून को अपने यहां लागू नहीं करने की बात कहकर देश के संविधान का माखौल उड़ा रहे है। जबकि वे जानते है कि संसद में बने कानून को लागू करना संविधान के अनुच्छेद 256 के तहत हर राज्य का दायित्व है। पत्रकार वर्ता में सांसद  राजबहादुर सिंह, जिला अध्यक्ष प्रभुदयाल पटैल, अनुराग प्यासी, डाॅ. अनिल तिवारी, लक्ष्मणसिंह, सुखदेव मिश्र, राजेश सैनी, प्रदीप राजोरिया, नवीन भट्ट, गौरव सिरोठिया, उमेश हरदया, इन्दु चैधरी, अर्पित पाण्डेय आदि शामिल हुए।
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क्या आपको ब्लड प्रेशर है ? ध्यान रखे,ठंड में साइलेंट किलर है ब्लडप्रेशर : डॉ राजेन्द्र चउदा

क्या आपको ब्लड प्रेशर है ? ध्यान रखे,ठंड में साइलेंट किलर है ब्लडप्रेशर :डॉ राजेन्द्र  चउदा
सागर। ब्लड प्रेशर गंभीर बीमारी है। इससे बचने के उपायों / सतर्कताओ केबारे में बता रहे है : डॉ राजेन्द्र चउदा। जानते है क्या है यह बीमारी।
क्या है ब्लड प्रेशर( उच्च रक्तचाप ) ?
जब सिसटोलिक (Systolic) ब्लड प्रेशर 130 mmHg एवं डॉयस्टोलिक (Diastolic) *ब्लड प्रेशर 85 mmHg से ज़्यादा हो।उस स्थिति को उच्च रक्तचाप (Hypertension)कहते हैं।
अगर आप को ब्लड प्रेशर की बीमारी है तो ठंड के मौसम में थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता है।क्योंकि ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर भी कहते हैं।महिलाओं की तुलना में पुरुष वर्ग ज़्यादा प्रभावित होता है
ब्लड प्रेशर का कैसे पता चलता है ?
ब्लड प्रेशर बढ़ने से सिरदर्द , चक्कर आना , चलने में साँस फूलना , सीना दर्द , घबराहट , नाक से खून आना , आँखों में धुंधलापन आना , लकवा आदि की समस्या हो सकती है।
जब आप पहली बार ब्लड प्रेशर की जाँच कराएँ.
पहली बार अगर बी.पी. ज़्यादा आये तो घबराएँ नहीं ।कई बार डाक्टर को देखकर भी BP बढ़ जाता है।(White Coat Hypertension)तीन दिन लगातार अगर बी.पी. बढ़ा मिलता है , तब उच्च रक्तचाप का इलाज शुरू करते हैं।
#बी.पी. चेक कराने के आधा घंटे पहिले से चाय का: डॉ राजेन्द्र चउदाफ़ी ना लें एवं  धूम्रपान भी ना करें।
ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण हैं
अधिकांश लोगों में सभी जाँच कराने के बावजूद बी.पी. बढ़ने का कोई कारण नहीं मिलता।
आनुवांशिक : अगर माँ बाप को बी.पी. की बीमारी है तो बच्चों को इसकी सम्भावना 20 से 25% ज़्यादा बढ़ जाती है।
#तनाव, मोटापा , अधिक मात्रा में नमक का सेवन , गुर्दे की बीमारी , शराब का अत्यधिक सेवन , व्यायाम न करना, थॉयरायड एवं एड्रिनल ग्लेन्ड की बीमारी , तथा कुछ दवाइयाँ जैसे कोर्टिसोन (स्टेरोयड) , गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन, दर्द निवारक दवा आदि के सेवन से भी बी.पी. बढ़ जाता है।
#श्वाँस की एवं जोड़ों के दर्द की कुछ आयुर्वेदिक पुड़ियाँ प्रचलित हैं..इनमें कोर्टिसोन (स्टेरोयड) होता है , जिससे हाई बी.पी. एवं शुगर की बीमारी हो जाती है।
उच्च रक्तचाप का S फ़ोर्मूला  क्या है ?
उच्च रक्तचाप से बचने के लिए Salt , Sugar, Stress , Smoking , Sedentary Life , Sprit (Alcohol ) का त्याग करना पड़ेगा।
क्या कहते हैं आँकड़े ?
