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दुर्भावना ही नाश का कारण है :पण्डित ब्रजपाल शुक्ल

दुर्भावना ही नाश का कारण है :पण्डित ब्रजपाल शुक्ल
सागर।ढाना,( सागर )ग्राम में दीपक तिवारी  के निवास पर चल रही राम कथा के पंचम दिवस कथा व्यास आचार्य  ब्रजपाल शुक्ल ने व्यास पीठ से कहा।उन्होंने कहा किमहाराज जनक के धनुष यज्ञ में आये हुए सभी प्रकार की बुद्धि के राजा  विदयमान थे। सीता से विवाह की कामना सभी राजाओं के मन मे थी लेकिन सीता को देखकर कुछ राजाओं के मन मे भावना ही बदल गयी और वे सीता को अपनी माता के रूप में देखने लगे। जो राजा सीता को काम भावना से देख रहे थे , युद्ध करके भी छुड़ाने की बात कर रहे थे उनके लिए सद्बुद्धि सम्पन्न राजाओं ने कहा
सिख हमारी सुनि परम् पुनीता।
जगदम्बा जानहु जिय सीता।
हे! राजाओ सीताजी को देख करके हमारा मन विशुद्ध हो गया है जिससे हम  विवाह करने के लिए आये थे वास्तव में वह जगत जननी जगदम्बा है। हम लोग अपनी माता के ही प्रति विवाह की कामना करने लगे हैं।
श्री शुक्ल ने बताया कि श्रीराम जगत पिता हैं और सीता जगत जननी हैं। मनुष्य के कुबुद्धि होती है तब उसकी दुर्भावना ही उसके नाश का कारण बनती है।सीता और राम को आज नेत्र भर करके देख लो यह अपने माता पिता हैं। धनुष यदि बल के कारण टूट भी गया तो भी सीता के साथ विवाह करने योग्य नही हैं क्योंकि संसार के किसी मनुष्य के लिए अपनी माँ भोग्य योग्य नही हो सकती।रामजी को रंगमंच में देखकर जैसे सभी की अपनी अपनी भावना के अनुसार दर्शन हो रहे थे उसी प्रकार रंगमंच में आई हुई सीता को देखकर सभी के अंदर भावना के अनुसार भाव जग रहे थे।सद्बुद्धि सम्पन्न राजाओ ने कहा कि सीता और राम दुष्ट भोगी मनुष्यो के काल के समान हैं और यही सीता राम सद्भावना सम्पन्न मनुष्य के लिए माता पिता हैं।
जो मनुष्य इनको माता पिता के रूप में देखता है तो सीता राम उनको पुत्र के रूप में देखते हैं उनका पालन पोषण करते हैं उनकी दुःखो से रक्षा करते हैं उनकी दुःखो से रक्षा करते है लेकिन दुष्टो के लिए वे दोनों साक्षात काल ही हैं।
सीताजी के रूप को देख करके मोह काम जिनके हृदय में उतपन्न होता है उनका नाश निश्चित ही है।जगदम्बिका रूप गुण खानी
जगतजननी सीता जी के सौंदर्य का वर्णन करना भी हम लोगो के लिए एक बड़ा दोष है। माता की सुंदरता पुत्र के गौरव का साधन है न कि भोग्य का साधन है इसलिए हे राजाओ सीताजी को जगदम्बा मानकर अपने जीवन को सफल कर लो क्योकि जिनसे यह शरीर उतपन्न होता है उन माताओं की भी यह माता है।
उन्होंने कहा कि स्त्री और पुरुष दोनों का उतपन्न करने वाली जगतजननी जानकी है हम सब उनके पुत्र हैं और यह दोनों भावना बदल जाती हैं तो आनन्द और दुःख दोनो प्राप्त होते हैं। सद्भावना का परिणाम है सुख और दुर्भावना का परिणाम दुःख है।
 परिवहन मंत्री ,पूर्व गृहमन्त्री,पत्रकार ब्रजेश राजपूत और मनोज शर्मा हुए कथा में शामिल
आज की कथा में कैबिनेट मंत्री गोविंद राजपूत,खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह, वरिष्ट पत्रकार ब्रजेश राजपूत,मनोज शर्मा, रविन्द्र व्यास, पुष्पेंद्र पल सिंह,संतोष पांडेय, देवी प्रसाद दुबे, ऐस के मिश्रा, आशीष पटेरिया, सरस जैन ,डॉ एन पी शर्मा, अनिल तिवारी, सुकदेव मिश्रा ,प्रमोद नायक ,अजय दुबे , कैलाश देवलिया, डॉ सौरव पुरोहित, नीरज पांडे, राजीव हजारी , रजनीश जैन, शैलेंद्र ठाकुर,अभिषेक यादव,पंकज सोनी, आशीष दिवेदी, आदि ने कथा का श्रवण किया  व आचार्य जी से आशीर्वाद ग्रहण किया।
