
रहस्यज्ञाता को संसार आनन्द स्वरूप है:आचार्य ब्रजपाल शुक्लसागर। ढाना (सागर) में दीपक तिवारी के निवास पर चल रही राम कथा में व्यास पीठ से आचार्य ब्रजपाल शुक्ल ने बताया कि रहस्य को जानने वाले के लिए तो संसार आनन्द स्वरूप है।उन्होंने प्रवचन में बताया किएक ही समय मे अनेक रूप भगवान की विशेषता है। जीव अपने कर्म के अधीन होकर जिस रूप स्वभाव को प्राप्त करता है मृत्युपर्यंत उसी रूप और उसी स्वभाव में जीता है।वह अपने रूप को बदल ही नही सकता। इस संसार को उतपन्न...