#शहर एवं गाँव के लगभग 25% लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं।
#हार्ट अटैक से होने वाली लगभग 24% मोतें एवं लकवा (ब्रेन हेमोरेज) से होने वाली लगभग 57% मोतें सिर्फ़ और सिर्फ़ ब्लड प्रेशर की बज़ह से होती हैं।अतः आप अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें।BP को ज़्यादा न बढ़ने दें.
क्योंकि हर 2 mm ब्लडप्रेशर के घटाने से हार्ट अटैक एवं लकवा से होने वाली मृत्यु को 6 से 10% तक कम कर सकते हैं।
तथा केवल 8 mm  डॉयस्टोलिक BP कम करने से हार्ट अटैक को 29% तक एवं लकवा की सम्भावना को 46% तक कम कर सकते हैं।
ब्लड प्रेशर से होने वाले ख़तरे 
आपको अपना ब्लड प्रेशर तो कंट्रोल करना ही है ।साथ में इस बात की निगरानी भी रखना है कि आपके शरीर के मुख्य अंग जैसे ..हार्ट , गुर्दे (Kidney) , आँख , दिमाग़ एवं शरीर की धमनियाँ ब्लड प्रेशर से प्रभावित तो नहीं हो रहीं हैं।
1.ब्लड प्रेशर से हार्ट की माँसपेशियाँ मोटी हो जाती हैं..BP नियंत्रित ना रहने पर हार्ट अटैक एवं हार्ट फ़ेल्यर की सम्भावना बहुत ज़्यादा हो जाती है।
2.लकवा एवं ब्रेन हेमोरेज का मुख्य कारण अनियंत्रित बी.पी. होता है....केवल 10 mm सिसटोलिक बी.पी. बढ़ने से 74% ब्रेन हेमोरेज एवं 43% लकवा की सम्भावना अधिक हो जाती है।
3.ब्लड प्रेशर गुर्दे के ख़राब होने के मुख्य कारणों में से एक है।
4.बी.पी. बढ़ने से आँख़ो के पर्दे की ख़राबी , आँख में लकवा , एवं आँखों में खून तक उतर आता है जिससे अंधापन हो सकता है।अतः बी.पी. के मरीज़ों का नियमित परीक्षण ज़रूरी है।
बी.पी.की बीमारी के घरेलू उपचार क्या हैं 
1.वज़न को संतुलित रखना ।
2.संतुलित आहार , प्रोटीन युक्त भोजन (दूध , दही , पनीर , दालें , अंडे का सफ़ेद  भाग ), अंकुरित अनाज़।
3.हाई फ़ाइबर युक्त भोजन जैसे गेहूँ , ज्वार , बाजरा , ओट्स , हरी पत्तेदार ,रेशेदार सब्ज़ियाँ , सलाद  एवं फल का नियमित सेवन करें.।
4.ओमेगा 3 वाले भोज्य पदार्थ जैसे सरसों , अलसी , बादाम , अखरोट , फ़िश लाभकारी होते हैं ।
5.स्वस्थ रहने के लिए 7 घंटे की पर्याप्त नींद ज़रूरी है।
6.नियमित दिनचर्या , तनाव मुक्त जीवन शैली , योग - व्यायाम , प्राणायाम , मेडिटेशन फ़ायदेमंद है।
7.सुबह का घूमना : 30 से 40 मिनिट्स प्रति दिन हफ़्ते में 5 दिन ज़रूरी है।
8.शराब हफ़्ते में 2 बार छोटे छोटे पेग ले सकते हो ।इससे ज़्यादा नहीं ।
ये ग़लतियाँ ना करें
1.फ़ास्ट फ़ूड ..मेगी , पास्ता , बर्गर , पिज़्ज़ा  ना खायें।
2.खाने में नमक,शक्कर एवं मेंदा  का इस्तेमाल कम करें।
3.वसा (चर्बीयुक्त) भोजन , कड़ाई के तले पदार्थ जैसे समोसा , कचोरी , आलू टिक्की , ब्रेड पकोड़ा आदि से दूर रहें।
4.डढ़ेल तेल एवं उसमें बने पदार्थ अति नुक़सानदायक हैं।
5.मिठाई का कम से कम उपयोग करें।
6.बीड़ी सिगरेट ( धूम्रपान ) से दूर रहें।
7.शराब के अधिक सेवन से बचें।
8.दवाएँ अचानक बंद ना करें..लाइफ़ ईस्टाइल बदलने से एवं वज़न कम करने से दवाओं की मात्रा को कम तथा कई बार बंद भी किया जा सकता है..अपने मन से दवा बंद ना करें।
9.ब्लड प्रेशर की जाँच करवाते समय दवा खाना बंद ना करें...दवा खाते खाते ही BP की जाँच होना चाहिए।
आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ। कृपया डॉक्टर से परामर्श /परीक्षण के बाद ही इलाज शुरू करे।
डॉ. राजेन्द्र चउदा.MD
सीनियर मेडिसिन विशेषज्ञ,सागर 
•ब्लड प्रेशर •डॉयबिटीज • हृदय रोग
•थॉयरायड • इकोकार्डियोग्राफ़ी
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संजोग समिति का दो दिवसीय सम्मेलन 4 -5 जनवरी को

संजोग समिति का दो दिवसीय सम्मेलन 4 -5 जनवरी को