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जलवायु परिवर्तन का असर स्थानीय स्तर पर भी,इस पर मंथन की जरूरत,भारतीय भौगोलिक सम्मेलन में चर्चा

जलवायु परिवर्तन का असर स्थानीय स्तर पर भी,इस पर मंथन की जरूरत,भारतीय भौगोलिक सम्मेलन में चर्चा
सागर। डाॅ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.) के सामान्य एवं व्यवहारिक भूगोल विभाग के द्वारा भारतीय भौगोलिक संघ (नागी) का 41 वाँ भारतीय भौगोलिक सम्मेलन के  समन्वयक, प्रो. आर.पी.मिश्र, अधिष्ठाता,व्यवाहरिक अध्ययन शाला ने बताया कि द्वितीय दिवस में 18 तकनीकी सत्रों को विभिन्न अध्ययायों में विभाजित कर एक 180 शोध पत्र प्रतिभागियों के सम्मिलित किए गए तथा इन शोध पत्रों का वाचन किया गया। जिनमें प्रमुख विषय हैं - ग्रामीण एवं शहरी: गतिशील और परिवर्तन, ग्रामीण परिस्थितिकी समाज और राजनैतिक आर्थिक, कृषि संबंधी कठिनाइयों एवं राजनैतिक आर्थिक, भारतीय कृषिः प्रारूप एवं चुनौतियां, भारतीय कृषि चुनौतियां, सम्भावना, भूस्थनिक तकनीकी में भौगोलिक अध्ययन, जनसंख्या में लिंग अनुपात एवं विकास, जलवायु परिवर्तन एवं स्वास्थ्य संबंधी एवं प्रभाव का भौगोलिक अध्ययन शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जलावायु परिवर्तन/प्रभाव एवं सामंजस्य पर गहन मंथन हुआ। जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव स्थानीय स्तर पर भी दिखाई देने लगा है। इसके कारणों, प्रभावों एवं उपायों पर गहन चर्चा करते हुए समाज में इस संबंध में जागरूकता हेतु योजनाबद्ध ढंग से कार्य करने की रणनीति तैयार करने पर मंथन हुआ। उन्होंने कहा कि इन शोध पत्रों के माधयम से निकलने वाले निष्कर्ष विश्वविद्यालय के छात्रों, शोधार्थियों को ज्ञान के क्षेत्र में पे्ररित करेंगे। तथा समाज में एक नई दिशा देने में बहुउपयोगी सिद्ध होंगे। 
सीपी सिंह अंतरराष्ट्रीय भूगोल वेत्ता
भूगोलवेत्ता वरिष्ठ प्रोफेेसर श्री कमल शर्मा ने  प्रो. सी.पी. सिंह मेमोरियल व्याख्यान देते हुए बताया कि प्रो.सिंह सागर विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के विद्यार्थी थे तथा वर्ष 1999 से 2000 तक 12वें विभागाध्यक्ष बनें वह दिल्ली विश्वविद्यालय में व्याख्याता से लेकर प्रोफेसर तक रहकर शिक्षण, शोध के क्षेत्र में अंतर्राष्टीय स्तर पर पहचान बनाई। वह कृषि भूगोल, राजनीतिक, इलेक्ट्राल भूगोल के विषय विशेषज्ञ थे। आज के परिवेश में उनके शोध एवं अनुभव, प्रकाशन पे्ररणादायी हैं। प्रो. शर्मा ने भारत के विकास में लिंग अनुपात में चुनौतियां एवं निदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रो. सिह ने ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी कार्य किया है। उन्होंने अपने शोध पत्र लैंगिक विषमताओं का सम्पोषित विकास पर दुष्प्रभाव विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सम्पोषित से तात्पर्य है कि संसाधनों का उपयोग इस तरह से किया जाना चाहिए कि अगली सन्तति के लिए वह उपयोगी हो सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सन्तति में एक बड़ा हिस्सा महिलाओं का है जिसकी संख्या घटती जा रही है। इस घटती संख्या के साथ उनको समान विकास का लाभ मिलना संभव नहीं है। उन्होने कहा कि समाज में महिलाओं के विकास को सम्मिलित किए बिना संतुलित किया जाना संभव नहीं है यह भी शोध का विषय है। 