सागर ।अखिल भारतीय जैन युवक युवती परिचय सम्मेलन संजोग समिति सागर द्वारा 4 और 5 जनवरी को आदर्श गार्डन मोतीनगर तिराहा सागर में आयोजित किया गया है। सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
 संजोग समिति के अध्यक्ष ऋषभ जैन गढ़ाकोटा और महामंत्री रजनीश जैन डीसेंट ने बताया की इस वर्ष सम्मेलन की परिचय पुस्तिका में 1200 से अधिक युवक-युवतियों के बायोडाटा प्रकाशित किए गए हैं। इनमें मध्यप्रदेश के अलावा भारत की एक दर्जन राज्यों से प्रविष्टियां सम्मिलित हुई हैं। कुछ ऐसे युवक-युवतियों की प्रविष्टि इस पुस्तक में छपी है जो विदेश में नौकरी कर रहे हैं। समिति के स्वागत अध्यक्ष मुकेश जैन ढाना ने बताया की कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव,कैबिनेट मंत्री द्वय गोविंद राजपूत, हर्ष यादव पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह,सांसद राजबहादुर सिंह, और विधायक शैलेंद्र जैन को आमंत्रित किया गया है।
 समिति के संरक्षक देवेंद्र जेना ने बताया कि दो दिवसीय इस कार्यक्रम में 4 जनवरी को सुबह 11बजे कार्यक्रम की शुरुआत होगी। सम्मेलन का उद्घाटन समाजसेवी इंजीनियर भीष्म जैन करेंगे जबकि दीप प्रज्वलन महेंद्र जैन मयंक जैन पिसी परिवार द्वारा होगा। कार्यक्रम के ध्वजारोहण कर्ता संजय कुमार मनीष जैन  डॉली गारमेंट्स परिवार है। समिति के सदस्य मुकेश खमकुआँ और राकेश निश्चय ने 2 दिन के इस कार्यक्रम में युवक-युवतियों के परिचय कराने के लिए जबलपुर से एक संगीत पार्टी उनका परिचय कराएगी। जो महिला संगीत के साथ से स्टेज पर उनको आमंत्रित किया जाएगा। सभी लोगों से इस परिचय सम्मेलन में उपस्थित होने की अपील समिति के सभी पदाधिकारियों ने की है। समिति के सदस्य  मुकेश मोदी ने बताया कि बाहर से आने वाले अतिथियों को भोजन की व्यवस्था संजोग समिति के द्वारा की गई है इस दौरान समिति के सभी परम संरक्षक, संरक्षक और क्षेत्रीय संयोजक को आमंत्रित किया गया है।
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20 रक्षित निरीक्षकों /सूबेदारों के ट्रांसफर

20 रक्षित निरीक्षकों /सूबेदारों के ट्रांसफर
भोपाल। पुलिस मुख्यालय भोपाल ने 20 रक्षित निरीक्षकों/सूबेदारों के ट्रांसफर किये।
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कृषि साख सहकारी समिति के प्रशासक भाग चंद जैन को कारण बताओ नोटिस

कृषि साख सहकारी समिति के प्रशासक भाग चंद जैन को कारण बताओ नोटिस 
सागर। सागर जिले की प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था मर्या. पटना बुजुर्ग की जांच में गंभीर अनियमिततायें प्रकाश में आई जिसमें संस्था के प्रशासक भाग चंद जैन द्वारा विभागीय निर्देषों की अवहेलना करने कर्मचारियों पर समुचित नियंत्रण न होने संस्था का कार्य अवरूद्व होने से किसानों को परेषान होना पड़ रहा है। जिसके संबंध में जिले उप आयुक्त सहकारिता जिला सागर शिव प्रकाष कोषिक द्वारा बताया गया कि उक्त संस्था के प्रषासक श्री भाग चंद जैन को पत्र जारी कर कारण स्पष्ट करने को कहा गया है। श्री जैन का उत्तर प्राप्त होने पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही करते हुये प्रषासक को बदलने की कार्यवाही की जायेगी।
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कालेज का विकास विद्यार्थियों की सफलता के बिना अधूरा:अमित दुबे,जनभागीदारी समिति अध्यक्ष युवा उत्सव में कॉलेज का बेहतर प्रदर्शन

कालेज का विकास विद्यार्थियों की सफलता के बिना अधूरा:अमित दुबे,जनभागीदारी समिति अध्यक्ष,
युवा उत्सव में कॉलेज का बेहतर प्रदर्शन
सागर । शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर में युवा उत्सव में समूह नृत्य बधाई को प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त होने पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनभागीदारी अध्यक्ष-अमित रामजी दुबे ने कहा कि आप लोगों ने बधाई नृत्य को प्रदेश स्तर पर पहचान दिलाई इसलिए आप सभी को बधाई। महाविद्यालय के विकास के सभी आयाम विद्यार्थियों की सफलता के बिना अधूरे हैं अतः शिक्षक विद्यार्थियों का नेतृत्व करें जिससे सफल परिणाम सामने आयेंगे। 
प्राचार्य डॉ. जी. एस. रोहित ने कहा कि विद्यार्थियों की सफलता से महाविद्यालय ने अपनी पहचान प्रदेश स्तर पर बनाई है इसके लिए विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाऐं। कोरियोग्राफर कॉजोल गुप्ता ने राज्यस्तरीय युवा उत्सव के अनुभवों को सबके बीच साझा किया और बताया कि बधाई नृत्य जब स्वच्छता की थीम पर प्रदर्शित किया गया तो सभागार में सभी दर्शक झूम उठे इस अभिनव पहल को सभी ने सराहा।
 राज्यस्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली टीम में शुभम मजूमदार, अंकित आठ्यिा, हूमेर खान, शान्तनु खरे, अंशिका केशरवानी, अंशुल अहिरवार, अंशिका अहिरवार, शालिनी चौधरी थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमर कुमार जैन ने किया, आभार डॉ. संदीप सबलोक ने माना। कार्यक्रम में युवा उत्सव प्रभारी डॉ. प्रवीण शर्मा, डॉ. संजीव दुबे, डॉ. संगीता मुखर्जी, डॉ. मधु स्थापक, डॉ. नीलिमेश वर्मा, डॉ. इमराना सिद्धीकी, डॉ. रंजना मिश्रा, डॉ. उमाकान्त स्वर्णकार, डॉ. अर्चना यादव, डॉ. प्राची बरोलिया, डॉ. संदीप तिवारी, डॉ. अंकुर गौतम, डॉ. अशोक पन्या, डॉ. स्वदीप श्रीवास्तव, डॉ. सत्या सोनी सहित विद्यार्थी उपस्थित थे।
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एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला ,सागर में भी है करीबी नाता

एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला ,सागर में भी है करीबी नाता
सागर।।एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने भारतीय वायु सेना के वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाल लिया है, जो 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी हो गया है। उनका सागर से भी करीबी नाता है । एयर मार्शल विभास पांडे सागर आ चुके है।  उनकी बहिन श्री मति ज्योत्स्ना पांडे सागर में FSL में वैज्ञानिक है। जैसे ही यह खबर आई तो सागर में शुभचिंतकों ने प्रसन्नता जाहिर की और शुभकामनाएं दी।
1984 में वायु सेना से जुड़े
एयर मार्शल विभास पांडे 29 अगस्त, 1984 को भारतीय वायु सेना में वैमानिकी अभियंता (मैकेनिकल) के रूप में जुड़े थे। उन्होंने लड़ाकू विमान के साथ भारतीय वायु सेना में अभियांत्रिकी अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में उन्होंने परिवहन विमानों एवं हेलिकॉप्टरों से जुड़े रखरखाव कार्यों का भी अनुभव हासिल किया था। उन्होंने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में हेलिकॉप्टरों पर लगभग 1200 घंटे तक उड़ने का अनुभव हासिल किया है। वह रोटरी विंग विमानों के लिए वायु सेना परीक्षक भी रह चुके हैं।वह आईआईटी पवई, मुंबई से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर हैं। वह कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर और नेशनल डिफेंस कॉलेज के भी एक पूर्व विद्यार्थी हैं।