वरिष्ठ प्रोफेेसर जवाहर लाल जैन ने अपने व्याख्यान में प्रकाश डालते हुए बताया कि भूगोल के विद्यार्थी सुदूर संबेदन तकनीकी का उपयोग सरलता पूर्वक कैसे कर सकते हैं। यह तकनीक सूक्ष्म वास्तविक अध्ययन के लिए अत्यावश्यक है और भूगोल के विद्यार्थियों के लिए विशेष उपयोगी इसलिए है कि उनके अध्ययन का विषय का धरातल का है। जिसके सूक्ष्म विषय सूचना सुदूर संवेदन में मिलती है जोकि अन्य तरीको से सम्भव नहीं है। 
डाॅ.सरला शर्मा ने ग्रामीण बाजारों की उत्तपत्ति का स्थानिक-कालिक विशलेषण, वैशाली पद्म, डाॅ. बी.तबर ने ग्रामीण बस्ती के विकास पर भौगोलिक कारकों का अध्ययन, राकेश भारती, गुंजन कुम ने ग्रामीण विकास में कृषि पर आधारित उद्योगों की भूमिका पर एक भौगोलिक अध्ययन, रामकुमार सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों पर ग्रामीण से शहरी प्रभाव का प्रवास डी.दीनानाथ ठाकुर ने कृषि भूमि पर उपयोग शहरीकरण का प्रभाव, मनीष कुमार ने जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव सहित जनजाति क्षेत्रों के कृषि एवं पोषण आहर, विपणन, की समस्याऐं एवं चुनौतियों जैसे विषयों पर विस्तृत वैचारिक मंथन हुआ। 
ये रहे उपस्थित
प्रमुख रूप से डाॅ.अनिल तिवारी, संस्थापक कुलपति, एस.व्ही.एन., प्रो. आनंदकर सिंह, ग्वालियर, प्रो.एस.एस.शर्मा, जयपुर, प्रो. श्रीकांत, चंडीगढ, प्रो. आर.के.त्रिपाठी, कानपुर, प्रो. संतोष शुक्ता, प्रो. पी.पी.सिंह, प्रो. रोली कंचन, बडौदरा, प्रो.एस.शिवाकांत, गोरखपुर, प्रो.सी.के.जैन, डाॅ. आर.बी.अनुरागी,संयुक्त सचिव, आयोजन समिति, डाॅ. हेमंत पाटीदार आयोजन समिति सचिव, डाॅ. सतीष सी., डाॅ. निकलेश कुमार, डाॅ.रघुवंशमणी सिंह, डाॅ. पवन शर्मा, डाॅ. आर.के.श्रीवास्त्री, डाॅ. रितु यादव, डाॅ. नीरज उपाध्याय, डाॅ. नीलम थापा, राहुल मिश्रा, कुंदन परमार, कालूराम, जितेन्द्र पटेल, सुरेश मिश्रा, वीरेन्द्र गौतम,  पी.एल.साहू, दुष्यंत नामदेव, शंकर ताम्रकार सहित अनेक शोधार्थी प्रतिभागी उपस्थित थे। 
भारतीय भौगोलिक अधिवेशन का समापन 30 दिसम्बर को
41 वां भारतीय भौगोलिक अधिवेशन का समापन डाॅ. हरिसिंह गौर विश्वविद्याल, सागर के स्वर्ण जयन्ती सभागार में दोपहर 2.00 बजे किया जावेगा। जिसके मुख्य अतिथि स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डाॅ. अजय तिवारी, अध्यक्षता प्रो. राणा प्रताप, बोध गया निर्वाचित अध्यक्ष (नागी) प्रो.एस.सी.राय, सेक्रेटरी जनरल (नागी) एवं कांफे्रंस के समन्वयक प्रो.आर.पी.मिश्रा मंच को सुशोभित करेंगे। इस अवसर पर भूगोल क्षेत्र में किए गए कार्यो पर आधारित प्रमुख पुस्तकों का विमोचन भी किया जावेगा। समापन सत्र के प्रथम सत्र  में 10 तकनीकी सत्र में लगभग 100 से ज्यादा शोध पत्रों का वाचन किया जावेगा जोकि महर्षि कणाद भवन में सम्पन्न होंगे। 
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शांति महोत्सव होगा , शांति धाम बीना जी बारह में

शांति महोत्सव होगा , शांति धाम बीना जी बारह में 