वह 11 बेस रिपेयर डिपो में सीनियर प्रोडक्शन इंजीनियर, कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर के वायु आयुध निरीक्षण प्रकोष्ठ, खमरिया, निर्देशन स्टाफ के कमांडिंग ऑफिसर और डब्ल्यूएसी के मुख्यालय में कमान इंजीनियरिंग अधिकारी के पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने 1 सीआईएमडी के सीओ के रूप में भारतीय वायु सेना में स्वदेशीकरण अभियान का भी नेतृत्व किया है। उन्होंने जिन कुछ महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है उनमें एक प्रमुख बेस रिपेयर डिपो की कमान संभालना, ईएसी के मुख्यालय में वरिष्ठ रखरखाव स्टाफ अधिकारी और वायु सेना के मुख्यालय में एसीएएस इंजीनियरिंग (टीएंडएच) के रूप में सेवाएं देना भी शामिल हैं। वर्तमान पदभार संभालने से पहले वह महानिदेशक (विमान) के पद पर कार्यरत थे।
सागर से नाता, जताई प्रसन्नता
एयर मार्शल विभाष पांडे का सागर से करीबी जुड़ाव है।एयर मार्शल विभाष पांडे की बड़ी बहन ज्योत्स्ना पांडे सागर में एफएसएल में वैज्ञानिक  है। इस उपलब्धि पर मित्रों-परिचितों को सूचना मिली तो उनको बधाईया दी। ज्योत्स्ना पांडे ने अपने भाई को बधाईया दी । पूर्व महापौर अभय दरे ने डॉ. ज्योत्सना कोबधाई देनेपहुंचे। डॉ.पांडे ने बताया कि  वैसे तो हमारा परिवार मूलतःजबलपुर का रहने वाला है।माता-पिता के निधन के बाद अब मेरे घर पर ही आते-जाते हैं। दो महीने पहले नवंबर में मेरी बिटिया की शादीमें शामिल होने के लिए वे सागरआए थे। उन्होंने बताया कि विभाष ने जबलपुर के सरकारी इंजीनियरिंगकॉलेज से मेकेनिकल ब्रांच में बी ई की है।
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एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला

एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाला
 PIB Delhi
नई दिल्ली।एयर मार्शल विभास पांडे वीएसएम ने भारतीय वायु सेना के वायु प्रभारी-अधिकारी रखरखाव के रूप में पदभार संभाल लिया है, जो 1 जनवरी, 2020 से प्रभावी हो गया है।
एयर मार्शल विभास पांडे 29 अगस्त, 1984 को भारतीय वायु सेना में वैमानिकी अभियंता (मैकेनिकल) के रूप में जुड़े थे। उन्होंने लड़ाकू विमान के साथ भारतीय वायु सेना में अभियांत्रिकी अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में उन्होंने परिवहन विमानों एवं हेलिकॉप्टरों से जुड़े रखरखाव कार्यों का भी अनुभव हासिल किया था। उन्होंने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में हेलिकॉप्टरों पर लगभग 1200 घंटे तक उड़ने का अनुभव हासिल किया है। वह रोटरी विंग विमानों के लिए वायु सेना परीक्षक भी रह चुके हैं।
वह आईआईटी पवई, मुंबई से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर हैं। वह कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर और नेशनल डिफेंस कॉलेज के भी एक पूर्व विद्यार्थी हैं।
वह 11 बेस रिपेयर डिपो में सीनियर प्रोडक्शन इंजीनियर, कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर के वायु आयुध निरीक्षण प्रकोष्ठ, खमरिया, निर्देशन स्टाफ के कमांडिंग ऑफिसर और डब्ल्यूएसी के मुख्यालय में कमान इंजीनियरिंग अधिकारी के पदों पर काम कर चुके हैं। उन्होंने 1 सीआईएमडी के सीओ के रूप में भारतीय वायु सेना में स्वदेशीकरण अभियान का भी नेतृत्व किया है। उन्होंने जिन कुछ महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है उनमें एक प्रमुख बेस रिपेयर डिपो की कमान संभालना, ईएसी के मुख्यालय में वरिष्ठ रखरखाव स्टाफ अधिकारी और वायु सेना के मुख्यालय में एसीएएस इंजीनियरिंग (टीएंडएच) के रूप में सेवाएं देना भी शामिल हैं। वर्तमान पदभार संभालने से पहले वह महानिदेशक (विमान) के पद पर कार्यरत थे।
 
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