सागर। शान्तिधाम बीना बारह जी मे  आचार्य  श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री विमल सागर जी ,मुनि श्री अनंत सागर जी,मुनि श्री धर्म सागर जी,मुनिश्री अचल सागर जी, मुनिश्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं पंडित कमल कुमार कर्रापुर के निर्देशन में 31दिसंबर 2019 दिन मंगलवार से 2 जनवरी 2020 गुरुवार तक वार्षिक मेला का आयोजन किया गया है । इसके अन्तर्गत 31 दिसम्बर 2019 दिन मंगलवार को दोपहर 1 बजे   ध्वजारोहण एवं  मेला का शुभारंभ होगा । ध्वजारोहण  मध्यप्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री  हर्ष यादव के मुख्य आतिथ्य में संपन्न होगा । ध्वजारोहण करने का सौभाग्य स. सिं. उत्तम चंद जी जैन कोयला परिवार को प्राप्त होगा । विशिष्ट अतिथि  सुखदयाल देवडिया केसली होंगे । रात्रि में 8 बजे से भजन संध्या " एक शाम शांति प्रभु के नाम " का आयोजन किया गया है । 1 जनवरी 2020 बुधवार को प्रातः 7.30 बजे मूलनायक श्री 1008 शांतिनाथ भगवान की विशाल खड्गासन प्रतिमा का महा मस्तकाभिषेक एवं महा शांतिधारा नए तरीके से होगी । दोपहर में 1 बजे श्री शांतिनाथ विधान एवं गजरथ महोत्सव के समस्त पात्रों एवं विशेष सहयोगियों का सम्मान समारोह होगा और मुनि श्री के मंगल प्रवचन होंगे ।
2 जनवरी 2020 दिन गुरुवार को प्रातः 7.30 बजे श्री आदिनाथ भगवान की विशाल पद्मासन प्रतिमा का प्रथम बार महा मस्तकाभिषेक एवम् विशिष्ट ऊर्जा देने वाली शांतिधारा होगी । यह दृश्य प्रथम बार देखने को मिलेगा साथ ही दोपहर में मुनि श्री के प्रवचन होंगे ।
इस कार्यक्रम की तैयारियां जोरों से चल रही है । अतिथियों की आवास एवम् भोजन की संपूर्ण व्यवस्था की गई है । मुनि संघ के  30 दिसंबर 2019 दोपहर 1 बजे के बाद महाराजपुर से बीना बारह  पहुंचने की संभावना है। यह जानकारी  अलकेश जैन  अध्यक्ष अतिशय क्षेत्र शांतिधाम बीना जी बारह ने दी।
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BSP विधायक रामबाई ने पार्टी से निलंबित, मायावती ने लिया एक्शन,CAA के समर्थन में बोली थी रामबाई

BSP विधायक  रामबाई ने पार्टी से निलंबित, मायावती ने लिया एक्शन,CAA के समर्थन में बोली थी रामबाई

भोपाल।बहुजन समाज पार्टी  की सुओरिमो मायावती ने एमपी के दमोह जिले से पथरिया की विधायक रामबाई परिहार को पार्टी से निलंबित कर दिया है। हमेशा विवादों में रहने वाली रामबाई ने बसपा की पार्टी लाईन के खिलाफ बयानबाजी की है । बसपा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का विरोध कर रही है। हालांकि पार्टी विधायक को सीएए और एनआरसी का समर्थन करना अब भारी पड़ गया है।इसको लेकर बीएसपी ने कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश में पथेरिया से बीएसपी विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
मायावती ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी
बीएसपी सुप्रीम मायावती ने ट्वीट करते हुए बताया, 'BSP अनुशासित पार्टी है और इसे तोड़ने पर पार्टी के MP/MLA आदि के विरूद्ध भी तुरंत कार्रवाई की जाती है. इसी क्रम में MP में पथेरिया से BSP MLA रमाबाई परिहार द्वारा CAA का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलंबित कर दिया है.'
मायावती ने बताया, 'उन पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है. जबकि BSP ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी और असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया और इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया. फिर भी विधायक परिहार ने CAA का समर्थन किया. पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी.'
रामबाई ने हाल ही में नागरिकता संशोधन कानून लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद किया था. उन्होंने कहा था कि ये निर्णय बहुत पहले हो जाना चाहिए था लेकिन पहले कोई निर्णय लेने में सक्षम ही नहीं था.
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प्रेमिका को घर लाया था दिखाने,एक्सीडेंट हुआ तो छोड़कर भाग निकला, अज्ञात युवती की लाश का मामला का हुआ खुलासा

प्रेमिका को घर लाया था दिखाने,एक्सीडेंट हुआ तो छोड़कर भाग निकला, अज्ञात युवती की लाश का मामला का हुआ खुलासा

सागर। सागर जिले के बांदरी थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर रजवास के पास एक अज्ञात लड़की की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर लिया है । दरअसल  आरोपी अपनी प्रेमिका को शादी की चर्चा के लिए और घर दिखाने लाया था । लेकिन वापसी में एक सड़क दुर्घटना में प्रेमिका के  घायल होकर बेहोश होने के कारण डर से छोड़कर भाग गया था । पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र की है।
क्या है मामला
दिनांक 21.12.19 को पुलिस को सूचना मिली कि रजवांस से आगे बडी तार लाईन के पास हाईवे के किनारे तार फेंसिगके नीचे कोई अज्ञात लडकी का शव पड़ा हुआ है । थाना प्रभारी रविभूषण पाठकने घटना स्थल के आसपास का निरीक्षण कर उसे सुरक्षित कराया घटना स्थल के पास मे एक्सीडेन्टके चिन्ह गाडी के टूटे हुये प्लास्टिक के टुकडे, खून, माचिस एवं कुछ रूपये पडे हुये थे। परन्तुयुवती का शव रोड के किनारे नीचे तार फेंसिग के अन्दर था एवं युवती की पहचान हेतु कोईसाक्ष्य मौजूद नही थअतिरिक्त पुलिस अधीक्षकसागर  राजेश व्यास ने घटना स्थज का निरीक्षण किया एवं घटना स्थल पर प्राप्त टुकडो केसंबंध मे पतारसी करने के एवं अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक सागर अमित सांघी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर श राजेश व्यास द्वारा थाना प्रभारी बांदरी उपनिरीक्षक रविभूषण पाठक को आसपास के जिलो एवं सरहदी उत्तर प्रदेश के जिलो में युवती केफोटो व पम्पलेट छपवाकर एवं संबंधित जिलो की डीसीबी शाखा से सम्पर्क कर युवती की पहचानसुनिश्चित करने के साथ साथ टोल नाको के फुटेज चेक करने हेतु निर्देशित किया।
गाड़ी के टूटे पड़े टुकड़ो से मिला सुराग
प्रशिक्षु उपनिरीक्षक सुनील शर्मा को टुकडो के माध्यम से गाडी चिन्हितकरने हेतु दो पहिया एवं चार पहिया शोरूम व मैकेनिक के पास भेजा गया जो टुकडे टीवीएसरेडोन गाडी के मास्क के होना बताया ।जिस पर आसपास अपनेमुखविरो को सक्रिय कर इसप्रकार की गाडी होने की जानकारी देने को कहा । बताया गया कि मालथौन ग्राम का धर्मेन्द्र रजक जो दिल्ली मे मिस्त्रीगिरी का काम करता है अपने साथ एक इसी प्रकार कीहुलिया की लडकी साथ लेकर आया था। जिसे वह दिनांक 20.12.19 के सुबह करीब 10:00बजे एसे ही मेहरून रंग की गाडी पर बैठा कर ले गया था जो लौट कर दिखाई नही दिया हैउक्त सूचना की तस्दीक की गई तो सही पाई गई और धर्मेन्द्र का नम्बर प्राप्त हुआ जिसे सर्चकरने पर वह गुना तरफ मिला जो अहमदाबाद मे जाकर बंद हुआ जो थाना प्रभारी बांदरी केनेत्रत्व ने गठित टीम ने लगातार पीछा किया परन्तु वह पुनः वापस होनें गला लिसे भोपाल स्टेशनपर पकडकर पूछताछ की गई ।
प्रेमिका को लाया था घर दिखाने
धर्मेंद्र ने बताया कि 07-08 वर्षों से रहकर मिस्त्रीगिरी का कामकर रहा है। उसकी साईड पर कमरिया अभाना जिला दमोह का मोहन लाल अपनी भतीजी मनीषा को साथ लेकर काम को आया था जो काम के दौरान इसका मनीषा के साथ प्रेम प्रसंग चलनेलगा जिस पर धर्मेन्द्र ने शादी करने की बात लडकी मनीषा के चाचा मोहन लाल को बताई तो उसने शादी कराने का अश्वासन दिया। इसने 06 दिसम्बर को बताया कि वह अपने गांव मालयौनजा रहा है तो चाचा मोहन लाल ने बेटी को भी साथ लेजाकर घर दिखाने की बात के साथसाथ उसके गांव जाकर पिता से भी बात करने को कहा ।जिस पर धर्मेन्द्र रजक दिनांक 19.12.
19 को ट्रेन से लडकी मनीषा को साथ लेकर सुबर करीब 09:00 बजे मालयौन आया। आधा
घंटा रूकने के बाद अपने भाई की टीवीसएस रेडोन लाल रंग की गाडी से लडकी को उसके घर दमोह छोडने की बात घर वालों की बात कहकर घर से निकला था जो अभाना गया परंतु लडकीद्वारा कहा कि पापा शादी का मना कर देंगे वापिस चलो चाचा से शादी की बात कर लेगे जिसपर उसे वापस लेकर आया और रात करीब 08:00 बजे बहेरिया के पास बाईपास पर दावा पर खाना  खाया। रात करीब 10:00 बजे यह रजवांस के पास था जो गाडी तेजगति से चलाते हुयेयह ट्रक को ओवर टेक करने लगा तो गाडी पर अपना नियंत्रण नही रख सका और फोर लाईनके बीच बने डिवाईडर पर गाडी चढ गई जिससे हाय पैर कंधे. मे चोटे आई युवती को सिर मेचोट आई उस समय यह बेहोश रहा, होश आने पर इसने देखा कि मनीषा के सिर में चोट है
और वह बोल नही रही है और वह हाथ पैर व सीना मलता रहा वह नही बोली तो वह बहुत
घबडा गया और रोड किनारे लडकी को लेजाकर रोता रहा बाद मे डर के कारण उसे छोडकरवापस मालयौन चला गया घर वालो को एक्सीडेन्ट होना बताया अन्य कोई जानकारी नही दी।आरोपी धर्मेन्द्र से लडकी के चाचा मोहन लाल से बात करने पर उसने अपने पिता का नामउमराव सिंह लोधी व लडकी का नाम मनीषा पिता माधव सिंह होना बताया जिस पर थानाप्रभारी बांदरी द्वारा नोहटा थाना के माध्यम से माधव सिंह को सूचना देकर थाना बांदरी भेजनेहेतु कहा परंतु माधव सिंह के परिजनो से संम्पर्क करने पर उनके द्वारा मनीषा नाम की कोईलडकी परिवार मे ना होना बताया जिस पर फोटो भेजने पर फोटो की पहचान नेहा पिता परशुयादव के रूप मे बताई एवं इसकी रिपोर्ट याना नोहटा मे होना बताया थाना नोहटा मे इस संबंधमे अपराध क 170/19 धारा 363 ताहि. का दिनाक 12.04.19 को कायम कराया गया है।परिजनो ने आकर इसकी शिनाख्त नेहा यादव के रूप में की है। उक्त प्रकरण मे आरोपी धर्मेन्द्र
के विरूद्ध अपराध क 174/19 धारा 304 (ए) 201 ताहि. 134 एबी 184 एमव्ही उक्ट का
कायम किया जाकर आरोपी से दुर्घटना मे क्षतिग्रस्त वाहन एवं मोबाईल जिसमे मृतक युवती कीतस्वीरे थी जप्त किये गये है। उक्त कार्य मे मुख्य रूप से थाना प्रभारी बांदरी रविभूषण पाठकप्रशिक्ष उपनिरीक्षक सुनील शर्मा चौकी रतवांस सहायक उपनिरीक्षक सी.के. भारद्वाज थाना मालथौनआरक्षक राजेश, बीरेन्द्र, संतोष, कमलेश थाना बांदरी की विशेष सराहनीय भूमिका रही।
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समस्याओं का समाधान है सिर्फ कर्तव्यों का पालन करने से:जज गंगाचरण दुबे

समस्याओं का समाधान है सिर्फ कर्तव्यों का पालन करने से:जज गंगाचरण दुबे
सागर। इंदिरा गाँधी इंजीनियरिंग महाविद्यालय सागर में सविधान दिवस समारोह के तहत संविधान पर ब्याख्यानमाला  आयोजित की गई। गया। इसके मुख्य अथिति  गंगाचरण दुबे, अपर जिला सत्र न्यायाधीश देवास, और अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष  डा. अंकलेश्वर दुवे,अधिकवक्ता अरविन्द कुमार जैन 'रवि' अधिवक्ता एवं प्रोफे. आनंद मंगल विशेश अतिथि थे।
न्यायाधीश गंगाचरण दुबे  ने कहा कि देश मे सभी समस्याओं का समाधान संवेधानिक कर्तव्यों का पालन करने से ही सम्भव है। उन्होंने सविधान के मूल कर्तव्यों की विस्तार से  व्याख्या प्रस्तुत की। इस मौके पर अधिवक्ता अरविन्द रवि एवं जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष डा.
अंकलेश्वर दुबे ने संविधान के मूल अधिकार पर अपने विचार प्रस्तुत किये
कार्यक्रम में  प्राचार्य डॉ. एन. एन  प्रजापति  द्वारा अतिथियों का शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। स्वागत भाषण प्रो.एवं डा.एस.के भट्ट  द्वारा
प्रस्तुत किया गया।  कार्यक्रम का संचालन डी.आर.परमेश्वरी ने किया। संविधान के व्याख्यान कार्यक्रम में डा. एच.के.मिश्रा, प्रो.एम.आर.अहिरवार,  विपाशा मिश्रा, प्रो.एस.के.सलूजा, प्रो.जी.एस किरार, प्रो.
राजेन्द्र प्रसाद, प्रो.मनीष सोनी, डॉ.आनंद कुमार जैन, प्रो-विनायक वारेवार, प्रो.संकल्प शुक्ला, प्रो.अमितकुमार, प्रो. योगेन्द्र कुमार, गोविन्द राय, सी.बी.नेमा, एस के खुदलिया, पी.के.शिवेनी, श्रीमति विजय सेन ,श्रीमति संगीता उइके, प्रसन्न तिवारी, बी एल मरावी, एच एल चौधरी, जी एस भास्कर, बीके तिवारी, के केपाण्डे, के पी अहिरवार,बसंत चौधरी, नरेश नागले.दीपेश गंगेले, दीपक पाण्डे, डॉ. ममता राज, जी.आर.
परमेश्वरी, हीरालाल सेन, अनिल कुमार, पर्वत सिंह, बाबूलाल, गुड्डू सिंह, राजकुमार कलश्या इत्यादिअधिकारी/कर्मचारी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
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नाबालिग बच्चे की पिटाई,दमोह एसपी ने किये दो पुलिसकर्मी लाइन अटैच ,सीएम ने जांच के दिये थे निःर्देश

नाबालिग बच्चे की पिटाई,दमोह एसपी ने किये दो पुलिसकर्मी लाइन अटैच ,सीएम ने जांच के दिये थे निःर्देश
दमोह।दमोह जिले में कोतवाली थाना के एक वीडियो सामने आया था।  जिसमें पुलिस वाले एक नाबालिग की  पिटाई करते दिखाई दे रहे थे। इस  मामले में  एसपी दमोह ने दोनों पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर चिंता जताते हुए घटना की जांच के आदेश दिए थे ।
सीएम कमलनाथ का ट्वीट
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है, " दमोह में एक मासूम बालक की पिटाई का एक वीडियो मेरे संज्ञान में आया है। इस पूरे मामले की जांच के आदेश पुलिस प्रशासन को दे दिए हैं।जांच में जो भी दोषी सामने आए, उस पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए है। इस तरह की हैवानियत से भरी घटनाएं, मानवता को तार-तार करती हैं। बर्दाश्त नहीं की जा सकती है और ना ही इसके दोषियों को बख्शा जा सकता है।"
पिटाई करने वाले दो पुलिस कर्मी लाईन अटैच
वायरल वीडियो दमोह पुलिस कोतवाली परिसर का है। जहां कुछ पुलिस वाले एक टेंट के नीचे बैठे हैं और दो पुलिस कर्मी सिविल ड्रेस में एक बच्चे को पीट रहे हैं। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बगैर कपड़ों के एक लड़के को दो पुलिस कर्मी लाठी-डंडों से पीट रहे हैं। बाकी के पुलिस वाले इस लड़के के पीटने का आनंद ले रहे हैं। इतना ही नहीं बेरहमी से पिटाई करने के बाद दोनों पुलिस वाले जोर-जोर से हंस भी रहे है। अमानवीयता से भरे इस वीडियो के वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है।
दमोह के एसपी विवेक सिंह ने वीडियो सामने आने पर इस बात की पुष्टि की है कि पिटाई कर रहे दोनों लोग सादे ड्रेस में पुलिस आरक्षक हैं। उनकी पहचान होने के बाद लाइन अटैच कर दिया गया है। एसपी विवेक सिंह के मुताबिक़, एसडीओपी तेंदूखेड़ा को इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं लेकिन ये वीडियो कब का है और इसे किसने बनाया। इसकी भी जांच करा रहे हैं
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रहस्यज्ञाता को संसार आनन्द स्वरूप है:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल

रहस्यज्ञाता को संसार आनन्द स्वरूप है:आचार्य ब्रजपाल शुक्ल
सागर। ढाना (सागर) में दीपक तिवारी के निवास पर चल रही राम कथा में व्यास पीठ से आचार्य ब्रजपाल शुक्ल ने बताया कि रहस्य को जानने वाले के लिए तो संसार आनन्द स्वरूप है।उन्होंने प्रवचन में बताया किएक ही समय मे अनेक रूप भगवान की विशेषता है। जीव अपने कर्म के अधीन होकर जिस रूप स्वभाव को प्राप्त करता है मृत्युपर्यंत उसी रूप और उसी स्वभाव में जीता है।वह अपने रूप को बदल ही नही सकता। इस संसार को उतपन्न करने वाले भगवान में ऐसा सामर्थ्य है कि एक ही स्वरूप में अनेक रूपो का दर्शन करा सकते हैं। एक ही क्षण में किसी भी शरीर को धारण कर सकते हैं।
महाराज जनकजी के मंच मे धनुष यज्ञ के समय श्रीराम ने अनेक रूपो में अनेक लोगो को अनेक प्रकार से दर्शन दिए।तुलसीदास जी ने कहा- 
जिनके रही भावना जैसी।
प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी।
मनुष्यो के मध्य में खड़े हुए रघुनन्दन एक रूप में होते हुए भी मनुष्यो को अवतार के अनुसार एक ही क्षण में अनेक रूपो में दिखाई दे रहे थे।
पन्द्रह वर्ष की आयु के सुकोमल स्वरूप में बड़े-बड़े योद्धाओ को ऐसे दिख रहे थे जैसे साक्षात वीर रस शरीर धारण करके खड़ा है।राजा लोग उनके इस  विलक्षण शरीर को देखकर इतने भयभीत हो गए जैसे कोई भयानक मूर्ती खड़ी हो वह मधुर मनोहर मूर्ति दुष्टो को इतनी भयानक दिख रही थी। 
उन्होंने बताया कि कुछ असुर राजाओ के वेष में बैठे हुए थे उनको वही श्री राम साक्षात मृत्यु के समान दिख रहे थे।दशरथ नन्दन विश्वामित्र जी के बगल में बैठे हुए विद्वानों को विराट पुरुष के रूप में दिख रहे थे। विद्वानों को श्रीराम के हजारों मुख, हजारो चरण और हजारो नेत्र दिख रहे थे। वह विराट रूप विद्वानों को उसी शरीर मे दिख रहा था।धनुष टूटने के पहले ही महाराज जनक को श्रीराम अपने सगे सम्बन्धी के समान दिख रहे थे। भगवान के भक्तों को श्रीराम में अपने इष्टदेव दिखाई दे रहे थे।संसार के जीव भगवान को अनेक रूपो में मानते हैं लेकिन अपने भगवान को अनेक रूपो में नही जानते हैं जबकि भगवान का ही एक स्वरूप संसार है।
इस  विलक्षण संसार मे अनेक शरीर हैं। सभी शरीरो में वही एक ही भगवान रहते हैं किंतु यह जीव शारीरिक सुख के कारण तन, धन, भोजन इन तीन में ही सुख देखता है। जब इनसे सुख नही मिलता तो आजीवन दुःख में ही समय व्यतीत करता है, दुखी होकर ही मरता है।
जिन मनुष्यो को भगवान का रहस्य ज्ञात है वे ही संसार मेआनन्द से निवास करते हुए आनन्दरूप भगवान में प्रवेश करते हैं और मुक्त हो जाते हैं।
कथा को सुनने पहुचे अनेक मीडिया कर्मी
आज की कथा में पूर्व सांसद लष्मीनारायन यादव,वरिष्ट पत्रकार राजेश सिरोठिया,मंगला मिश्र , सुदेश तिवारी,अजय दुबे,लक्मन  सिंह,विनोद आर्य,भारत तिवारी, मुकेश जैन,  संदीप तिवारी, सुनील भाई पटेल,विवेक तिवारी,नरेंद्र दुबे,विज्ञान मिश्रा, महेश बिदुआ, कोमल यादव,राजकुमार पचौरी,अनुपम पटेरिया,मनुज नामदेव, समर्थ दीक्षित ,नीलेश राय, मनीष दुबे आदि ने कथा श्रवण किया व आचार्य जी का आशीर्वाद ग्रहण किया
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